- Home
- छत्तीसगढ़
- -मुख्यमंत्री ने बालोद, नारायणपुर एवं कांकेर जिले के अधिकारियों की बैठक लीरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज सुशासन तिहार के अंतर्गत संयुक्त जिला कार्यालय, बालोद के सभाकक्ष में बालोद, नारायणपुर एवं कांकेर जिले के अधिकारियों की बैठक लेकर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन स्थिति की गहन समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे समर्पण एवं जिम्मेदारी के साथ कार्य करते हुए विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में सक्रिय भागीदारी निभाएं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों का सतत निरीक्षण एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की वास्तविक प्रगति का मूल्यांकन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आम जनता से प्राप्त सकारात्मक फीडबैक इस बात का प्रमाण है कि बीते डेढ़ वर्षों में राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा है।मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वच्छता को जनभागीदारी से जोड़ते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्वच्छता के प्रति विशेष रूचि लेकर कार्य करें एवं सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त स्वच्छता संबंधी आवेदनों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए स्वच्छ भारत मिशन का सकारात्मक प्रभाव प्रदेशभर में परिलक्षित हो रहा है।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से दौरा कर निर्माण एवं विकास कार्यो का मौका मुआयना करने के साथ ही जनसमस्याओं का त्वरित निदान का काम करें। मुख्यमंत्री ने फसल चक्र को अपनाने हेतु किसानों को प्रेरित करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने बालोद जिले में गन्ना तथा कांकेर एवं नारायणपुर जिलों में दलहन-तिलहन फसलों को प्रोत्साहित करने हेतु आवश्यक रणनीति बनाने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने राजस्व मामलों के निराकरण पर जोर देते हुए कहा कि अनावश्यक विलंब से जनता में असंतोष उत्पन्न होता है। उन्होंने जिला एवं तहसील स्तर पर नियमित रूप से राजस्व न्यायालय की तिथि सुनिश्चित करने तथा सभी लंबित मामलों के समयबद्ध निराकरण के निर्देश दिए। राजस्व अधिकारियों को बरसात से पहले सीमांकन कार्य पूर्ण करने के भी निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ावा देने, ड्रोन दीदी कार्यक्रम पर विशेष ध्यान केंद्रित करने एवं अधोसंरचना विकास कार्यों को गुणवत्ता एवं समयसीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्रों के संबंध में प्राप्त आवेदनों का त्वरित निदान करने तथा विशेषकर विद्यार्थियों को आवश्यक प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री श्री साय ने बालोद जिले के परीक्षा परिणामों पर असंतोष व्यक्त किया तथा सुधारात्मक उपाय तत्काल अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत, हर घर जल, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा प्रधानमंत्री जनमन योजना के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बालोद जिले के देवरी एवं डौंडीलोहारा में 500 करोड़ रूपए की लागत से 400/220/132 केवी उच्चदाब उपकेन्द्र तथा 11.47 करोड़ रूपए की लागत से जुनवानी से चिखली सड़क मार्ग निर्माण की जानकारी भी साझा की।बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजु एस., दुर्ग संभाग के आयुक्त श्री सत्य नारायण राठौर, बस्तर संभाग के आयुक्त श्री डोमन सिंह, बालोद कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, कांकेर कलेक्टर श्री नीलेश क्षीरसागर, नारायणपुर कलेक्टर श्रीमती प्रतिष्ठा ममगई, संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
- -आम की 200 से अधिक किस्मों एवं 56 व्यंजनों का प्रदर्शन किया जाएगा-इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, छत्तीसगढ़ शासन तथा प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में ओयोजित होगा राष्ट्रीय आम महोत्सवरायपुर । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, छत्तीसगढ़ शासन तथा प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 6, 7 एवं 8 जून को कृषि महाविद्यालय परिसर रायपुर में ‘‘फलों के राजा’’ आम के राष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय आम महोत्सव में आम की 200 से अधिक किस्मों एवं आम से बने 56 व्यंजनों का प्रदर्शन किया जायेगा। इस कार्यक्रम में आम की विभिन्न किस्मों की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है जिसमें छत्तीसगढ़ एवं देश के विभिन्न राज्यों के आम उत्पादक शामिल होंगे। अवसर पर आम से बने विभिन्न व्यंजनों की प्रतियोगिता भी आयोजित है। आम की सजावट प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है जिसमें विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थी, महिलाएं तथा अन्य सामान्यजन भी पंजीयन कर भागीदारी कर सकते है। इस महोत्सव में पंजीयन एवं प्रवेश पूर्णतया निःशुल्क है। राष्ट्रीय आम महोत्सव में संस्थागत एवं व्यक्तिगत प्रतियोगी भी सहभागी हो सकते हैं।आयोजन के प्रथम दिवस 6 जून को प्रातः 9 बजे से 12 बजे तक प्रविष्टियों का पंजीयन किया जाएगा। इसके पश्चात सामान्यजनों के लिए प्रदर्शनी अवलोकनार्थ तीनों दिन सायः 9 बजे तक खुली रहेगी। प्रदर्शनी में आम की विभिन्न किस्मों के फल, आम के विभिन्न उत्पाद एवं आम के पौधे भी विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगे। द्वितीय दिवस 7 जून को आम उगाने वाले कृषकों एवं जिज्ञासुओं के लिए 12 बजे से 4 बजे तक तकनीकी मार्गदर्शन एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ में उच्च गुणवत्ता के आम की विभिन्न किस्मों का उत्पादन, आम के विभिन्न उत्पाद एवं उनके विपणन के साथ ही आम उत्पादन हेतु छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं की भी जानकारी प्रदान की जायेगी, जिससे नयी पीढ़ी के लोग आम उत्पादन की ओर आकृष्ट हो सकें। आम उत्पादन को पर्यावरण के संरक्षण के साथ एक स्वास्थ्यवर्धक व्यवसाय के रूप में अपनाने की जानकारी आम लोगों को प्रदान की जा जाएगी। तृतीय दिवस 8 जून को आम उत्पादक कृषकों एवं उद्यामियों की सफलता की कहानी उन्हीं की जुबानी 12 से 4 बजे तक आयोजित होगा।राष्ट्रीय आम महोत्सव के अंतिम दिन प्रदर्शनी के अवलोकन के साथ ही प्रतिभागियों के लिए पुरस्कार वितरण एवं सम्मान समारोह का आयोजन भी किया जायेगा। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय फल ‘‘आम’’ जो कि आम जनता का प्रिय फल है उसकी समस्त सामान्य एवं खास किस्मों, विशिष्ट उत्पादों एवं भविष्य में अधिक उत्पादन के लिए रोजगार के साधनों की जानकारी नागरिकों, महिलाआें, विद्यार्थियों, नव उद्यमियों एवं कृषकों को प्रदान करना है। राष्ट्रीय आम महोत्सव के अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभागी न्यूनतम 5 से 10 आम प्रति किस्म के साथ भाग ले सकते हैं। आम से बने विभिन्न व्यंजनों की प्रतियोगिता में न्यूनतम 250 ग्राम आम के उत्पाद के साथ पंजीयन कर इस प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं। इस आयोजन में पंजीयन एवं प्रवेश निशुल्क है अतः इस अवसर का लाभ प्राप्त करने हेतु सहभागी बनें।
