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 बरसात में भूलकर भी ना खाएं ये 5 सब्जियां

व्यस्त जीवनशैली में खानपान की बिगड़ती आदतें और टेंशन भरी सुस्त लाइफस्टाइल, कई रोगों को जन्म देने का कारण बन रही है। ऐसी ही एक समस्या यूरिक एसिड भी है। युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक, हर उम्र के लोग आजकल यूरिक एसिड की चपेट में आ रहे हैं। यूरिक एसिड से पीड़ित लोगों को अच्छी सेहत के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह अकसर दी जाती है। बरसात के मौसम में खासतौर पर यूरिक एसिड रोगियों को 5 सब्जियों को खाने की मनाही होती है। जिनका सेवन करने पर उनकी समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। आइए जानते हैं क्या होता है यूरिक एसिड और कौन सी 5 सब्जियां बरसात के मौसम में इस रोग से पीड़ित लोगों को खाने से परहेज करना चाहिए।
क्या होती है यूरिक एसिड का समस्या?
शरीर में जब प्यूरीन अधिक मात्रा में पहुंचने लगता है, जिसे किडनी सही तरीके से बाहर नहीं निकाल पाती, तो यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। यह एसिड जोड़ों में जमा होकर गठिया रोग का कारण बन सकता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को जोड़ों में सूजन, दर्द और अकड़न की समस्याएं हो सकती है।
बैंगन
मानसून के दौरान बैंगन की सब्जी की सेवन यूरिक एसिड के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है। बैंगन में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है। जो यूरिक एसिड से पीड़ित लोगों के लिए उनकी समस्या को और ज्यादा बढ़ा सकता है। बरसात में इस सब्जी का सेवन जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न की शिकायत बढ़ा सकता है।
मशरूम
मशरूम प्रोटीन का अच्छा स्रोत होने के बावजूद यूरिक एसिड रोगियों की सेहत के लिए अच्छे नहीं होते हैं। मशरूम में मौजूद प्यूरिन की अधिक मात्रा के सेवन से शरीर में यूरिक एसिड क्रिस्टल्स जमा होने लगते हैं, जो जोड़ों में दर्द और सूजन का कारण बन सकते हैं।
भिंडी
भिंडी में भी प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती है। यूरिक एसिड से पीड़ित रोगियों को इसका सेवन करने से भी बचना चाहिए।
पालक
आयरन, विटामिन्स और मिनरल्स का रिच सोर्स होने के बावजूद पालक यूरिक एसिड के मरीजों को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है। यूरिक एसिड रोगियों को मानसून में पालक खाने से बचना चाहिए। पालक में न केवल प्यूरिन की मात्रा अधिक होती है, बल्कि इसमें ऑक्सलेट भी काफी ज्यादा होता है। ऑक्सलेट किडनी स्टोन का कारण बन सकता है।
अरबी
बरसात में अरबी का सेवन यूरिक एसिड के मरीजों के लिए नुकसानदेह होता है। अरबी में कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में एसिडिटी और यूरिक एसिड का लेवल बढ़ा सकती है। जिसकी वजह से व्यक्ति को जोड़ों में जलन, सूजन और दर्द की समस्या हो सकती है।
 

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