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-टी सहदेव
भिलाई नगर। सेक्टर 07 स्थित माताधाम मंदिर में 29 जून को मां मंकिनम्मा जनकल्याण सेवा समिति के तत्वावधान में माता मंकिनम्मा, माता राजराजेश्वरी तथा माता दुर्गा संबरालु का आयोजन किया जाएगा। आम तौर पर हर तीन वर्ष में ये संबरालु आयोजित किए जाते हैं। इस एकदिवसीय संबरालु में आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना की भव्य झांकियां निकाली जाएंगी। इन झांकियों में दुर्गा माता तथा काली माता की झांकियां भी शामिल होंगी। संबरालु में विशाखापट्टनम के कलाकारों द्वारा कोबरा नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा आंध्रप्रदेश के कलाकार पारंपरिक वाद्ययंत्रों की प्रस्तुति देंगे। ये सभी कार्यक्रम संबरालु के विशेष आकर्षण होंगे।
अध्यक्ष नीलम चन्नाकेशवुलु ने संबरालु के बारे में जानकारी दी कि 29 जून को सबेरे विधि-विधान के साथ माता मंकिनम्मा का अभिषेक किया जाएगा और उसके बाद श्रृंगार किया जाएगा। माता के श्रृंगार के पश्चात गजमुंडलु का कार्यक्रम रखा गया है। जिसके अंतर्गत जिन महिलाओं के शरीर में माता की आत्मा प्रवेश करती है, वे गजमुंडलु को बड़ी सी थाली में डालकर शिरोधार्य करती हैं और नगर भ्रमण पर निकलती हैं। ये व्रती महिलाएं सुबह से अन्न-जल ग्रहण नहीं करती हैं। इस महोत्सव में रात को महा भंडारा भी रखा गया है। -
बिलासपुर/ जल उपयोगिता समिति की बैठक 27 जून को दोपहर 12 बजे जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक के उपरांत आयोजित की गई है। बैठक में जिले में स्थित जलाशयों के जल भराव की स्थिति की समीक्षा, रबी फसल की उपलब्धि तथा खरीफ फसल का लक्ष्य निर्धारण एवं खाद, बीज व कीट नाशक का भंडारण, वितरण एवं उपलब्धता की समीक्षा की जाएगी।
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बिलासपुर/जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (PMFME) के तहत आनलाईन आवेदन आमंत्रित किया गया है। योजनांतर्गत विद्यमान निजी एवं नवीन सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों जैसे राईस मिल, पोहा मिल, केटल फीड, बेकरी, नमकीन उद्योग, रेडी-टू-इट उत्पाद, मसाला उद्योग, पापड़, बड़ी, आचार, मुरमुरा उद्योग, फुटा चना उद्योग आदि को शामिल किया गया है। इस योजना के अंतर्गत प्रति पात्र उद्योंगो को परियोजना लागत का 35 प्रतिशत की दर से क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी परन्तु अधिकतम 10 लाख रू. दिये जाने का प्रावधान है एवं लाभार्थी का कुल लागत का न्यूनतम 10 प्रतिशत अंशदान राशि होगा एवं शेष राशि बैंक ऋण होगा।
आवेदक आवेदन हेतु पीएमएफएमई के ऑनलाईन पोर्टल http://pmfme.mofpi.gov.in में रजिस्ट्रेशन कर आवेदन कर सकता है। इस योजना एवं आवेदन की प्रक्रिया की अधिक जानकारी के लिए कार्यालय मुख्य महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, प्रथम तल न्यू कम्पोजिट बिल्डिंग, बिलासपुर में संपर्क कर सकते है अथवा प्रबंधक श्री शुभम शुक्ला, मोबाइल नंबर 7697230751 एवं प्रबंधक श्री संदीप वर्मा, मोबाइल नंबर 9407775844 पर संपर्क कर सकते है। -
बिलासपुर/ अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर नशा मुक्त भारत अभियान का शुभारम्भ कार्यक्रम 26 जून को सुबह 11 बजे प्रार्थना सभा गृह, जल संसाधन परिसर में आयोजित की गई है। इस अवसर पर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ समाजसेवी संस्थाएं तथा जिले के चिन्हांकित मास्टर्स ट्रेनर उपस्थित रहेंगे।
संयुक्त संचालक, समाज कल्याण विभाग ने बताया कि भारत सरकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय नई दिल्ली के निर्देशानुसार जिले में नशा मुक्त भारत अभियान (NMBA) के बैनर तले समाज में नशामुक्ति वातावरण निर्मित करने तथा युवाओं, बच्चों, शैक्षणिक संस्थानों, महिलाओं और समुदाय की भागीदारी के साथ मादक द्रव्यों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के रोकथाम हेतु जागरूकता कार्यक्रम किया जाना है। -
संबलपुर गांव के रीपा में जैम-जैली, आचार, टेडी बियर और ब्लैक गार्लिक बना रही हैं महिलाएं
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) योजना से गांवों में ग्रामीणों को रोजगार व स्व-रोजगार मिलने लगा है। गांवों को उत्पादन का केन्द्र और ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गइ है यह योजना अब ग्रामीण परिदृश्य में एक सकारात्मक बदलाव लाने लगी है। ग्रामीणजन रीपा के माध्यम से अपनी आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में बदलाव के लिए पूरे मनोयोग जुट गए हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार की रीपा योजना वास्तव में सुराजी गांव योजना के तहत गांवों में निर्मित गौठान में संचालित आयमूलक गतिविधियां का अभिसरण है। गौठानों में रीपा के माध्यम से आयमूलक गतिविधियों के संचालन के लिए शासन द्वारा आधारभूत संरचनाएं एवं संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे समूह की महिलाओं एवं ग्रामीणों को स्व-रोजगार की गतिविधियों के संचालन में मदद मिली है।
मुंगेली जिले के ग्राम संबलपुर में संचालित ग्रामीण औद्योगिक पार्क में वर्तमान में 50 से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। वहां विभिन्न प्रकार की आयमूलक गतिविधियों का संचालन अलग-अलग समूह कर रहे हैं। प्रत्येक समूह को आजीविकामूलक गतिविधियों के संचालन के लिए प्रशिक्षण भी प्रदाय किया गया है। ग्राम संबलपुर के रीपा में स्व-सहायता समूह जैम-जैली, आचार, टेडी बियर, ब्लैक गार्लिक जैसे विभिन्न उत्पाद तैयार कर रहे हैं।
आम, नींबू और कटहल का आचार
रीपा में कौशल माता स्व सहायता समूह द्वारा बीते 25 मई से आम, कटहल, नींबू से आचार बनाया जा रहा है। समूह की 07 महिलाओं और तीन पुरुषों द्वारा अब तक 270 किलोग्राम आचार तैयार कर लिया गया है, जिसे पैकेजिंग के बाद सी मार्ट के माध्यम से विपणन किया जायेगा। इसके विक्रय से लगभग 11 हजार रूपए की आमदनी होने की उम्मीद है। आचार की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
