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- -आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर मनाया गया संविधान हत्या दिवस-मीसाबंदियों को किया गया सम्मानितमहासमुंद / वर्ष 1975 में आज ही के दिन तत्कालीन सरकार द्वारा सम्पूर्ण देश में आपातकाल लगाया गया था। इसके 50 वर्ष पूर्ण होने पर आज ‘संविधान हत्या दिवस’ के तौर पर मनाया गया। इस दौरान जिले के मीसा बंदियों के परिजनों को सम्मानित किया गया, साथ ही आपातकाल पर परिचर्चा की गई। इस अवसर पर छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम से 1975 के आपातकाल के दौर को रेखांकित किया गया। छत्तीसगढ़ हायर सेकेण्डरी स्कूल महासमुंद में आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर सांसद महासमुंद लोकसभा क्षेत्र श्रीमती रूपकुमारी चौधरी उपस्थित थे। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ बीज निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर, पूर्व राज्यमंत्री श्री पूनम चंद्राकर, श्री प्रदीप चंद्राकर, नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी, मीसाबंदी श्री मोहन चोपड़ा, श्री मणिलाल चंद्राकर एवं श्रीमती उर्मिला अमृत साहू उपस्थित थे।जिला पंचायत के सभाकक्ष में आज दोपहर 12.00 बजे छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जहां सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। द्वितीय सत्र में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव आपातकाल पर आयोजित परिचर्चा में मुख्य अतिथि के आसंदी से उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान हत्या दिवस के इस अवसर पर हम सभी एकत्र हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस बात को समझने कि आवश्यकता है कि आपातकाल क्यों लगाया गया। उस समय महंगाई और अराजकता चरम पर थी, जनता के मन में असंतोष था। इसी असंतोष को दबाने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा आपातकाल लगा दिया गया। ये दिवस जब हम मना रहे हैं ये इस बात को बताता है कि हम सभी मीसा बंदियों के दर्द को समझते हैं जिन्हें बेवजह जेल में डाल दिया गया। एक तरफ़ संविधान की हत्या की गई और दूसरी ओर संविधान निर्माता का लगातार अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि देश से बड़ा कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि जो राष्ट्र की भावना को मानते हैं, समझते हैं उन्हें आपातकाल जैसी मानसिकता के खिलाफ खड़ा होना होगा, इसी में इस देश की बेहतरी है।उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, जहां संविधान सर्वोपरि है। उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 1975 में तत्कालीन सरकार द्वारा देशवासियों पर अचानक थोपे गए आपातकाल के काले सच की सभी को जानकारी होना बेहद जरूरी है। 25 जून वह दिन है, जब लोकतंत्र के मूल्यों की हत्या हुई थी। सत्ता के लालच में नियम व कानून को ताक पर रखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए तत्कालीन सरकार ने पूरे देश में इमरजेंसी लगा दी।विशिष्ट अतिथि सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने आपातकाल के समय की परिस्थितियों का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा की तब सत्ताधीशों ने अपनी सत्ता के लालच में संविधान की हत्या की जिसके बारे में लोगों को जानना जरूरी है। उन्होंने कहा की आपातकाल के बारे में जानना इसलिए भी जरूरी है क्यूंकि संविधान के स्तंभ कोर्ट और मीडिया तक को सेंसर कर दिया गया। इसलिए यह हमारे इतिहास के लिए एक काले अध्याय की तरह था। इन्होंने संविधान के रक्षक बनने के बजाय भक्षक बनने का काम किया।वहीं स्काउट गाइड के जिलाध्यक्ष श्री येतराम साहू ने आपातकाल के इतिहास को बताया साथ ही मीसा बंदियों के दर्द और यातना का जिक्र करते हुए उस काले अध्याय को दर्दनाक घटना बताया। इस अवसर पर मीसाबंदी श्री मणिलाल चंद्राकर ने उस वक्त की हालातो का जिक्र करते हुए कहा कि पूरे देश में विपक्ष के सभी नेताओं को जेल की सलाखों में डाल दिया गया। कुर्सी की रक्षा के लिए पूरे देश में आपातकाल लगाया। उन्होंने बताया कि वे बिना बताए घर से निकल गए और आपातकाल के ख़लिफ़ रायपुर में नारेबाजी की और अगले दिन गिरफ़्तार कर जेल में डाल दिया गया।
- -आवेदनकर्ता को निर्धारित समय सीमा में सूचना उपलब्ध कराए: राज्य सूचना आयुक्त श्री चंद्रवंशीरायपुर / राज्य सूचना आयोग द्वारा आज रेडक्रॉस सभागृह में सुचना का अधिकार पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें जन सुचना अधिकारी एवं प्रथम अपीलीय अधिकारी शामिल हुए इस अवसर पर राज्य सूचना आयुक्त श्री आलोक चंद्रवंशी ने सम्बोधित करते हुए कहा की सूचना का अधिकार से जुड़े अधिकारियो को इसके अधिनियमों की अच्छी तरह जानकारी होनी चाहिए। आवेदनकर्ता को प्रावधानों के तहत निर्धारित समय सीमा में सुचना उपलब्ध कराए। कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने कहा की सुचना का अधिकार के संबधित बुकलेट का अच्छी तरह अध्यन करें यदि कोई आवेदनकर्ता है उसे नियमो के तहत सुचना प्रदान करें। इस अवसर पर समस्त जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
- -योजनाओं को जनता से जोड़ना हमारा दायित्व : सांसद श्रीमती चौधरी-केंद्र प्रायोजित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा, पारदर्शिता पर जोर-सभी विभाग विकास कार्यों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से करें पूर्णमहासमुंद / जिला विकास समन्वय एवं मूल्यांकन समिति (दिशा) की बैठक आज जिला पंचायत महासमुंद के सभा कक्ष में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता महासमुंद लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने की। बैठक में जिले में संचालित केंद्र प्रायोजित योजनाओं की प्रगति, उनके क्रियान्वयन की स्थिति एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की व्यापक समीक्षा की गई। सांसद श्रीमती चौधरी ने विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत प्रगति प्रतिवेदनों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि विकास कार्यों को गुणवत्ता, पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ पूरा किया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिए कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोगरा पटेल, जनपद प्रतिनिधि, सदस्य, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, वन मंडलाधिकारी श्री मयंक पांडेय, सीईओ जिला पंचायत श्री एस. आलोक सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।बैठक में सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि हम सभी का मुख्य उद्देश्य यह होना चाहिए कि अधिक से अधिक नागरिकों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को पहुंचाए ताकि अधिकतम लाभ प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि विकास कार्य केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित न रहें, बल्कि दूरस्थ ग्रामीण एवं वनांचल क्षेत्रों तक भी इसकी पहुंच सुनिश्चित होनी चाहिए। सांसद ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर समग्र विकास के लिए निरंतर प्रयासरत हैं और अनेक योजनाएं चल रही हैं, लेकिन इनका उद्देश्य तभी पूरा होगा जब जनप्रतिनिधि और अधिकारी मिलकर इन्हें धरातल पर उतारें। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनप्रतिनिधियों को आम जनता तक योजनाओं की जानकारी पहुँचाने के साथ-साथ पात्र लोगों को इनका लाभ दिलाने के लिए व्यक्तिगत रूप से पहल करनी चाहिए। सांसद ने ग्रामीण विकास, पंचायती राज, पशुपालन, महिला एवं बाल विकास, पेयजल आदि की विस्तृत समीक्षा की।