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तोक्यो। जापान में दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला टोमिको इटूका का 116 साल की उम्र में निधन हो गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' के अनुसार, जापान की निवासी इटूका दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला थीं। वृद्धावस्था नीतियों के प्रभारी अधिकारी योशित्सुगु नगाटा ने बताया कि इटूका का निधन 29 दिसंबर को मध्य जापान के ह्योगो प्रांत के आशिया स्थित एक देखभाल गृह में हुआ। इटूका का जन्म 23 मई 1908 को हुआ था। पिछले साल 117 वर्षीय मारिया ब्रान्यास की मृत्यु के बाद वह सबसे बुजुर्ग व्यक्ति बन गई थीं। नगाटा ने बताया कि ओसाका में जन्मी इटूका हाई स्कूल में वॉलीबॉल खिलाड़ी थीं। उन्होंने 3,067 मीटर (10,062 फुट) ऊंचे माउंट ओनटेक पर दो बार चढ़ाई की। 20 साल की उम्र में उनकी शादी हुई और उनकी दो बेटियां और दो बेटे थे। उन्होंने बताया कि 1979 में पति की मृत्यु के बाद इटूका नारा में अकेली रहती थीं। नगाटा ने कहा कि फिलहाल उनके परिवार में एक बेटा, एक बेटी और पांच पोते-पोतियां हैं।
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लास वेगास. अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लास वेगास स्थित होटल के बाहर बुधवार को ‘टेस्ला साइबरट्रक' में विस्फोट हो जाने से उसमें सवार एक संदिग्ध व्यक्ति की मौत हो गई और इस घटना के आतंकवाद से जुड़े होने की आशंका के मद्देनजर गहन जांच शुरू कर दी गई है। ‘टेस्ला साइबरट्रक' में मोर्टार और ईंधन के कनस्तर रखे हुए थे।
लास वेगास मेट्रोपॉलिटन पुलिस और क्लार्क काउंटी अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वाहन के अंदर एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा आसपास मौजूद सात लोग मामूली रूप से घायल हो गए। प्राधिकारियों ने बुधवार दोपहर यहां वाहन से शव को निकाला और अंदर मौजूद सबूतों को इकट्ठा करने में जुट गए। इस घटना के संबंध में राष्ट्रपति जो बाइडन को भी जानकारी दे दी गई है। लास वेगास में एफबीआई कार्यालय के अधिकारी जेरेमी श्वार्ट्ज ने कहा, ‘‘हमारा पहला लक्ष्य इस घटना में शामिल व्यक्ति की पहचान करना है और इसके बाद पता लगाया जाएगा कि कहीं यह कोई आतंकवादी घटना तो नहीं थी।'' पुलिस विभाग के शेरिफ केविन मैकमैहिल ने कहा कि अधिकारियों ने पता लगा लिया है कि कोलोराडो में ‘टुरो' आनलाइन ऐप के माध्यम से किसने यह वाहन किराए पर लिया था,लेकिन जांच के बाद ही व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी दी जाएगी। मैकमैहिल ने कहा कि टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क ने टेस्ला के ‘चार्जिंग स्टेशन' से सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराए हैं जिससे जांच में मदद मिलेगी। -
ढाका. बांग्लादेश की एक अदालत ने हिंदू संत और इस्कॉन से जुड़े रहे चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के मामले में जमानत देने से इनकार कर दिया। संत की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान उनकी ओर से 11 वकीलों का एक समूह मौजूद था। चिन्मय कृष्ण दास डिजिटल तौर पर अदालत की कार्यवाही में शामिल हुए। अदालत के एक अधिकारी ने कहा,‘‘सुनवाई करीब 30 मिनट तक जारी रही, (मेट्रोपोलिटन सत्र) न्यायाधीश मोहम्मद सैफुल इस्लाम ने अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष के वकीलों की दलीलें सुनीं और फिर उनकी (दास की) जमानत याचिका खारिज कर दी।'' दास पहले इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) से जुड़े थे और अब बांग्लादेश सम्मिलिता सनातनी जागरण जोत संगठन के प्रवक्ता हैं। उन्हें 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। उन्हें चटगांव लाया गया जहां अदालत ने अगले दिन उनकी जमानत याचिका खारिज करते हुए जेल भेज दिया। दास को बांग्लादेश के झंडे का कथित रूप से ‘अपमान' करने के लिए राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बचाव पक्ष के वकील अपूर्व कुमार भट्टाचार्य ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप निराधार है क्योंकि वह राष्ट्रीय ध्वज नहीं था। हमने अदालत से कहा कि यह मामला सुनवाई योग्य नहीं है।'' दूसरी ओर सरकारी वकील मोफीजुल हक भुइयां ने कहा, ‘‘ हमने सुनवाई के दौरान जमानत का विरोध किया और अदालत ने जमानत याचिका खारिज कर दी है।'' पूर्व उप अटार्नी जनरल भट्टाचार्य, दास की ओर से उच्चतम न्यायालय के 11 वकीलों के दल का नेतृत्व कर रहे थे। पुलिस ने अदालत परिसर के अंदर और आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की और वकीलों तथा अन्य संबंधित व्यक्तियों की पहचान जांच के बाद ही उन्हें अंदर जाने दिया। जब 26 नवंबर को दास की जमानत खारिज कर दी गई थी तो इस फैसले से हिंदू समुदाय के लोग नाराज हो गए थे और उन्होंने अदालत के बाहर जेल वैन के चारों ओर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके कारण हिंसक झड़पें हुईं। इसके परिणामस्वरूप वकील सैफुल इस्लाम अलिफ की मौत हो गई थी।
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लंदन. सामुदायिक नेताओं, प्रचारकों, शिक्षाविदों और चिकित्सकों समेत 30 से अधिक भारतीय मूल के पेशेवरों को शुक्रवार रात लंदन में जारी ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स की 2025 नववर्ष सम्मान सूची में शामिल किया गया है। श्रीलंकाई और भारतीय मूल के कंजर्वेटिव सांसद रानिल मैल्कम जयवर्धने को राजनीतिक एवं सार्वजनिक सेवा के लिए और हाल में इस्तीफा देने वाले इंग्लैंड पुरुष फुटबॉल टीम के प्रबंधक गैरेथ साउथगेट को खेल क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए ‘नाइटहुड' की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। नववर्ष सम्मान सूची में खेल, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और स्वैच्छिक सेवा समेत विभिन्न क्षेत्रों के 1,200 से अधिक लोगों को शामिल किया गया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा, ‘‘आम लोग अपने समुदायों