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ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने चटगांवऔर सिलहट में देश के बंदरगाहों का इस्तेमाल करने की भारत को पेशकश करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी तथा लोगों के बीच परस्पर संपर्क बढ़ेगा। चटगांव बांग्लादेश का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है जो भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के निकट होने के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
‘ढाका ट्रिब्यून' अखबार ने प्रधानमंत्री हसीना के हवाले से कहा, ‘‘यदि भारत चाहे तो वह हमारे चटगांव और सिलहट बंदरगाहों का इस्तेमाल कर सकता है।'' ‘इंडिया फाउंडेशन' के राम माधव ने रविवार को हसीना के आधिकारिक आवास गणभवन में उनसे मुलाकात की थी जिस दौरान प्रधानमंत्री ने यह पेशकश की। प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि इस कदम से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी तथा लोगों के बीच परस्पर संपर्क बढ़ेगा।
खबर के अनुसार, माधव के साथ बातचीत में हसीना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपना शुभकामना संदेश भी भेजा। माधव ने हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश की सामाजिक-आर्थिक वृद्धि की सराहना की।
खबर में उनके हवाले से कहा गया है, ‘‘पड़ोसी देश होने के नाते बांग्लादेश और भारत में शानदार मित्रता है और उम्मीद है कि भविष्य में भी यह रिश्ता बरकरार रहेगा।'' - बीजिंग । अमेरिका की पत्रिका ‘‘डिप्लोमैट'' में प्रकाशित एक लेख के अनुसार चीन में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों (नेटिजेन) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी लोकप्रिय हैं और उन्हें सम्मान से 'मोदी लाओक्सियन' कहा जाता है, जिसका अर्थ ‘‘मोदी अमर'' हैं। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के बावजूद, किसी अंतरराष्ट्रीय नेता के लिए यह एक दुर्लभ सम्मानजनक संदर्भ है। रणनीतिक मामलों पर केंद्रित पत्रिका ‘‘डिप्लोमैट'' के लेख ‘‘चीन में भारत को कैसे देखा जाता है?''में पत्रकार म्यू चुनशान ने यह भी लिखा कि ज्यादातर चीनी मानते हैं कि मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व के प्रमुख देशों के बीच संतुलन बना कर रख सकता है। चुनशान चीनी सोशल मीडिया विशेष रूप से सिना वेइबो का विश्लेषण करने के लिए मशहूर हैं। सिना वेइबो चीन में ट्विटर जैसा सोशल मीडिया मंच है और इसके 58.2 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। आलेख के अनुसार "चीनी इंटरनेट पर प्रधानमंत्री मोदी का एक असामान्य उपनाम है: मोदी लाओक्सियन। लाओक्सियन का संदर्भ कुछ विशेष क्षमताओं वाले एक बुजुर्ग अमर व्यक्ति से है। उपनाम का अर्थ है कि चीन में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोग सोचते हैं कि मोदी कुछ भिन्न हैं - और आश्चर्यजनक भी- अन्य नेताओं की तुलना में।" उन्होंने लिखा है कि चीनी लोग मोदी की पोशाक और शारीरिक हावभाव दोनों की ओर इशारा करते हैं तथा उनकी कुछ नीतियों को भारत की पिछली नीतियों से अलग मानते हैं। कुछ चीनी नागरिकों का मानना है कि भारत रूस, अमेरिका सहित विभिन्न प्रमुख देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रख सकता है। उन्होंने कहा कि 'लाओक्सियन' शब्द मोदी के प्रति चीनी लोगों की जटिल धारणा को दर्शाता है, जिसमें जिज्ञासा, विस्मय आदि शामिल हैं। म्यू ने कहा, "मैं करीब 20 साल से अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग कर रहा हूं और चीनी नेटिजेन (इंटरनेट उपयोगकर्ता) के लिए किसी विदेशी नेता को उपनाम देना दुर्लभ है। मोदी का उपनाम अन्य सभी से ऊपर है। निश्चित रूप से, उन्होंने चीनी जनमत पर एक छाप छोड़ी है।"
- लंदन। ब्रिटिश सरकार ने घोषणा की है कि गंभीर मौसमी परिस्थितियों सहित प्राणघातक परिस्थितियों के लिए नयी सार्वजनिक चेतावनी प्रणाली का परीक्षण करने के लिए ब्रिटेन में अगले महीने से प्रत्येक मोबाइल फोन पर सायरन जैसी चेतावनी भेजी जाएगी। इस प्रणाली का परीक्षण करने के लिए पूरे ब्रिटेन में रविवार, 23 अप्रैल की शाम को चेतावनी जारी की जाएगी, जिसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को उनके मोबाइल फोन पर संदेश प्राप्त होगा। सरकार ने बताया कि नयी आपात चेतावनी का उपयोग बिरले ही किया जाएगा और यह तभी भेजा जाएगा जब लोगों के जीवन को तत्काल कोई खतरा हो, ऐसे में संभव है कि लोगों को महीनों या वर्षों तक कोई चेतावनी प्राप्त ना हो। हालांकि, अभी तक आतंकवादी खतरों की चेतावनी को इस प्रणाली में शामिल नहीं किया गया है लेकिन इसे भविष्य में प्राणघातक घटनाओं की सूची में शामिल किया जा सकता है। कैबिनेट अधिकारी मंत्री ओलिवर डावडेन ने कहा, ‘‘हम नयी आपात चेतावनी प्रणाली के माध्यम से अपनी राष्ट्रीय क्षमता को बेहतर बना रहे हैं, ताकि बाढ़ से लेकर जंगल में आग लगने सहित तमाम खतरों से निपटा जा सके।
