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लातेहार । झारखंड के लातेहार जिले में बरियातू थानाक्षेत्र के फूलबसिया कोल साइडिंग के समीप कुछ अज्ञात अपराधियों ने कथित रूप से एक ट्रक में आग लगा दी जिससे उसके चालक की जलकर मौत हो गयी। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि झारखंड की राजधानी रांची से करीब 100 किलोमीटर दूर बरियातू थानाक्षेत्र में यह घटना घटी और जान गंवाने वाले चालक की पहचान रूपलाल महतो के रूप में हुई है। लातेहार के पुलिस अधीक्षक अंजनि अंजान ने घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने कहा, ‘‘ एफएसएल की एक टीम बुलायी गयी है और उसने घटनास्थल से नमूने लिये हैं।'' थाना प्रभारी मुकेश चौधरी ने कहा कि घटना की सटीक वजह का पता नहीं चला है। उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्घटना थी या कोई साजिश, वह हमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चल पाएगा।
- कानपुर । कानपुर में एक व्यवसायी से 5.3 लाख रुपये की लूट के मामले में गुरुवार को तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विजय ढल ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपी पुलिसकर्मियों की पहचान उप निरीक्षक यतीश सिंह और रोहित सिंह और हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे के रूप में हुई है। आरोपी रोहित सिंह सचेंदी थाना में तैनात था, जबकि अन्य आरोपी पुलिसकर्मी डीसीपी (पश्चिम) मुख्यालय से संबद्ध थे। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारआरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। ढल ने बताया कि व्यवसायी सत्यम शर्मा सचेंदी थाना गए और एसएचओ पी के सिंह को इस लूट की घटना से अवगत कराया। शर्मा का आरोप है कि जब वह अपनी कार से घर जा रहे थे तो चकेरी में तीन व्यक्तियों ने उनकी कार रोकी जिसमें से एक व्यक्ति वर्दी में था, जबकि अन्य सादे कपड़े में थे। शर्मा के अनुसार उन्हें बताया गया कि वे पुलिसकर्मी हैं और उन्होंने फर्जी आपराधिक मामले में फंसाने की धमकी देते हुए उनसे पैसे मांगे। व्यवसायी का आरोप है कि इन पुलिसकर्मियों ने उनसे 5.3 लाख रुपये छीन लिए। इस शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी ने तत्काल जांच शुरू की और तीनों आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया जिनके खिलाफ भादंसं की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। ढल ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई है।
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गंगटोक । लोकसभा और राज्यसभा दोनों के पीठासीन अधिकारियों ने गुरुवार को ‘साइबर बुलिंग' पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे युवा प्रभावित हो रहे हैं और आंकड़े बताते हैं कि इस तरह के मामलों में भारत अग्रणी क्षेत्र है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यहां ‘कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन-इंडिया रीजन' के 19वें वार्षिक जोन-3 सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि साइबर बुलिंग (साइबर जगत में डराने, धमकाने के मामले) आज के संदर्भ में बेहद प्रासंगिक है क्योंकि बहुत से लोग, खासकर किशोर और युवा इससे प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘साइबर बुलिंग से लड़ने का सबसे अच्छा तरीका कानून बनाना और (जागरूकता पैदा करना) है।'' लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल शासन में दक्षता में सुधार और लोगों के जीवन में बेहतरी के लिए किया जाना चाहिए, लेकिन साथ ही संस्थानों तथा लोगों को इसके दोषों से बचाने के लिए सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए।'' राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डिजिटल रूप से सशक्त राष्ट्र बनने के लिए नयी डिजिटल तकनीकों को अपनाने के मिशन में ‘साइबर बुलिंग' जैसा नकारात्मक पहलू भी है। हरिवंश ने कहा, ‘‘वैश्विक आंकड़े भारत को साइबरबुलिंग के मामलों में अग्रणी क्षेत्र के रूप में दिखाता है।'' हरिवंश ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बारे में भी चिंता व्यक्त की और कहा कि भारत दुनिया में ‘‘सबसे युवा राष्ट्र'' है और नीति निर्माताओं को इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए काम करना चाहिए।
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नयी दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा ने बृहस्पतिवार को कहा कि गेहूं की फसल अच्छी स्थिति में है और मार्च से शुरू होने वाले विपणन वर्ष 2023-24 में सरकार की खरीद सामान्य स्तर पर 3-4 करोड़ टन रहेगी। मीणा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘गेहूं का बोया गया रकबा पिछले साल की तुलना में अधिक है।
गेहूं की फसल की मौजूदा स्थिति बहुत अच्छी है। हमारी खरीद वर्ष 2023-24 में सामान्य स्तर 3-4 करोड़ टन होनी चाहिए।'' उन्होंने कहा कि घरेलू उत्पादन में गिरावट और अधिक निर्यात होने के कारण पिछले साल गेहूं की खरीद में गिरावट आई थी। यह पूछे जाने पर कि क्या तापमान में वृद्धि के कारण गेहूं की फसल पर कोई प्रभाव पड़ेगा, मीणा ने कहा कि इसका कोई प्रभाव होने की संभावना नहीं है और अल्प अवधि की फसल प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध, जो पिछले साल मई में लगाया गया था, जारी रहेगा।
सरकार ने कृषि मंत्रालय के दूसरे अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2023-24 (जुलाई-जून) में 11 करोड़ 21.8 लाख टन रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल, विपणन वर्ष 2021-22 में केंद्रीय पूल के लिए गेहूं की खरीद 433.44 लाख टन के मुकाबले घटकर 187.92 लाख टन रह गई थी। एफसीआई, सरकार की नोडल एजेंसी है जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) और कल्याणकारी योजनाओं के लिए खाद्यान्न की खरीद और वितरण करती है। देश में 15 मार्च से गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी। -
इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य की नयी आबकारी नीति के तहत एक अप्रैल से सभी शराब अहाते बंद करने का फैसला लिया गया है क्योंकि इनके चलने से महिलाओं को शराबियों की छेड़-छाड़ के साथ ही पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर सांवेर में आयोजित राम कथा में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
यह धार्मिक आयोजन राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट द्वारा उनके विधानसभा क्षेत्र में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने राम कथा के मंच से कहा, ‘‘कई लोग अहातों में शराब पीने के बाद हंगामा, गाली-गलौज और महिलाओं से छेड़-छाड़ भी करते हैं। प्रदेश में एक अप्रैल से सभी शराब अहाते बंद किए जाएंगे। हमें पुरुषों के शराब पीने से पैदा होने वाली समस्याओं से महिलाओं को मुक्त करना है।" मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरुषों के शराब पीने से उनकी पत्नियां बेहद परेशान रहती हैं।
महिलाओं से मुखातिब मुख्यमंत्री ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘‘अगर किसी पुरुष को शराब पीना है, तो वह बोतल खरीदकर अपने घर ले जाए और मैं अपनी बहन (बोतल खरीदने वाले शख्स की पत्नी) से कहूंगा कि वह इस व्यक्ति के घर पहुंचने पर डंडा लेकर तैयार रहे और उसे सही कर दे।'' उन्होंने शराब पीने वाले व्यक्तियों की संतानों से अपील की कि वे अपने पिता से कहें कि उनकी शराबखोरी अब बिल्कुल नहीं चलेगी।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि समाज में नशामुक्ति के प्रयास जरूरी हैं और लोगों को नशे की प्रवृत्ति से दूर करना भी भगवान राम का ही काम है। उन्होंने राम कथा सुनने के बाद कहा, ‘‘किसान बढ़िया खेती करें, शिक्षक ढंग से पढ़ाएं, कर्मचारी रिश्वत लिए बिना ईमानदारी से काम करें और नेता हवाला, घोटाला और बेईमानी न करें और जनता की ठीक से सेवा करें, तो हमें परम पिता परमात्मा मिल जाएंगे।''
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार गरीब और निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों की विवाहिताओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए ‘‘लाड़ली बहना योजना'' शुरू करने जा रही है। चौहान ने बताया कि इस योजना के तहत आठ मार्च से आवेदन लिए जाएंगे और प्रदेश सरकार की ओर से 10 जून से प्रत्येक पात्र हितग्राही महिला के खाते में हर महीने 1,000 रुपये जमा किए जाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। -
देहरादून। बदरीनाथ और केदारनाथ की तीर्थयात्रा के लिए पिछले दो दिन में 60,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं द्वारा पंजीकरण कराया गया है और इसे ध्यान में रखते हुए अप्रैल में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा में पिछले सभी रिकार्ड टूटने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस साल बदरीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को और केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को खुल रहे हैं।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि दोनों हिमालयी धामों के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण मंगलवार को शुरू हुआ और पहले दो दिनों में अब तक 61,250 लोग पोर्टल पर पंजीकरण करवा चुके हैं। श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि कोविड-19 के कारण दो साल के अंतराल के बाद पिछले साल पूरी तरह से शुरू हुई चारधाम यात्रा में रिकार्ड 47 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आए थे और इस साल इस संख्या के और बढ़ने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा के लिए पंजीकरण के शुरूआती रूझानों को अगर संकेत माना जाए तो इस बार भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ज्यादा होगी।'' श्रद्धालुओं की संख्या पर जोशीमठ भूधंसाव संकट के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर अजय ने कहा कि राज्य सरकार ने सुरक्षित एवं सुगम यात्रा के संचालन के लिए नगर में सीमा सड़क संगठन की एक टीम नियमित रूप से तैनात करने तथा वहां आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित करने जैसे सभी एहतियाती कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि वैसे भी पहाड़ों में भूस्खलन और भूधंसाव जैसी समस्याएं सामान्य हैं जिनका समाधान तभी कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अनावश्यक घबराहट पैदा कर रहे हैं। उधर, गंगवार ने कहा कि पहली बार तीर्थयात्रा में क्यूआर कोड प्रणाली लागू की गयी है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण कराने वाले प्रत्येक श्रद्धालु के मोबाइल फोन में यह क्यूआर कोड भेजा जाएगा जिसके आधार पर उन्हें मंदिर में जाने के लिए टोकन दिया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि यात्रा से पहले पंजीकरण करवाना बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा प्रदेश में रहने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि जरूरत होने पर अव्यवस्था से बचने के लिए मंदिरों में दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की अधिकतम दैनिक संख्या भी निर्धारित की जा सकती है। जोशीमठ भूधंसाव के मद्देनजर खासतौर से बदरीनाथ के लिए श्रद्धालुओं की दैनिक संख्या निर्धारित किए जाने को विशेषज्ञ जरूरी मान रहे हैं। जोशीमठ को बदरीनाथ धाम जाने के लिए प्रवेशद्वार माना जाता है। -
प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में यमुना तट पर लगभग पांच करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश का पहला तैरता रेस्तरां बनाने को बुधवार को यहां हुई मंडलायुक्त की बैठक में सहमति प्रदान की गई। मंडलायुक्त कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, इस रेस्तरां को स्मार्ट सिटी द्वारा धन उपलब्ध कराया जा रहा है और इसे क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी यूपीएसटीडीसी को दी गई है।
