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- बैंकॉक। चीन ने पलटवार करते हुए अमेरिका से आयातित उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ाकर 84 प्रतिशत करने की घोषणा है। यह बृहस्पतिवार से प्रभावी होगा। पिछले सप्ताह चीन ने कहा था कि वह सभी अमेरिकी सामान पर 34 प्रतिशत शुल्क लगाएगा। बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका को होने वाले चीन के निर्यात पर 104 प्रतिशत शुल्क के लागू होने के बाद चीन ने यह कदम उठाया है।
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लिस्बन. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुर्तगाल और स्लोवाकिया की चार दिवसीय राजकीय यात्रा के पहले चरण के लिए रविवार को लिस्बन पहुंचीं। करीब तीन दशकों में भारत के राष्ट्रपति की दोनों देशों की यह पहली यात्रा है। पुर्तगाल में भारत के राजदूत पुनीत रॉय कुंडल और भारत में पुर्तगाल के राजदूत जोआओ रिबेरो डी अल्मेडिया ने फिगो मादुरो के सैन्य हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति का स्वागत किया। उनकी यात्रा ऐसे महत्वपूर्ण वैश्विक आर्थिक बदलाव के समय में हो रही है जब अमेरिका द्वारा लगाए गए शुल्कों ने अंतरराष्ट्रीय कारोबार को नया आकार दिया है और भारत के यूरोप के साथ संबंध बढ़ रहे हैं। फरवरी में, यूरोपीय आयोग की मुखिया उर्सुला वॉन डेर लिएन और यूरोपीय संघ (ईयू) कॉलेज ऑफ कमिश्नर्स ने भारत का दौरा किया था। भारत ने इस साल भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की उम्मीद जताई है। मुर्मू की पुर्तगाल की दो दिवसीय ‘‘महत्वपूर्ण'' यात्रा, दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। राष्ट्रपति की पुर्तगाल की यात्रा 27 वर्ष बाद हो रही है। सोमवार को राष्ट्रपति मुर्मू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और वह पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा, प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और एसेंबली स्पीकर डॉ. जोस पेड्रो एगुइर-ब्रैंको सहित शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठकें होंगी। बाद में, लिस्बन के मेयर कार्लोस मैनुअल फेलिक्स मोएदास राष्ट्रपति मुर्मू के लिए एक विशेष कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे। वह राष्ट्रपति सूसा द्वारा आयोजित भोज में भी शामिल होंगी। विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने राष्ट्रपति की यात्रा के बारे में शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा, ‘‘भारत और पुर्तगाल के बीच व्यापार 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर का है और पिछले पांच वर्षों में 50 प्रतिशत की वृद्धि के साथ लगातार बढ़ रहा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम अक्षय ऊर्जा, आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, शिक्षा, पर्यटन और रक्षा के क्षेत्र में सहयोग में विस्तार देख रहे हैं।'' उन्होंने यह भी कहा कि पुर्तगाल ने हमेशा भारत-यूरोपीय संघ साझेदारी को गहरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा की संभावना के बारे में पूछे जाने पर लाल ने कहा था, ‘‘हां, आपसी हितों के क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी।'' लाल ने कहा था, ‘‘2000 में, पुर्तगाल के राष्ट्रपति द्वारा पहला भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था। साथ ही 2021 में, भारत और यूरोपीय संघ के नेताओं का पहला शिखर सम्मेलन हुआ, जिसमें यूरोपीय संघ के सभी भागीदार देशों के नेताओं ने भाग लिया। इसलिए भारत-पुर्तगाल संबंध में भारत-यूरोपीय संघ साझेदारी का एक बहुत मजबूत तत्व है।'' पुर्तगाल की अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू विभिन्न पुर्तगाली संस्थानों में कार्यरत शोधकर्ताओं सहित भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगी। पुर्तगाल में भारतीय समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 1,25,000 है, जिसमें 35,000 से अधिक भारतीय नागरिक और 90,000 भारतीय मूल के लोग शामिल हैं। लिस्बन, अल्गार्वे और पोर्टो में बसा यह समुदाय पुर्तगाल के सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य का अभिन्न अंग बन गया है। राष्ट्रपति मुर्मू ‘अलामेडा महात्मा गांधी' (एवेन्यू) में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगी। वह नौ और 10 अप्रैल को स्लोवाकिया की अपनी यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत से पहले एक सामुदायिक स्वागत समारोह में भी भाग लेंगी। लाल ने कहा, ‘‘स्लोवाकिया में विशेष रूप से संस्कृत अध्ययन के साथ गहरे संबंध हैं। महात्मा गांधी की रचनाओं का स्लोवाक भाषा में अनुवाद किया गया है और स्लोवाकिया ने 2022 में यूक्रेन से भारतीय छात्रों की निकासी के दौरान बहुमूल्य सहायता की पेशकश की थी।'' स्लोवाकिया की अपनी यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति मुर्मू प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगी और स्लोवाकिया के राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी, प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको और नेशनल काउंसिल के अध्यक्ष रिचर्ड रासी से मुलाकात करेंगी। उनके कार्यक्रमों में नित्रा में टाटा मोटर्स जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) के अत्याधुनिक संयंत्र का दौरा शामिल है, जो स्लोवाकिया और भारत के बीच मजबूत औद्योगिक संबंधों का प्रमाण है। 