- -शिक्षकों की तैनाती के बावजूद छात्र नही- दूरस्थ स्कूलों में शिक्षकों की कमी से गिरा परीक्षा परिणामरायपुर। छत्तीसगढ़ के शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्तुत युक्तियुक्तकरण रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में कुल 211 शासकीय विद्यालय ऐसे हैं जहां एक भी विद्यार्थी नहीं है, जबकि इन विद्यालयों में शिक्षक तैनात हैं।शून्य छात्र संख्या, फिर भी शिक्षक पदस्थजिलेवार आंकड़ों पर नजर डालें तो सरगुजा जिले के बतौली विकासखंड की शासकीय प्राथमिक शाला साजाभवना और हर्राटिकरा इसका उदाहरण हैं। साजाभवना स्कूल में एक भी छात्र नहीं है, फिर भी एक सहायक शिक्षक यहां कार्यरत हैं। वहीं हर्राटिकरा स्कूल में शून्य दर्ज संख्या के बावजूद एक प्रधान पाठक एवं दो सहायक शिक्षक कार्यरत हैं। शिक्षा विभाग का कहना है कि ऐसे विद्यालयों की प्रासंगिकता समाप्त हो चुकी है और यहां पदस्थ शिक्षकों को आवश्यकता वाले विद्यालयों में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षकों की भारी कमीवहीं दूसरी ओर राज्य के दूरस्थ और दुर्गम अंचलों में शिक्षकों की भारी कमी देखने को मिल रही है, जिसका सीधा असर विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रदर्शन पर पड़ रहा है। जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के अंतर्गत आने वाले शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुंवारपुर में विषयवार शिक्षक नहीं होने से वर्ष 2024-25 में हायर सेकंडरी परीक्षा का परिणाम महज 40.68 प्रतिशत रहा। यह आंकड़ा राज्य के औसत परीक्षा परिणाम से काफी कम है।मुख्यमंत्री के प्रवास के दौरान ग्रामीणों ने उठाई आवाजकुंवारपुर प्रवास के दौरान स्वयं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष ग्रामीणों ने शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से विज्ञान, गणित एवं अंग्रेज़ी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के लिए शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं, जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा नहीं मिल पा रही।शिक्षा विभाग ने शुरू की पुनर्संरचना प्रक्रियाइन हालातों को देखते हुए शिक्षा विभाग अब युक्तियुक्तकरण के तहत ऐसे विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की पुनः पदस्थापन कर रहा है, जहां उनकी वास्तव में आवश्यकता है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, जल्द ही शिक्षक युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी, जिससे शिक्षा व्यवस्था को बेहतर किया जा सके।विशेषज्ञों की रायशिक्षा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम लंबे समय से आवश्यक था। जहां एक ओर शिक्षकविहीन विद्यालय जूझ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बिना छात्रों वाले स्कूलों में शिक्षकों का उपयोग नही हो पा रहा था। यदि युक्तियुक्तकरण पारदर्शी तरीके से किया जाए, तो इससे शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिल सकती है।
- -स्वास्थ्य केंद्र भवन,पंचायत भवन सहित अनेक विकास कार्यो की मिली सौगात-मोर गांव, मोर पानी डाक्यूमेंट्री फ़िल्म का किया विमोचन-विभिन्न योजनाओं के तहत 183 हितग्राही हुए लाभान्वितबलौदाबाजार, / जिले के प्रभारी एवं स्वस्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल बुधवार क़ो सुशासन तिहार अंतर्गत विकासखंड भाटापारा के ग्राम पंचायत खोखली में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए।अतिथियों के द्वारा भारत माता एवं छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र में पुष्प अर्पित शिविर का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर प्रभारी मंत्री श्री जायसवाल ने अनेक विकास कार्यों की सौगात दी जिसमें ग्राम पंचायत खोखली में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र भवन, पंचायत भवन, तालाब सौन्दर्यीकरण मनरेगा अभिसरण से, ग्राम पंचायत बोडतरा में गौरव पथ निर्माण, गाड़ाडीह में पंचायत भवन, सेमरिया के प्राथमिक शाला में आहाता निर्माण, मझगांव में प्राथमिक शाला भवन शामिल हैं। शिविर में विभिन्न योजनाओं के तहत 183 हितग्राहियों क़ो लाभान्वित किया गया।शिविर क़ो सम्बोधित करते हुए जिले के प्रभारी मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृव में हमारी सरकार डेढ़ साल में पिछले सरकार के पांच साल के कार्यकाल बराबर काम किया है। सुशासन तिहार अंतर्गत आयोजित होने वाले शिविर में लोगों की समस्या का त्वरित निराकरण एवं योजनाओं का लाभ मिलने से सरकार के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। उन्होंने पारदर्शी शासन व्यवस्था क़ो रेखांकित करते हुए सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगों के जीवन स्तर में आये सकारात्मक बदलाव क़ो महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना में पुनः पंजीयन हेतु जल्द पोर्टल शुरू होगा। उन्होंने इस दौरान कृषक उन्नति योजना के तहत धान बिक्री करने वाले किसान केजऊ राम पाल, परस राम वर्मा एवं वेदप्रकाश आडिल से राशि का उपयोग की जानकारी ली। किसानों ने बताया कि धान की राशि का मकान बनाने, दुकान का विस्तार एवं अन्य घरेलु कार्यों में उपयोग किया है।कार्यक्रम क़ो पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष आकांक्षा जायसवाल,जिला अध्यक्ष आनंद यादव ने भी सम्बोधित किया।कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि खोखली क्लस्टऱ में 10 ग्राम पंचायत के लोग शामिल हुए। शिविर में कुल 4495 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 4466 मांग एवं 39 शिकायत से सबंधित हैं।इस दौरान प्रभारी मंत्री श्री जायसवाल ने जिला प्रशासन द्वारा मोर गांव, मोर पानी पर निर्मित वृत्त चित्र का विमोचन किया। इस वृत्त चित्र में जिले में मोर गांव मोर पानी अभियान के तहत सोखता गड्ढा निर्माण, तालाबों की सफाई सहित पानी बचाने के प्रयास क़ो दिखाया गया है।इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष अश्वनी शर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष पवन कुमार साहु, जिला पंचायत सदस्य ईशान वैष्णव, अमर मण्डावी, पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत सुश्री दिव्या अग्रवाल,सरपंच आशीष चतुर्वेदीसहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
