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- नयी दिल्ली। शीर्ष अमेरिकी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने भारत, चीन और मैक्सिको जैसे बाजारों में परिचालन के सहारे 31 जुलाई को समाप्त दूसरी तिमाही में अपने अंतरराष्ट्रीय कारोबार में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। कंपनी का 31 जुलाई, 2021 को समाप्त दूसरी तिमाही में कुल राजस्व 2.4 प्रतिशत बढ़कर 141.0 अरब डॉलर हो गया। इसकी शुद्ध बिक्री 139.8 अरब डालर थी, जिसमें वॉलमार्ट यूएस (अमेरिका) का योगदान 98.1 अरब डॉलर और वॉलमार्ट की अनुषंगी सैम्स क्लब का 18.6 अरब डॉलर था। वॉलमार्ट इंटरनेशनल का राजस्व दूसरी तिमाही में 23 अरब डालर रहा। इस राजस्व में भारत, चीन, जापान, अफ्रीका, कनाडा, ब्रिटेन, मैक्सिको, कनाडा और चिली जैसे बाजारों का परिचालन शामिल है। वॉलमार्ट के प्रेसीडेंट और सीईओ डग मैकमिलन ने वित्तीय कमाई से जुड़ी चर्चा के दौरान कहा, "(वॉलमार्ट) इंटरनेशनल के लिए यह तिमाही मजबूत बिक्री और लाभ में वृद्धि के साथ शानदार रही। भारत, मैक्सिको और चीन में मजबूती सहित स्थिर मुद्रा (स्थिर मुद्रा विनिमय दर) में शुद्ध बिक्री लगभग 13 प्रतिशत बढ़ी।
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक के एक लेख के अनुसार कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि पहली लहर की तुलना में कम रही और ऐसा मुख्य रूप से सरकारों द्वारा बेहतर आपूर्ति प्रबंधन के कारण हुआ। कोविड अवधि के दौरान 22 खाद्य पदार्थों के खुदरा और थोक मूल्यों पर आधारित इस लेख में कहा गया कि मार्च-मई 2020 की पहली राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन अवधि के दौरान मूल्य वृद्धि में औसत रूप से इजाफा हुआ और यह लॉकडाउन हटाए जाने के चरण के दौरान भी बनी रही।गतिशीलता सूचकांकों द्वारा किये गये मापन के मुताबिक ऐसा मुख्य रूप से उन बाजार केंद्रों के कारण हुआ जिन्हें ज्यादा गंभीर लॉकडाउन का सामना करना पड़ा। इसमें कहा गया, हालांकि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान, लॉकडाउन की कम कठोर और स्थानीयकृत प्रकृति के साथ-साथ बेहतर आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन को दर्शाते हुए, मूल्य वृद्धि की सीमा अपेक्षाकृत रूप से कम रही। यह लेख रिजर्व बैंक के आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग के जिबिन जोस, विमल किशोर और बिनोद बी भोई ने लिखा है। हालांकि, रिजर्व बैंक ने कहा कि इस लेख में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और वे रिजर्व बैंक के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। लेख में कहा गया कि महामारी की पहली लहर में लॉकडाउन अवधि के दौरान मूल्य अंतर में औसतन सात प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो लॉकडाउन हटाए जाने के चरण में कुछ कम होने के साथ बनी रही। इसके अलावा मूल्य अंतर में वृद्धि मुख्य रूप से ज्यादा गंभीर लॉकडाउन वाले केंद्रों की वजह से हुई जिससे मूल्य वृद्धि में लॉकडाउन की भूमिका का पता चलता है। इस दौरान दलहन और खाद्य तेलों में तीव्र मूल्य वृद्धि देखी गई जो कि घरेलू स्तर पर मांग- आपूर्ति की असंतुलित स्थिति को बताता है। वहीं अनाज और दूध के दाम में इस दौरान कोई उल्लेखनीय प्रभाव नहीं दिखाई दिया क्योंकि इनकी आपूर्ति बेहतर है और आपूर्ति श्रृंखला भी जबर्दस्त है। दूसरी लहर के दौरान स्थिति बेहतर रही। स्थानीय स्तर पर लगाये गये लॉकडाउन का सामूहिक सतर पर विभिन्न केन्द्रों में मार्जिन पर उल्लेखनीय प्रभाव नहीं पड़ा। हालांकि, खाद्य तेल और दालों के मार्जिन में कुछ वृद्धि देखी गई। मांग और आपूर्ति में लगातार कमी इसका कारण है। हालांकि, इसका दायरा कम रहा। वहीं अनाज और सब्जियों के मामले में मार्जिन कम हुये जिससे दूसरी लहर के लॉकडाउन के कम सख्त होने की प्रकृति का पता चलता है।
- नई दिल्ली। सरकार अगले तीन साल के दौरान नये उद्यमियों का पोषण करने वाले 'इनक्यूबेटर' और उन्हें आगे बढ़ाने वाले 'उत्प्रेरकों' का नेटवर्क बढ़ाने को प्रतिबद्ध है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को उद्यमियों और स्टार्ट-अप्स इकाइयों को अगले स्तर पर ले जाने के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता जताते हुये यह बात कही।'आजादी के अमृत महोत्सव' के मौके पर वैष्णव ने 'अमृत महोत्सव श्री शक्ति चैलेंज-2021' की शुरुआत की। यह महिला उद्यमियों द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी समाधानों को प्रोत्साहन देने पर केंद्रित है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है। अपने संबोधन में वैष्णन ने कहा कि 130 करोड़ की आबादी वाले देश में 100-300 इनक्यूबेटर पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने कहा, ''मेरा मानना है कि 1.3 अरब आबादी वाले देश में 100, 200 या 300 इनक्यूबेटर से काम नहीं चलने वाला। हम इनक्यूबेटर तथा एक्सेलेटर के नेटवर्क में कई गुना की बढ़ोतरी करेंगे। अगले तीन साल में हमारा लक्ष्य 10 गुना से 40 गुना का होगा।'' ये सभी पेशेवर तरीके से व्यवस्थत होंगे और ऐसे संस्थानों और उद्योगों में होंगे जहां वह ''वास्तविक मूल्य वर्धन'' कर सकें।
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक के एक लेख में मंगलवार को कहा गया कि घरेलू यूनिकॉर्न उद्यमों के प्रारम्भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के साथ पूंजी बाजार में उतरने से वर्ष 2021 आईपीओ वर्ष बन सकता है। इन आईपीओ से जहां एक तरफ "घरेलू शेयर बाजारों में तेजी है वहीं वैश्विक निवेशकों में यह उन्माद भरने" का काम कर रहे हैं। यूनिकॉर्न उन स्टार्ट-अप को कहते हैं जिनका बाजार मूल्यांकन एक अरब डॉलर का हो जाता है।