धूप के अलावा ऐसे बढ़ाएं विटामिन डी का लेवल
विटामिन डी एक आवश्यक पोषक तत्व है जिसकी आपके शरीर को कई फंक्शन्स के लिए जरूरत होती है. विटामिन डी मजबूत हड्डियों का निर्माण और रखरखाव शामिल है. शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी ना मिलने पर आपको थकान, कमजोरी और हड्डियों की कमजोरी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. विटामिन डी को अक्सर सनशाइन विटामिन यानी धूप का विटामिन कहा जाता है क्योंकि सूरज का संपर्क इस पोषक तत्व को हासिल करने में सबसे मददगार होता है. दरअसल आपकी त्वचा में एक प्रकार का कंपाउंड होता है जो विटामिन डी के रूप में कार्य करता है. जब यह कंपाउंड सूर्य से यूवी-बी रेडिएशन के संपर्क में आता है तो यह आपके शरीर में विटामिन डी बन जाता है.
त्वचा का रंग करता है प्रभावित
ऐसे लोग जिनकी त्वचा का रंग गहरा होता है, इन लोगों को हल्के रंग की त्वचा वाले लोगों की तुलना में विटामिन डी का उत्पादन करने के लिए धूप में ज्यादा समय बिताने की जरूरत होती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि गहरे रंग की त्वचा में मेलेनिन अधिक होता है. मेलानिन एक कंपाउंड है जो विटामिन डी के उत्पादन को थोड़ा बाधित कर सकता है.
उम्र भी बड़ा फैक्टर
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपकी त्वचा में विटामिन डी का उत्पादन कम और मेटाबॉलिक हेल्थ लो होती जाती है. ऐसे में विटामिन डी के लेवल बनाए रखने के लिए डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.
आप ऐसे इलाकों में रहते हैं जहां साल भर ज्यादा गर्मी रहती है तो सूरज की किरणों के साथ आपके शारीरिक का कनेक्शन ज्यादा रहता है इसलिए आपका शरीर भी साल भर उतना ज्यादा विटामिन डी का उत्पादन कर सकता है.
सनस्क्रीन और कपड़े
कुछ प्रकार के कपड़े, डिजाइन, फैब्रिक और सनस्क्रीन भी विटामिन डी के उत्पादन में बाधा डाल सकते हैं.
विटामिन डी बढ़ाने के लिए क्या खाएं
1-फैटी फिशेस और सी फूड्स विटामिन डी के सबसे समृद्ध नैचुरल सोर्से में से एक है.
वास्तव में साल्मन की करीब 85 ग्राम की खुराक 570 IU तक विटामिन डी प्रदान कर सकती है जो कि किसी स्वस्थ वयस्क के लिए 600 IU के डेली रिक्वायरमेंट के करीब है.
2-मशरूम्स भी विटामिन डी का अच्छा सोर्स हैं और शाकाहारी स्रोत भी है. विटामिन डी की मात्रा मशरूम के प्रकार पर निर्भर करती है.
3-अंडे की जर्दी विटामिन डी का एक और स्रोत है जिसे आप आसानी से अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं. बाकी सोर्सेस की तरह अलग-अलग अंडे की जर्दी में भी विटामिन डी की मात्रा अलग-अलग होती है.
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