विज्ञप्ति के मुताबिक, यह रेस्तरां साल में नौ महीने पर्यटकों को आकर्षित करेगा और बाढ़ के तीन महीनों में इसे किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा। यमुना तट पर तैरता रेस्तरां के अलावा, बोट शेड, एक स्लिपवे, लोगों को एक साथ नौकायन करने की सुविधा के लिए दो कैटामारन, आपातकालीन स्थितियों में लोगों को बचाने के लिए दो स्पीड बोट, पर्याप्त संख्या में लाइफ जैकेट और लाइफ गार्ड्स की भी व्यवस्था की जा रही है।
विश्व के कई बड़े शहरों में नदियों के तटीय विकास से प्रेरणा लेते हुए और प्रयागराज में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यमुना नदी के तट पर उत्तर प्रदेश का पहला तैरता रेस्तरां बनाने पर बुधवार को मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में हुई पर्यटन विभाग की बैठक में सहमति बनी।
इस रेस्तरां के संचालन की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन एवं विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) को दी गई है। इसे बनाने से पूर्व एनजीटी और अन्य संबंधित विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया जाएगा। इस रेस्तरां को इस वर्ष बाढ़ से पहले तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। -
नयी दिल्ली। झारखंड के बोकारो जिले के एक सरकारी 'मुर्गी पालन केन्द्र' में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद केन्द्र सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने में राज्य सरकार की मदद के लिए दो अलग-अलग केंद्रीय दलों को तैनात किया गया है।
सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की दो सदस्यीय दल को नियंत्रण और नियंत्रण कार्यों में राज्य की सहायता के लिए नियुक्त किया गया है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इंसानों में निगरानी के अवलोकन के लिए एक अलग केंद्रीय टीम भी नियुक्त की है। साथ ही झारखंड सरकार को 'एवियन इन्फ्लुएंजा' (2021) को नियंत्रित करने और रोकथाम अभियान चलाने की सलाह दी गई है।
केन्द्र की तरफ से राज्य सरकार से कहा गया है कि वह पीपीई किट और अन्य सामानों का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखे। केंद्र सरकार के द्वारा जारी बयान में पश्चिम बंगाल सरकार को भी सलाह दी गई है कि वह अन्य हिस्सों में इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए प्रभावी नियंत्रण उपाय करे। एच5एन1 एक प्रकार का 'एवियन इन्फ्लूएंजा ए' विषाणु है जो पक्षियों में बीमारी का कारण बनता है। वर्ष 2019 में झारखंड के गोड्डा जिले में आखिरी बार बर्ड फ्लू का मामला सामने आया था। -
जयपुर। केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री डॉ मुंजपरा महेंद्रभाई कालूभाई ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिन-प्रतिदिन आमजन का रुझान आयुर्वेद चिकित्सा में तेजी से बढ़ रहा है और केन्द्र सरकार के प्रयास से लोग अपने दैनिक जीवन में आयुर्वेद पद्धति में विश्वास जताकर इससे नित्य अपना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने में अग्रणी है। कालूभाई ने कहा कि समय-समय पर आयुर्वेद के विकास, प्रचार एवं प्रसार हेतु इस प्रकार की ज्ञानवर्धक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों का आयोजन होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ऐसी संगोष्ठियों में भाग लेने से निश्चित रूप से प्रत्येक आयुर्वेद क्षेत्र के लोगों के ज्ञान में वृद्धि होती है।
कालूभाई एवं आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान मानद विवि जयपुर के रस शास्त्र एवं भैषज्य कल्पना विभाग द्वारा संस्थान परिसर में आयोजित तीन दिवसीय आयुर्वेदिक औषधि विज्ञानर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत की। कालूभाई ने कहा कि आयुर्वेद हजारों वर्षों से चली आ रही प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। इस मौके पर कोटेचा ने कहा कि आयुर्वेद महज एक चिकित्सा ही नहीं है बल्कि जीवन जीने की एक कला भी है। -
मुरैना। जिले के जौरा कस्बे के पास बृहस्पतिवार सुबह ट्रक ने कार को टक्कर मार दी, जिसमें दो नाबालिगों सहित एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। अधिकारी ने बताया कि सभी सुबह करीब पांच बजे एक शादी समारोह में शामिल होकर जौरा शहर लौट रहे थे, तभी एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी और वाहन को करीब 20-25 मीटर तक घसीटा।
निरीक्षक देवेंद्र कुशवाहा ने बताया कि धीरज शर्मा (24) और उनके छोटे भाई ऋषभ (17) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी बहन नेहा (14) ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद ट्रक कुछ दूर आगे जाने के बाद पलट गया, लेकिन ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उसकी तलाश की जा रही है। -
कृष्णागिरी। तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले के कावेरीपट्टिनम में बृहस्पतिवार को एक ओमनीबस और ट्रैक्टर की टक्कर में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गयी जबकि सात अन्य घायल हो गये। मृतकों में तीन महीने की एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि ट्रैक्टर पर करीब 12 लोग सवार थे, जिनमें से अधिकतर श्रमिक थे।
उन्होंने बताया कि इसी ट्रैक्टर पर यह मासूम बच्ची भी सवार थी। ये सभी लोग पड़ोसी आंध्र प्रदेश के एक गांव की ओर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि जैसे ही वाहन कावेरीपट्टिनम के निकट एर्राहाली पहुंचा, बेंगलुरू जा रही एक ओमनीबस ने उसे टक्कर मार दी। उन्होंने बताया कि हादसे में मासूम बच्ची समेत पांच लोगों की मौत हो गयी जबकि सात अन्य घायल हो गये। घायलों को उपचार के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कावेरीपट्टिनम पुलिस ने मामले में ओमनीबस के चालक को हिरासत में लिया है। -
अयोध्या। फैजाबाद-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बृहस्पतिवार को एक भीषण सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं इसी मार्ग पर एक अन्य दुर्घटना में तीन डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि पहली दुर्घटना उस वक्त हुई जब तेज गति से आ रहे एक अनियंत्रित पिकअप वाहन ने रुदौली कोतवाली थाना क्षेत्र में खड़ी मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी। उस समय मोटरसाइकिल पर एक सेल्समैन सवार था।
