भारत सुपर चार मुकाबले में कोरिया के खिलाफ जीत की लय को बरकरार रखना चाहेगा
हांगझोउ (चीन) । पूल चरण में शानदार प्रदर्शन कर अविजित रही भारतीय महिला हॉकी टीम एशिया कप के सुपर चार चरण के अपने पहले मैच में बुधवार को दक्षिण कोरिया के खिलाफ अपनी प्रभावशाली लय को जारी रखने की कोशिश करेगी। भारत ने इस टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत धमाकेदार तरीके से करते हुए थाईलैंड को 11-0 से रौंदा , इसके बाद जापान के खिलाफ 2-2 ड्रॉ खेला। भारत ने अपने अंतिम मैच में सिंगापुर को 12-0 से हराकर पूल बी में गोल अंतर के आधार पर जापान से आगे रहते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। भारत इस लय को बनाए रखते हुए खिताब जीतने और अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश करेगा। विश्व रैंकिंग में 10 वें नंबर पर काबिज भारत सुपर चार चरण में विश्व रैंकिंग में 16 वें स्थान की टीम कोरिया के खिलाफ जीत के दावेदार के तौर पर मैदान में उतरेगा। कोरिया के बाद भारत बृहस्पतिवार को खिताब के दावेदार चीन के खिलाफ खेलेगा , उसके बाद शनिवार को जापान से भिड़ेगा। अग्रिम पंक्ति में नवनीत कौर और मुमताज खान पूल स्टेज में पांच - पांच गोल कर शानदार लय में हैं। उनसे उम्मीद होगी कि वे अपनी लय बरकरार रखते हुए टीम को फाइनल में पहुंचाने में अपना योगदान दे। नवनीत , मुमताज और ललरेमसियामी को सिंगापुर के खिलाफ कोई चुनौती नहीं मिली और उन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाया। नवनीत और मुमताज ने सिंगापुर के खिलाफ 12-0 की जीत में हैट्रिक जमाई। मिडफील्ड में नेहा , उदिति , शर्मिला और रुतुजा पिसाल ने भी टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
सुपर चार चरण में भारत , चीन , जापान और दक्षिण कोरिया एक - दूसरे के खिलाफ एक - एक मैच खेलेंगे। तालिका में शीर्ष दो स्थान पर रहने वाली टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी , जबकि बाकी दो टीमें तीसरे और चौथे स्थान के लिए भिड़ेंगी। भारत ने पूल चरण में शानदार प्रदर्शन कर सुपर चार में जगह बनाई है जबकि कोरिया ने पूल ए में दो जीत और एक हार के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए सुपर चार के लिए क्वालीफाई किया। दोनों टीमों के बीच पिछले पांच मुकाबलों में भारत ने तीन बार जीत हासिल की है , जबकि कोरिया ने एक बार विजयी रहा है। एक मैच ड्रॉ रहा। भारत के पास ऐसे में मनोवैज्ञानिक बढ़त होगी। भारत के कोच हरेंद्र सिंह पूल स्टेज में अपनी टीम के प्रदर्शन से खुश हैं।
उन्होंने कहा , ‘‘ हम टूर्नामेंट में टीम की शुरुआत से संतुष्ट है। खिलाड़ियों ने कमाल का जज्बा दिखाया है और अनुशासन बनाए रखा है। हमारी टीम आक्रमण कर मौके का पूरा फायदा उठाने में सफल रही है। '' उन्होंने कहा , ‘‘ पूल चरण हमें अपनी गति बनाये रखने के साथ विभिन्न खेल शैलियों के खिलाफ खुद को परखने का अच्छा मौका मिला। सुपर चार चरण में हालांकि एक अलग चुनौती होगी क्योंकि हमें कोरिया , चीन और जापान जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीमों का सामना करना है। '' भारतीय कोच ने कहा , ‘‘ हमें पता है कि इस चरण में गलती की कोई गुंजाइश नहीं है , इसलिए निरंतरता और संयम महत्वपूर्ण होंगे। हम अपनी क्षमता के अनुसार खेलेंगे तो मुझे यकीन है कि हम अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। '' सुपर चार चरण में भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज चीन है। टीम अगर फाइनल में पहुंचने में सफल रही तो वही भी उसके सामने चीन की चुनौती होने की अधिक संभावना होगी। हरेंद्र के सामने ऐसे में कोरिया के खिलाफ मैच के बाद चीन को मात देने के लिए कारगर रणनीति तैयार करने की चुनौती होगी।
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