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नई दिल्ली। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने केवल दो वर्ष में चार स्वदेशी टीके विकसित कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने "मिशन कोविड सुरक्षा" के माध्यम से चार टीके उपलब्ध कराए हैं, कोवैक्सिन के उत्पादन में वृद्धि की है और भविष्य में टीकों के सुचारू विकास के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा तैयार किया है। ये टीके हैं जाइकोव-डी, कॉर्बवैक्स, जैमकोवैक और इनकोवैक। श्री सिंह ने कल नई दिल्ली में नासिका वैक्सीन की औपचारिक शुरुआत के बाद, डीबीटी के सचिव राजेश गोखले और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह बात कही। डॉक्टर सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि "मिशन कोविड सुरक्षा" के अंतर्गत भारत बायोटेक के मलूर केंद्र में और इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड, हैदराबाद में कोवैक्सीन के लिए विनिर्माण सुविधाओं के विस्तार में भी सहायता दी गई है।
- धनबाद। झारखंड के धनबाद में शुक्रवार देर रात एक निजी नर्सिंग होम में आग लगने से दो डॉक्टरों समेत कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई।एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों में चिकित्सा प्रतिष्ठान के मालिक डॉक्टर विकास हाजरा, उनकी पत्नी डॉक्टर प्रेमा हाजरा, मालिक का भतीजा सोहन खमारी और घरेलू सहायिका तारा देवी शामिल हैं।अधिकारी के मुताबिक, रांची से करीब 170 किलोमीटर दूर धनबाद के बैंक मोड़ इलाके में स्थित नर्सिंग होम के स्टोर रूम में देर रात करीब दो बजे आग लग गई।धनबाद के उप-मंडलीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) प्रेम कुमार तिवारी ने ‘ बताया, “स्टोर रूम में आग लगने के बाद दम घुटने से नर्सिंग होम के मालिक और उनकी पत्नी सहित कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। एक व्यक्ति घायल भी हुआ है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। घटना के संबंध में आगे की जांच की जा रही है।”तिवारी के मुताबिक, चार मृतकों की शिनाख्त की जा चुकी है, जबकि पांचवें की पहचान होना अभी बाकी है।सीएम हेमंत सोरेन ने दुख जताया"धनबाद स्थित हाजरा मेमोरियल अस्पताल में देर रात लगी आग से प्रसिद्ध डॉक्टर दंपती डॉ विकास और डॉ प्रेमा हाजरा समेत कुल 6 लोगों की मृत्यु की खबर से मन व्यथित है। परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे।"
- गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में 70 साल के एक बुजुर्ग के 28 साल की अपनी बहू के साथ शादी रचाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों के बीच यह शादी चर्चा का विषय बन गई है।बड़हलगंज पुलिस थाना के चौकीदार कैलाश यादव (70) इस क्षेत्र के छपिया उमराव गांव के निवासी हैं। पांच दिन पहले उन्होंने अपनी विधवा बहू पूजा से एक मंदिर में विवाह कर लिया। पूजा महज 28 वर्ष की है और वह चार साल पहले अपने पति की मौत के बाद से ही अपने ससुर के साथ रह रही है।पूजा उम्र में कैलाश से 42 वर्ष छोटी है, लेकिन उसने अपनी मर्जी से उसके साथ शादी की है। बड़हलगंज पुलिस थाना ने इस बात की पुष्टि की है कि इस अनोखी शादी के संबंध में दोनों में से किसी की ओर से भी कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है।पुलिस के मुताबिक, कैलाश के तीन बेटे थे, जिनमें से पूजा का पति सबसे छोटा था। उसका बड़ा बेटा भी छपिया उमराव गांव में रहता है, जबकि दूसरा बेटा बड़हलगंज पुलिस थाना के लिए भोजन बनाता है।स्थानीय लोगों के अनुसार, चूंकि शादी के कुछ ही समय बाद पूजा के पति की मौत हो गई थी, इसलिए उसकी कोई संतान नहीं है और कैलाश की पत्नी 12 साल पहले गुजर गई थी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों से कुछ लोग पूजा से शादी करने में रुचि दिखा रहे थे, लेकिन कैलाश ने उसे खुद ही शादी का प्रस्ताव दे दिया, जिसके बाद दोनों ने एक मंदिर में ब्याह रचा लिया।
- मुंबई। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह महाराष्ट्र के नए राज्यपाल होंगे। पंजाब की कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब विधानसभा चुनाव के कुछ समय पहले कांग्रेस से अलग हो गए थे। इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हुए थे। दरअसल महाराष्ट्र के मौजूदा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने पद छोड़ने की इच्छा जताई थी। इसके बाद अमरिंदर सिंह को राज्यपाल बनाने का फैसला किया गया है।कोश्यारी छत्रपति शिवाजी को लेकर अपनी टिप्प्णी के कारण लगातार विपक्ष के निशाने पर रहे। इसके चलते उन्होंने पद से हटने की तैयारी की थी। भगत सिंह कोश्यारी ने सोमवार को कहा था कि माननीय प्रधानमंत्री के हालिया मुंबई दौरे के दौरान मैंने सभी राजनीतिक दायित्यों से मुक्त होने और बाकी जीवन पढ़ने-लिखने और अन्य गतिविधियों में बिताने की अपनी इच्छा के बारे में बताया था। उन्होंने कहा कि वह अपने जीवन का बाकी समय पढ़ने-लिखने समेत अन्य गतिविधियों में बिताना चाहेंगे। राजभवन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, राज्यपाल ने कहा था कि माननीय प्रधानमंत्री से उन्हें हमेशा प्यार और स्नेह मिला और वह उम्मीद करते हैं इस संबंध में भी उन्हें वही स्नेह मिलेगा।