दिशा समिति की अध्यक्ष के रूप में सांसद श्रीमती चौधरी ने जिले में संचालित केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए। योजनाओं की समीक्षा में कृषि विभाग अंतर्गत खाद बीज की समीक्षा, उपलब्धता और वितरण की समीक्षा की गई। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र की योजनाओं को जनप्रतिनिधि को अवगत कराने तथा व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए गए। जल संवर्धन के लिए मनरेगा अंतर्गत तालाब कुंआ आदि के निर्माण के लिए प्रस्ताव देने के निर्देश दिए गए। बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल योजना में किसी तरह की कमीशन नहीं चलेगी। ऐसे लोगों के विरुद्ध एफ आई आर करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उन्होंने कहा कि शासन की किसी भी योजना में किसी भी नागरिक, हितग्राही को अतिरिक्त राशि देने की आवश्यकता नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना के संबंध में जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि पुराने स्वीकृत आवास अंतर्गत 70 हजार 400 आवास पूर्ण हो चुके हैं। जबकि नए स्वीकृत आवास में 14 हजार 300 आवास पूर्ण हो चुके है। पीएम जनमन योजना अंतर्गत 380 आवास पूर्ण हो गए हैं। बैठक में महिला बाल विकास अंतर्गत स्पांसरशिप प्रोग्राम के लिए ऐसे बच्चों को लाभ दिलाने कहा गया जिनके मां बाप दोनों नहीं है। जिले में अभी तक 157 बच्चों को लाभ मिल रहा है। इसी तरह अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की गई।सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट लगाने की अपीलइस दौरान जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष सिंह ने जिले में इस वर्ष हुए विभिन्न दुर्घटनाओं का ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 में अभी तक 184 लोग दुर्घटना के शिकार हुए हैं। इसमें से 89 लोग बिना हेलमेट के वाहन चला रहे थे। उन्होंने अपील किया कि सड़क दुर्घटना से बचने के लिए दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का एवं चार पहिया में सीट बेल्ट का प्रयोग अनिवार्य रूप से करें। सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने भी अपील की है कि वाहन चलाते समय नशा न करें साथ ही हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग करें।
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महासमुंद / आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज जिला पंचायत में आयोजित ‘आपातकाल स्मृति दिवस’ कार्यक्रम में महासमुंद लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने लोकतंत्र सेनानियों (मीसा बंदियों) और उनके परिजनों को सम्मानित कर उनके योगदान को नमन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य आपातकाल के विरुद्ध संघर्ष करने वाले योद्धाओं की स्मृति को जीवित रखना एवं नई पीढ़ी को उनके योगदान से परिचित कराना था।
कार्यक्रम में सांसद श्रीमती चौधरी ने लोकतंत्र सेनानी श्री मनीलाल चंद्राकर, स्वर्गीय श्री अब्दुल कददुस की धर्मपत्नी श्रीमती फरीदा खैरानी तथा स्वर्गीय श्री अमृत लाल साहू की पत्नी श्रीमती उर्मिला साहू को शॉल, श्रीफल एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “आपातकाल के समय जिन लोगों ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए अत्याचार सहे, वे आज के भारत के सच्चे रक्षक हैं। उनका यह बलिदान हमें हमेशा संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रेरित करता रहेगा। “कार्यक्रम में कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक, डीएफओ श्री मयंक पांडेय, जनप्रतिनिधिगण एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान उपस्थित जनों ने लोकतंत्र के संघर्ष की स्मृतियों को साझा किया। - -सांसद रूपकुमारी चौधरी ने किया अवलोकनमहासमुंद / आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर ’आपातकाल स्मृति दिवस’ (संविधान हत्या दिवस) के तहत छाया चित्र प्रदर्शनी का आयोजन आज महासमुंद जिला पंचायत परिसर में किया गया। इस अवसर पर आयोजित छायाचित्र प्रदर्शनी में आपातकाल कालखंड के महत्वपूर्ण घटनाक्रमों, जन आंदोलनों, सेंसरशिप, और लोकतंत्र की रक्षा के लिए किए गए संघर्षों को दर्शाया गया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से महासमुंद लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी उपस्थित रहीं। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का एक काला अध्याय था, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह दिवस हमें लोकतांत्रिक मूल्यों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की महत्ता का पुनः स्मरण कराता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे संविधान की रक्षा और लोकतंत्र की मजबूती के लिए सदैव सजग रहें।इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोगरा पटेल, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, डीएफओ श्री मयंक पांडेय, जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक, अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू, जनप्रतिनिधिगण, जिला स्तरीय अधिकारीगण, कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम से उस कालखंड की घटनाओं को गंभीरता से देखा और लोकतंत्र की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
- रायपुर। संस्कृति विभाग द्वारा राज्य के अर्थाभावग्रस्त होनहार कलाकारों-छात्रों से अर्थाभावग्रस्त होनहार कलाकार छात्रवृत्ति प्रोत्साहन के लिए आवेदन डाक के माध्यम से आमंत्रित की गई है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 अगस्त 2025 निर्धारित है।गौरतलब है कि राज्य शासन द्वारा प्रदेश के होनहार किन्तु अर्थाभावग्रस्त युवा कलाकारों को उच्च प्रशिक्षण, शिक्षा के लिए ऐसे छात्र-छात्राएं जो संगीत, नृत्य, प्रदर्शनकारी कला विधा में शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्था में अध्ययनरत, गुरूशिष्य परंपरा के तहत पारंपरिक लोक कलाएं सीखने वाले बच्चों तथा बच्चों को संस्कृति विभाग द्वारा महत्वपूर्ण विधा के अनुरूप मासिक छात्रवृत्ति प्रोत्साहन प्रदान करने के उद्देश्य से ‘अर्थाभावग्रस्त होनहार’ युवा कलाकारों, छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना स्थापित किया गया है।प्रदर्शनकारी कला/विधा एवं उप विधाओं में छत्तीसगढ़ के लोक/पारंपरिक जनजातीय कलाएं (छत्तीसगढ़ की समस्त पारंपरिक जनजातीय और लोक नाट्य, नृत्य, गीत-संगीत, खेल, चंदैनी, भरथरी, गोपी-चंदा, पंडवानी, घोटुलपाटा, धनकुल, जगार तथा छत्तीसगढ़ की अन्य पारंपरिक लोक जनजातीय गाथाएं, वाद्य, पाक कला, सौन्दर्यकला, गायन, वादन आदि), शास्त्रीय संगीत (हिन्दुस्तानी एवं कर्नाटिक गायन-वादन), शास्त्रीय नृत्य तथा नृत्य संगीत (भरत नाट्यम, कत्थक, कुचिपुड़ी, मोहनी अट्टम, ओडिशी, मनिपुरी, कथककली, ओडिशी नृत्य और संगीत), रंग मंच (हिन्दी और छत्तीसगढ़ी नाट्य मंचन, नाचा, भतरा नाट्य तथा अन्य लोक जनजातीय नाट्य विधा सहित), दृश्य कला (ग्राफिक्स, मूर्तिकला, पेंटिंग, फोटोग्राफी, मृदभांड तथा मृणकला, छत्तीसगढ़ के विविध लोक जनजातीय परंपराओं के चित्रांकन की विधा) और सुगम शास्त्रीय संगीत (ठुमरी, दादरा, टप्पा आदि कव्वाली, गजल) शामिल हैं।आवेदन के लिए पात्रता एवं सामान्य शर्तें निर्धारित की गई है। इसके तहत छत्तीसगढ़ के वास्तविक निवासी हो, आवेदक की आयु 15 वर्ष से कम तथा 30 वर्ष से अधिक न हो, आवेदक अथवा उनके परिवार की वार्षिक आय 72000 रूपए से अधिक न हो, संस्कृति विभाग के चिन्हारी पोर्टल में पंजीयन अनिवार्य रूप से किया गया हो। इन आवेदकों को विभाग द्वारा निर्धारित वार्षिक प्रोत्साहन राशि न्यूनतम पांच हजार रूपए से अधिकतम दस हजार रूपए होगी। प्रोत्साहन की राशि डिमांड ड्राफ अथवा ई-पेमेंट के माध्यम से देय होगा। प्रोत्साहन योजना से संबंधित जानकारी विभागीय वेबसाईटhttp://www.cgculture.in/पर भी देखी जा सकती है।
