बिंद्रा ने भारतीय निशानेबाजों की संभावनाओं पर कहा, उम्मीद है कि पेरिस ओलंपिक में चलन बदलेगा
कोलकाता। भारत के पहले व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को उम्मीद है कि अगले साल पेरिस ओलंपिक में देश के निशानेबाज पदक के सूखे को खत्म कर देंगे। एथेंस, बीजिंग और लंदन ओलंपिक में सफलता का स्वाद चखने के बाद भारतीय निशानेबाज पिछले दो ओलंपिक रियो और लंदन से खाली हाथ लौटे हैं। लेकिन बिंद्रा को उम्मीद है कि पेरिस में अगले साल इस चलन में बदलाव होगा।
उन्होंने यहां शनिवार को कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत में निशानेबाजी में काफी प्रतिभा है और प्रतिभा में काफी गहराई है, लेकिन दुर्भाग्य से हम पिछले दो ओलंपिक में सफल नहीं रहे। '' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे उम्मीद है कि पेरिस में यह चलन बदलेगा क्योंकि जैसा कि मैंने कहा कि प्रतिभा में काफी गहराई है क्योंकि काफी युवा निशानेबाज विश्व स्तर और उच्च स्तर पर आना जारी रखेंगे। '' उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये मुझे बहुत उम्मीद है कि यह चलन बदलेगा और हम कुछ पदकों के साथ लौटेंगे। ''
बिंद्रा ने दुनिया भर के महासंघों से आग्रह किया कि वे अपने संबंधित खेलों को युवाओं के लिए अधिक आकर्षक बनाने और उनकी प्रासंगिकता बनाए रखने के तरीकों का पता लगाएं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आम तौर पर प्रत्येक खेल दर्शकों को आकर्षित करने के लिये काफी प्रयास कर रहा है।
खेल को युवा लोगों के लिये प्रासंगिक बनाये रखना जारी रखने के लिये मुझे लगता है कि यह सभी विभिन्न अंतरराष्ट्रीय खेल महासंघों की जिम्मेदारी है कि वे अपने खेल और प्रारूप में बदलाव जारी रखें ताकि यह लोगों के लिये आकर्षक बन जाये। '' बिंद्रा ने यहां एक दिवसीय ‘मूव बियोंड गोल्फ टूर्नामेंट' में हिट करने के बाद कहा, ‘‘दर्शकों की दिलचस्पी के बिना कोई भी खेल आगे नहीं बढ़ सकता और साथ ही इसे युवाओं के लिये भी प्रासंगिक बने रहना चाहिए।
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