क्या होती है लाफ्टर थेरेपी, ये दिमाग और दिल को हेल्दी बनाती है?
क्या आपने कभी नोटिस किया है कि शहरों में कामकाजी लोगों के चेहरों से मुस्कान जैसे गायब होती जा रही है! दिनभर में आप कितने ऐसे लोगों को देखते हैं जिनके चेहरे पर हंसी या मुस्कान रहती है. सड़कों पर चलने या काम पर जाने वाले या फिर काम से लौटकर आने वाले लोगों के चेहरे को देखने से पता चलेगा कि लोगों के जीवन से स्माइल कहीं गायब हो रही है. क्या इसमें लाफ्टर थेरेपी मदद कर सकती है समझेंगे इस आर्टिकल में.
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में तनाव हर किसी की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका है. नौकरी का दबाव, पारिवारिक जिम्मेदारियां और हेल्दी न रहने वाली लाइफस्टाइल का असर सबसे पहले हमारे दिमाग और दिल पर पड़ता है. ऐसे में लोग मेडिटेशन, योग और एक्सरसाइज को अपनाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि सिर्फ़ हँसने से भी दिमाग और दिल दोनों हेल्दी रह सकते हैं?
क्या होती है लाफ्टर थेरेपी है?
गाजियाबाद के जिला अस्पताल में मानसिक रोग विभाग में डॉ. ए. के विश्वकर्मा बताते हैं कि ये एक ऐसा तरीका है जिसमें लोग जोर से हंस-हंसकर तनाव को कम करते हैं. इसे ग्रुप में किया जाता है जिसे हम अक्सर पार्कों या गार्डन में सुबह-सुबह देखते है. यहां लोग जोर जोर से हंसते हैं और अपने तनाव को कम करते हैं. माना जाता है कि खुलकर हंसने से हमारे दिमाग में एंडॉर्फिन हार्मोन रिलीज होते हैं. इस हार्मोन से हमें अच्छा महसूस होता है और तनाव कम रहता है.
लाफ्टर थेरेपी का दिमाग पर असर
हंसने से दिमाग हल्का और फ्रेश रहता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि लाफ्टर थेरेपी करने वाले लोगों में चिंता और डिप्रेशन के लक्षण कम हो जाते हैं.
जब हम हंसते हैं तो हमारे दिमाग में मौजूद स्ट्रेस हार्मोन यानी कॉर्टिसोल का लेवल कम हो जाता है.
लाफ्टर थेरेपी करने से मूड भी बेहतर रहता है और सोच भी पॉजिटिव आती है.
कई स्टडी में यह भी पाया गया है कि लाफ्टर थेरेपी करने वाले बुजुर्गों की मेमोरी और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता भी बेहतर हो जाती है.
लाफ्टर थेरेपी का दिल पर असर
लाफ्टर थेरेपी करने से दिल भी हेल्दी रहता है. जब हम हंसते हैं तो ब्लड वेसल्स फैलती है जिससे खून का सर्कुलेशन बेहतर होता है. जब खून का फ्लो बढ़िया रहता है तो ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है और दिल की धड़कन स्थिर रहती है. डॉक्टरों का कहना है कि खुलकर हंसने से शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और धमनियों में जमी चर्बी का असर कम होता जाता है. इसलिए कहा जाता है दिल खोलकर हंसना चाहिए जिससे दिल की बीमारियां दूर रहती है.
इम्यूनिटी भी होती है मजबूत
लाफ्टर थेरेपी का एक और बड़ा फायदा यह है कि यह हमारी इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है. हंसने के दौरान शरीर में बनने वाले पॉज़िटिव हार्मोन इम्यून कोशिकाओं को सक्रिय करते हैं, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है.
लाफ्टर थेरेपी सोशल कनेक्शन भी बेहतर
लाफ्टर थेरेपी अक्सर ग्रुप में की जाती है. इसमें लोग मिलकर हँसते हैं, एक्टिविटी करते हैं और बातचीत करते हैं. इससे लोगों के बीच सामाजिक जुड़ाव बढ़ता है. जो लोग अकेलापन महसूस करते हैं या डिप्रेशन में होते हैं, उनके लिए यह थेरेपी बहुत कारगर मानी जाती है.
क्या हर किसी के लिए सुरक्षित है?
लाफ्टर थेरेपी वैसे तो कोई भी ले सकता है. ज्यादातर से फायदेमंद ही होती है. हालांकि जान लोगों को दिल से जुड़ी कोई गंभीर बीमारी पहले से है उनको डॉक्टर से सलाह लेकर ही लाफ्टर थेरेपी में शामिल होना चाहिए. बाकि लोग इसे आराम से रोजाना कर सकता है. घर, पड़ोस या काम की जगहों, दफ्तरों में भी लोग लाफ्टर थेरेपी करने के लिए अलग से समय निर्धारित करने लगे हैं.
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