- रायपुर। जिला बालोद के डौण्डी विकासखंड स्थित शासकीय प्राथमिक शाला चिपरा के प्रधानपाठक श्री सरजूराम ठाकुर को विद्यालय में मदिरा पान करते पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी.सी. मरकले द्वारा की गई।श्री मरकले ने बताया कि 24 जून को प्रधानपाठक श्री ठाकुर को विद्यालय के अपने कक्ष में मदिरा पीते हुए पाया गया। इस कृत्य से न केवल विभाग की गरिमा को ठेस पहुंची है, बल्कि उनका यह कृत्य शिक्षक जैसे मर्यादित पद की गंभीर अवहेलना भी है।विकासखंड शिक्षा अधिकारी, डौण्डी द्वारा इस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी। जांच उपरांत यह स्पष्ट हुआ कि प्रधानपाठक का व्यवहार छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के उपनियम (1), (2), (3) का स्पष्ट उल्लंघन है और इसे गंभीर कदाचार की श्रेणी में रखा गया। इस आधार पर श्री ठाकुर को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9(1)(क) के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी, डौण्डी, जिला बालोद निर्धारित किया गया है तथा उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त होगा।
- -शैक्षणिक सत्र की नई शुरुआत के साथ बच्चों की सामाजिक अधिकार भी हो रही सुनिश्चित-7,566 बच्चों को शाला प्रवेश के साथ प्रदान जा रहा है जाति प्रमाण पत्ररायपुर। राज्य सरकार ने जाति प्रमाण पत्र प्रदाय करने की प्रक्रिया को सरलीकृत किया है जिसकेे तहत् स्कूल और आंगनबाड़ी के बच्चों को आसानी से जाति प्रमाण पत्र मिल सके। विद्यार्थियों को जाति प्रमाण पत्र सुगमता से उपलब्ध हो जाने से छात्रवृत्ति के अलावा शासन की अन्य सुविधाओं का लाभ आसानी से मिल सके। इसी जनहितकारी योजना के तहत् स्कूली बच्चों को समय पर आवश्यक दस्तावेज प्रदान कर उनकी शिक्षा यात्रा को सुगम और अधिकारयुक्त बनाने के उद्देश्य से कोरबा कलेक्टर के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा शिक्षा और सामाजिक अधिकारों को मजबूती देने की दिशा में एक सराहनीय पहल की जा रही है। चालू शैक्षणिक सत्र में जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों से प्राथमिक शालाओं में प्रवेश लेने वाले बच्चों को शाला प्रवेश के साथ ही जाति प्रमाण पत्र प्रदान किया जा रहा है। कोरबा जिले में अब तक आंगनबाड़ी से शाला में प्रवेश लेने वाले कुल 7,566 बच्चों को जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया है।प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को सरल और त्वरित बनाने हेतु एसडीएम द्वारा जाति प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं, जिन्हें बीईओ, सीएचसी के माध्यम से संबंधित विद्यालयों तक पहुंचाकर विद्यार्थियों को वितरित किया जा रहा है। अनुविभाग कोरबा में 2930, कटघोरा में 1293, पोड़ी उपरोड़ा में 1696 एवं पाली में 1647 शाला प्रवेशी बच्चों को जाति प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। आगे भी शेष बच्चों को जाति प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।जिला प्रशासन की इस पहल से स्कूली बच्चों एवं उनके पालकों में हर्ष व्याप्त है। उन्होंने प्रशासन के इस पहल की सराहना करते हुए प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है। इससे बच्चों को आगे चलकर छात्रवृत्ति, शैक्षणिक सुविधाओं एवं अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ लेने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज हरियाणा के रोहतक पहुंचे, जहाँ उन्होंने हरियाणा सरकार के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के निवास सिंधु भवन पहुंचकर शोक संवेदनाएँ व्यक्त कीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कैप्टन अभिमन्यु की पूज्य माताजी श्रीमती परमेश्वरी देवी जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने शोकाकुल परिजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना दी तथा ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
- - राज्य शहरी विकास अभिकरण द्वारा इंदौर में चार दिवसीय अध्ययन सह भ्रमण कार्यक्रम का आयोजनरायपुर। नगर निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, आयुक्त श्री विश्वदीप, अधीक्षण यंत्री यूके धलेंद्र, जोन स्वास्थ्य अधिकारी आत्मानंद साहू एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्सपर्ट प्रमित चोपड़ा इंदौर में अध्ययन सह भ्रमण कार्यक्रम में शामिल हुए। छत्तीसगढ़ की संपूर्ण स्वच्छता की मुहिम को बल देने के उद्देश्य से राज्य शहरी विकास अभिकरण (सूडा) द्वारा इंदौर नगर निगम में यह दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम से प्राप्त अनुभव से प्रतिभागी छत्तीसगढ़ के शहरों में नवाचार एवं सतत शहरी विकास को नई दिशा दे सकेंगे। प्रदेश के सभी 14 नगर निगमों के महापौर, आयुक्त एवं संबंधित अधिकारियों के लिए दो चरणों में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।*देखा इंदौर का इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर*महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने इंदौर में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन का सख्ती से क्रियान्वयन और कठोर जुर्माने की व्यवस्था की तारीफ की। महापौर और निगम आयुक्त ने आईसीटी बेस्ड मॉनिटरिंग और एनजीओ के माध्यम से की जाने वाली इंदौर की घर-घर कचरा संग्रहण प्रणाली देखी। उन्होंने कचरा पृथक्करण के लिए अपनाए जाने वाले स्वच्छता मॉडल के अलावा शिकायत निवारण एप, जीपीएस-ट्रैक्ड कचरा गाड़ी, वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन और जोन आधारित घर-घर कचरा एकत्रण प्रणाली का निरीक्षण भी किया। उन्होंने स्वच्छता मित्रों और आम नागरिकों से संवाद कर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में जनभागीदारी को समझा। इंदौर के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) जाकर वहां की कार्यप्रणाली को भी समझा। साथ ही 311 शिकायत निवारण एप का अवलोकन कर रियल-टाइम शिकायत निवारण प्रणाली के बारे में जाना। उन्होंने ट्रांसफर स्टेशन, आरआरआर (रिड्यूस-रीयूज-रीसाइकल) सेंटर, बायोगैस प्लांट एवं मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) का दौरा कर इंदौर की विकेन्द्रित और कुशल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को समझा। साथ ही इंदौर के महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव से भेंट कर स्वच्छता में जनसहभागिता और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका, ग्रीन बॉन्ड एवं यूज़र चार्जेस जैसे शहरी वित्त के अभिनव मॉडलों पर चर्चा की। वहीं, जीरो वेस्ट वार्ड तथा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का दौरा किया गया जहां तरल अपशिष्ट के प्रसंस्करण एवं पुनः उपयोग प्रक्रिया को विस्तार से समझा।
- रायपुर/ नगर पालिक निगम रायपुर के जोन क्रमांक 5 के उद्यान विभाग की टीम द्वारा जोन क्षेत्र के अंतर्गत राजकुमार कॉलेज के समीप जीईमार्ग में सूखे हुए खतरनाक पेड़ों को मार्ग पर से हटाया गया.