हाल के महीनों में नयी कंपनियों द्वारा लाए गए सफल आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) भारतीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में जारी तेजी को दिखाते हैं। रिजर्व बैंक ने 'अर्थव्यवस्था की स्थिति' विषय पर एक लेख में कहा, "... वृद्धि की रफ्तार वित्तीय बाजारों में नयी ऊर्जा भर रही है। वर्ष 2021 भारत में आईपीओ वर्ष बन सकता है। भारतीय यूनिकॉर्न - गैर-सूचीबद्ध स्टार्ट-अप - द्वारा (आईपीओ की) पहली पेशकश एक फूड डिलीवरी ऐप के शानदार आईपीओ के साथ हुई जिसके लिए 38 गुना ज्यादा आवेदन मिले। इनकी वजह से घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का रुख है वहीं वैश्विक निवेशकों में उन्माद है।" लेख में जिस फूड डिलीवरी एप का उल्लेख किया गया है वह जोमैटो है जिसका आईपीओ हाल ही में पेश किया गया और उसे तय सीमा से 38 गुणा अधिक आवेदन प्राप्त हुये। यह लेख रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल देबब्रत पात्र के नेतृत्व में एक टीम ने लिखा है। हालांकि, रिजर्व बैंक ने कहा कि लेख में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और जरूरी नहीं कि वे रिजर्व बैंक के विचारों का प्रतिनिधित्व करते हों। लेख में आगे एक वित्तीय सेवा ऐप पेटीएम का उदाहरण देते हुए कहा गया कि "एक भुगतान और वित्तीय सेवा ऐप द्वारा 2.2 अरब डॉलर जुटाने के लिए प्रस्तावित आईपीओ, भारत के डिजिटलीकरण - डिजिटल भुगतान समाधान, ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स को लेकर निवेशकों के उत्साह को दिखाता है।" लेख में कहा गया कि साफ तौर पर एक नये युग की शुरुआत हो चुकी है। ऐसा अनुमान है कि भारत में 100 यूनिकॉर्न हैं। ये कंपनियां विरासत में मिले धन, बैंक ऋण या व्यापार से इतर संपर्कों पर निर्भर नहीं करती बल्कि प्रतिभा और नवोन्मेषी विचारों पर आश्रित हैं। लेख में साथ ही कहा गया कि विनिर्माण गतिविधियों में धीरे-धीरे तेजी और सेवाओं के संकुचन में नरमी के साथ अर्थव्यवस्था में तेजी आ रही है। लेख के अनुसार कोविड-19 से जुड़े लॉकडाउन के हटने के बाद मांग के जोर पकड़ने के साथ मांग की कुल दशाएं बेहतर हो रही हैं, जबकि मानसून के अपने सामान्य स्तर पर पहुंचने और बुआई गतिविधियों में तेजी आने के साथ आपूर्ति की स्थिति भी सुधर रही है। लेख में कहा गया, "अर्थव्यवस्था में तेजी की पुष्टि करते हुए, विनिर्माण गतिविधि धीरे-धीरे तेज हो रही हैं जबकि सेवाओं का संकुचन कम हो गया है। सहज तरलता की स्थिति से प्रेरित होकर, वित्तीय स्थिति सौम्य रहती है और सुधार में मदद करती है।
- नयी दिल्ली। उषा इंटरनेशनल और सिडबी ने मंगलवार को उषा स्वावलंबन सिलाई स्कूलों के तीसरे चरण के शुभारंभ की घोषणा की जिसके तहत 10 राज्यों के 20 जिलों में 750 स्कूल खोले जाएंगे। कंपनी ने एक बयान में कहा कि ये सिलाई स्कूल अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, त्रिपुरा, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश में स्थापित किए जाएंगे। इसमें कहा गया कि कार्यक्रम के तीसरे चरण की शुरुआत ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले से की गयी और इसका उद्देश्य उद्यमिता संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए महिलाओं को स्वतंत्र बनाकर और गृहउद्यमियों में बदलकर सशक्त करना है। इन स्कूलों में उषा इंटरनेशनल के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा इच्छुक महिला उद्यमियों को सिलाई मशीनों के रखरखाव और मरम्मत के साथ-साथ सिलाई के विभिन्न पहलुओं से जुड़ा प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा करने वाली महिला उद्यमियों को उषा की पैरों से चलने वाली सिलाई मशीन, एक प्रमाणपत्र, एक प्रशिक्षण किट और एक उषा स्वावलंबन सिलाई स्कूल साइन बोर्ड दिया जाता है। पहले दो चरणों में देश के सात राज्यों में 1,700 सिलाई स्कूल खोले गए थे।
- नयी दिल्ली। बहुमूल्य धातुओं की वैश्विक कीमतों में सुधार तथा रुपये का मूल्य घटने के कारण राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 446 रुपये की तेजी के साथ 46,460 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46,014 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी भी 888 रुपये की तेजी के साथ 62,452 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जो पिछले कारोबार में 61,564 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। डॉलर में मजबूती आने के कारण मंगलवार को विदेशीमुद्रा विनिमय कारोबार के आरंभिक दौर में डॉलर के मुकाबले रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 74.27 रुपये प्रति डॉलर रह गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 1,793 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 23.88 डॉलर प्रति औंस पर लगभग स्थिर बनी रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा कि तेजी से फैलते कोरोना के डेल्टा संस्करण को लेकर चिंताओं के कारण सोने की कीमतों में तेजी देखी गई।
- नयी दिल्ली । बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली पतंजलि आयुर्वेद की अनुषंगी खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया को अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) के जरिए 4,300 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल गयी है। एफपीओ को सूचीबद्ध इकाई में न्यूनतम 25 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरधारिता के सेबी मानदंड को पूरा करने के लिए पेश किया जा रहा है। कंपनी ने जून में सेबी के पास मसौदा दस्तावेज दाखिल किया जिसपर 14 अगस्त को मंजूरी मिली। सेबी की वेबसाइट पर जारी ताजा जानकारी में यह दर्शाया गया है। मसौदा दस्तावेज के मुताबिक कंपनी एफपीओ से होने वाली आय का इस्तेमाल अपने कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए कुछ बकाया ऋणों के भुगतान, अपनी बढ़ती पूंजी जरूरतों और अन्य सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी। पतंजलि आयुर्वेद ने 2019 में रुचि सोया का अधिग्रहण किया था। यह एक सूचीबद्ध कंपनी है। रुचि सोया को दिवाला प्रक्रिया के तहत 4,350 करोड़ रुपये में पतंजलि ने हासिल किया। इसमें प्रवर्तकों की वर्तमान में 99 प्रतिशत हिस्सेदारी है और सूत्रों के अनुसार उन्हें एफपीओ के मौजूदा दौर में कम से कम अपनी नौ प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचना होगा। सेबी नियम के मुताबिक प्रवर्तकों को कंपनी में कम से कम 25 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरधारिता के नियम का अनुपालन करने की जरूरत है। इसके लिये रुचि सोया के पास तीन साल का समय है।