- बांगुई (सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक) । सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक (सीएआर) में संदिग्ध विद्रोहियों ने चीन द्वारा संचालित सोने के एक खनन स्थल पर धावा बोल दिया जिसमें नौ चीनी नागरिकों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस खनन स्थन पर हाल में काम शुरू हुआ था। इससे कुछ दिन पहले कैमरून की सीमा के पास देश के पश्चिमी हिस्से में बंदूकधारियों ने तीन चीनी नागरिकों को अगवा कर लिया था। अपहरण की घटना के बाद निवेशकों को आश्वस्त करने के लिए राष्ट्रपति फॉस्टिन अर्चांगे तौदेरा ने चीन की यात्रा की थी। बांबरी के मेयर एबेल माटिपाटा ने बताया कि चिमबोलो सोना खान में सुबह पांच बजे विद्राहियों ने हमला किया। उन्होंने कहा कि बंदूकधारियों ने वहां गार्ड को बंधक बना लिया और गोलियां चलाईं। माटिपाटा ने कहा कि खनन स्थल पर काम कुछ दिन पहले ही शुरू हुआ था। हमले की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन कोलिशन ऑफ पेट्रीअट फॉर चेंज (सीपीसी) इस क्षेत्र में सक्रिय है और देश के सशस्त्र बलों पर अक्सर हमले करता है। सीपीसी पूर्व राष्ट्रपति फ्रांकोइस बोजीजे से जुड़ा है।
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नई दिल्ली। स्विस नेशनल बैंक ने कहा है कि स्विट्जरलैंड के यूनियन बैंक (यूबीएस) ने आर्थिक बदहाली की तरफ बढ़ रहे स्विस बैंक क्रेडिट सुइस का अधिग्रहण करने का निर्णय लिया है। यह घोषणा स्विट्जरलैंड में दो बैंकों और देश के वित्तीय नियामकों के बीच सप्ताहांत की आपात वार्ता के बाद आई है। स्विस नेशनल बैंक ने कहा, यह सौदा वित्तीय बाजारों के विश्वास को बहाल करने और अर्थव्यवस्था के लिए जोखिमों का प्रबंधन करने का सबसे अच्छा तरीका था। स्विस राष्ट्रपति एलेन बेर्सेट ने कहा कि यह अधिग्रहण क्रेडिट सुइस और स्विस वित्तीय केंद्र में बाजार के विश्वास को बहाल करने और मजबूत करने का सबसे अच्छा समाधान था, उन्होंने कहा कि स्विस फेडरल काउंसिल ने इस कदम का स्वागत किया है।
हालांकि स्विस सरकार और बैंकिंग अधिकारियों को स्विस बैंक क्रेडिट सुइस को आर्थिक बदहाली से बचाने के लिए तत्काल बातचीत करनी पड़ी थी, जिसे इस सप्ताह देश के केंद्रीय बैंक ने 54 बिलियन डॉलर का राहत पैकेज दिया था। अमेरिकी फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंकों ने भी कल बैंकिंग क्षेत्र में तरलता बढ़ाने के समन्वित प्रयास के माध्यम से आशंकाओं को कम करने की मांग की। ब्रिटिश, कनाडाई, स्विस और यूरोपीय संघ के केंद्रीय बैंक कथित तौर पर स्वैप लाइन संचालन में डॉलर तक पहुंच बढ़ाने के प्रयास में शामिल हैं। -
क्विटो (इक्वाडोर) .दक्षिणी इक्वाडोर और उत्तरी पेरू में शनिवार को आए शक्तिशाली भूकंप के कारण कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। भूकंप के कारण कई लोग मलबे में दब गए हैं, जिन्हें बचाने के लिए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया है। ‘यूएस जियोलॉजिकल सर्वे' ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई। भूकंप का केंद्र इक्वाडोर के दूसरे सबसे बड़े शहर गुआयाक्विल से लगभग 50 मील (80 किलोमीटर) दक्षिण में था। प्राधिकारियों ने बताया कि भूकंप के कारण पेरू में एक और इक्वाडोर में 13 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि 126 अन्य लोग घायल हुए हैं। इक्वाडोर के राष्ट्रपति गुलेरमो लासो ने संवाददाताओं से कहा कि भूंकप के कारण लोगों में ‘‘निश्चित ही दहशत फैल गई''। लासो कार्यालय ने एक बयान में बताया कि भूकंप के कारण जान गंवाने वाले लोगों में से 11 की तटीय राज्य एल ओरो में और दो की पर्वतीय राज्य अजुए में मौत हुई। पेरू में, इक्वाडोर के साथ लगती उसकी उत्तरी सीमा से मध्य प्रशांत तट तक भूकंप महसूस किया गया। पेरू के प्रधानमंत्री अल्बर्टो ओटारोला ने बताया कि इक्वाडोर की सीमा पर टुंबेस क्षेत्र में एक मकान के ढहने के कारण सिर में चोट लगने से चार वर्षीय एक बच्ची की मौत हो गई। भूकंप के कारण कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में लोगों को गुआयाक्विल की सड़कों पर इकट्ठा होते देखा जा सकता है।
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ढाका. बांग्लादेश में रविवार को एक तेज रफ्तार बस के खाई में गिर जाने से कम से कम 19 यात्रियों की मौत हो गयी और 30 अन्य घायल हो गये। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मसूद आलम ने बताया कि ढाका जा रही एमाद परिवहन द्वारा संचालित बस सुबह करीब पौने आठ बजे शिबचर के मदारीपुर में एक एक्सप्रेस-वे पर अनियंत्रित हो गई। उन्होंने बताया कि पदमा ब्रिज के लोकार्पण के बाद यह एक्सप्रेस-वे पर सबसे भीषण हादसा है। उन्होंने कहा, "माना जा रहा है कि बस दुर्घटना तकनीकी खामी और तेज रफ्तार के कारण हुई है।"
मदारीपुर की उपायुक्त रहीमा खातून ने बताया कि मौके से 14 लोगों के शव बरामद किए गये, लेकिन अस्पताल ले जाते समय तीन अन्य लोगों की मौत हो गई। उपायुक्त के मुताबिक, कई घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए शिबचर उपजिला स्वास्थ्य परिसर और ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) में भर्ती कराया गया, लेकिन चिकित्सकों ने दो और लोगों को मृत घोषित कर दिया है। फरीदपुर में अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा के उप सहायक निदेशक शिप्लू अहमद ने कहा, "ऐसा माना जाता है कि बस का एक टायर पंचर हो जाने के बाद बस नियंत्रण से बाहर हो गई। इसके बाद खाई में गिर गई।'' उपायुक्त रहीमा खातून ने बताया कि घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है और वह दो दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने बताया कि मृतकों के परिवारों को 25,000 टका और घायलों को 5,000 टका दिया जाएगा। शोनाडांगा बस स्टेशन के अधिकारी मोहम्मद सबुज खान ने बताया कि बस में 43 से अधिक यात्री सवार थे। -
संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 2020 में वुहान के एक बाजार में लिए गए नमूनों से संबंधित डेटा को रोक कर रखने के लिए चीन की आलोचना की है, जो कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता था। संगठन ने चीन को पारदर्शिता बरतने और जांच के परिणाम साझा करने के लिए कहा है।
मध्य चीन के वुहान शहर का हुआनन बाजार महामारी का केंद्र था। सार्स-सीओवी-2 वहां उत्पत्ति के बाद से 2019 के अंत में तेजी से वुहान के अन्य स्थानों और फिर दुनिया के बाकी हिस्सों में फैल गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम गेब्रेयेसस ने शुक्रवार को जिनेवा में कहा, ‘‘कोविड-19 की उत्पत्ति के अध्ययन से संबंधित डेटा के प्रत्येक हिस्से को तुरंत अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ साझा करने की आवश्यकता है। ये डेटा तीन साल पहले साझा किए जाने चाहिए थे।उन्होंने कहा, ‘‘हम चीन से डेटा साझा करने, आवश्यक जांच करने और परिणाम साझा करने में पारदर्शिता बरतने का आह्वान करते हैं। यह पता लगाना एक नैतिक व वैज्ञानिक अनिवार्यता बनी हुई है कि महामारी की उत्पत्ति कैसे हुई।
गेब्रेयेसस ने कहा कि पिछले रविवार को डब्ल्यूएचओ को जनवरी के अंत में जीआईएसएआईडी डेटाबेस पर डेटा प्रकाशित करने के बारे में अवगत कराया गया था और हाल ही में इसे फिर से हटा लिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘चीन के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र का यह डेटा 2020 में वुहान में हुआनन बाजार में लिए गए नमूनों से संबंधित है।'' गेब्रेयेसस ने कहा कि जब डेटा ऑनलाइन था, तो कई देशों के वैज्ञानिकों ने उसे डाउनलोड करके उसका विश्लेषण किया। उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही हमें इस डेटा के बारे में पता चला, हमने चीन के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र से संपर्क किया और उनसे इसे डब्ल्यूएचओ व अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय के साथ साझा करने का आग्रह किया, ताकि इसका विश्लेषण किया जा सके।'' गेब्रेयेसस ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने वायरस की उत्पत्ति से संबंधित वैज्ञानिक सलाहकार समूह (एसएजीओ) की बैठक आहूत की और इसकी बैठक मंगलवार को बैठक हुई। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा, ‘‘हमने चीन के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के वैज्ञानिकों और अंतरराष्ट्रीय समूह के वैज्ञानिकों से डेटा का अपना विश्लेषण एसएजीओ को प्रस्तुत करने के लिए कहा। ये डेटा इस सवाल का निश्चित जवाब नहीं देता कि महामारी की शुरुआत कैसे हुई, लेकिन हमें उस जवाब के करीब ले जाने में डेटा का हर अंश महत्वपूर्ण है।
‘न्यूयॉर्क टाइम्स' ने बृहस्पतिवार को एक खबर में कहा था कि वायरस विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने कहा है कि उन्हें ‘वुहान, चीन के एक बाजार से अनुवांशिक डेटा मिला है, जिससे कोरोना वायरस के वहां बिक्री के लिए रखे गए रैकून कुत्तों से जुड़े होने की बात सामने आई है।' खबर में कहा गया है कि अनुवांशिक डेटा हुआनन सीफूड होलसेल मार्केट और उसके आसपास से जनवरी 2020 के शुरुआत में एकत्रित नमूनों से लिया गया था। इसमें कहा गया है कि यह डेटा चीनी अधिकारियों द्वारा बाजार बंद किए जाने के तुरंत बाद एकत्र किया गया था। पशुओं को तब बाजार से हटा दिया गया था और शोधकर्ताओं ने दीवारों और उन्हें लाने ले जाने में इस्तेमाल पिजरों व गाड़ियों से नमूने लिए थे। विश्लेषण में शामिल तीन वैज्ञानिकों के हवाले से खबर में कहा गया है, ‘‘जिन नमूनों में कोरोना वायरस संक्रमण मिला, उनमें अंतरराष्ट्रीय शोध दल ने जानवरों से संबंधित अनुवांशिक सामग्री पाई, जिसमें बड़ी मात्रा में रैकून कुत्ते का डीएनए भी शामिल था।'' खबर में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय टीम ने नये डेटा से सामना होने के बाद उन चीनी शोधकर्ताओं से सहयोग की पेशकश के साथ सम्पर्क किया जिन्होंने उक्त डेटा अपलोड किया था। हालांकि, बाद में डेटा जीआईएसएआईडी से हटा लिया गया। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स' की खबर में कहा गया है कि वायरस और पशुओं से अनुवांशिक सामग्री का ‘‘एक साथ मिलना'' यह साबित नहीं करता है कि एक रैकून कुत्ता खुद संक्रमित था। खबर में कहा गया है, ‘‘यहां तक कि अगर कोई रैकून कुत्ता संक्रमित हो भी गया था, तो यह स्पष्ट नहीं होता कि उससे यह वायरस फैला था। हो सकता है कि किसी दूसरे पशु से वायरस मनुष्य में फैला हो, या वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति से वायरस रैकून कुत्ते में फैला हो।
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न्यूयॉर्क। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो साल से अधिक समय के प्रतिबंध के बाद फेसबुक पर वापसी की है। उन्होंने अपने निजी अकाउंट को बहाल किए जाने के हफ्तों बाद साइट पर लिखा, ‘मैं वापस आ गया हूं!' ट्रंप ने फेसबुक पर एक वीडियो क्लिप भी साझा की, जिसमें वह यह कहते नजर आ रहे हैं कि “इतना लंबा इंतजार कराने के लिए मांफी चाहता हूं। बहुत ही जटिल प्रक्रिया है।”