- 0- देवारभाट और लासाटोला में आयोजित शिविरों में शासकीय योजनाओं से लाभान्वित होकर प्रसन्नचित हुए हितग्राही0- बड़ी संख्या में ग्रामीणों एवं हितग्राहियों के साथ जनप्रतिनिधी हुए शिविर में शामिलबालोद, धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम देवारभाट एवं गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम लासाटोला में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविरों में आदिवासी समाज के लोगों एवं हितग्राहियों को विभिन्न शासकीय योजनाओं से लाभान्वित किया गया। इन दोनों गांवों में आयोजित शिविरों में आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र, मुद्रा लोन, उज्ज्वला गैस कनेक्शन, श्रम कार्ड, मनरेगा जाॅब कार्ड आदि विभिन्न शासकीय योजनाओं से लाभान्वित होकर हितग्राही बहुत ही प्रसन्नचित नजर आ रहे थे।शिविर में उपस्थित आदिवासी समाज के लोगों एवं लाभान्वित हितग्राहियों ने अलग-अलग स्थानों पर लाभ संतृप्ति शिविर के आयोजन को केन्द्र सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी एवं जनहितैषी कदम बताते हुए उन्होंने कहा कि हम जनजातियों को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने की दिशा में आने वाले समय में इसका दूरगामी परिणाम देखने को मिलेगा। आज जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम देवारभाट एवं गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम लासाटोला में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा बड़ी संख्या में आदिवासी वर्ग के हितग्राही एवं ग्रामीण शामिल हुए।इसी कड़ी में आज बालोद विकासखण्ड के ग्राम देवारभाट में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर में 19 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, 03 हितग्राहियों को जाति एवं निवास प्रमाण पत्र, 01 हितग्राही को उज्ज्वला गैस कनेक्शन, 01 हितग्राही को वृद्धा पेंशन योजना से लाभान्वित किया गया। इसी तरह शिविर में 43 हितग्राहियों का सिकलसेल एवं एनीमिया जाँच के अलावा 36 हितग्राहियों का टीकाकरण भी किया गया। इसी तरह गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम लासाटोला में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर में 25 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, 15 हितग्राहियों को आधार कार्ड, 08 हितग्राहियों को नया राशन कार्ड, 04 हितग्राहियों को जाति एवं निवास प्रमाण पत्र, 12 हितग्राहियों को किसान क्रेडिट कार्ड एवं किसान सम्मान निधि योजना, 02 हितग्राहियों को प्रधामनंत्री विश्वकर्मा योजना, 04 हितग्राही को उज्ज्वला गैस कनेक्शन, 05 हितग्राहियों को श्रम कार्ड से लाभान्वित किया गया। इसी तरह शिविर में 08 हितग्राहियों को अनुसूचित जनजाति वर्ग के आवासीहीन परिवारों के रूप में चिन्हांकन तथा 15 हितग्राहियों का सिकलसेल एवं एनीमिया जाँच किया गया। इसके अलावा शिविर स्थल पर स्वास्थ्य विभाग के स्टाॅल में ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। आज बालोद विकासखण्ड के ग्राम देवारभाट में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद सदस्य श्री टेमन लाल साहू उपस्थित थे। विशेष अतिथि के रूप में सरपंच श्री कृष्ण कुमार, श्रीमती लता कोर्राम एवं अन्य अतिथिगण उपस्थित थे।
- बालोद. ’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत् प्रचार-प्रसार व जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा एवं अपर कलेक्टर महोदय श्री अजय किशोर लकरा के द्वारा सोमवार को जागरूकता रथ को कलेक्टोरेट बालोद से हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया गया।यह रथ जिले के सभी 05 विकासखंडों के ग्रामों में जाकर प्रचार-प्रसार के साथ-साथ शासन की योजनाओं को जन समुदाय तक पहुंचाने काम करेगी साथ ही साथ जन जागरूकता भी पैदा करेगी। ’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के उद्देश्यों जैसे जन्म के समय लिंगानुपात में सुधार, बालिकाओं के शिक्षा में ड्रापआउट दर को कम करना, बालिकाओं के खेल कौशल को प्रोत्साहन के साथ कौशल विकास को प्रोत्साहन पर जागरूकता का संदेश लेकर जागरूकता रथ बालोद जिले के सभी 05 विकासखंडों का भ्रमण करेगी। उक्त जागरूकता रथ के भ्रमण से जिले के जनता बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान से परिचित होगी जिससे लोगों के व्यवहार परिवर्तन व बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच पैदा हो सकेगा। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी व महिला एवं बाल विकास विभाग के समस्त अधिकारी, कर्मचारीगण उपस्थित थे।
- 0- ग्राम घीना में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में शामिल हुए सांसद, जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कलेक्टर एवं अन्य जनप्रतिनिधि0- प्रतिभावान विद्यार्थियों का किया गया सम्मान, अतिथियों ने विद्यार्थियों के साथ बैठकर किया न्योता भोज ग्रहणबालोद. कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री भोजराज नाग ने कहा कि समाज व राष्ट्र के विकास के लिए शिक्षा सबसे बड़ा अस्त्र है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना किसी भी व्यक्ति, परिवार, समाज एवं राष्ट्र की विकास की परिकल्पना नही की जा सकती। सांसद श्री नाग मंगलवार को जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर घीना में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर अपना उद्गार व्यक्त कर रहे थे। सांसद श्री नाग कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती तारणी पुष्पेन्द्र चन्द्राकर ने किया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री तोमन साहू, कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री चेमन देशमुख, जनपद अध्यक्ष श्रीमती कांति सोनबरसा, जिला पंचायत सदस्य श्री पोषण चन्द्राकर, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री अभिषेक शुक्ला, श्री पुष्पेन्द्र चन्द्राकर सहित अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक, एसडीएम श्री शिवनाथ बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री पीसी मरकले एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। इस अवसर पर सांसद श्री नाग एवं अतिथियों ने कक्षा पहली, छठवीं एवं नवमीं के नव प्रवेशी विद्यार्थियों को मुँह मीठा कराकर तथा उन्हें गणवेश एवं पाठ्यपुस्तक प्रदान कर शाला में विधिवत् प्रवेश भी दिलाया। समारोह में अतिथियों के द्वारा राज्य स्तरीय प्राविण्य सूची में स्थान अर्जित करने वाले तथा विकासखण्ड स्तर पर उत्कृष्ट अंक अर्जित कर टाॅप टेन स्थान अर्जित करने वाले विद्यार्थियों के अलावा जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 6वीं में प्रवेश हेतु चयनित विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सांसद श्री भोजराज नाग, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती तारणी पुष्पेन्द्र चन्द्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोमन साहू एवं कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा सहित अन्य अतिथियों ने विद्यालय में बच्चों के साथ जमीन में बैठकर न्योता भोज भी ग्रहण किया।