2018 में उद्घाटन किए गए जेएलआर संयंत्र की क्षमता सालाना 1,50,000 वाहन बनाने की है, जिसमें 1.4 अरब यूरो का निवेश किया गया है। राष्ट्रपति मुर्मू पारंपरिक ‘रोटी और नमक' समारोह में भी भाग लेंगी, जो जीवन और स्वास्थ्य का प्रतीक एक प्राचीन स्लोवाक रिवाज है। वह स्लोवाकिया में भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मिलेंगी। मध्य यूरोपीय देश में करीब 6,000 भारतीय रहते हैं।
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नयी दिल्ली. इस सप्ताह स्थानीय शेयर बाजारों में कई तरह के घटनाक्रमों के बीच काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। विश्लेषकों कहना है कि एक तरफ निवेशक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए शुल्क के वैश्विक व्यापार और महंगाई पर व्यापक असर का आकलन कर रहे हैं, वहीं सप्ताह के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक भी है। इसके अलावा अमेरिका से मुद्रास्फीति के आंकड़े भी आने हैं। ये सभी घटनाक्रम बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों को आशंका है कि एक पूर्ण व्यापार युद्ध वैश्विक व्यापार और आर्थिक वृद्धि को प्रभावित करेगा। ‘श्री महावीर जयंती' के अवसर पर बृहस्पतिवार को शेयर बाजार बंद रहेंगे।
मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के निदेशक पुनीत सिंघानिया ने कहा, ‘‘यह सप्ताह वैश्विक और भारतीय बाजारों के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहने वाला है, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया के विभिन्न देशों पर शुल्क लगाया है, जिससे व्यापक व्यापार युद्ध और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंकाएं बढ़ गई हैं।'' सिंघानिया ने कहा, ‘‘अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े और फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक का ब्योरा भी सप्ताह के दौरान जारी किया जाएगा।'' कमजोर वैश्विक रुख और व्यापार युद्ध की आशंका की वजह से शुक्रवार को स्थानीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई थी। उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे पर इस सप्ताह आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजे आएंगे। इसके अलावा भारत के औद्योगिक और विनिर्माण उत्पादन के आंकड़े भी आने हैं। अमेरिकी शेयर बाजार में शुक्रवार को लगभग छह प्रतिशत की गिरावट आई थी, जो 2020 के बाद से वहां के बाजार के लिए सबसे खराब सप्ताह रहा। सिंघानिया ने बताया कि मार्च के लिए चीन का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) का आंकड़ा बृहस्पतिवार को और ब्रिटेन का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का आंकड़ा शुक्रवार को जारी होगा। पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2,050.23 अंक या 2.64 प्रतिशत नीचे आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 614.8 अंक या 2.61 प्रतिशत के नुकसान में रहा। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख-शोध, संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘इस सप्ताह अमेरिकी जवाबी शुल्क की चिंता और क्षेत्र आधारित विशेष शुल्क की घोषणा की संभावना के बीच भारतीय बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहने की आशंका है।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, नौ अप्रैल को आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों की घोषणा होगी। बाजार रेपो दर में चौथाई प्रतिशत की कटौती की उम्मीद कर रहा है। 10 अप्रैल को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के साथ कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों के सत्र की शुरुआत होगी।'' उन्होंने कहा कि इसके अलावा निवेशक इस सप्ताह जारी होने वाले अमेरिका और भारत के मार्च के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर भी नजर रखेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार भागीदारों की निगाह विदेशी निवेशकों की गतिविधियों, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी। पिछले सप्ताह ट्रंप की शुल्क घोषणाओं और आर्थिक सुस्ती पर नए सिरे से चिंता पैदा होने से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई थी। मेहता इक्विटीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘निवेशकों को डर है कि ट्रंप के शुल्क से अमेरिका में मंदी आएगी और महंगाई बढ़ेगी। इससे दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाएं भी प्रभावित होंगी।'' जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘मार्च में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के लिवाल रहने का रुख अप्रैल में बदल गया है और वे फिर बिकवाल हो गए हैं। राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा दो अप्रैल को जवाबी शुल्क की घोषणा के बाद वैश्विक बाजारों में भी बड़ा बदलाव हुआ है।'' उन्होंने कहा, ‘‘जवाबी शुल्क उम्मीद से कहीं अधिक हैं। अधिकांश देशों पर बड़े जवाबी शुल्क से अमेरिका में मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका है। ऐसी भी चिंता जताई जा रही है कि इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी आ सकती है। -
नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया के संवैधानिक न्यायालय ने आज शुक्रवार को सर्वसम्मति से राष्ट्रपति यून सुक-योल के महाभियोग को मंजूरी दे दी, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें पद से हटा दिया गया है। यह निर्णय दिसंबर में लगाए गए संक्षिप्त मार्शल लॉ के कारण लिया गया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मून ह्युंग-बे ने बताया कि यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो रहा है, जिससे दक्षिण कोरिया को यून के उत्तराधिकारी का चयन करने के लिए 60 दिनों के भीतर राष्ट्रपति चुनाव आयोजित करना आवश्यक हो गया है, जो संभवतः 3 जून को होगा।
दरअसल, यून को पिछले साल दिसंबर के मध्य में विपक्ष-नियंत्रित नेशनल असेंबली द्वारा संविधान और कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप में महाभियोग लगाया गया था। आरोप थे कि उन्होंने 3 दिसंबर को मार्शल लॉ घोषित किया, सैनिकों को नेशनल असेंबली में तैनात किया ताकि सांसदों को इस आदेश को रद्द करने से रोका जा सके और नेताओं की गिरफ्तारी का आदेश दिया।मुख्य न्यायाधीश मून ने कहा, “संवैधानिक व्यवस्था पर प्रतिवादी के कानून के उल्लंघनों के नकारात्मक प्रभाव और परिणाम गंभीर हैं, जिससे संविधान की रक्षा के लिए प्रतिवादी को पद से हटाने के लाभ राष्ट्रीय नुकसान से कहीं अधिक हैं।” न्यायालय ने यून के खिलाफ लगभग सभी आरोपों को मान्यता दी, जिसमें यह भी शामिल था कि उन्होंने मार्शल लॉ घोषित करने के लिए कानूनी आवश्यकताओं को पूरा नहीं किया और असेंबली को इस आदेश को पलटने से रोकने के लिए सैनिकों को भेजा।सत्तारूढ़ पीपल पावर पार्टी ने कहा कि वह न्यायालय के फैसले को विनम्रता से स्वीकार करती है, जबकि मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने इसे जनता की जीत के रूप में स्वागत किया। इससे पहले, नेशनल असेंबली सचिवालय ने गुरुवार से रविवार तक बाहरी लोगों के लिए पूरी तरह से प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था। इस अवधि के दौरान सांसदों द्वारा आयोजित सभी निर्धारित सेमिनार और कार्यक्रम रद्द कर दिए गए थे। नेशनल असेंबली स्पीकर के कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया, “हमने बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है और किसी भी संभावित स्थिति के खिलाफ एहतियात के तौर पर अपनी पुलिस और सुरक्षा को काफी हद तक मजबूत किया है। -
बैंकॉक. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को लगभग सभी अमेरिकी व्यापारिक साझेदार देशों पर दूरगामी प्रभाव वाले नए शुल्क लगाने की घोषणा की। इसमें चीन से आयात पर 34 प्रतिशत कर और यूरोपीय संघ (ईयू) और अन्य पर 20 प्रतिशत कर तथा भारत पर व्यापक रूप से 26 प्रतिशत का ‘रियायती जवाबी शुल्क' लगाया गया है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था की संरचना के काफी हद तक ध्वस्त होने और व्यापक व्यापार युद्ध शुरू होने का खतरा है। ट्रंप इन आयात करों को ‘‘जवाबी शुल्क'' कहते हैं और इनकी सीमा 10 प्रतिशत से 49 प्रतिशत तक है। सरल शब्दों में कहें तो अमेरिका अपने व्यापारिक साझेदारों पर उतना ही शुल्क लगाएगा जितना वे लगाएंगे। ट्रंप के अनुसार, ये देश दशकों से अमेरिका के साथ यही करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “करदाताओं को 50 से अधिक वर्षों से लूटा जा रहा है... लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला है।”
राष्ट्रपति ने वादा किया कि करों के परिणामस्वरूप अमेरिका के कारखानों में नौकरियां वापस आएंगी, लेकिन उनकी नीतियों से अचानक आर्थिक मंदी का खतरा है क्योंकि उपभोक्ताओं और व्यवसायों को कीमतों में भारी बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने इसे न केवल एक आर्थिक मुद्दा बताया, बल्कि इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रश्न भी बताया, जो ‘‘हमारी जीवन-शैली'' के लिए खतरा है। ट्रंप की इस घोषणा के बाद वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल मच गई। बृहस्पतिवार को अमेरिकी शेयर वायदा में तीन प्रतिशत तक की गिरावट आई और तोक्यो के बाजार में एशिया में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। तेल की कीमतें दो डॉलर प्रति बैरल से अधिक गिर गईं और बिटकॉइन की कीमत में 4.4 प्रतिशत की गिरावट आई। ट्रंप की घोषणा के बाद ब्रिटेन की सरकार ने कहा कि अमेरिका ब्रिटेन का ‘‘सबसे करीबी सहयोगी'' बना हुआ है। व्यापार मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने कहा कि ब्रिटेन को उम्मीद है कि वह ट्रंप द्वारा घोषित ब्रिटिश वस्तुओं पर 10 प्रतिशत शुल्क के ‘‘प्रभाव को कम करने'' के लिए एक व्यापार समझौता कर लेगा। उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी व्यापार युद्ध नहीं चाहता और हमारा इरादा समझौता सुनिश्चित करना है।''
