सिक्किम में एसडीएफ के 10 विधायक भाजपा में शामिल
गंगटोक/नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी को सिक्किम में एक बड़ी सफलता मिली है। विधानसभा में इस राय से एक भी सीट नहीं जीतने वाली भाजपा के अब वहां पर 10 विधायक हो गए हैं। दरअसल सिक्किम की प्रमुख पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के 10 विधायकों ने मंगलवार को राजधानी नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली है। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव राम माधव की मौजूदगी में इन विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया। इनमे पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग सहित 4 अन्य विधायकों को छोड़कर एसडीएफ के बाकी सभी विधायक शामिल हैं। पवन कुमार चामलिंग इस राÓय से 5 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने सिक्किम पर 25 सालों तक शासन किया था। पार्टी में अभी कुल 15 विधायक थे। वर्ष 199& में पवन चामलिंग ने एसडीएफ का गठन किया था। पार्टी ने 1994, 1999, 2004, 2009, 2014 के विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। हालांकि इस साल हुए विधानसभा चुनाव में एसडीएफ को अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखने में सफल नहीं हो पाई। एसडीएफ से बगावत कर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) बनाने वाले प्रेम कुमार तमांग ने एसडीएफ के 25 साल के राज को समाप्त करते हुए प्रदेश में सरकार बनाई। &2 सीटों वाले सिक्किम विधानसभा में एसडीएफ को 15 सीटें मिलीं, जबकि सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 17 सीटें हासिल कर सरकार बनाने में सफल हो गया। प्रेम तमांग के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ। सिक्किम की एकमात्र लोकसभा सीट पर भी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा -एसकेएम का ही कब्जा है।
गौरतलब है कि वर्ष 2016 में असम में पहली बार सरकार बनाने के बाद भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए ने नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस का गठन किया था। सिक्किम सहित अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, असम के मुख्यमंत्री इस गठबंधन का हिस्सा बने थे।
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