के लिए रोजाना असाधारण काम करते हैं। वे सेवा के उस ब्रितानी मूल्य का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसे मैं इस सरकार द्वारा किए जाने वाले हर काम के केंद्र में रखता हूं। नए साल की सम्मान सूची में इन गुमनाम नायकों का सम्मान किया गया है और मैं उनके अविश्वसनीय योगदान के लिए उनका धन्यवाद करता हूं।'' ब्रिटेन के महाराजा के नाम पर कैबिनेट कार्यालय द्वारा प्रतिवर्ष जारी की जाने वाली इस सूची के अनुसार शिक्षा के क्षेत्र में सेवाओं के लिए सतवंत कौर देओल को ‘कमांडर्स ऑफ द ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर' (सीबीई) से सम्मानित किया जाएगा। इनके अलावा ‘प्रतिस्पर्धा कानून' के क्षेत्र में सेवाओं के लिए चार्ल्स प्रीतम सिंह धनोवा तथा स्वास्थ्य सेवा, विज्ञान और नवाचार एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सेवाओं के लिए सर्जन प्रोफेसर स्नेह खेमका समेत 30 भारतीयों को सम्मानित किया जाएगा।
- कराची (पाकिस्तान),। पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत में राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बस के ट्रेलर से टकरा जाने से एक ही परिवार के आठ सदस्यों सहित कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। हैदराबाद प्रांत के उपायुक्त अर्सलान सलीम ने बताया कि सोमवार रात मोरो के पास यह दुर्घटना हुई, जब बस हैदराबाद से बारातियों को लेकर लौट रही थी। उन्होंने कहा, ‘‘बारातियों में लगभग 20 लोग थे और 12 लोग मारे गए।''दुर्घटना में बुरी तरह से घायल हुई एक युवती ने मंगलवार सुबह कराची के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।सलीम ने बताया कि मृतकों में आठ लोग एक प्रमुख डॉक्टर के परिवार से थे।मोरो सरकारी अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि घायलों में से पांच की हालत गंभीर है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए नवाबशाह और कराची ले जाया गया है। बस को टक्कर मारने वाले ट्रेलर का चालक घटनास्थल से फरार हो गया।
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अदीस अबाबा. इथियोपिया में एक ट्रक के नदी में गिर जाने से कम से कम 66 लोगों की मौत हो गई। एक अस्पताल के निदेशक ने सोमवार को यह जानकारी दी। निदेशक ने बताया कि यह दुर्घटना रविवार को उस दौरान हुई जब एक पुराना ट्रक एक पुल से नीचे गिर गया। ट्रक में सवार लोग एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि इस जगह पर पहले भी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। बोना जनरल अस्पताल के चिकित्सा निदेशक लेम्मा लैगाइड ने समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस' को सोमवार को बताया कि घटनास्थल पर ही 64 लोगों की मौत हो गई थी तथा दो लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि जिन मरीजों को गहन देखभाल की जरूरत थी, उन्हें एक बड़े अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। यह घटना दूरदराज के गांव में हुई, इसलिए राहत एवं बचाव अभियान में देरी हुई जिसके कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई।
- वाशिंगटन। अमेरिका की सिलिकॉन वैली में सिख और हिंदू समुदाय के लोगों ने ‘वीर साहिबजादे बलिदान दिवस' मनाया, जो सिखों के 10वें गुरु-गुरु गोबिंद सिंह के चार बेटों की शहादत की याद में मनाया जाता है। यह स्मरणोत्सव 26 दिसंबर को कैलिफोर्निया के ग्रेटर सैक्रामेंटो के जैन सेंटर में मनाया गया। इसकी शुरुआत अरदास से हुई, जिसके बाद बच्चों ने अपनी साझा सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का जश्न मनाते हुए मंच पर प्रस्तुतियां प्रस्तुत कीं। एल्क ग्रोव के मेयर बॉबी सिंह-एलन ने कहा, "यह हमारे समुदायों के लिए एक-दूसरे से सीखने का सार्थक अवसर हैं। मैं एकता, विश्वास और भाईचारे को बढ़ावा देने वाले निरंतर सहयोग की आशा करता हूं।" गुरु गोविंद सिंह के दो छोटे बेटों- जोरावर सिंह (छह) और फतेह सिंह (नौ) ने 18वीं सदी में अपने धर्म की रक्षा हेतु अपने प्राणों का बलिदान दिया था जबकि बड़े बेटों अजीत सिंह (18) और जुझार सिंह (14) ने चमकौर साहिब में मुगल सेना के खिलाफ लड़ते हुए अपनी जान गंवा दी थी।
- वाशिंगटन। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित एवं अमेरिका के 39 वें राष्ट्रपति जिमी कार्टर का रविवार को निधन हो गया। वह 100 वर्ष के थे। कार्टर भारत की यात्रा करने वाले तीसरे अमेरिकी नेता थे और उनकी यात्रा के दौरान उनके सम्मान में हरियाणा के एक गांव का नाम उनके नाम पर कार्टरपुरी रखा गया था। सबसे लंबे समय तक जीवित रहे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति कार्टर ने 1977 से 1981 तक इस पद पर सेवाएं दी थीं। मूंगफली की खेती करने वाले कार्टर ने ‘वाटरगेट' घोटाले और वियतनाम युद्ध के बाद राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता था। वह 1977 से 1981 तक राष्ट्रपति रहे। अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक बयान में कहा, ‘‘अमेरिका और विश्व ने आज एक असाधारण नेता, राजनीतिज्ञ और मानवतावादी खो दिया।” कार्टर के परिवार में उनके बच्चे- जैक, चिप, जेफ एवं एमी, 11 पोते-पोतियां और 14 परपोते-परपोतियां हैं। उनकी पत्नी रोजलिन और उनके एक पोते का निधन हो चुका है। कार्टर की पत्नी रोजलिन का नवंबर 2023 में निधन हो गया था। वह 96 वर्ष की थीं।चिप कार्टर ने कहा, ‘‘मेरे पिता केवल मेरे लिए ही नहीं, बल्कि शांति, मानवाधिकारों और निःस्वार्थ प्रेम में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति के नायक थे।''बाइडन ने अपने बयान में कहा कि कार्टर ने करुणा और नैतिक मूल्यों के जरिए शांति स्थापित करने, नागरिक अधिकारों और मानवाधिकारों को प्रोत्साहित करने, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनावों को बढ़ावा देने, बेघरों को घर मुहैया कराने और वंचितों की हमेशा मदद करने की दिशा में काम किया।अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हालांकि वह ‘‘दार्शनिक और राजनीतिक रूप से'' कार्टर से ‘‘पूरी तरह असहमत'' हैं, लेकिन वह जानते हैं कि कार्टर ‘‘हमारे देश और इसके मूल्यों'' से सच्चा प्यार करते थे और उनका सम्मान करते थे। ट्रंप ने कहा, ‘‘उन्होंने अमेरिका को एक बेहतर जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत की और इसके लिए मैं उनका अत्यधिक सम्मान करता हूं। वह वास्तव में एक अच्छे इंसान थे और उनकी कमी निश्चित रूप से महसूस होगी।''कार्टर को भारत का मित्र माना जाता था। वह 1977 में आपातकाल हटने और जनता पार्टी की जीत के बाद भारत आने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे। भारतीय संसद में अपने संबोधन के दौरान कार्टर ने सत्तावादी शासन के खिलाफ बात की थी। कार्टर ने दो जनवरी, 1978 को कहा था, ‘‘भारत की कठिनाइयां, जिनका हम अक्सर स्वयं अनुभव करते हैं और जिनका विशेष रूप से विकासशील देशों को सामना करना पड़ता है, वे हमें भविष्य की जिम्मेदारियों की याद दिलाती हैं। सत्तावादी तरीके की नहीं।'' उन्होंने सांसदों से कहा था, ‘‘भारत की सफलताएं अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे इस सिद्धांत को निर्णायक रूप से खारिज करती हैं कि आर्थिक एवं सामाजिक प्रगति के लिए विकासशील देश को सत्तावादी या अधिनायकवादी सरकार को और इस तरह के शासन से मनुष्यता की भावना को होने की नुकसान को स्वीकार करना होगा।'' कार्टर ने कहा था, ‘‘क्या लोकतंत्र महत्वपूर्ण है? क्या सभी लोग मानवीय स्वतंत्रता को महत्व देते हैं?...भारत ने जोरदार आवाज में ‘हां' में जवाब दिया है और यह आवाज पूरी दुनिया में सुनी गई। पिछले मार्च यहां कुछ महत्वपूर्ण हुआ, इसलिए नहीं कि कोई खास पार्टी जीती या हारी, बल्कि इसलिए कि मतदाताओं ने स्वतंत्र रूप से और समझदारी से चुनावों में अपने नेताओं को चुना। इस अर्थ में, लोकतंत्र ही विजेता रहा।'' इसके एक दिन बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के साथ दिल्ली घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करते हुए कार्टर ने कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच मित्रता के मूल में उनका यह दृढ़ संकल्प है कि सरकारों के कार्य लोगों के नैतिक मूल्यों से निर्देशित होने चाहिए। ‘कार्टर सेंटर' के अनुसार, तीन जनवरी, 1978 को कार्टर और तत्कालीन प्रथम महिला रोजलिन कार्टर नयी दिल्ली के पास स्थित दौलतपुर नसीराबाद गांव गए थे। वह भारत की यात्रा पर जाने वाले तीसरे अमेरिकी राष्ट्रपति थे और देश से व्यक्तिगत रूप से जुड़े एकमात्र राष्ट्रपति थे। उनकी मां लिलियन ने 1960 के दशक के अंत में ‘पीस कोर' के साथ स्वास्थ्य स्वयंसेवक के रूप में वहां काम किया था। ‘कार्टर सेंटर' ने कहा, ‘‘यह यात्रा इतनी सफल रही कि कुछ ही समय बाद गांव के निवासियों ने उस क्षेत्र का नाम बदलकर ‘कार्टरपुरी' रख दिया।'' उसने कहा, ‘‘इस यात्रा ने एक स्थायी प्रभाव छोड़ा: जब राष्ट्रपति कार्टर ने 2002 में नोबेल शांति पुरस्कार जीता तो गांव में उत्सव मनाया गया और तीन जनवरी को कार्टरपुरी में अवकाश रहता है।'' उसने कहा कि इस यात्रा ने एक स्थायी साझेदारी की नींव रखी, जिससे दोनों देशों को बहुत लाभ हुआ है।
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बीजिंग. चीन ने रविवार को अपनी हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन के अपडेट किए हुए मॉडल का अनावरण किया। ट्रेन के निर्माता का दावा है कि परीक्षण के दौरान इसकी गति 450 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई, जिसके साथ ही यह दुनिया की सबसे तेज हाई-स्पीड ट्रेन बन गई है। चाइना स्टेट रेलवे ग्रुप कंपनी (चाइना रेलवे) के अनुसार सीआर450 प्रोटोटाइप के रूप में जाने जाने वाले नए मॉडल से यात्रा का समय और कम होगा और कनेक्टिविटी भी सुधरेगी, जिससे यात्रियों के लिए यात्रा अधिक सुविधाजनक हो जाएगी। सरकारी मीडिया ने यहां बताया कि सीआर450 प्रोटोटाइप की परीक्षण गति 450 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। सरकारी समचाार एजेंसी ‘शिन्हुआ' की एक खबर में कहा गया है कि यह वर्तमान में सेवा में मौजूद सीआर400 फक्सिंग हाई-स्पीड रेल (एचएसआर) से काफी तेज है, जो 350 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलती है।
- सियोल। रविवार को साउथ कोरिया में एक यात्री विमान हवाई अड्डे पर रनवे से फिसल गया और कंक्रीट की बाड़ से जा टकराया। इस हादसे में कम से कम 179 लोगों के मारे जाने की आशंका है। अधिकारियों के मुताबिक, यह देश की सबसे भयावह विमानन दुर्घटनाओं में से एक है। राष्ट्रीय अग्निशमन एजेंसी ने कहा कि सियोल से लगभग 290 किलोमीटर (180 मील) दक्षिण में मुआन शहर के हवाई अड्डे पर 181 लोगों को ले जा रहे जेजू एयर का एक यात्री विमान के साथ यह हादसा हुआ। परिवहन मंत्रालय ने कहा कि यह घटना स्थानीय समयानुसार सुबह 9:03 बजे हुई।आपातकालीन कर्मचारियों ने दो लोगों को बाहर निकाला और दोनों चालक दल के सदस्य थे। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि वे होश में हैं। आग पर काबू पाने के लिए 32 दमकल गाड़ियों और कई हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया है।सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दुर्घटना के फुटेज देखे जा सकते हैं, जिसमें जेजू एयर विमान को हवाई पट्टी पर फिसलते हुए दिखाया गया है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि विमान का लैंडिंग गियर बंद था, जिसके चलते यह रनवे के बाद एक कंक्रीट की दीवार से टकरा गया।इसके अलावा वीडियो में विमान से काले धुएं के घने गुबार निकलते हुए देखे जा सकते हैं, जो आग की लपटों से घिरे हुए थे। मुआन फायर स्टेशन के प्रमुख ली जियोंग-ह्योन ने एक टेलीविजन ब्रीफिंग में बताया कि बचावकर्मी दुर्घटना के प्रभाव से बिखरे शवों की तलाश जारी रखे हुए हैं।उन्होंने कहा कि विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया, मलबे के बीच केवल टेल असेंबली ही पहचानी जा सकती है। ली ने कहा कि कर्मचारी दुर्घटना के कारणों के बारे में विभिन्न संभावनाओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या विमान पक्षियों से टकराया था, जिससे विमान में समस्याएं पैदा हुईं।