बोनी और राजामौली की फिल्मों में होगी टक्कर, दशहरे के मौके पर रिलीज होंगी दोनों फिल्में
मुंबई। आरआरआर और मैदान फिल्म में क्लैश के साथ ही इन दोनों फिल्मों निर्माताओं के बीच जंग छिड़ गई है। जहां बोनी कपूर के प्रोडक्शन तले बनी अजय देवगन स्टारर फिल्म मैदान दशहरे के मौके 15 अक्टूबर को सिनेमाघर पहुंचने वाली हैं। तो वहीं, इसी वक्त बाहुबली फिल्म निर्माता-निर्देशक एसएस राजामौली ने भी अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म आरआरआर को इसी वक्त रिलीज करने का बिगुल फूंक दिया है।
जूनियर एनटीआर और राम चरण स्टारर राजामौली की ये मेगा स्टारर, मेगा बजट पीरियड ड्रामा फिल्म 13 अक्टूबर 2021 को रिलीज हो रही है। इसके साथ ही फिल्म स्टार अजय देवगन के लिए भी मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि वो इन दोनों ही फिल्मों का हिस्सा है। ऐसे में बोनी कपूर इन दिनों जमकर राजामौली के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं। इस क्लैश के साथ ही इन दोनों फिल्म निर्माताओं के बीच पुराने घाव भी हरे हो गए हैं।
दरअसल, अतीत में भी एसएस राजामौली और बोनी कपूर के बीच उनकी दिवगंत पत्नी श्रीदेवी को लेकर मनमुटाव हुआ था। अब राजामौली ने अपनी इस फिल्म की रिलीज डेट का ऐलान कर पुराने जख्मों को हरा कर दिया है। ये बात उस वक्त की है जब एसएस राजामौली अपनी फिल्म बाहुबली में शिवगामी के किरदार के लिए सदाबहार अभिनेत्री श्रीदेवी को कास्ट करना चाहते थे। खुद श्रीदेवी भी इस किरदार को करना चाहती थी। मगर मीडिया रिपोट्र्स की मानें तो उस वक्त श्रीदेवी ने फिल्म को साइन करने के लिए इतनी भारी डिमांड कर डाली थीं कि उसे पूरा करना राजामौली के लिए मुश्किल था। इसके बाद इस किरदार के लिए राम्या कृष्णनन को साइन कर लिया गया था।
इस फिल्म के ब्लॉकबस्टर होने के बाद राजामौली ने मीडिया इंटरव्यू में श्रीदेवी के स्टारी एटिट्यूड को लेकर तंज कसे थे। उन्होंने उनकी हैवी डिमांड्स की वजह से फिल्म का हिस्सा न होने की बात कही थी। जिससे श्रीदेवी खफा हो गईं थी। इसके बाद एक इंटरव्यू में श्रीदेवी ने राजामौली के बयानों पर कहा था, एक तो मैं ये विश्वास ही नहीं कर सकती कि वो (राजामौली) ऐसा कुछ कह सकते हैं। दूसरी बात ये कि मैं ऐसी इंसान नहीं हूं जो डिमांड करें। बाहुबली के लिए जो भी हुआ वो अतीत है। हम इसके बारे में अब बात क्यों करें। मैंने पहले भी कई किरदारों को न किया है। मुझे लगता है कि जिन फिल्मों को आप नहीं करते हो उन पर बात करना काफी खराब है।
इसके बाद राजामौली को भी अपनी गलती का अहसास हुआ था। उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए थी। राजामौली ने कहा था, लोगों को विश्वास करने के लिए बहुत सारे बयान हैं। वो लोगों को तय करना है कि वो किस पर विश्वास करना चाहते हैं और किस पर नहीं। लेकिन एक बात तय है कि मुझे सार्वजनिक मंच पर इतनी डिटेल में बात नहीं करनी चाहिए थी। ये एक गलती है और मुझे इस बात दुख है।
Leave A Comment