ब्लैक गार्लिक का उत्पादन-सेहत के लिए लाभकारी
संबलपुर के रीपा में नवयुवक मंडल कौशल माता स्व सहायता समूह द्वारा औषधीय गुणों से परिपूर्ण ब्लैक गार्लिक का उत्पादन किया जा रहा है। समूह द्वारा लहसुन को 15 दिनों तक एक निश्चित ताप में मशीन में रखकर ब्लैक गार्लिक तैयार किया जाता है। जिसका बाजार मूल्य लगभग 600 रूपए किलो है। औषधि गुणों से भरपूर ब्लैक गार्लिक सेहत के लिए काफी लाभदायक है। इसके सेवन से शुगर, हृदयरोग, पाचन संबंधी रोग के नियंत्रण में मदद मिलती है। ब्लैक गार्लिक में एलिसिन पाया जाता है, जो खून को पतला रखने और हार्ट ब्लाकेज से बचाने में मदद करता है। ब्लैक गार्लिक तैयार करने के लिए समूह के लोगों को राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। ब्लैक गार्लिक के उपयोग से पैर-दर्द में राहत और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
दस दिन में 200 से अधिक टेडी बियर बनाएं
संबलपुर के रीपा में जय शिवशक्ति समूह द्वारा टेडी बियर और कुशन बनाने का कार्य किया जा रहा है। समूह द्वारा मात्र 10 दिनों में 200 से अधिक टेडी बियर बनाया जा चुका है, जिसमे से 80 टेडी बियर का विक्रय किया जा चुका है और खर्च काटकर लगभग 4 हजार की आमदनी प्राप्त की गई है। टेडी बियर बनाने के लिए समूह की महिलाओं को 15 दिनों का विधिवत प्रशिक्षण भी दिया गया है। जय मां दुर्गा स्वसहायता समूह द्वारा रीपा में जैम, जैली, टोमैटो सॉस, एलोवीरा जैल, अर्क, फू्रट कैंडी, अनार मोलिसस, चिली सॉस, साबुन और शैम्पू का कच्चा पदार्थ, कटहल की बड़ी का निर्माण के साथ ही छीन बीज से काफी पावडर भी तैयार किया जा रहा है, जो कि औषधीय गुणों से परिपूर्ण है। -
सिंगल यूज प्लास्टिक की जगह उपभोक्ताओं को मिला वर्मी कम्पोस्ट बैग का विकल्प
रायपुर। प्लास्टिक पर्यावरण के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है। प्लास्टिक की वजह से प्रदूषण न हो तथा इंसानों और मवेशियों को भी इससे नुकसान न हो इसके लिए सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस प्रतिबंध के चलते गौठानों के जरिए ग्रामीण महिलाओं को रोजगार का नया साधन उपलब्ध हुआ है। गौठानों में महिला स्व सहायता समूह अब वर्मी कंपोस्ट से बैग तैयार कर रही हैं जो सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प के रूप में पर्यावरण को संरक्षण दे रहा है तथा इससे आय भी अर्जित हो रही है।
राज्य में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगित पार्क (रीपा) के अंतर्गत मानक रूप वर्मी कम्पोस्ट बैग बनाने का उद्यम स्थापित किए जा रहे हैं। इसके लिए मशीन की स्थापना की जा रही है जिससे समूह की महिलाओं को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिल रही है। इस रोजगार से जुड़ी समूह की महिलाएं अब अमानक प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के लिए वैकल्पिक उत्पाद जैसे वर्मी कम्पोस्ट बैग, थैले, कागज के लिफाफे और दूसरे सामान बनाने की ओर अग्रसर हैं। इसी तर्ज पर महिला समूह अमानक प्लास्टिक पर असरदार तरीके से बैन लगाने के लिए सस्ते दरों पर वैकल्पिक सामग्रियां उपलब्ध करा रही हैं। इसी क्रम में महासमुंद जिले के बिरकोनी गौठान की ग्रामीण महिलाएं सिरपुर वर्मी कम्पोस्ट नाम से बैग निर्मित कर रही हैं।
राज्य सरकार द्वारा नो प्लास्टिक मुहीम के तहत रीपा के माध्यम से महिला समूहों को रोजगार से जोड़ने की कार्ययोजना बनायी गयी है। बिरकोनी की राम जानकी स्व सहायता महिला समूह द्वारा बनाए गए वर्मी कम्पोस्ट बैग एवं अन्य पैकिंग सामग्री, जरूरत अनुसार गौठनों में और सी-मार्ट में उपलब्ध हो रहे हैं। राम जानकी स्व-सहायता समूह बिरकोनी की श्रीमती रेखा नागपुरे ने बताया कि अब तक उन्हांने 5 हजार वर्मी कम्पोस्ट बैग जिले की गौठानों में मांग अनुसार उपलब्ध कराया है तथा उन्हें और भी ऑर्डर लगातार मिल रहे हैं। समूह की अध्यक्ष के अनुसार यह बैग मानक के अनुरूप और काफी हल्के और मजबूत होने के कारण लाने ले जाने में आसान है जिसकी वजह से इनकी मांग ज्यादा है। -
मतदान केन्द्रों में 80 साल से अधिक आयु के मतदाताओं का किया जाएगा सम्मान
धमतरी। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जून के अंतिम सप्ताह में 80 साल से अधिक आयु के मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया के प्रति प्रेरित करने हेतु कार्ययोजना के अंतर्गत प्रत्येक मतदान केन्द्र पर वृद्धजन सम्मान समारोह आयोजन का निर्णय लिया गया है। इसके तहत मतदान केन्द्र क्षेत्र में किसी कारणवश 80 साल से अधिक आयु के मतदाता का नाम मतदाता सूची में नहीं है, तो ऐसे बुजुर्ग नागरिक को चिह्नित कर मतदाता सूची में नाम दर्ज करने की कार्यवाही किया जाना है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वृद्धजन सम्मान समारोह के आयोजन का उद्देश्य निर्वाचन प्रक्रिया में वृद्धजन की शत्-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करना है। जिले के तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्र 56 सिहावा, 57 कुरूद एवं 58 धमतरी के सभी मतदान केन्द्र क्षेत्रों के संबंधित बूथ लेवल ऑफिसर के निर्देशन में वृद्धजन का सम्मान समारोह का आयोजन किया जाना है। बीएलओ अपने क्षेत्र के वृद्धजनों को मतदान केन्द्र पर आने का निमंत्रण स्वयं जाकर देंगे तथा कार्यक्रम में वृद्धजनों का सम्मान चंदन और रोली का टीका लगाकर करेंगे। किसी कारणवश छूटे हुए अथवा स्थानांतरित वृद्धजन का मतदाता सूची में पंजीयन मौके पर ही फार्म-6, फार्म-8 भरकर की जायेगी। ऐसे वृद्धजन जो कि कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके, उनके घर जाकर सम्मान की कार्यवाही करेंगे तथा मतदान हेतु वैकल्पिक पोस्टल बैलेट की सुविधा की जानकारी भी देंगे बूथ लेवल ऑफिसर मतदान के दौरान भय एवं लोभ से मुक्त होकर मतदान करने हेतु प्रेरित करेंगे एवं कार्यक्रम में उपस्थित समस्त नागरिकों को मतदाता शपथ दिलवायेंगे। -