- नयी दिल्ली। केंद्र ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय को बताया कि 2018 की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के 53 ‘टाईगर रिजर्व’ में 2,967 बाघ हैं।शीर्ष न्यायालय अधिवक्ता अनुपम त्रिपाठी द्वारा 2017 में दायर की गई एक याचिका पर सुनवाई कर रही है। याचिका में विलुप्तप्राय बाघों को बचाने का अनुरोध किया गया है, जिनकी संख्या देश में घटती जा रही है।अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल (एएसजी) ऐश्वर्या भाटी ने न्यायमूर्ति के.एम. जोसेफ और न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना की पीठ को बताया कि बाघों के संरक्षण और उनकी संख्या बढ़ाने के लिए काफी कार्य किया गया है।शीर्ष न्यायालय ने इस दलील का संज्ञान लिया और विषय को मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया क्योंकि त्रिपाठी न्यायालय में उपस्थित नहीं थे। पीठ ने कहा, ‘‘एएसजी ऐश्वर्या भाटी की दलील सुनी। 2018 की गणना के मुताबिक, भारत के 53 टाईगर रिजर्व में 2,967 बाघ हैं। यह संख्या इस वन्य जीव की वैश्विक आबादी का 70 प्रतिशत है और ये आंकड़े बाघों की संख्या बढ़ने की ओर इशारा करते हैं। न्याय के हित में, याचिकाकर्ता को अवसर देने के लिए, सुनवाई तीन मार्च के लिए सूचीबद्ध की जाए।’’
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नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका गणराज्य और भारत गणराज्य ने एशियाई देश में चीते को फिर से लाने में सहयोग करने हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते के अनुसार, फरवरी 2023 के दौरान 12 चीतों का एक प्रारंभिक जत्था दक्षिण अफ्रीका से भारत लाया जाना है। ये चीते 2022 के दौरान नामीबिया से भारत लाए गए आठ चीतों के साथ शामिल हो जायेंगे।
चीतों की आबादी को बढ़ाना भारत की प्राथमिकता है और इसके संरक्षण के महत्वपूर्ण एवं दूरगामी परिणाम होंगे, जिसका लक्ष्य कई पारिस्थितिक उद्देश्यों को हासिल करना होगा, जिसमें भारत में उनकी ऐतिहासिक सीमा के भीतर चीते की भूमिका को फिर से स्थापित करना और स्थानीय समुदायों की आजीविका संबंधी विकल्पों को बेहतर करना तथा उनकी अर्थव्यवस्थाओं को आगे बढ़ाना शामिल है। फरवरी में 12 चीतों के आयात के बाद, अगले आठ से 10 वर्षों के लिए सालाना 12 चीतों को स्थानांतरित करने की योजना है।पिछली शताब्दी में अधिक शिकार और निवास स्थान के नुकसान के कारण इस प्रतिष्ठित प्रजाति के स्थानीय स्तर पर विलुप्त हो जाने के बाद चीता को एक पूर्व दायरे वाले देश में फिर से लाने की पहल भारत गणराज्य की सरकार से प्राप्त अनुरोध के बाद की जा रही है। इस बहु-विषयक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय जैव विविधता संस्थान (एसएएनबीआई), दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय उद्यान (एसएएनपार्क), चीता रेंज विस्तार परियोजना, और दक्षिण अफ्रीका में लुप्तप्राय वन्यजीव ट्रस्ट (ईडब्ल्यूटी) के सहयोग से राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) और भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के साथ मिलकर वानिकी, मत्स्य पालन और पर्यावरण विभाग (डीएफएफई) द्वारा समन्वित किया जा रहा है।भारत में चीता को फिर से लाने से संबंधित यह समझौता ज्ञापन (एमओयू) भारत में चीता की व्यवहार्य और सुरक्षित आबादी स्थापित करने हेतु दोनों पक्षों के बीच सहयोग की सुविधा प्रदान करता है; संरक्षण को बढ़ावा देता है और यह सुनिश्चित करता है कि चीता के संरक्षण को बढ़ावा देने संबंधी विशेषज्ञता को साझा व आदान-प्रदान हो और उसके लिए आवश्यक क्षमता का निर्माण किया जाए। इसमें मानव-वन्यजीव संघर्ष समाधान, वन्यजीवों का कब्जा एवं स्थानांतरण और दोनों देशों में संरक्षण के कार्यों में सामुदायिक भागीदारी शामिल है। समझौता ज्ञापन के अनुसार, दोनों देश बड़े मांसाहारी जीवों के संरक्षण में प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण, प्रबंधन, नीति और विज्ञान के क्षेत्र में पेशेवरों के प्रशिक्षण के माध्यम से सहयोग और उत्कृष्ट कार्यप्रणालियों का आदान-प्रदान करेंगे, और दोनों देशों के बीच स्थानांतरित चीतों के लिए एक द्विपक्षीय संरक्षकता की व्यवस्था बनायेंगे।इस समझौता ज्ञापन की शर्तों की प्रासंगिकता सुनिश्चित करने हेतु इसकी हर पांच साल में समीक्षा की जाएगी। -
नई दिल्ली। भारत ने सिंधु जल संधि में संशोधन के लिए पाकिस्तान को नोटिस जारी किया है। सूत्रों के अनुसार, सिंधु जल के संबंधित आयुक्तों के जरिए इस महीने की 25 तारीख को नोटिस दिया गया था। भारत ने पाकिस्तान से संधि का भौतिक उल्लंघन सुधारने के लिए 90 दिनों के भीतर अंतर-सरकारी वार्ता में भाग लेने के लिए कहा है।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान के रवैये ने संधि के प्रावधानों और उनके कार्यान्वयन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। इसलिए भारत को सिंधु जल संधि में संशोधन के लिए पाकिस्तान को ये नोटिस जारी करना पड़ा। सूत्रों ने कहा कि, भारत हमेशा से इस संधि को ज्यों का त्यों लागू करने का प्रबल समर्थक और एक जिम्मेदार भागीदार रहा है। 2017 से 2022 तक स्थायी सिंधु आयोग की पांच बैठकों के दौरान भारत ने आपसी सहमति से रास्ता खोजने के लिए प्रयास किया था, लेकिन पाकिस्तान ने विवाद निपटाने की प्रक्रिया से इनकार कर दिया। -
