सावन के दूसरे सोमवार पर आज बना है 3 शुभ योग, जानिए इनके महत्व
पंडित प्रकाश उपाध्याय
आज 21 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस साल सावन का दूसरा सोमवार अत्यंत महत्वपूर्ण और शुभ माना जा रहा है क्योंकि इस दिन तीन दुर्लभ और शक्तिशाली योग बना हैं। ऐसे योगों में की गई पूजा और व्रत का प्रभाव अधिक गहरा और फलदायक होता है। सावन के इस दूसरे सोमवार को बन रहे इन दुर्लभ योगों का प्रभाव पूरे दिन रहेगा, जो जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मक बदलाव लेकर आते हैं। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा करें, शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि अर्पित करें और "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें। शिव चालीसा, रुद्राष्टक या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ भी फलदायी रहता है। अपने मन की इच्छा के साथ संकल्प लेकर पूजा करें ताकि आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हों। इन योगों में दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है। जरूरतमंदों को दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है और ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं -
वृद्धि योग
वृद्धि जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है प्रगति और बढ़ोतरी। इस योग के दौरान किए गए कार्यों में सफलता मिलने की संभावना अधिक होती है, खासकर धन, व्यापार या किसी भी प्रकार की वृद्धि से जुड़े मामलों में। सावन के दूसरे सोमवार को यदि इस योग में भगवान शिव की पूजा की जाए तो आर्थिक समृद्धि और भौतिक सुखों में बढ़ोतरी होती है।
सर्वार्थ सिद्धि योग
यह योग सभी मनोकामनाओं की पूर्ति और हर प्रकार के कार्यों में सफलता दिलाने वाला माना जाता है। सर्वार्थ का मतलब है सभी उद्देश्य और सिद्धि का मतलब है पूर्णता या सफलता। इस योग के दौरान शुरू किए गए किसी भी शुभ कार्य में बाधाएं कम आती हैं और सफलता मिलने के योग होते हैं। यह योग मंत्रों की सिद्धि, अनुष्ठान या किसी भी महत्वपूर्ण कार्य के लिए अत्यंत उपयुक्त है।
अमृत सिद्धि योग
अमृत का अर्थ है अमरता और सिद्धि का अर्थ है पूर्णता। इस योग में किए गए कार्यों के परिणाम स्थायी होते हैं और यह दीर्घायु, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लाता है। यह योग नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित करता है।
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