नवागांव (कण्डेल) में किया जाएगा कार्यक्रम आयोजित
धमतरी। नशापान करने की प्रवृत्ति पर प्रभावी नियंत्रण तथा समाज में नशामुक्ति के पक्ष में सकारात्मक वातावरण निर्मित किया जाना है। उप संचालक समाज कल्याण ने बताया कि जनपद पंचायत धमतरी के नवागंाव (कण्डेल) में इस संबंध में 26 जून को कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसमें विभागीय कलाकार, भारतमाता वाहिनी, राजीव युवा मितान क्लब सहित अन्य निजी संस्थाओं द्वारा नशापान निषेध आधारित रंगोली, पेंटिंग, जागरूकता रैली, फिल्म का प्रदर्शन, नाटक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। -
स्कूल भवनों का कायाकल्प युद्धस्तर पर जारी, कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी लगातार कर रहे समीक्षा
शहरी इलाकों से लेकर दूर दराज के स्कूलों का हो रहा जीर्णाेद्धार
लोगों ने कहा- बच्चों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
74 करोड़ 42 लाख रूपये से जिले के 784 स्कूलों की एक साथ हो रही मरम्मत
धमतरी। जिले में स्कूलों को संवारने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। भवनों की मरम्मत हो रही है, छतों को सुधारा जा रहा है। सीलिंग और फ्लोर का काम हो रहा है, शौचालयों की मरम्मत चल रही है। दीवारों में नया रंग-रोगन किया जा रहा है, ताकि स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को उनका अपना स्कूल एक नए कलेवर में मिले। पूरे जिले में तकरीबन 784 से ज्यादा स्कूलों का एक साथ कायाकल्प किया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के साथ साथ डीएमएफ से कुल मिलाकर करीब 77 करोड़ 68 लाख रुपए की राशि खर्च की जा रही है। यह अब तक स्कूल भवनों की मरम्मत में की जाने वाली सर्वाधिक राशि है।
शहरी इलाकों से लेकर दूर दराज के स्कूलों का हो रहा जीर्णाेद्धार
कलेक्टर श्री श्री ऋतुराज रघुवंशी स्कूलों के मरम्मत और निर्माण कार्य को प्राथमिकता में रखते हुए लगातार कार्य के प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी श्री ब्रजेश बाजपेयी भी मरम्मत हो रहे स्कूलों का नियमित निरीक्षण कर रहे हैं। कलेक्टर ने शिक्षा और निर्माण विभाग को बैठकों में इस संबंध विशेष निर्देश दिए हुए हैं कि स्कूल मरम्मत बच्चों से जुड़ा कार्य है, इसमें काम के गति और गुणवत्ता दोनों का पूरा ध्यान रखा जाए। सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी और स्कूल समन्वयकों को अपने अपने क्षेत्र के अंतर्गत स्कूलों के निर्माण कार्य की नियमित मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया हुआ है। कलेक्टर श्री रघुवंशी के मार्गदर्शन में पूरे जिले में स्कूलों के कायाकल्प का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। जिन स्कूलों में कार्य पूरा हो गया है, वे बिल्कुल नए स्वरूप, नए कलेवर में नजर आ रहे हैं। इनमें शहरी इलाकों से लेकर दूर दराज के स्कूल शामिल हैं।
स्कूलों में हो रहे मरम्मत कार्य को लेकर लोगों ने कहा कि इससे स्कूल में पढऩे वाले छात्रों को बेहतर सुविधायें मिलेंगी। कुरुद विकासखण्ड के फुसेरा स्थित गांव के ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के प्राथमिक शाला भवन में कार्य किया गया है। यहां स्कूल के छत से लेकर फ्लोर तक कि मरम्मत की गई है। जो छोटी-मोटी टूट-फुट थी उसे भी ठीक किया गया है। पूरे भवन की रंगाई-पुताई की गई है। स्कूल अब बिल्कुल नए स्वरूप में नजर आने लगा है। फुसेरा की तरह दूर-दराज के कई स्कूलों को संवारने का कार्य लगातार जारी है।
मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना से हो रहा कायाकल्प
अगले सत्र से पहले स्कूलों की मरम्मत को शासन ने प्राथमिकता में रखा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वयं इस संबंध में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना की घोषणा की है। शासन द्वारा स्कूलों का सर्वे कर मरम्मत योग्य स्कूलों की जानकारी मंगाई थी। शासन द्वारा जारी स्वीकृति आदेश के मुताबिक डीपीआई एवं समग्र शिक्षा मद से 784 स्कूलों के लिए 74 करोड़ 42 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
डीएमएफ मद से भी खर्च की जा रही राशि
अगले शिक्षा सत्र से 01 आत्मानंद स्कूल और प्रारंभ हो रहे हैं, इसके उन्नयन के लिए कलेक्टर श्री रघुवंशी ने डीएमएफ मद से 07 स्कूलों के लिए कुल 03 करोड़ 26 लाख रूपये दिए गए हैं। -
आजीविका संवर्धन व आर्थिक सशक्तीकरण का पर्याय बने गौठान
महिलाएं गांव में ही रहकर संवार रही है अपना भविष्य'
रायपुर। ’महिलाएं गांव में ही रहकर संवार रही है अपना भविष्य' मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशन में ग्राम सुराजी योजना के तहत स्थापित किए गए गौठान अब आजीविका संवर्धन एवं आर्थिक सशक्तीकरण का पर्याय बन गए हैं । गौठानों में संचालित मल्टी एक्टिविटी से रोजगार के साधन और अवसर तो बढ़ ही रहे हैं साथ ही महिलाएं अब गांव में ही रहकर अपने आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर रही है। ग्रामीण महिलाएं अब घर की कामकाज तक ही सीमित नहीं है बल्कि आय के साधन जुटाकर परिवार की देखरेख और आर्थिक स्वावलंबन में भरपूर मदद कर रही है।
