वेल्स के खिलाफ पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने की कोशिश करेंगे: मनप्रीत
भुवनेश्वर। भारत एफआईएच विश्व कप के पहले दो मैचों में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में नाकाम रहा लेकिन मिडफील्डर मनप्रीत सिंह को उम्मीद है कि उनकी टीम वेल्स के खिलाफ गुरुवार को होने वाले मैच में ऐसा करने में सफल रहेगी। भारत ने अभी तक दो मैचों में नौ पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन किसी पर भी सीधा गोल करने में वह सफल नहीं रहा।
स्पेन के खिलाफ हालांकि अमित रोहिदास ने कप्तान हरमनप्रीत सिंह के ड्रैग फ्लिक के विरोधी खिलाड़ी की स्टिक से रिबाउंड होने के बाद गोल किया था। इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने गोल रहित ड्रा खेला। इस मैच में भारत को चार पेनल्टी कॉर्नर मिले थे।
मनप्रीत ने मंगलवार को यहां टीम के अभ्यास के बाद कहा,‘‘ हम कुछ अवसरों पर चूके हैं लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ अगर आपने देखा होगा तो उन्होंने अच्छी तरह से रक्षण किया और उनके गोलकीपर ने बेहतरीन खेल दिखाया। हम यह नहीं कह सकते कि यह हमारी गलती नहीं थी लेकिन इंग्लैंड ने भी अच्छी तरह से बचाव किया।
हमने कहां गलती की हम उसका आकलन करेंगे।'' उन्होंने कहा,‘‘ इंग्लैंड और वेल्स की खेल शैली लगभग एक जैसी है और हम वेल्स के खिलाफ पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने की कोशिश करेंगे।'' मनप्रीत ने कहा कि वेल्स के खिलाफ मैच महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें जीत दर्ज करने पर भारत पूल डी में शीर्ष पर पहुंच जाएगा। तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान रहे मनप्रीत ने कहा,‘‘ हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे और अपनी रणनीति के अनुसार आगे बढ़ेंगे।''
प्रत्येक पूल से चोटी पर रहने वाली टीम सीधे क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करेगी जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को क्रॉस ओवर मैच खेलने होंगे। मनप्रीत से पूछा गया कि अब जबकि वह कप्तान नहीं है तब टीम में उनकी भूमिका क्या है, उन्होंने कहा‘‘ ईमानदारी से कहूं तो पहले भी जब मैं मैदान पर कदम रखता था तो अपना शत-प्रतिशत योगदान देता था और अब भी वैसा ही करता हूं। हॉकी टीम गेम है और इसमें सभी खिलाड़ियों का योगदान महत्व रखता है।
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