हर समय तीखा खाने का करता है मन, इस क्रेविंग के पीछे हो सकते हैं ये कारण
फूड और शुगर की क्रेविंग कुछ लोगों पर इस कदर हावी होती है कि वे चाहकर भी खुद पर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं. फूड क्रेविंग का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि इसकी वजह से तेजी से वजन बढ़ने लगता है. फूड क्रेविंग के भी कई टाइप होते हैं, जिनमें से एक स्पाइसी फूड की क्रेविंग भी है. स्पाइसी फूड या तीखा फूड कुछ लोगों को इतना पसंद होता है कि वे इसे ही अपना टेस्ट बना लेते हैं. रूटीन के अलावा भी वे बाहर से ऐसा फूड मंगाकर खाते हैं और क्रेविंग को शांत करते हैं. मार्केट में मिलने वाले फास्ट फूड या जंक फूड का चलन आजकल बहुत ज्यादा चल गया है. तीखा और टेस्टी होने के चलते ज्यादातर लोगों को इसकी क्रेविंग रहती है.
वैसे एक्सपर्ट्स का मानना है कि तीखे फूड की क्रेविंग शरीर के लिए अच्छी नहीं होती. यहां हम आपको कुछ ऐसे कारण बताने जा रहे हैं, जो ये बताते हैं कि आपको क्यों तीखे खाने की क्रेविंग सताती है. जानें इनके बारे में…
स्ट्रेस
जिस तरह स्ट्रेस में शुगर की क्रेविंग सताने लगती है, उसी तरह इस सिचुएशन में तीखा खाने की इच्छा भी होने लगती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक जो लोग तीखा खाना पसंद करते हैं उन्हें टेंशन में इसका सेवन करने की ज्यादा इच्छा होने लगती है. ये भी देखा गया है कि टेंशन में तीखा खाने से लोगों को आराम भी मिलता है. अगर आप इस तरह की सिचुएशन को पेस कर रहे हैं, तो इसका इलाज जरूर कराएं.
बॉडी टेंपरेचर
ये भी देखा गया है कि बॉडी टेंपरेचर में चेंज आने के दौरान भी लोगों को तीखा खाने की इच्छा हो सकती है. टेंपरेचर के बढ़ने पर ऐसा होता है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि तीखा खाने पर बॉडी टेंपरेचर और ज्यादा बढ़ सकता है. ज्यादा तीखा खाने से शरीर में गर्मी बन सकती है और आपको कई हेल्थ प्रॉब्लम जैसे पाइल्स भी हो सकती है.
प्रेगनेंसी
इस पीरियड में महिलाओं को मूड स्विंग्स का सामना करना पड़ता है. वैसे खानपान से जुड़ी कई चीजें महिलाओं को परेशान करती हैं. किसी केस में एक महिला को मीठे की क्रेविंग होती है, तो कभी खट्टे. देखा जाए, तो प्रेगनेंसी में तीखा खाने की क्रेविंग भी हो सकती है. कहा जाता है कि आप तीखा खाएं, लेकिन इसकी मात्रा को सीमित ही रखें.
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