सांसद श्री नाग ने ग्राम घीना में जिला स्तरीय प्रवेशोत्सव के बेहतरीन आयोजन की सराहना करते हुए विद्यार्थियों के शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा शिक्षा जगत से जुड़े लोगों के अलावा पूरे जिले वासियों को शाला प्रवेशोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इसके अलावा उन्होंने उत्कृष्ट अंक अर्जित कर प्राविण्य सूची में स्थान बनाने वाले जिले के प्रतिभावन विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर श्री नाग ने बचपने में अपने शाला में प्रवेश के पहले दिन का स्मरण करते हुए प्रत्येक विद्यार्थियों के लिए शाला मंे पहले प्रवेश के क्षण को अत्यंत महत्वपूर्ण एवं यादगार क्षण बताया। श्री नाग ने शिक्षा के महत्व एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पुराने समय में हमारे ऋषि मुनी एवं मनीषीगण पहाड़ों एवं जंगलों में कठोर तप और साधना कर ज्ञान अर्जित करते थे। इसके उपरांत वे अपने कठोर साधना से अर्जित ज्ञान का उपयोग समाज निर्माण एवं मानव कल्याण के पूनीत कार्य के लिए करते थे। इस अवसर पर सांसद श्री नाग ने केन्द्र व राज्य सरकार के द्वारा शिक्षा एवं ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में देश को अग्रणी बनाने हेतु किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों के संबंध में भी जानकारी दी।श्री नाग ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा सन् 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है। श्री नाग ने विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारित कर उसे हासिल करने के लिए पूरे मनोयोग से लग जाने की सीख भी दी। इस अवसर पर उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण के उपाय तथा नशामुक्ति हेतु चलाए जा रहे अभियान की सराहना की। श्री नाग ने पूरे जिले वासियों को अधिक से अधिक पौधरोपण कर उनके सुरक्षा के भी समूचित उपाय करने की अपील भी की। समारोह में सांसद श्री नाग ने जिला में चलाए जा रहे नशामुक्ति अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को नशापान से सदैव दूर रहने तथा इसके लिए अन्य लोगों को भी प्रोत्साहित करने की शपथ दिलाई। इसके अलावा उन्होंने जल जतन अभियान के अंतर्गत पानी के एक-एक बूँद का संरक्षण एवं संवर्धन करने तथा पर्यावरण की सुरक्षा हेतु अधिक से अधिक पौधरोपण कर उनके सुरक्षा का उपाय सुनिश्चित करने की भी शपथ दिलाई।जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती तारणी पुष्पेन्द्र चन्द्राकर ने जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव के पावन अवसर पर विद्यार्थियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित पूरे जिलेवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हमारे विद्यार्थी केवल विद्यार्थी ही नही है, ये आने वाले भारत के नवनिर्माण के आधारशीला भी है। श्रीमती चन्द्राकर ने कहा कि हमारे विद्यार्थी अपने साधना एवं श्रम से शिक्षित एवं ज्ञानवान बनकर राष्ट्र व समाज के नवनिर्माण में अपने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे। जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री तोमन साहू ने जिला प्रशासन द्वारा आयोजित बेहतरीन शाला प्रवेशोत्सव की सराहना करते हुए नव प्रवेशी विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उन्होंने समारोह में मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान किए जाने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। श्री साहू ने राज्य मंे मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा राज्य में शिक्षा गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु किए जा रहे उपायों के संबंध में भी जानकारी दी। वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री चेमन देशमुख ने डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम घीना में आयोजित इस जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम की भूरी-भूरी सराहना की।उन्होंने कहा कि शाला में पहली बार प्रवेश लेने वाले हमारे नवनिहाल इस शिक्षा के मंदिर में अपना तकदीर गढ़ंेगे। उन्होंने कहा कि आज आयोजित शाला प्रवेशोत्सव समारोह केवल शाला प्रवेशोत्सव समारोह ही नही है, वरन् यह नव सृजन एवं हमारे आने वाले कल तथा भावी भविष्य के निर्माण का भी महत्वपूर्ण समारोह भी है। श्री देशमुख ने कहा कि सोलह संस्कारों में महत्वपूर्ण संस्कारों में विद्या संस्कार भी शामिल है। इस अवसर पर उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे जल जतन अभियान की भी भूरी-भूरी सराहना की है। उन्होंने आने वाले समय में भीषण जल संकट के खतरे को देखते हुए सभी लोगों को अधिक से अधिक पौधरोपण कर उनके सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करने तथा पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन में अपना योगदान देने की अपील भी की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाला विकास समिति के सदस्य श्री टहलचंद जैन ने अतिथियों के समक्ष विद्यालय एवं ग्राम घीना के प्रमुख मांगों को आकृष्ट कराया। प्रतिवेदन वाचन करते हुए अपर कलेक्टर श्री चन्द्रकांत कौशिक ने नए शिक्षा सत्र में जिले में अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने तथा शिक्षा गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु किए गए उपायों की भी जानकारी दी। इस अवसर पर स्वागत भाषण जिला शिक्षा अधिकारी श्री पीसी मरकले ने प्रस्तुत किया।समारोह में जिले में चलाए जा रहे सघन वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत अतिथियों को पौधा भी भेंट किया गया। इसकेे अलावा समारोह में सरस्वती सायकल योजना के अंतर्गत छात्राओं को सायकल भी प्रदान किया गया। समारोह में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों के अलावा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी, पालक एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
- 0- मध्य प्रदेश मराठी अकादमी इंदौर की छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में परीक्षा, महाराष्ट्र मंडल भी अहम केंद्रायपुर। मध्य प्रदेश मराठी अकादमी इंदौर द्वारा आयोजित अभिनव वाचक प्रतियोगिता के लिए इस वर्ष ‘कर हर मैदान फतेह’ पुस्तक का चयन किया गया है। 25 जून को दोपहर 3 बजे से चौबे कालोनी स्थित महाराष्ट्र मंडल कार्यालय में उक्त पुस्तक उपलब्ध होगी। इस पुस्तक का वाचन कर प्रतिभागी अभिनव वाचक प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं। मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में आहूत की जाने वाली परीक्षा 17 अगस्त को सुबह 11 बजे से महाराष्ट्र मंडल रायपुर में भी महत्वपूर्ण परीक्षा केंद्र होने की वजह से आयोजित की जाएगी।साहित्य समिति की प्रमुख कुमुद लाड ने बताया कि अभिनव वाचक प्रतियोगिता के लिए इस वर्ष चुनी गईं पुस्तक सिर्फ एक पुस्तक नहीं है, बल्कि हमारी युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणादायी ग्रंथ है। पुस्तक के लेखक विश्वास नागरे पाटिल ग्रामीण क्षेत्रों से संघर्ष करके पुलिस आयुक्त जैसे सम्मानीय पद तक पहुंचे। उनकी पुस्तक से हमें अपने जीवन को ऊंचाई तक ले जाने की सीख मिलती है।लाड के मुताबिक अभिनव वाचक प्रतियोगिता में मराठी में कोई लेखन नहीं है, पुस्तक से केवल वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षार्थियों को केवल चार उत्तरों में से सही उत्तर पर निशान या गोला लगाना है। परीक्षा आसान होने के कारण उम्मीद की जा रही है कि इस बार रायपुर महाराष्ट्र मंडल परीक्षा केंद्र से सबसे बड़ी संख्या में हर आयु वर्ग के परीक्षार्थी शामिल होंगे। अभी तक आयोजित परीक्षा में परीक्षार्थियों के आकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा परीक्षा केंद्र भिलाई सेक्टर 4 महाराष्ट्र मंडल है।
