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घर में छिपकली के कारण फैल सकती हैं कई बीमारियां, जानें  छिपकली  को भगाने के 5 आसान तरीके
 अगर आपके घर में छिपकलीयां ज्यादा संख्या मौजूद रहती हंै तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है।  इस लेख में हम छिपकली के कारण होने वाली बीमारी और उसको भगाने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
छिपकली को कमरे से भगाने के उपाय 
1. काली मिर्च पाउडर 
छिपकली से बचने के लिए आपको काली मिर्च का इस्तेमाल करना चाहिए। काली मिर्च के इस्तेमाल से छिपकली  कमरे से निकल जाती हैं। काली मिर्च के पाउडर को आप घर की दीवारों पर छिड़क दें, इससे छिपकली  कमरे से निकल जाएगी। आप काली मिर्च के पाउडर में पानी मिलाकर उसे स्प्रे बॉटल में डालें और दीवार या जहां छिपकली आती है वहां छिड़क दें । 
 2. अंडे का छिलका 
छिपकली  को भगाने के लिए आप अंडे के छिलके का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए खाली अंडे के छिलके को छिपकली आने की जगह पर टांग कर रखे दें। 
3. लहसुन
 आप छिपकली को भगाने के लिए लहसुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। लहसुन की गंध  से कीड़े-छिपकली भाग जाते हैं।  आप खिड़की और दरवाज पर या फिर जहां से छिपकली  के आने की गुंजाइस रहती है,  लहसुन की कलियां रख दें।
 4. मोर पंख 
छिपकली को भगाने के लिए आप मोरपंख का इस्तेमाल कर सकते हैं।  इसका कोई वैज्ञानिक तथ्य मौजूद नहीं है पर घरेलू नुस्खों के आधार पर आप इस तरीके को ट्राय कर सकते हैं। आपको मोर पंख को कमरे के एक कोने में बांधकर रखना है या चारों कोनों में रख सकते हैं या जिस जगह छिपकली आती-जाती हो, लोगों का मानना है कि इससे छिपकली  नहीं आती है। .
 5. लाल मिर्च पाउडर 
 छिपकली  के आने-जाने वाली जगह पर लाल मिर्र्च का पाउडर रख दें। छिपकली नहीं आएगी। 
छिपकली से होने वाली बीमारियां
छिपकली  की लार के संपर्क में आने से फूड प्वाइजनिंग का खतरा हो सकता है। छिपकली की लार और मल में सल्मोनेला नाम का बैक्टीरिया मौजूद होता है जिसस फूड प्वाइजनिंग हो सकती है।  इसके अलावा पेट में दर्द, सिर दर्द, उल्टी आना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। छिपकली की लार के संपर्क में आने से आपको रैशेज, खुजली, रेडनेस जैसी समस्या हो सकती है। वहीं इनके काटने से होने वाले घाव में इंफेक्शन का डर भी रहता है। इसलिए यदि हमारे बुजुर्ग शरीर में छिपकली गिरने पर तुरंत नहाने की सलाह देते हैं। 
 मार्केट में छिपकली भगाने के लिए कई कैमिकल युक्त विषैले प्रोडक्ट मौजूद हैं, जिससे छिपकली मर तो जाती हैं लेकिन मरी हुईं छिपकलियों को खोजना और बाहर फेंकना मुश्किल हो जाता है। साथ ही ये विषैले प्रोडक्ट घर में बच्चों के लिए भी हानिकारक हो सकते हैं, इसलिए इन्हेें इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। 
 

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