ऐसे मिला था संजय जोग को भरत का रोल
मुंबई। रामानंद सागर का लोकप्रिय सीरियल रामायण एक बार फिर टीवी पर लौटा है और इसे खूब पसंद किया जा रहा है। इसके हर कलाकार एक बार फिर लोकप्रियता के शिखर पर पहुंच गए हैं। इन्हीं में एक हैं भरत का रोल करने वाले संजय जोग।
अफसोस की बात है कि सीरियल की सफलता एक बार फिर देखने के लिए संजय जोग अब इस दुनिया में नहीं हैं। आज वे यदि जीवित होते तो सीरियल के पुन:प्रसारण और उसकी लोकप्रियता देखकर काफी खुश होते। 27 नवंबर 1995 को लीवर फेल होने की वजह से उनकी मौत हो गई। अपने दौर में उन्होंने काफी सफल काम किया , लेकिन जब उनका निधन हुआ, तो बहुत कम लोगों को इसकी जानकारी हुई थी।
,सरल स्वभाव और अपनी झील सी बड़ी-बड़ी आंखों के कारण उनका व्यक्त्वि अलग ही नजर आता था। उनकी इसी खासियत ने उन्हें रामानंद सागर को प्रभावित किया था और उन्हें रामायण सीरियल में काम करने का मौका मिला था। इस रोल ने उन्हें घर-घर में लोकप्रिय बना दिया था।
लोगों को आज भी याद है वो सीन जब भगवान राम के वनवास के बाद आंखों में आंसू और सिर पर खड़ाऊ लेकर संजय जोग भरत बनकर चले थे, तो देखने वालों की आंखें भर आई थीं।
24 सितंबर 1955 को नागपुर में जन्मे संजय जोग ने 80 के दशक में 50 से अधिक मराठी, गुजराती और हिन्दी फिल्मों में काम किया। पुणे में कॉलेज की पढ़ाई करने के दौरान उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे अभिनय के क्षेत्र में जाएंगे। फिर किस्मत ने पलटा खाया और उन्होंने अभिनय का कोर्स किया। .उन्हें एक मराठी फिल्म में हीरो का रोल भी मिल गया। फिल्म का नाम था सापला, पर यह फिल्म फ्लॅाप हो गई। निराश होकर संजय जोग नागपुर लौट आए और खेती करने लगे। खेती के काम से ही एक बार मुंबई आए तो उन्हें एक और मराठी फिल्म करने का प्रस्ताव मिल गया। यह फिल्म थी जिद्द। फिल्म सुपरहिट रही और फिर संजय जोग ने मुंबई में ही रहना शुरू कर दिया। फिर उन्हें अनिल कपूर के साथ जिगरवाला फिल्म मिल गई। उसके बाद उन्होंने कई और हिन्दी फिल्मोंंं में काम किया।
संजय ने गुजराती फिल्म माया बाजार में अभिमन्यु का किरदार निभाया था। उस फिल्म में उनके मेकअप मैन थे गोपाल दादा। रामानंद सागर के सीरियल रामायण में गोपाल दादा ही मेकअप मैन थे। उन्हीं ने रामानंद सागर को संजय जोग का नाम सुझाया, लेकिन उन्हें रामानंद सागर ने लक्ष्मण के किरदार का प्रस्ताव दिया। लेकिन संजय जोग उस वक्त कुछ फिल्में भी कर रहे थे, इसलिए उन्होंने ज्यादा डेट्स देने में असमर्थता जाहिर की। फिर रामानंद सागर ने उन्हें भरत के रोल का प्रस्ताव दे दिया जिसे संजय मना नहीं कर पाए। संजय भले ही अभिनय के क्षेत्र में सक्रिय थे, लेकिन उनका मन खेती किसानी में ही रमता था। वे चाहते थे कि पुणे में जमीन खरीदकर खेती करें, लेकिन जिदंगी ने उनका साथ नहीं दिया।
आज संजय जोग के परिवार में पत्नी नीता के अलावा दो बच्चे हैं रंजीत और नताशा। रंजीत मराठी फिल्मों के जाने-माने एक्टर हैं।
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