- -अर्जुनी शिविर में विभिन्न योजनाओं के तहत 305 हितग्राही हुए लाभान्वितबलौदाबाजार, / राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा बुधवार क़ो सुशासन तिहार अंतर्गत विकासखंड बलौदाबाजार के ग्राम पंचायत अर्जुनी में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने विभागीय स्टॉल का अवलोकन कर योजनाओं की जानकारी ली और विभिन्न योजनाओं के तहत लगभग हितग्राहियो क़ो सामग्री एवं प्रमाण पत्र वितरित किया। अर्जुनी क्लस्टर में 10 ग्राम पंचायत के लोग शामिल हुए। क्लस्टर अंतर्गत कुल 6492आवेदन प्राप्त हुए जिनमे6411 मांग एवं 81 शिकायत से सम्बधित थे।शिविर क़ो सम्बोधित करते हुए मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की विशेष पहल से सुशासन तिहार अंतर्गत समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में लोगों के आवेदनों का त्वरित निराकरण होने से समस्याओं से निजात मिल रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मोदी की गारंटी के सौ फीसदी वायदे क़ो 100 दिन में पूरा किया है। यह सरकाऱ काम करके दिखाने वाली सरकार है। योजना लागू होने से लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है जिससे आर्थिक समृद्धि व खुशहाली आई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आप लोगों के विश्वास क़ो टूटने नहीं देगी। सभी काम पारदर्शिता के साथ पूरा हो रहा है। गांव से लेकर शहर तक विकास दिख रहा है।शिविर क़ो जिला पंचायत अध्यक्ष आकांक्षा जायसवाल,नगरपालिका अध्यक्ष अशोक जैन,जिला पंचायत सदस्य ईशान वैष्णव ने भी सम्बोधित किया।इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष सुलोचना यादव, जिला पंचायत सदस्य गीता डोमन वर्मा, अमर मण्डावी, सीईओ जिला पंचायत सुश्री दिव्या अग्रवाल, सरपंच कविता ध्रुव सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी -कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
- बलौदाबाजार,/ कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत प्राकृतिक आपदा पीड़ित परिवार के लिए 4 लाख रुपये आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत किया है। उन्होंने मृतक के वैध वारिसान के बैंक खाते में उक्त राशि जमा कराने के निर्देश सम्बंधित आहरण एवं संवितरण अधिकारी को दिए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बलौदाबाजार तहसील अंतर्गत ग्राम अर्जुनी निवासी राज कोरी पिता राजेन्द्र कोरी की गढ्ढा के पानी में डूबने से मृत्यु हो गई थी। राजस्व पुस्तक परिपत्र खंड 6-4 के प्रावधान के अनुसार मृतक के निकटतम वैध वारिसान पिता राजेन्द्र कोरी पिता ढंनगू राम को 4 लाख रुपये आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत किया गया है।
- बलौदाबाजार /जिले के समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में माहवारी स्वच्छता दिवस का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा मितानिनों द्वारा जन समुदाय में जागरूकता के प्रचार-प्रसार हेतु रंगोली, चित्रकला ,परिचर्चा जैसे कार्यक्रम संपन्न हुई। कार्यक्रम में किशोरियों एवं महिलाओं के साथ बैठक कर मासिक धर्म के संबंध में चर्चा की गई जिसमें उचित माहवारी प्रबंधन, खान-पान, माहवारी के दौरान स्वच्छता, गलत धारणाओं आदि के संबंध में जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान निःशुल्क सैनिटरी नैपकिन भी वितरण किया गया।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि माहवारी एक प्राकृतिक क्रिया है जिसके माध्यम से महिलाओं में प्रजनन क्षमता विकसित होती है। लड़कियों के शरीर में माहवारी एक साधारण प्रक्रिया है इससे यह भी पता चलता है कि शरीर का सही विकास हो रहा है इसमें घबराने, चिंतित होने, डरने या शर्माने की कोई बात नहीं है। माहवारी के दौरान स्वस्थ रहने के लिए खुद को साफ-सुथरा रखना जरूरी है। सेनेटरी नैपकिन बदलने एवं पेशाब व शौच जाने के बाद अपने शरीर को अच्छे से धोएं, हमेशा साफ और सूखा सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल करें इससे संक्रमण का खतरा नहीं होता। जीवाणु गीले और गर्म नैपकिन में आसानी से बढ़ते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हर दिन नहाना और साफ कपड़े पहनना चाहिए विशेष कर माहवारी के दौरान तो यह और भी जरूरी है।यदि किसी कारण से नैपकिन उपलब्ध न हो तो साफ, नरम, हल्के रंग के सूती कपड़े का उपयोग कर सकते हैं। इस्तेमाल के बाद इसे सही तरीके से नष्ट करना जरूरी है। सेनेटरी नैपकिन को पानी के स्रोत से दूर गहरे गड्ढे में या इंसीनरेटर में ठीक से जलाकर नष्ट किया जाना उचित होता है। माहवारी के दौरान अच्छे से खाना-पीना, योग, व्यायाम करना सही है इसमें खेल-कूद, दौड़ना रस्सी कूदना आदि में किसी प्रकार की रोक-टोक नहीं होनी चाहिए। महावारी के दौरान अधिक खून बहने से खून की कमी हो सकती है। इसके लिए किशोरियों को साप्ताहिक आई.एफ.ए की नीली गोली का सेवन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन भी करना चाहिए। हर 6 माह में एल्बेंडाजोल की गोली का भी सेवन करना चाहिए और अधिक जानकारी के लिए नजदीक के स्वास्थ्य कार्यकर्ता से संपर्क कर सकते है।
- रायपुर, / पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर 29 मई को मुख्यमंत्री निवास, रायपुर में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 11.00 बजे से प्रारंभ होगा, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के बुद्धिजीवी, डॉक्टर, इंजीनियर, आर्किटेक्ट, वकील, साहित्यकार एवं अन्य प्रमुखजन शामिल होंगे। इस संगोष्ठी की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय करेंगे, वहीं कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता के रूप में मध्य प्रदेश सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। संगोष्ठी को भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष श्री किरण देव एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल भी संबोधित करेंगे।कार्यक्रम का उद्देश्य पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर के जीवन दर्शन, उनके सामाजिक, सांस्कृतिक एवं प्रशासनिक योगदान को वर्तमान पीढ़ी तक पहुंचाना है। अहिल्याबाई होलकर ने अपने सुशासन, न्यायप्रियता एवं लोककल्याणकारी कार्यों के माध्यम से भारतीय इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ी है। संगोष्ठी के माध्यम से उनके विचारों को स्मरण करते हुए सामाजिक समरसता एवं जनसेवा के मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी जाएगी। यह आयोजन न केवल एक श्रद्धांजलि है, बल्कि एक प्रेरणास्रोत भी है, जो आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने हेतु प्रोत्साहित करेगा।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ में आगामी 01 से 07 जून 2025 तक ‘चावल उत्सव’ आयोजित किया जाएगा। इस उत्सव के दौरान प्रदेश के 81 लाख से अधिक राशनकार्डधारी परिवारों को जून, जुलाई एवं अगस्त—तीनों माह का चावल एकमुश्त वितरित किया जाएगा।राज्य शासन ने इस उद्देश्य से प्रदेश की 13,928 उचित मूल्य दुकानों को चावल का आबंटन जारी कर दिया है। सभी दुकानों में चावल का भण्डारण कार्य तेजी से जारी है ताकि वितरण में किसी प्रकार की बाधा न आए। इस पहल से दूरस्थ और ग्रामीण अंचलों तक समय पर खाद्य उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।