- नयी दिल्ली। उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग इंडिया ने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) पहल के तहत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ करार किया है। इस गठजोड़ के तहत अगले कुछ साल के दौरान 50,000 युवाओं को प्रशिक्षण देकर इलेक्ट्रॉनिक्स खुदरा क्षेत्र में रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा। मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि सैमसंग दोस्त (डिजिटल एंड ऑफलाइन स्किल्स ट्रेनिंग) के तहत प्रमुख स्मार्टफोन तथा इलेक्ट्रॉनिक सामान विनिर्माता कंपनी एनएसडीसी के देशभर में स्थित राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण केंद्रों के जरिये युवाओं को प्रशिक्षण देगी। स्कूलों से निकले युवाओं को देश में 120 स्थानों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत युवाओं को सैमसंग के खुदरा आउटलेट्स पर भी रोजगार के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए उन्हें भुगतान भी किया जाएगा। कंपनी ने इस बारे में एनएसडीसी के साथ सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। बयान में कहा गया है कि सैमसंग दोस्त इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र का सबसे बड़ा कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम है। पहला चरण पायलट आधार पर 2,500 भागीदारों के साथ शुरू किया जाएगा।सैमसंग दक्षिण-पश्चिम एशिया के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) केन कान्ग ने कहा, ‘‘सैमसंग दोस्त कार्यक्रम भारत सरकार के कुशल भारत कार्यक्रम से ही संबंधित है। यह हमारी युवा भारत की अगली पीढ़ी को सशक्त करने के दृष्टिकोण ‘‘पावरिंग डिजिटल इंडिया' के अनुरूप है।
- नयी दिल्ली। स्पाइसजेट ने मंगलवार को कहा कि वह अपनी कार्गो और लॉजिस्टिक सेवाओं को अपनी सहायक कंपनी स्पाइसएक्सप्रेस एंड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित कर रही है। स्पाइसजेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने एक बयान में कहा कि स्पाइसएक्सप्रेस को कारोबार का प्रस्तावित हस्तांतरण से नई कंपनी को अपने लॉजिस्टिक मंच और सेवा व्यापार को तेजी से विकसित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि स्पाइसएक्सप्रेस अपनी वृद्धि के लिए स्पाइसजेट से अलग पूंजी जुटाने में भी सक्षम होगी। उन्होंने भरोसा जताया कि एक स्वतंत्र इकाई के रूप में स्पाइसएक्सप्रेस का प्रदर्शन स्पाइसजेट और उसके सभी शेयरधारकों के लिए फायदेमंद होगा। विमानन कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसके द्वारा किए गए एक स्वतंत्र मूल्यांकन के तहत लॉजिस्टिक व्यवसाय की कीमत 2,555.77 करोड़ रुपये है।
- मुंबई। सेंसेक्स और निफ्टी का नये रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला मंगलवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा। कमजोर वैश्विक रुख के बीच आईटी, एफएमसीजी और फार्मा कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान 55,854.88 अंक के अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर तक गया। बाद में सेंसेक्स 209.69 अंक या 0.38 प्रतिशत के लाभ से 55,792.27 अंक के अपने नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 51.55 अंक या 0.31 प्रतिशत के लाभ से 16,614.60 अंक के अपने नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी ने 16,628.55 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर को भी छुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा का शेयर सबसे अधिक तीन प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गया। टीसीएस, नेस्ले इंडिया, इन्फोसिस और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, एलएंडटी और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में गिरावट रही। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 18 लाभ के साथ और 12 नुकसान के साथ बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप 0.71 प्रतिशत तक चढ़ गए।जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘उतार-चढ़ाव के बीच घरेलू बाजार लाभ-हानि के बीच झूलते रहे। वैश्विक स्तर पर संक्रमण की दर बढ़ने से चिंता बढ़ी है। चीन के इंटरनेट क्षेत्र के लिए सरकार ने नियमनों को कड़ा किया है।'' अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग तथा दक्षिण कोरिया का कॉस्पी उल्लेखनीय गिरावट के साथ बंद हुआ। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 11 पैसे टूटकर 74.35 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.24 प्रतिशत टूटकर 69.34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
- नयी दिल्ली। प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी, हीरो मोटोकॉर्प ने सोमवार को कहा कि उसने पिछले सप्ताह अपनी 10 वीं वर्षगांठ पर एक ही दिन में एक लाख से अधिक इकाइयों की बिक्री की। कंपनी ने इस साल नौ अगस्त को अपने अकेले ब्रांड की स्थापना के 10 साल पूरे कर लिए। हीरो मोटोकॉर्प ने जापान की होंडा कंपनी के साथ अपने पूर्ववर्ती संयुक्त उद्यम - हीरो होंडा को लेकर साझेदारी समाप्त होने के बाद नौ अगस्त, 2011 को लंदन में ओ-टू एरिना में अपनी नयी ब्रांड पहचान का अनावरण किया था। कंपनी के बिक्री और बिक्री बाद सेवा खंड के प्रमुख नवीन चौहान ने एक बयान में कहा, ‘‘नौ अगस्त को हमारी यात्रा के 10 साल पूरे करना हीरो मोटोकॉर्प के सफर में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।'' उन्होंने कहा कि कंपनी के ग्राहकों ने ‘‘हमारे उत्पादों की श्रृंखला को भारी संख्या में खरीदा, जिससे हमें एक ही दिन में खुदरा बिक्री का यह रिकॉर्ड स्थापित करने में मदद मिली।'' कंपनी ने साथ ही कहा कि उसके स्कूटरों की दैनिक औसत बिक्री नौ अगस्त को दोगुनी हो गई।