उन्होंने बताया कि मोटरसाइकिल को टक्कर मारने के बाद पिकअप वाहन पलट गया जिसके नीचे दबकर दो महिलाओं और एक बच्चे की मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान सुर्ती (19), जतीरा (42), हर्ष (3) और सेल्समैन अब्दुल हसन (30) के रूप में हुई है। इस दुर्घटना में तीन-चार लोगों के घायल होने की भी सूचना है।
वहीं, दुर्घटनास्थल से महज दो किलोमीटर दूर एक अन्य सड़क दुर्घटना में सरकारी अस्पताल में कार्यरत तीन डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना उस समय हुई जब डॉक्टरों की कार एक मोटरसाइकिल से टकराने के बाद पलट गई। पुलिस के मुताबिक, घायल डॉक्टरों- जय सिंह चौरसिया, विजय हरि आर्य और राजेश मिश्रा को पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां से उन्हें लखनऊ के लिए रेफर किया गया। -
मुजफ्फरनगर (उप्र)। मुजफ्फरनगर से सटे शामली जिले के कैराना क्षेत्र में ट्रक की चपेट में आने से कार सवार तीन युवकों की मौत हो गयी तथा दो अन्य गम्भीर रूप से घायल हो गये। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि कैराना से कांधला जा रही एक कार कैराना थाना क्षेत्र के ऊंचागांव के पास आगे जा रहे ट्रक से जा टकरायी।
हादसे में कार सवार आदिल (25), शुएब (26) और सादिक (27) नामक युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि हादसे में गम्भीर रूप से घायल दो अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। -
पटना. पूर्व केंद्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि यह चिंता करना व्यर्थ है कि विपक्ष का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा बल्कि यह स्पष्टता मायने रखती है कि किसे प्रधानमंत्री के रूप में वापसी करने से रोकना चाहिए। अभिनेता से नेता बने सिन्हा ने अपनी पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ‘‘विश्वसनीय'' नेता बताया और दावा किया कि अगले साल लोकसभा चुनाव में वह ‘पासा पलटने'' वाली नेता साबित होंगी। ‘बिहारी बाबू' के नाम से मशहूर सिन्हा ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि मेरे मित्र, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘अच्छे दिन' खत्म हो गए हैं।'' उन्होंने चार साल पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़ दी थी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बुधवार रात को पत्रकारों से कहा, ‘‘हम लंबे समय से यह बात सुन रहे हैं कि कौन नेता होगा। नेहरू के वक्त तक भी लोग यही सवाल पूछते थे। विपक्ष के लिए इस बात की चिंता करना व्यर्थ है। किसे प्रधानमंत्री के रूप में लौटने से रोका जाए, इस संबंध में स्पष्टता होना महत्वपूर्ण है।'' उन्होंने राहुल गांधी को ‘‘काबिल'' नेता बताया लेकिन वह इस सवाल से बचते नजर आए कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष विपक्षी गठबंधन का ‘‘नेतृत्व'' कर सकते हैं या नहीं। टीएमसी नेता ने यह भी कहा कि वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्षी एकता के उनके प्रयासों का काफी सम्मान करते हैं लेकिन ‘‘उन्होंने खुद को प्रधानमंत्री पद की दौड़ से बाहर कर लिया है।'' भविष्य में तेजस्वी यादव के बिहार का मुख्यमंत्री बनने की चर्चा के बारे में पूछे जाने पर ‘शॉटगन' के नाम से मशहूर सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के युवा नेता का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं तो बेचारे तेजस्वी से क्या दिक्कत है? जन समर्थन हासिल करने वाला कोई भी व्यक्ति राजनीति में तरक्की कर सकता है।'' शिवसेना के संबंध में सिन्हा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि खेल अभी शुरू हुआ है और उच्चतम न्यायालय न्याय करेगा।'' गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे गुट ने शीर्ष न्यायालय का रुख करते हुए निर्वाचन आयोग के उस फैसले को चुनौती दी है जिसमें एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी गयी और उसे ‘तीर और कमान' चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया। -
नयी दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को कहा कि आज के तनाव और संघर्ष से भरे युग में, भारतीय कलाएं शांति और सौहार्द फैला सकती हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय कलाएं भी भारत की ‘‘सॉफ्ट पावर'' का बेहतरीन उदाहरण हैं। राष्ट्रपति ने यहां विज्ञान भवन में साल 2019, 2020 और 2021 के लिए संगीत नाटक अकादमी की फैलोशिप (अकादमी रत्न) और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (अकादमी पुरस्कार) प्रदान किए। उन्होंने इस अवसर पर कहा, ‘‘हमें इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हमारे देश में कला की सबसे प्राचीन और सबसे श्रेष्ठ परंपराएं विकसित हुई हैं। आधुनिक युग में हमारे सांस्कृतिक मूल्य और अधिक उपयोगी हो गए हैं। आज के तनाव और संघर्ष से भरे युग में, भारतीय कलाएं शांति और सौहार्द फैला सकती हैं। इसके अलावा भारतीय कलाएं भी भारत की सॉफ्ट पावर का बेहतरीन उदाहरण हैं।'' राष्ट्रपति ने कहा कि सभ्यता किसी राष्ट्र की भौतिक उपलब्धियों को प्रदर्शित करती है, लेकिन अमूर्त विरासत उसकी संस्कृति के माध्यम से सामने आती हैं एवं संस्कृति ही देश की वास्तविक पहचान होती है। उन्होंने कहा कि भारत की अनोखी मंचन कलाओं ने सदियों से हमारी अतुल्य संस्कृति को जीवंत बनाए रखा है एवं हमारी कलाएं और कलाकार हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संवाहक हैं। उन्होने कहा कि 'विविधता में एकता' हमारी सांस्कृतिक परम्पराओं की सबसे बड़ी विशेषता है। राष्ट्रपति ने एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी, पंडित रविशंकर, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, लता मंगेशकर, पंडित भीमसेन जोशी और भूपेन हजारिका का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके लिए ‘भाषा या भूगोल' बाधा नहीं बनी तथा उन्होंने अपने अमर संगीत से भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में संगीत प्रेमियों के लिए एक अमूल्य विरासत छोड़ी है।
- नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को आदेश दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कथित टिप्पणियों को लेकर असम पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को 28 फरवरी तक अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाए। प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने कहा कि दिल्ली में सक्षम मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने पर खेड़ा को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया जाये।न्यायमूर्ति चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति एम. आर. शाह और न्यायमूर्ति पी. एस. नरसिम्हा की पीठ ने कहा, ‘‘उपरोक्त आदेश मंगलवार (28 फरवरी) तक प्रभावी रहेगा।’’न्यायालय ने मामले की अगली सुनवाई की तिथि 27 फरवरी तय की। उच्चतम न्यायालय ने असम और उत्तर प्रदेश राज्यों को नोटिस जारी कर खेड़ा की उस याचिका पर जवाब मांगा है जिसमें प्रधानमंत्री के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणियों को लेकर असम और उत्तर प्रदेश के लखनऊ तथा वाराणसी में उनके खिलाफ दर्ज कई प्राथमिकियों को एक साथ जोड़ने का अनुरोध किया गया है।खेड़ा की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता ए. एम. सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री पर अपनी टिप्पणी के लिए उसी दिन माफी मांगी थी और उन पर लगाए गए आरोपों के सिलसिले में गिरफ्तारी की कोई आवश्यकता नहीं है।उन्होंने कहा कि टिप्पणी में इस्तेमाल किये गये शब्दों का चयन और लगाई गई धाराएं कथित अपराधों से मेल नहीं खाती।सिंघवी ने कहा, ‘‘इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।’’असम पुलिस की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने खुली अदालत में कथित टिप्पणी का ऑडियो-वीडियो क्लिप चलाया और कहा कि खेड़ा देश के लोकतांत्रिक रूप से चुने गए प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह के ‘‘अपमानजनक शब्दों’’ का इस्तेमाल नहीं कर सकते।भाटी ने अदालत को बताया कि खेड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें ट्रांजिट रिमांड के लिए दिन में सक्षम मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।न्यायालय ने अपराह्न तीन बजे मामले की सुनवाई की।इससे पूर्व दिन में कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन में भाग लेने के लिए रायपुर जा रहे पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा को रायपुर जाने वाले विमान से नीचे उतार दिया गया। गत 17 फरवरी को मुंबई में एक संवाददाता सम्मेलन में मोदी के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणियों के सिलसिले में खेड़ा को दिल्ली हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया।दिल्ली पुलिस ने कहा कि असम पुलिस के अनुरोध पर खेड़ा को हिरासत में लिया गया।उनके साथ गए कांग्रेस नेता विरोध में धरने पर बैठ गए और गिरफ्तारी वारंट के बिना उन्हें ले जाने के प्रयासों का विरोध किया।दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बाद में उन्हें असम पुलिस का एक दस्तावेज सौंपा, जिसमें खेड़ा को गिरफ्तार करने में उनकी मदद मांगी गई थी।कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, खेड़ा के साथ हवाईअड्डे पर एक पुलिस थाने गए जहां केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की भारी तैनाती थी।प्रधानमंत्री के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणी के लिए असम के हाफलोंग पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।उड़ान में मौजूद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्विटर पर कहा, ‘‘हम सभी इंडिगो 6ई 204 उड़ान से रायपुर जा रहे हैं और अचानक मेरे साथी पवन खेड़ा को विमान से नीचे उतरने के लिए कहा गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह किस तरह की मनमानी है? कोई कानून का शासन है या नहीं? यह किस आधार पर और किसके आदेश पर किया जा रहा है?’’
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षित विकास इस साल के केंद्रीय बजट की सात शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। इसका उद्देश्य देश में पर्यावरण संरक्षित औद्योगिक और आर्थिक परिवर्तन लाना तथा पर्यावरण अनुकूल कृषि एवं टिकाऊ ऊर्जा अपनाना है। इससे बड़ी संख्या में हरित रोजगारों का सृजन भी होगा।
इस साल केंद्रीय बजट में पर्यावरण संरक्षित विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों और मंत्रालयों की कई परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। इनमें ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, ऊर्जा परिवर्तन, ऊर्जा भंडारण और नवीकरणीय परियोजनाएं, ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम, गोबरधन योजना तथा पुराने वाहनों को बदलने जैसी योजनाएं हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस वर्ष का बजट निवेशकों और देश की जनता को हरित विकास की ओर बढ़ते हुए अपना भविष्य सुरक्षित करने के अनेक अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था के हरित विकास के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है। बजट के बाद हरित विकास पर वीडियो कांफ्रेंस से वेबिनार को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि इस सरकार द्वारा 2014 से प्रस्तुत किया जा रहा प्रत्येक बजट मौजूदा चुनौतियों के समाधान के लिए नए समय के सुधारों को आगे ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बजट वैश्विक हरित ऊर्जा बाजार में भारत की अग्रणी भूमिका तय करने में अहम होगा। उन्होंने कहा कि बजट से हरित रोजगार बढ़ाने और वैश्विक भलाई में सहायता मिलेगी।