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- नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए कमीशन ऑफ एयर क्वलिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने एक बड़ा फैसला लिया है। 1 जनवरी 2023 से दिल्ली-एनसीआर में केवल इलेक्ट्रिक और सीएनसी ऑटो का ही रजिस्ट्रेशन होगा। साथ ही CAQM ने ये भी निर्देश हैं कि दिल्ली समेत नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद और आसपास के अन्य इलाकों से साल 2026 तक डीजल से चलने वाले सभी ऑटो पूरी तरह से हटा दिए जाएं।प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए CAQM का प्लान है कि जनवरी, 2027 से दिल्ली और एनसीआर में सिर्फ e-auto ही चलाए जाएं। दिल्ली- एनसीआर में सिर्फ सीएनजी और इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा चलाने की ही परमिशन है लेकिन इसके बाद भी NCR में कई जगहों पर आज भी डीजल वाले ऑटो चलाए जा रहे हैं। हालांकि, डीजल से चलने वाले ऑटो रिक्शा की संख्या काफी कम हैं।प्रदूषण को रोकने के लिए CAQM ने निर्देश जारी किया है कि 1 जनवरी, 2023 से एनसीआर में आने वाले सभी जगहों पर से सिर्फ सीएनजी और इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा के ही रजिस्ट्रेशन किए जाएगा और 31 दिसंबर, 2026 तक डीजल से चलने वाले सभी ऑटो रिक्शा को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएं। एनसीआर में पूरी दिल्ली, हरियाणा के 14 जिले, उत्तर प्रदेश के 8 जिले और राजस्थान के दो जिले शामिल हैं। बता दें कि अब दिल्ली में डीजल से चलने वाले ऑटो का रजिस्ट्रेशन नहीं होता। दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने अक्टूबर 2021 में 4,261 ई-ऑटो के रजिस्ट्रेशन के लिए एक योजना शुरू की थी।
- मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) को श्रेणीबद्ध करने के लिए गुरुवार को चार-स्तरीय नियामकीय प्रारूप का ऐलान किया। आरबीआई ने एक परिपत्र में शहरी सहकारी बैंकों के लिए इन बदलावों की घोषणा की। इन बैंकों के श्रेणीकरण की चार-स्तरीय नियामकीय व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगी। यह प्रारूप सहकारी बैंकों के पास जमा के आकार पर आधारित है।इस परिपत्र के मुताबिक, फिलहाल यूसीबी को टियर-1 एवं टियर-2 की दो श्रेणियों में बांटा जाता है लेकिन अब इसकी चार श्रेणियां बनाई जाएंगी। आरबीआई ने कहा कि छोटे आकार के सहकारी बैंकों के बीच सहयोग की भावना बनाए रखने के लिए एक प्रारूप की जरूरत महसूस की जा रही थी। टियर-1 के यूसीबी के रूप में 100 करोड़ रुपये तक जमा रखने वाले सहकारी बैंक होंगे। टियर-2 के यूसीबी के रूप में 100 करोड़ से लेकर 1,000 करोड़ रुपये तक जमा वाले, टियर-3 के तहत 1,000 करोड़ से 10,000 करोड़ रुपये तक जमा वाले और टियर-4 के तहत 10,000 करोड़ रुपये से अधिक जमा वाले शहरी सहकारी बैंक होंगे।
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भुवनेश्वर। ओड़िशा की नवीन पटनायक सरकार ने राज्य में निवेश आकर्षित करने और अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये कम से कम सात नीतियों को मंजूरी दी है। ‘मेक इन ओडिशा' सम्मेलन से पहले यह कदम उठाया गया है। सात नीतियों और अन्य फैसलों को मंजूरी देने के राज्य मंत्रिमंडल के निर्णय की घोषणा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मलिक ने बुधवार को विधानसभा में की। मंत्रिमंडल ने सात नीतियों समेत 17 प्रस्तावों को मंजूर किया है। जिन नीतियों को मंजूरी दी गई है उनमें पंजीकृत वाहन को कबाड़ में बदलने संबंधी नीति, औद्योगिक नीति समाधान, ओडिशा लॉजिस्टिक्स नीति, ओडिशा परिधान एवं तकनीकी कपड़ा नीति, निर्यात संवर्धन नीति, ओडिशा नागर विमानन नीति तथा ओडिशा पर्यटन नीति शामिल हैं।
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नयी दिल्ली। वाहन कंपनी किआ इंडिया प्रमाणित पुरानी गाड़ियों (सेकेंड हैंड) के कारोबार में उतर गई है। कंपनी ने कारोबार बढ़ाने के लिये इस साल के अंत तक 30 बिक्री केंद्र खोलने की योजना बनायी है। किआ ने मंगलवार को बयान में कहा कि उसके प्रमाणित पुरानी कार यानी ‘सेकेंड हैंड' गाड़ियों का कारोबार ‘किआ सीपीओ' का मकसद ग्राहकों को अलग तरह का अनुभव प्रदान करना है। यह नई कार खरीदने के जैसा होगा। इसके तहत उन्हें पुराने वाहनों को बेचने, खरीदने और पुरानी कार को बदलकर दूसरी गाड़ी लेने की सुविधा होगी। ग्राहकों को इसके लिये स्वामित्व हस्तांतरण और कर्ज की सुविधा भी मिलेगी। किआ इंडिया के मुख्य बिक्री अधिकारी मायुंग-सिक सोन ने कहा, ‘‘हम किआ सीपीओ के साथ पुरानी कारों के बाजार के लिये व्यवस्था को एक नया रूप देना चाहते हैं। वर्तमान में, भारतीय ग्राहकों के पास पुरानी गाड़ियों के मामले में सही और सत्यापित जानकारी तक पहुंच सीमित है। हम इस धारणा को बदलना चाहते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमने गौर किया है कि किआ की नई कार के एक-तिहाई ग्राहक वैसे हैं जो पुराने वाहन की जगह कंपनी की कार लेने को इच्छुक हैं। हमारा मकसद अपने इस नये कारोबार के जरिये उन्हें मदद करना है।'' किआ ने कहा कि उसकी पुराने वाहनों के कारोबार को आक्रामक रूप से आगे बढ़ाने की योजना है। इसके लिये कंपनी साल के अंत तक 30 बिक्री केंद्र खोलेगी। कंपनी पहले ही 14 शहरों...राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, बेंगलुरु, अहमदाबाद, हैदराबाद, चंडीगढ़, जयपुर, कोचीन, भुवनेश्वर, कालीकट, अमृतसर, नासिक, बड़ौदा, कन्नूर और मलप्पुरम में 15 बिक्री केंद्र खोल चुकी है।