पूर्व राष्ट्रपति ने यह वीडियो क्लिप यू-ट्यूब पर भी साझा की। यू-ट्यूब ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि वह ट्रंप के चैनल पर लगाया गया प्रतिबंध हटा रहा है। गौरतलब है कि 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को रोकने के लिए ट्रंप के कथित उकसावे पर उनके समर्थकों ने छह जनवरी 2021 को कैपिटल (संसद) परिसर में हिंसा की थी, जिसके मद्देनजर ट्रंप के अकाउंट प्रतिबंध लगा दिया गया था।
हालांकि, फेसबुक का मलिकाना हक रखने वाली कंपनी मेटा ने इस साल जनवरी में कहा था कि वह अगले कुछ हफ्तों में ट्रंप का फेसबुक अकाउंट बहाल कर देगी। मेटा ने नौ फरवरी को ट्रंप पर फेसबुक और इंस्टाग्राम के इस्तेमाल पर लगाया गया प्रतिबंध हटा दिया था। उस समय मेटा के वैश्विक मामलों के उपाध्यक्ष निक क्लेग ने कहा था, “जनता को यह जानने-सुनने की सुविधा मिलनी चाहिए कि उनके राजनेता क्या कह रहे हैं-अच्छा, बुरा या खराब-ताकि वे मतदान के समय उपयुक्त विकल्प को चुन सकें।”
वहीं, यू-ट्यूब ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “आज से डोनाल्ड ट्रंप के चैनल पर लगा प्रतिबंध हटाया जाता है। इस चैनल पर नयी सामग्री अपलोड की जा सकती है।” कंपनी ने आगे लिखा, “चुनाव से पहले मतदाताओं को प्रमुख उम्मीदवारों के विचारों को समान रूप से सुनने का अवसर देने के लिए हमने वास्तविक दुनिया में हिंसा के जोखिम का सावधानीपूर्वक आकलन किया।”
इससे पहले, ट्विटर ने पिछले साल एलन मस्क के कंपनी की कमान संभालने के बाद ट्रंप का अकाउंट बहाल कर दिया था। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति ने अभी ट्विटर पर वापसी नहीं की है। अलबत्ता, वह खुद के सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल' पर पोस्ट साझा कर रहे हैं। उन्होंने कैपिटल हिंसा के मद्देनजर प्रमुख सोशल मीडिया कंपनियों द्वारा अपना अकाउंट निलंबित किए जाने के बाद ‘ट्रुथ सोशल' को लॉन्च किया था। - लंदन । स्कॉटलैंड की एक मां को अपने बेटे की मौत के 48 साल बाद उसके अवशेष मिले हैं। वह चार दशक से अधिक समय से यह पता लगाने के लिए जद्दोजहद कर रही थी कि उसके बेटे के शव के साथ क्या हुआ । स्कॉटलैंड के एडिनबरा की रहने वाली लीडिया रीड (74) ने यह पता लगाने के लिए लंबा संघर्ष किया कि 1975 में उसके बेटे की मौत के बाद उसके साथ क्या हुआ क्योंकि उसके ताबूत में कोई मानव अवशेष नहीं मिला था।सितंबर 2017 में एक अदालत ने खुदाई कर शव निकालने का आदेश दिया था और तब महिला को पता चला कि उस जगह उसके बेटे को नहीं दफनाया गया था।रीड के बेटे की जब मौत हुई थी तब वह महज एक सप्ताह का था। उसकी मौत रेसस नामक बीमारी से हुई थी जिसमें किसी गर्भवती महिला के रक्त के एंटीबॉडी उसके गर्भस्थ शिशु की रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर देते हैं।रीड ने दावा किया कि जब उसने अपने बेटे की मृत्यु के कुछ दिन बाद अस्पताल से अपने बेटे को दिखाने को कहा तो उसे कोई और बच्चा दिखा दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि उसकी इच्छा के विरुद्ध उनके बेटे का पोस्टमॉर्टम भी किया गया।रीड की यह आशंका भी बाद में सच साबित हुई कि परीक्षण के लिए उनके बेटे के अंग निकाल लिये गये हैं। क्राउन ऑफिस ने एडिनबरा रॉयल इन्फरमरी में रखे गये अंगों को अब गैरी की मां को सौंपने की अनुमति दे दी है।
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वाशिंगटन. मिशिगन में भारतीय मूल के एक किशोर ने अमेरिका में हाईस्कूल छात्रों को दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित विज्ञान प्रतिभा खोज पुरस्कार जीत लिया है। नील मुद्गल (17) को 2023 की ‘रीजेनरॉन साइंस टैलेंट सर्च' प्रतियोगिता में एक ऐसा कंप्यूटर मॉडल बनाने के लिए 2.50 लाख डॉलर का पुरस्कार दिया जाएगा, जो आसानी से उपलब्ध डेटा का इस्तेमाल करके ‘राइबोन्यूक्लिक एसिड' (आरएनए) के अणुओं की संरचना का त्वरित एवं सटीक अनुमान लगाने में सक्षम है। यह प्रतियोगिता अमेरिका में हाईस्कूल के छात्रों के लिए आयोजित की जाने वाली सबसे पुरानी और सबसे प्रतिष्ठित विज्ञान एवं गणित प्रतियोगिता है। मुद्गल ने कहा कि कि उनका कंप्यूटर मॉडल कुछ बीमारियों के निदान और उपचार की प्रक्रिया को आसान बनाएगा। एक बयान के मुताबिक, मुद्गल के कंप्यूटर मॉडल में किसी आरएनए अणु की आणविक संरचना के आधार पर उसके संभावित आकार पर प्रकाश डालने वाली एक ‘लाइब्रेरी' मौजूद है। बयान के अनुसार, अमेरिकी पत्रकार सोलडेड ओब्रायन ने कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया। समारोह में मुद्गल सहित 40 विजेताओं को कुल 18 लाख डॉलर से अधिक की पुरस्कार राशि दी गई। विजेताओं का चयन उनके कार्य की वैज्ञानिक दृढ़ता, समस्याओं का समाधान निकालने की असाधारण क्षमताओं और एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) विषयों में अग्रणी बनने की ललक के आधार पर किया गया। वर्जीनिया की एमिली ओकेशियो (18) इस प्रतियोगिता में दूसरे, कैलिफोर्निया के एलेन शू (17) तीसरे पायदान पर रहे। ओकेशियो और शू को क्रमश: 1.75 लाख डॉलर और 1.50 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि प्रदान की गई। सोसाइटी फॉर साइंस की अध्यक्ष एवं साइंस न्यूज की कार्यकारी प्रकाशक माया अजमेरा ने कहा, “रीजेनरॉन साइंस टैलेंट सर्च 2023 के विजेताओं को बधाई। ये युवा वैज्ञानिक हमारा भविष्य संवारेंगे। मैं उनकी रचनात्मकता और दृढ़ता की कायल हूं।