हरित विकास और ऊर्जा परिवर्तन के लिए की गई पहलों को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अक्षय ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाना, पेट्रोल-डीजल जैसे जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम करना और गैस आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ना देश की प्राथमिकताओं के तीन स्तंभ हैं। उन्होंने कहा कि 2014 से बजट में पीएम कुसुम, रूफ टॉप सोलर योजना, सोल्डर पैनल विनिर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि तथा बैटरी स्टोरेज समेत अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। इस साल के बजट में घोषित पहलों के बारे में बात करते हुए श्री मोदी ने कहा कि बजट में हरित विकास के लिए अनेक घोषणाएं की गई हैं जो देश की भावी पीढि़यों के उज्जवल भविष्य के लिए बुनियाद का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि पीएम प्रणाम, गोबर्धन, वाहन स्क्रैपिंग नीति जैसी योजनाएं देश के भविष्य को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाएंगी।प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अक्षय ऊर्जा स्रोतों के मामले में जितनी अधिक नेतृत्व की भूमिका निभाएगा, दुनिया में उतना ही बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि भारत 2014 से दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता को मजबूत करने वाला अग्रणी देश है। उन्होंने कहा कि देश ने जो भी लक्ष्य निर्धारित किए, समय सीमा से पहले उन्हें पूरा किया। उन्होंने कहा कि देश ने गैर-जीवाश्म ईंधन से 40 प्रतिशत विद्युत क्षमता के लक्ष्य को निर्धारित समय सीमा से नौ वर्ष पहले ही प्राप्त कर लिया। उन्होंने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में अवसरों को सोने की खान बताते हुए निवेशकों से अपील की कि जैव ईंधन, कृषि अपशिष्ट, बायोगैस, ग्रीन हाइड्रोजन, बैटरी स्टोरज तथा शहरों के कचरा निस्तारण जैसे क्षेत्रों में निवेश करें। -
नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद IARI ने गेहूं की 3 नई किस्म विकसित की है। यह नई किस्म मौसम में बदलाव और बढ़ती गर्मी की चुनौतियों का सामना कर सकती है। आईसीएआर के प्रधान वैज्ञानिक राजबीर यादव ने नई किस्म की विशेषताओं के बारे में जानकारी दी। दरअसल, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने गेहूं की तीन ऐसी किस्मों को विकसित किया है, जो गर्मी के मौसम आने से पहले पक कर तैयार हो जाएगी। यानी कि सर्दी खत्म होते- होते फसल पूरी तरह से तैयार हो जाएगी और होली से पहले ही उसे काटा जा सकता है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के वैज्ञानिकों का कहना है कि गेहूं के इन किस्मों को विकसित करने का मुख्य उदेश्य ‘बीट-द-हीट’ समाधान के तहत बुवाई के समय को आगे बढ़ाना है।
गेहूं की फसल आमतौर पर 140-145 दिनों में तैयार हो जाती है । उत्तर भारत में गेहूं की बुवाई ज्यादातर नवंबर महीने में की जाती है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में नवंबर महीने के मध्य तक धान, कपास और सोयाबीन की कटाई होती है । इसके बाद किसान गेहूं की बुवाई करते हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश में दूसरी छमाही और बिहार में गन्ना और धान के कटने बाद गेहूं की खेती शुरू की जाती है।वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर इन नई किस्मों की बुवाई 20 अक्टूबर के आसपास शुरू की जाती है। गर्मी आने से पहले गेहूं काटने के लिए तैयार हो जाएगा। यानी ये नई किस्में फसलों को झुलसा देने वाली गर्मी के संपर्क में नहीं आएंगी। कृषि जानकारों के मुताबिक, मार्च के तीसरे सप्ताह तक इस किस्मों में गेहूं के दाने भरने का काम पूरा हो जाता है। ऐसे में महीने के अंत तक इन्हें आराम से काटा जा सकता है।खास बात यह है कि IARI के वैज्ञानिकों ने तीन किस्में विकसित की हैं, जिनमें से सभी जीनों को शामिल किया गया है, जो समय से पहले फूल आने और जल्दी बढ़ने में सहायक होंगे। वैज्ञानिकों ने पहली किस्म का नाम HDCSW-18 दिया है। इस किस्म को 2016 में आधिकारिक रूप से अधिसूचित किया गया था। यह पहले से मौजूद HD-2967 और HD-3086 किस्म की तुलना में अधिक उपज देती है। HDCSW-18 से आप प्रति हेक्टेयर 7 टन से अधिक गेहूं की उपज प्राप्त कर सकते हैं। वहीं, HD-2967 और HD-3086 से प्रति हेक्टेयर 6-6.5 टन पैदावार मिलती है।सामान्य उच्च उपज वाली गेहूं की किस्मों की ऊंचाई 90-95 सेमी होती है. ऐसे में लंबा होने के कारण, जब उनके बालियों में अच्छी तरह अनाज भर जाते हैं तो उन्हें झुकने का खतरा होता है। जबकि, 2022 में जारी दूसरी किस्म एचडी-3410 में की ऊंचाई 100-105 सेमी है। इस किस्म से आपकों 7.5 टन/हेक्टेयर उपज मिलेगी. लेकिन तीसरी किस्म, HD-3385 से बंपर पैदावार मिलने की उम्मीद है।. वहीं, ARI ने HD-3385 को पौध किस्मों और किसानों के अधिकार प्राधिकरण (PPVFRA) के संरक्षण के साथ पंजीकृत किया है।इसने डीसीएम श्रीरा को किस्म का लाइसेंस भी दिया है। -
नयी दिल्ली. इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने बुधवार को कहा कि इजराइल का सामरिक महत्व के हाइफा बंदरगाह को भारतीय कंपनी अडाणी समूह को सौंपना, भारत पर उनके देश के भरोसे को प्रदर्शित करता है। गिलोन ने संवाददाताओं से कहा कि भारत और इजराइल प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप देने को उत्सुक हैं क्योंकि इससे सम्पूर्ण कारोबारी संबंधों को और गति मिलेगी। उन्होंने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में होने वाली उच्च स्तरीय यात्रा के दौरान मुक्त व्यापार समझौते को आगे बढ़ाया जा सकता है। इजराइली राजदूत ने दोनों देशों के बीच संबंधों को बेहद मजबूत करार देते हुए कहा कि रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में भारत के आत्मनिर्भरता के प्रयासों को समर्थन देना इजराइल के हित में है जो इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक भरोसे के कारण है। पिछले महीने अडाणी समूह द्वारा हाइफा बंदरगाह का अधिग्रहण करने के विषय पर गिलोन ने कहा कि यह भारत पर इजराइल के भरोसे का संकेत है और इससे द्विपक्षीय कारोबार को गति मिल सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह हमारी ओर से काफी महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि हाइफा एक सामरिक महत्व का बंदरगाह है।'' गौरतलब है कि अडाणी समूह ने पिछले महीने 1.2 अरब डालर में सामरिक महत्व के हाइफा बंदरगाह का अधिग्रहण किया था। इजराइल के राजदूत ने कहा कि दोनों देशों के बीच नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट आवाजाही, कृषि, जल, साइबर क्षेत्र, गृह सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग की काफी संभावनाएं हैं।