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को अब तक के सबसे उच्चस्तर पर पहुंचे पेट्रोल, डीजल के दाम में कमी के लिये उत्पाद शुल्क में कटौती से इनकार करते हुये कहा कि पिछले कुछ वर्षों में इन ईंधनों पर दी गई भारी सब्सिडी के एवज में किये जा रहे भुगतान के कारण उनके हाथ बंधे हुए हैं। कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और केरोसिन की बिक्री उनकी वास्तविक लागत से काफी कम दाम पर की गई थी। तब की सरकार ने इन ईंधनों की सस्ते दाम पर बिक्री के लिये कंपनियों को सीधे सब्सिडी देने के बजाय 1.34 लाख करोड़ रुपये के तेल बॉंड जारी किए थे। उस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 100 डालर प्रति बैरल से ऊपर निकल गये थे। ये तेल बांड अब परिपक्व हो रहे हैं। सरकार इन बॉंड पर ब्याज का भुगतान भी कर रही है। सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यदि मुझ पर आयल बॉंड का बोझ नहीं होता तो मैं ईंधनों पर उत्पाद शुलक कम करने की स्थिति में होती। पिछली सरकार ने आयल बॉंड जारी कर हमारा काम मुश्किल कर दिया। मैं यदि कुछ करना भी चाहूं तो भी नहीं कर सकती क्योंकि मैं काफी कठिनाई से आयल बांड के लिये भुगतान कर रही हूं।'' सीतारमण ने कहा कि पिछले सात सालों के दौरान तेल बांड पर कुल मिलाकर 70,195.72 करोड़ रुपये के ब्याज का भुगतान किया गया है। उन्होंने कहा कि 1.34 लाख करोड़ रुपये के जारी तेल बांड पर केवल 3,500 करोड़ रुपये की मूल राशि का भुगतान हुआ है और शेष 1.30 लाख करोड़ रुपये का भुगतान इस वित्त वर्ष से लेकर 2025-26 तक किया जाना है। सरकार को चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 10,000 करोड़ रुपये, 2023-24 में 31,150 करोड़ रुपये और उससे अगले साल में 52,860.17 करोड़ तथा 2025-26 में 36,913 करोड़ रुपये का भुगतान करना है। उन्होंने कहा, ‘‘ब्याज भुगतान और मूल राशि को लौटाने में बड़ी राशि जा रही है, यह अनुचित बोझ मेरे ऊपर है। वर्ष 2014-15 में बकाया राशि 1.34 लाख करोड़ रुपये थे और ब्याज का 10,255 करोड़ रुपये का भुगतान होना था। वर्ष 2015-16 से हर साल का ब्याज भुगतान 9,989 करोड़ रुपये का है।'' सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क को पिछले साल 19.98 रुपये से बढ़ाकर 32.9 रुपये प्रति लीटर कर दिया। महामारी के दौरान जहां एक तरफ मांग काफी कम रह गई वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम गिर गये। ऐसे में सरकार ने उत्पाद शुल्क बढ़ाया। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री रामेश्वर तेली ने पिछले महीने संसद को बताया कि केन्द्र सरकार को पेट्रोल और डीजल से कर प्राप्ति 31 मार्च को समाप्त वर्ष में 88 प्रतिशत बढ़कर 3.35 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई जो कि एक साल पहले 1.78 लाख करोड़ रुपये रही थी। महामारी पूर्व वर्ष 2018-19 में यह 2.13 लाख करोड़ रुपये रही थी। इससे यह माना जा रहा है कि उत्पाद शुल्क वृद्धि से प्राप्त राशि तेल कंपनियों को दी जाने वाली राशि से कहीं ज्यादा है। पिछले साल उत्पाद शुल्क वृद्धि के कारण पेट्रोल, डीजल की खुदरा कीमतों में कोई वृद्धि नहीं हुई क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनके दाम नीचे आ गये थे। लेकिन जैसे-जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढ़ने लगे तो यहां खुदरा बाजार में पेट्रोल, डीजल के दाम भी आसमान छूने लगे। आधे से ज्यादा देश में पेट्रोल के दाम 100 रुपये लीटर से ऊपर पहुंच गये वहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश और ओडिशा में डीजल भी 100 रुपये लीटर से ऊपर निकल गया। सीतारमण ने कहा कि केन्द्र सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने का विकल्प खुला रखा है। ‘‘जब कभी राज्य इसके लिये तैयार होंगे, इसे जीएसटी के तहत ला दिया जायेगा।'' माना जा रहा है कि जीएसटी के दायरे में आने से पेट्रोलियम पदार्थों पर कर का बोझ कुछ कम होगा और कर के ऊपर कर लगने से बचा जा सकेगा।--
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मेधावी छात्राओं के लिये ‘मेधा छात्रवृत्ति योजना' शुरू की है। इसके तहत 30 राज्यों और केंद्रीय शिक्षा बोर्डों में दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं में सबसे ज्यादा अंक पाने वाली मेधावी छात्राओं को प्रमाणपत्र और 10 हजार रुपये की छात्रवृत्ति देकर सम्मानित किया जायेगा। कंपनी की विज्ञप्ति में यह कहा गया है। इंडियन ऑयल के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने कंपनी की ओर से सामाजिक दायित्व की इस पहल की शुरुआत करते हुये कहा कि इससे देशभर में कुल 2,250 लड़कियों को यह सम्मान मिलेगा। छात्रवृत्ति के तहत एक प्रमाणपत्र और दस हजार रुपये दिये जायेंगे। कंपनी योजना के तहत कुल 2.25 करोड़ की राशि वितरित करेगी। वैद्य ने कहा कि " मजबूत सामाजिक नेतृत्व के साथ एक जिम्मेदार कॉरपोरेट के रूप में इंडियन ऑयल युवाओं की शिक्षा संबंधी आवश्यकताओं को संबल प्रदान करने के लिए कई सीएसआर पहल कर रही है। हमें उम्मीद है कि ये छात्रवृत्तियां छात्राओं को अपने अकादमिक लक्ष्यों को प्राप्त करने और अपने लिए उज्ज्वल भविष्य बनाने की दिशा में प्रेरित करेंगी। हमारा यह मानना है कि शिक्षित लड़कियां मजबूत परिवार, समुदाय, और अर्थव्यवस्था का निर्माण करती हैं और हमारी यह पहल इसी विश्वास को प्रदर्शित करती है।" इंडियन आयल... तेल, गैस, पेट्रोकेमिकल्स और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है। वित्त वर्ष 2020- 21 में कंपनी ने 21,836 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया। कंपनी की श्रीलंका, मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, स्वीडन, अमेरिका और नीदरलैंड में सहायक कंपनियां हैं।
- नयी दिल्ली। शीर्ष प्रौद्योगिकी कंपनी सैमसंग ने सोमवार को कहा कि भारत में उसके अल्ट्रा-प्रीमियम गैलेक्सी जेड फोल्ड3 5जी और गैलेक्सी जेड फ्लिप3 5जी स्मार्टफोन की बिक्री 10 सितंबर से शुरू होगी। इन स्मार्टफोन की कीमत 84,999 रुपये से शुरू होगी। प्रीमियम स्मार्टफोन श्रेणी में एपल की प्रतिद्वंदी कंपनी सैमसंग ने पिछले हफ्ते अपने गैलेक्सी अनपैक्ड कार्यक्रम में दो हाई-एंड फोल्डेबल स्मार्टफोन का अनावरण किया था। कंपनी ने सोमवार को एक बयान में कहा, "भारत में उपभोक्ता गैलेक्सी जेड फोल्ड3 5जी और गैलेक्सी जेड फ्लिप3 5जी को सैमसंग डॉट कॉम और प्रमुख रिटेल स्टोर्स पर 24 अगस्त से 9 सितंबर, 2021 तक बुक कर सकते हैं। बिक्री 10 सितंबर, 2021 से शुरू होगी।" गैलेक्सी फोल्ड3 5जी स्मार्टफोन दो संस्करण- 12 जीबी रैम और 256 जीबी मेमोरी (1,49,999 रुपये) और 12 जीएम रैम और 512 जीबी मेमोरी (1,57,999 रुपये) में उपलब्ध होगा। गैलेक्सी फ्लिप 3 5जी 128 जीबी संस्करण की कीमत 84,999 रुपये होगी, जबकि 256 जीबी मॉडल 88,999 रुपये में उपलब्ध होगा।
