सर्दियों में कौन से लड्डू खाने चाहिए?
सर्दियां की शुरूआत होते ही अधिकतर घरों में लड्डू बनाने लगते हैं। ये लड्डू जितने हेल्दी होते हैं उतने ही ये खाने में भी टेस्टी होते हैं। ये लड्डू इम्युनिटी को बूस्ट करने के साथ ही हमें कई रोगों से भी सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। इन लड्डू को बनाने में घी, तेल, गुढ व गोंद का उपयोग किया जाता है। आगे जानते हैं सर्दियों में बनाए जाने वाले लड्डूओं के बारे में। जो शरीर के लिए फायजेमंद हैं।
अलसी के लड्डू
अलसी में विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट्स, ओमेगा 3 फैटी एसिड व विटामिन बी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके साथ ही ये खाने में भी बहुत टेस्टी होते हैं। इसके लड्डू बनाने के लिए अलसी के बीच में आटा, गोंद, सूखे मेवे और घी चाहिए। घी में सभी चीजों को भूनकर इसके लड्डू बनाए जाते हैं।
पिन्नी के लड्डू
पिन्नी के लड्डू उत्तर भारत और पंजाब क्षेत्र में खूब पसंद किए जाते हैं। इसे बनाने के लिए आटा, घी, ड्राई फ्रूट और कद्दूकस किया हुआ नारियल चाहिए होता है। इसे बनाने के बाद इसमें चीनी, बूरा या गुड़ में से किसी एक चीज को मिठास के लिए मिलाया जाता है। पिन्नी के लड्डू आयरन से भरपूर होते हैं। इससे एनर्जी का लेवल बढ़ता है और कमर या शरीर का अन्य दर्द दूर होता है।
तिल के लड्डू
तिल के लड्डू सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। तिल में मैग्निनीशियम, कॉपर, आयरन, विटामिन्स, नियासिन, फॉस्फोरस, प्रोटीन व अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं। ये सभी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। साथ ही सर्दी के कारण होने वाले रोगों से व्यक्ति को दूर रखते हैं। तिल के लड्डू बनाने के लिए आपके पास सफेद या काले तिल, गुड़, घी, इलायची पाउडर होना चाहिए।
गोंद के लड्डू
सर्दियों में अन्य लड्डू की तरह ही गोंद के लड्डू भी बेहद ही लाभकारी होते हैं। गोंद के लड्डू में कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम, व अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। मुख्य रूप से ये लड्डू हड्डी के दर्द को दूर करने का काम करता है। इसलिए सर्दियों में हड्डियों की समस्या से बचने के लिए गोंद के लड्डू को खाया जाता है। इसे बनाने के लिए आपके पास आटा, गोंद, गुड़ या चीनी होनी चाहिए। इसके अलावा आप अपनी इच्छा अनुसार ड्राई फ्रूट्स का भी उपयोग कर सकते हैं।
डायबिटीज व अन्य रोगों के मरीजों को मीठा ज्यादा नहीं खाना चाहिए। लड्डू में मिठास के लिए प्राकृतिक रूप से बनाए गए गुड़ का उपयोग करें। साथ ही लड्डूओं को ज्यादा खाने से अन्य तरह की परेशानियां भी हो सकती हैं। इसलिए इसका सेवन कम मात्रा में करें।
Leave A Comment