गलत समय पर वॉक करना पड़ सकता है महंगा, जानें वॉक करने का सही समय
वेट लॉस करना हो या जनरल फिटनेस लेवल बढ़ाना हो एक्सरसाइज की शुरूआत वॉकिंग से की जा रही है। सुबह या शाम के समय खुली हवा में वॉक करना आपकी हेल्थ के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। साधारत तरीके से पैदल चलनाया वॉकिंगऔर ब्रिस्क वॉक जैसी एक्सरसाइजेस ना केवल आसान होती हैं बल्कि, यह महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए फायदेमंद होता है। वहीं, सर्दी या गर्मी के मौसम में भी आप बस कुछ बातों का ध्यान रखकर वॉक करने जा सकते हैं। जैसे दिन में किस समय और कितनी देर तक वॉक करनी चाहिए। क्योंकि, गलत समय पर वॉक करने से आपकी हेल्थ को नुकसान हो सकता है। इसीलिए, वॉक करने से पहले इस बात की जानकारी आपको जरूर होनी चाहिए कि आपको कब वॉक करना चाहिए और कब नहीं।
गर्मियों के सीजन में वॉक करने का सही समय क्या है?
इस समय करें मॉर्निंग वॉक
वॉक करने का सबसे ठीक समय है सुबह सूरज उगने के आसपास का समय। सूरज उगने के साथ ही आप टहलने निकल जाएं और सुबह 8 बजे तक वॉक पूरी कर लें। दरअसल, सूरज निकलने से पहले का समय हवा में प्रदूषण का स्तर अधिक होता है। वहीं, सुबह की हल्की धूप में टहलने से आपको तकलीफ भी नहीं होती। इस तरह आप थोड़ी देर धूप में रहकर विटामिन डी भी प्राप्त कर सकते हैं और आपकी हड्डियों को इसका फायदा हो सकता है।
इवनिंग वॉक-
जो लोग सुबह की बजाय शाम को वॉक करना पसंद करते हैं, उन्हें शाम के समय 4 के बाद और 6-8 बजे तक वॉक करने की सलाह दी जाती है। इस समय हवा में ठंडक भी बढ़ने लगती है और प्रदूषण का स्तर भी कम होता है। सबसे खास बात यह भी है कि शाम 4-7 बजे के दौरान शरीर की मांसपेशियां बहुत फ्लेक्सिबल होती हैं। ऐसे में आपके लिए वॉक करना आसान हो सकता है और इससे आपकी हेल्थ को वॉक करने के फायदे भी हो सकते हैं।
सर्दियों में कब करनी चाहिए वॉक
ठंड के दिनों में सवेरे वॉक करना फायदेमंद होता है लेकिन, सूरज उगने से पहले और कोहरे के माहौल में वॉक करने से हेल्थ पर खराब असर पड़ सकता है। सुबह के समय हवा में ठंड होती है और तापमान भी काफी कम होता है। ऐसे में वॉक करते समय आपको सांस लेने से जुड़ी हुई समस्याएं हो सकती है। इसीलिए, सर्दियों में सूरज उगने के बाद ही वॉक करें।
गलत समय पर वॉक करने से हेल्थ को होने वाले नुकसान-
-तड़के सुबह या बहुत जल्दी सुबह (अंधेरे में) वॉक करना हेल्थ के लिए हानिकारक साबित हो सकता है क्योंकि, ऐसे में हवा में प्रदूषण का स्तर अधिक होता है। जिससे अस्थमा, खांसी और जुकाम जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
-ठंडियों में बहुत सुबह वॉक करने से मसल्स में खिंचाव और जॉइंट पेन की समस्या बढ़ सकती है।
-सुबह की ठंडी हवा और प्रदूषण के कारण फेफड़ों पर भी खराब असर पड़ता है जिससे छाती में भारीपन और दर्द जैसी शिकायतें हो सकती हैं।
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