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने ईयू के विरुद्ध नए 20 प्रतिशत शुल्क को ‘‘गलत'' बताते हुए कहा कि इससे किसी भी पक्ष को लाभ नहीं होगा। मेलोनी ने ‘फेसबुक' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘हम अमेरिका के साथ एक समझौते की दिशा में काम करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे, जिसका उद्देश्य एक व्यापार युद्ध से बचना है।'' ब्राजील की सरकार ने कहा कि वह इस मामले को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में ले जाने पर विचार कर रही है। बाद में ब्राजील की कांग्रेस ने सर्वसम्मति से एक विधेयक पारित किया, जो ब्राजील की सरकार को देश के सामान पर शुल्क लगाने वाले किसी भी देश या व्यापार समूह के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की अनुमति देता है। अमेरिका को सबसे बड़े निर्यातकों में से एक एशियाई देशों ने प्रभावित होने वाले वाहन निर्माताओं एवं अन्य व्यवसायों का समर्थन करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने का संकल्प जताया। दक्षिण कोरिया के व्यापार मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक नेता प्रधानमंत्री हान डक-सू ने अधिकारियों से कहा है कि वे नए 25 प्रतिशत शुल्क के संभावित प्रभाव का विश्लेषण करने के लिए व्यापारिक समूहों के साथ काम करें ताकि ‘‘नुकसान को कम से कम किया जा सके''। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि चीन ‘‘अपने अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए दृढ़ता से जवाबी कदम उठाएगा''। हालांकि चीन ने यह नहीं बताया कि वह इसके प्रत्युत्तर में क्या कदम उठा सकता है। चीन ने कहा, ‘‘चीन अमेरिका से अपने एकतरफा शुल्क उपायों को तुरंत रद्द करने और समान बातचीत के माध्यम से अपने व्यापारिक भागीदारों के साथ मतभेदों को ठीक से हल करने का आग्रह करता है।'' कुछ देशों ने ‘व्हाइट हाउस' (अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास) की गणना पर आपत्ति जताई। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि उनके देश पर लगाया गया अमेरिकी शुल्क पूरी तरह से अनुचित है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा। दक्षिण प्रशांत क्षेत्र के नॉरफॉक द्वीप पर लगाए गए 29 प्रतिशत शुल्क ने सभी हैरान हैं क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के इस क्षेत्र की आबादी महज 2,000 लोगों की है और इसकी अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है। रफॉक द्वीप के प्रशासक जॉर्ज प्लांट ने बृहस्पतिवार को ‘एसोसिएटेड प्रेस' (एपी) को बताया, ‘‘जहां तक मेरी जानकारी है, हम अमेरिका को कुछ भी निर्यात नहीं करते हैं।'' न्यूजीलैंड ने भी ट्रंप के शुल्क के तर्क का मुद्दा उठाया है।
मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने बुधवार को कहा कि वह ट्रंप की घोषणा के मेक्सिको पर प्रभाव का आकलन करेंगी। भारत यात्रा पर आए चिली के राष्ट्रपति ग्रेब्रियल बोरिक ने भारत में एक व्यापार मंच से चेतावनी दी कि इस तरह के कदम अनिश्चितता पैदा करने के अलावा, ‘‘पारस्परिक रूप से सहमत नियमों'' और ‘‘अंतरराष्ट्रीय व्यापार को नियंत्रित करने वाले सिद्धांतों'' को भी चुनौती देते हैं। -
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस' ने कहा कि भारत रसायन, दूरसंचार उत्पादों व चिकित्सकीय उपकरणों जैसे क्षेत्रों में अपनी ‘बोझिल' परीक्षण व प्रमाणन आवश्यकताओं को लागू करता है, जिससे अमेरिकी कंपनियों के लिए वहां अपने उत्पाद बेचना ‘कठिन या महंगा' हो जाता है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी वस्तुओं पर ‘ऊंचा' शुल्क लगाने वाले देशों पर व्यापक जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा के बाद जारी किए गए तथ्य पत्र में व्हाइट हाउस ने कहा कि गैर-शुल्क बाधाएं जिनका उद्देश्य आयात/निर्यात की मात्रा को सीमित करना और घरेलू उद्योगों की रक्षा करना है अमेरिकी विनिर्माताओं को दुनिया भर के बाजारों तक पारस्परिक पहुंच से भी वंचित करती हैं। भारत का उदाहरण देते हुए व्हाइट हाउस की तथ्य-पत्रिका में कहा गया, “भारत रसायन, दूरसंचार उत्पादों व चिकित्सकीय उपकरणों जैसे क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट रूप से बोझिल और/या दोहरावपूर्ण परीक्षण व प्रमाणन आवश्यकताओं को लागू करता है, जिससे अमेरिकी कंपनियों के लिए भारत में अपने उत्पाद बेचना मुश्किल या महंगा हो जाता है। यदि इन बाधाओं को हटा दिया जाए, तो अनुमान है कि अमेरिकी निर्यात में सालाना कम से कम 5.3 अरब डॉलर की वृद्धि होगी।” ट्रंप ने भारत पर 27 प्रतिशत जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा की, जो अमेरिकी वस्तुओं पर भारत द्वारा