क्या विटामिन D की कमी से घुटनों में दर्द होता है?
आज की लाइफस्टाइल में घुटनों का दर्द एक बेहद आम समस्या बन चुकी है। यह सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं और यहां तक कि किशोरों में भी देखने को मिल रही है। लंबे समय तक बैठे रहना, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, मोटापा और आर्थराइटिस इसके प्रमुख कारण माने जाते हैं। विटामिन D को 'सनशाइन विटामिन' कहा जाता है क्योंकि इसका प्रमुख सोर्स सूरज की रोशनी है। यह शरीर को कैल्शियम अवशोषित करने में मदद करता है, जिससे हड्डियां मजबूत रहती हैं। अगर शरीर में विटामिन D की कमी हो जाए तो हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और सबसे पहले असर घुटनों जैसे भार सहने वाले जोड़ों पर पड़ता है।
क्या विटामिन D की कमी से घुटनों में दर्द होता है?
विटामिन D शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को कंट्रोल करता है। पर्याप्त कैल्शियम न मिलने पर हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। जब हड्डियां कमजोर होती हैं तो सबसे पहले असर घुटनों जैसे भार सहने वाले जोड़ों पर पड़ता है। यही वजह है कि विटामिन D की कमी से घुटनों में दर्द और जकड़न महसूस हो सकती है।
घुटने केवल हड्डियों से नहीं बने होते, बल्कि मांसपेशियां, लिगामेंट और टेंडन भी उन्हें सपोर्ट करते हैं। विटामिन D की कमी मांसपेशियों को कमजोर बना सकती है, जिससे घुटनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और दर्द शुरू हो जाता है।
विटामिन D की कमी से मांसपेशियों की रिकवरी भी धीमी हो जाती है।
जिन लोगों में विटामिन D का लेवल कम होता है, उनमें ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) होने का खतरा ज्यादा रहता है। आर्थराइटिस में घुटनों के जोड़ों में सूजन और घिसाव होता है, जिससे दर्द बढ़ जाता है। पर्याप्त विटामिन D लेने से इस खतरे को कम किया जा सकता है।
विटामिन D के लक्षण कैसे पहचानें?
विटामिन D की कमी हमेशा तुरंत नजर नहीं आती। इसके शुरुआती लक्षण थकान, हड्डियों में हल्का दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और बार-बार घुटनों में अकड़न हो सकते हैं। लंबे समय तक इसकी कमी रहने पर हड्डियां भुरभुरी होने लगती हैं और फ्रैक्चर का खतरा भी बढ़ सकता है।
डॉक्टर की सलाह
घुटनों के दर्द को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर यह दर्द लंबे समय तक बना रहे तो डॉक्टर की सलाह अनुसार ब्लड टेस्ट जरूर कराना चाहिए। अक्सर पाया जाता है कि विटामिन D की कमी ही दर्द की मुख्य वजह होती है और सही डाइट व सप्लीमेंट से इसमें राहत मिल सकती है।
बचाव और उपाय
-रोजाना सुबह की हल्की धूप में 15-20 मिनट तक रहना शरीर में विटामिन D बनाने का नेचुरल तरीका है।
-दूध, अंडे की जर्दी, फिश और मशरूम विटामिन D के अच्छे सोर्स हैं।
-गंभीर कमी होने पर डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लेना जरूरी हो सकता है।
-नियमित वॉक, योग और स्ट्रेंथ एक्सरसाइज से हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
निष्कर्ष
विटामिन D की कमी को अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह घुटनों के दर्द और हड्डियों की कमजोरियों की बड़ी वजह बन सकती है। समय पर जांच, बैलेंस डाइट, धूप और एक्सरसाइज से न केवल इस कमी को पूरा किया जा सकता है बल्कि घुटनों के दर्द से भी बचाव संभव है।







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