राज्य खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, 1 जून से 7 जून तक चावल उत्सव के दौरान सभी उचित मूल्य दुकानों से चावल का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा। इस अवसर पर दुकानों में वितरण संबंधित जानकारी का प्रदर्शन अनिवार्य किया गया है।सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि चावल वितरण की सूचना स्थानीय स्तर पर विभिन्न प्रचार माध्यमों से व्यापक रूप से प्रसारित की जाए, जिससे प्रत्येक लाभार्थी तक यह जानकारी सुगमता से पहुंचे और वितरण पारदर्शी रहे।खाद्य विभाग की सचिव श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने आज 28 मई को 'चावल उत्सव' की तैयारी के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जिला कलेक्टरों, खाद्य अधिकारियों एवं नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि प्रत्येक उचित मूल्य दुकान में समय से पूर्व चावल का समुचित भण्डारण सुनिश्चित किया जाए। चावल का वितरण दुकान स्तर की निगरानी समिति की उपस्थिति में हो, और प्रत्येक लाभार्थी को ई-पॉस मशीन द्वारा बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण के पश्चात ही चावल प्राप्त हो। साथ ही लाभार्थियों को वितरित चावल की पावती रसीद अनिवार्य रूप से दी जाए।खाद्य सचिव श्रीमती कंगाले ने कहा कि इस समग्र प्रक्रिया का उद्देश्य पारदर्शिता, जवाबदेही और लाभार्थी की सुविधा को सुनिश्चित करना है। विभाग द्वारा तकनीक का प्रभावी उपयोग भी सुनिश्चित किया जा रहा है।मानसून के दौरान प्रदेश की 249 ऐसे उचित मूल्य दुकानें, जो वर्षा ऋतु में पहुंचविहीन हो जाती हैं, उनके लिए भी विशेष तैयारी की गई है। जून माह में ही इन दुकानों में अग्रिम चावल भण्डारण की कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि वर्षाकाल में भी राशन वितरण अविरत जारी रह सके।बैठक में नागरिक आपूर्ति निगम की प्रबंध संचालक श्रीमती किरण कौशल और खाद्य विभाग के संचालक श्री रमेश शर्मा उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त सभी जिलों के कलेक्टर, खाद्य नियंत्रक, जिला खाद्य अधिकारी तथा जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए।
- महासमुंद / छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक 05 जून को महासमुंद प्रवास पर रहेंगे। प्रोटोकॉल से मिली जानकारी अनुसार डॉ. किरणमयी नायक प्रातः 09 बजे रायपुर से प्रस्थान कर प्रातः 10ः00 बजे महासमुंद विश्राम गृह पहुंचेंगे। तत्पश्चात दोपहर 12ः00 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष में महासमुंद जिला से प्राप्त प्रकरणों की सुनवाई करेंगे। सुनवाई पश्चात वे शाम 06ः00 बजे रायपुर मुख्यालय के लिए प्रस्थान करेंगे।
-
महासमुन्द / केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम 1988 एवं केन्द्रीय मोटरयान नियम 1989, साथ ही सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 06 दिसम्बर 2018 को जारी अधिसूचना तथा माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में छत्तीसगढ़ राज्य में 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत प्रत्येक मोटर वाहन पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में यह कार्य परिवहन विभाग द्वारा अधिकृत एजेंसी M/s Real Mazon India Ltd & Rosmerta Safety Systems Ltd के माध्यम से किया जा रहा है, जो राज्य के सभी परिवहन कार्यालयों में एचएसआरपी प्लेट लगाने का कार्य कर रही है।
इसी क्रम में, कलेक्टर महासमुन्द के निर्देश पर जिले में आमजन को जागरूक करने एवं सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से जिला परिवहन अधिकारी महासमुन्द द्वारा 29 एवं 30 मई 2025 को प्रातः 10ः00 बजे से सायं 5ः00 बजे तक जनपद कार्यालय पिथौरा में दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इच्छुक वाहन स्वामी इस शिविर में उपस्थित होकर ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। जिला परिवहन अधिकारी ने सभी वाहन मालिकों से आग्रह किया है कि वे समय पर अपने वाहन पर एचएसआरपी प्लेट लगवाकर नियमों का पालन करें एवं कानूनी कार्रवाई से बचें। - दुर्ग, / सेना भर्ती कार्यालय रायपुर द्वारा भारतीय थल सेना में अग्निवीर भर्ती हेतु 12 मार्च से 25 अप्रैल 2025 तक वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किया गया था। सेना भर्ती कार्यालय रायपुर द्वारा माह जून में उक्त अभ्यर्थियों के लिए ऑनलाइन परीक्षा (सीईई) लिया जाना संभावित है। उक्त वेबसाइट पर आवेदन करने वाले दुर्ग जिले के अभ्यर्थियों को जिला प्रशासन / जिला रोजगार कार्यालय दुर्ग द्वारा निःशुल्क कोचिंग प्रदान किया जायेगा। जो आवेदक निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग प्राप्त करना चाहते है वे 03 जून 2025 तक गुगल लिंक https://forms.gle/unLYSxK7VdKWTp4N9 के माध्यम से अथवा निम्न क्यूआर कोड स्केन कर आवेदन कर सकते है। आवेदक को सेना भर्ती कार्यालय द्वारा जारी पंजीयन क्रमांक उल्लेखित करना अनिवार्य होगा।
- -सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता पर आयोजित कार्यशाला में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री-विशेषज्ञों ने नगरीय निकायों के मास्टर ट्रेनर स्वच्छता दीदियों को सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता की दी जानकारीबिलासपुर. । उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव आज "शक्ति संवाद - स्वच्छता से सशक्तीकरण की ओर" विषय पर आयोजित कार्यशाला में शामिल हुए। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर रायपुर के नवीन विश्राम भवन में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में विशेषज्ञों ने नगरीय निकायों के मास्टर ट्रेनर स्वच्छता दीदियों को सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एमिटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर श्री पीयूष कांत भी कार्यशाला में शामिल हुए।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर स्वच्छता दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को मास्टर ट्रेनर के रूप में यहां मिली जानकारी को राज्य के 10 हजार स्वच्छता दीदियों के साथ ही लाखों बहन-बेटियों तक पहुँचाना है, ताकि मासिक धर्म स्वच्छता विषय पर जो झिझक बहनों में है, उसे दूर किया जा सके। उन्होंने सेनेटरी नेपकिन के उपयोग के बाद उसके सही निपटान की प्रक्रिया को भी ध्यान में रखने को कहा। श्री साव ने कहा कि 28 मई को पूरी दुनिया में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह न केवल महिलाओं के माहवारी स्वच्छता के अधिकार को उजागर करता है, बल्कि इस विषय से जुड़ी भ्रांतियों, चुप्पियों और पर्यावरणीय चुनौतियों पर विचार करने का अवसर भी प्रदान करता है।