ठंड में छोटे बच्चों को नहलाते हुए रखें इन बातों का ध्यान, नहीं पड़ेगा बीमार
छोटे बच्चे बेहद नाजुक होते हैं। ऐसे में अगर आप पहली बार मां बनी हैं तो आपके लिए मुश्किलें थोड़ी ज्यादा हो सकती हैं। खासतौर पर तब जब आप बच्चे को पहली बार नहलाने जा रही हों। नवजात शिशु को पहली बार नहलाते समय मां को सभी जरूरी सावधानियां बरतनी होती हैं। लेकिन पहली बार बनी मां को कई बार ये समझ नहीं आता कि वो अपनी नन्हीं सी जान का नहलाते समय किस तरह ख्याल रखें। अगर आप भी इस समस्या से जुझ रही हैं तो आपके लिए लेकर आए हैं ये कुछ टिप्स।
नवजात शिशु को नहलाना कब से शुरू करें?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार जन्म के 24 घंटे बाद नवजात शिशु को नहला देना चाहिए। यदि किसी कारण से पूरा दिन इंतजार न कर पाएं, तो नवजात शिशु को नहलाने के लिए कम से कम छह घंटे का इंतजार जरूर करना चाहिए। वहीं, कुछ संस्थानों का मानना है कि जन्म के बाद शिशु को एक या दो घंटे के भीतर ही नहला देना चाहिए।
नहलाने से पहले करें बच्चे की मालिश-
बच्चे को नहलाने से पहले उसके शरीर की गुनगुने तेल से मालिश करें। ध्यान रखें कि मालिश धूप में ही करें। इसके अलावा मालिश करते समय बच्चे के शरीर पर एक कपड़ा डाल दें ताकि उसे ठंड ना लगे। इसके अलावा बच्चे को हमेशा गुनगुने पानी से ही नहलाएं। बच्चे की मालिश करने के लिए नारियल तेल, सरसों या जैतून तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बच्चे को नहलाते समय उसके साथ करें बातें-
बच्चे को नहलाते समय आप बच्चे से बातें कर सकती है या फिर बच्चे के साथ खेल सकती है, कोइ गाना बच्चे के लिए गुनगुना सकती हैं। इससे बच्चे का धयान नहाने से हटकर आप पर जायेगा। बच्चा आपके साथ खेलेगा और नहाने को एन्जॉय करेगा।
स्पॉन्ज बाथ दें -
शिशु के शुरूआती दिनों में बच्चे को स्पॉन्ज बाथ देना चाहिए। दरअसल, स्पॉन्ज बाथ नवजात शिशु को नहलाने का सबसे सुरक्षित तरीका होता है। आप ऐसा तब तक कर सकते हैं जब तक उनकी गर्भनाल न गिर जाए। गर्भनाल गिरने के बाद आप बच्चे को टब में नहला सकती हैं।
ज्यादा गर्म पानी से ना नहलाएं-
बच्चे को नहलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि पानी बहुत ज्यादा गर्म ना हो। छोटे बच्चे की स्किन बहुत कोमल होती है। तेज गर्म पानी उसकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। पानी को गुनगुना रखें और चेक करके ही बच्चे को नहलाएं।
रोज नहलाने से बचें-
सर्दियों के मौसम में बच्चों को रोज नहलाने से बचें। हफ्ते में दो तीन बार ही बच्चे को नहलाएं। इस बीच बच्चे को गर्म पानी का स्पॉन्ज दे सकते हैं।
तौलिया साथ रखना ना भूलें-
बच्चे को नहलाते समय आप अपने साथ तौलिया रखना ना भूलें। बच्चे को बहुत देर तक ना नहलाएं। नहलाने के तुरंत बाद बच्चे को तौलिए में लपेटकर कमरे का दरवाजा बंद कर दें ताकि बच्चे को हवा ना लगे। इसके बाद बच्चे को पोछकर गर्म कपड़े तुरंत पहना दें।
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