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तोक्यो. अमेरिका, कनाडा, भारत, जापान और दक्षिण कोरिया संयुक्त पनडुब्बी रोधी युद्धाभ्यास कर रहे हैं। यह अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है, जब जापान और दक्षिण कोरिया के नेता चीन और उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ते खतरों के खिलाफ अमेरिका के साथ अपने गठबंधन को मजबूत करने के मकसद से तोक्यो में शिखर वार्ता कर रहे हैं। ‘यूएस सेवेंथ फ्लीट' ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ‘सी ड्रैगन 23' अभ्यास बुधवार को शुरू हुआ, जो 270 घंटे से अधिक समय तक चलेगा। बयान के अनुसार, सभी भाग लेने वाले देशों के पायलट और उड़ान अधिकारियों के लिए कक्षा प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें वे ‘‘ अपने देशों की क्षमताओं और उपकरणों को शामिल करने की योजना बनाने और रणनीति पर चर्चा करेंगे।'' अभ्यास एक प्रतियोगिता के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें देश ‘‘ड्रैगन बेल्ट'' जीतने के लिए सबसे अधिक अंक हासिल करने की कोशिश करेंगे। अमेरिकी नौसेना का प्रतिनिधित्व वर्तमान में गुआम में स्थित दो पी-8 ए पोसेडॉन मैरीटाइम पेट्रोल और टोही विमान द्वारा किया जा रहा है। बयान में यह नहीं बताया गया कि अभ्यास कहां और किस समय हो रहे हैं। -
लंदन. सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर ब्रिटिश सरकार ने सरकारी फोन पर चीनी वीडियो ऐप ‘टिकटॉक' इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। कैबिनेट कार्यालय मंत्री ओलिवर डाउडेन ने बृहस्पतिवार को संसद में इस बाबत घोषणा की। अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय संघ और भारत पहले ही अपने देशों में टिकटॉक पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा चुके हैं। हालांकि, इस ऐप के स्वामित्व वाली चीनी कंपनी ने उपयोगकर्ताओं का डेटा चीनी सरकार के साथ साझा करने के आरोपों का खंडन किया है। डाउडेन ने सांसदों से कहा कि इस तरह के जोखिम की आशंका है कि टिकटॉक द्वारा सरकारी डेटा और सूचनाओं का कैसे इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘संवेदनशील सरकारी सूचनाओं की सुरक्षा प्राथमिकता है, इसलिए आज हम इस ऐप (टिकटॉक) को सरकारी उपकरणों पर प्रतिबंधित कर रहे हैं।'' मंत्री ने यह भी कहा कि यह कदम साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की सलाह पर उठाया गया है।
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लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति बिना 'चेन' बांधे अपने कुत्ते के साथ यहां हाइड पार्क घूमने गए तो पुलिस ने उन्हें टोकते हुए “नियमों की याद” दिलाई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। 'टिकटॉक' पर साझा की गई एक वीडियो क्लिप में सुनक अपने दो साल के ‘लैब्रेडर रिट्रीवर' नस्ल के कुत्ते नोवा के साथ ‘द सर्पेंटाइन' झील के किनारे घूमते नजर आ रहे हैं।
इस क्षेत्र में साफतौर पर लिखा है कि स्थानीय वन्यजीवों को कोई परेशानी न हो, इसलिए कुत्तों को 'चेन' से बांधकर रखा जाए। भारतीय मूल के प्रधानमंत्री सुनक (41) और उनके परिवार की मध्य लंदन में स्थित हाइड पार्क में घूमते समय नियमों के उल्लंघन के दौरान की वीडियो भी बनाई गई है।
मेट्रोपॉलिटन पुलिस बल ने सुनक की पत्नी अक्षता का जिक्र करते हुए कहा, “उस समय मौजूद एक अधिकारी ने एक महिला से बात की और उन्हें नियमों की याद दिलाई। ” पुलिस ने कहा कि इसके बाद कुत्ते को बांध दिया गया।
उन्होंने कहा कि वे इस मामले में आगे कार्रवाई नहीं करेंगे। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वीडियो कब बनाई गई। प्रधानमंत्री कार्यालय ‘डाउनिंग स्ट्रीट' के एक प्रवक्ता से पूछा गया कि क्या सुनक माफी मांगेंगे तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। प्रधानमंत्री के साथ हुई यह कोई पहली घटना नहीं है, जिसने उन्हें मुश्किल में डाल दिया। लगभग दो महीने पहले चलती कार में सीट बेल्ट नहीं लगाने के लिए पुलिस ने उनपर जुर्माना लगाया था। -
वाशिंगटन। अमेरिका में 2021 में नफरत फैलाने वाले अपराध के मामलों में 12 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई। अमेरिका में न्याय मंत्रालय की एजेंसी ‘फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन' (एफबीआई) ने यह जानकारी देते हुए इस बात को रेखांकित किया कि 64.5 प्रतिशत लोगों को नस्ल, उनकी जाति या वंश के कारण निशाना बनाया गया। एजेंसी की ओर से सोमवार को जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, दर्ज किए गए कुल अपराधों में से 43.2 प्रतिशत मामले डराने-धमकाने के थे।
एफबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘ 2020 में राष्ट्रीय स्तर पर नफरत फैलाने वाले अपराध के मामले 8,120 थे, जो 2021 में 11.6 प्रतिशत बढ़कर 9,065 हो गए।'' रिपोर्ट में सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा दर्ज किए गए ऐसे मामलों का शामिल किया गया है।
एफबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों में से अधिकतर 64.5 प्रतिशत को नस्ल, उनकी जाति या वंश के कारण निशाना बनाया गया। अन्य 15.9 प्रतिशत को उनकी लैंगिक पसंद को लेकर और 14.1 प्रतिशत को धार्मिक पूर्वाग्रह के कारण निशाना बनाया गया। अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 8,327 अपराधों में से 43.2 प्रतिशत डराने-धमकाने से, 35.5 प्रतिशत मामूली हमले और 20.1 प्रतिशत गंभीर हमले से जुड़े थे।