वरिष्ठ परिवहन मंत्रालय के अधिकारी जू जोंग-वान ने अलग से संवाददाताओं को बताया कि सरकारी जांच एजेंसी दुर्घटना और आग के कारणों की जांच करने के लिए घटनास्थल पर पहुंच गई है।विमान में दो थाईलैंड के नागरिक भी सवार थेअधिकारियों के मुताबिक, विमान के लैंडिंग गियर में खराबी लग रही थी। परिवहन मंत्रालय ने कहा कि विमान बैंकॉक से लौट रहा था और इसके यात्रियों में दो थाई नागरिक भी शामिल हैं।थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए दुर्घटना से प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। पैतोंगटार्न ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्रालय को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने का आदेश दिया है।यह साउथ कोरिया के विमानन इतिहास की सबसे घातक आपदाओं में से एक है। पिछली बार साउथ कोरिया ने बड़े पैमाने पर हवाई आपदा 1997 में झेली थी, जब गुआम में कोरियन एयरलाइन का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 228 लोग मारे गए थे।यह घटना ऐसे समय में हुई है जब साउथ कोरिया राष्ट्रपति यूं सूक येओल द्वारा मार्शल लॉ लागू करने और उसके बाद महाभियोग चलाने के कारण बड़े राजनीतिक संकट में उलझा हुआ है। पिछले शुक्रवार को साउथ कोरियाई सांसदों ने कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ महाभियोग चलाया और उनके उनके पद से हटा दिया, जिसके बाद उप प्रधान मंत्री चोई सांग-मोक को यह पदभार सौंपा गया।यूं के कार्यालय ने कहा कि उनके मुख्य सचिव चुंग जिन-सुक रविवार को दुर्घटना पर चर्चा के लिए वरिष्ठ राष्ट्रपति कर्मचारियों के बीच एक आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
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मेक्सिको सिटी. मेक्सिको की खाड़ी के तट पर शुक्रवार को एक बस और ट्रक के बीच टक्कर हो जाने से आठ लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए। वेराक्रूज राज्य के अभियोजकों ने बताया कि यह दुर्घटना राज्य की राजधानी जालपा के पास राजमार्ग पर तड़के हुई। उन्होंने बताया कि हादसे में हताहत हुए अधिकतर लोग बस में सवार यात्री थे। मृतकों में तीन पुरुष, चार महिलाएं और एक लड़की शामिल हैं। अभियोजकों ने बताया कि हादसे में घायल हुए 27 लोगों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज जारी है लेकिन उनकी हालत के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि दुर्घटना किस वजह से हुई लेकिन इस पहाड़ी इलाके में सड़कों पर कई खतरनाक मोड़ हैं।
- नई दिल्ली। पूर्व भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह, जिनका 26 दिसंबर, 2024 को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया, को विश्व नेताओं द्वारा भारत और इसके वैश्विक संबंधों पर उनके स्थायी प्रभाव के लिए याद किया गया. एक अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ के रूप में सिंह के विशिष्ट करियर और भारत और विभिन्न देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को स्वीकार करते हुए, दुनिया भर से श्रद्धांजलि दी गई.भारत में चीनी राजदूत जू फीहोंग ने एक्स पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "पूर्व भारतीय प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा दुख हुआ, एक उत्कृष्ट नेता जिनका भारतीय लोगों द्वारा व्यापक रूप से सम्मान किया जाता है. उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना."इजराइल के राजदूत रूवेन अजार ने दी श्रद्धांजलिभारत में इजराइल के राजदूत रूवेन अजार ने नुकसान पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, "पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन के बारे में सुनकर मुझे दुख हुआ. भारत के महान राष्ट्र के इतिहास में एक महान नेता. उनके नेतृत्व में इजराइल-भारत संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंचे. दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं सिंह परिवार और भारतीय लोगों के साथ हैं. भगवान उसकी आत्मा को शांति दें."भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भी सिंह की विरासत का सम्मान करते हुए कहा, "हमारे प्रिय मित्र और पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निस्वार्थ योगदान को याद करते हैं, जिन्होंने अमेरिका-भारत संबंधों में एक ऐतिहासिक अध्याय स्थापित किया. भारत की वृद्धि और समृद्धि के प्रति उनका समर्पण हमें प्रेरित करता रहता है. उनके नेतृत्व और दूरदर्शिता के लिए आभारी हूं.”रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने दी श्रद्धांजलिभारत में रूसी राजदूत, डेनिस अलीपोव ने द्विपक्षीय संबंधों में सिंह के योगदान पर विचार करते हुए कहा, "यह भारत और रूस के लिए मार्मिक दुख और पीड़ा का क्षण है. हमारे द्विपक्षीय संबंधों में डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान अतुलनीय था. हमारी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ डॉ. मनमोहन सिंह जी के परिवार और भारतीय लोगों के साथ हैं."संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और उन्हें अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करने में एक प्रमुख व्यक्ति बताया.आर्थिक सुधारों के लिए याद किया जाएगा- ब्लिंकनब्लिंकन ने कहा, "डॉ. सिंह अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी के सबसे महान समर्थकों में से एक थे, और उनके काम ने पिछले दो दशकों में हमारे देशों ने मिलकर जो हासिल किया है, उसकी नींव रखी. अमेरिका-भारत नागरिक परमाणु सहयोग समझौते को आगे बढ़ाने में उनके नेतृत्व ने अमेरिका-भारत संबंधों की क्षमता में एक बड़े निवेश का संकेत दिया. घरेलू स्तर पर डॉ. सिंह को उनके आर्थिक सुधारों के लिए याद किया जाएगा, जिन्होंने भारत की तीव्र आर्थिक वृद्धि को गति दी. हम डॉ. सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं और संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत को करीब लाने के उनके समर्पण को हमेशा याद रखेंगे."