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का उद्देश्य मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा महिलाओं एवं लड़कियों को स्वच्छ व सुरक्षित माहौल प्रदान कर उनके अधिकारों की रक्षा करना है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्मित शौचालयों में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि ने महिलाओं और बालिकाओं के बेहतर मासिक धर्म स्वच्छता प्रथाओं में योगदान दिया है। इस अभियान ने मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ श्री शशांक पाण्डेय ने कार्यशाला में कहा कि आज हम यहाँ एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर बात कर रहे हैं। आज का दिन न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ा है, बल्कि समाज की सोच, जागरूकता और संवेदनशीलता से भी जुड़ा हुआ है। हर साल 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है, ताकि इस विषय पर खुलकर चर्चा हो और जागरूकता बढ़ाकर इससे जुड़ी भ्रांतियों, असहजता और चुप्पी को समाप्त किया जा सके। हमारे समाज में आज भी इस पर खुलकर बात नहीं की जाती।श्री पाण्डेय ने बताया कि आज सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता पर विभाग द्वारा प्रथम कार्यशाला आयोजित की गई है। आगे सभी नगरीय निकायों में भी ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता दीदियों को उनके स्वास्थ्य के विषय में जागरूक किया जाएगा, ताकि वे सुरक्षित वातावरण में कार्य करते हुए प्रदेश की 10 हजार स्वच्छता दीदियों को मार्गदर्शन प्रदान कर उन्हें प्रशिक्षित कर सके।एम्स (AIIMS) के पूर्व निर्देशक पद्मश्री से सम्मानित डॉ. रणदीप गुलेरिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यशाला में मौजूद स्वच्छता दीदियों को माहवारी स्वच्छता के बारे में जानकारी दी। एमिटी यूनिवर्सिटी की डॉ. आकांक्षा सिंह ने मासिक धर्म स्वच्छता विषय पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से स्वच्छता दीदियों को सेनेटरी पैड के निपटान और मासिक धर्म के दौरान जरूरी सावधानियों से अवगत कराया। यूनिसेफ के वॉश (Wash) विशेषज्ञ श्री आशीष कुमार ने निजी स्वच्छता पर प्रस्तुतिकरण दिया।कार्यशाला में राज्य के एसएलआरएम सेंटर में कार्यरत स्वच्छता दीदियों को घरेलू हानिकारक अपशिष्टों के व्यवस्थित निपटान एवं एसएलआरएम सेंटर के जोखिम रहित संचालन के लिए प्रस्तुतिकरण दिया गया। डॉ. सबापथी एस. ने मासिक धर्म स्वच्छता संबंधित स्टार्ट-अप, 'समर्थन' संस्था की श्रीमती ऋतु वर्मा और श्री देवीदास ने मासिक धर्म स्वच्छता एवं निजी स्वच्छता पर प्रस्तुतीकरण दिया। सूडा के अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी श्री दुष्यंत कुमार रायस्त सहित नगरीय प्रशासन विभाग एवं सूडा के अधिकारी भी कार्यशाला में मौजूद थे।
- -स्कूल एवं आंगनबाड़ी के सभी बच्चों का हो स्वास्थ्य परीक्षण-कॉल आते ही तुरंत पहुंचने चाहिए संजीवनी वाहन-मौसमी बीमारियों से निपटने कलेक्टर ने किया अलर्टबिलासपुर, /कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आंगनबाड़ी एवं स्कूल के सभी बच्चों का चिरायु योजना के तहत स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक भी बच्चा इस योजना के तहत मेडिकल चेक-अप से छूटने नहीं चाहिए। पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 20 प्रतिशत बच्चे स्वास्थ्य परीक्षण से बच गये थे। कलेक्टर श्री अग्रवाल आज मंथन सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग के काम-काज की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिरायु योजना के तहत रिफर किये गये बच्चों को राज्य सरकार द्वारा मुफ्त में आगे का इलाज किया जाता है। गत वर्ष लगभग साढ़े 3 हजार बच्चों की गंभीर बीमारी का इलाज किया गया है। बैठक में सीएमएचओ डॉ0 प्रमोद तिवारी, सिविल सर्जन डॉ0 अनिल गुप्ता, डीईओ डॉ0 अनिल तिवारी, डीपीओ सुरेश सिंह सहित सभी बीएमओ, डीपीएम एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी इस अवसर उपस्थित थे।कलेक्टर ने लगभग 4 घण्टे तक बैठक लेकर अस्पतालों के संचालन एवं विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की। उन्होंने जानना चाहा कि कॉल आने के कितने समय बाद संजीवनी एवं महतारी एक्सप्रेस वाहने मरीजों तक पहुंचती है। उन्होंने कहा कि इसमें विलम्ब स्वीकार नहीं किया जायेगा। अभी दोनों योजना के तहत जिले में 18 वाहनें चल रहे हैं। विलम्ब अथवा कॉल अटेण्ड नहीं किये जाने पर निजी कम्पनी के लाईसेंस निरस्त कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आयोजित पालक सम्मेलन में एनीमिया जांच भी किया जाये। उन्होंने आयुष्मान कार्ड की पहुंच बढ़ाने की रणनीति पर भी विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि कॉलेज के युवाओं को कार्ड बनाने में सहभागी बनाया जाये। जिले के सभी 42 कॉलेजों में इसके लिए शिविर लगाये जाएंगे। उन्होंने कहा कि युवा टेक्नों फ्रेण्डली होते हैं। एक युवा अपना कार्ड बनाने के साथ-साथ माहौल बनाने में मददगार होते हैं। प्रधानमंत्री वय वंदन योजना में 70 वर्ष से ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्गो के कार्ड निर्माण की प्रगति पर भी असंतोष जाहिर किया।कलेक्टर ने कहा कि आयुष्मान कार्ड से सरकारी अस्पताल में इलाज किये जाने से अस्पताल सहित डॉक्टरों और स्टाफ को भी फायदा है। इसलिए विनम्र व्यवहार एवं सेवाभाव से ज्यादा से ज्यादा मरीजों को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने संस्थागत प्रसव की भी समीक्षा की। कोटा, मस्तुरी एवं तखतपुर सामुदायिक अस्पताल में भी जन औषधि केन्द्र खोलने के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने नशाखोरी एवं मानसिक रोगियों के इलाज व्यवस्था की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि बरसात के साथ ही मौसमी बीमारियों के प्रति अलर्ट रहें। जिला प्रशासन को इस तरह के किसी बीमारी की सूचना सरकारी तंत्र से तुरंत प्राप्त होने चाहिए। इसके लिए ग्रामीण सरपंच एवं सचिवों के साथ व्हॉट्स एप्प ग्रुप बनाकर लगातार निगरानी करते रहें। सिविल सर्जन डॉ. गुप्ता ने बताया कि जीवनधारा योजना के क्रियान्वयन में जिला अस्पताल अव्वल स्थान पर है। प्रतिदिन 13 मशीनों से लगभग 50 मरीजों का डायलिसीस किया जाता है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य डॉक्टरों और कर्मचारियों की समस्याएं भी सुनी और निराकरण का भरोसा दिलाया।
-
-कलेक्टर ने ली उद्योगपतियों, अधिकारियों और समूह की दीदियों की बैठक
