होली खेलने के बाद बच्चों की स्किन का ऐसे रखें ध्यान, नहीं होगी जलन और खुजली जैसी समस्याएं
होली का त्योहार बच्चों के लिए काफी खास होता है। इस दिन वे दिनभर अपने दोस्तों के साथ रंगों से खेलना और एक -दूसरे को अबीर-गुलाल लगाना पसंद करते हैं। बच्चे होली के दिन को लेकर काफी उत्साहित होते हैं लेकिन इसका असर उनके स्किन और बालों पर नहीं होना चाहिए। आइए जानते है कि होली खेलने के बाद आप अपने बच्चों की स्किन का कैसे ध्यान रख सकते है।
होली के बाद बच्चे की स्किन ऐसे करें साफ
1. होली खेलकर आने के बाद बच्चे रंगों में डूबे हुए होते हैं। ऐसे में उनकी सफाई के लिए आप सबसे पहले गुनगुने पानी में उन्हें नहाने को कहें। साथ ही फेस वाश या साबुन की मदद से चेहरे और शरीर को अच्छे से साफ करने को कहें ताकि शरीर से गंदगी, रंग और अतिरिक्त तेल हट सके। इसके लिए आप किसी प्राकृतिक उत्पाद का उपयोग भी कर सकते हैं।
2. अगर नहाने के बाद भी बच्चे का रंग नहीं निकलता है, तो इसके लिए आप तिल के तेल या नारियल तेल से स्क्रब करके क्लर्स निकाल सकते हैं। हालांकि बच्चों को नरम त्वचा पर हल्के हाथों से स्क्रब करना चाहिए ताकि उनकी स्किन में खुजली और जलन की समस्या न हो। बार-बार स्क्रब या त्वचा को रगडऩे का प्रयास भी नहीं करना चाहिए।
3. अगर आपके बच्चे के बाल बड़े हंै, तो उन्हें खोलकर पहले ढीला कर लें फिर बालों को किसी माइल्ड शैम्पू से धोने के बाद अच्छे कंडीशनर का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन बालों को कभी गर्म पानी से न धोएं। इससे नुकसान हो सकता है।
4. नहाने के बाद बच्चों के पूरे शरीर पर मॉइश्चराइजर और फेस क्रीम लगाएं ताकि स्किन मुलायम और कोमल बनी रहे और रंगों के कारण आया रूखापन भी कम हो जाए। ऐसा न करने पर त्वचा शुष्क और रूखी नजर आती है। जरूरत पडऩे आप उन्हें नियमित अंतराल पर भी मॉइश्चराइजर लगा सकते हैं।
5. नहाने के बाद बच्चों को धूप में न जाने दें। इससे बाल और स्किन में कई तरह की परेशानी हो सकती है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
1. बच्चों को होली खेलने जाने से पहले चेहरे और शरीर पर अच्छे से तेल या पेट्रोलियम जेली से मसाज करें ताकि कलर उनके शरीर पर न बैठें और नहाने के बाद उसे साफ करना आसान हो।
2. बच्चे के बाल को कवर करने के लिए कैप या किसी रूमाल की मदद से ले सकते हैं।
3. बच्चों को फुस स्लीव ड्रेस या कंफर्टेबल कपड़े पहनाकर भेजें ताकि वे रंगों के संपर्क में कम आएं और कलर निकालना आसान हो।
4. बच्चों को ऑगेनिक कलर से खेलने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि किसी प्रकार का कोई नुकसान न हो।
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