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नयी दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बृहस्पतिवार से तीन दिनों के लिए कर्नाटक, मध्य प्रदेश और बिहार का दौरा करेंगे। इस दौरान वह बेंगलुरु में एक संवाद सत्र, सतना में एक आदिवासी सभा में भाग लेंगे और पटना में किसानों और मजदूरों के एक समागत को संबोधित करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री 23 फरवरी को कर्नाटक के बेल्लारी में ‘‘विजय संकल्प समावेश'' में भाग लेंगे और बेंगलुरु में ‘‘भारतीय राजनीति के 65 साल का परिदृश्य और मोदी के नेतृत्व में व्यापक बदलाव'' विषय पर एक परिचर्चा सत्र को संबोधित करेंगे। शाह 24 फरवरी को मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे, जहां वह सतना में मां शारदा शक्तिपीठ मंदिर में पूजा करेंगे। कोल जनजातीय समूह की एक सभा को संबोधित करेंगे और शहर में एक मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करेंगे। वह 25 फरवरी को बिहार जाएंगे, जिस दौरान वह पश्चिमी चंपारण में एक रैली को संबोधित करेंगे, पटना में किसानों और मजदूरों के एक समागम में भाग लेंगे और तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकेंगे।
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विजयवाड़ा. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त करते हुए उन्हें विदा करने के लिए अपनी पत्नी, कई मंत्रियों, विधायकों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गणवरम हवाई अड्डा पहुंचे। रेड्डी ने अत्यधिक सम्मान प्रकट करते हुए झुककर हरिचंदन के पैर भी छुए। हरिचंदन छत्तीसगढ़ के रायपुर के लिए विमान में सवार हुए, जहां वह नए राज्यपाल के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे। मंगलवार रात राज्यपाल के आधिकारिक विदाई समारोह में रेड्डी ने कहा कि ऐसे समय में जब राज्य सरकारों और राज्यपालों के बीच संबंध विवादों से प्रभावित हैं, तब हरिचंदन ने विभिन्न संवैधानिक निकायों के बीच अत्यधिक समन्वय कायम करके राज्यपाल पद की शालीनता और गरिमा को बढ़ाया है। रेड्डी की पत्नी वाई. एस. भारती, आवास मंत्री जोगी रमेश, आंध्र प्रदेश कृषि मिशन के उपाध्यक्ष एम. वी. एस. नागी रेड्डी, विधान परिषद के अध्यक्ष के. मोशेन राजू भी हवाई अड्डे पर मौजूद थे।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम बजट 2023-24 में की गई विभिन्न घोषणाओं पर विभिन्न पक्षों को संबोधित करेंगे। इसकी शुरुआत बृहस्पतिवार को हरित वृद्धि पर एक वेबिनार से होगी। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री 12 बजट-पश्चात वेबिनार को संबोधित करेंगे। इनका आयोजन 23 फरवरी से 11 मार्च के बीच किया जाएगा। बयान के मुताबिक कृषि और सहकारी समितियों के हितधारकों के साथ वेबिनार 24 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। इसके एक दिन बाद कौशल तथा शिक्षा पर वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। मोदी जिन वेबिनारों को संबोधित करेंगे, उनमें बुनियादी ढांचा, वित्तीय क्षेत्र, स्वास्थ्य तथा चिकित्सा अनुसंधान, महिला सशक्तिकरण और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान (पीएम विकास) शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा कि आम बजट 2023-24 में घोषित 'सप्तऋषि' प्राथमिकताओं के अनुसार विभिन्न मंत्रालयों और विभागों द्वारा वेबिनार आयोजित किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने बजट घोषणाओं के कार्यान्वयन में तालमेल लाने के लिए सभी हितधारकों को एक साथ लाने के लिए इन वेबिनार की परिकल्पना की है। बिजली मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि हरित वृद्धि पर वेबिनार में छह सत्र होंगे, जिसमें हरित वृद्धि के ऊर्जा और गैर-ऊर्जा, दोनों घटकों को शामिल किया जाएगा।
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नयी दिल्ली . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को 41वीं प्रगति बैठक की अध्यक्षता की और 13 राज्यों में 41,500 करोड़ रुपये से अधिक की नौ प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने मिशन अमृत सरोवर की भी समीक्षा की और मानसून की शुरुआत से पहले अमृत सरोवर का काम मिशन मोड में पूरा करने के लिए सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों को सलाह दी। प्रगति ‘‘प्रो-एक्टिव गवर्नेस'' और परियोजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए एक ‘‘आइसीटी'' आधारित मंच है जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें शामिल हैं। पीएमओ ने कहा कि बैठक में नौ प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा की गई। इनमें से तीन परियोजनाएं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से, दो परियोजनाएं रेल मंत्रालय से और एक-एक परियोजना बिजली मंत्रालय, कोयला मंत्रालय, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से है। इन नौ परियोजनाओं की कुल लागत 41,500 करोड़ रुपये से अधिक है और यह 13 राज्यों में क्रियान्वित की जा रही हैं। इन राज्यों में छत्तीसगढ़, पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, असम, गुजरात, महाराष्ट्र और अरुणाचल प्रदेश से संबंधित हैं। प्रधानमंत्री ने मंत्रालयों और राज्य सरकारों को बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की योजना बनाने के लिए पीएम गतिशक्ति पोर्टल का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए भूमि अधिग्रहण, उपयोगिता स्थानांतरण और अन्य मुद्दों के शीघ्र समाधान पर भी जोर दिया। उन्होंने केंद्र सरकार के मंत्रालयों और राज्य सरकारों के बीच उचित समन्वय सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने 'मिशन अमृत सरोवर' की भी समीक्षा की। उन्होंने बिहार के किशनगंज और गुजरात के बोटाद में ड्रोन के माध्यम से अमृत सरोवर स्थलों का दृश्य भी देखा। पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों को मानसून की शुरुआत से पहले अमृत सरोवर का काम मिशन मोड में पूरा करने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने योजना के तहत 50,000 अमृत सरोवरों के लक्ष्य को समय पर पूरा करने के लिए ब्लॉक स्तर पर निगरानी पर भी जोर दिया। 