वृद्धावस्था एवं शारीरिक असमर्थता के बावजूद भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने से प्रसन्नचित हुआ बुजुर्ग भैय्या राम
होम वोटिंग की सुविधा प्रदान करने के लिए निर्वाचन आयोग का माना आभार
बालोद। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू की गई होम वोटिंग की सुविधा के फलस्वरूप अपने शारीरिक असमर्थता तथा अति वृद्धावस्था के कारण शारीरिक अस्वस्थता का सामना कर रहे जिले के 85 वर्ष से अधिक की आयु के बुजुर्ग मतदाता तथा दिव्यांग मतदाताओं का अपने मताधिकार का प्रयोग करने का सपना साकार हुआ है। निर्वाचन आयोग के इस अभिनव एवं अत्यंत महत्वपूर्ण व्यवस्था के फलस्वरूप जिले के सभी मतदाता आज बहुत ही आसानी से अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए होम वोटिंग की सुविधा वास्तव में जिला मुख्यालय बालोद के पाण्डे पारा निवासी 92 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता भैय्या राम साहू के लिए अपने गंभीर शारीरिक असमर्थता के बावजूद अपने मताधिकार का प्रयोग करने के सपने को साकार करने का कारगर माध्यम साबित हुआ। शारीरिक अस्वस्थता एवं वृद्धावस्था के कारण चलने-फिरने में पूरी तरह से असमर्थ होने के उपरांत भी बुजुर्ग भैय्या राम साहू को लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के दौरान अपने मताधिकार का प्रयोग की सुविधा मिलना इसके लिए किसी मन वांछित कामना की पूर्ति जैसा था। भारत निर्वाचन आयोग के इस अत्यंत महत्वपूर्ण एवं कारगर व्यवस्था के फलस्वरूप अपने उम्र के इस अंतिम पड़ाव में विपरित परिस्थितियों के बावजूद भी आज उसे होम वोटिंग की सुविधा मिलने से बुजुर्ग भैय्या राम साहू ने भारत निर्वाचन आयोग के प्रति विनम्र आभार माना है। उन्होंने कहा कि आज से कुछ समय पहले तक उन्होंने कभी कल्पना भी नही की थी, की मैं अपने गंभीर शारीरिक असमर्थता के कारण अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकूँगा। लेकिन आज भारत निर्वाचन आयोग के इस नवीन, अभिनव एवं अत्यंत महत्वपूर्ण व्यवस्था के फलस्वरूप विपरीत हालात में भी आज उसे अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की यह नवीन व्यवस्था उनके जैसे अनेक चलने-फिरने में असमर्थ बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं का मताधिकार का प्रयोग कराने के लिए अत्यंत कारगर साबित होगा।
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