आईआईटी-मद्रास संकाय सदस्यों ने 1400 करोड़ रू कीमत के 94 स्टार्ट-अप की स्थापना की
नयी दिल्ली। कचरे से कच्चा तेल बनाने और प्रभावी जल परिवहन समाधान जैसे कुल 94 ऐसे 'स्टार्ट-अप' (कंपनी) हैं, जिनकी स्थापना आईआईटी (भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान) मद्रास के संकाय सदस्यों ने की है और आज की तारीख में इनका संयुक्त मूल्यांकन 1,400 करोड़ रुपये से अधिक है। अधिकारियों के मुताबिक, आईआईटी संकाय सदस्यों ने पिछले एक दशक में 240 स्टार्ट-अप कंपनियों की स्थापना की या उन्हें स्थापित करने में सलाहकार की अहम भूमिका निभायी और आज इन कंपिनयों का संयुक्त मूल्यांकन 11,500 करोड़ रुपये को पार कर चुका है। आईआईटी मद्रास के संकाय सदस्यों द्वारा इस साल अक्टूबर तक प्रत्यक्ष तौर पर स्थापित की गई कंपनियों की संख्या 94 रही। इनका संयुक्त मूल्यांकन 1,400 करोड़ रुपये के पार है जिनमें 'एंजेल इन्वेस्टर्स' और 'वेंचर कैपिटल फर्म' जैसी कंपनियों से कोष जुटाया गया है। ''आईआईटी मद्रास इन्क्यूबेशन सेल'' (आईआईटीएमआईसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, संस्थान के विभिन्न विभागों के करीब 77 संकाय सदस्य इन कंपनियों को खड़ा करने में शामिल रहे। आईआईटीएमआईसी के मुताबिक, इन्ही स्टार्ट-अप कंपनियों में से एक का लक्ष्य नए तरह का विमान बनाने का है, जिसे ''हाइब्रिड एरियल व्हीकल'' के नाम से जाना जाएगा और ये विमान लंबी दूरी की यात्रा और माल ढोने दोनों के ही काम आएगा। ये विमान एक प्रकार की ''एयर टैक्सी'' की तरह काम करेगा। इसी तरह, एक अन्य स्टार्ट-अप सूक्ष्म और नैनो-उपग्रहों को अंतरिक्ष की कक्षा में भेजने के लिए मिनी लॉन्च वाहन बनाने पर काम कर रहा है। वहीं, अन्य स्टार्ट-अप का लक्ष्य विकेंद्रीकृत बिजली उत्पादन के लिए लघु गैस टरबाइन तैयार करने का है जबकि एक अन्य का लक्ष्य किसी भी तरह के कचरे से कच्चा तेल तैयार करने का है। आईआईटीएमआईसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी तमस्वती घोष ने कहा, '' कई संकाय सदस्य संस्थापक अथवा सलाहकार के तौर पर, एक या उससे अधिक स्टार्ट-अप में शामिल हैं।
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