- बहेरामूड़ा और केकराड़ में आयोजित शिविर में जनजातीय परिवारों को मिला शासन की योजनाओं का लाभबिलासपुर. अनुसूचित जनजातियों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत जिले में 15 जून से 30 जून 2025 तक विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में विकासखण्ड कोटा के बहेरामूड़ा और तखतपुर के ग्राम केकराड़ में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विशेष पिछड़ी जनजातीय परिवारों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया गया।ग्राम पंचायत बहेरामूड़ा अंतर्गत ग्राम उपका, मिट्ठूनवागांव, लूफा, शक्तिबहरा, करहीकछार, केकराडीह, बेलवाटोकरा के लिए संयुक्त रूप से शिविर आयोजित किया गया। शिविर का शुभारंभ मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत कोटा युवराज सिन्हा द्वारा किया गया। शिविर में ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी गई। शिविर में मौके पर ही 2 आधार कार्ड, 8 राशन कार्ड एवं 11 आयुष्मान कार्ड बनाए गए। हितग्राहियों को विभिन्न विभागों से संबंधित अन्य योजनाओं से भी लाभान्वित किया गया।इस अवसर पर श्री चन्द्रभान, श्रीमती उमादेवी, श्रीमती कृता, ग्राम पंचायतों के सरपंच, पंच, सचिव, कोटवार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।इसी तरह तखतपुर के ग्राम केकराड़ में भी अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता ग्राम पंचायत के सरपंच श्री मांगेलाल नागेश्री ने की। कार्यक्रम में समस्त जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे। अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत तखतपुर श्री जसवंत सिंह जांगड़े एवं सहायक अधिकारी श्री डी.के. भारद्वाज शिविर में मौजूद रहे। शिविर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 30 ग्रामीणों का बी.पी. एवं शुगर की जांच की गई तथा निःशुल्क दवाएं वितरित की गईं। अन्य विभागों द्वारा भी योजनाओं की जानकारी देकर हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया।
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रायपुर- नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा जोन 2 क्षेत्र अंतर्गत दुर्गानगर, गंगानगर में मंडी गेट ओवर हेड टैंक से सुबह-शाम 1-1 घंटा जलापूर्ति की जाती है। घनी आबादी बस्ती होने के कारण फिर भी पानी की सप्लाई बाधित न हो इसके लिए रायपुर नगर निगम द्वारा 9 अलग -अलग स्थानों पर पावर पंप के माध्यम से आम लोगो में पेयजल की आपूर्ति की जाती है तथा समय -समय पर जनप्रतिनिधियो एवं बस्तियों के रहवासी नागरिको के मांग के अनुसार टैंकर के माध्यम से शुद्ध पेयजल आपूर्ति की जाती है।
- दुर्ग. राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में जिले में अवैध रूप से मुरूम खनन व रेत का परिवहन करने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। राजस्व और पुलिस विभाग की टीम द्वारा संयुक्त रूप से की गई औचक कार्रवाई से अवैध खननकर्ताओं में हड़कंप मचा हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एसडीएम पाटन के निर्देश पर मंगलवार को सुबह पाटन अनुविभाग अंतर्गत थाना रचिरई क्षेत्र में राजस्व विभाग और पुलिस की टीम एक साथ पहुंचीजहां कार्यवाही के दौरान ग्राम कौही, बोरेंदा, केसरा, ओदरागहन, निपानी तथा कौही सेमर घाट में एक जेसीबी और दो ट्रक अवैध रेत उत्खनन करते हुए पकड़े गये। इसी तरह से थाना उतई क्षेत्र के ग्राम पतोरा में राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग ने ग्राम महकाखुर्द के शासकीय भूमि में दो डम्फर और एक जेसीबी बिना रॉयल्टी पेपर के अवैध मुरूम उत्खनन एवं परिवहन करते हुए पकड़े। सभी को जप्त कर थाना उतई के सुपुर्द में किया गया। मौके पर नायब तहसीलदार राजस्व श्री मनोज रस्तोगी और पुलिस की टीम साथ थी।इसी प्रकार धमधा अनुविभाग अंतर्गत ग्राम कोड़िया तहसील अहिवारा में एक चैन माउंटेन मशीन और तीन हाईवा की बिना अनुमति के मुरुम के खनन एवं परिवहन किए जाने पर जप्ती की कार्रवाई की गई। ग्राम गिरहोला से 01 चैन माउंटेन तथा 3 हाईवा तथा ग्राम पोटिया से 1 चैन माउंटेन एवं 3 हाईवा जप्त कर सभी को थाना नंदिनीनगर की सुपुर्दगी में सौंपा गया है। उक्त कार्रवाई में राजस्व विभाग की ओर से श्री राधेश्याम वर्मा तहसीलदार अहिवारा, श्री खूबचंद वर्मा राजस्व निरीक्षक अहिवारा, श्री अरूण वर्मा राजस्व निरीक्षक मुरमुंदा, श्री खेमराज देवांगन पटवारी अहिवारा और पुलिस विभाग की ओर से श्री अलेक्जेंडर कीरो डीएसपी, श्री मनीष शर्मा थाना प्रभारी नंदिनी नगर एवं उनकी टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई।
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0- बी.आई.टी. ऑडिटोरियम में हुआ आयोजन, अधिकारियों व कर्मचारियों को ई-ऑफिस की बारीकियों से कराया गया अवगत
दुर्ग, जिला कार्यालयों में ई-ऑफिस प्रणाली के सफल क्रियान्वयन को लेकर मंगलवार को बी.आई.टी. ऑडिटोरियम में दो पालियों में प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न विभागों के विभाग प्रमुख, लिपिकों एवं कंप्यूटर ऑपरेटरों ने भाग लिया। सामान्य प्रशासन विभाग, मंत्रालय के आदेशानुसार 1 अप्रैल 2025 से सभी विभागों को ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य करना अनिवार्य किया गया है। प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर्स ने ई-ऑफिस के उपयोग, कार्य प्रणाली, लॉगिन से लेकर पत्र भेजने तक की प्रक्रिया को विस्तारपूर्वक समझाया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से नोटशीट बनाकर, उसे अनुमोदन के लिए भेजकर, संबंधित अधिकारी की स्वीकृति के पश्चात पत्र जारी किया जा सकता है। ट्रेनर्स ने बताया कि यह संपूर्ण प्रक्रिया पेपरलेस होगी और कार्यालयीन कार्य प्रणाली पूरी तरह ऑनलाइन माध्यम से संचालित होगी। प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों की शंकाओं का समाधान भी किया गया।कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान अपने विचार साझा करते हुए कहा कि शुरुआत में सभी को थोड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन एक बार प्रणाली शुरू हो जाने के बाद कार्य करना बेहद सरल और पारदर्शी हो जाएगा। उन्होंने मसूरी में अपने प्रशिक्षण के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार अन्य राज्यों से आए अधिकारी ट्रेनिंग करने के बाद ई-ऑफिस के माध्यम से अपने ऑफिस के कार्य संपन्न कर लेते थे। उन्होंने यह भी कहा कि “कोर्ट जैसे तत्काल मामलों में ई-ऑफिस बहुत उपयोगी सिद्ध होगा, जिससे जरूरी फाइलों पर कार्यवाही तत्काल संभव हो सकेगी।ई-ऑफिस प्रणाली से कार्यों में पारदर्शिता, समय की बचत और लंबित प्रकरणों में कमी आएगी। साथ ही अनावश्यक रूप से अधिकारियों और कर्मचारियों को अप्रुल के लिए कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। कलेक्टर ने कहा कि जैसे पहले टाइपराइटर से कार्य होता था, फिर कंप्यूटर आया, और अब सभी कंप्यूटर में काम करना पसंद करते हैं। ठीक उसी तरह ई-ऑफिस भी धीरे-धीरे सभी को अपनाना होगा। यदि किसी विभाग में हार्डवेयर (कंप्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर) या बजट की आवश्यकता है, तो उसका प्रस्ताव तैयार कर भेजें।