ये हैं बॉलीवुड की 10 आइकॉनिक मदर्स
मुंबई। एक दौर था जब बिना मां के रोल के हिन्दी फिल्में बनने की कल्पना नहीं की जा सकती थी। फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी बहुत सी एक्ट्रेस हुई हैं, जिन्होंने मां को रोल में अपना सर्वश्रेष्ठ मुकाम हासिल किया है। आइये आज मदर्स डे के मौके पर ऐसी ही फिल्मी मांओं का जिक्र करते हैं जिन्होंने अपने अभिनय से लोगों को प्रभावित किया।
दुर्गा खोटे- इन्हें भला कौन भूल सकता है। प्यारी सी मां के रोल में दुर्गा खोटे ने बरसों तक फिल्मों में काम किया। फिल्म मुगल ए आजम में उन्होंने दिलीप कुमार की मां जोधा बाई के रोल में काफी प्रशंसा पाई थी। उनके बेमिसाल अभिनय और मुस्कान को आज तक लोग याद करते हैं। मराठी में लिखी अपनी आत्मकथा मी दुर्गा खोटे (हिन्दी अनुवाद मैं दुर्गा खोटे नाम से प्रकाशित) मेें उन्होंने अपने जीवन की मर्मस्पर्शी घटनाएं विस्तार से बयान की हैं।
निरुपा रॉय- फिल्म दीवार में बच्चों के लिए पूरा जीवन न्यौछावर करने वाली मां को कौन भूल सकता है। उन्होंने बरसों तक मां के रोल में लोगों के दिलों में राज किया। उनका मूल नाम कोकिला बेन था। वैसे तो उन्होंने अपने फिल्मी जीवन की शुरूआत 1946 के दौरान प्रदर्शित गुजराती फिल्म गणसुंदरी से की थी लेकिन हिन्दी फिल्मों में जब निरुपा राय ने कदम रखा तो फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। निरूपा रॉय को जितनी भी फिल्मों में कार्य मिला, मां के किरदार के रूप में ही मिला, लेकिन उन्होंने इसे चुनौती के रूप स्वीकार किया और यही उनकी सफलता का कारण बना।
दीना पाठक- चितचोर, खूबसूरत जैसी फिल्मों में मां के रोल में दीना पाठक को लोग आज भी याद करते हैं। खूबसूरत फिल्म की अनुशासित मां की भूमिका में उन्होंने खूब रंग जमाया था। निजी जिंदगी में वे काफी शांत स्वभाव की थी। उनके पास थियेटर में काम करने का एक लंबा अनुभव था।
राखी- फिल्म करण-अर्जुन में अपने बेटों का इंतजार करती मां किसे याद नहीं है। राखी के द्वारा फिल्म में बोला गया डायलॉग -मेरे करण-अर्जुन आएंगे , आज भी लोगों की जुबान पर है। फिल्म शक्ति में उन्होंने अपने हीरो रहे अमिताभ बच्चन तक की मां का रोल निभाया था।
फरीदा जलाल- गोलमटोल फरीदा जलाल ने 90 के दशक में कई फिल्मों में मां का किरदार निभाया है। फरीदा जलाल को काजोल और शाहरुख खान की फिल्मों में खूब देखा गया है। फिल्मकार करण जौहर की वे फेवरेट मां रही हैं।
रीमा लागू- 90 के दशक में रीमा लागू ने कई सारी फिल्मों में मां के किरदार निभाए लेकिन सलमान खान की मां के किरदार में उन्हें सबसे ज्यादा लोकप्रियता मिली। आज भी रीमा लागू को सलमान खान की ऑनस्क्रीन मां के रूप में जाना जाता है।
जया बच्चन- जया बच्चन ने बहुत कम फिल्मों में मां के किरदार निभाए हैं , लेकिन जब-जब वो पर्दे पर मां के रूप में आई हैं ,लोगों ने उन्हें बहुत सराहा है। खासकर शाहरुख की मां के रोल में उन्हें खूब प्रशंसा मिली।
किरण खेर- बिंदास मां का रोल हो या फिर गंभीर मां की भूमिका, सबके साथ किरण खेर ने न्याय किया है। ओम शांति ओम हो या फिर दोस्ताना फिल्म, किरण खेर ने मां के रोल में अलग ही रंग जमाया है।
रत्ना पाठक शाह- अदाकारा रत्ना पाठक शाह भी मां के रोल में अलग ही अंदाज में नजर आती हैं। टीवी हो या फिर फिल्म, रत्ना शाह पाठक ने मां के रोल में अपने अभिनय से सबको प्रभावित किया है।
नीना गुप्ता- एक वक्त था जब बॉलीवुड की मां अपने बच्चों के लिए सब कुछ न्यौछावर कर देती थी, लेकिन नीना गुप्ता ने आज की मां प्रस्तुत की। उन्होंने फिल्मी परदे पर मां के रोल में दिखाया कि मां हमेशा त्याग ही नहीं करती है, वो अपने लिए भी कुछ फैसले ले सकती है।
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