लगाए गए 52 प्रतिशत शुल्क का आधा है। तथ्य पत्रिका का शीर्षक ‘राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने हमारी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त बढ़ाने, हमारी संप्रभुता की रक्षा करने और हमारी राष्ट्रीय व आर्थिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय आपात की घोषणा की' है। इसमें कहा गया कि ट्रंप ने घोषणा की है कि विदेशी व्यापार तथा आर्थिक प्रक्रियाओं ने राष्ट्रीय स्तर पर आपात स्थिति उत्पन्न कर दी है और उनके आदेश ने अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और अमेरिकी श्रमिकों की सुरक्षा के लिए जवाबी शुल्क लगाए हैं। व्यापार असंतुलन के मुद्दे पर, व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप अन्य देशों द्वारा लगाए गए अनुचित शुल्क असमानताओं और गैर-शुल्क बाधाओं का सामना करके अमेरिकी व्यवसायों व श्रमिकों के लिए समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहे हैं। इसमें कहा गया, ‘‘पीढ़ियों से, देश अमेरिका का फायदा उठाते रहे हैं। हम पर ऊंची दरों पर शुल्क लगाते रहे हैं।'' इसमें कहा गया कि अमेरिका यात्री वाहनों (आंतरिक दहन इंजन के साथ) के आयात पर 2.5 प्रतिशत शुल्क लगाता है, जबकि यूरोपीय संघ (10 प्रतिशत) और भारत (70 प्रतिशत) उसी उत्पाद पर बहुत अधिक शुल्क लगाते हैं। नेटवर्किंग स्विच और राउटर के लिए अमेरिका 0 प्रतिशत शुल्क लगाता है, लेकिन भारत (10-20 प्रतिशत) उच्च दर लगाता है। छिलके वाले चावल के लिए अमेरिका 2.7 प्रतिशत का शुल्क लगाता है, जबकि भारत (80 प्रतिशत), मलेशिया (40 प्रतिशत) और तुर्किये (31 प्रतिशत) उच्च दर लगाते हैं। सेब अमेरिका में शुल्क मुक्त प्रवेश करते हैं, लेकिन तुर्किये (60.3 प्रतिशत) और भारत (50 प्रतिशत) में ऐसा नहीं है।
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वाशिंगटन. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को लगभग सभी अमेरिकी व्यापारिक साझेदार देशों पर दूरगामी प्रभाव वाले नए शुल्क लगाने की घोषणा की। इसमें चीन से आयात पर 34 प्रतिशत कर और यूरोपीय संघ (ईयू) और अन्य पर 20 प्रतिशत कर लगाया गया है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था की संरचना के काफी हद तक ध्वस्त होने और व्यापक व्यापार युद्ध शुरू होने का खतरा है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस के रोज़ गार्डन में यह घोषणा करते हुए कहा कि वे दर्जनों ऐसे देशों पर शुल्क दरें बढ़ा रहे हैं जो अमेरिका के साथ सार्थक व्यापार अधिशेष रखते हैं। साथ ही, उन्होंने ‘आर्थिक आपातकाल' के जवाब में सभी देशों से आयात पर 10 प्रतिशत का ‘बेसलाइन' कर लगाया है। राष्ट्रपति ने कहा कि शुल्क घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए लगाए गए हैं। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका द्वारा निर्मित वैश्विक व्यापार प्रणाली का वर्णन करने के लिए आक्रामक शब्दों का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, “हमारे देश को अन्य देशों द्वारा लूटा गया और जबर्दस्ती की गई।
यह कदम ऐतिहासिक कर वृद्धि के बराबर है जो वैश्विक व्यवस्था को टूटने के कगार पर पहुंचा सकता है। यह कई अमेरिकियों के लिए एक ऐसे बदलाव की शुरुआत है, जो शायद ‘दर्दनाक' होगा। इससे मध्यम वर्ग की ज़रूरत वाली चीजें जैसे घर, वाहन और कपड़े महंगे होंगे। वहीं शांति और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए गठबंधनों में बाधा उत्पन्न होगी। ट्रंप ने कहा कि वह अमेरिकी सरकार के लिए सैकड़ों अरबों का नया राजस्व लाने और वैश्विक व्यापार में निष्पक्षता बहाल करने के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “करदाताओं को 50 से अधिक वर्षों से लूटा जा रहा है। ...लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला है। ट्रंप ने शुल्क लगाने के लिए राष्ट्रीय आर्थिक आपातकाल की घोषणा की।
उन्होंने वादा किया है कि करों के परिणामस्वरूप कारखानों की नौकरियां अमेरिका में वापस आ जाएंगी, लेकिन उनकी नीतियों से अचानक आर्थिक मंदी का खतरा है क्योंकि उपभोक्ताओं और व्यवसायों को कीमतों में भारी बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है। ट्रंप ने एक महत्वपूर्ण चुनावी वादा पूरा किया क्योंकि उन्होंने 1977 के अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन शक्ति अधिनियम के तहत कांग्रेस के बिना व्यापार भागीदारों पर ‘जवाबी' शुल्क लगाए हैं। लेकिन बुधवार को उनकी यह कार्रवाई मुद्रास्फीति से निपटने के लिए पिछले साल के चुनाव में ट्रंप के मतदाता जनादेश को खतरे में डाल सकती है। राष्ट्रपति की उच्च दरें उन विदेशी इकाइयों को प्रभावित करेंगी जो अमेरिका को खरीदने से ज़्यादा सामान बेचती हैं। ट्रंप प्रशासन ने अनिवार्य रूप से उन देशों के साथ व्यापार असंतुलन के बराबर राजस्व जुटाने के लिए अपनी शुल्क दरों की गणना की है। ट्रंप ने फिर उस दर को आधा कर दिया और खुद को ‘बहुत दयालु' बताया। व्हाइट हाउस का कहना है कि शुल्क और अन्य व्यापार असंतुलन के कारण पिछले साल 1,200 अरब डॉलर का असंतुलन हुआ। प्रशासनिक अधिकारियों ने सुझाव दिया कि अन्य देशों को अपने आयात पर नए शुल्क को कम करने के लिए कई तरह की कार्रवाई करनी पड़ सकती है, और उन देशों द्वारा जवाबी शुल्क लगाने से स्थिति और खराब हो सकती है। अमेरिका में फिच रेटिंग्स के आर्थिक शोध के प्रमुख ओलु सोनोला ने कहा कि अमेरिका द्वारा विभिन्न देशों से वसूले जाने वाले औसत शुल्क की दर 2024 के ढाई प्रतिशत से बढ़कर करीब 22 प्रतिशत हो जाएगी। सोनोला ने कहा, ‘‘अब कई देश मंदी की गिरफ्त में आ जाएंगे। -
