प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति से मुलाकात की; द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा
वियना. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यहां ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन से मुलाकात की तथा दोनों नेताओं ने पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन से निपटने समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी ने बैठक के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई और भारत-ऑस्ट्रिया सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई।'' प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-ऑस्ट्रिया संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु परिवर्तन पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।'' राष्ट्रपति वान डेर बेलेन ने ऑस्ट्रिया की यात्रा के लिए मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक मित्रता और मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं, विशेषकर आर्थिक क्षेत्र में। उन्होंने ‘एक्स' पर कई पोस्ट में कहा, ‘‘अब हम इनका और विस्तार करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश और वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में भारत जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने वर्तमान भू-राजनीतिक चुनौतियों, विशेषकर यूक्रेन संघर्ष पर भी चर्चा की और वे इस बात पर सहमत हुए कि वे शांति बहाल करने के प्रयासों का समर्थन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक के बाद मंगलवार रात मॉस्को से वियना पहुंचे। विगत 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की यह पहली यात्रा है। मोदी ने कहा, ‘‘चांसलर कार्ल नेहमर के साथ शानदार बैठक हुई। ऑस्ट्रिया की यह यात्रा बहुत विशेष है क्योंकि कई दशकों के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस अद्भुत देश की यात्रा कर रहा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र और कानून का शासन जैसे कई साझा मूल्य हैं जो हमें जोड़ते हैं। इन साझा मूल्यों के अनुरूप चांसलर कार्ल नेहमर तथा मैंने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-ऑस्ट्रिया मैत्री को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।'' मोदी ने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘हमारी बातचीत में स्वाभाविक रूप से मजबूत आर्थिक संबंधों की बात उठी, लेकिन हम अपनी मित्रता को केवल इसी पहलू तक सीमित नहीं रखना चाहते। हम बुनियादी ढांचे के विकास, नवाचार, जल संसाधन, एआई, जलवायु परिवर्तन आदि क्षेत्रों में अपार संभावनाएं देखते हैं।'' प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के कारोबारी नेताओं से भी बातचीत की और ऑस्ट्रियाई कंपनियों को भारत में बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, उभरती प्रौद्योगिकियों तथा अन्य क्षेत्रों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।



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