- मुंबई। बेंगलुरु की इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) कंपनी सिंपल एनर्जी ने अपना प्रमुख ई-स्कूटर सिंपल वन पेश किया है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 1,09,999 रुपये है। सिंपल एनर्जी ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि यह स्कूटर 15 अगस्त को उतारा गया। बयान में कहा गया है कि सिंपल वन में 4.8 केडब्ल्यूएच की लिथियम आयन बैटरी लगी है। कंपनी ने कहा कि इस स्कूटर की अधिकतम गति सीमा 105 किलोमीटर प्रति घंटे की है। यह चार राइडिंग मोड... इको, राइड, डैश और सोनिक में चल सकता है। राइडिंग मोड तक 7 इंच के टचस्क्रीन पैनल के जरिये पहुंचा जा सकता है। सिंपल एनर्जी के संस्थापक मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुहास राजकुमार ने कहा, ‘‘हम पिछले साढ़े तीन साल से इन दिन का इंतजार कर रहे थे। हम ईवी उद्योग में उचित बदलाव लाना चाहते हैं।'' यह स्कूटर 13 राज्यों..... कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, गोवा, उत्तर प्रदेश, गुजरात और पंजाब में पेश किया गया है। इलेक्ट्रिक स्कूटर फेम दो के तहत 60,000 रुपये तक की सब्सिडी के लिए पात्र है। कंपनी ने कहा कि राज्यवार सब्सिडी के हिसाब से इस इलेक्ट्रिक स्कूटर का दाम विभिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न हो सकता है। सिंपल वन की बुकिंग खुल गई है। इसकी बुकिंग 1,947 रुपये से शुरू होगी।
- मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस तथा टाटा स्टील जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में लाभ से सोमवार को सेंसेक्स 145 अंक की बढ़त के साथ अपने नए उच्चस्तर पर पहुंच गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 145.29 अंक या 0.26 प्रतिशत के लाभ से 55,582.58 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान इसने 55,680.75 अंक का अपना सर्वकालिक उच्चस्तर भी छुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी कारोबार की समाप्ति पर 33.95 अंक या 0.21 प्रतिशत के लाभ से 16,563.05 अंक के अपने नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 16,589.40 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर तक गया। सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर सबसे अधिक करीब चार प्रतिशत चढ़ गया। बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं, दूसरी ओर मारुति, बजाज ऑटो, पावरग्रिड और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयरों में गिरावट आई।रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ''प्रमुख सूचकांक आज लाभ में रहे। जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप दबाव में रहे।'' उन्होंने कहा कि धातु शेयरों में तेजी तथा वित्तीय सेवा कंपनियों के शेयरों में लाभ से निफ्टी को फायदा मिला। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग के हैंगसेंग, जापान के निक्की तथा दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में नुकसान रहा। वहीं चीन के शंघाई में लाभ रहा। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में कारोबार कर रहे थे।इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 1.33 प्रतिशत के नुकसान से 69.65 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
- नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी के रुख के अनुरूप राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 42 रुपये की गिरावट के साथ 45 हजार 960 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46 हजार 2 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी भी 505 रुपये की गिरावट के साथ 61 हजार 649 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई, जो पिछले कारोबार में 61 हजार 974 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,774 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी 23.50 डॉलर प्रति औंस पर लगभग स्थिर बनी रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा कि डॉलर के मजबूत होने से सोने का शुरुआती लाभ समाप्त हो गया।--
- जीएसटी मामलों में उद्योगों और सरकार के बीच सेतु का काम करने के लिए फिक्की सम्मानितरायपुर। देश की अग्रणी व्यावसायिक संस्था फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (फिक्की) के छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष श्री प्रदीप टंडन ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रकोप के कारण लंबे समय तक व्यापार और उद्योगों की बंदी के बावजूद प्रदेश के उद्योगों ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की अदायगी में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। फिक्की ने इस कार्य में एक साथी की भूमिका निभाई है। इसी वजह से सीजीएसटी के प्रिंसिपल कमिश्नर श्री बी.बी. महापात्रा ने फिक्की को सम्मानित किया है। उद्योगों से इस मित्रवत व्यवहार के लिए हम विभाग के आभारी हैं।यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में श्री टंडन ने बताया कि राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित छत्तीसगढ़ के उद्योग जगत ने कोविड-19 की दूसरी लहर में भी पूरे धैर्य का परिचय दिया और लोगों तक वस्तु और सेवाएं पहुंचाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जुलाई महीने की अवधि में पिछले वर्षों के मुकाबले अधिक जीएसटी की अदायगी की। वर्ष 2019-20 की उपरोक्त अवधि में 3103 करोड़ और वर्ष 2020-21 में 2554 करोड़ के मुकाबले वर्ष 2021-22 के इन चार महीनों में 3848 करोड़ रुपये की जीएसटी अदायगी की गई, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है। पिछले वर्ष के मुकाबले यह राशि 1294 करोड़ रुपये अधिक है। जीएसटी की अदायगी में 50.69 प्रतिशत की इस उल्लेखनीय वृद्धि पर उद्योगों के हौसले का अभिनंदन करते हुए उन्होंने कहा कि फिक्की ने इस कार्य में ई-वे बिल और कर भुगतान के अन्य तरीकों को आसान बनाने में अहम भूमिका निभाई।श्री टंडन ने उद्योग मित्र की भूमिका के लिए सीजीएसटी के प्रिंसिपल कमिश्नर श्री बी.बी. महापात्रा समेत उनकी पूरी टीम के प्रति आभार जताया और उम्मीद की कि आने वाले समय में ऐसी ही मधुर समन्वय से राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए पूरा उद्योग जगत और अधिक प्रोत्साहित होगा।गौरतलब है कि श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) की छत्तीसगढ़ इकाई को निजी क्षेत्र के सबसे बड़े जीएसटी अदाकर्ता के रूप में सम्मानित किया गया है। जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी जीएसटी अदाकर्ता कंपनी भी बन गई है।