-भू-जल संरक्षण, पर्यावरण सुरक्षा और जनभागीदारी पर कलेक्टर का जोरबिलासपुर /जिले में गिरते भू-जल स्तर और बढ़ते तापमान जैसी पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने जिले वृक्षारोपण अभियान शुरू करने की घोषणा की है। एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जिले में हरियाली के लिए सघन पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में औद्योगिक संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के प्रमुख उद्योगपतियों ने भाग लिया। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, एडीएम श्री शिव कुमार बनर्जी, लघु उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री हरीश केड़िया, प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री इरशाद अली सहित उद्योगपति, एनटीपीसी के अधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा, “उद्योगों का विकास जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है पर्यावरण की सुरक्षा और सरंक्षण। हमें विकास और प्रकृति के बीच संतुलन बनाना होगा।” उन्होंने उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएं। कलेक्टर ने सभी औद्योगिक इकाइयों को कम से कम 10,000 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा स्थान की सूचना दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह सिर्फ संख्या का लक्ष्य नहीं है। बल्कि पौधों की सुरक्षा और देखभाल भी जरूरी है। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सुझाव दिया कि फलदार वृक्षों को प्राथमिकता दी जाए, जिससे स्व-सहायता समूहों को देखरेख की जिम्मेदारी दी जा सके। इससे न केवल पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आजीविका का नया माध्यम भी प्राप्त होगा।कलेक्टर ने गौठानों को वृक्षारोपण और वाटर रीचार्जिंग के केंद्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन स्थलों का उपयोग जल संरक्षण, सोखता गड्ढों और वर्षा जल संचयन के लिए किया जाए, जिससे भू-जल स्तर में सुधार संभव हो सके।बैठक में सिरगिट्टी, तिफरा और सिलपहरी औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष रूप से सघन वृक्षारोपण की आवश्यकता बताई गई। उन्होंने निर्देश दिए कि इन क्षेत्रों में न केवल वृक्षारोपण हो, बल्कि पेड़ों की सुरक्षा और निरंतर देखरेख की भी समुचित व्यवस्था की जाए।कलेक्टर ने बड़े उद्योगों को नर्सरी विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि वृक्षारोपण के लिए स्थानीय स्तर पर पर्याप्त पौध सामग्री उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि यह अभियान तभी सफल होगा जब इसमें सामूहिक भागीदारी, जनचेतना और सामाजिक सरोकार जुड़े हों।बैठक में उद्योगपतियों ने अब तक वृक्षारोपण किए गए कार्यों की जानकारी दी और भविष्य की योजनाओं पर सुझाव भी प्रस्तुत किए। कलेक्टर ने सभी संगठनों से विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए और कहा कि जल संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन की दिशा में औद्योगिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है, उन्होंने पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले उद्योगों और सामाजिक संगठनों की सराहना की। - -वैज्ञानिक तौर तरीकों से किसानों को कराया जाएगा अवगत-हर दिन 2 ग्राम पंचायतों में होगा किसानों से संवादबिलासपुर । जिले में किसानों से वैज्ञानिक परिचर्चा, संवाद, सलाह और प्रचार-प्रसार के लिए 29 मई से 12 जून तक विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जाएगा। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने शासन से प्राप्त निर्देशो के अनुरूप खरीफ वर्ष 2025 में कृषि कार्य की पूर्व तैयारी के लिए यह अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। जिले के सभी ब्लॉक बिल्हा, तखतपुर, कोटा, मस्तूरी में आयोजित किए जाएंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित कार्यक्रम के लिए रूट चार्ट एवं टीम गठित किया गया है। कलेक्टर द्वारा गठित टीम के नोडल अधिकारी सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी श्रीमती स्मिता खोटे मो.नं. 9575830245, सहायक संचालक कृषि श्री अनिल कुमार शुक्ला मो.नं. 9575953704 एवं सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी श्रीमती कल्पेश्वरी मांझी मो.नं. 7140340015 हैं। गठित टीम द्वारा प्रतिदिन 2 चिन्हांकित ग्राम पंचायतों में किसानों के साथ वैज्ञानिक परिचर्चा, संवाद, सलाह, प्रचार-प्रसार के साथ ही जागरूक किया जाएगा।विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत बिल्हा विकासखंड में 29 मई को ग्राम पंचायत बिल्हा एवं दगौरी, 30 मई को भोजपुरी एवं धौराभाठाा, 31 मई को सल्खा एवं बेलतरा, 2 जून को सेलर एवं खैरा(ड), 3 जून को करमा एवं गढ़वट, 4 जून को सेमरताल एवं लखराम, 5 जून को सेंदरी एवं पौंसरा, 6 जून को नगोई एवं मटियारी, 7 जून को धूमा एवं हरदीकला, 9 जून को सरवानी एवं झाल, 10 जून को पासीद एवं बरतारी, 11 जून को मुरकटा एवं सारधा, 12 जून को बिटकुली एवं चकरभाठा के किसान शामिल होंगे। इसी प्रकार मस्तूरी विकासखंड में 29 मई को ग्राम पंचायत बकरकुदा एवं वेदपरसदा, 30 मई को चिल्हाटी एवं मानिकचौरी, 31 मई को भरारी एवं मल्हार, 2 जून को जोंधरा एवं लोहर्सी, 3 जून को किरारी एवं गतौरी, 4 जून को जयरामनगर एवं रिस्दा, 5 जून को जांजी एवं देवरी, 6 जून को धनिया एवं नरगोड़ा, 7 जून को निरतू एवं सोंठी के किसान शामिल होंगे।इसी प्रकार कोटा विकासखंड में 4 जून को ग्राम पंचायत पीपरतराई एवं पटैता, 5 जून को करगीकला एवं धूमा, 9 जून को जाली एवं भैंसाझार, 10 जून को चपोरा एवं मंझवानी, 11 जून को केंदा एवं कोनचरा, 12 जून को बेलगहना, डांड़बछाली, सल्का नवागांव एवं रानीगांव के किसान होंगे शामिल हैं। इसी प्रकार तखतपुर विकासखंड में 29 मई को ग्राम पंचायत काठाकोनी एवं गिरधौनी, 30 मई को सकर्रा एवं छतौना, 31 मई को सैदा एवं घुटकु, 2 जून को भरनी एवं गनियारी, 3 जून को नेवरा एवं भरानी, 6 जून को जूनापारा एवं सिंघनपुरी, 7 जून को निगारबंद एवं बेलपान, 9 जून को खम्हरिया एवं खपरी, 10 जून को कुंवा एवं नगोई, 11 जून को दैजा एवं बीजा में किसानों के लिए कार्यक्रम आयोजित होंगे।
- रायपुर / शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार जिले के स्कूलो का युक्तियुक्तकरण किया गया है। इसके अनुसार रायपुर जिले में कुल 389 स्कूलों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। इनमें एक ही परिसर के विद्यालय जिनमें शिक्षा विभाग के 384 आदिवासी विकास विभाग के 1 स्कूल और ग्रामीण क्षेत्र के 1 किमी के भीतर विद्यालय जिनमें एजुकेशन विभाग के 1 स्कूल और शहरी क्षेत्र में 500 मीटर के भीतर के विद्यालय में शिक्षा विभाग के 3 विद्यालय शामिल है, जिनका युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि युक्तियुक्तकरण का उदद्ेश्य मानव भौतिक संसाधन का सही उपयोग करना और संतुलन बनाए रखना है। इससे सभी स्कूलों में विद्यार्थियों और शिक्षकों का अनुपात सही होगा और गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा प्रदान करने में सहयोग मिलेगा।
- -11 जून तक किए जा सकते है आवेदनदंतेवाड़ा । एकीकृत बाल विकास परियोजना बारसूर से प्राप्त जानकारी अनुसार एकीकृत बाल विकास परियोजना बारसूर अन्तर्गत के ग्राम पंचायत कोरकोटी के आंगनबाड़ी केन्द्र कोरकोटी केशकूटपारा, तथा ग्राम पंचायत तुमरीगुण्डा के तुमरीगुण्डा दबिनगुण्डा में आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पदों हेतु संबंधित पंचायत से इच्छुक सभी आवेदनकर्ताओं से 28 मई से 11 जून 2025 तक कार्यालयीन समय 10 बजे से संध्या 5.30 बजे तक कार्यालय में सीधे अथवा डाक द्वारा आवेदन निश्चित प्रारूप में आमंत्रित किये गए है। किसी भी प्रकार की अतिरिक्त जानकारी एवं आवेदन पत्र का प्रारूप प्राप्त किये जाने हेतु सभी इच्छुक आवेदनकर्ता कार्यालयीन दिवसों में कार्यालयीन समय पर एकीकृत बाल विकास परियोजना बारसूर में सम्पर्क कर सकते है।
