पहचाना इस एक्ट्रेस को.....
मुंबई। यह खूबसूरत सा चेहरा एक हिन्दी फिल्म एक्ट्रेस का है, जिन्होंने लगभग 6 दशकों तक फिल्मों में अलग-अलग भूमिकाएं निभाई, लेकिन निगेटिव रोल में उन्हें ज्यादा पसंद किया गया। इस चेहरे को देखने के बाद किसी को विश्वास नहीं होगा कि ये फिल्म सीता और गीता में नायिका हेमामालिनी की दुष्ट चाची हैं। जी हां, ये एक्ट्रेस मनोरमा ही हैं, जो खलनायिका के रूप में काफी लोकप्रिय रही हैं।
ऊपर दी गई तस्वीर 1941 में बनी फिल्म खंजाची की है। यह अपने दौर की ब्लॉकबस्टर फिल्म है, जिसका निर्देशन मोती ब. गिडवानी ने किया है, जिसमें एम, इस्माइल, एस. डी. नारंग, रमोला देवी (नायिका), मनोरमा और दुर्गा मोटा मुख्य भूमिकाओं में थे। ए. इस्माइल ने एक खजांची की शीर्षक भूमिका निभाई। यह 1941 की सबसे बड़ी हिट और शीर्ष कमाई वाली फिल्म साबित हुई थी। इस फिल्म में मनोरमा पर एक गाना फिल्माया गया था-एक कली नाजो की पली, जिसे शमशाद बेगम ने आवाज दी थी। फिल्म में संगीत गुलाम हैदर ने दिया था।
मनोरमा का मूल नाम ऐरिन इसैक डेनियल था। वे एक आयरिश मां और इंडियन क्रिश्चियन पिता की संतान थीं। फिल्म खंजाची में उन्होंने मनोरमा का किरदार निभाया था और फिर उन्होंने यही नाम हमेशा के लिए अपना लिया। मनोरमा के पिता लाहौर में इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर थे।
मनोरमा हिन्दी फि़ल्मों की एक लोकप्रिय अभिनेत्री रहीं। उन्होंने कई फिल्मों में खलनायिका और हास्य चरित्रों को साकार किया था। उनकी कुछ चर्चित फिल्मों में सीता और गीता, एक फूल दो माली, दो कलियां, कारवां आदि थीं। उनकी अंतिम फिल्म दीपा मेहता की वाटर थी, जिसमें उन्होंने विधवा आश्रम की मुखिया की भूमिका निभाई थी। लाहौर (अब पाकिस्तान में) में अपना फिल्मी करिअर शुरू करने वाली मनोरमा ने राजा हक्सर से निकाह किया था। दोनों विभाजन के बाद भारत आ गए थे, जहां राजा निर्माता बन गए। बाद में मनोरमा अपने पति से अलग होकर रहने लगीं। शुक्रवार 15 फरवरी, 2008 को बंबई में संक्षिप्त बीमारी के बाद एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया। उस वक्त वे 81 वर्ष की थीं। उनकी एक बेटी है रीता हक्सर जिन्होंने फिल्म सूरज और चंदा में संजीव कुमार की नायिका की भूमिका निभाई थी। शादी के बाद वे विदेश में जाकर बस गईं।
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