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नयी दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को टूटे चावल सहित जैविक गैर-बासमती चावल के निर्यात से प्रतिबंध हटा लिया है। सरकार के इस कदम से इस जिंस के निर्यात की खेप को प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी। सरकार ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से सितंबर की शुरुआत में टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद गैर-बासमती चावल के निर्यात पर 20 प्रतिशत का शुल्क लगाया गया, जिसका उद्देश्य खुदरा बाजारों में कीमतों के बढ़ने के बाद इनकी घरेलू आपूर्ति को बढ़ाना था। एक अधिसूचना में, विदेश व्यापार महानिदेशालय ने मंगलवार को कहा कि जैविक गैर-बासमती टूटे चावल सहित जैविक गैर-बासमती चावल का निर्यात अब सितंबर में लागू प्रतिबंध से पहले के नियमों द्वारा प्रशासित होगा। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान चावल का निर्यात 5.5 अरब डॉलर का रहा। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2021-22 में यह 9.7 अरब डॉलर का हुआ था। अखिल भारतीय चावल निर्यातक संघ के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया ने कहा, ‘‘भारत सालाना लगभग 10,000-15,000 टन जैविक चावल (बासमती और गैर-बासमती) का निर्यात करता है। पिछले 4-5 वर्षों में जैविक बासमती और गैर-बासमती चावल का निर्यात तेजी से बढ़ रहा था और सरकार ने इस प्रतिबंध को हटाकर सही कदम उठाया है।'' भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के प्रबंध निदेशक, अशोक के के मीणा ने 23 नवंबर को कहा था कि सरकार नियमित रूप से आवश्यक वस्तुओं के मूल्य परिदृश्य की निगरानी कर रही है और आवश्यकतानुसार सुधारात्मक उपाय कर रही है।
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नई दिल्ली। सैमसंग इंडिया देशभर में अपने शोध एवं विकास (R&D) संस्थानों के लिए 1,000 इंजीनियरों की नियुक्ति की योजना बना रही है। इन इंजीनियरों की नियुक्ति भारतीय टेक्नोलॉजी संस्थानों (IIT) और अन्य शीर्ष संस्थानों से की जाएगी। कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी। ये युवा इंजीनियर कंपनी के साथ 2023 में जुड़ेंगे और उसके बेंगलुरु, नोएडा, दिल्ली के आरएंडडी संस्थानों तथा बेंगलुरु में सैमसंग सेमीकंडक्टर इंडिया रिसर्च में नई पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों पर काम करेंगे।
सैमसंग इंडिया के ह्यूमन रिसोर्स प्रमुख समीर वधावन ने बुधवार को बयान में कहा, ‘‘इनोवेशन और नई पीढ़ी की टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए सैमसंग के रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों से नई प्रतिभाओं को जोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा कि ये लोग इनोवेशन, टेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट एंड डिजाइन और भारत केंद्रित नवाचारों पर काम करेंगे जिससे लोगों के जीवन में सुधार आएगा। ’’ उन्होंने कहा कि यह हमारी डिजिटल इंडिया को सशक्त करने की सोच के अनुरूप है।दक्षिण कोरिया की इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी कंप्यूटर साइंस और संबंधित ब्रांच, मसलन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, कंप्यूटर विजन और वीएलएसआई, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और टेलीकॉम नेटवर्क के लिए इन इंजीनियरों की नियुक्ति करने जा रही है। इसके अलावा कंपनी गणित तथा कंप्यूटिंग और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग क्षेत्र से भी इंजीनियरों की नियुक्ति करेगी। - नई दिल्ली। यूट्यूब ने इस साल जुलाई से सितंबर के बीच भारत के लगभग 17 लाख वीडियो प्लेटफॉर्म से हटा दिए। अन्य देशों की तुलना में सबसे अधिक हटाए गए वीडियो भारत के थे। कंपनी ने अपनी तिमाही पारदर्शिता रिपोर्ट में कहा कि ये वीडियो कंपनी की गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले थे।इसने पिछली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच में भारत में 13.2 लाख वीडियो हटाए थे। मुख्य रूप से बाल सुरक्षा, हिंसा, न्यूडिटी, धमकी और हानिकारक सामग्री से संबंधित उल्लंघनों के लिए लगभग 56 लाख वीडियो दुनियाभर से हटाए दिए गए हैं। गूगल के स्वामित्व वाली कंपनी ने 2022 की तीसरी तिमाही में दुनिया भर के 50 लाख से अधिक चैनल रद्द कर दिए। कंपनी ने कहा कि ये चैनल कंपनी की नीतियों का उल्लंघन भ्रामक मेटाडेटा, थंबनेल, स्कैम, वीडियो और स्पैम के जरिये कर रहे थे।भारत में जुलाई से सितंबर के बीच सबसे ज्यादा, 1,707,204 वीडियो हटाए गए, इसके बाद इंडोनेशिया के 628,539 वीडियो हटाए गए। यूट्यूब की कम्युनिटी गाइडलाइन दुनियाभर के लिए एक ही है, इसके लिए वीडियो कहां से अपलोड हो रहा है, मायने नहीं रखता है। कंपनी द्वारा हटाए गए वीडियो अब दुनियाभर में कहीं भी उपलब्ध नहीं होंगे। 94 फीसदी से ज्यादा हटाए गए वीडियो वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म द्वारा स्वचालित फ्लैगिंग सिस्टम के माध्यम से ही पहचानकर हटा दिए गए। हटाए गए वीडियो में से कम से कम 68 फीसदी वीडियो को 10 बार देखे जाने से पहले ही हटा दिया गया था।