राज्य सरकार की ग्राम सुराजी योजना के तहत गांव गांव में बने गौठान अब नई तस्वीर प्रस्तुत कर रहे हैं। इन गौठानों में मवेशियों के सुरक्षित रखने से लेकर तमाम गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। यहां गोबर से आजीविका का संवर्धन हो रहा है।महासमुंद जिले का ग्राम सिरपुर जनपद पंचायत सरायपाली अंतर्गत आता है। कस्तूरबा स्वयं सहायता समूह की 10 महिलाओं ने चार वर्ष पहले गौठान में कार्य करने का फैसला लिया था। आज वे गोबर बेचकर तथा वर्मी कंपोस्ट बनाकर लाखों रुपए की आय अर्जित कर रही हैं। इसके साथ ही सब्जी बाड़ी, मुर्गी पालन जैसे आय मूलक गतिविधियां भी अपना रही हैं। समूह की सदस्य ने बताया कि वह पहले घर के चूल्हे-चौके तक ही सीमित थी लेकिन समूह से जुड़ने के बाद और गोठान में काम करने के पश्चात एक नई सोच विकसित हुई है। अब गोठान के माध्यम से वे स्वालंबन की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। -
शहर के प्रत्येक व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनाने निगम की बड़ी मुहिम, डोर टू डोर बनाया जा रहा है आयुष्मान कार्ड
निगम मुख्य कार्यालय सहित सभी जोन कार्यालय में भी बनवाये जा सकते हैं आयुष्मान कार्ड
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत घर-घर जाकर आयुष्मानकार्ड बनाया जा रहा है। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी जिम्मेदारी दी गई है। प्रोग्रेस को बढ़ाने को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक ली गई। उन्हें लक्ष्य के अनुरूप प्रत्येक घरों में जाकर टारगेट पूरा करने बैठक में कहा गया। पूर्व में बनाए गए आयुष्मान कार्ड की भी समीक्षा की गई तथा प्रगति में इजाफा करने कहा गया। गौरतलब है कि कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा एवं निगमायुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर हर घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड बनाने के दौरान सर्वे के समय वार्ड का नाम, वार्ड क्रमांक, कितने घरों का सर्वे किया गया, कितना आयुष्मान कार्ड बनाया गया, व्यक्ति का आधार कार्ड अपडेट है कि नहीं की जानकारी, राशन कार्ड बना है या नहीं इसकी जानकारी, आधार कार्ड पूर्व में बना हुआ है कि नहीं, परिवार में किसी सदस्य की मृत्यु तो नहीं हुई है, परिवार का सदस्य काम के तलाश में या किसी कारणवश शहर से बाहर रहता है यह सब जानकारी जुटाई जा रही है और इसका रिकॉर्ड रखा जा रहा है ताकि इस आधार पर डाटा सुरक्षित रखा जा सके तथा इस मुताबिक आगे की कार्यवाही की जा सके। आज की बैठक में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा सर्वे के दौरान आई कठिनाइयों के बारे में भी जानकारी ली गई तथा तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए तरीके बताए गए। जिनका आधार अपडेशन नहीं हुआ है उनके आधार अपडेशन के लिए निगम के मुख्य कार्यालय के साथ ही जोन कार्यालय नेहरू नगर, जोन कार्यालय वैशाली नगर, जोन कार्यालय मदर टैरेसा नगर, जोन कार्यालय खुर्सीपार तथा जोन कार्यालय सेक्टर 6 के निगम कार्यालय से आधार कार्ड अपडेट करा जा सकता है यही नहीं सभी जोन कार्यालय से राशन कार्ड भी बनवाए जा सकता है। नगर पालिक निगम भिलाई की अपील है कि हर व्यक्ति अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें और आयुष्मान भारत योजना का लाभ ले। आज की बैठक में नोडल अधिकारी प्रीति सिंह, पीआरओ पी सी सार्वा व मिशन मैनेजर अमन पटले आदि मौजूद रहे।
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नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त
दुर्ग/छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने, प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने, उनके खेलो के प्रति जागरूकता बढ़ाने और खेल भावना का विकास करने हेतु राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 का आयोजन 17 जुलाई को हरेली त्यौहार से किया जाएगा। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल के मार्गदर्शिका, नियमावली एवं गाईडलाईन अनुरूप खेल के सफलतम आयोजन के लिए नोडल अधिकारी श्री डी.के.वर्मा मो.न. 9826519234 एवं सहायक नोडल अधिकारी श्री पी.सी.सार्वा मो.न. 9425512559 को नियुक्त किया गया है। नगर पालिक निगम के जोन कार्यालय स्तर पर जोन आयुक्त नोडल अधिकारी तथा सहायक राजस्व अधिकारी सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। -
दुर्ग / प्रतियोगी परीक्षा (पी. एस. सी./एस. एस. सी/बैकिंग/रेल्वे /व्यापम) कोचिंग कार्य हेतु आवेदित अभ्यर्थियों का 08 जुलाई 2023 समय सुबह 10 बजे से अपरान्ह 1 बजे तक विश्वदीप सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पद्मनाभपुर, दुर्ग में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्क्रीनिंग टेस्ट लिया जावेगा। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास के अनुसार स्क्रीनिंग टेस्ट में सम्मिलित होने नामंकित सूची durg.gov.in वेबसाईट में अपलोड कर दी गई है।
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दुर्ग/ कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने दुर्घटना में मृतको के परिजन को 16 लाख रूपये की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम परसाही (फेकारी) तहसील पाटन जिला दुर्ग निवासी श्रीमती भारती साहू की विगत 9 नवंबर 2021 को गैस चूल्हे की आग से जलने के कारण मृत्यु हो गई थी। इसी प्रकार ग्राम सेलुद तहसील पाटन जिला दुर्ग निवासी श्रीमती ममता बंजारे की विगत 27 जुलाई 2022 को जहरीले सांप के काटने से मृत्यु हो गई थी, ग्राम निकुम तहसील व जिला दुर्ग निवासी श्रीमती तुलसी बाई देशलहरे की विगत 16 अप्रैल 2022 को तालाब में डूबने से मृत्यु हो गई थी और सेक्टर 10 भिलाई तहसील व जिला दुर्ग निवासी गीतांश कुमार हिरवानी की विगत 18 नवंबर 2022 को पानी में डूबने से मृत्यु हो गई थी।
कलेक्टर द्वारा मृतिका स्व. भारती साहू के पति देवेन्द्र कुमार को 4 लाख रूपये, मृतिका स्व. ममता बंजारे के पति पिताम्बर बंजारे को 4 लाख रूपए, मृतिका स्व. तुलसी बाई देशलहरे के पति रामरतन देशलहरे को 4 लाख रूपय एवं मृतक स्व. गीतांश कुमार हिरवानीके पिता दीपक कुमार हिरवानी को 4 लाख रूपय की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की गई है। -
छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गतिविधियों के लिए पंजीयन प्रारंभ
दुर्ग/ छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने, प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने, उनके खेलो के प्रति जागरूकता बढ़ाने और खेल भावना का विकास करने हेतु राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 का आयोजन 17 जुलाई को हरेली त्यौहार से किया जाएगा।
नगर पालिक निगम भिलाई के 1 से 5 जोन में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन 17 जुलाई से 21 अगस्त 2023 तक आयोजित की जाएगी। इस हेतु छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में भाग लेने वाले इच्छुक प्रतिभागियों के लिए खिलाड़ियों का पंजीयन प्रारंभ हो गया है। पंजीयन हेतु जोन कार्यालय के खेल प्रांगण में काउण्टर तैयार किया गया है। पंजीयन उपरांत ही खेलकूद की विभिन्न गतिविधियांे में प्रतिभागी भाग ले सकेंगे। पंजीयन में प्रतिभागियों को नाम, उम्र, पता, मोबाईल नम्बर एवं पहचान पत्र आवश्यक रूप से पंजीकृत कराना होगा।
निगम आयुक्त द्वारा राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर नगरीय निकाय के वार्ड पार्षद को संरक्षक, राजीव युवा मितान क्लब के अध्यक्ष को अध्यक्ष, शासकीय विद्यालय के प्राचार्य व प्रधान पाठक को सदस्य एवं उपअभियंता को सदस्य सचिव तथा शारीरिक शिक्षा शिक्षक को सदस्य नियुक्त किया गया है। साथ ही प्रतिभागियों को खेल की नियमावली के अनुसार उन्हें प्रशिक्षण देकर खेल के नियमों से अवगत कराया जाएगा। -
दुर्ग / जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग दुर्ग के द्वारा दिव्यांगजनों की शारीरिक समस्याओं को कम करने एवं उनकी गतिशीलता में वृद्धि करने हेतु दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के प्रावधानों के अनुसार शल्य क्रिया एवं दिव्यांगजनों हेतु कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण का चिन्हांकन, मूल्यांकन तथा परीक्षण हेतु जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में 4-4 शिविर का आयोजन 06 जुलाई 2023 तक किया जा रहा है। जिसके तहत 19 जून 2023 को मंगल भवन धमधा में तथा 22 जून 2023 को शा. पूर्व, मा.शा. कोड़िया वि.ख. धमधा जिला दुर्ग में चिन्हांकन, मूल्यांकन तथा परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। आयोजित शिविर में कुल 252 दिव्यांगजनों का चिन्हांकन व परीक्षण किया गया। इस अवसर पर श्रीमती चन्द्रकला मनहर, जिला पंचायत सदस्य दुर्ग, श्रीमती सरस्वती रात्र, अध्यक्ष जनपद धमधा, श्रीमती सुनीता गुप्ता, अध्यक्ष नगर पंचायत धमधा श्री ईश्वरी निर्मलकर एवं श्री भूपेन्द्र साहू, जनपद सदस्य धमधा, श्री दुखवा राम पटेल, एल्ल्डरमेन धमधा, श्री झुमुक साहू सरपंच ग्राम पंचायत कोड़िया तथा शिविर आयोजनकर्ता विभागीय अधिकारी, श्री कमलेश पटेल, उपसंचालक, समाज कल्याण तथा प्रभारी अधिकारी श्री जन्तराम ठाकुर एवं अन्य कर्मचारी श्री विनय तिवारी, श्री अरुण वर्मा, श्री सोहन बंजारे, श्री मुकेश सौरज, श्री सुशील साहू, श्री गौतम साहू, श्री विजय भास्कर, श्री रजनीश डड़सेना, श्री योगेन्द्र सोनी, श्री केवल पटेल एवं श्री प्यारे लाल सोनकर उपस्थित रहें।
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दुर्ग / छत्तीसगढ़ राज्य में राष्ट्रीय न्यास के प्रावधानों के अंतर्गत स्थानीय स्तरीय समिति द्वारा राष्ट्रीय न्यास अधिनियम, 1999 के प्रावधान अनुसार जिला स्तर पर कलेक्टर / मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में समिति द्वारा स्थानीय स्तर पर ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मानसिक मंदता, या किया जाता बहुदिव्यांगता वाले दिव्यांगजनों के लिए अभिभावक की नियुक्ति किया जाता है। जिसके तहत 9 दिव्यांग व्यक्तियों के देख-रेख हेतु अभिभावक की नियुक्ति समिति द्वारा किया गया है, तथा नियुक्त किये गये अविभावकों को 23 जून 2023 को समाज कल्याण विभाग दुर्ग प्रागण में श्री देवेन्द्र देशमुख, अध्यक्ष जनपद पंचायत दुर्ग एवं कल्याणी सोशल वेलफेयर से श्री संजय देशमुख, सदस्य एवं समाज कल्याण विभाग के श्री कमलेश कुमार पटेल, उपसंचालक एवं प्रभारी अधिकारी श्री जंतराम ठाकुर एवं श्री विनय तिवारी, की उपस्थिति में लिगल गार्जियनशीप (अधिकत कानूनी अभिभावक) का प्रमाण-पत्र प्रदाय किया गया।
उप संचालक समाज कल्याण के अनुसार दिव्यांग खिलेन्द्र कुमार साहू, कु. श्वेता द्विवेदी, मो.हसन रजा, आलोक कुमार सिंह, कुमारी कोप्पोल स्नेहलता, आराध्या शर्मा, कुंज राठौर, संदीप ताम्रकार एवं गौकरण पाटिल को लिगल गार्जियनशिप प्रदान किया गया। -
बालोद । कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने बालोद विकासखण्ड के ग्राम बरही में स्थापित महात्मा गाँधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीण औद्योगिक पार्क में कार्य कर रहे ग्रामीणों से चर्चा कर गतिविधियों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर श्री शर्मा ने ग्रामीण औद्योगिक पार्क में स्थापित कैटल फीड संयंत्र का अवलोकन कर कामधेनु सहकारी समिति के सदस्यों द्वारा तैयार किए जा रहे पशु आहार के उत्पादन, लागत, विक्रय एवं मार्केटिंग आदि के संबंध में जानकारी ली। ग्रामीण औद्योगिक पार्क बरही के नोडल अधिकारी श्री अभिषेक मिश्र ने बताया की कैटल फीड संयंत्र से अब तक 14 टन पशु आहार का उत्पादन किया जा चुका है, जिसमंे 08 टन पशुआहर की बिक्री कर 02 लाख रुपए अर्जित किया है। इस दौरान कलेक्टर श्री शर्मा ने मार्केट के आवश्यकता अनुसार पशु आहार की उत्पादन क्षमता बढ़ाने एवं विक्रय पर विशेष ध्यान देने कहा। इस दौरान कलेक्टर श्री शर्मा ने जनपद पंचायत गुरुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजेंद्र पडौती को निर्देशित करते हुए ग्रामीण औद्योगिक पार्क परिसर में पौधा रोपण कर परिसर को हरा-भरा करने कहा। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ रेणुका श्रीवास्तव, ग्राम पंचायत बरही के सरपंच, सचिव सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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रायपुर। कंकालीपारा, रायपुर निवासी सत्यनारायण तिवारी का आज 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे स्वर्गीय मोहन लाल तिवारी (नेवनारा वाले) के सबसे छोटे पुत्र और मनीष तिवारी, आशीष तिवारी, सन्नी के पिता व तरुण शर्मा, डॉ. मेघेश, किसान नेता योगेश तिवारी के चाचा थे।