- दंतेवाड़ा । विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर दंतेवाड़ा जिले में जिला प्रशासन और यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से आज पूरे जिले में जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की गई। मुख्य जिला स्तरीय कार्यक्रम ग्राम फरसपाल (ब्लॉक गीदम) में संपन्न हुआ, जिसमें समुदाय की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। जागरूकता कार्यक्रमों में जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए रैलियां संवाद सत्र, वीडियो प्रदर्शन और खुली चर्चा जैसी गतिविधियां आयोजित की गईं। कार्यक्रम में जिला समन्वयक वॉश कार्यक्रम श्री सुरेश कुमार अनंत ने माहवारी से जुड़ी वैज्ञानिक जानकारी, स्वच्छता के महत्व और सामाजिक मिथकों पर चर्चा की। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) से जिला सलाहकार सुश्री ममता राणा माहवारी स्वच्छता के व्यवहारिक पहलुओं तथा समुदाय आधारित प्रबंधन के महत्व पर प्रतिभागियों को जागरूक किया। यूनिसेफ द्वारा इस पूरे आयोजन में न केवल सामग्री सहयोग प्रदान किया, बल्कि माहवारी से जुड़े प्रशिक्षण मॉड्यूल, ऑडियो-विजुअल कंटेंट, और स्वच्छता प्रबंधन की दिशा में तकनीकी मार्गदर्शन भी दिया गया। इस दौरान फरसपाल में आयोजित कार्यक्रम में ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती दीपमाला कर्मा, उपसरपंच, पंचगण, किशोरी बालिकाएं, महिला समूहों की सदस्याएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, ग्रामीण महिलाएं एवं युवोदय वॉलंटियर्स बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
- बलौदाबाजार /कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर जिले में अवैध शराब निर्माण,भंडारण एवं परिवहन पर आबकारी विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी तारतम्य में गस्त के दौरान कसडोल क्षेत्र के कोट रोड पुल से आरोपी मोहित साहू पुत्र कौशल प्रसाद साहू निवासी कसडोल वार्ड-8 के कब्जे से 7.200 बल्क लीटर अंग्रेजी शराब जम्मू सपेशल विहस्की सहित 1 वाहन होण्डा ड्रीम योगा जप्त किया गया है। आरोपीे के विरूद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(2) के तहत अपराध पंजीबध्द किया गया है। कार्रवाई के दौरान सहायक जिला आबकारी जलेश कुमार सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।
- -ग्रामीणों से आत्मीयता के साथ किया संवाद, हितग्राहियों से की चर्चा-मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 3.90 करोड़ की घोषणारायपुर / सुशासन तिहार के अंतिम चरण के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का हेलीकॉप्टर कांकेर (उत्तर बस्तर) जिले के ग्राम मांदरी में उतरा। उन्होंने पंचायत शेड के नीचे अपनी चौपाल लगाई और ग्रामीणों से संवाद कर योजनाओं पर फीडबैक लिया।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ग्रामीणों की मांग पर मांदरी में हाई स्कूल बाउंड्रीवाल निर्माण हेतु 20 लाख की स्वीकृति, मांदरी आंगनबाड़ी केंद्र भवन में बाउंड्रीवाल के लिए 5 लाख की स्वीकृति, साल्हेभांट मुख्य मार्ग से टीरउ सलाम के घर तक सीसी सड़क निर्माण 600 मीटर हेतु 15 लाख की स्वीकृति, झुरा नाला से खेतों में सिंचाई के लिए लाइन विस्तार हेतु 3.50 करोड़ की स्वीकृति की घोषणा की।मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि हमने बीते डेढ़ वर्षों में जनता के हित में कार्य किया है। सुशासन तिहार हमारा रिपोर्ट कार्ड भी है और सरकार द्वारा किए गए कार्यों का मूल्यांकन करने का अवसर भी। इसके माध्यम से हम जनकल्याणकारी योजनाओं के धरातल पर क्रियान्वयन की स्थिति जान रहे हैं। हमारे अलावा मंत्री, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सुशासन तिहार में शामिल हो रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने शपथ लेते ही प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के तहत कैबिनेट में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जरूरतमंदों को आवास मिलेगा, ‘आवास प्लस’ में जिनका नाम है, उन्हें भी आवास दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 70 लाख से अधिक महिलाओं को ‘महतारी वंदन योजना’ की राशि सीधे उनके खातों में देकर आर्थिक समृद्धि और महिला सशक्तिकरण का द्वार खोला गया है। जो लाभार्थी अभी वंचित हैं, उन्हें भी जोड़ा जाएगा।मुख्यमंत्री ने बताया कि 24 अप्रैल से ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र शुरू किए गए हैं। इससे ग्रामीणों को गांव में ही बैंकिंग व अन्य सेवाओं की सुविधा मिलेगी। अभी यह सेवा 1460 पंचायतों में शुरू की गई है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार तकनीक के उपयोग से भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद कर रही है। पंजीयन की नई प्रक्रिया से रजिस्ट्री के साथ नामांतरण की प्रक्रिया को सरल किया गया है।जानी योजनाओं की हकीकतग्राम मांदरी में अचानक पहुंचे मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों से छत्तीसगढ़ी में संवाद किया। मुख्यमंत्री ने बिजली व्यवस्था, राशन वितरण और महतारी वंदन योजना की राशि के संबंध में हितग्राहियों से जानकारी ली। इस अवसर पर हितग्राही इतवारिन आचला ने बताया कि महतारी वंदन योजना की प्राप्त राशि का बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाकर राशि जमा कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है, और जनकल्याण ही सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।इस अवसर पर विधायक कांकेर श्री आशा राम नेताम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण नूरेटी, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ बसव राजु एस., कमिश्नर बस्तर श्री डोमन सिंह, डीआईजी श्री अमित कामले, कलेक्टर श्री नीलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक श्री इंद्र कल्याण एलेसेला सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में युवाओं प्रतियोगिता परीक्षा के तैयारी हेतु जिला प्रशासन द्वारा तैयार की पुस्तक “नई दिशा” का विमोचन कर युवाओं को वितरित किया। साथ ही विभिन्न विभागों के जन कल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को सामग्री, आवास की चाबी, ट्राई साइकिल आदि वितरित की ।