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नई दिल्ली । नयी दिल्ली टेलीविजन लि. (एनडीटीवी) के संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय ने प्रवर्तक समूह की इकाई आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है। एनडीटीवी के नए बोर्ड ने RRPR के निदेशक पद से प्रणव राय और राधिका रॉय का इस्तीफा मंजूर कर दिया है और इसी के साथ अब एनडीटीवी पूरी तरह से अदाणी ग्रुप का हो गया है। एनडीटीवी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को प्रणय रॉय और राधिका रॉय के इस्तीफे की जानकारी दी है। अडानी समूह ने आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड में 99.5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है। बोर्ड ने संजय पुगलिया और सेंथिल चेंगलवारायण को तत्काल प्रभाव से RRPR के निदेशक के रुप में नियुक्त कर दिया है। अडानी समूह ने आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड में 99.5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है।
- नई दिल्ली। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के उपाध्यक्ष विक्रम एस किर्लोस्कर का निधन हो गया है। वह 64 वर्ष के थे। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, मंगलवार देर रात हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हो गया। विक्रम किर्लोस्कर के परिवार में उनकी पत्नी गीतांजलि और बेटी मानसी किर्लोस्कर हैं। कंपनी की ओर से जारी की गई आधिकारिक सूचना के में कहा गया कि वाइस चेयरमैन विक्रम एस किर्लोस्कर का असामयिक निधन हो गया। यह सूचना देते हुए हमें बेहद दुख हो रहा है। दुख की इस घड़ी में हम सभी से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें। बायोकॉन की एक्सक्युटिव चेयरपर्सन किरण मजूमदार ने इस मौके पर कहा, विक्रम के चौंकाने वाले निधन से वह टूट गई हैं। वह एक ऐसे प्यारे और सच्चे मित्र थे, जिन्हें मैं बहुत याद करूंगी। मैं उनकी पत्नी गीतांजलि व बेटी मानसी और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।
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नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस वर्ष पहली दिसंबर से प्रायोगिक आधार पर खुदरा डिजिटल रुपया शुरू करने की घोषणा की है। रिजर्व बैंक की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इसके लिए आठ बैंकों की पहचान की गई है। पहले चरण में इसकी शुरूआत चार शहरों में भारतीय स्टेट बैंक, आई सी आई सी आई बैंक, यस बैंक और आई डी एफ सी फर्स्ट बैंक से की जाएगी। बाद में बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एच डी एफ सी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक सहित चार और बैंक इसमें शामिल किए जायेंगे। प्रायोगिक आधार पर डिजिटल रूपये की शुरूआत मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर शहरों में की जायेगी। बाद में इसका विस्तार अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला तक किया जाएगा। आवश्यक होने पर इसका दायरा धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है।
प्रायोगिक आधार पर डिजिटल रूपया ग्राहकों और व्यापारियों के क्लोज्ड यूजर ग्रुप में चुनिंदा स्थानों पर उपलब्ध होगा। डिजिटल रुपया एक डिजिटल टोकन के रूप में होगा और इसकी कानूनी वैधता होगी। उपयोगकर्ता मोबाइल फोन पर बैंक द्वारा उपलब्ध कराये गये डिजिटल वॉलेट के माध्यम से डिजिटल रुपये का लेन-देन कर सकेंगे। व्यक्ति से व्यक्ति और व्यक्ति से कारोबारी दोनों के बीच डिजिटल रूपये में लेन-देन संभव होगा। क्यू आर कोड का उपयोग करके व्यापारियों को भुगतान किया जा सकेगा। -
मुंबई.घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार छठे कारोबारी दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा और दोनों मानक सूचकांक...बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी...एक बार फिर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। एशिया के अन्य बाजारों में मजबूत रुख तथा विदेशी पूंजी का प्रवाह जारी रहने के साथ बाजार में तेजी रही। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 177.04 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की तेजी के साथ रिकॉर्ड 62,681.84 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 382.6 अंक तक चढ़ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 55.30 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की बढ़त के साथ अपने अबतक के उच्चतम स्तर 18,618.05 अंक पर बंद हुआ। कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘बाजार में तेजी जारी है और प्रमुख मानक सूचकांक नई ऊंचाई पर पहुंच गये हैं। ऐसे में निवेशकों को सतर्क होकर कारोबार करना चाहिए। चीन में कोविड महामारी की रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन' को लेकर बढ़ता विरोध-प्रदर्शन चिंता का विषय है। ‘लॉकडाउन' से सुस्त पड़ती जा रही वैश्विक अर्थव्यवस्था पर और प्रतिकूल असर पड़ सकता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अगर स्थिति नहीं सुधरी, इससे बाजार प्रभावित हो सकता है। लेकिन अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले भारत बेहतर स्थिति में है, निवेशक यहां दांव लगाने को तैयार हैं।'' सेंसेक्स के शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, सन फार्मा, नेस्ले, डॉ. रेड्डीज, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, टाइटन और एचसीएल टेक्नोलॉजीज प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, मारुति, पावरग्रिड और लार्सन एंड टुब्रो शामिल हैं। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के प्रमुख (बुनियादी शोध) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘‘एशिया के अन्य बाजारों में सकारात्मक रुख के साथ भारतीय बाजार बढ़त के साथ खुला...दोपहर के कारोबार में दैनिक उपयोग का सामान तथा टिकाऊ उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में भारी लिवाली से बाजार में सकारात्मक रुख बना रहा।'' उन्होंने कहा, ‘‘विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के सकारात्मक रुख से भी धारणा मजबूत हुई है। एफआईआई ने नवंबर महीने में अबतक 32,344 करोड़ रुपये का निवेश किया है और वे शुद्ध लिवाल बने हुए हैं।'' एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे, जबकि जापान के निक्की में नुकसान रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट सोमवार को नुकसान में रहा था। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.45 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85.23 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई ने सोमवार को 935.88 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। - नई दिल्ली| दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 101 रुपये की गिरावट के साथ 52,837 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 52,938 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वही, घरेलू वायदा बाजार में सोने में तेजी देखी गई। एमसीएक्स एक्सचेंज पर 3 फरवरी 2023 की डिलीवरी वाला सोना मंगलवार शाम 0.41 फीसदी या 217 रुपये की बढ़त के साथ 53,020 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखा। चांदी हाजिर भी टूटीसोने की तरह ही घरेलू हाजिर बाजार में चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई। चांदी 353 रुपये के नुकसान के साथ 61,744 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। वहीं, घरेलू वायदा बाजार में चांदी में तेजी देखने को मिली। एमसीएक्स एक्सचेंज पर 3 मार्च 2023 की डिलीवरी वाली चांदी मंगलवार शाम 0.64 फीसदी या 401 रुपये की बढ़त के साथ 62,799 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड करती दिखी।सोने का वैश्विक भाववैश्विक स्तर की बात करें, तो मंगलवार शाम सोने के वायदा और हाजिर दोनों भाव बढ़त के साथ ट्रेड करते दिखे। ब्लूमबर्ग के अनुसार, सोने का वैश्विक वायदा भाव कॉमेक्स पर मंगलवार शाम 0.60 फीसदी या 10.50 डॉलर की बढ़त के साथ 1765.80 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखाई दिया। वहीं, सोने का वैश्विक हाजिर भाव इस समय 0.48 फीसद या 8.40 डॉलर की बढ़त के साथ 1749.76 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखाई दिया।चांदी का वैश्विक भावचांदी के वैश्विक भाव की बात करें तो मंगलवार शाम इसकी वायदा और हाजिर दोनों कीमतों में बढ़त देखने को मिली। ब्लूमबर्ग के अनुसार, मंगलवार शाम चांदी का वैश्विक वायदा भाव कॉमेक्स पर 1.40 फीसद या 0.30 डॉलर की बढ़त के साथ 21.42 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखाई दिया। वहीं, चांदी का वैश्विक हाजिर भाव इस समय 1.31 फीसदी या 0.27 डॉलर की बढ़त के साथ 21.21 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखा।
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नयी दिल्ली। सरकार ने घरेलू आपूर्ति बढ़ने से कीमतों के नरम पड़ने के बाद टूटे चावल सहित जैविक गैर-बासमती चावल के निर्यात से प्रतिबंध हटा लिया है। सरकार ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से सितंबर की शुरुआत में टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद गैर-बासमती चावल के निर्यात पर 20 प्रतिशत का शुल्क लगाया गया, जिसका उद्देश्य खुदरा बाजारों में कीमतों के बढ़ने के बाद इनकी घरेलू आपूर्ति को बढ़ाना था। एक अधिसूचना में, विदेश व्यापार महानिदेशालय ने मंगलवार को कहा कि जैविक गैर-बासमती टूटे चावल सहित जैविक गैर-बासमती चावल का निर्यात अब सितंबर में लागू प्रतिबंध से पहले के नियमों द्वारा प्रशासित होगा।
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नयी दिल्ली. दूरसंचार कंपनी जियो ने गुजरात के सभी 33 जिला मुख्यालयों में प्रायोगिक चरण के तहत 5जी सेवाएं शुरू की हैं। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इसके साथ ही गुजरात ऐसा पहला राज्य बन गया है जिसके सभी जिला मुख्यालयों में 5जी सेवा शुरू हो चुकी है। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘आज जियो ने गुजरात के सभी 33 जिला मुख्यालयों में ‘ट्रू-5जी' सेवा शुरू कर दी है जिसके साथ ही गुजरात देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां के 100 फीसदी जिला मुख्यालयों में जियो का ट्रू 5जी कवरेज है। गुजरात महत्वपूर्ण स्थान रखता है क्योंकि यह रिलायंस की जन्मभूमि है।'' जियो अपने उपभोक्ताओं को 5जी सेवा देने के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं ले रही है।