यरूशलम. इजराइल के विदेश मंत्रालय ने नए विदेशी राजनयिक के स्वागत में अपनी किस्म के एक अनूठे कदम के तहत मंगलवार की शाम जॉन अब्राहम अभिनीत फिल्म ‘द डिप्लोमैट' की स्क्रीनिंग की। ‘द डिप्लोमैट' फिल्म उस वास्तविक संकट पर आधारित है, जिसे सुलझाने में यहां भारत के नए राजदूत जेपी सिंह शामिल थे। इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने मंत्रालय के सभागार में फिल्म की ‘स्क्रीनिंग' से पहले इजराइल में भारत के राजदूत सिंह से मुलाकात की और उन्हें सफल कार्यकाल की शुभकामनाएं दीं। हालांकि भारतीय राजदूत ने फिल्म नहीं देख पाने के लिए खेद जताया क्योंकि प्रधानमंत्री कार्यालय से कोई अत्यंत जरूरी फोन आ गया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक रिकॉर्ड किए गए संदेश में फिल्म के मुख्य पात्र की सराहना की।
उन्होंने फिल्म में सिंह की भूमिका निभाने वाले मुख्य अभिनेता जॉन अब्राहम के ‘उत्साह और प्रतिबद्धता' की भी सराहना की। इजराइल के विदेश मंत्रालय के महानिदेशक ईडन बार ताल ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इजराइल भारत के साथ अपने संबंधों को रणनीतिक महत्व देता है। सिंह ने अपने संबोधन में फिल्म में दिखाए गए संकट से निपटने के दौरान सीखे गए दो महत्वपूर्ण सबकों को रेखांकित किया - जिसमें ‘टीम वर्क' और राजनीतिक नेतृत्व का समर्थन शामिल था। भारतीय राजदूत ने कहा, ‘‘इस संकट में दूतावास की टीम एकजुट हुई। सभी ने एक-दूसरे की मदद की। दूसरी और सबसे महत्वपूर्ण बात नेतृत्व का समर्थन है। - न्यूयॉर्क/ वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 'बेहद बुद्धिमान व्यक्ति' और अपना 'बहुत अच्छा दोस्त' बताने के साथ ही कहा है कि अमेरिका और भारत के बीच व्यापार शु्ल्क पर चल रही वार्ता के बहुत अच्छे नतीजे निकलकर आएंगे। ट्रंप की यह टिप्पणी विदेश सचिव विक्रम मिस्री की अमेरिकी उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडौ से द्विपक्षीय व्यापार पर हुई चर्चा के दिन आई। इस चर्चा के दौरान संतुलित व्यापारिक संबंधों के लिए बाधाओं को कम करने का मुद्दा भी शामिल रहा। ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में यहां आए थे और हम हमेशा से बहुत अच्छे मित्र रहे हैं।" उनकी यह टिप्पणी दो अप्रैल सै भारत समेत कई देशों पर जवाबी सीमा शु्ल्क लगाने की अमेरिकी घोषणा पर अमल होने के कुछ दिन पहले आई है। ट्रंप ने कहा, "भारत दुनिया में सबसे अधिक शुल्क लगाने वाले देशों में से एक है। यह निष्ठुर है, यह निर्दयी है। वे बहुत बुद्धिमान हैं। वह (मोदी) बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हैं और मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही। मुझे लगता है कि भारत और हमारे देश के बीच यह बहुत अच्छा काम करेगा।" इसके साथ ही अमेरिकी रा्ष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा, "मैं कहना चाहता हूं कि आपके पास एक महान प्रधानमंत्री है।" प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी में अमेरिका का दौरा किया था और ट्रंप के साथ द्विपक्षीय चर्चा की थी। इस दौरान दोनों पक्षों ने पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत करने की योजना की घोषणा की थी। ट्रंप भारत पर बेहद ऊंचे सीमा शुल्क लगाने का आरोप पहले भी कई बार लगा चुके हैं। उन्होंने कहा है कि अब अमेरिका भी जवाबी सीमा शुल्क लगाएगा। इस बीच, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि मिस्री और लैंडौ ने बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार, रक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग और आवागमन एवं प्रवास से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि दोनों अधिकारियों ने "निष्पक्ष और संतुलित द्विपक्षीय व्यापार संबंध प्राप्त करने के लिए बाधाओं को कम करने के लिए चल रहे प्रयासों" और रक्षा एवं प्रौद्योगिकी में सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की। अमेरिका के सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच भी इस समय भारत दौरे पर हैं। वह प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) की रूपरेखा एवं प्रावधानों को लेकर भारतीय वार्ताकारों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
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काहिरा/ मिस्र के हर्गहाडा शहर के पास 45 पर्यटकों को लाल सागर में प्रवाल भित्तियां दिखाने के लिए पानी के भीतर ले जा रही एक पनडुब्बी डूब गई, जिसमें छह रूसी मारे गए। यह जानकारी प्रांतीय गवर्नर ने दी। प्रांतीय गवर्नर ने बताया कि इनमें कई पर्यटकों को बचा लिया गया घटना में घायल हो गए हैं।