वहीं नफरत के आधार पर हत्या के 18 मामले और बलात्कार के 19 मामले सामने आए। कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी-सैन बर्नार्डिनो में ‘सेंटर ऑफ द स्टडी ऑफ हेट एंड एम्प' के निदेशक ब्रायन लेविन ने बताया कि नफरत के आधार पर होने वाले अपराध दशकों में सबसे अधिक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक ऐसे चिंताजनक दौर में हैं जहां नफरत वाले अपराध के मामले बढ़ रहे हैं...।''
वेस्टर्न स्टेट्स सेंटर के चीफ ऑफ स्टाफ जिल गार्वे ने बताया कि धार्मिक मामलों में से पचास प्रतिशत मामलों में यहूदी लोगों को निशाना बनाया गया। एफबीआई की सोमवार को जारी रिपोर्ट में ऐसे मामलों के सही तरीके से रिकॉर्ड रखने पर जोर दिया गया।
गार्वे ने कहा, ‘‘हमें अब भी उचित आंकड़े नहीं मिल पाए हैं, जिनसे कि इस समस्या के मूल कारण का पता लगाया जा सके।'' दिसंबर में जारी पिछली रिपोर्ट में ऐसे मामलों में कमी इसलिए थी क्योंकि तब पुलिस को अपने आंकड़े एफबीआई को कैसे सौंपने हैं इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं थी। अधिक स्पष्टता के लिए एजेंसी के अधिकारियों ने बड़े विभागों को पिछली प्रणाली के तहत रिपोर्ट देने की अनुमति दी।
एसोसिएट अटॉर्नी जनरल वनिता गुप्ता ने कहा, ‘‘नफरत के आधार पर अपराध और उनके कारण समुदायों को होने वाली परेशानी के लिए देश में कोई जगह नहीं है। न्याय मंत्रालय पूर्वाग्रह से ग्रस्त हिंसा के सभी रूपों से निपटने के लिए मौजूद हर संसाधन का इस्तेमाल करने को प्रतिबद्ध है।'' -
लंदन। लंदन के भारतीय मूल के उप-महापौर राजेश अग्रवाल एक चार दिवसीय व्यापारिक मिशन की अगुआई करते हुए सोमवार को दिल्ली पहुंचेंगे। इस मिशन का उद्देश्य लंदन की 10 प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनियों का भारत के साथ व्यापारिक और निवेश संबंध और मजबूत करना है। इंदौर में जन्मे अग्रवाल लंदन की फिनटेक फर्मों रेशनलएफएक्स और जेंडपे से जुड़े उद्यमी हैं और लंदन को वैश्विक निवेश केंद्र बनाने के लिए महापौर सादिक खान के दल में काम करते हैं।
नवीनतम भारत दौरा महापौर के अंतरराष्ट्रीय व्यापार कार्यक्रम के तहत आयोजित किया जा रहा पहला व्यक्तिगत व्यापार मिशन है। इस कार्यक्रम की शुरुआत 2019 में हुई थी। भारत दौरे की पूर्व संध्या पर अग्रवाल ने कहा, “भारतीय शहर अपने व्यापार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए लंदन को सही शुरुआत के रूप में देखते हैं।” उन्होंने कहा, “हमारा व्यापारिक मिशन भारत में व्यापार और निवेश के अवसर बढ़ाने में लंदन की कंपनियों की मदद करता रहेगा।” - वाशिंगटन। स्टार्टअप परिवेश के लिए सबसे बड़े बैंक सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) के दिवालिया होने से क्षेत्र में रातोरात ही अनिश्चितता के हालात बन गए हैं और इससे भारत के स्टार्टअप परिदृश्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है। उद्योग के विशेषज्ञों ने यह कहा। सिलिकॉन वैली में वेंचर कैपिटलिस्ट एवं आरंभिक चरण के निवेशक आशु गर्ग ने कहा, ‘‘हम आशा करते हैं कि यह मामला जल्द सुलझ जाएगा। लेकिन मेरा मानना है कि इससे भारतीय स्टार्टअप बहुत अधिक प्रभावित होंगे।''दुनिया के जाने माने प्रौद्योगिकी स्टार्टअप और उद्यम पूंजी कंपनियां सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) को अच्छी तरह से जानती हैं। एसवीबी के दिवालिया होने के बाद इसके नियामक ने बैंक की संपत्ति को जब्त कर उसे बंद कर दिया है। बैंक में खाता रखने वाले कुछ स्टार्टअप को अपने कर्मचारियों को भुगतान करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें डर है कि अगल वे अपने धन का इस्तेमाल नहीं कर सके, तो उन्हें अपनी परियोजनाओं को रोकना पड़ सकता है। गर्ग ने कहा, ‘‘सिलिकॉन वैली बैंक भारतीय स्टार्टअप के लिए एक वास्तविक समर्थक रहा है और उसने उन्हें बैंकिंग सेवाएं दी हैं। अमेरिका में कारोबार करने वाले ज्यादातर भारतीय स्टार्टअप इसी बैंक की सेवाएं लेते हैं। यह उन चुनिंदा संस्थानों में से है जो भारतीय बैंकों के साथ काम करने का इच्छुक है। अन्यथा बड़ी संख्या में बैंकिंग संस्थान विदेशी ग्राहकों के साथ काम नहीं करना चाहते।'' सिलिकॉन वैली में हर तीसरे स्टार्टअप के संस्थापक भारतीय-अमेरिकी हैं, इस तथ्य पर गौर करते हुए विशेषज्ञ कहते हैं कि इन संस्थापकों को अगले हफ्ते से ही परेशानी का सामना करना पड़ेगा, कर्मचारियों को वेतन देने और बुनियादी भुगतान में दिक्कतें आ सकती हैं। गर्ग ने कहा कि एसवीबी के पतन का भारतीय-अमेरिकी लोगों और उनकी कंपनियों पर बहुत गंभीर असर होने वाला है। सिलिकॉन वैली के वेंचर कैपिटलिस्ट के एक समूह ने हालिया घटनाक्रम के विषय पर एक बैठक की जिसके बाद कहा कि बीते 48 घंटों में जो कुछ भी हुआ है वह बहुत ही निराशाजनक और चिंता पैदा करने वाला है। आरंभिक चरण के निवेशक भारतीय-अमेरिकी नवीन चड्ढा ने कहा, ‘‘यदि एसवीबी को खरीदने और उसमें पूंजी लगाने के प्रयास होते हैं तो हम इसका मजबूती से समर्थन करेंगे और हमारी पोर्टफोलियो कंपनियों को बैंकिंग संबंध बनाए रखने के लिए प्रेरित करेंगे।'