साथ ही उन्होंने सभी से साधारण नस्ती से शुरुआत कर धीरे-धीरे पूरी प्रणाली को ई-ऑफिस में परिवर्तित करने की अपील की। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से इस नई व्यवस्था को गंभीरता से अपनाने और मैनुअल प्रक्रिया को जल्द से जल्द समाप्त करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि किसी कर्मचारी या व्यक्ति को ई-ऑफिस प्रणाली के इस्तेमाल में कोई दिक्कत आती है, तो वे संबंधित स्तर पर नियुक्त अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। इस अवसर पर जिला प्रशासन के समस्त अधिकारी उपस्थित थे। - बिलासपुर. जिला पंचायत की बैठक 27 जून को आहूत की गई है। इसके अंतर्गत सामान्य सभा की बैठक दोपहर 12 बजे एवं सामान्य प्रशासन समिति की बैठक शाम 4 बजे होगी। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी करेंगे। सामान्य सभा की बैठक में स्वास्थ्य विभाग, उद्यान विभाग, कृषि, पशुपालन, विद्युत, मतस्य, क्रेडा विभाग, वन विभाग, स्वच्छ भारत मिशन एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जायेगी। सामान्य प्रशासन समिति की बैठक में लोक निर्माण विभाग, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, खाद्य विभाग, जल संसाधन विभाग अंतर्गत कार्यों की जानकारी एवं समीक्षा की जाएगी।
- बिलासपुर. कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कोटा विकासखंड के कपासिया कला निवासी युवराज सिंह बंजारे को अनुकम्पा नियुक्ति पत्र सौंपा। जिला पंचायत बिलासपुर द्वारा उनके पिता के आकस्मिक निधन उपरांत तत्परता पूर्वक कार्रवाई करते हुए पंचायत सचिव के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई है। कलेक्टर ने नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर अच्छे काम करने के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, सहायक कलेक्टर अरविंथ कुमारन डी, उप संचालक पंचायत शालिनी सिंह उपस्थित थीं।
- 0-खाद-बीज उठाने में किसानों को न हो कोई परेशानी0-अवैध तरीके से सरकारी जमीन हथियाने वालों के विरूद्ध करें एफआईआर0-कलेक्टर ने टीएल बैठक में की फ्लैगशीप योजनाओं की समीक्षाबिलासपुर. कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा है कि बारिश शुरू होते ही सड़कों पर मवेशियों के बैठने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। स्थानीय निकाय सहित इससे जुड़े सभी विभाग आपसी तालमेल से ऐसे प्रबंधन करें कि सड़कों पर मवेशियां नहीं दिखें। उन्होंने साप्ताहिक टीएल बैठक में इस आशय के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने कहा कि खेती किसानी का काम शुरू होने के साथ ही खाद, बीज एवं उर्वरक की मांग में वृद्धि हुई है। लिहाजा किसानों को इनकी आपूर्ति में सोसायटी अथवा निजी स्तर पर क्रय करने में कोई दिक्कत नहीं होने चाहिए। कृषि विभाग के साथ ही एसडीएम भी अपने स्तर पर इसकी नियमित मानीटरिंग करते रहें। जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, एडीएम शिवकुमार बनर्जी, सहायक कलेक्टर अरविंथ कुमारन डी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।कलेक्टर ने बैठक में कहा कि अवैध तरीके से शासकीय जमीनों की खरीदी एवं नामांतरण करने वालों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज किया जाए। संबंधित एसडीएम अपने स्तर पर इसकी जांच करें और तथ्यांे के आधार पर कठोर कार्रवाई करें। उन्होंने रजिस्ट्री और नामांतरण की नयी व्यवस्था के तहत आने वाली कठिनाईयों को शीघ्र दूर करने के निर्देश दिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। प्राथमिकता के साथ इनमें आने वाली दिक्कतें दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि तीज त्योहार का मौसम शुरू होने वाले हैं। डीजे एवं अन्य किसी प्रकार के कोलाहल एवं ध्वनि प्रदूषण स्वीकार नहीं किए जाएंगे। संचालक एवं आयोजन समितियों की समय-समय पर बैठक लेकर उन्हें समझाइश दिया जाये। कलेक्टर ने माईनिंग एवं पुलिस विभाग को अवैध खनिज के विरूद्ध कार्रवाई लगातार जारी रखने के निर्देश भी दिए।कलेक्टर ने कहा कि आगामी 14 जुलाई से विधानसभा का पावस सत्र शुरू होने जा रहा है। लिहाजा अधिकारी जवाब तैयार करने के लिए अपने कार्यालय में किसी को नामांकित कर इसकी सूचना जिला प्रशासन को दें। विधानसभा का जवाब सटीक तरीके से तैयार कर समय-सीमा में भिजवाना सुनिश्चित करें।कलेक्टर ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत किये जा रहे वृक्षारोपण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि छिटपुट के साथ आगामी 5 जुलाई को सामूहिक रूप से वृक्षारोपण किया जायेगा। जनप्रतिनिधियों एवं आम जनता की भागीदारी इसमें सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने बड़े आकार के पौधे लगाने के निर्देश दिए ताकि उनके बचने की संभावना ज्यादा रहे। एक-एक विभागवार वृक्षारोपण की तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने विशेष रूप से उद्योग एवं खदान क्षेत्र में ज्यादा संख्या में पौधे लगाने पर जोर दिया। उद्योगों के काम-काज का मूल्यांकन जल संरक्षण के लिए किये जा रहे प्रयास और वृक्षारोपण से किया जायेगा। उन्होंने संबंधित विभागों से एक-एक उद्योग एवं खदान मालिकों की सूची एवं पौधरोपण की सूची भी मांगी है। उन्होंने शासन की फ्लैगशीप योजनाओं में सेचुरेशन लेवल हासिल करने के निर्देश दिए। आयुष्मान कार्ड की कम संख्या पर स्वास्थ्य विभाग के प्रति गहरी नाराजगी दिखाई। स्वास्थ्य अधिकारियों को दौरा कर प्रगति लाने के सख्त निर्देश दिए। लगभग एक तिहारी कार्ड बनाना अभी बचा हुआ है। कलेक्टर ने बैठक में खाद-बीज की आपूर्ति की समीक्षा की। कमी वाले सोसायटिओं में पहले सप्लाई के निर्देश दिए। उन्होंने उप संचालक को प्रतिदिन खाद-बीज के वितरण की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
- 0- समूह की दीदियों ने लंबित मानदेय के लिए दिया आवेदन0- अधिकरियों को आवेदनों के त्वरित निराकरण के निर्देशबिलासपुर. कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने आज साप्ताहिक जनदर्शन में दूर-दराज से आये लोगों की समस्याएं सुनी। कलेक्टर ने सभी की समस्याओं को इत्मीनान से सुना। निराकरण योग्य आवेदनों का मौके पर ही संबंधित अधिकारियों द्वारा निराकरण किया गया। साप्ताहिक जनदर्शन में लोगों ने कलेक्टर से मुलाकात कर निजी और सामुदायिक समस्याओं से संबंधित आवेदन दिए। कलेक्टर ने त्वरित निराकरण के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। जनदर्शन के दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, सहायक कलेक्टर श्री आरविन्थ कुमारन डी, एडीम श्री शिव कुमार बनर्जी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।