- -श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जेएसपीएल की छत्तीसगढ़ इकाई को सीजीएसटी के प्रिंसिपल कमिश्नर ने किया सम्मानित-सेल-भिलाई के बाद जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ प्रदेश का सबसे बड़ा जीएसटी अदा करने वाला-कंपनी के छत्तीसगढ़-सी.ओ.ओ. श्री डी.के सरावगी ने प्राप्त किया सम्मान, प्रेसिडेंट श्री प्रदीप टण्डन और फाइनेंस हेड श्री विकास कुमार भी सम्मान समारोह में रहे मौजूद-गर्व के इन पलों के लिए कंपनी के चेयरमैन और जेएसपीएल परिवार को बधाई: सरावगीरायपुर। किसी के जीवन में ऐसा ऐतिहासिक पल कम ही आता है जब स्वतंत्रता दिवस हो, तिरंगा फहराकर राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेने का अवसर हो और उसी समय उसे सबसे बड़ा करदाता घोषित कर दिया जाए। श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के साथ देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर यह संयोग हुआ है। सी.जी.एस.टी. के प्रिंसिपल कमिश्नर श्री बी.बी. महापात्रा ने जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ को प्रदेश में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा जीएसटी अदाकर्ता घोषित करते हुए कल उसे सम्मानित किया। इसके साथ ही जेएसपीएल-छत्तीसगढ़, सेल-भिलाई के बाद प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जीएसटी अदाकर्ता भी बन गया है।यह सम्मान कंपनी के छत्तीसगढ़-सीओओ श्री दिनेश कुमार सरावगी ने प्राप्त किया और चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल एवं समस्त जेएसपीएल परिवार को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। सम्मान के इस अवसर पर जेएसपीएल के रायपुर में प्रेसिडेंट श्री प्रदीप टंडन और रायगढ़ में फाइनेंस हेड श्री विकास कुमार भी उपस्थित थे।श्री सरावगी ने इस अवसर पर बताया कि राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पित जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ ने जून 2017 से जून 2021 तक जीएसटी के रूप में करीब 5400 करोड़ रुपये की अदायगी की। कर अदायगी और कर नियमों के अनुपालन में तत्परता और समर्पित योगदान के लिए जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ को देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित करने के सरकार के निर्णय से हमें हौसला मिला है।उन्होंने बताया कि चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल जी एवं प्रबंध निदेशक श्री वी.आर. शर्मा के निरंतर मार्गदर्शन और उनकी दूरदृष्टि सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुपालन के लिए हमें सदैव प्रेरित करती है। यह श्री जिन्दल का ही नेतृत्व है कि जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ का कोई भी जीएसटी संबंधी कानूनी विवाद किसी भी अदालत में नहीं है और हम पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कर नियमों का अनुपालन कर रहे हैं।यह सम्मान समारोह जीएसटी आयुक्तालय, रायपुर में आयोजित हुआ जिसमें जीएसटी बार एसोसिएशन, सीए इंस्टीट्यूट शाखा प्रमुख, यूआरएलए एसोसिएशन के सम्मानित सदस्य एवं चेयरमैन, सी.आई.आई. और फिक्की के सदस्यों के साथ-साथ जीएसटी विभाग के अनेक उच्च अधिकारी उपस्थित थे। श्री सरावगी और श्री टंडन ने इस उपलब्धि पर सभी को बधाई दी है।
- -जिन्दल स्टील की रायपुर इकाई में 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया:- वर्ष 2030 तक 50 मिलियन टन स्टील निर्माण का जेएसपीएल का संकल्प, ओडिशा के अंगुल प्लांट की क्षमता 25.2 मिलियन टन करने की तैयारी, रायगढ़ में भी क्षमता बढ़ाएंगे- सिर्फ उद्योग ही नहीं, मानवता की सेवा भी सर्वोच्च प्राथमिकता, कोविड-19 की दूसरी लहर में 5000 टन से अधिक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन देशभर के अस्पतालों को भेजी-रायपुर यूनिट के पास कोई भी मशीन बनाने की काबिलियत, अंगुल प्लांट के विस्तार में साझेदार: नीलेश शाह-रायपुर यूनिट देश के विकास में हरसंभव योगदान करेगा: तगईरायपुर। जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन एवं कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद श्री नवीन जिन्दल ने 15 अगस्त को देशवासियों को 75वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वे आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जेएसपीएल अपने रायगढ़ प्लांट में हाईस्पीड ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए हेड-हार्डेंड रेल बना रही है और देश की तमाम वैज्ञानिक और शोध संस्थाओं के लिए जरूरी प्लेट का भी निर्माण कर रही है।रायपुर मशीनरी डिवीजन के हेरिटेज पार्क में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में उनका संदेश पढ़ते हुए प्लांट हेड श्री अरविंद तगई ने कहा कि जेएसपीएल सिर्फ इस्पात, ऊर्जा और खनन क्षेत्र में अपनी सेवाओं के माध्यम से ही राष्ट्र निर्माण नहीं कर रही है बल्कि मानवता की सेवा के प्रति भी समर्पित है। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में जब देश में ऑक्सीजन की मांग बढ़ी तब जेएसपीएल ने अपने रायगढ़ और अंगुल प्लांट से 5000 टन से अधिक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति दिल्ली समेत देश के 13 राज्यों में की और लाखों लोगों की जान बचाई। महामारी से कर्मचारियों और समुदायों की सुरक्षा के भी उपाय किये गए।