- वॉट्सनविले (अमेरिका)। उत्तरी कैलिफोर्निया में स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए मशहूर एक इलाके के लोगों को पजारो नदी में बाढ़ आने के कारण शनिवार को मजबूरन अपने घरों को खाली करना पड़ा। सेंट्रल तट की मॉन्टेरे काउंटी में 8,500 से अधिक लोगों को शनिवार को जगह खाली करने का आदेश दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि कर्मचारियों ने शुक्रवार दोपहर घर-घर जाकर निवासियों से बारिश आने से पहले घरों को खाली करके सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया, लेकिन कुछ लोग ठहरे रहे और शनिवार तड़के उन्हें बाढ़ के पानी से बाहर निकाला गया। कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड ने रातभर 50 से अधिक लोगों को बचाया।गवर्नर गैविन न्यूसम के कार्यालय ने बताया कि वह पजारो में स्थिति पर नजर रख रहा है। गवर्नर के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘प्रभावित लोगों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं और राज्य का तंत्र समुदाय की मदद करने के लिए तैयार हो गया है।
- केप केनवरल (अमेरिका),। लगभग पूरी तरह 3डी प्रिंटेड तकनीक से बने रॉकेट ‘टेरान' की पहली उड़ान शनिवार को नाकाम रही। यह रॉकेट एक के बाद एक प्रक्षेपण में नाकाम होने के बाद अपने लॉन्च पैड पर ही खड़ा है। शनिवार को इंजन चालू हुआ, लेकिन अचानक बंद हो गया जिससे रिलेटिविटी स्पेस का रॉकेट ‘टेरान' अपने पैड पर ही खड़ा रहा। इसे केप केनवरल स्पेस फोर्स स्टेशन से दोबारा उड़ाने की कोशिश की गयी, लेकिन फ्लाइट कम्प्यूटर ने 45 सेकंड शेष रहते उलटी गिनती रोक दी। रिलेटिविटी स्पेस ने शनिवार को पहली बार समस्या के लिए स्वचालित सॉफ्टवेयर को और दूसरी बार समस्या के लिए ईंधन के कम दबाव को जिम्मेदार ठहराया। इस रॉकेट का बुधवार को भी प्रक्षेपण करने की कोशिश की गयी थी, लेकिन खराब वॉल्व के कारण एक मिनट के भीतर यह प्रयास नाकाम हो गया। अभी कंपनी ने यह नहीं बताया कि वह फिर कब प्रक्षेपण का प्रयास करेगी। यह रॉकेट 110 फुट लंबा है। रिलेटिविटी स्पेस ने कहा कि इंजन समेत रॉकेट का 85 प्रतिशत हिस्सा कैलिफोर्निया के लॉन्ग बीच में कंपनी के मुख्यालय में रखे बड़े 3डी प्रिंटरों से बनाया गया है।
- बीजिंग । चीन की संसद ने शुक्रवार को अभूतपूर्व रूप से राष्ट्रपति शी चिनफिंग को पांच साल का तीसरा कार्यकाल देने का सर्वसम्मति से समर्थन किया। पिछले साल अक्टूबर में चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) ने अपनी कांग्रेस में 69 वर्षीय चिनफिंग को फिर से सीपीसी नेता के रूप में चुना था। सीपीसी की कांग्रेस की बैठक पांच साल में एक बार होती है।इसी के साथ, चिनफिंग सीपीसी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद पांच साल के तीसरे कार्यकाल के लिए चुने गए पहले चीनी नेता बन गए थे। चीनी संसद ‘नेशनल पीपुल्स कांग्रेस’ (एनपीसी) ने शुक्रवार को प्रत्याशित रूप से चिनफिंग के तीसरे कार्यकाल को मंजूरी दी। एनपीसी को सीपीसी के फैसलों पर आंख मूंदकर मुहर लगाने के कारण अकसर ‘रबर स्टांप पार्लियामेंट’ कहा जाता है। चिनफिंग के ताउम्र चीन पर हुकूमत करने की संभावना जताई जा रही है।वह पिछले साल अक्टूबर में सीपीसी की कांग्रेस के दौरान पार्टी के महासचिव चुने गए थे। इस दौरान, सीपीसी ने अपने सभी शीर्ष नीति निकायों के लिए नए नेतृत्व का चयन किया था। एनपीसी का इस साल का वार्षिक सत्र इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसमें चीन सरकार में नेतृत्व में 10 साल में एक बार होने वाले बदलावों पर मुहर लगाई जानी है, जिसमें प्रधानमंत्री पद भी शामिल है। प्रधानमंत्री राज्य परिषद और केंद्रीय मंत्रिमंडल की अध्यक्षता करते हैं।मौजूदा प्रधानमंत्री ली केकियांग का कार्यकाल इस वर्ष के एनपीसी सत्र के साथ समाप्त होगा।ली कियांग के उनका उत्तराधिकारी चुने जाने की प्रबल संभावनाएं हैं, जो चिनफिंग के करीबी सहयोगी माने जाते हैं। एनपीसी शनिवार को उनके नाम पर मुहर लगा सकती है।नए नेतृत्व के सभी नामों को कुछ सप्ताह पहले चिनफिंग की अध्यक्षता में हुई सीपीसी की बैठक में अनुमोदित किया गया था। एनपीसी की मंजूरी एक औपचारिकता भर मानी जाती है। चीन के नए प्रधानमंत्री इस साल के वार्षिक एनपीसी सत्र के अंतिम दिन 13 मार्च को अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
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तोक्यो. जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ने मंगलवार को अपने एच3 रॉकेट को प्रक्षेपण के कुछ समय बाद नष्ट कर दिया। एजेंसी ने पिछले दो दशक से अधिक समय में जापान की नयी रॉकेट शृंखला के पहले रॉकेट के अपने दूसरे चरण में प्रज्वलन में विफल रहने के कारण यह कदम उठाया। तीन हफ्ते पहले एक अन्य खामी के कारण एच3 रॉकेट का प्रक्षेपण रद्द करना पड़ा था। इस रॉकेट की नाकामी को जापान के अंतरिक्ष कार्यक्रम और संभवत: उसकी मिसाइल पहचान प्रणाली के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी ने बताया कि एच3 रॉकेट ने मंगलवार सुबह दक्षिणी जापान के तनेगाशीमा स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी। एजेंसी ने कहा कि रॉकेट अपने निर्धारित मार्ग पर आगे बढ़ रहा था और इसका दूसरा चरण भी योजना के मुताबिक अलग हुआ, लेकिन उसके प्रज्वलन में नाकाम रहने के कारण मिशन सफल नहीं हो सका। एजेंसी के अधिकारियों ने रॉकेट प्रणाली की विफलता पर खेद जताया। उन्होंने बताया कि प्रज्वलन में विफलता के कारण मिशन के पूरा होने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही थी, इसलिए उन्होंने प्रक्षेपण के 14 मिनट बाद ही इसे नष्ट करने वाला कमांड भेजा, जिससे यह नष्ट हो गया।
