थकान के बाद भी नींद न आने की बनी रहती है दिक्कत, ये आयुर्वेदिक टिप्स आएंगे काम
ये सच है कि किसी दिन ज्यादा थक जाए, तो उस दिन बहुत बेहतर नींद आती है. बेहतर नींद को एक तरह का मेडिटेशन तक माना जाता है, क्योंकि इससे हमारा शरीर ही नहीं दिमाग भी रिलैक्स होता है. जो लोग नियमित रूप से 8 घंटे की नींद लेते हैं, वे अगले दिन उठने पर फ्रेश फील करते हैं. पुराने समय में अधिकतर लोग ऐसे जीवन को जीते थे, लेकिन अब समय बदल गया है. आज बिजी लाइफ, शेड्यूल और जिम्मेदारियों के कारण लोग ठीक से सो नहीं पाते हैं. वे फिजिकली ही नहीं मेंटली भी बहुत थक जाते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें नींद न आने की प्रॉब्लम परेशान करती है.
थकान के साथ रात में घंटों जागना रहना एक तरह की बीमारी है, जिसकी चपेट में अधिकतर लोग रहते हैं. कहीं आपको भी तो इस तरह की दिक्कत का सामना करना नहीं पड़ रहा है. इसे इंग्लिश में स्लीपिंग डिसऑर्डर कहा जाता है. इस हेल्थ प्रॉब्लम से राहत पाना चाहते हैं, तो इन आयुर्वेदिक टिप्स को अपनाएं.
तलवों की मालिश--
क्या आप जानते हैं कि अगर पैर रिलैक्स होते हैं, तो हमारा दिमाग भी शांत रहता है. पैरों को आराम मिलेगा, तो आप बेहतर नींद ले पाएंगे. थकान के बीच पैरों में लगातार दर्द बहुत प्रभावित करता है और नींद नहीं आती है. आपको बस थोड़ा सा सरसों का तेल गर्म करना है और इसकी पैरों के तलवों पर मालिश करनी है. करीब 5 से 7 मिनट तलवों की मसाज करें और कपड़े से तेल को हटाकर सो जाएं.
मेडिकेटेड मिल्क--
यहां मेडिकेटेड मिल्क का मतलब आयुर्वेदिक तरीके से दूध को तैयार करना है. इसके लिए गुनगुना दूध लें और इसमें 1/4 चम्मच जायफल पाउडर, चुटकी भर हल्दी और इलायची पाउडर मिलाएं. दूध में इन चीजों को मिला लेने के बाद इसे फिर से उबाल लें और गुनगुना होने पर सिप-सिप करके पिएं. आयुर्वेदिक तरीके से तैयार इस दूध को पीने से आपका शरीर रिलैक्स फील करेगा और आपको बेहतर नींद आएगी. साथ ही इससे थकान भी दूर होगी.
डाइट का खयाल रखें--
हमारी डाइट हमारे सेहतमंद रहने का राज होती है. आप जो भी खाते हैं, वो आपकी सेहत पर वैसा ही असर डालता है. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि हमेशा कम तेल और कम मसालों वाले भोजन का सेवन करें. हमेशा सूर्यास्त से पहले भोज कर लें और ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं. इसके अलावा शाम में चाय, गरमा गरम खाने का सेवन जैसी गंदी आदतों से दूरी बनाएं.
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