आ रही सोनू सूद के जीवन पर लिखी किताब, एक्टर ने सुनाए जीवन से जुड़े कुछ अनसुने किस्से
मुंबई। कोरोना लॉकडाउन में एक्टर सोनू सूद ने गरीब मजदूरों को उनके घर पहुंचाने और उनके लिए रहने-खाने की व्यवस्था की थी। इस सराहनीय काम के लिए सोनू की जमकर तारीफ भी हुई। उन्हें कई संस्थाओं से सम्मानित किया और कई नामी पुरस्कार मिले। तभी से ये खबरें थीं कि जल्द ही एक्टर के जीवन पर किताब लिखी जाएगी और बायोपिक बनेगी। बायोपिक के बारे में अभी तक कोई खबर नहीं है लेकिन सोनू सूद के कोरोना लॉकडाउन के अनुभवों और मोगा से मुंबई तक के उनके सफर पर किताब लिखी जा चुकी है।
यहां तक कि किताब की प्री-बुकिंग शुरू हो चुकी है। किताब 15 दिसंबर को लोगों के सामने लॉन्च की जाएगी। सोनू सूद के लॉकडाउन अनुभवों और जीवन पर लिखी गई किताब का नाम 'मैं मसीहा नहीं' है। किताब को जानी मानी पत्रकार मीना अय्यर ने लिखा है और इसे पेंगुइन इंडिया ने प्रकाशित किया है। किताब हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में है। इस खबर को शेयर करते हुए सोनू ने लिखा, 'उस एक पल के बारे में बात कर रहा हूं जिसने मेरी जिंदगी बदल दी।
मालूम हो, मार्च में जब केंद्र सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी तो हजारों मजदूर दूसरे राज्यों में फंस गए थे। सोनू सूद ने महाराष्ट्र में फंसे ऐसे मजदूरों को घर पहुंचाने की व्यवस्था की। इतना ही नहीं सोनू ने उनके रहने और खाने की भी व्यवस्था की। यहां तक कि सोनू एक ट्वीट पर लोगों की मदद के लिए मशहूर हो गए। यही कारण था कि लोग मदद के लिए पहले सरकार से पहले सोनू सूद को ट्वीट करने लगे। उनके अच्छे कामों के लिए उन्हें कई प्रतिष्ठित सम्मान भी मिले।
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