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बीजिंग. अमेरिका और यूरोप की मांग घटने से चीन के व्यापार में जनवरी और फरवरी में फिर गिरावट आई है। ब्याज दरों में वृद्धि के बीच अमेरिका और यूरोप की मांग प्रभावित हुई है। ऐसे में आर्थिक वृद्धि तेज करने के चीन के प्रयासों को भी झटका लगा है। चीन के सीमा शुल्क विभाग के मंगलवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। इसके अनुसार, पिछले दो महीनों में चीन का निर्यात सालाना आधार पर 6.8 प्रतिशत घटकर 506.3 अरब डॉलर रह गया है। हालांकि, दिसंबर में दर्ज हुई 10.1 प्रतिशत की गिरावट की तुलना में स्थिति कुछ सुधरी है। जनवरी-फरवरी में चीन का आयात 10.2 प्रतिशत घटकर 389.4 अरब डॉलर रह गया। दिसंबर में यह गिरावट 7.3 प्रतिशत की रही थी। हालांकि पिछले दो महीनों में चीन का व्यापार अधिशेष 0.8 प्रतिशत बढ़कर 116.9 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
चीन कोविड महामारी से जुड़ी पाबंदियों को हटाने के बाद अब अपनी आर्थिक गतिविधियों को तेज करने की कोशिश में लगा हुआ है। लेकिन यूरोप एवं अमेरिका में मांग सुस्त रहने से उसके व्यापार को बढ़ावा नहीं मिल पा रहा है। -
वाशिंगटन. भारत में परमार्थ कार्य और सामाजिक कल्याण के कदम उठाने के लिए अमेरिका के विभिन्न गैर लाभकारी संगठनों के वास्ते दो मार्च को ‘इंडिया गिविंग डे' पर 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की निधि एकत्रित की गयी। निधि जुटाने की अपनी तरह की पहली पहल के आयोजकों ने सोमवार को यह जानकारी दी। ‘इंडिया फिलान्थ्रॉपी एलायंस' (आईपीए) की पहल इंडिया गिविंग डे आईपीए और उसके संबंधित सदस्यों द्वारा किए गए परमार्थ कार्यों से जुड़ी है। आईपीए के अध्यक्ष एलेक्स काउंट्स ने कहा, मुझे लगता है कि कई और इंडिया गिविंग डे होने जा रहे हैं क्योंकि हमारे विचार से यह काफी सफल रहा।'' दो मार्च को देशभर के करीब 1,000 दानदाताओं ने अमेरिका के 25 गैर-लाभकारी संगठनों के लिए 13,22,927 डॉलर की धनराशि जुटायी। ये संगठन भारत के विभिन्न हिस्सों में शिक्षा, स्वास्थ्य और गरीबी उन्मूलन के क्षेत्रों में परमार्थ और सामाजिक कल्याण कार्य करते हैं।
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लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने रविवार को प्रस्तावित नये कानून के साथ अवैध प्रवासन पर शिकंजा कसने का ऐलान किया ताकि प्रवासियों को ब्रिटेन में अवैध रूप से आने से रोका जा सके। अवैध प्रवासी इंग्लिश चैनल पार करके खतरनाक रूप से छोटी नौकाओं के जरिये ब्रिटेन पहुंचते हैं। भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता ने इस साल की अपनी शीर्ष प्राथमिकताओं में पड़ोसी देश फ्रांस और ब्रिटेन की समुद्री सीमा के बीच अवैध मार्ग पर कार्रवाई करने को शामिल किया है।
भारतीय मूल की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन के साथ सुनक के नेतृत्व वाली सरकार अब इस मुद्दे को हल करने के लिए अगले सप्ताह संसद में विधेयक पेश करने की योजना बना रही है। सुनक ने ‘संडे एक्सप्रेस' अखबार को बताया, ‘‘कोई गलती नहीं करें, यदि आप यहां अवैध रूप से आते हैं तो आप यहां रह नहीं सकेंगे।''
अखबार के मुताबिक, सुनक को लगता है कि उन्हें उस समस्या का समाधान मिल गया है जो सरकार को पिछले चार सालों से परेशान कर रही है। ब्रेवरमैन ने ‘सन ऑन संडे' में लिखा कि ‘‘अब बहुत हो गया'' और ब्रिटेन के लोग इस मुद्दे को सुलझाना चाहते हैं। ब्रेवरमैन ने कहा, ‘‘यदि आप यहां अवैध रूप से आएंगे तो हिरासत में ले लिये जाएंगे और आपको जल्द से जल्द निष्कासित कर दिया जाएगा। हमारे कानून अपनी मंशा और पालन के लिहाज से सरल होंगे और ब्रिटेन आने का एक ही सुरक्षित मार्ग होगा जोकि वैध मार्ग है। -
जकार्ता। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में एक ईंधन भंडारण डिपो में लगी भीषण आग में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है और तीन लोग अब भी लापता है। बचावकर्ता एवं दमकलकर्मी लापता लोगों की तलाश में रविवार को भी जुटे रहे।
सरकारी तेल और गैस कंपनी पर्टामिना द्वारा संचालित ईंधन भंडारण डिपो उत्तरी जकार्ता के तनाह मेराह इलाके में घनी आबादी वाले क्षेत्र के पास स्थित है। यह इंडोनेशिया की ईंधन जरूरतों के 25 प्रतिशत की आपूर्ति करता है। अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि आग बुझाने के लिए कम से कम 260 दमकलकर्मियों और 52 दमकल गाड़ियों को तैनात किया गया था।
राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख जनरल लिस्त्यो सिगिट प्रबोवो ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, डिपो को पश्चिम जावा प्रांत में पर्टामिना की बालोंगन रिफाइनरी से ईंधन मिला था और इस समय अत्यधिक दबाव संबंधी तकनीकी समस्या के कारण आग लगी। डिपो के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्हें गैसोलीन की तेज गंध आ रही थी, जिससे कुछ लोगों को उल्टियां भी हुईं और रात करीब आठ बजे भीषण विस्फोट हुआ। अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारण जान गंवाने लोगों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है।
बचावकर्ता उन तीन लोगों की अब भी तलाश कर रहे हैं, जो लापता बताये जा रहे हैं और पांच अस्पतालों में करीब 35 लोगों का इलाज किया जा रहा है। इनमें से कुछ लोगों की हालत गंभीर है। राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख लिस्टियो सिगित प्राबोवो ने कहा कि 1,300 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।