फेफड़ों के लिए फायदेमंद होते हैं पीपल के पत्ते... जाने इसके चमत्कारिक फायदे
पीपल के वृक्ष को कल्पवृक्ष भी कहा जाता है। हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत महत्व होता है। इसका महत्व धर्म के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी कई तरह से फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं पीपल के पत्तों के फायदों के बारे में...
पीपल के पत्ते में पाए जाने वाले तत्व
आयुर्वेदाचार्यों का कहना है कि प्रतिदिन दो पीपल के पत्ते का सेवन करने से ऑक्सीजन का लेवल बढ़ सकता है। इसके लिए आपको रोजाना पीपल के दो पत्ते को चबाकर सेवन करना होगा। पीपल में मॉइस्चर कंटेंट, कार्बोहायड्रेट, प्रोटीन, फैट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, कॉपर और मैग्नीशियम के तत्व मौजूद होते हैं।
फेफड़ों के लिए भी होता है फायदेमंद
फेफड़ों के रास्ते में सूजन और कसाव उत्पन्न होना, गले में घरघराहट, सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकडऩ के साथ खांसी आने पर पीपल के पत्ते का सेवन किया जा सकता है। पीपल के पत्ते के अर्क में ऐसे विशेष गुण पाए जाते हैं, जो ब्रोंकोस्पास्म पर प्रभावी असर दिखा सकता है। सांस के रोगियों को हर रोज पीपल के दो हरे पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके इस्तेमाल से आराम मिलता है।
इम्यूनिटी को बनाता है मजबूत
पीपल का पत्ता रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच हर व्यक्ति को रोग प्रतिरोधक क्षमता को पहले से ही इतनी मजबूत कर लेनी चाहिए कि संक्रमण हावी न हो सके. इसके लिए आप पीपल के पत्ते के साथ गिलोय के तने का मिश्रण तैयार कर लें. इस मिश्रण का सेवन दिन में चार बार करे. ऐसा निरंतर करते रहने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है.
लीवर के लिए है फायदेमंद
ज्यादा शराब का सेवन करने से इसका लीवर पर खराब असर पड़ता है। ऐसे में लीवर को स्वस्थ रखने के लिए पीपल के पत्ते का सेवन किया जा सकता है। पीपल में लीवर को डैमेज होने से बचाने वाली एक क्रिया पाई जाती है। इसके अर्क का उपयोग करने से लीवर को खराब होने से बचाया जा सकता है। इस लिए लीवर के रोगियों को प्रतिदिन सुबह में पीपल के दो पत्तों का सेवन करना चाहिए।
कफ से दिलाता है निजात
अगर कफ की समस्या से परेशान हैं, तो पीपल का पत्ता बढिय़ा विकल्प हो सकता है। पीपल की पत्ती में थेरेपेटिक तत्व पाए जाते हैं। जिसका उपयोग करने से कफ में आराम मिल सकता है। पीपल के पत्ते को जूस के रूप में इस्तेमाल करने से कफ की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही पीपल के पत्ते को सुखाकर घी के साथ भी उपयोग किया जा सकता है।
(नोट- ये उपाय केवल एक जानकारी है। ये उपाय कितने कारगर हैं, इसका दावा हम नहीं करते हैं। इसलिए कोई भी उपाय अपनाने से पहले किसी योग्य चिकित्सक की सलाह अवश्य ले लें।)
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