साप्ताहिक जनदर्शन में आज तखतपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत नेवरा निवासी श्रीमती सुशीला बाई ने महिला समूह द्वारा कचरा कलेक्शन का मानदेय एवं कचरा कलेक्शन के लिए सुरक्षात्मक सामग्री प्रदाय करने के संबंध में आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि हम सभी मरियम महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं है हम विगत माह अप्रैल 2024 से ग्राम पंचायत नेवरा में सफाई कर्मचारी के रूप में काम कर रहे है। जिसका मेहताना राशि अभी तक हमें प्राप्त नहीं हुआ है। साथ ही उन्होंने ग्लब्स, ड्रेस, जूता आदि सुरक्षात्मक सामग्रियों की भी मांग की। कलेक्टर ने सीईओ जिला पंचायत को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बिल्हा ब्लॉक के ग्राम अकलतरी के समूह की दीदियों ने कलेक्टर से मुलाकात कर लंबित देयक 45 लाख रूपए का भुगतान करवाने आवेदन दिया। दीदियों ने बताया कि उनके द्वारा बिलासा पशु आहार संयंत्र में विगत 2 वर्षों से गुणवत्तायुक्त पशु-पक्षी आहार का उत्पादन पशु पालन विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। इस मामले को संयुक्त संचालक पशु पालन विभाग देखेंगे।कोटा ब्लॉक के ग्राम तेंदूआ निवासी श्री जियाराम ने शिकायत की कि मेरे पिता राम प्रसाद के नाम से आवास स्वीकृत हुआ है, मेरे पिता जी की मृत्यु हो चुकी है एवं आईडी में नॉमिनी के रूप में मेरी माता जी का नाम स्पष्ट रूप से दर्ज है लेकिन रोजगार सहायक के द्वारा अपनी व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए लिए दूसरे के नाम पर जियो टैग कर राशि आहरण कर लिया गया है। कलेक्टर ने इस मामले केा सीईओ जिला पंचायत को सौंपते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए है। बेलगहना तहसील के आमामुड़ा निवासी श्री मंगल सिंह ने वन अधिकार पट्टे की भूमि का कब्जा वापस दिलाने कलेक्टर को आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि बेलगहना स्थित उनकी एक एकड़ जमीन को उन्होंने 80 हजार रूपए में बुधरू सिंह के पास गिरवी रखा था अब मेरे द्वारा पैसे वापस देने पर बुधरू सिंह नहीं ले रहा है और मेरी जमीन भी वापस नहीं कर रहा है। उन्होंने अपनी भूमि पर कब्जा दिलाने आवेदन दिया। इस मामले को वन विभाग के एसडीओ कोटा देखेंगे। तखतपुर ब्लॉक के श्री रमेश कुमार मानिकपुरी ने आकाशीय बिजली से उनकी पत्नी के देहांत होने से मुआवजा राशि के मांग के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर ने इन आवेदनों को संबंधित अधिकारियों को सौंपते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के त्वरित निर्देश दिए।----
- 0- मंडल की स्वावलंबन समिति की बैठक में लिए कई महत्वपूर्ण निर्णयरायपुर। महाराष्ट्र मंडल की स्वावलंबन समिति बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य करेगी। बेटियों के अभिभावकों के व्यवसाय के प्रति नजरिए में बदलाव लाने का प्रयत्न किए जाएंगे। अभिभावकों में व्यवसाय में आत्मनिर्भर मॉडल के प्रति विश्वास जगाया जाएगा। जिनकी लड़कियां स्वयं का व्यवसाय शुरू करना चाहती है, उन्हें पूरी तरह मदद की जाएगी।स्वावलंबन समिति की प्रमुख शताब्दी पांडेय ने बताया कि महाराष्ट्र मंडल स्वावलंबन समिति की बैठक मंडल कार्यालय में संपन्न हुई। इसमें तय किया गया कि प्रत्येक माह एक बार समिति के सदस्यों की बैठक होगी। मंडल में एक ऐसा प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा, जिसमें सभी प्रकार के व्यवसाय करने वाले मराठी भाषी जुड़ेंगे। इससे एक- दूसरे के प्रति व्यवसाय- व्यवहार को बढ़ावा मिलेगा। सर्वप्रथम मंडल से जुड़े चुने हुए व्यवसायियों की सफलता की कहानी पर सत्र होगा, जो लोगों के लिए प्रेरणा का आधार बनेगा। साल 2047 के विकसित भारत की दृष्टि से स्कूली विद्यार्थियों को उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित किया जाएगा।सचिव चेतन दंडवते ने कहा कि जीएसटी एवं अन्य आवश्यक नियम- शर्तों के अनुपालन, दस्तावेजीकरण, सरकारी योजनाओं का युवा उद्यमियों के लिए लाभ पर विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन सत्र आयोजित किए जाएंगे। वहीं युवाओं को उद्यम से जोड़ा जाएगा। बेटियों पर विशेष फोकस किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र मंडल बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रहा है। मंडल के संत ज्ञानेश्वर स्कूल में बच्चियों को 20 फीसद की विशेष छूट और दिव्यांग बालिका विकास गृह में बच्चियों का लालन-पालन किया जाता है।बैठक में प्रसन्न निमोणकर, मिलिंद शेष, चेतन दंडवते, श्याम सुंदर खंगन, परितोष डोंनगांवकर, शताब्दी पांडे, प्रवीण क्षीरसागर, सुबोध टोले, सुकृत गनोदवाले, भागीरथ कालेले समेत कई सभी उपस्थित रहे।
- 0- महाराष्ट्र मंडल के इस प्रकल्प से 42 सालों में 179 बच्चियों ने शिक्षा ग्रहण करने के बाद स्वावलंबी होकर नवजीवन में किया प्रवेशरायपुर। महाराष्ट्र मंडल के दिव्यांग बालिका विकास गृह में गरीब व जरूरतमंद परिवार के हाथ- पैर से दिव्यांग बच्चियों का नि:शुल्क प्रवेश जारी है। समता कॉलोनी स्थित दिव्यांग बालिका विकास गृह में विशेष बच्चियों की पूर्णतया मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य, खान-पान एवं रहवास की व्यवस्था की जाती है। जब बच्चियों हायर एजुकेशन में सफलतापूर्वक पहुंचतीं हैं, तो उनके लिए पढ़ाई के साथ स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए बच्चियों को कोचिंग में भेजने सहित हरसंभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।दिव्यांग बालिका विकास गृह के प्रभारी प्रसन्न विजय निमोणकर ने बताया की साल 1983 में बैरन बाजार स्थित किराए के मकान में शुरू हुए दिव्यांग बालिका विकास गृह में अब तक लगभग 179 बच्चियों की शिक्षा- दीक्षा, पालन- पोषण करने के बाद उन्हें स्वावलंबी बनाकर घर वापस भेजा गया है, या उनके रोजगार के साथ रायपुर में ही रहने की व्यवस्था कराई गई है। गत चार वर्षों में दिव्यांग बालिका विकास गृह की चार बच्चियों की महाराष्ट्र मंडल में ही शादी करवा कर उनके परिवारठ के साथ विदा किया गया है।निमोणकर ने बताया कि इस समय दिव्यांग बालिका विकास गृह से स्नातकोत्तर की डिग्री लेकर निकली बच्चियां विभिन्न निजी कंपनियों के साथ मंत्रालय, एनआईटी एवं विभिन्न शालाओं में शिक्षा कर्मी सहित विभिन्न पदों पर सफलतापूर्वक कार्यरत हैं। दिव्यांग बच्चियों को इस मंजिल तक पहुंचाने में महाराष्ट्र मंडल ने अपने विभिन्न संसाधनों व सहयोग से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ समेत समीप क्षेत्र में अगर कहीं कोई निम्न आय वर्ग वाले परिवार की कोई दिव्यांग बच्ची स्वजनों की निर्धनता की वजह से स्कूल जाने में असमर्थ है, स्वास्थ्य को लेकर अपेक्षित जांच पड़ताल एवं इलाज नहीं करवा पा रही है, तो ऐसी बच्ची के परिजनों से आग्रह है कि वह समता कॉलोनी रायपुर स्थित दिव्यांग बालिका विकास गृह में तत्काल संपर्क करें और अपनी बच्चियों के सुनहरे भविष्य को सुनिश्चित करें।दिव्यांग बालिका विकास गृह के प्रभारी प्रसन्न निमोणकर के मुताबिक इस समय दिव्यांग बालिका विकास गृह को लगभग पूरी तरह तोड़कर नया स्वरूप दिया जा रहा है। नए स्वरूप में दिव्यांग बच्चियों के लिए कई सुविधाओं का इजाफा होगा। उनके लिए कंप्यूटर रूम, इंटरटेनमेंट गार्डन, स्टडी रूम समेत विभिन्न अलग-अलग सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी। ग्रामीण क्षेत्र के जनता प्रतिनिधियों से भी महाराष्ट्र मंडल ने विशेष रूप से आग्रह किया है कि यदि उनके संपर्क में ऐसा कोई जरूरतमंद परिवार हो, जिनकी दिव्यांग बच्ची की आसानी से चिकित्सा सुविधा, शिक्षा आदि की व्यवस्था नहीं हो पा रही हो, तो वे तुरंत महाराष्ट्र मंडल से संपर्क करें व बच्ची के संबंध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते हुए मोबाइल नंबर सहित उसका पूरा पता भी दें।