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साओ पाउलो. दक्षिण-पूर्वी ब्राजील के मिनास गेरैस राज्य में एक राजमार्ग पर बस और ट्रक की टक्कर में 38 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मिनास गेरैस अग्निशमन विभाग ने बताया कि शनिवार सुबह हुए इस हादसे में घायल 13 अन्य लोगों को टियोफिलो ओटोनी शहर के पास के अस्पतालों में ले जाया गया। बताया जा रहा है कि बस साओ पाउलो से चली थी और उसमें 45 यात्री सवार थे। अधिकारियों ने कहा कि जांच के बाद ही दुर्घटना का कारण स्पष्ट हो सकेगा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बचाव दल को बताया कि बस का टायर फटने से बस अनियंत्रित हो गई और एक ट्रक से टकरा गई। हादसे के दौरान एक कार भी उस बस से टकरा गई, कार में तीन यात्री सवार थे और तीनों की जान बच गई।
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने शनिवार को एक बयान जारी करके कहा ,‘‘ मुझे बेहद अफसोस है और मैं दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।'' परिवहन मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष ब्राजील में यातायात दुर्घटनाओं में 10 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं। -
किंशासा. कांगो में क्रिसमस मनाने के लिए घर लौट रहे लोगों से भरी एक नौका के शुक्रवार देर रात बुसिरा नदी में पलट जाने से 38 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग लापता हैं। स्थानीय अधिकारियों एवं प्रत्यक्षदर्शियों ने यह जानकारी दी। नौका पलटने की यह घटना ऐसे समय में हुई है जब करीब चार दिन पहले ही देश के उत्तर-पूर्व में एक अन्य नाव के डूबने से 25 लोग मारे गए थे। नौका पलटने की हालिया घटना में अब तक 20 लोगों को बचाए जाने की पुष्टि हुई है।
दुर्घटनास्थल के पास स्थित इंगेंडे शहर के मेयर जोसफ जोसफ कांगोलिंगोली ने बताया कि नौका कांगो के उत्तर-पूर्व में जलक्षेत्र में थी और इसमें अधिकतर वे व्यापारी सवार थे जो क्रिसमस मनाने के लिए घर लौट रहे थे। इंगेंडे के निवासी एनडोलो कैडी ने बताया कि नौका में ‘‘400 से अधिक लोग सवार थे और यह नौका बोएंडे के रास्ते में पड़ने वाले दो बंदरगाहों इंगेंडे और लूलो से होकर गुजरी थी, इसलिए ऐसा लगता है कि मृतक संख्या अधिक होगी।'' कांगो के अधिकारी नौकाओं में क्षमता से अधिक लोगों को ले जाने के खिलाफ अक्सर चेतावनी जारी करते हैं और जल परिवहन संबंधी सुरक्षा उपायों का उल्लंघन करने वालों को दंडित करते हैं लेकिन दूरदराज के इलाकों से आने वाले अधिकतर यात्री सड़क मार्ग से यात्रा करने का खर्च वहन नहीं कर सकते। अक्टूबर में देश के पूर्वी भाग में क्षमता से अधिक यात्रियों को ले जा रही एक नाव के डूब जाने से कम से कम 78 लोग मारे गए थे और जून में किंशासा के निकट हुई ऐसी ही दुर्घटना में 80 लोगों की जान चली गयी थी। - कुवैत सिटी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां कुवैत के दो नागरिकों से मुलाकात की और भारत के महत्वपूर्ण ग्रंथों रामायण और महाभारत का अरबी भाषा में अनुवाद और प्रकाशन करने के उनके प्रयासों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने दोनों ग्रंथों के अरबी संस्करणों की प्रतियों पर हस्ताक्षर भी किए।मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे। मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे हैं। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 43 वर्षों में इस खाड़ी देश की पहली यात्रा है। इससे पहले, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1981 में कुवैत का दौरा किया था। मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रामायण और महाभारत के अरबी अनुवाद देखकर मुझे खुशी हुई। मैं अनुवाद और प्रकाशन में अब्दुल्ला अल-बैरन और अब्दुल लतीफ अल-नसेफ के प्रयासों की सराहना करता हूं। उनकी यह पहल विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति की लोकप्रियता को उजागर करती है।'' उन्होंने अल-बैरन और अल-नसेफ के साथ अपनी बैठक की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।अल बैरन ने रामायण और महाभारत दोनों का अनुवाद किया, अल नसेफ ने अरबी में उनके प्रकाशन का प्रबंध किया, जिससे अरब दुनिया के व्यापक लोगों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जुड़ने का अवसर मिला। अक्टूबर में रेडियो पर अपने मासिक प्रसारण कार्यक्रम 'मन की बात' के दौरान मोदी ने उनके प्रयासों पर प्रकाश डाला था और कहा था कि ‘‘यह कार्य केवल अनुवाद नहीं है, बल्कि दो महान संस्कृतियों के बीच एक सेतु है। यह अरब जगत में भारतीय साहित्य की एक नई समझ विकसित कर रहा है।'' मोदी के आगमन पर कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मोदी ने कुवैत में रहने वाले भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी मंगल सेन हांडा से भी मुलाकात की। मोदी ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘आज दोपहर कुवैत में श्री मंगल सेन हांडा जी से मिलकर बहुत खुशी हुई। मैं भारत के लिए उनके योगदान और भारत के विकास के प्रति उनके जुनून की प्रशंसा करता हूं।'' शुक्रवार को हांडा की नातिन श्रेया जुनेजा ने मोदी से उनके 101 वर्षीय नानाजी से मिलने का अनुरोध किया था, जिस पर मोदी ने कहा, ‘‘बिल्कुल! मैं आज कुवैत में मंगल सेन हांडा जी से मिलने के लिए उत्सुक हूं।'' पिछले वर्ष मोदी ने हांडा को उनके 100वें जन्मदिन पर एक पत्र भेजकर उनके राजनयिक योगदान की प्रशंसा की थी। मोदी के कुवैत पहुंचने पर वहां रह रहे प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया।मोदी ने कहा, ‘‘उनकी ऊर्जा, प्रेम और भारत के साथ अटूट जुड़ाव वास्तव में प्रेरणादायक हैं। उनके उत्साह के लिए आभारी हूं और हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान पर गर्व है।'' प्रधानमंत्री यहां 26वें अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे।भारत, कुवैत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और भारतीय समुदाय कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। कुवैत, भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है, जिसका द्विपक्षीय व्यापार वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। कुवैत, भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को तीन प्रतिशत तक पूरा करता है।
