डीएमएफ अंतर्गत लोकहित से जुड़े विभिन्न विकास कार्यों के लिए प्राथमिकता से करें कार्य - कलेक्टर
- कलेक्टर की अध्यक्षता में शासी परिषद की बैठक संपन्न
- लगभग 60 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का किया गया अनुमोदन
- शिक्षा एवं पोषण के लिए 20 करोड़ रूपए का प्रस्ताव
- महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए गठुला में प्रारंभ होगा सिलाई यूनिट
- 11वीं से ही बच्चों को नीट और जेईई की दी जाएगी नि:शुल्क कोचिंग
- शालाओं में स्थानीय युवाओं के माध्यम से कराई जाएगी पढ़ाई
- लोकहित से जुड़े विभिन्न विकास कार्यों के लिए डीएमएफ अंतर्गत स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण सहित विकास कार्यों के लिए बनाई गई समावेशी कार्ययोजना
राजनांदगांव । कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) शासी परिषद की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर सांसद श्री संतोष पाण्डेय, विधायक डोंगरगांव श्रीमती हर्षिता बघेल, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण वैष्णव उपस्थित थे। बैठक में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) अंतर्गत शासी परिषद की वार्षिक कार्ययोजना पर चर्चा की गई।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कहा कि आज 60 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का अनुमोदन हुआ है। उन्होंने बताया कि लोकहित से जुड़े विभिन्न विकास कार्यों के लिए डीएमएफ अंतर्गत स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, महिला एवं बाल विकास, पेयजल, जल संरक्षण, जहां स्कूलों में शिक्षक नहीं वहां अतिथि शिक्षक की व्यवस्था, नीट, जेईई की तैयारी, स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र भवन की मरम्मत, कृषि, कौशल विकास, पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, स्वच्छता, वृद्ध एवं दिव्यांगजन के कल्याण तथा अन्य विभिन्न विषयों पर विकास के लिए समावेशी कार्ययोजना बनाई गई है। जिस पर प्राथमिकता देते हुए कार्य किया जाना है। खनन प्रभावित प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष ग्रामों के लिए कार्य योजना बनाई गई। उन्होंने बताया कि अध्यक्ष द्वारा अतिरिक्त 10 प्रतिशत राशि का उपयोग विशेष कार्यों के लिए स्वीकृति देने का अधिकार होता है। उन्होंने कहा कि पोषण एवं शिक्षा के लिए 20 करोड़ रूपए स्वीकृत किया गया। उन्होंने सदस्यों को जनहित से जुड़े प्रस्तावों को सोमवार 2025 तक जमा करने का आग्रह किया, जिससे स्वीकृति का कार्य शीघ्रता से किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले के जिन स्कूलों शिक्षकों की कमी है उसे दूर करने के लिए स्थानीय युवाओं को के माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी। जिससे स्कूलों में शिक्षकों की कमी और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। यह व्यवस्था अगस्त में की जाएगी। उन्होंने कहा कि 11वीं से ही बच्चों को नीट और जेईई नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी। जिससे बच्चों को दो वर्ष में अच्छी तैयारी हो जाएगी। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ग्राम गठुला में सिलाई यूनिट प्रारंभ की जाएगी। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने बताया कि खनिज संस्थान न्यास निधि में प्राप्त राशि का न्यूनतम 50 प्रतिशत राशि प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित क्षेत्र या व्यक्ति पर की जाएगी। शेष राशि अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित क्षेत्रों या व्यक्ति पर की जाएगी। उन्होंने कहा कि खनिज संस्थान न्यास के पास उपलब्ध निधि का कम से कम 60 प्रतिशत को उच्च प्राथमिकता के क्षेत्रों में उपयोग किया जाए। शेष 40 प्रतिशत को अन्य प्राथमिकता के क्षेत्रों में उपयोग की जाएगी।
जिला पंचायत सीईओ एवं शासी परिषद के सदस्य सचिव सुश्री सुरूचि सिंह ने जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) अंतर्गत शासी परिषद की वार्षिक कार्ययोजना को प्रजेन्टेंशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन एवं ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला पद के लिए संविदा भर्ती, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोमनी और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सुरगी के लिए एम्बुलेंस, जिला चिकित्सालय के लिए निश्चेतना विशेषज्ञ की अस्थायी संविदा भर्ती तथा जिला रेडक्रास सोसायटी ब्लड बैंक स्थापना का कार्य किया जाएगा। इसी तरह आंगनबाड़ी भवनों के मरम्मत कार्य, पेयजल, शौचालय निर्माण एवं पोट्ठ लईका पहल अभियान कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी। सीईओ जिला पंचायत ने उच्च प्राथमिकता और अन्य प्राथमिकता से संबंधित कार्यों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने प्रजेंटेशन के माध्यम से नि:शुल्क नीट एवं जेईई कोचिंग, विनोबा एप्प, स्कूल एवं आंगनबाड़ी भवन मरम्मत कार्य, शौचालय निर्माण, किचन शेड निर्माण, स्कूलों में अतिरिक्त कक्ष एवं भवन निर्माण, लखपति दीदी योजना एवं महिला स्वसहायता समूह की आजीविका संवर्धन की गतिविधि, एनीकट मरम्मत कार्य, पेयजल के लिए पंप स्थापना, घरेलू नल कनेक्शन, मछुआ सहकारी समितियों को मत्स्य बीज और जाल प्रदाय, सीडिलिंग वितरण, ड्रिप संयंत्र की स्थापना, बोर खनन सह पाईप लाईन विस्तारीकरण कार्य, हाथकरघा बुनाई प्रशिक्षण, जल संरक्षण, पौधरोपण एवं विभिन्न निर्माण कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर श्री कोमल सिंह राजपूत, वन मंडलाधिकारी श्री आयुष जैन, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती शीतल बंसल, जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) शासी परिषद के सदस्यगण सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
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