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 जोड़ों में होता है दर्द , तो लगाएं लहसुन से बना ये तेल...
 बढ़ती उम्र के साथ ज्यादातर लोगों को घुटने और जोड़ों के दर्द की समस्या हो जाती है। ये समस्या सुनने में तो आम समस्या लगती है, लेकिन इस दर्द को झेलना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में लोग तमाम तरह की दवाइंया और तेलों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ये दर्द आसानी से पीछा नहीं छोड़ता। ऐसे में घर में बनाया लहसुन का तेल जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में काफी कारगर होता है।  
 लहसुन का तेल बनाने की विधि
लहसुन का तेल बनाने के लिए 250 एमएल सरसों के तेल में लहसुन की 10-12 कलियां छीलकर कूटकर डालें। इसके साथ ही इसमें 2 जायफल को कूटकर डालें। अब इसमें 50-60 ग्राम गुडूची (गिलोय) की सूखी डंठल को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर डाल लें। इन सभी चीजों को सरसों के तेल में डालकर 1 घंटे तक धीमी आंच पर पकाते रहें। इस तेल को पकाने के बाद ठंडा करके छान लें और एक शीशी में करके रख लें। अब आपका तेल तैयार है। अब आप इस तेल को जोड़ों के दर्द से निजात पाने के लिए रोजाना इस्तेमाल कर सकते हैं।
 लहसुन के तेल को इस्तेमाल करने का तरीका
जोड़ों के दर्द से निजात पाने के लिए लहसुन के तेल से जोड़ों पर 5-7 मिनट तक मालिश करनी चाहिए। वैसे तो ठंडा तेल भी फायदेमंद होता है, लेकिन हल्का गर्म तेल दर्द और सूजन को जल्दी दूर करने में कारगर होता है। हर रोज रात को सोने से पहले लहसुन के तेल से जोड़ों की मालिश करनी चाहिए। हफ्तेभर में आपको दर्द से आराम मिलना शुरू हो जाएगा। 
 लहसुन है अच्छा दर्दनिवारक 
लहसुन एक अच्छा दर्दनिवारक माना जाता है। आयुर्वेद में भी लहसुन की खास अहमियत है। दरअसल, लहसुन में विटामिन, एंटी-बैक्टीरियल, मिनरल्स और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में कारगर माने गए हैं। लहसुन को कच्चा खाने से जोड़ों के दर्द की तो समस्या दूर होती ही है, साथ ही ये हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से भी निजात दिलाने में सहायक होता है। वहीं, बढ़े हुए वजन को कंट्रोल करने और आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी कच्चा लहसुन काफी फायदेमंद होता है।
 जायफल के लाभ
जायफल जोड़ों के दर्द को ही नहीं बल्कि किसी भी तरह के दर्द को दूर करने में कारगर होता है। दरअसल, जायफल में प्रचुर मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द को दूर करने में कारगर होते हैं। दर्द के साथ ही जायफल सूजन को भी कम करने का काम करता है। आयुर्वेद के अनुसार, जायफल को पीसकर तेल में पकाने और फिर उस तेल से मालिश करने से हर तरह के दर्द की छुट्टी हो जाती है। इसके अलावा जायफल का इस्तेमाल चेहरे से दाग-धब्बों और मुहांसों को दूर कर स्किन में चमक लाने के लिए भी किया जाता है। 
 जोड़ों के दर्द में गुडूची (गिलोय) के फायदे
गुडूची को ज्यादातर लोग गिलोय के नाम से जानते हैं। गिलोय एक आयुर्वेदिक औषधि होती है, जो कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। गिलोय एंटी-वायरल होने के साथ-साथ दर्दनिवारक भी होता है। इसके प्रयोग से बने तेल से घुटनों की मालिश करने से दर्द जल्द ही दूर हो जाता है। आयुर्वेद में कहा गया है कि नीम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय की बेल सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है, क्योंकि नीम के गुण भी गिलोय की बेल में आ जाते हैं। दरअसल, गिलोय के बारे में कहा जाता है कि ये जिस पेड़ पर चढ़ती है, उसी पेड़ के गुण अपना लेती है। इसलिए नीम के पेड़ पर चढ़ी हुई बेल काफी फायदेमंद होती है, क्योंकि उसमें नीम के गुण भी आ जाते हैं। 

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