नई दिल्ली। मिस्र ने स्वेज नहर विशेष आर्थिक क्षेत्र में भारतीय उद्योगों को भूमि आवंटित करने की योजना बनाई है। शिखर बैठक को लेकर दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि भारतीय पक्ष प्रस्ताव के लिए मास्टर प्लान की व्यवस्था कर सकता है। यह प्रस्ताव मिस्र में उपलब्ध निवेश अवसरों का उपयोग करने के लिए विदेशी निवेश करने की क्षमता रखने वाली कंपनियों को प्रोत्साहित करने के भारत के प्रस्ताव के संदर्भ में है। बयान में कहा गया है, मिस्र अधिक भारतीय निवेश के प्रवाह का स्वागत करता है और लागू नियमों और रूपरेखा के अनुसार प्रोत्साहन और सुविधाएं देने का वायदा करता है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने मिस्र में भारतीय निवेश के विस्तार का स्वागत किया है। दोनों देशों के बीच इस समय तीन अरब 15 करोड़ डॉलर से अधिक का व्यापार होता है। दोनों नेता परस्पर उभरते आर्थिक और निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए व्यवसायों को प्रोत्साहित करने पर सहमत हुए। दोनों नेताओं ने मजबूत द्विपक्षीय आर्थिक जुड़ाव की सराहना की और महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद 2021-22 में सात अरब 26 करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर द्विपक्षीय व्यापार के मौजूदा स्तर पर संतोष व्यक्त किया। संयुक्त बयान में उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि व्यापार में विविधता लाने और मूल्यवर्धन पर ध्यान केंद्रित करके दोनों देशों द्वारा अगले पांच वर्षों के भीतर 12 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
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नयी दिल्ली. अरुण कुमार सिंह को देश की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादक कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) भी बन गए हैं। एक महीने पहले भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) के सेवानिवृत्त प्रमुख को ओएनजीसी का चेयरमैन नियुक्त किया गया था। ओएनजीसी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी।
ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) का प्रमुख परंपरागत रूप से चेयरमैन और प्रबंध निदेशक करता है। हालांकि, 31 मार्च, 2021 को शशि शंकर के सेवानिवृत्त होने के बाद इसका पूर्णकालिक प्रमुख नहीं था। सरकार ने सात दिसंबर को कुछ महीने पहले बीपीसीएल के प्रमुख के रूप में सेवानिवृत्त हुए अरुण कुमार सिंह को ओएनजीसी के चेयरमैन के रूप में नामित किया था। लेकिन उन्हें कंपनी का प्रबंध निदेशक नहीं बनाया गया था। अब उन्हें कंपनी का सीईओ भी नियुक्त किया गया है।
डीओपीटी के आदेश के अनुसार, 60 वर्षीय सिंह को उनके पदभार ग्रहण करने की तारीख से तीन साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया है। उन्होंने सात दिसंबर, 2022 को कार्यभार संभाला। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना से मैकेनिकल इंजीनियर, सिंह अक्टूबर, 2018 से सितंबर, 2021 तक बीपीसीएल के निदेशक (विपणन) थे, जिसके बाद उन्हें कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के रूप में पदोन्नत किया गया। सिंह 13 महीने बाद अक्टूबर, 2022 में 60 साल की सेवानिवृत्ति की आयु प्राप्त करने के बाद बीपीसीएल प्रमुख के रूप में सेवानिवृत्त हुए। महारत्न पीएसयू के प्रमुख के रूप में नियुक्त किए जाने वाले सेवानिवृत्त कार्यकारी का शायद यह पहला उदाहरण है। पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा गठित एक खोज-सह-चयन समिति ने 27 अगस्त, 2022 को छह उम्मीदवारों के साक्षात्कार के बाद सिंह पर ध्यान केंद्रित किया था। सिंह को 27 अगस्त के साक्षात्कार से पहले ही पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) का प्रमुख चुना गया था। तेल और गैस उद्योग में अपने लगभग 38 वर्षों के अनुभव में, उन्होंने बीपीसीएल में खुदरा, एलपीजी, पाइपलाइन और आपूर्ति श्रृंखला अनुकूलन जैसी व्यावसायिक इकाइयों और संस्थाओं का नेतृत्व किया है। -
नयी दिल्ली. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को कहा कि डेटा और उपकरणों की बढ़ती कीमतें डिजिटलीकरण के तेजी से प्रसार के लिए चिंता का विषय हैं। केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के हाल ही में न्यूनतम मासिक रिचार्ज योजना को लगभग 57 प्रतिशत बढ़ाने की पृष्ठभूमि में आई है। चंद्रशेखर ने कहा, ''डेटा या उपकरणों की लागत में वृद्धि चिंता का विषय है, क्योंकि इससे डिजिटलीकरण में बाधा पहुंचती है।'' मंत्री ने कहा कि उन्हें एयरटेल द्वारा मोबाइल सेवाओं की दरों में बढ़ोतरी के बारे में जानकारी नहीं थी। मंत्रालय ने बढ़ोतरी के अल्पकालिक या दीर्घकालिक प्रभाव के बारे में पता लगाने के लिए दूरसंचार नियामक ट्राई से संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध से दुनिया भर में कीमतों पर असर पड़ा है और डेटा मूल्य के प्रभाव की जांच करने की जरूरत है। भारती एयरटेल ने कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश पश्चिम समेत आठ सर्किल में 28 दिनों की मोबाइल फोन सेवा योजना के लिए अपने न्यूनतम रिचार्ज की कीमत लगभग 57 प्रतिशत बढ़ाकर 155 रुपये कर दी है। कंपनी ने अपने 99 रुपये के न्यूनतम रिचार्ज प्लान को बंद कर दिया है, जिसके तहत उसने 200 मेगाबाइट डेटा और 2.5 पैसे प्रति सेकंड की दर से कॉल की पेशकश की थी। कंपनी के नए 155 रुपये वाले प्लान में असीमित कॉलिंग के साथ एक जीबी डेटा और 300 एसएमएस की पेशकश की जा रही है।
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नयी दिल्ली. सरकार जल्द ही स्मारक मित्र योजना के एक नये संस्करण की शुरुआत करेगी, जिसके तहत संस्कृति मंत्रालय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के 1,000 स्मारकों के रख-रखाव के लिए निजी उद्योगों के साथ साझेदारी करेगा और लाइट एंड साउंड शो समेत अन्य गतिविधियां आयोजित करेगा। यह जानकारी एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को दी। केंद्रीय संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य 15 अगस्त तक संशोधित स्मारक मित्र योजना के तहत 500 स्थलों के लिए भागीदारों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना है, जब आजादी का अमृत महोत्सव समाप्त होगा।'' स्मारक मित्र योजना कुछ साल पहले पर्यटन मंत्रालय के तहत शुरू की गई थी, जिसमें किसी स्थल को रख-रखाव और अन्य संबंधित गतिविधियों के लिए गोद लेना शामिल है। मोहन ने कहा कि स्मारक मित्र योजना को कुछ महीने पहले पर्यटन मंत्रालय से संस्कृति मंत्रालय में स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि संशोधित स्मारक मित्र योजना उसकी वेबसाइट के साथ जल्द ही शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह योजना कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पर आधारित होगी। उन्होंने कहा कि वेबसाइट में स्थलों के नाम और अन्य संबंधित विवरण होंगे। मोहन ने कहा, ‘‘हम 1,000 स्मारकों के रख-रखाव, लाइट और साउंड शो करने और व्याख्या सेंटर चलाने के लिए निजी उद्योग के साथ साझेदारी करने के इच्छुक हैं। कोई भागीदार पूरी गतिविधियां या इसके एक खंड को ले सकता है।''