रूसी वाणिज्य दूतावास ने बताया कि पनडुब्बी डूबने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। उसने बताया कि यह हादसा समुद्र तट से करीब 1,000 मीटर दूर हुआ। रूस की ‘तास' समाचार एजेंसी ने हर्गहाडा में स्थित देश के वाणिज्य दूतावास का हवाला देते हुए पहले कहा था कि मृतकों में कम से कम दो बच्चे शामिल हैं। वाणिज्य दूतावास ने कहा था कि जहाज पर सवार सभी 45 पर्यटक रूसी थे, लेकिन मिस्र के गवर्नर ने कहा कि उनमें भारतीय, नॉर्वे के नागरिक और स्वीडिश नागरिक भी शामिल थे। गवर्नर मेजर जनरल अम्र हनफी ने एक बयान में कहा कि जब पनडुब्बी डूबी तो उसमें 45 पर्यटक और मिस्र के चालक दल के पांच सदस्य सवार थे। उन्होंने कहा कि बचाव दल तुरंत भेजे गए। उन्होंने कहा कि सभी छह मृतक रूसी थे और बचाए गए 39 पर्यटकों में से 29 घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि पनडुब्बी में सवार कोई भी व्यक्ति लापता नहीं है, जिससे पता चलता है कि चालक दल को भी बचा लिया गया है। रूसी वाणिज्य दूतावास ने जिस कंपनी को पनडुब्बी संचालित करने वाला बताया है, उसकी वेबसाइट के अनुसार, "सिंदबाद" नामक यह पनडुब्बी एक से तीन घंटे का टूर संचालित करती है। इसके अनुसार यह पनडुब्बी आमतौर पर पानी के नीचे लगभग 20-25 मीटर पर चलती है और इसमें खिड़कियां होती हैं जिससे पर्यटक समुद्री जीवन देख सकते हैं। कंपनी से सम्पर्क करने के प्रयास किये गए लेकिन ऐसा अभी नहीं हो पाया। -
कराची/ पाकिस्तान के बलूचिस्तान में विद्रोहियों ने एक बस को रोककर पंजाब प्रांत से आए यात्रियों को उतारने के बाद उनमें से छह लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि तीन लोगों का अपहरण कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि प्रांत में एक अन्य आतंकवादी हमले में पुलिस वाहन के पास बम विस्फोट होने से भी तीन लोगों की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए। ये दोनों हमले ऐसे समय में हुए हैं जब एक पखवाड़े पहले प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी द्वारा बोलन जिले में एक ट्रेन को घेर लिया गया और 18 सुरक्षाकर्मियों सहित 26 बंधकों की हत्या कर दी गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हफीज बलूच ने बताया बस पर किया गया यह हमला प्रांत के ग्वादर जिले में उस समय हुआ जब बुधवार देर रात हथियारबंद लोगों ने ओरमारा राजमार्ग पर कलमत क्षेत्र के पास ग्वादर से कराची जा रही एक यात्री बस को रोक लिया एवं यात्रियों को गोली मार दी। बंदूकधारियों ने कुछ यात्रियों को बस से नीचे उतारा और उनमें से छह लोगों को गोली मार दी, जिनमें से पांच की तत्काल मौत हो गई जबकि एक जीवित व्यक्ति की बृहस्पतिवार सुबह अस्पताल में मौत हो गई। उन्होंने कहा, ‘‘हथियारबंद लोगों ने यात्रियों का पहचान-पत्र देखकर छह यात्रियों की हत्या कर दी और तीन अन्य को अपने साथ ले गए।'' उन्होंने कहा कि सभी पीड़ित पंजाब प्रांत के थे। फिलहाल किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
इसके अलावा बृहस्पतिवार को एक अलग आतंकी घटना में क्वेटा के बारेच में एक पुलिस वाहन के पास बम विस्फोट हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि एक मोटरसाइकिल में ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस' (आईईडी)' छिपाकर रखा गया था, जो वहां खड़े पुलिस के एक वाहन के पास फट गया। पुलिस सर्जन डॉ. आयशा फैज ने बताया कि तीन लोग मारे गए और 21 अन्य घायल हो गए जिनमें चार पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चार घायलों की हालत गंभीर है। - ऑरलैंडो (फ्लोरिडा),। अमेरिका के फ्लोरिडा में एक महिला ने आवश्यक दस्तावेज न होने के कारण उसके कुत्ते को विमान में ले जाने की अनुमति नहीं मिलने पर उसे हवाई अड्डे के शौचालय में डुबोकर मार डाला और फिर अंतरराष्ट्रीय उड़ान में सवार हो गई। पुलिस ने महिला को लेक काउंटी क्षेत्र से गिरफ्तार कर दिया और उस पर पशु के साथ क्रूरता का आरोप लगाया गया। बाद में उसे 5,000 अमेरिकी डॉलर की जमानत पर रिहा कर दिया गया। ऑरलैंडो पुलिस विभाग ने हलफनामे में कहा, ‘‘यह कृत्य जानबूझकर किया गया था और इस क्रूरतापूर्ण कदम के कारण पशु की मौत हो गई।'' ऑरलैंडो पुलिस विभाग के अनुसार, एक सफाई कर्मचारी ने मृत कुत्ते को शौचालय के कूड़ेदान में पाया जिसके बाद इस मामले की जांच दिसंबर में शुरू की गयी। पुलिस जांच में सामने आया कि महिला पहले कुत्ते के साथ शौचालय में गई थी और कुछ देर बाद कुत्ते के बिना बाहर आई। हलफनामे के मुताबिक, पहले महिला ने 15 मिनट तक एक विमानन कंपनी के एजेंट से बातचीत की और फिर वह अपने कुत्ते को लेकर शौचालय गई। पुलिस के अनुसार, जब वह 20 मिनट बाद शौचालय से बाहर आई तो कुत्ता उसके साथ नहीं था। इसके बाद वह कोलंबिया जाने वाली उड़ान में सवार हो गई। प्राधिकारियों ने बताया कि आवश्यक दस्तावेज न होने के कारण महिला को कुत्ते को विमान में ले जाने की अनुमति नहीं दी गई थी।
