नौकासन के अनेक फायदे
योग का जीवन में अति विशेष महत्व है. योग करने से न केवल हम स्वस्थ रहते हैं, बल्कि हमारा मन-मस्तिष्क भी एकाग्रचित रहता है, जिससे हम तनाव और अनेकों बीमारियों से दूर रहते हैं. वैसे तो योग के अनेक आसन हैं, जिनके अपने-अपने फायदे हैं, लेकिन आज हम आपको जिस आसन के बारे में बता रहे हैं वो है नौकासन. नौकासन दिखने में बेहद आसान है पर इस आसन में एक जैसे बने रहना इतना आसान नहीं, हालांकि नियमित अभ्यास से कुछ ही दिनों में यह संभव हो सकता है.
क्या है नौकासन
नौकासन का अर्थ उसके नाम से ही समझ आ जाता है. इस आसन में शरीर की मुद्रा नाव के समान बनती है इसलिए इसे नौकासन कहते हैं. अंग्रेजी में इसे बोट पोज भी कहा जाता है.
कैसे करें नौकासन
नौकासन करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल पर लेटें.
दोनों पैरों को एकसाथ जोड़कर रखें एवं हाथों को भी शरीर के पास ही रखें
लंबी गहरी सांस लें और सांस को छोड़ते हुए हाथ, पैर, छाती, सिर आदि को उठाएं
हाथ और पैर एकदम सीधे रखें और घुटनों को न मोड़ें
पैरों को उतना उठाएं कि जबतक पेट में खिंचाव न महसूस होने लगे
शरीर के पूरे वजन को नितंब पर संतुलित करने का प्रयास करें
नौकासन के लाभ
नौकासन करने से पीठ, पैर, कमर और पेट की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं.
प्रतिदिन इसका अभ्यास करने से पेट की अतिरिक्त चर्बी गायब होने लगती है. पेट के साथ ही कमर का मोटापा भी कम हो जाता है.
मेरूदंड को मजबूत करने के लिए भी नौकासन करना चाहिए. इससे कमर दर्द में भी आराम मिलता है.
जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है, उन्हें भी नौकासन करने से बहुत फायदा पहुंचता है.
इस योग को करने से पेट संबंधी विकार जैसे एसिडिटी, अपच दूर होती है.
सावधानियां
गर्भावस्था और मासिक धर्म में इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए
यदि पेट से जुड़े कोई ऑपरेशन को ज्यादा समय नहीं हुआ है तो नौकासन न करें
अस्थमा और दिल के मरीजों को भी इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए
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