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ठाणे. महाराष्ट्र के ठाणे जिले में पुलिस ने 54 वर्ष के एक व्यक्ति को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से 19.6 लाख रुपये मूल्य की मेफेड्रोन जब्त की है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, 21 जनवरी को काशमीरा इलाके में गश्त के दौरान पुलिस के मादक पदार्थ रोधी इकाई के अधिकारियों ने एक व्यक्ति को मंदिर के पास संदिग्ध तरीके से घूमते हुए देखा। पुलिस द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, संदिग्ध व्यक्ति पुलिसकर्मियों को देखकर भागने लगा, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि पुलिस ने पालघर जिले के नालासोपारा इलाके के रहने वाले आरोपी फहीम करीम खान के कब्जे से 98 ग्राम मेफेड्रोन जब्त की। इसमें कहा गया है कि आरोपी के खिलाफ स्वापक औषधि और मनःप्रभावी पदार्थ अधिनियम, (एनडीपीएस) के प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया गया। फिलहाल, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी को मेफेड्रोन कहां से मिली और वह इसे किसको बेचना चाहता था।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल जीवन मिशन के तहत 11 करोड़ नल कनेक्शन प्रदान करने को एक ‘बड़ी उपलब्धि' बताया और बुधवार को कहा कि यह दर्शाता है कि देश भर में लोगों को पाइप से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर कितना काम किया गया। इस मिशन का उद्देश्य 2024 तक महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान देने के साथ ही घरों में नल के पानी की आपूर्ति प्रदान करना है। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘एक बड़ी उपलब्धि, जो संकेत देती है कि भारत के लोगों को 'हर घर जल' सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर कितना काम किया गया। उन सभी को बधाई, जो इस पहल से लाभान्वित हुए हैं। इस मिशन को सफल बनाने के लिए जमीन पर काम करने वालों को शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री ने जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही।
शेखावत ने कहा, 11 करोड़ नल कनेक्शन! हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण, मंत्रालय द्वारा जल जीवन मिशन के लिए निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए किए गए अथक प्रयास और जमीन पर हमारी टीम के प्रयासों ने इस मील के पत्थर को संभव बनाया है।'' उन्होंने कहा कि 11 करोड़ घरों में अब स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित हो गया है और जीवन का यह अमृत उनके दरवाजे तक पहुंच रहा है। -
पुणे. महाराष्ट्र के पुणे जिले में पुलिस ने एक परिवार के सात सदस्यों की मौत के मामले में पांच व्यक्तियों को हिरासत में लेने के साथ ही हत्या का एक मामला दर्ज किया गया है। सातों शव एक नदी में मिले थे। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि मृतकों में एक दंपति, उनकी बेटी-दामाद और तीन नाती-पोते शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान मोहन पवार (45), उनकी पत्नी संगीता मोहन (40), उनकी बेटी रानी फुलवारे (24), दामाद श्याम फुलवारे (28) और तीन से सात साल की आयु वाले तीन बच्चों के रूप में हुई है। अधिकारी ने बताया कि चार शव 18 जनवरी से 22 जनवरी के बीच मिले थे जबकि अन्य़ तीन शव मंगलवार को पुणे शहर से करीब 45 किलोंमीटर दूर दौंड तहसील के यवत गांव में भीमा नदी पर स्थित परगोन पुल के पास मिले थे। पुणे ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ''हमने सात लोगों की मौत के सिलसिले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत एक मामला दर्ज किया है।'' इससे पहले पुलिस ने बताया था कि, शव भीमा नदी की तलहटी में एक-दूसरे से 200 से 300 मीटर की दूरी पर मिले थे। पुलिस ने कहा था कि चार शवों का पोस्टमार्टम किया गया था। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि चारों की मौत डूबने की बजह से हुई। पुलिस ने कहा था कि मृतक मराठबाड़ा क्षेत्र के बीड़ और उस्मानाबाद जिलों के रहने वाले थे और मजदूरी करते थे। - नयी दिल्ली,। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस वर्ष के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में भाग लेने वाले 200 से अधिक छात्र एवं शिक्षक गणतंत्र दिवस परेड और ‘‘बीटिंग रिट्रीट'' समारोह भी देखेंगे। शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दीं उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को 74वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान छात्रों एवं शिक्षकों को कर्तव्य पथ पर ‘‘इनक्लोजर'' संख्या 18 में बैठाया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, कला उत्सव प्रतियोगिता के विजेताओं सहित 200 छात्र और परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में भाग लेने वाले शिक्षक भी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड और 29 जनवरी को ‘‘बीटिंग रिट्रीट'' कार्यक्रम देखेंगे। परीक्षा पे चर्चा एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसमें प्रधानमंत्री आगामी बोर्ड परीक्षाओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों के साथ बातचीत करते हैं। प्रधानमंत्री परीक्षा के तनाव और अन्य मुद्दों से संबंधित सवालों के जवाब भी देते हैं। इस कार्यक्रम का छठा संस्करण 27 जनवरी को दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में आयोजित होगा। स्कूल व कॉलेज छात्रों के साथ प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम का पहला संस्करण 16 फरवरी, 2018 को स्टेडियम में आयोजित किया गया था। वार्षिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 25 नवंबर से 30 दिसंबर तक खुली थी।अधिकारी ने बताया कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों को राजघाट, सदैव अटल, प्रधानमंत्री संग्रहालय, कर्तव्य पथ जैसे राष्ट्रीय महत्व के स्थानों पर भी ले जाया जाएगा ताकि वे देश की समृद्ध विरासत से परिचित हो सकें। file photo
- नयी दिल्ली। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के 29 अधिकारियों और कर्मचारियों को ‘अनुकरणीय और दोषरहित प्रदर्शन' के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस वर्ष चुने गए पुरस्कार विजेताओं में प्रमुख मुख्य आयुक्त, आयुक्त, अतिरिक्त महानिदेशक, निदेशक, अतिरिक्त निदेशक, संयुक्त आयुक्त, सहायक आयुक्त, मुख्य लेखा अधिकारी, अधीक्षक, वरिष्ठ आसूचना अधिकारी, निरीक्षक और अवर श्रेणी लिपिक के रूप में कई वर्षों में लगातार विभिन्न क्षमताओं में विभाग की सेवा करने वाले अधिकारी शामिल हैं। हर साल सीबीआईसी के अधिकारियों और कर्मचारियों को ‘जीवन के जोखिम पर प्रदान की गई असाधारण मेधावी सेवा' के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र और पदक के राष्ट्रपति पुरस्कार देने पर विचार किया जाता है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘इस साल 29 अधिकारियों/कर्मचारियों को सेवा के विशेष रूप से विशिष्ट रिकॉर्ड' के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र और पदक के लिए चुना गया है।' इन अधिकारियों का चयन वर्षों से सेवा के अपने संबंधित क्षेत्रों में उनके अनुकरणीय और त्रुटिहीन प्रदर्शन के आधार पर किया गया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति पुरस्कारों की घोषणा की गई।
- नयी दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बाबासाहेब आंबेडकर और अन्य विभूतियों द्वारा प्रस्तुत भविष्य के मानचित्र का जिक्र करते हुए कहा कि हम काफी हद तक उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे भी हैं, लेकिन यह भी महसूस करते हैं कि गांधीजी के सर्वोदय के आदर्शों को प्राप्त करना, सभी का उत्थान किया जाना अभी बाकी है। राष्ट्रपति मुर्मू ने देश के 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में यह बात कही। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत विश्व की सबसे पुरानी और जीवंत सभ्यताओं में से एक है तथा उसे लोकतंत्र की जननी कहा जाता है, फिर भी हमारा आधुनिक गणतंत्र युवा है। स्वतंत्रता के प्रारंभिक वर्षों की चुनौतियों का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर और अन्य विभूतियों ने हमें एक मानचित्र तथा एक नैतिक आधार प्रदान किया और उस राह पर चलने की जिम्मेदारी हम सब की है। उन्होंने कहा, ‘‘ हम काफी हद तक उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे भी हैं लेकिन हम यह महसूस करते हैं कि गांधीजी के सर्वोदय के आदर्शों को प्राप्त करना अर्थात सभी का उत्थान किया जाना अभी बाकी है।'' राष्ट्रपति ने कहा कि हमने सभी क्षेत्रों में उत्साहवर्धक प्रगति हासिल की है तथा सर्वोदय के मिशन में आर्थिक मंच पर भी प्रगति सबसे अधिक उत्साहजनक रही है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया तथा यह उल्लेख करना जरूरी है कि यह उपलब्धि आर्थिक अनिश्चितता से भरी वैश्विक पृष्ठभूमि में प्राप्त की गई है। कोविड-19 के वैश्विक प्रभावों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी चौथे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है और दुनिया के अधिकांश हिस्सों में आर्थिक विकास पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि शुरुआती दौर में कोविड-19 से भारत की अर्थव्यवस्था को काफी क्षति पहुंची, फिर भी सक्षम नेतृत्व और प्रभावशीलता के बल पर हम इससे बाहर आ गए और अपनी विकास यात्रा को फिर से शुरू किया। मुर्मू ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था के अधिकांश क्षेत्र अब हमारी महामारी के प्रभाव से बाहर आ गए हैं। भारत तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है । यह सरकार द्वारा समय पर किए गए प्रयासों द्वारा ही संभव हो पाया है।'' उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में आत्मनिर्भर भारत अभियान के प्रति जन सामान्य के बीच विशेष उत्साह देखा जा रहा है। सरकार की कल्याण योजनाओं का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कई क्षेत्रों में विशेष प्रोत्साहन योजनाएं लागू की गई हैं और यह संतोष की बात है कि जो लोग हाशिए पर रह गए थे, उनका भी योजनाओं और कार्यक्रमों में समावेश किया गया है तथा कठिनाई में उनकी मदद की गई है। उन्होंने कहा कि मार्च 2020 में घोषित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पर अमल करते हुए सरकार ने उस समय गरीब परिवारों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की, जब हमारे देशवासी कोविड-19 की महामारी के कारण अकस्मात उत्पन्न हुए आर्थिक विरोध का सामना कर रहे थे। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजनाओं का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इस सहायता की वजह से किसी को खाली पेट नहीं सोना पड़ा तथा गरीब परिवारों के हित को सर्वोपरि रखते हुए इस योजना की अवधि को बार बार बढ़ाया गया तथा लगभग 81 करोड़ देशवासी लाभान्वित होते रहे। उन्होंने कहा कि इस सहायता को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने घोषणा की है कि वर्ष 2023 के दौरान सभी लाभार्थियों को उनका मासिक राशन मिलेगा । इस ऐतिहासिक कदम से सरकार ने कमजोर वर्गों के आर्थिक विकास के साथ उनकी देखभाल की जिम्मेदारी ली है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हमारी अर्थव्यवस्था का आधार सुदृढ़ होने के कारण ही हम उपयोगी प्रयासों को शुरू करने और उन्हें आगे बढ़ाने में सक्षम हो सके हैं। हमारा अंतिम लक्ष्य ऐसा वातावरण बनाना है जिससे सभी नागरिक व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से अपनी वास्तविक क्षमताओं का उपयोग करें एवं उनका जीवन फले फूले।'' मुर्मू ने कहा कि गणतंत्र का एक और वर्ष बीत चुका है तथा एक नया वर्ष शुरू हो रहा है..यह अभूतपूर्व परिवर्तन का दौर रहा है महामारी के प्रकोप से दुनिया कुछ ही दिनों में बदल गई थी। उन्होंने कहा कि पिछले 3 वर्षों के दौरान जब भी हमें लगा कि हमने वायरस पर काबू पा लिया है तो वायरस फिर किसी विकृत रूप में वापस आ गया। उन्होंने कहा कि लेकिन अब इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि हमने यह समझ लिया है कि हमारा नेतृत्व कर रहे हमारे वैज्ञानिक और डॉक्टर, हमारे प्रशासक और कोरोना योद्धा.. वायरस से उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे । राष्ट्रपति ने कहा कि हमने यह भी सीखा है कि हम अपनी सुरक्षा में कभी कमी नहीं आने देंगे तथा सतर्क रहेंगे। मुर्मू ने कहा कि विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए हमें प्राचीन परंपराओं को नई दृष्टि से देखना होगा हमें अपनी मूलभूत प्राथमिकताओं पर भी पुनर्विचार करना होगा परंपरागत जीवन मूल्यों के वैज्ञानिक आयामों को समझना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें एक बार फिर प्रकृति के प्रति सम्मान का भाव और अनंत ब्रह्मांड के सम्मुख विनम्रता का भाव जागृत करना होगा
- -मुलायम सिंह, जाकिर हुसैन समेत 6 हस्तियों को पद्म विभूषण, 9 को पद्म भूषण और 91 को पद्मश्री सम्माननई दिल्ली। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों का ऐलान कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ से तीन कलाकारों को पद्मश्री के लिए चुना गया है। बालोद जिले के नाचा कलाकार डोमार सिंह कुंवर और कांकेर जिले के काष्ठ शिल्पी अजय कुमार मंडावी और दुर्ग की अंतरराष्ट्रीय पंथी व पंडवानी गायिका ऊषा बारले को यह सम्मान मिलेगा।पंडवानी गायिका ऊषा बारलेपंडवानी गायिका ऊषा बारले का 2 मई 1968 को भिलाई में जन्म हुआ। माता श्रीमती धनमत बाई पिता स्व. खाम सिंह जांगड़े है। विवाह अमरदास बारले के साथ बाल विवाह 1971 में हुआ। उन्होंने सात वर्ष की उम्र में गुरू मेहत्तरदास बघेलजी से पंडवानी गायन की शिक्षा ली। उन्होंने अपना पहला कार्यक्रम भिलाई खुर्सीपार में दिया। फिर धीरे-धीरे भिलाई स्टील प्लांट के सामुदायिक विभाग के लोक महोत्सव से 1975 में भाग लिया जो आज तक जारी है। पदम् विभूषण डा. तीजन बाई से प्रशिक्षण लिया। तपोभूमि गिरौदपुरी धाम में स्वर्ण पदक से 6 बार सम्मानित किया गया। उनकी अंतिम इच्छा है कि मंच पर पंडवानी गायन करते हुए उनके प्राण जाए। बता दें उनकी अपनी संस्था द्वारा सेक्टर 1 भिलाई में निश्शुल्क पंडवानी प्रशिक्षण दिया जाता है। छत्तीसगढ़ के अलावा न्यूयार्क, लंदन, जापान में भी पंडवानी गायन कर चुकी है।नाचा कलाकार डोमार सिंह कुंवर75 वर्षीय नाचा कलाकार डोमार सिंह कुंवर बालोद जिले के ग्राम लाटाबोड़ के रहने वाले हैं। उन्होंने पिछले पांच दशकों से नाचा की परंपरा को जीवित रखने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है। उनके नाटक की छत्तीसगढ़ सहित देशभर में 5,000 से अधिक प्रस्तुति हो चुकी है। वे अपने नाटकों के माध्यम से अंधविश्वास और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने के बारे में जागरूकता फैलाते हैं। इस बेहतर कार्य के लिए राज्य शासन, संस्कृति विभाग व जिला प्रशासन सहित विभिन्न सामाजिक व सांस्कृतिक एवं धार्मिक संगठन कलाकार डोमार सिंह का सम्मान भी कर चुके हैं। उन्होंने 12 साल की उम्र में पहली बार मंच पर प्रस्तुति दी थी। तभी से नाचा व गम्मत की प्रस्तुति कर रहे है। वे नाचा गम्मत की प्रस्तुति के साथ ही 150 से ज्यादा प्रेरणाप्रद गीत भी लिख चुके हैं। इसके अलावा मन के बात मन म रहिगे जैसी तीन छत्तीसगढ़ी फिल्म का निर्माण और उसमें काम कर चुके हैं। इनके लिखे गाने की प्रस्तुति आकाशवाणी एवं नाचा का प्रसारण बीबीसी लंदन से भी प्रसारित हुआ था।काष्ठ शिल्पी अजय कुमार मंडावीवहीं, कांकेर जिले से सटे ग्राम गोविंदपुर निवासी काष्ठ शिल्पी अजय कुमार मंडावी का पूरा परिवार किसी न किसी कला से जुड़ा है। यूं कहें कि कला उन्हें विरासत में मिली। शिक्षक पिता आरपी मंडावी मिट्टी की मूर्तियां बनाते हैं जबकि मां सरोज मंडावी की रुचि पेंटिंग में है। भाई विजय मंडावी अच्छे अभिनेता व मंच संचालक हैं। मंडावी ऐसे कलाकार हैं, जो अपनी कला के जरिए देश के लिए नासूर बनी नक्सलवादी विचारधारा रखने वाले लोगों के विचारों में परिवर्तन ला रहे हैं। जिला जेल के करीब दो सौ ऐसे बंदियों को उन्होंने काष्ठ शिल्प में पारंगत किया है, जो कभी नक्सली थे। कई नक्सली अपनी सजा खत्म होने के बाद उनकी सिखाई कला की बदौलत ही आज समाज में सम्मान की जिंदगी जी रहे हैं। अजय ने कई धार्मिक ग्रंथों के साथ ही हरिवंशराय बधान की अमर कृति मधुशाला को भी काष्ठ पर जीवंत किया है। उनके पास कई अमूल्य कृतियां हैं। अजय की कलाकृति पर राज्य सरकार ने वर्ष 2006 में स्टेट अवार्ड प्रदान किया है।