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कुवैत सिटी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे, जहां वह ‘‘विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कुवैत मैत्री को मजबूत करने'' के लिए कुवैती नेतृत्व के साथ वार्ता करेंगे और भारतीय प्रवासियों से मिलेंगे। मोदी कुवैत के अमीर शेख मिशअल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे हैं। तैंतालीस वर्ष बाद किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की कुवैत की यह पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘कुवैत में गर्मजोशी से स्वागत हुआ। यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है और इससे निस्संदेह विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कुवैत मित्रता मजबूत होगी। मैं आज और कल के लिए निर्धारित कार्यक्रमों के लिए उत्सुक हूं।'' मोदी के आगमन पर कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुवैत पहुंचे। कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा, विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या और कई अन्य मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों ने हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।'' यात्रा के दौरान मोदी कुवैत के नेतृत्व के साथ चर्चा करेंगे और भारतीय समुदाय से मुलाकात करेंगे।
कुवैत रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि शीर्ष कुवैती नेतृत्व के साथ उनकी वार्ता भारत और कुवैत के बीच भविष्य की साझेदारी के लिए एक रोडमैप तैयार करने का अवसर होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम कुवैत के साथ पीढ़ियों से जारी ऐतिहासिक संबंधों को बहुत महत्व देते हैं। हम न केवल मजबूत व्यापार और ऊर्जा भागीदार हैं, बल्कि पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता व समृद्धि से भी हमारे साझा हित जुड़े हैं।'' मोदी ने कहा कि वह कुवैत के अमीर, युवराज और प्रधानमंत्री के साथ अपनी बैठक को लेकर काफी उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री यहां 26वें अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे।
कुवैत की यात्रा करने वाली अंतिम भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं, जिन्होंने 1981 में इस देश की यात्रा की थी। - न्यूयॉर्क। विश्वप्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन को बृहस्पतिवार को सैन फ्रांसिस्को में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। दुनिया के सबसे बेहतरीन तबला वादकों में से एक हुसैन का फेफड़ों की बीमारी ‘इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस’ से उत्पन्न जटिलताओं के कारण सोमवार को सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 73 वर्ष के थे।जाकिर हुसैन प्रसिद्ध तबला वादक अल्लारक्खा के पुत्र थे। हुसैन ने तबले की थाप को भारतीय शास्त्रीय संगीत की सीमाओं से निकालकर जैज़ और पश्चिमी शास्त्रीय संगीत तक पहुंचाया।भारत के प्रसिद्ध संगीतकारों में से एक हुसैन को छह दशक के करियर में चार ग्रैमी पुरस्कार मिले।हुसैन के परिवार में पत्नी एंटोनिया मिन्नेकोला, बेटियां अनीसा कुरैशी और इज़ाबेला कुरैशी, उनके भाई तौफीक कुरैशी और फजल कुरैशी तथा बहन खुर्शीद औलिया हैं।
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वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा खुफिया प्रमुख के पद के लिए चुनी गयीं तुलसी गबार्ड ने न्यू जर्सी में अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया और इसे ‘एक ऐसी शाश्वत भेंट बताया जो सभी के लिए शांति और खुशी लाएगी।' उन्होंने कहा, ‘‘प्यार, दया और एकता की भावना से एक साथ आए इतने सारे हाथों के काम के फलस्वरूप तैयार हुए इस अविश्वसनीय उत्पाद का वर्णन करने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं हैं। स्वागत करने वाली वह भावना कुछ ऐसी है जिसे मैं यहां महसूस करती हूँ, जैसा कि मैं जानती हूँ कि लाखों अन्य लोग भी अक्षरधाम आने पर महसूस करते हैं। यह एक शाश्वस्त भेंट है जो यहां आने वाले सभी लोगों को शांति और खुशी देगी।'' गबार्ड रविवार को न्यू जर्सी के रॉबिंसविले में 1,000 से अधिक श्रद्धालुओं की एक सभा को संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति पद के चुनाव में शानदार जीत के बाद ट्रंप ने एफबीआई और सीआईए समेत 18 अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के कामकाज की निगरानी के लिए गबार्ड (43) को ‘नेशनल इंटेलिजेंस' की निदेशक नामित किया है। गबार्ड 2012 में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी जाने वाली पहली हिंदू अमेरिकी बनीं। 2020 में, उन्होंने कांग्रेस के लिए चुनाव नहीं लड़ा और इसके बजाय, डेमोक्रेटिक पार्टी में, राष्ट्रपति पद के लिए प्रायमरी (प्राथमिक चुनाव) में असफल कोशिश की। 2024 में वह रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हो गईं। उन्होंने अक्षरधाम मंदिर में अपने संबोधन में कहा, ‘‘मैं आप सभी के बीच यहां आकर आभारी महसूस कर रही हूं और इस अविश्वसनीय स्वागत और उत्सव से मेरा दिल खुश हो गया है।'' यह मंदिर आध्यात्मिक नेता दिवंगत प्रमुख स्वामी महाराज की 103वीं जयंती समारोह मना रहा है।
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त्बिलिसी। जॉर्जिया के पर्वतीय रिसॉर्ट गुदौरी के एक रेस्तरां में 11 भारतीय नागरिक मृत पाए गए। यहां स्थित भारतीय मिशन ने सोमवार को यह जानकारी दी। जॉर्जिया के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शुरुआती जांच में किसी भी तरह की चोट या हिंसा के कोई संकेत नहीं मिले। स्थानीय मीडिया ने पुलिस के हवाले से बताया कि सभी की मौत कार्बन मोनोऑक्साइड से हुई है।भारतीय मिशन ने यहां जारी एक बयान में शोकसंतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। मिशन ने कहा कि वह मारे गए भारतीय नागरिकों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और मामले में हरसंभव सहायता दी जाएगी। इससे पहले दिन में, त्बिलिसी में स्थित भारतीय मिशन ने कहा था कि सभी 12 मृतक भारतीय नागरिक थे।