श्री जिन्दल ने अपने संदेश में कहा कि देश के विकास में स्टील की केंद्रीय भूमिका है इसलिए वर्ष 2030 तक 50 मिलियन टन स्टील उत्पादन का जेएसपीएल का संकल्प है। इसके तहत ओडिशा के अंगुल प्लांट की क्षमता 25.2 मिलियन टन करने की तैयारी की जा रही है। रायगढ़ में भी उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है। इसी तरह स्टील स्ट्रक्चरल डिवीजन देश की महत्वपूर्ण ऊर्जा परियोजनाओं व संस्थाओं के विकास में योगदान कर रहा है। सामाजिक उत्थान को जेएसपीएल का मिशन बताते हुए श्री नवीन जिन्दल ने कहा कि कोविड-19 के लगभग डेढ़ साल के काल में श्रीमती शालू जिन्दल के नेतृत्व वाले जेएसपीएल फाउंडेशन ने 7 लाख से अधिक लोगों को भोजन, 10 लाख से अधिक फेस मास्क और सैनिटाइजर के साथ-साथ किसानों और स्वयं-सहायता समूहों की आजीविका सुरक्षित और सुनिश्चित करने के सार्थक प्रयास किये।रायपुर मशीनरी डिवीजन के बिजनेस यूनिट हेड नीलेश टी. शाह ने इस अवसर पर कहा कि एकता-अखंडता के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे से प्रेरणा लेकर चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व में उनकी कंपनी देश की सेवा के प्रति समर्पित है। श्री जिन्दल ने ही देशवासियों को साल के 365 दिन पूरे सम्मान के साथ तिरंगा फहराने और उसे प्रदर्शित कर देशभक्ति की भावना व्यक्त करने का अधिकार हम देशवासियों को दिलाया था। उन्होंने कहा कि रायपुर मशीनरी डिवीजन इस्पात उद्योग समेत अनेक उद्योगों को जरूरी मशीनें उपलब्ध कराने के प्रति दृढ़संकल्पित है। रायपुर यूनिट के पास अत्याधुनिक मशीनों के साथ-साथ विशेषज्ञ मानव संसाधन हैं और उनमें कोई भी मशीन बनाने की काबिलियत है। अगले 18 महीने में अंगुल प्लांट के विस्तार का जो लक्ष्य रखा गया है, रायपुर मशीनरी डिवीजन उसमें महत्वपूर्ण साझेदार है। हम स्लैब लिफ्टिंग टोंग, ऑक्सीजन सर्ज टैंक, अलग-अलग परियोजनाओं के लिए प्रेसर वेसेल, कास्ट आयरन के विभिन्न उपकरण और मशीनों के कलपुर्जों का निर्माण समयबद्ध तरीके से कर रहे हैं। यूनिट हेड श्री अरविंद तगई ने इस अवसर पर कहा कि उनकी टीम देश के विकास में हरसंभव योगदान देने के लिए तैयार है। कारखाना प्रबंधक राकेश गुप्ता ने कहा कि देश की आर्थिक आजादी के लिए संस्थापक चेयरमैन ओपी जिन्दल ने औद्योगिक विकास का जो नया इतिहास रचा, उसे पूरी टीम चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व में आगे ले जाने के लिए सदैव तत्पर है।कार्यक्रम की अध्यक्षता जेएसपीएल-छत्तीसगढ़ के सीओओ श्री दिनेश कुमार सरावगी की पत्नी श्रीमती सरोज सरावगी ने की और मंच संचालन कार्मिक विभाग प्रमुख श्री सूर्योदय दुबे ने किया। इस अवसर पर श्रीमती नेहा शाह, श्रीमती मनीषा तगई, श्री सुनील गुप्ता, श्री कुलबीर सैनी, श्री पल्लब बंधोपाध्याय, श्री रविंद्र शर्मा, श्री मुकेश तिवारी व अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम में श्री नीलेश टी. शाह ने झंडा फहराया एवं सुरक्षा टुकडिय़ों के मार्च पास्ट का निरीक्षण कर सलामी ली।
- नयी दिल्ली। गो फैशन (इंडिया) लिमिटेड ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास दस्तावेज जमा कराए हैं। गो फैशन के पास महिलाओं के ब्रांड गो कलर्स का स्वामित्व है। दस्तावेजों के अनुसार, आईपीओ के तहत 125 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे तथा प्रवर्तक और मौजूदा शेयरधारक 1,28,78,389 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएंगे। ओएफएस के तहत पीकेएस फैमिली ट्रस्ट और वीकेएस फैमिली ट्रस्ट 7.45 लाख (प्रत्येक) इक्विटी शेयरों की पेशकश करेंगे। वहीं सिकोया कैपिटल इंडिया इन्वेस्टमेंट्स 74.98 लाख, इंडिया एडवांटेज फंड 33.11 लाख और डायनामिक इंडिया फंड 5.76 लाख शेयरों की बिक्री करेंगे। अभी पीकेएस फैमिली ट्रस्ट और वीकेएस फैमिली ट्रस्ट दोनों के पास कंपनी की समान 28.74 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सिकोया कैपिटल के पास 28.73 प्रतिशत, इंडिया एडवांटेज फंड के पास 12.69 प्रतिशत और डायनामिक इंडिया फंड के पास 1.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
- नयी दिल्ली। टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड ने गुजरात के राघनेस्दा सोलर पार्क में 100 मेगावाट उत्पादन क्षमता वाली एक सौर परियोजना शुरू की है।कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस परियोजना से हर साल कार्बन उत्सर्जन में 2,00,000 टन की कमी होगी। गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित राघनेस्दा सोलर पार्क देश के सबसे बड़े सौर उद्यानों में से एक है। इसमें कहा गया कि टाटा पावर की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) ने गुजरात के राघनेस्दा सोलर पार्क में 100 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना को सफलतापूर्वक चालू कर दिया है।
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को बताया कि उसने सहकारी क्षेत्र के कोऑपरेटिव राबोबैंक यू.ए. पर नियामकीय अनुपालन में खामियां बरते जाने को लेकर एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। आरबीआई ने एक वक्तव्य में बताया कि बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 के कुछ प्रावधानों और 'आरक्षित निधियों के हस्तांतरण' से संबंधित निर्देशों का उल्लंघन करने पर यह जुर्माना लगाया गया है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि उसने 31 मार्च, 2020 तक बैंक की वित्तीय स्थिति को लेकर पर्यवेक्षी मूल्यांकन सांविधिक जांच (आईएसई) जांच की थी। जिसमे कंपनी द्वारा बैंकिंग विनियमन अधिनियम के प्रावधानों और आरबीआई द्वारा जारी निर्देशों का उल्लंघन पाया गया। आरबीआई ने इस संबंध में बैंक को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। वक्तव्य में कहा गया है कि नोटिस पर मिले बैंक के जवाब और व्यक्तिगत सुनवाई में मिले जवाब और उसके बाद बैंक द्वारा दी गई अतिरिक्त जानकारी के बाद रिजर्व बैंक इस नतीजे पर पहुंचा की नियमों का उल्लंघन हुआ है और बेंक पर मौद्रिक जुर्माना लगाना वाजिब है। एक अन्य वक्तव्य में रिजर्व बैंक ने कहा कि कोलकाता की विलेज फाइनेंसियल सविर्सिज