'मिशन अमृत सरोवर' का लक्ष्य पूरे देश में जल निकायों को फिर से जीवंत करने और भविष्य के लिए जल संरक्षण है। पीएमओ ने कहा कि एक बार मिशन पूरा हो जाने के बाद, जल धारण क्षमता में अपेक्षित वृद्धि लगभग 50 करोड़ घन मीटर होगी, अनुमानित कार्बन पृथक्करण प्रति वर्ष लगभग 32,000 टन होगा वहीं भूजल पुनर्भरण में अपेक्षित वृद्धि 22 अरब घन मीटर से अधिक होगी। जिन अमृत सरोवरों का काम पूरा हो चुका है, वे सामुदायिक गतिविधि और भागीदारी के केंद्रों के रूप में विकसित हो रहे हैं और इस प्रकार जन भागीदारी की भावना को बढ़ा रहे हैं। बयान के मुताबिक अमृत सरोवर स्थलों पर स्वच्छता रैली, जल संरक्षण पर जल शपथ, रंगोली प्रतियोगिता जैसी स्कूली बच्चों की गतिविधियां, छठ पूजा जैसे धार्मिक त्योहारों का आयोजन किया जा रहा है। प्रगति बैठकों के दौरान अब तक कुल 15.82 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली 328 परियोजनाओं की समीक्षा की गई है।
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नयी दिल्ली। अपने लिए नौकरी का चयन करते वक्त लोगों के लिए सबसे अहम कारक वेतन होता है। एक सर्वे में शामिल प्रतिभागियों में से 60 प्रतिशत ने यह कहा है। इसके अलावा कंपनी के प्रबंधन में भरोसा भी इस लिहाज से एक महत्वपूर्ण मापदंड बन गया है।
संपत्ति सलाहकार सीबीआरई इंडिया ने ‘‘भारत की आवाज: भविष्य में लोग कैसे रहेंगे, किस तरह काम और खरीदारी करेंगे'' शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की है। यह सर्वे 1,500 से अधिक लोगों पर किया गया है जिसमें करीब 70 प्रतिशत ने कहा कि वे कम से कम तीन दिन कार्यालय आकर काम करना चाहते हैं। सीबीआरई ने कहा, ‘‘विभिन्न आयुवर्ग के 60 प्रतिशत से अधिक भावी कर्मियों (कार्यालय और हाइब्रिड दोनों तरह से काम करने वाले) ने कहा कि नौकरी का चयन करते वक्त वेतन सबसे अहम कारक बना हुआ है।
वहीं आमने-सामने का संवाद सीमित होने की वजह से कंपनी के प्रबंधन में भरोसा भी दोनों प्रकार के कर्मियों के लिए एक अन्य महत्वपूण कारक के रूप में सामने आया है।'' रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यस्थल पर सुरक्षा के बेहतर उपाय और सुविधाओं को 80 प्रतिशत प्रतिभागियों ने सबसे ज्यादा प्रेरणादायी पहलू बताया जिससे वे नियमित रूप से कार्यालय आने को प्रेरित होते हैं।
सीबीआरई के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘‘सर्वे बताता है कि ज्यादातर लोग कार्यालय में नियमित आने पर जब विचार करते हैं तो कार्यस्थल की गुणवत्ता और काम करने के निजी स्थान को तवज्जो देते हैं जबकि इस मामले में महामारी के बाद से स्वास्थ्य उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक हो गया है।''
सर्वे में पाया गया कि हाइब्रिड कामकाज (कभी कार्यालय आकर तो कभी घर से काम करना) को भारत में व्यापक रूप से अपनाया गया है। 78 प्रतिशत लोग इस प्रकार के कामकाज को प्राथमिकता देते हैं। -
श्रीनगर। भारतीय सेना ने दिमाग और ताकत का सही समायोजन करने के लिए अपनी भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया है। सेना के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। सेना में भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी कर्नल जी. सुरेश ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पहले भर्ती प्रक्रिया के अंत में एक लिखित परीक्षा होती थी, लेकिन अब पहली बात यह जरूरी होगी कि भर्ती होने वाले लोग शारीरिक रूप और मानसिक रूप से मजबूत हों।'' उन्होंने कहा कि अन्य जांच जैसे शारीरिक और चिकित्सा जांच लिखित परीक्षा के बाद की जायेंगी।
कर्नल सुरेश ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में दूसरा बड़ा बदलाव यह किया गया है कि उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा में शामिल होने के लिए 500 रुपये का शुल्क देना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इस राशि में से भारतीय सेना 250 रुपये वहन करेगी जबकि उम्मीदवार को केवल 250 रुपये का भुगतान करना होगा।'' कर्नल सुरेश ने कहा कि ‘अग्निवीर' के रूप में भर्ती के लिए पंजीकरण प्रक्रिया इस महीने की शुरुआत में जारी देशव्यापी अधिसूचना के साथ शुरू हो गई है।
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण वर्ष में केवल एक बार किया जा सकता है। संशोधित भर्ती प्रक्रिया के अनुसार, भर्ती रैली से पहले कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन साझा प्रवेश परीक्षा (सीईई) आयोजित की जाएगी। सेना ने प्रक्रिया में बदलाव के संबंध में हाल में विभिन्न समाचार पत्रों में विज्ञापन दिया था। भर्ती तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में, वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन करने वाले सभी उम्मीदवारों को सीईई से गुजरना होगा।
बयान में कहा गया है कि चरण दो में, चयनित उम्मीदवारों को संबंधित सेना भर्ती कार्यालयों (एआरओ) द्वारा तय किए गए स्थान पर भर्ती रैली के लिए बुलाया जाएगा, जहां वे शारीरिक फिटनेस परीक्षण और शारीरिक माप परीक्षण से गुजरेंगे। बयान के अनुसार अंत में चरण तीन में, चयनित उम्मीदवारों को चिकित्सा जांच से गुजरना होगा।


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