- -बच्चों से आत्मीयता से मिले, आंगनबाड़ी की व्यवस्थाओं का लिया जायजा-बच्चों ने मुख्यमंत्री को भेंट किया फूलों का गुलदस्ता, सुनाई कविता, बच्चों को उपहार में मिली चॉकलेटरायपुर / सुशासन तिहार के तहत् मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय हेलीकॉप्टर से आज अचानक कांकेर जिले के मांदरी गांव पहुंचे। हेलीपेड से गांव के रास्ते पर आँगनबाड़ी भवन देखकर मुख्यमंत्री केंद्र के बच्चों से मिलने और वहां की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे। आँगनबाड़ी केंद्र में बच्चों ने मुख्यमंत्री का स्थानीय फूलों से तैयार किया गया गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने बड़ी आत्मीयता के साथ बच्चों से घुल-मिल कर बातचीत की और उनसे आंगनबाड़ी और उनके अक्षर ज्ञान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री के पूछने पर बच्चों ने धारा-प्रवाह कविता सुनाई। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से बच्चों को चॉकलेट वितरित कर उन्हें दुलार किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आँगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं और भोजन व्यवस्था की जानकारी भी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसव राजु एस, कमिश्नर श्री डोमन सिंह, कलेक्टर श्री निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक श्री आई के एलेसेला, सहित क्षेत्र के जन प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
- रायपुर/ राज्यपाल श्री रमेन डेका जिला कांकेर में संचालित योजनाओं की ली समीक्षा बैठक राज्यपाल श्री रमेन डेका उत्तर बस्तर कांकेर जिला प्रवास के दौरान अधिकारियों की बैठक लेकर शासन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर कहा कि योजनाओं का वास्तविक क्रियान्वयन तभी संभव होगा जब उसकी मॉनिटरिंग और फॉलोअप जमीनी स्तर पर हो। राज्यपाल इसके लिए अधिकारियों को सतत मॉनिटरिंग तथा मूल्यांकन करने के लिए निर्देशित किया।राज्यपाल ने कहा कि निचले स्तर की वास्तविकता से अवगत होने हितग्राहियों से अवश्य मिले और कमियों की जानकारी लें, साथ ही योजना अथवा गतिविधि के क्रियान्वयन की तुलनात्मक जानकारी प्राप्त करें। बैठक के दौरान श्री डेका ने विशेष रूप से जल संरक्षण पर फोकस करते हुए कहा कि जिले के शासकीय भवनों के साथ-साथ निजी भवनों में भी वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की अनिवार्यता हो। डबरी, तालाब, चेक डैम में जल संचयन के अलावा बड़े स्तर के जलाशयों में भी जल स्तर बना रहे, इस पर पहल करने की जरूरत है। राज्यपाल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पहल किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम‘ कोई योजना नहीं, बल्कि मिशन है। पौधे लगाने के साथ ही उसके जीवित रहने पर भी उतना ही ध्यान दें और लोगों को पर्यावरण की मानव जीवन में महत्ता के लिए पेड़ों की आवश्यकता व उसके महत्व की जानकारी दें। उन्होंने सड़कों के किनारे, खाली जगहों पर पौधे लगाने के साथ-साथ शासकीय कार्यालयों में भी अधिक से अधिक पौधे लगाकर उन्हें संरक्षित व सुरक्षित करने की बात जिला स्तरीय अधिकारियों से कही। इसके अलावा बारिश के पानी को संरक्षित करने ठोस कार्ययोजना बना कर, उसे अमल में लाने पर जोर दिया।राज्यपाल ने योग को बढ़ावा देने के प्रयासों की जानकारी लेते हुए कहा कि योग में निरंतरता बहुत जरूरी है। इसी तरह टीबी उन्मूलन कार्यक्रम पर कहा कि जिले में प्रत्येक मरीज की नियमित स्क्रीनिंग व उपचार का सतत् फॉलोअप लें और पूरी निष्ठा से स्वास्थ्य विभाग का अमला अपने विभागीय दायित्वों का निर्वहन करे। इसके अलावा उन्होंने ड्रॉप आउट विद्यार्थियों को पुनः स्कूलों में लाने, नशा मुक्ति भारत अभियान के तहत नशे पर ठोस लगाम लगाने हेतु सतत् निगरानी और आदिवासी बाहुल्य कांकेर जिले में शिक्षा व चिकित्सा सेवाओं को समाज के निचले स्तर पर विद्यमान लोगों तक पहुंचाने पर विशेष रूप से फोकस करने की बात कही। इसके अलावा रेडक्रॉस के माध्यम से स्वास्थ्य शिविरों में महिलाओं की स्क्रीनिंग कर सेहत व खानपान संबंधी जागरूक करने तथा सड़क सुरक्षा को कारगर बनाने यातायात नियमों के पालन के लिए स्कूलों व कॉलेजों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के साथ-साथ आमजनता को जागरूक करने पर जोर दिया। इसी तरह महिला समूहों को स्वावलम्बी बनाने और आर्थिक सुदृढ़ीकरण के लिए विभिन्न गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश दिए ।
- लाईवलीहुड कॉलेज में आयोजित कुकिंग-बेकिंग ट्रेनिंग में 34 युवा तराश रहे अपना हुनररायपुर/ खाना पकाने का शौक वैसे तो महिलाओं को होता है, किन्तु आज के दौर में पाककला के क्षेत्र में पुरूष भी आगे बढ़कर रूचि दिखा रहे हैं। जिले के ऐसे ही युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने, उन्हें रोजगार और स्व रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा की पहल पर प्रोजेक्ट युवा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत युवाओं को उनकी रूचि के अनुसार व्यवसाय में प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बन सकें। जिले के लाईवलीहुड कॉलेज में भी युवाओं को पाककला में दक्ष किया जा रहा है। कुकिंग-बेकिंग की ट्रेनिक मे न केवल युवतियां बल्कि युवक भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। यहां 30 युवतियां और 4 युवक खाना बनाने का प्रशिक्षण लेकर अपना हुनर को तराश रहे हैं। एक माह तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में फास्टफूड, चायनीज, स्वीटस्, मेनकोर्स और बेकिंग से बनने वाली लगभग 150 पकवानों को बनाने के तरीके को बारिकी से समझाया जा रहा है। इस कुकिंग-बेकिंग क्लास में युवाओं से प्रेक्टिकल भी कराया जा रहा है। युवाओं को जगदलपुर की श्रीमती ज्योति सुराना और धमतरी के सिमरन कौर तथा प्रतीमा साहू बतौर ट्रेनर कुकिंग-बेकिंग की ट्रेनिंग दे रहे हैं।यहां ट्रेनिंग लेने वाली हिना चंद्राकर ने बताया कि वैसे तो महिलाओं को खाना बनाना आता ही है, लेकिन पाककला की बारीकियों को समझने, इसे रोजगार के तौर पर स्थापित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा दी जाए रही ट्रेनिंग सराहनीय है। इसकी मदद से अपने हुनर को निखारकर स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। उन्होंने बताया कि वे ट्रेनिंग में फास्टफूड, चायनिज जैसे लोकप्रिय व्यंजन बनाना सीखा है और भी पकवान और खाना बनाने के तौर-तरीके सीख रहीं हैं। इसकी ट्रेनिंग के बाद वे रेस्टोरेंट या होटल में शेफ की नौकरी भी कर सकेंगी अथवा स्वयं का व्यावसाय प्रारंभ कर सकतीं हैं। पाककला का प्रशिक्षण ले रहे दीपक दास ने बताया कि उनका फुड स्टाल है, लेकिन ज्यादा आईडिया न होने के कारण वे अपने स्टाल में सीमित सामग्री बनाकर रखतें हैं। वे इस प्रशिक्षण में अपने व्यंजन बनाने की कला को बढ़ाने के लिए दक्ष हो रहे हैं। यहां उन्होंने पावभाजी, सेंडविच, चाउमीन आदि बनाना सीखा है। अब वे अपने स्टॉल में ज्यादा स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर अपनी आय को आसानी से बढ़ा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन का धन्यवाद किया है।
- रायपुर/ छत्तीसगढ़ शासन, जल संसाधन विभाग द्वारा कांकेर जिले के विकासखण्ड-कोयलीबेड़ा के लघु जलाशय पी.व्ही. 92 के नहरों की मरम्मत एवं लाईनिंग कार्य के लिए तीन करोड़ 60 लाख 19 हजार रूपए स्वीकृत किए है। योजना के कार्य होने पर क्षेत्र के किसानों को कुल 198 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग जगदलपुर को योजना के कार्यों को पूर्ण कराने प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।