पर अपने ग्राहक को जानों नियमों के कुछ प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। केन्द्रीय बैंक ने यह भी बताया कि उसने अहमदनगर मर्चेट को-आपरेटिव बैंक पर 13 लाख, अहमदाबाद के महिला विकास को-अपरेटिव बैंक पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को उद्योग जगत को आश्वस्त किया कि सरकार कोविड-19 महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये हर जरूरी कदम उठाने को तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सुधारों को आगे बढ़ाने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने की जरूरत है क्योंकि इससे गरीबी में कमी लाने में मदद मिलती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह मुद्रास्फीति की कीमत पर नहीं होगा। सीतारमण ने उद्योग मंडल सीआईआई की सालाना बैठक में कहा कि सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) दोनों लक्ष्य को हासिल करने के लिये साथ मिलकर काम कर रहे हैं। वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘आपने यह देखा होगा कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में खासकर और पूर्व में भी अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिये सरकार और आरबीआई ने भागीदार के तौर पर साथ मिलकर काम किया है...।'' वित्त मंत्री ने कहा कि दोनों साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मौद्रिक पक्ष वहां गति को सही दिशा में रख रहा है जबकि वित्त मंत्रालय वित्तीय पहलुओं का ध्यान रख रहा है और समन्वय जारी है। उन्होंने कहा, ‘‘आर्थिक वृद्धि को महत्व दिया जाएगा और उसे रिजर्व बैंक तथा सरकार दोनों मिलकर आगे बढ़ाएंगे। हम उद्योग को भी यह आश्वस्त करना चाहते हैं कि मौसमी उतार-चढ़ाव को छोड़कर मुद्रास्फीति पिछले सात साल में छह प्रतिशत से ऊपर नहीं गयी है। मुद्रास्फीति दायरे में है।'' उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति 2 प्रतिशत की घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत के स्तर पर रखने की जिम्मेदारी दी गयी है। सीतारमण ने कहा कि वह वृद्धि बनाम मुद्रास्फीति नहीं देख रही। ‘‘हमें मुद्रास्फीति पर ध्यान देना है और हर जरूरी कदम उठाते हुए इसे नियंत्रित रखना है। लेकिन यह कभी न भूलें कि वृद्धि वह है जो अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार में अंतर लाने वाला है और अंततः गरीबी को दूर करने तथा सभी भारतीय नागरिकों के लिये एक निश्चित अवसर लाने में मददगार है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार अर्थव्यवस्था के पुनरूद्धार के लिये जो भी जरूरी है, कदम उठाने के लिये प्रतिबद्ध है...।'' वित्त मंत्री ने कहा कि कोविड-19 मामलों में कमी के साथ पाबंदियों में ढील दिये जाने के बाद से कुछ प्रमुख आंकड़े (पीएमआई, जीएसटी संग्रह, बिजली खपत आदि) सभी आर्थिक पुनरूद्धार का संकेत दे रहे हैं। महामारी के बावजूद विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) तेजी से आ रहा है। इसका कारण वृहत आर्थिक बुनियाद को लेकर एक भरोसा है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल एफडीआई प्राप्त करने के मामले में हम तीसरे या चौथे स्थान पर रहे और इस साल भी पहले पांच महीनों में हमने पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 37 प्रतिशत अधिक एफडीआई प्राप्त किया है।'' वित्त मंत्री ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार जुलाई 2021 में 620 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया और जहां तक बुनियादी उद्योग का सवाल है, निर्यात बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि घरेलू बचत केवल बैंकों में ही नहीं बल्कि शेयर बाजारों में भी जा रही है। सीतारमण ने यह भी कहा कि अब तक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों कर संग्रह में वृद्धि देखी जा रही है। इसके अलावा विनिवेश से भी अच्छी राशि प्राप्त होने की उम्मीद है। अत: सरकार इस साल राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति का पूरा भुगतान करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अत: यह साफ है कि पुनरूद्धार जारी है तथा हमारी आकांक्षा इसे और बढ़ाने की है...।''सुधारों को लेकर प्रतिबद्धता के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिये पूरी तरह से तैयार है। महामारी के दौरान भी कृषि और श्रम सुधारों की घोषणा सरकार की मंशा को प्रतिबिंबित करता है। उन्होंने उद्योग को आश्वस्त किया कि सरकार 2021-22 के बजट में घोषित विनिवेश और निजीकरण के लिये प्रतिबद्ध है और उसे पूरा किया जाएगा। सीतारमण ने कहा, ‘‘ये सब (निजीकरण और विनिवेश) होगा। और हम इसके लिये कदम बढ़ा रहे हैं। जरूरी काम जारी है...।'' केंद्र ने चालू वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों समेत वित्तीय संस्थानों में विनिवेश के जरिये 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
- नयी दिल्ली । दवा निर्माता कंपनी मैनकाइंड फार्मा ने बुधवार को कहा कि वह तोक्यो ओलंपिक में मामूली अंतर से पदक पाने में पीछे रह गये 20 भारतीय खिलाड़ियों में प्रत्येक को 11 लाख रुपये की राशि देगी। कंपनी ने कहा कि इन खिलाड़ियों को यह राशि उनके दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत को प्रोत्साहित करने की लिए दी जायेगी। मैनकाइंड फार्मा ने एक बयान में कहा, ‘‘कंपनी खिलाड़ियों के सामने आने वाली कठिनाइयों को समझती है और उनकी भावना की सराहना करने के लिए आगे आई है।'' कंपनी ने कहा कि महिला हॉकी टीम की सभी 16 खिलाड़ियों समेत, मुक्केबाज सतीश कुमार, पहलवान दीपक पुनिया, निशानेबाज सौरभ चौधरी और गोल्फर अदीति आशिक को 11-11 लाख रुपये दिए जायेंगे। मैनकाइंड फार्मा के उप- चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राजीव जुनेजा ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि हर खेल में जीत नहीं बल्कि प्रयास मायने रखते हैं। देश का प्रतिनिधित्व करते हुए खिलाड़ियों ने बहुत मेहनत की है।'' उन्होंने कहा ये खिलाड़ी बेशक पदक नहीं पा सके लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से हर किसी का दिल जीता है।