शहर के विकास के लिए रोडमैप तैयार
भिलाई नगर। छत्तीसगढ़ नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग का मुख्य उद्देश्य शहरों का योजनाबद्ध विकास करना है। जिसके मंशानुरूप शहर विकास योजना (सिटी डेवलपमेंट प्लान) नगर पालिक निगम भिलाई शहर हेतु तैयार की जा रही है । शहर विकास योजना किसी शहर के भावी विकास के लिए एक महत्वपूर्ण रोडमैप है। यह योजना शहर के वर्तमान स्वरूप का विश्लेषण करती है, भविष्य की जरूरतों का अनुमान लगाती है, और विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए रणनीतियों और नीतियों की रूपरेखा तैयार करती है। यह योजना शहर के सुनियोजित विकास को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है।
नगर निगम भिलाई के निगम सभागार में शहर विकास योजना के संबंध में *आयुक्त राजीव कुमार पांडेय* द्वारा 30 जून को बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में *अधीक्षण अभियंता दीपक जोशी* द्वारा सिटी डेवलपमेंट का विस्तृत प्लान प्रस्तुत किया गया था। माननीय महापौर, सांसद प्रतिनिधि, विधायक प्रतिनिधि, नेता प्रतिपक्ष, सम्मानित पार्षदगण, समाजसेवी एवं शहर के आम नागरिकों से मार्गदर्शन एवं सुझाव प्राप्त किया गया था। साथ ही जोन कार्यालय में कार्य के औचित्य सहित सुझाव आमंत्रित किया गया था। सिटी डेवलपमेंट प्लान के संबंध में नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव एवं संचालक महोदय द्वारा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक ली गई है।
*मुख्य अभियंता एवं प्रभारी आयुक्त भागीरथी वर्मा* के अध्यक्षता में दिनांक 23.7.25 को समीक्षा बैठक बुलाई गई l जिसमें शासन से दिए गए निर्देशों के अनुरूप अभिलंब सीडीपी निर्माण कर प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया है। सिटी डेवलपमेंट प्लान के संबंध में दिए गए निर्देशों के परिपालन में संबंधित जोन आयुक्त, कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता, उप अभियंता को निर्देशित किया गया है । सोमवार तक अनिवार्य रूप से जोन वाइज फाइनल शहर विकास कार्य का रोड मैप तैयार किया जाएगा । दिनांक 28/07/25 समय दोपहर 12 बजे तक परियोजना शाखा में जमा करने पश्चात 3:00 बजे मुख्य अभियंता कक्ष में उपस्थित होंगे, जिससे सीडीपी को अंतिम रूप दिया जा सकेगा।
शहर विकास कार्य में मुख्य रूप से मार्गों के चौड़ीकरण, रोड विस्तारीकरण, साइंस सिटी का निर्माण, रिंग रोड का निर्माण, स्विमिंग पूल का निर्माण, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, छोटे एवं बड़े नालों का निर्माण, सौंदर्यीकरण के कार्य, बेहतर सफाई व्यवस्था, वाटर हार्वेस्टिंग सहित तड़ित चालक एवं अन्य विकास कार्य शामिल हैं।
किसी भी शहर के लिए यह अनिवार्य है कि वह उसके भावी विकास के लिए सिलसिलेवार सोचे और यह निर्धारित करे कि उसका भावी स्वरूप कैसा होना चाहिए।
Leave A Comment