बयान के मुताबिक, सभी मृतक उक्त भारतीय रेस्तरां में बतौर कर्मचारी काम कर रहे थे और उनके शव दूसरी मंजिल पर स्थित शयन कक्षों में पाए गए। सूत्रों ने बताया कि जान गंवाने वाले व्यक्ति उत्तर भारत से ताल्लुक रखते थे।जॉर्जिया के आंतरिक मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि मृतकों में 11 विदेशी हैं जबकि एक जॉर्जियाई नागरिक है। स्थानीय पुलिस ने जॉर्जिया की अपराध संहिता की धारा 116 के तहत जांच शुरू की है। यह धारा लापरवाही से जुड़ी मौत का मामला है। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक, शयन कक्षों के पास एक बंद स्थान में विद्युत जनरेटर रखा गया था, जिसे संभवतः शुक्रवार रात विद्युत आपूर्ति बंद होने के बाद चालू किया गया था। इसने बताया कि ‘मौत का सटीक कारण' जानने के लिए फॉरेंसिक जांच भी की जा रही है। -
त्बिलिसी (जॉर्जिया). पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी मिखाइल कावेलाशविली शनिवार को जॉर्जिया के राष्ट्रपति नियुक्त किये गए। सत्तारूढ़ दल जॉर्जियन ड्रीम पार्टी 26 अक्टूबर को देश में हुए चुनाव में सत्ता बरकरार रखने में सफल रही। विपक्षी दलों का आरोप है कि चुनाव में रूस की मदद से धांधली की गई थी। दक्षिण काकेशस क्षेत्र के देश जॉर्जिया के निवर्तमान राष्ट्रपति और पश्चिम के समर्थक दलों ने संसद सत्र का बहिष्कार किया है और फिर से चुनाव कराने की मांग की। कावेलाशविली (53) के राष्ट्रपति बनने पर विपक्षी दलों ने इसे देश के यूरोपीय संघ में शामिल होने की आकांक्षाओं पर आघात और रूस की जीत बताया है। जॉर्जियन ड्रीम पार्टी को 300 सीट वाले निर्वाचक मंडल में बहुमत हासिल है, जिसने 2017 में प्रत्यक्ष राष्ट्रपति चुनाव का स्थान लिया था। सत्तारूढ़ दल ने यूरोपीय संघ में शामिल होने की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प जताया है लेकिन वह रूस के साथ संबंधों को भी ‘पुनर्स्थापित' करना चाहता है। वर्ष 2008 में रूस का जॉर्जिया के साथ एक संक्षिप्त संघर्ष हुआ था जिसके परिणामस्वरूप रूस ने दो अलग हुए क्षेत्रों को स्वतंत्र के रूप में मान्यता दे दी, तथा साउथ ओसेशिया और अब्खाजिया में रूसी सैन्य उपस्थिति में वृद्धि कर दी। पश्चिम समर्थक सलोमी जुराबिचविली 2018 से राष्ट्रपति पद पर थीं। उन्होंने सोमवार को अपना छह साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी पद पर बने रहने की बात कही है। सलोमी ने नए सिरे से चुनाव होने तक खुद को एकमात्र वैध नेता बताया है। पिछले महीने जॉर्जियन ड्रीम पार्टी द्वारा यूरोपीय संघ में शामिल होने के अपने देश के प्रयास के संबंध में वार्ता स्थगित करने के निर्णय से विपक्ष का आक्रोश और बढ़ गया तथा विरोध प्रदर्शन तेज हो गए।
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सिंगापुर. पूर्व विश्व चैंपियन व्लादिमीर क्रैमनिक भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और चीन के डिंग लिरेन के बीच विश्व चैंपियनशिप मैच के दौरान शतरंज की गुणवत्ता से प्रभावित नहीं थे और उन्होंने इसे ‘शतरंज का अंत' करार दिया। गुकेश बृहस्पतिवार को यहां तनावपूर्ण मुकाबले की 14वीं और आखिरी बाजी में गत चैंपियन लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में खिताब जीतकर सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बन गए। मैच के बाद क्रैमनिक ने खेल की गुणवत्ता पर अपनी निराशा व्यक्त की और लिरेन की एक गंभीर गलती को ‘बचकाना' बताया। अपनी प्रतिक्रिया में क्रैमनिक ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘कोई टिप्पणी नहीं। दुखद। शतरंज का अंत हो गया है जैसा कि हम जानते हैं।'' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक किसी विश्व कप खिताब का फैसला इतनी बचकानी एक चाल की गलती से नहीं हुआ है।'' क्रैमनिक ने चैंपियनशिप में छठी बाजी के बाद भी खेल के स्तर की आलोचना की थी और इसे ‘कमजोर' बताया था। उन्होंने कहा, ‘‘सच कहूं तो मैं आज के खेल (छठी बाजी) से बहुत निराश हूं। यहां तक कि पांचवीं बाजी भी बहुत उच्च स्तर की नहीं थी। लेकिन आज - एक पेशेवर के लिए - दोनों खिलाड़ियों का खेल वाकई बहुत कमजोर था। यह बहुत निराशाजनक स्तर है।'' रूस के 49 वर्षीय क्रैमनिक 2000 से 2006 तक क्लासिकल विश्व शतरंज चैंपियन थे। क्रैमनिक ने 2000 में दिग्गज गैरी कास्पारोव को हराया और क्लासिकल विश्व शतरंज चैंपियन बने।
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वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को यूक्रेन में तत्काल युद्ध विराम का आह्वान किया। ट्रंप ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में फ्रांसीसी और यूक्रेन के नेताओं के साथ सप्ताहांत की बैठक के बाद संघर्ष विराम का प्रस्ताव रखा तथा सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया कि कीव 1,000 दिनों से अधिक समय से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए ‘‘एक समझौता करना चाहेगा''। रूसी राष्ट्रपति भवन ‘क्रेमलिन' ने कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार है, जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि किसी भी समझौते से स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त होना चाहिए। अपने ‘ट्रुथ सोशल' मंच पर एक पोस्ट में ट्रंप ने दावा किया कि रूस और यूक्रेन दोनों ने एक ऐसे युद्ध में सैकड़ों हजारों सैनिकों को खो दिया है जो ‘‘कभी शुरू ही नहीं होना चाहिए था''। उन्होंने कहा, ‘‘तत्काल युद्ध विराम होना चाहिए और बातचीत शुरू होनी चाहिए। बहुत से लोगों को बेवजह अपनी जान गंवानी पड़ रही है, बहुत से परिवार बर्बाद हो रहे हैं।'' उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से युद्ध को समाप्त करने के लिए कार्रवाई करने का आह्वान किया। ट्रंप की यह टिप्पणी शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों के साथ बैठक के बाद आई। जेलेंस्की ने बैठक को ‘‘रचनात्मक'' बताया। जेलेंस्की ने पत्रकारों से कहा कि कोई भी शांति समझौता यूक्रेन के लोगों के लिए “न्यायसंगत” होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम रूस के साथ प्रभावी शांति की बात करते हैं, तो हमें सबसे पहले प्रभावी शांति गारंटी के बारे में बात करनी चाहिए। यूक्रेन के लोग शांति चाहते हैं।'' उन्होंने रविवार को दावा किया कि 24 फरवरी, 2022 को रूस के चौतरफा आक्रमण के बाद से यूक्रेन ने अब तक 43,000 सैनिकों को खो दिया है जबकि 370,000 अन्य घायल हुए हैं।