- -वर्ष 2017-18 की तुलना में ढाई गुना से ज्यादा बढ़ा खनिज राजस्व-देश में पहली बार छत्तीसगढ़ में ई-नीलामी से आबंटित किए गए निकिल-क्रोमियम के दो ब्लाक-पिछले वर्षों में ई-नीलामी से आबंटित खनिज ब्लाकों से मिलेगी 01 लाख करोड़ से ज्यादा राशि-विशेष सचिव श्री मौर्य की अध्यक्षता में खनिज साधन विभाग की समीक्षा बैठकरायपुर /छत्तीसगढ़ में खनिजों से वर्ष 2022-23 में 12,941 करोड़ रूपये का रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त हुआ है। यह राशि वर्ष 2021-22 की तुलना में 636 करोड़ रूपए अधिक है। वर्ष 2021-22 में कुल खनिज राजस्व 12,305 करोड़ रूपए प्राप्त हुआ था। वर्ष 2017-18 में खनिज राजस्व आय लगभग 4911 करोड़ रूपये थी, जिसकी तुलना में वर्ष 2022-23 में खनिज राजस्व आय ढाई गुना से ज्यादा है। खनिज साधन विभाग के विशेष सचिव श्री जे.पी. मौर्य की अध्यक्षता में आयोजित जिला खनि अधिकारियों की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई।विशेष सचिव श्री मौर्य ने बताया कि खनिज साधन विभाग द्वारा बहुमूल्य और सामरिक महत्व के खनिजों के अन्वेषण पर जोर दिया जा रहा है। इन खनिजों में निकिल, क्रोमियम, ग्रेफाइट, गोल्ड तथा डायमण्ड जैसे खनिज हैं। पिछले वर्ष 20 महत्वपूर्ण खनिज ब्लाकों का आबंटन ई-नीलामी के माध्यम से किया गया। इन ब्लाकों में देश में पहली बार महासमुंद जिले के निकिल-क्रोमियम के दो ब्लाक भी आबंटित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 के बाद कुल 29 खनिज ब्लाक आबंटित किए गए हैं, जिनमें से पिछले वर्ष 20 ब्लाक ई-नीलामी से आबंटित किए गए हैं। जिससे राज्य शासन को 01 लाख करोड़ रूपए से ज्यादा राशि प्राप्त होगी।विशेष सचिव श्री मौर्य ने बैठक में वर्ष 2022-23 में जिलेवार प्राप्त खनिज राजस्व की समीक्षा की। बैठक के दौरान वर्ष 2023-24 हेतु निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु कार्य-योजना पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया। इस संदर्भ में लौह अयस्क एवं कोयला खानों के लंबित कर निर्धारण, कॉमन कॉस प्रकरण अंतर्गत क्षमता से अधिक खनन, विशेष खनिपट्टों में Additional Amount, निर्माण विभाग में उपयोगित गौण खनिजों पर देय राशि की वसूली सहित खनिज राजस्व बकाया, अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर अधिरोपित दण्ड इत्यादि की वसूली हेतु की गई कार्यवाही की समीक्षा की गई। साथ ही खनिपट्टों में क्षमता से कम उत्पादन पर एमडीपीए अनुसार परफॉर्मेंस सिक्यूरिटी अप्रोप्रियेशन किये जाने के सख्त निर्देश अधिकारियों को दिये गये।बैठक में खनिज साधन विभाग के संयुक्त संचालक श्री अनुराग दीवान ने बताया कि विभाग द्वारा राज्य में अन्वेषण कार्याें में अन्य शासकीय एवं निजी संस्थानों को शामिल करते हुए बहुमूल्य एवं सामरिक महत्व के खनिजों के अन्वेषण पर जोर देते हुए 46 अन्वेषण योजनाएं संचालित है। साथ ही विभाग द्वारा इस हेतु क्षमता विकास हेतु नवीन ड्रिलिंग मशीनों, ट्रकों एवं वाहनों सहित विभाग द्वारा एनएमईटी फंड से लगभग 05 करोड़ के विशेष अन्वेषण उपकरणों के क्रय की कार्यवाही की जा रही है। बैठक में विशेष सचिव द्वारा विभागीय कार्याें के बढ़े हुए जिम्मेदारियों को दृष्टिगत रखते हुए वर्ष 2004 में अनुमोदित सेटअप में युक्तियुक्त वृध्दि हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 में 02 चूनापत्थर, 09 लौह अयस्क, 05 बॉक्साइट ब्लॉक्स, 02 निकल-क्रोमियम पीजीई एवं 02 ग्रेफाईट खनिज सहित कुल 20 ब्लॉक्स का ई-ऑक्शन के माध्यम से खनिपट्टा/कंपोजिट लायसेंस आबंटन किया गया।बैठक में विशेष सचिव द्वारा खनिज राजस्व आय में और अधिक वृध्दि हेतु अधिकाधिक खानों के पारदर्शी आबंटन, कोयला एवं अन्य आबंटित खानों का यथाशीघ्र संचालन हेतु राजस्व, वन, पर्यावरण सम्मति हेतु इन विभागों से प्रभावी समन्वय तथा शिथिल खदानों को लेप्स घोषित किया जाकर पुनः आबंटन कार्यवाही के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि इस संबंध में शासन को प्रस्ताव यथाशीघ्र भेजे जाए। साथ ही प्रशासनिक कसावट की बात कही गई।बैठक में संयुक्त संचालक (भौमिकी) श्री संजय कनकने और संयुक्त संचालक (ख.प्र.) श्री महिपाल सिंह कंवर एवं संचालनालय और जिला स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।
- -मुख्यमंत्री ने गुजरात में आयोजित 36वें राष्ट्रीय खेल में राज्य का गौरव बढ़ाने वाले पदकवीरों को किया सम्मानित-राष्ट्रीय खेल में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और टीम प्रबंधकों का भी किया गया सम्मान-36वें राष्ट्रीय खेल में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को मिलेगा 16.35 लाख रूपए का पुरस्काररायपुर । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश में खेलों के लिए अच्छा माहौल तैयार करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। नई-नई खेल अकादमियां शुरू हो रही हैं। खिलाड़ियों के खेल कौशल को बढ़ाने के लिए विश्व स्तरीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर आज अपने निवास में आयोजित खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में इस आशय के विचार व्यक्त किए। उन्होंने समारोह में गुजरात में आयोजित 36वें राष्ट्रीय खेल में पदक जीतने वाले राज्य के खिलाड़ियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में इन खेलों मे भाग लेने वाले खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और टीम प्रबंधकों को भी सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव श्री देवेन्द्र यादव, रायपुर नगर निगम के पूर्व महापौर श्री गजराज पगारिया और छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के पदाधिकारी भी समारोह में उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि खेलों के माध्यम से जहां खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलती है, वहीं हम सब भी गौरवान्वित महसूस करते हैं। आप सब ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने के साथ ही हम लोगों को गौरवान्वित भी किया है। मैं गुजरात में हुए 36वें राष्ट्रीय खेल में राज्य के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के साथ ही सभी प्रतिभागी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत एवं टीम स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले 64 खिलाड़ियों, विभिन्न खेलों में भाग लेने वाले 89 अन्य खिलाड़ियों तथा 38 प्रशिक्षकों-प्रबंधकों को सम्मानित किया।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राज्य में खेलों के विकास और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए अच्छा वातावरण तैयार किया जा रहा है। किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए संगठित प्रयास और अनुकूल वातावरण की जरूरत होती है। प्रदेश में अभी 21 अकादमी संचालित हैं जिनमें दो आवासीय अकादमी भी हैं। इनकी संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। जब नारायणपुर के बच्चे मलखम्ब में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहरा सकते हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं है। एशियन गेम्स, ओलंपिक, राष्ट्रमंडल और राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी लगातार हिस्सा लेते रहे हैं।छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव श्री देवेन्द्र यादव ने कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों में बहुत प्रतिभा और ऊर्जा है। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में यहां के खिलाड़ी लगातार अपना दमखम दिखाते रहे हैं। राज्य की खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए हमें संगठित रूप से अच्छी अधोसंरचना तैयार करनी होगी। 14-15 वर्ष की उम्र में खिलाड़ियों की पहचान कर योजनाबद्ध रूप से उनके कौशल को निखारना होगा। राज्य के सभी संभाग मुख्यालयों में उपलब्ध खेल सुविधाओं को दूरस्थ अंचल के बच्चों तक भी पहुंचाना होगा। श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 36वें राष्ट्रीय खेल के पदक विजेता खिलाड़ियों, इसमें हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के लिए कुल 16 लाख 35 हजार रूपए के पुरस्कार की घोषणा की है।
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दुर्ग/ जिले में लोगों के नशापान करने की प्रवृत्ति पर प्रभावी नियंत्रण तथा समाज में नशामुक्ति के पक्ष में सकारात्मक वातावरण निर्मित करने समुदाय की सहभागिता से नशा के विरूद्ध व्यापक जनमत विकसित करने के लिए 26 जून 2023 ’’अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस’’ के अवसर पर स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल एवं युवा कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग, जनसंपर्क, पंचायत आबकारी विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। नशा निवारण दिवस कार्यक्रम अंतर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर गठित भारत माता वाहिनी द्वारा नशामुक्ति कार्यक्रमों का आयोजन, रेडियों एवं दूरदर्शन से नशा मुक्ति कार्यक्रमों का प्रसारण, जिले के समस्त विभागों के समन्वय से नशापान के विरूद्ध समुचित कार्यवाही, यथा संभव नशा पीडितों से प्रत्यक्ष संवाद कर उन्हें नशापान के दुष्परिणामों की जानकारी देना, नशामुक्ति साहित्यों का वितरण, सोशल मीडिया में प्रेरक स्लोगन, चित्रों आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार, नशा तथा एड्स प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार, विद्यार्थियों में नशापान के विरूद्ध जागरूकता लाने विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन तथा नशामुक्ति हेतु शपथ/संकल्प पत्र में हस्ताक्षर कराये जायेंगे। इसके अतिरिक्त स्थानीय संस्कृति एवं परम्पराओं के अनुरूप अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे।
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*पंडित आर.डी. तिवारी स्कूल में आयोजित हुआ सेमीनार*
*जिला प्रशासन की पहल को युवतियों ने सराहा*
रायपुर / हाई स्कूल उत्तीर्ण युवतियों-महिलाओं के लिए निःशुल्क सॉफ्टवेयर इंजीनिरिंग प्रशिक्षण के लिए जिला प्रशासन द्वारा तीन दिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया। इसमें 300 सौ अधिक अभ्यर्थियों शामिल हुए। अभ्यर्थियों ने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा के हमें यह जानकर बहुत अच्छा लगा कि एप बनाने को सीखने मिलेगा। इससे हमारे कैरियर के परंपरागत विकल्पों के अलावा नए विकल्प अपनाने का अवसर मिलेगा। अन्य अभ्यर्थी ने कहा कि कोडिंग के क्षेत्र में निःशुल्क प्रशिक्षण मिलना हमारे लिए सुखद अनुभूति होगी और हमें बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम करने का अवसर मिलेगा।