राज्य में इस सेवा की शुरुआत कंपनी की ‘ट्रू-5जी' पहल से हुई है जिसका नाम है ‘एजुकेशन फॉर ऑल'। इस पहल के तहत रिलायंस फाउंडेशन और जियो मिलकर गुजरात के 100 स्कूलों का डिजिटलीकरण करेंगे। रिलायंस जियो इंफोकॉम के चेयरमैन आकाश एम अंबानी ने एक बयान में कहा, ‘‘हमें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि गुजरात ऐसा पहला राज्य बन गया है जहां के 100 फीसदी जिला मुख्यालय हमारे ट्रू 5जी नेटवर्क से जुड़े हैं। हम इस प्रौद्योगिकी की वास्तविक ताकत का प्रदर्शन करना चाहते हैं और यह दिखाना चाहते हैं कि यह किस तरह अरबों लोगों की जिंदगियों को प्रभावित करती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘5जी भारत के प्रत्येक नागरिक, हर घर और हर कारोबार तक पहुंचना चाहिए। तभी हम उत्पादन, आय और जीवनयापन के मानक में वृद्धि कर सकेंगे और देश में समृद्ध और समावेशी समाज बना पाएंगे। - नयी दिल्ली. दोपहिया वाहन कंपनी हीरो मोटोकॉर्प एक दिसंबर से अपनी मोटरसाइकिल और स्कूटर की कीमतों में 1,500 रुपये तक की बढ़ोतरी करेगी। कंपनी ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि कीमतों में 1,500 रुपये तक वृद्धि की जाएगी और बढ़ोतरी की सटीक मात्रा मॉडल और बाजारों के अनुसार अलग-अलग होगी। हीरो मोटोकॉर्प के मुख्य वित्त अधिकारी निरंजन गुप्ता ने कहा, ‘‘मोटरसाइकिल और स्कूटर की कीमतों में वृद्धि समग्र मुद्रास्फीति लागत के कारण जरूरी हो गई है।'' उन्होंने कहा कि कंपनी ग्राहकों पर कीमतों में बढ़ोतरी के प्रभाव को कम करने के लिए वित्तपोषण के नए समाधान प्रदान करना जारी रखेगी।
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नयी दिल्ली। कमजोर वैश्विक रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने की चमक 270 रुपये फीकी होकर 52,837 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गयी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबार में सोना के भाव 53,107 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इसके अलावा चांदी भी 705 रुपये गिरकर 61,875 प्रति किलो ग्राम पर बंद हुई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसंधान विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, मजबूत रुपये और निवेशकों की जोखिम लेने की धारणा से घरेलू सोने की कीमतों पर असर पड़ा।'' परमार ने कहा कि डॉलर में कमजोर रुख के बीच नवंबर में अबतक सर्राफा की कीमतों में करीब आठ प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,752.5 डॉलर प्रति औंस पर रहा जबकि चांदी गिरावट के साथ 21.30 डॉलर प्रति औंस पर थी।
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नयी दिल्ली. लक्जरी कार कंपनी वोल्वो कार इंडिया अपने चुनिंदा मॉडलों की कीमतों में 1.8 प्रतिशत तक की वृद्धि करेगी। नयी कीमतें 25 नवंबर से प्रभावी होंगी। कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी की भरपाई करने के लिए एक्ससी90, एक्ससी60 और एक्ससी40 रिचार्ज की कीमतों में वृद्धि की जायेगी। वहीं, एस90 पेट्रोल माइल्ड-हाइब्रिड और एक्ससी 40 पेट्रोल माइल्ड-हाइब्रिड की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। स्वीडन की कार कंपनी ने कहा कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में निरंतर व्यवधान से लॉजिस्टिक लागत बढ़ने के चलते कच्चे माल की लागत बढ़ गई है जिससे कीमतों में बढ़ोतरी का कदम उठाना पड़ रहा है। -
नई दिल्ली। टाटा मोटर्स की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार टियागो ईवी (Tata Tiago EV) को भारतीय ग्राहकों का जबरदस्त साथ मिल रहा है। 1 महीने के अंदर इसे 20,000 से भी ज्यादा बुकिंग मिल चुकी है। कंपनी ने इसे इस साल 28 सितंबर को लॉन्च किया था। हालांकि, तब इसकी बुकिंग शुरू नहीं हुई थी। कंपनी ने इसे 8.49 लाख रुपये की शुरुआती इंट्रोडक्ट्री कीमत (एक्स-शोरूम) पर लॉन्च किया था, जो शुरुआती 10,000 ग्राहकों के लिए थी। हालांकि, जब इस इलेक्ट्रिक को 10,000 बुकिंग मिल गई तो कंपनी ने अगले 10,000 गाड़ियों की बुकिंग तक इसकी एंट्रोडक्ट्री कीमत को जारी रखा। इस इलेक्ट्रिक कार के टॉप वैरिएंट की कीमत 11.79 लाख रुपये तक जाती है।कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक Tata Tiago EV की शुरुआती 10,000 बुकिंग 24 घंटे के अंदर मिल गई थी। इसकी बुकिंग को कंपनी ने 10 अक्तूबर को दोपहर 12 बजे शुरू किया था, जहां कुछ ही समय के भीतर इसे 10,000 बुकिंग मिल गई। Tata Tiago EV की डिलीवरी जनवरी 2023 से शुरू होगी। भारतीय बाजार में Tata Tiago EV कुल 5 कलर ऑप्शन में आती है। Tata Tiago EV भारतीय बाजार में कुल 7 वैरिएंट्स में आती है। इनमें XE, XT, XT, XZ+, XZ+ Tech Lux, XZ+ और XZ+ Tech Lux शामिल हैं। टाटा मोटर्स ने अपनी सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार को दो बैटरी पैक के साथ उतारा है, जहां ग्राहकों को 19.2 kWh बैटरी पैक या फिर इससे बड़े 24 kWh बैटरी पैक चुनने का विकल्प मिलता है। दोनों ही बैटरी IP67 सर्टिफाइड हैं, जिन पर पानी और धूल का असर नहीं पड़ता है।