- नयी दिल्ली । देश के 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कुल 901 पुलिस कर्मियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। इनमें 140 कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी), 93 को राष्ट्रपति के पुलिस पदक (पीपीएम) और 668 को मेधावी सेवा (पीएम) के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। मंत्रालय के एक बयान में बताया गया कि 140 वीरता पुरस्कारों में से वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के 80 कर्मियों और जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के 45 कर्मियों को उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए पदक प्रदान किये गये। वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले कर्मियों में, 48 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से, 31 महाराष्ट्र पुलिस से, 25 जम्मू-कश्मीर पुलिस से, नौ झारखंड से और दिल्ली पुलिस, छत्तीसगढ़ पुलिस तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से सात-सात कर्मी हैं। इनमें शेष अन्य राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों एवं सीएपीएफ के जवान हैं। पुलिस बलों के बीच वीरता पुरस्कारों की सर्वश्रेष्ठ श्रेणी के तहत आने वाला राष्ट्रपति का पुलिस वीरता पदक (पीपीएमजी) किसी कर्मी को प्रदान नहीं किया गया है। वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) जीवन और संपत्ति को बचाने या अपराध को रोकने या अपराधियों को गिरफ्तार करने में विशिष्ट वीरता के आधार पर प्रदान किया जाता है। विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक (पीपीएम) पुलिस सेवा में विशेष विशिष्ट रिकॉर्ड के लिए प्रदान किया जाता है और मेधावी सेवा के लिए पुलिस पदक (पीएम) संसाधन और कर्तव्य के प्रति समर्पण की विशेषता वाली मूल्यवान सेवा के लिए प्रदान किया जाता है।
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नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री रजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि बेंगलुरु में आगामी ‘एयरो इंडिया-2023' प्रदर्शनी ना केवल हवाई (एयरोस्पेस) क्षेत्र में देश की बढ़ती ताकत का प्रदर्शन करेगी, बल्कि एक मजबूत और आत्मनिर्भर ‘नये भारत' के उदय को भी दर्शाएगी। ‘एयरो इंडिया' के 14वें संस्करण को एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस प्रदर्शनी के रूप में पेश किया जा रहा है। इसका आयोजन बेंगलुरु में 13 फरवरी से 17 फरवरी तक होगा। इस बड़ी प्रदर्शनी की तैयारियों की समीक्षा को लेकर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के दौरान सिंह ने यह बयान दिया। अधिकारियों ने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 731 प्रतिभागी पहले ही पंजीकरण करवा चुके हैं। रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘‘पांच दिवसीय कार्यक्रम की विषयवस्तु ‘एक अरब अवसरों का रनवे‘ (द रनवे टू ए बिलियन अपार्च्यूनिटीज) होगी। यह अब तक सबसे बड़ा एयरो शो होगा जिसे येलहंका वायुसेना अड्डे पर आयोजित किया जाएगा जो करीब 35000 वर्ग मीटर में फैला है।'' मंत्रालय ने बताया कि सिंह ने सभी पक्षकारों से अपील की कि प्रतिभागियों के लिए पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘एयरो इंडिया-2023 केवल एक कार्यक्रम नहीं होगा, बल्कि यह रक्षा एवं हवाई क्षेत्र की बढ़ती ताकत और एक मजबूत और आत्मनिर्भर ‘नये भारत' के उदय को दर्शायेगा।
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नयी दिल्ली. भारतीय पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) ने आयुर्वेद और चिकित्सा की अन्य परंपरागत प्रणालियों के क्षेत्र में चिकित्सा पर्यटन या स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आयुष मंत्रालय के साथ समझौता किया है। एक बयान के मुताबिक इस समझौते के तहत आईटीडीसी ‘हील इन इंडिया-आयुर्वेद, योग और भारतीय परंपरागत चिकित्सा प्रणाली में स्वास्थ्य पर्यटन' को प्रोत्साहित करेगा। आईटीडीसी के बयान में कहा गया कि वह आयुष एवं पर्यटन मंत्रालय की सलाह से देश को चिकित्सकीय लिहाज से मूल्यवान यात्रा (मेडिकल वैल्यू ट्रैवल) के क्षेत्र में दुनिया का अव्वल गंतव्य बनायेगा। ‘मेडिकल वैल्यू ट्रैवल' को स्वास्थ्य पर्यटन या चिकित्सा पर्यटन के रूप में भी जाना जाता है। चिकित्सा पर्यटन को उस यात्रा के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसका मकसद चिकित्सकीय सहायता से स्वास्थ्य सुधार और स्वास्थ्य का रख-रखाव है। समझौता ज्ञापन के तहत आईटीडीसी उसके द्वारा संचालित होटलों में आयुर्वेद और योग केंद्र स्थापित करने की संभावना तलाशेगा। यह समझौता आयुष मंत्रालय के विशेष सचिव प्रमोद कुमार पाठक, निदेशक एसआरके विद्यार्थी और वाणिज्य एवं मार्केटिंग निदेशक पीयूष तिवारी की उपस्थिति में हुआ।
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इंदौर. मध्यप्रदेश के इंदौर के उच्च सुरक्षा इंतजामों वाले देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परिसर में एक अज्ञात व्यक्ति का नर कंकाल मिला है।
पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एयरोड्रम थाने के प्रभारी संजय शुक्ला ने बताया कि हवाई अड्डे की चहारदीवारी के पास बिजली से जुड़े काम के दौरान एक कर्मचारी ने बरसात के पानी की निकासी के लिए बनाए गए गड्ढे में सोमवार रात नर कंकाल देखा और इसके बाद हवाई अड्डे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी की ओर से पुलिस को इसकी सूचना दी गई। उन्होंने बताया, "पहली नजर में नर कंकाल के साल भर पुराना होने का अनुमान है। कंकाल के पास इसकी पहचान का कोई भी सुराग नहीं मिला है।" थाना प्रभारी ने बताया कि नर कंकाल को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। शुक्ला ने बताया कि हवाई अड्डा परिसर में जिस जगह नर कंकाल मिला है, वहां काफी झाड़-झंखाड़ हैं और इससे सटे इलाके में सियारों की आवा-जाही भी बनी रहती है। उन्होंने बताया कि नर कंकाल मिलने के मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
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पुणे. महाराष्ट्र के पुणे जिले में नदी के किनारे तीन बच्चों सहित एक ही परिवार के सात सदस्यों के शव मिले हैं। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने प्रारंभिक सूचना का हवाला देते हुए कहा कि मरने वालों में एक बुजुर्ग दंपति, उनकी बेटी और दामाद तथा तीन नाती-नातिन शामिल हैं। पुणे शहर से करीब 45 किलोमीटर दूर दौंड तहसील के यवत गांव के बाहरी इलाके में भीमा नदी पर परगांव पुल के पास सोमवार को चार और मंगलवार को तीन लोगों के शव बरामद किए गए। पुलिस के एक निरीक्षक ने कहा, ‘‘मृत पाए गए सभी सात लोग एक ही परिवार के थे, जिनमें एक दंपति, उनकी बेटी और दामाद तथा उनके तीन नाति-नतिनी शामिल हैं। शव भीमा नदी के तल में एक दूसरे से करीब 200 से 300 मीटर की दूरी पर पाए गए थे। '' उन्होंने कहा कि शवों को बाहर निकाल लिया गया है जबकि मौत के कारणों और उसकी परिस्थितियों की जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘ पुलिस आत्महत्या सहित सभी कोणों से इस मामले की जांच कर रही है। इस संबंध में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
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शिमला. हिमाचल प्रदेश के शिमला और ऊना जिलों में तीन अलग-अलग हादसों में एक महिला और उसके बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि एक वाहन के शिमला के बाहर शोघी-मेहली बाईपास पर भोंग के निकट रविवार रात एक गहरी खाई में गिर जाने से पंजाब के तीन लोगों की मौत हो गई थी और एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। उसने बताया कि मृतकों की पहचान पंजाब के भंगल निवासी कृष्णन (30) एवं अमर (18) और लुधियाना निवासी राजवीर (16) के रूप में की गई है। घायल हुए व्यक्ति की पहचान लखन के रूप की गई। उसे आईजीएमसी (इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल) शिमला में भर्ती कराया गया है। इस बीच, पुलिस ने बताया कि ऊना जिले के नानाविन गांव में एक ट्रक और मोटरसाइकिल की मंगलवार सुबह टक्कर हो जाने के कारण एक महिला एवं उसके बच्चे की मौत हो गई। इस हादसे में एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। उसने बताया कि मृतकों की पहचान पंजाब के राजपुरा की निवासी स्वर्णा कौर (33) और वंशप्रीत (छह) के रूप में की गई है। इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है। जिला आपदा अभियान केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि ऊना में एक बस के सड़क से फिसल जाने के कारण चार लोग मामूली रूप से घायल हो गए और उन्हें एक क्षेत्रीय अस्पताल में चिकित्सकीय सहायता दी गई। पुलिस ने बताया कि शिमला जिले में हर साल दुर्घटनाओं में औसतन 190 से अधिक लोगों की मौत हो रही है।
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नयी दिल्ली. विमानन नियामक डीजीसीए ने पिछले महीने एयर इंडिया की पेरिस-दिल्ली उड़ान में यात्रियों के खराब बर्ताव की दो घटनाओं के बारे में जानकारी नहीं देने पर एयरलाइन पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि गत छह दिसंबर को एयर इंडिया की पेरिस-नयी दिल्ली उड़ान एआई-142 में यात्रियों के खराब आचरण की दो घटनाएं हुई थीं। लेकिन नियामक को इनकी जानकारी जनवरी में होने पर एयर इंडिया पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है। नियामक ने कहा कि इस उड़ान में सवार एक यात्री नशे की स्थिति में शौचालय में धूम्रपान करते हुए पाया गया था। उसी उड़ान में एक अन्य यात्री ने बगल की खाली सीट पर रखे कंबल पर कथित तौर पर पेशाब कर दिया था। उस समय बगल की सीट पर बैठी महिला यात्री शौचालय गई हुई थी। टाटा समूह की अगुवाई वाली एयर इंडिया पर एक हफ्ते से भी कम समय में दूसरी बार डीजीसीए ने जुर्माना लगाया है। पिछले हफ्ते भी विमानन नियामक ने एयरलाइन की न्यूयॉर्क-दिल्ली उड़ान के दौरान एक यात्री के महिला सहयात्री पर नशे की हालत में पेशाब करने की घटना में उसपर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। इस तरह पिछले कुछ महीनों में एयर इंडिया की उड़ान के दौरान यात्रियों के पेशाब करने की यह दूसरी घटना है। इन दोनों ही मामलों में एयर इंडिया की तरफ से डीजीसीए को समय पर जानकारी नहीं दिए जाने की बात सामने आई है। डीजीसीए ने कहा, ‘‘एयर इंडिया पर इस मामले की जानकारी समय पर नहीं देने के लिए 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। एयरलाइन ने अपनी आंतरिक समिति को भी यह मामला सौंपने में देरी की थी जो नागर विमानन नियमों का उल्लंघन है।'' इस मामले में डीजीसीए ने जनवरी की शुरुआत में एयर इंडिया के जवाबदेही प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा था कि एयरलाइन के खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। इसपर एयर इंडिया ने 23 जनवरी को अपना जवाब सौंपा था। उसकी समीक्षा के बाद नियामक ने जुर्माना लगाने का फैसला किया है।