सरसों का तेल क्यों है फायदेमंद? विशेषज्ञों से जानें इसके फायदे
भारतीय रसोई हो या विदेशी, एक चीज तो हर हाल में मिलेगी ही मिलेगी और वो है सरसों का तेल। न सिर्फ खाने में बेहतर बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेमिसाल है। सरसों के तेल का इस्तेमाल हमारे देश में काफी ज्यादा होता है। खाने से लेकर स्किन और बालों तक के इस्तेमाल के लिए सरसों का तेल बेमिसाल है। भले ही इसका स्वाद कसैला हो लेकिन हेल्थ के लिहाज से काफी अच्छा है। अकसर कहा जाता है कि, तेल खाने में हानिकारक होते हैं, लेकिन सरसों का तेल नहीं। विशेषज्ञों के अनुसार हमारे शरीर को दैनिक जिन पोषण की जरूरत होती है, वो पोषण हमें सरसों के तेल से मिलते हैं। इसमें गुड फैटी एसिड, ओमेगा-3, गुड फैट, लिनोलिक एसिड जैसे तत्व होते हैं।
-सरसों के तेल में बैड फैटी एसिड के बजाय गुड फैटी एसिड ज्यादा होते हैं। जिसके वजह से आपका दिल बीमार होने से बचा रहता है। अगर आप दिल के रोगी हैं, तो सरसों का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।
-सरसों का तेल बैड कोलेस्ट्रोल को बढऩे नहीं देता। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है, और सूजन भी कम होती है।
-खांसी-जुकाम या किसी भी तरह की एलर्जी से परेशान हैं, तो सरसों का तेल यहां आपका अच्छा केयर टेकर बन सकता है।
-सरसों का तेल एंटीबायोटिक की तरह भी काम करता है। इसमें कैंसर की रोकथाम की भी पूरी ताकत होती है। हमारी लाइफ में सरसों का सेवन किसी डॉक्टर से कम नहीं है।
-सरसों का तेल कोलेस्ट्रोल को भी कम करने में मदद करता है।
-बच्चों को सरसों के तेल से मालिश करने से उनकी हड्डी मजबूत होती है। मालिश से बच्चों की ग्रोथ सही होती है।
-सरसों के तेल से अगर आप मसूड़ों की मसाज करते हैं, तो प्लाक से छुटकारा मिलता है।
-सरसों के तेल से बालों की मसाज करेंगे तो, बाल तेजी से बढ़ेंगे।
-सरसों के तेल से डैंड्रफ से छुटकारा पाया जा सकता है।
-स्किन से टैन हटाने के लिए सरसों का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।
साइड-इफेक्ट्स
सरसों के तेल में खूबियां कूट-कूटकर भरी हुई हैं। क्योंकि सरसों के तेल में सभी पोषक तत्व होते हैं। लेकिन कहते हैं न जहां इतनी खूबियां, वहीं कुछ साइड-इफेक्ट्स यानि की दुष्परिणाम भी है, जिनके बारे में जानना बेहद जरूरी है। जैसे कि लम्बे समय तक सरसों का तेल लगाए रहने से स्किन पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। सरसों के तेल का ज्यादा सेवन आपको बीमार बना सकता है।
प्रेगनेंसी के समय महिलाओं को सरसों के तेल के सेवन से बचना चाहिए। इससे बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है। सरसों का तेल का अधिक प्रयोग छोटे-छोटे ब्लिस्टर कारण भी बन सकता है।
कहते हैं, हर चीज का संतुलन बनाकर रखना चाहिए। उसका इस्तेमाल न ही जरूरत से कम करें, और ना ही जरूरत से ज्यादा। अगर आप भी हेल्थ को लेकर काफी सजग हैं, तो आज से ही सरसों के तेल का इस्तेमाल शुरू कर दीजिये।
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