फुल चार्ज पर कितना किलोमीटर चलेगी?19.2 kWh बैटरी पैक 24 kWh बैटरी पैक250 किलोमीटर 315 किलोमीटरकितना पावरफुल है कार का मोटर?इसका 19.2 kWh बैटरी पैक 45 kW मोटर से पेयर्ड है, जिसमें 105 Nm का पीक टॉर्क मिलेगा। वहीं, इसका 24 kWh बैटरी पैक 55 kW मोटर से पेयर्ड है, जिसमें 114 Nm का पीक टॉर्क मिलेगा।चार्जिंग में कितना समय लगता है?19.2 kWh बैटरी पैक 24 kWh बैटरी पैक15A प्लग प्वाइंट 6.9 घंटे 8.7 घंटे3.3 kW होम चार्जर 5.1 घंटे 6.4 घंटे7.2kW AC फास्ट चार्जर 2.6 घंटे 3.6 घंटेDC फास्ट चार्जर 57 मिनट 57 मिनट - नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी अल्ट्रावॉयलेट ने गुरूवार को अपनी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल F77 भारतीय बाजार में 3.8 लाख रुपये की शुरुआती कीमत पर लॉन्च कर दिया है। अल्ट्रावॉयलेट ने F77 को हाई परफॉर्मेंस इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल के तौर पर पेश किया है। कंपनी ने वैश्विक स्तर पर इस मोटरसाइकिल के लिए 77,000 से ज्यादा बुकिंग हासिल की है।अल्ट्रावॉयलेट F77 इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल में 10.3kWh लिथियम आयन बैटरी पैक मिलता है जो 38.9 बीएचपी और 95 एनएम का टॉर्क जेनेरट करता है। यह बाइक 307 किमी तक की रेंज देने का दावा करती है। इसकी टॉप स्पीड 147 किमी प्रति घंटा है और यह 8 सेकंड में 0 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। अल्ट्रावॉयलेट ने F77 को तीन वैरिएंट्स- एयरस्ट्राइक, शैडो और लेजर में पेश किया है। इसमें तीन राइडिंग मोड्स हैं- ग्लाइड, कॉम्बैट और बैलिस्टिक। यह मेड इन इंडिया, मेड फॉर द वर्ल्ड प्रोडक्ट, ग्लोबल सर्टिफिकेशन के साथ आती है। F77 को भारत में बेंगलुरु में अल्ट्रावॉयलेट की रिसर्च एंड डेवलपमेंट फेसिलिटी में विकसित किया गया था। इस मोटरसाइकिल को कुछ साल पहले भारत में लॉन्च किया जाना था लेकिन महामारी की शुरुआत के कारण इसमें देरी हुई। कंपनी जनवरी 2023 से चरणबद्ध तरीके से F77 की डिलीवरी बेंगलुरू से शुरू करेगी और इसके बाद पूरे भारत में डिलीवरी शुरू करेगी। कंपनी अपना पहला एक्सपीरियंस सेंटर बेंगलुरु में भी खोलेगी।अल्ट्रावॉयलेट ने एलान किया है कि वे F77 का एक लिमिटेड एडिशन भी पेश कर रहे हैं। यह लिमिटेड एडिशन अपने भविष्य केंद्रित विजन को सम्मान दे रहा है। कंपनी लिमिटेड एडिशन F77 की सिर्फ 77 यूनिट्स का उत्पादन करेगी। लिमिटेड एडिशन अल्ट्रावॉयलेट एफ77 40.5 bhp और 100 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है और सिर्फ 7.8 सेकंड में 0 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकता है और इसकी टॉप स्पीड 158 किमी प्रति घंटा है। यह लिमिटेड एडिशन F77 आफ्टरबर्नर येलो के साथ मीटियोर ग्रे के सिंगल कलर स्कीम में पेश की जाएगी।अल्ट्रावॉयलेट F77 डिस्प्ले और एक ऐप जरिए से प्रीवेंटिव मेंटेनेंस, राइड एनालिटिक्स, सर्विस, एंटी-थेफ्ट और रीयल-टाइम डेटा इंटरप्रीटेशन जैसे फीचर्स से लैस है। अल्ट्रावॉयलेट अपने ग्राहकों को बहुत व्यापक वारंटी पैकेज की पेशकश कर रहा है जिसमें उच्चतम 1,00,000 किमी या 8 वर्ष है।Ultraviolette F77 को तीन वर्जन यानी F77, F77 Recon और F77 Limited में पेश किया गया है। इनकी एक्स-शोरूम कीमत है:Ultraviolette F77 - 3,80,000 रुपयेUltraviolette F77 Recon - 4,55,000 रुपयेUltraviolette F77 Limited - 5,50,000 रुपयेइस मौके पर अल्ट्रावॉयलेट के सह-संस्थापक और सीईओ, नारायण सुब्रमण्यम ने कहा, "F77 डिजाइन और प्रदर्शन के लिए अल्ट्रावॉयलेट की अथक खोज का परिणाम है, और हम गर्व से दावा कर सकते हैं कि यह भारत में सबसे पावलफुल इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन है। जिसमें इंडस्ट्री-फर्स्ट टेक आर्किटेक्चर और फीचर्स मिलते हैं।"इस मौके पर टिप्पणी करते हुए, अल्ट्रावॉयलेट के सह-संस्थापक और सीटीओ, नीरज राजमोहन ने कहा, "अल्ट्रावॉयलेट में हमने पिछले कुछ वर्षों में F77 को देश भर में कुछ सबसे कठिन और विषम इलाकों और मौसम की स्थिति के बीच बिताया है, जिससे इसकी क्षमता और सेफ्टी फीचर्स साबित हुई है।"
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बेंगलुरू. कर्नाटक दुग्ध संघ (केएमएफ) ने नंदिनी ब्रांड के दूध (प्रति लीटर) और दही (प्रति किलो) की कीमतों में दो रुपये की वृद्धि की घोषणा की है। नई कीमतें बृहस्पतिवार से प्रभावी होंगी। केएमएफ के प्रबंध निदेशक ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि स्पेशल दूध, शुभम, समृद्धि और संतृप्ति और दही समेत दूध की नौ किस्मों की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। प्रबंध निदेशक के अनुसार डबल टोंड दूध की कीमत अब 38 रुपये, टोंड दूध 39 रुपये, होमोजिनाइज्ड टोंड दूध 40 रुपये, होमोजिनाइज्ड गाय का दूध 44 रुपये, विशेष दूध 45 रुपये, शुभम दूध 45 रुपये, समृद्धि दूध 50 रुपये और संतृप्ति दूध का भाव 52 रुपये प्रति लीटर होगा। नंदिनी दही की कीमत 47 रुपये होगी।
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नयी दिल्ली । देश में जुलाई-सितंबर, 2022 के दौरान कुल 2,700 मेगावॉट की नई सौर ऊर्जा क्षमता जोड़ी गई। यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में करीब तीन प्रतिशत कम है। शोध कंपनी मेरकॉम इंडिया रिसर्च ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि पिछले साल इसी अवधि में 2,800 मेगावॉट की सौर ऊर्जा क्षमता जोड़ी गई थी। कंपनी की ‘भारत के सौर ऊर्जा बाजार पर तीसरी तिमाही की रिपोर्ट' के अनुसार, ‘‘वर्ष 2022 के शुरुआती नौ महीनों में 10,000 मेगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता जोड़ी गई। यह सालाना आधार पर 35 प्रतिशत अधिक है। इससे पिछले वर्ष की समान अवधि में 7,400 मेगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता जोड़ी गई थी।'' वहीं, सितंबर 2022 के अंत तक देश में कुल स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता 60,000 मेगावॉट थी।
रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में संचयी रूप से बड़े स्तर की सौर पीवी क्षमता सितंबर, 2022 में लगभग 14,000 मेगावॉट पहुंच गयी। देश में स्थापित कुल सौर क्षमता में राज्य की हिस्सेदारी लगभग 27 प्रतिशत है। निविदा की बात की जाए तो कई सरकारी एजेंसियों ने इस साल तीसरी तिमाही में 14,000 मेगावॉट क्षमता की परियोजनाओं के लिये निविदा जारी की। उद्योग के अनुमान के अनुसार, प्रत्येक एक मेगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता की स्थापना के लिए 4.5 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की आवश्यकता होती है। - बजट सेगमेंट में ढेरों स्मार्टवॉच खरीदने का विकल्प अब यूजर्स को मिल रहा है और Fire Boltt ने इसी सेगमेंट में एक नई स्मार्टवॉच लॉन्च की है। इस वॉच में कंपनी के पोर्टफोलिया का सबसे बड़ा डिस्प्ले दिया गया है और इसकी कीमत 2,000 रुपये से कम रखी गई है।नए डिवाइस का सबसे बड़ा हाइलाइट इसमें दिया गया ब्लूटूथ कॉलिंग फीचर है। नई Ninza Call Pro स्मार्टवॉच में क्विक ऐक्सेस डायल पैड दिया गया है और कॉल हिस्ट्री का एक्सेस भी इसकी स्क्रीन पर मिल जाएगा। यूजर्स कॉन्टैक्ट्स को Sync करते हुए सीधे अपनी वॉच से कॉलिंग कर सकेंगे।अमेजन से स्मार्टवॉच खरीद सकते हैं ग्राहकFire Boltt Ninja Call Pro Plus को भारत में 1,999 रुपये कीमत पर लॉन्च किया गया है। इस स्मार्टवॉच को ब्लैक, ब्लू, ग्रे, पिंक और ब्लैक कलर ऑप्शंस में खरीदने का मौका मिल रहा है। इस स्मार्टवॉच को कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट के अलावा Amazon से खरीदा जा सकता है।ऐसे हैं Ninja Call Pro Plus के फीचर्सनई स्मार्टवॉच में Fire Boltt ने 1.83 इंच का HD डिस्प्ले दिया है, जो 240x284 पिक्सल्स रेजॉल्यूशन के साथ आता है। डिवाइस में ढेरों वॉच फेसेज का सपोर्ट यूजर्स को मिलेगा और बड़े डिस्प्ले की मदद से आसानी से कॉलिंग की जा सकेगा। इस वियरेबल में AI वॉइस-इनेबल्ड असिस्टेंट का सपोर्ट दिया गया है।Apple Watch ने बचाई भारतीय किशोर की जान, जानें कैसेकेवल वॉइस कमांड्स देकर यूजर्स ड्राइविंग या एक्सरसाइज करते वक्त म्यूजिक प्लेय कर सकते हैं या फिर कॉल्स रिसीव कर सकते हैं। इसमें अलार्म्स सेट करने का विकल्प भी दिया गया है और 100 से ज्यादा स्पोर्ट्स मोड्स मिलते हैं। हेल्थ फीचर्स की बात करें तो इसमें हार्ट रेट, SpO2, फीमेल हेल्थ केयर और मेडिटेटिव ब्रीदिंग जैसे फीचर्स मिलते हैं।
- नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अपने ग्राहकों के लिए नई सुविधाएं लाता रहता है। इस बार एसबीआई सीनियर सिटीजन के लिए एक ऐसी स्कीम लेकर लाया है, जिससे वह अपने घर का खर्चा उठा सकते है।बैंक सीनियर सिटीजन को अपने या स्वयं के कब्जे वाले घर पर रिवर्स मॉर्गेज लोन की फैसिलिटी प्रदान कर रहा है। इस सुविधा से सीनियर सिटीजन को कमाई का एक सुनहरा मौका मिलेगा। SBI की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, रिवर्स मॉर्गेज लोन सुविधा उन वृद्ध नागरिकों के लिए फायदेमंद साबित होगी जिनके पास इनकम का कोई सोर्स नहीं है।रिवर्स मॉर्गेज लोन लेने के लिए वरिष्ठ नागरिकों को अपना घर गिरवी रखना होगा। इसके बाद ही बैंक आपको हर महीने पैसा देगी। हालांकि, पैसा कितना मिलेगा, यह घर की कीमत पर निर्भर करता है। आपको बता दें कि बैंक घर की कीमत पर 60 प्रतिशत तक का रिवर्स मार्गेज देता है। जब रिवर्स मॉर्गेज लेने वाले उधारकर्ता की मृत्यु हो जाती है, तब वह मकान बैंक का हो जाता है।SBI की ऑफिशियल वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, इस लोन में ब्याज दरें कम रहती हैं। साथ ही प्रोसेंसिग फीस भी कम चुकानी पड़ती हैं। जानकारी के अनुसार, प्री-पेमेंट करने पर तो उधारकर्ता को कोई पेनल्टी भी नहीं चुकानी होती। इसके अलावा, इसमें कोई हिडेन चार्ज भी नहीं लगते। इसमें प्रोसेसिंग फीस लोन राशि का 0.5 फीसदी हो सकता है। इनमें मिनिमम 2000 रुपये और अधिकतम 20,000 रुपये लगते हैं।ऐसे वरिष्ठ नागरिक जिनका कोई वारिस नहीं है। इसके अलावा जिन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद उनके घर को देखने वाला कोई नहीं होगा। ऐसे लोग रिवर्स मार्गेज ले सकते हैं। रिवर्स मॉर्गेज की सुविधा लगभग सभी बैंक देते हैं। इसको लेने से वृद्ध नागरिकों को आर्थिक मदद मिल जाएगी।जान लें रिवर्स मार्गेज लोन की कुछ खास शर्तों के बारे में:एसबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, अगर बैंक आपका लोन अप्रूव कर देता है तो लोन एग्रीमेंट व मार्गेज पर लगने वाली स्टांप ड्यूटी, प्रापर्टी इंश्योरेंस प्रीमियम और सीईआरएसएआई रजिस्ट्रेशन फीस चुकानी पड़ेगी।लोन लेने से पहले यह भी जान लें कि आपका मकान की कंडीशन बेहतर होनी चाहिए और साथ ही उस पर लोन एप्लीकेंट का पूरा मालिकाना हक भी होना अनिवार्य है। अगर आपकी प्रॉपर्टी कॉमर्शियल इस्तेमाल की है तो आप इस स्कीम का फायदा नहीं ले सकते।