- संयुक्त राष्ट्र. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारत द्वारा सह-प्रायोजन एक मसौदा प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार करते हुए 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस घोषित किया है। भारत के साथ लिकटेंस्टीन, श्रीलंका, नेपाल, मैक्सिको और अंडोरा उन देशों के मुख्य समूह के सदस्य थे जिन्होंने 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘विश्व ध्यान दिवस' शीर्षक वाले प्रस्ताव को शुक्रवार को सर्वसम्मति से पारित करने में अहम भूमिका निभाई। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पर्वतनेनी हरीश ने ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘व्यापक कल्याण और आंतरिक परिवर्तन का दिन! मुझे खुशी है कि भारत ने कोर समूह के अन्य देशों के साथ मिलकर आज (शुक्रवार) संयुक्त राष्ट्र महासभा में 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित करने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से अपनाए जाने की प्रक्रिया का मार्गदर्शन किया।'' उन्होंने कहा कि समग्र मानव कल्याण के लिए भारत का नेतृत्व ‘‘हमारे सभ्यतागत सिद्धांत-वसुधैव कुटुम्बकम'' पर आधारित है। हरीश ने बताया कि 21 दिसंबर शीतकालीन अयनांत या संक्रांति का दिन है, जो भारतीय परंपरा के अनुसार ‘‘उत्तरायण'' की शुरुआत होता है ‘‘जो विशेष रूप से आंतरिक चिंतन और ध्यान के लिए वर्ष के एक शुभ समय की शुरुआत'' होती है। उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के ठीक छह महीने बाद आता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है, जब ग्रीष्म संक्रांति होती है। हरीश ने कहा कि भारत ने 2014 में 21 जून को अंतरराट्रीय योग दिवस घोषित करने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि एक दशक में यह एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, जिसके कारण दुनिया भर में आम लोग योग का अभ्यास कर रहे हैं और इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि विश्व ध्यान दिवस पर प्रस्ताव को अपनाने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका ‘‘हमारे सभ्यतागत सिद्धांत ‘वसुधैव कुटुम्बकम' के अनुरूप समग्र मानव कल्याण और इस दिशा में विश्व के नेतृत्व के प्रति उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रमाण है।'' लिकटेंस्टीन द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को बांग्लादेश, बुल्गारिया, बुरुंडी, डोमिनिकन गणराज्य, आइसलैंड, लक्जमबर्ग, मॉरीशस, मोनाको, मंगोलिया, मोरक्को, पुर्तगाल और स्लोवेनिया ने भी सह-प्रायोजित किया। ]
- लंदन। ग्लासगो में जन्मी भारतीय मूल की कलाकार जसलीन कौर ने "व्यक्तिगत, राजनीतिक और आध्यात्मिक" पहलुओं को एक साथ पिरोने के लिए ब्रिटेन का प्रतिष्ठित टर्नर पुरस्कार 2024 जीता है। जसलीन की कृतियां स्कॉटलैंड के सिख समुदाय में पलने-बढ़ने के दौरान की उनकी जिंदगी से प्रेरित हैं।कौर को मंगलवार रात लंदन के टेट ब्रिटेन में आयोजित एक समारोह में अपनी एकल प्रदर्शनी 'ऑल्टर ऑल्टर' के लिए लगभग 26.84 लाख रुपये का पुरस्कार मिला। इस प्रदर्शनी में एकत्रित और पुनः निर्मित वस्तुओं से मूर्तियां बनाई गई थीं, जिनमें से प्रत्येक को कलाकार की प्रस्तुतियों के साथ संगीत रचना के माध्यम से 'एनिमेटेड' किया गया था। टर्नर पुरस्कार निर्णायक मंडल ने कहा कि उन्होंने कौर को रोजमर्रा की वस्तुओं पर उनके विचारों के लिए चुना जिसमें उन्होंने ध्वनि और संगीत के माध्यम से उन्हें जीवंत करके "सामुदायिक और सांस्कृतिक विरासत" को सामने रखा। टर्नर पुरस्कार की ज्यूरी ने एक बयान में कहा, "निर्णायक मंडल ने इस बात पर गौर किया कि कौर ने कैसे अपनी प्रदर्शनी 'ऑल्टर ऑल्टर' में व्यक्तिगत, राजनीतिक और आध्यात्मिक पहलुओं को एक साथ पिरोया है तथा एक दृश्य और श्रव्य अनुभव का निर्देशन किया है जो एकजुटता और खुशी दोनों का संकेत देता है।" कौर ने पुरस्कार मिलने पर कहा, "आज मुझे स्थानीय सिख समुदाय और उन लोगों से बहुत सारे संदेश मिले हैं जिनके साथ मैं बड़ी हुई हूं। इस तरह की चीज बहुत से लोगों के लिए बहुत मायने रखती है। यह विभिन्न समूहों के लिए मायने रखती है और मैं उन सभी का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हूं।" दृश्य कला के लिए दुनिया के सबसे प्रसिद्ध पुरस्कारों में से एक टर्नर पुरस्कार का उद्देश्य समकालीन ब्रिटिश कला में नए विकास के बारे में सार्वजनिक बहस को बढ़ावा देना है। 1984 में स्थापित इस पुरस्कार का नाम क्रांतिकारी चित्रकार जेएमडब्लू टर्नर (1775-1851) के नाम पर रखा गया है और यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष किसी ब्रिटिश कलाकार को उसके काम की उत्कृष्ट प्रदर्शनी या अन्य प्रस्तुति के लिए दिया जाता है। इसके पूर्व विजेताओं में ब्रिटिश भारतीय मूर्तिकार अनीश कपूर भी शामिल हैं।
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वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सप्ताहांत में पेरिस की यात्रा करेंगे और ऐतिहासिक ‘नोट्रे डेम कैथेड्रल' गिरजाघर के पुन: उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। फ्रांसीसी ‘गोथिक' वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरणों में से एक माना जाने वाला 13वीं शताब्दी का यह गिरजाघर 15 अप्रैल 2019 को आग लगने से क्षतिग्रस्त हो गया था। इस ऐतिहासिक इमारत का पुराना स्वरूप लौटाने में पांच साल लग गए।
सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल' पर एक पोस्ट में ट्रंप ने कहा, ‘‘यह घोषणा करते हुए मुझे गर्व हो रहा है कि मैं शनिवार को पेरिस, फ्रांस की यात्रा करूंगा, जहां मैं शानदार और ऐतिहासिक नोट्रे डेम कैथेड्रल के पुनः उद्घाटन में भाग लूंगा। पांच साल पहले लगी विनाशकारी आग में क्षतिग्रस्त हुए इमारत को अब पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है।'' ट्रंप ने कहा, ‘‘(फ्रांस के) राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यह सुनिश्चित करते हुए शानदार काम किया है कि नोट्रे डेम का गौरवशाली पुराना स्वरूप बहाल किया जाए। यह सभी के लिए एक बहुत ही खास दिन होगा।'' पुनः उद्घाटन समारोह सात और आठ दिसंबर को शुरू होगा। इसके बाद 15 दिसंबर तक कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें 17 और 18 दिसंबर को ‘जीन-सेबेस्टियन बाख्स मैग्नीफिकैट' के दो संगीत कार्यक्रम भी होंगे। ‘नेशनल ज्योग्राफिक' ने कैथेड्रल के महासचिव ओलिवियर जोसे के हवाले से कहा, ‘‘यह एक बहुत बड़ा क्षण है, जिसका पूरी दुनिया बेसब्री से इंतजार कर रही है।''





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