अंतिम दिन सहायक कलेक्टर श्री जयंत नाहटा और नव गुरूकुल संस्था के विशेषज्ञो ने अभ्यर्थियों के प्रश्नों के उत्तर देते हुए ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल होने की अपील की। श्री नाहटा ने कहा कि यह 17 से 29 वर्ष तक आयु वर्ग की युवतियों-महिलाओं के लिए सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में कैरियर बनाने का अच्छा अवसर है। इसमें आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था है जो कि निःशुल्क है। इससे प्रशिक्षणार्थीे को भोजन आवास की व्यवस्था करने की चिन्ता नहीं रहेगी। वह निश्चिंत होकर पढ़ाई में ध्यान केन्द्रित करेंगी और वह शिक्षकों द्वारा सिखाए जा रहे तकनीक को पूरी तरह ग्रहण करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस स्क्रीनिंग में चयनित अभ्यर्थी को कोडिंग का प्रशिक्षण प्राप्त होगा। इसके परिणाम जल्द जारी किए जाएंगें। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद न्यून्तम 20 हजार रूपये का वेतन की नौकरी मिल सकेगी। भविष्य में अमेजन, नेटवेस्ट, एप्प स्क्रिप, मैक्यूरी, एक्सेंचर जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों में कार्य करने का अवसर मिल सकेगा।
- रायपुर/ जिला रोजगार कार्यालय तथा जिला कौशल विकास प्राधिकरण द्वारा लाईवलीहुड कॉलेज जोरा में प्लेसमेंट कैंप का आयोजन 26 जून को सुबह 10ः30 बजे से दोपहर 3 बजे तक किया जा रहा है। इस प्लेसमेंट कैंप में निजी क्षेत्र के 15 से अधिक नियोजकों द्वारा लगभग 600 पदों पर नियुक्ति की जाएगी।इस प्लेसमेंट कैंप में निजी क्षेत्र के संस्थान टेक्नो ब्रेन्स एजुकेशन प्राईवेट लिमिटेड, नंदन स्टील एंड पॉवर लिमिटेड, एलर्ट एस.जी.एस. प्राईवेट लिमिटेड, ब्लूचिप केयर्स प्राईवेट लिमिटेड, संजय ऑटोमोबाईल, पेस गियर अपेरेल्स, एपियर टेक्स एवं रजिस्ट्रेशन, रिलायंस निप्पोन लाईफ इन्शोरेन्स, बत्रा दीपक एंड एसोसियेट इंडिया प्राईवेट लिमिटेड, बॉम्बे इंटेलिजेंस सिक्युरिटी लिमिटेड, शिवशक्ति बायोटेक्नोलॉजी, भारत लाईट होम्स, श्रृजन शॉप आदि शामिल होंगे। इन संस्थानों द्वारा सेल्स एंड मार्केटिंग, ट्रेनर, टेलीकॉलर, फिटर, टर्नर, फील्ड ऑफिसर, सिक्युरिटी गार्ड, असिस्टेंट ब्रांच हेड, सेल्स पर्सन, बिजनेस डेवलपमेंट एक्जिक्युटिव, वेयर हाऊस पेकर एंड चेकर आदि प्रकार के पदों पर भर्ती किया होगी।सहायक संचालक जिला कौशल विकास प्राधिकरण रायपुर ने बताया कि रायपुर जिले के वे युवा, जो कम से कम 10वीं परीक्षा उत्तीर्ण है, और जिनकी आयु 18 वर्ष से 35 वर्ष तक हो, वे युवा अपने सभी प्रमाण पत्रों के मूल एवं सत्यापित प्रतिलिपि के साथ इस प्लेसमेंट कैंप में साक्षात्कार के लिये उपस्थित हो सकते हैं। पदों के अनुसार शैक्षणिक योग्यता निर्धारित है। यह प्लेसमेंट कैंप युवाओं के लिये पूर्णतः निःशुल्क है। बेरोजगारी भत्ता योजना, मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत कौशल प्रशिक्षित युवाओं को चयन में प्राथमिकता दिया जाएगा। चयनित युवाओं को उनके योग्यता एवं कार्यानुसार प्रतिमाह 8 हजार से 15 हजार रूपये का मानदेय दिया जाएगा एवं इनका कार्यक्षेत्र रायपुर जिला होगा।
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लोग हो रहे जागरूक, आ रहें सकारात्मक परिणाम’’*
*कलेक्टर एनआईटी में आयोजित सेमीनार में शामिल हुए*
रायपुर /कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आज एनआईटी में एचसीएल फांउडेशन द्वारा पर्यावरण संरक्षण में स्वयं सेवी संस्थाओं की भूमिका पर आयोजित अखिल भारतीय सेमीनार में शिरकत की। इस सेमीनार का विषय भारत में जलवायु और पर्यावरण परिवर्तन की चुनौतियां और स्वयं सेवी संस्थाओं की भूमिका था। सेमीनार को संबोधित करते हुए कलेक्टर डाॅ. भुरे ने कहा कि मौसम और पर्यावरण परिवर्तन के इस दौर में सरकार तथा स्वयं सेवी संस्थाएं एक-दूसरे के सहयोगी के रूप में काम कर रहे है। गैर सरकारी संस्थाएं इस दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों, कार्यक्रमों और नीतियों को लागू करने के लिए मदद्गार साबित हो रही है। डाॅ. भुरे ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए लोग अब ज्यादा जागरूक हो गये है। पहले की अपेक्षा माहौल भी बदल रहा है। सरकारी तंत्र भी अब पहले की अपेक्षा स्वयं सेवी संगठनों के साथ काम करने में अधिक अनुकूल हुए है। पर्यावरण नीति, पर्यावरण को बचाने जन भागीदारी से लेकर दूसरे स्थानीय मुद्दों पर भी अब लोग स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से अपनी राय सरकार को दे रहें हैं। डाॅ. भुरे ने कहा कि इससे स्थानीय स्तर पर पर्यावरण संबंधी समस्याओं को हल करने में स्थानीय लोगों की मद्द भी मिल रही है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाली कुछ गैर सरकारी संस्थाओं का उदाहरण दिया और पर्यावरण संबंधी योजनाओं को लागू करने में जन अपेक्षाओं तथा सामाजिक कल्याण को ध्यान में रखने पर भी जोर दिया।
कलेक्टर डाॅ. भुरे ने कहा कि एनजीओ पर्यावरण संरक्षण सतत् विकास, वन प्रबंधन इत्यादि क्षेत्रों में काम कर रही है। स्वयं सेवी संगठन जमीनी स्तर पर तक कार्य करती है जिसके कारण जमीनी हालात के संबंध में जानकारी मिलती है। इससे शासकीय तंत्र कार्य को बेहतर करने में मदद् मिलती है और साथ ही विशेषज्ञ के रूप में सलाह मिलती है। किसी भी कार्य योजनाओं को स्थानीय आवश्यकताओं पर आधारित बनाये जाने पर सकारात्मक परिणाम मिलते है। इसमें स्वयं सेवी संगठन महत्वपूर्ण योगदान दे सकते है। कलेक्टर ने प्रतिभागियों के प्रश्नों का जवाब दिया।
राज्य जैव विविधता बोर्ड के सदस्य सचिव श्री अरूण कुमार पाण्डेय ने बताया कि वन विभाग में जैव विविधता, वन संरक्षण, जल वायु परिवर्तन और वन अधिकार अधिनियम के क्षेत्र में एनजीओ अच्छा काम कर रहे है। उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा वेटलेण्ड मित्र बनाया जा रहा है जो वेटलेण्ड संरक्षण के लिए कार्य कर रहे है। कार्यक्रम में एनआईटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विद्युत मजूमदार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले स्वयं सेवी संगठन के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
























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