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नयी दिल्ली. भारत में 2019 में पांच प्रकार के जीवाणुओं- ई कोलाई, एस.निमोनिया, के.निमोनिया, एस. ऑरियस और ए. बाउमानी- के कारण करीब 6.8 लाख लोगों की जान गई। पत्रिका ‘द लैंसेट' द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में यह बात सामने आई। विश्लेषण में पाया गया कि सामान्य जीवाणु संक्रमण 2019 में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण था, और विश्व स्तर पर हर आठ मौतों में से एक इससे संबंधित थी। शोधकर्ताओं ने कहा कि 2019 में 33 सामान्य जीवाणु संक्रमणों से संबंधित 77 लाख मौत हुईं, जिनमें अकेले पांच जीवाणु आधे से अधिक मौतों से जुड़े थे। उन्होंने कहा कि सबसे घातक जीवाणु रोगजनक और संक्रमण के प्रकार स्थान और उम्र के अनुसार भिन्न होते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक भारत में पांच जीवाणु - ई कोलाई, एस.निमोनिया, के.निमोनिया, एस. ऑरियस और ए. बाउमानी- सबसे घातक पाए गए जिनकी वजह से अकेले 2019 में 6,78,846 (करीब 6.8 लाख) लोगों की जान गई। अध्ययन के अनुसार, ई कोलाई सबसे घातक रोगजनक था जिसके चलते भारत में 2019 में 1,57,082 (1.57 लाख) लोगों की जान गई। अध्ययन में पाया गया कि वैश्विक तौर पर जीवाणु संक्रमण 2019 में मृत्यु के प्रमुख कारण के रूप में इस्केमिक हृदय रोग के बाद दूसरे स्थान पर था। शोधकर्ताओं ने कहा कि अधिक नैदानिक प्रयोगशाला क्षमता के साथ मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियों का निर्माण, नियंत्रक उपायों को लागू करना, और एंटीबायोटिक के उपयोग को अनुकूलित करना आम जीवाणु संक्रमण के कारण होने वाली बीमारी के बोझ को कम करने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। अमेरिका के वाशिंगटन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन में इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवेलुएशन (आईएचएमई) के निदेशक और अध्ययन के सह-लेखक क्रिस्टोफर मुर्रे ने कहा, “ये नए आंकड़े पहली बार जीवाणु संक्रमण से उत्पन्न वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती की पूरी सीमा को प्रकट करते हैं।” मुर्रे ने एक बयान में कहा, “इन परिणामों को वैश्विक स्वास्थ्य पहलों के रडार पर रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि इन घातक रोगजनकों का गहराई से विश्लेषण किया जा सके और मौतों व संक्रमणों की संख्या को कम करने के लिए उचित कदम उठाए जा सकें।” शोधकर्ताओं ने कहा कि तपेदिक, मलेरिया और एचआईवी जैसे रोगजनकों के लिए कई आकलन मौजूद हैं लेकिन अब तक, जीवाणु रोगजनकों के रोग के भार का अनुमान कुछ विशिष्ट रोगजनकों और संक्रमण के प्रकारों तक सीमित था या केवल विशिष्ट आबादी पर केंद्रित था। उन्होंने कहा कि 2019 में एचआईवी / एड्स (864,000 मौतों) की तुलना में अधिक मौतें दो सबसे घातक रोगजनकों - एस. ऑरियस और ई. कोलाई से जुड़ी थीं। नया अध्ययन 33 सामान्य जीवाणु रोगजनकों और 11 प्रमुख संक्रमण प्रकारों से जुड़ी मृत्यु दर का पहला वैश्विक अनुमान प्रदान करता है - जिसे संक्रामक सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है - जिससे सेप्सिस से मृत्यु हो जाती है। यह आकलन 204 देशों और क्षेत्रों में सभी उम्र और लिंगों के लिए तैयार किए गए थे।
ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज 2019 और ग्लोबल रिसर्च ऑन एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (जीआरएएम) अध्ययनों से आंकड़ों और विधियों का उपयोग करते हुए शोधकर्ताओं ने प्रत्येक रोगजनक से जुड़ी मौतों और जिम्मेदार संक्रमण के प्रकार का अनुमान लगाने के लिए 34.3 करोड़ व्यक्तिगत रिकॉर्ड और ‘पैथोजन आइसोलेट्स' का उपयोग किया। 2019 की अनुमानित 1.37 करोड़ संक्रमण से संबंधित मौतों में से मौत के 77 लाख मामले अध्ययन वाले 33 जीवाणु रोगजनकों से जुड़े थे। अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि जीवाणुओं से संबंधित मौत के 77 लाख मामलों में से 75 प्रतिशत की मौत तीन सिंड्रोम - लोअर रेसपिरेटरी इंफेक्शंस (एलआरआई), ब्लडस्ट्रीम इंफेक्शंस (बीएसआई) और पेरिटोनल एंड इंट्रा एब्डोमिनल इंफेक्शंस (आईएए) - के कारण हुई। उन्होंने कहा कि जिन जीवाणुओं का अध्ययन किया गया उनमें से पांच रोगजनक- ई कोलाई, एस.निमोनिया, के.निमोनिया, एस. ऑरियस और ए. बाउमानी- 54.2 प्रतिशत मौत के लिये जिम्मेदार थे। -
नयी दिल्ली. कंपनियों के निदेशक मंडल (बोर्ड) में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, इसकी रफ्तार बेहद धीमी है। एक अध्ययन के मुताबिक इस साल मार्च के अंत में एनएसई में सूचीबद्ध शीर्ष 500 कंपनियों में महिलाओं की हिस्सेदारी लगभग 18 प्रतिशत थी। सलाहकार फर्म इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज (आईआईएएस) ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक स्तर पर कॉरपोरेट निदेशक मंडल में औसतन 24 प्रतिशत महिला प्रतिनिधित्व है। रिपोर्ट के मुताबिक इसमें सुधार जारी है। ‘कॉरपोरेट इंडिया: वूमेन ऑन बोर्ड्स' शीर्षक वाले अध्ययन में कहा गया, ‘‘भारत में कंपनी के निदेशक मंडल बोर्ड में महिलाओं की नियुक्ति में प्रगति हुई है- 2014 में छह प्रतिशत से पांच साल पहले तक 14 प्रतिशत। इस समय निफ्टी-500 कंपनियों के निदेशकों में 17.6 प्रतिशत महिलाएं हैं।'' रिपोर्ट में कहा गया कि महिला निदेशकों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन पिछले तीन वर्षों में इसकी रफ्तार सिर्फ एक प्रतिशत रही है। मौजूदा दर के आधार पर भारत में महिलाओं की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने में 2058 तक का समय लगेगा। इस साल मार्च में निफ्टी-500 कंपनियों में 4,694 निदेशक थे, जिनमें से 827 या 17.6 प्रतिशत महिलाएं थीं। आईआईएएस के प्रबंध निदेशक अमित टंडन ने कहा कि कॉरपोरेट जगत को बोर्ड में महिलाओं का कम से कम 30 प्रतिशत प्रतिनिधित्व हासिल करने के लिए कदम उठाने चाहिए।