- वाशिंगटन. फ्लोरिडा तट पर कैप्सूल की लैंडिंग के बाद दूसरे नंबर पर सुनीता विलियम्स को बाहर निकाला गया। कैप्सूल से बाहर निकलने पर वह हाथ हिलाते हुए दिखीं। मुस्कुराते हुए पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण को महसूस किया। बुच विलमोर कैप्सूल से बाहर आने वाले अंतिम अंतरिक्ष यात्री थे। अंतरिक्ष यात्रियों के सुरक्षित रूप से बाहर निकलने पर सभी खुश दिखे।अब 45 दिनों का होगा पुनर्वास कार्यक्रमअंतरिक्ष यात्रियों ने मंगलवार को अंतरिक्ष से प्रस्थान किया था और 17 घंटे की यात्रा करके पृथ्वी पर लौटे। अब इनको ह्यूस्टन भेजा जाएगा जहां वे 45 दिनों के पुनर्वास कार्यक्रम से गुजरेंगे।
- सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा तट पर लैंडिंगवाशिंगटन. सुनीता विलियम्स ने बुधवार को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर स्पेसएक्स ड्रैगन फ्रीडम अंतरिक्ष यान में यात्रा करते हुए पृथ्वी पर अपने कदम रखे। जैसे ही कैप्सूल पानी में लैंड हुआ कि इस ऑपरेशन में जुटे अधिकारियों ने राहत की सांस ली। कैप्सूल के पृथ्वी पर पहुंचते ही इसे एक रिकवरी वेसल पर उठाया गया। साइड हैच को खोलकर चारों अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला गया। क्रू-9 के कमांडर निक हैग ग्राउंड क्रू की मदद से सबसे पहले ड्रैगन कैप्सूल से बाहर आए। इसके बाद रॉसकोसमॉस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव बाहर आए। गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित सुनीता विलियम्स के गांव झूलासण में लोग उनकी सकुशल वापसी की प्रार्थना करते रहे। इस दौरान लोगों ने हवन और पूजन भी किया।सबसे पहले कैप्सूल से कौन निकला बाहरफ्लोरिडा तट पर कैप्सूल की लैंडिंग के बाद व्यवस्था में जुटे कर्मचारी। करीब 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद सुनीता विलियम्स एवं अन्य अंतरिक्ष यात्री लौटे हैं। क्रू-9 के कमांडर निक हैग ग्राउंड क्रू की मदद से सबसे पहले ड्रैगन कैप्सूल से बाहर आए। इसके बाद रॉसकोसमॉस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव बाहर आए।ग्रामीणों ने एक साथ मनाई होली और दिवाली, जमकर डांससुनीता विलियम्स के गुजरात स्थित पैतृक गांव में भी जश्न का माहौल दिखा। ग्रामीणों ने आतिशबाजी कर दिवाली मनाई तो वहीं रंग लगाकर होली भी मना ली। इस तरह गांव की बेटी की कामयाबी पर होली और दिवाली एक साथ मन गईं।
- वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में पहले कदम के रूप में ऊर्जा, बुनियादी ढांचे पर सीमित युद्ध विराम पर सहमत हुए। अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय सह आवास ‘व्हाइट हाउस' ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इससे पहले ट्रंप और पुतिन के बीच फोन पर एक घंटे से ज्यादा समय तक बातचीत हुई।वहीं रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के मुताबिक, पुतिन ने बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप से कहा कि युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगियों को यूक्रेन को सैन्य व खुफिया सहायता देना बंद करना होगा। यूक्रेन में जारी युद्ध को रोकने की दिशा में ट्रंप की इस पहल को बेहद अहम माना जा रहा है। इस बातचीत के जरिये ट्रंप प्रशासन, रूस के राष्ट्रपति को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को समाप्त करने के संभावित उपाय के रूप में 30 दिवसीय संघर्षविराम प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने के लिए राजी करना चाहता है। ट्रंप ने फोन पर बातचीत से पहले कहा था कि वह पुतिन के साथ उन क्षेत्रों और बिजली संयंत्रों पर चर्चा करेंगे, जिनपर तीन वर्ष से जारी युद्ध के दौरान कब्जा कर लिया गया है।
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केप कैनवेरल. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पर पिछले नौ महीने से फंसी नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतत: मंगलवार को ‘स्पेसएक्स' के यान से पृथ्वी के लिए रवाना हो गए। दोनों अंतरिक्ष यात्री नौ महीने पहले बोइंग की एक परीक्षण उड़ान के जरिये अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचे थे। बुच विल्मोर और भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ स्पेसएक्स कैप्सूल पर सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को अलविदा कहा। कैप्सूल अमेरिका के पूर्वी तटीय समयानुसार, सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात एक बजे (भारतीय समुयानुसार पूर्वाह्न 10:30बजे) के कुछ समय बाद अंतरराष्ट्रीय केंद्र से अलग हुआ और इसके मौसम अनुकूल होने पर पूर्वी तटीय समयानुसार पांच बजकर 57 मिनट (भारतीय समयानुसार मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात तीन बजकर 27 मिनट पर) पर फ्लोरिडा तट पर उतरने का कार्यक्रम है। दोनों अंतरिक्ष यात्री पांच जून 2024 को बोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल में सवार होकर अंतरिक्ष में गए थे और उन्हें एक सप्ताह के बाद ही लौटने की उम्मीद थी। अंतरिक्ष स्टेशन के रास्ते में इतनी सारी समस्याएं आईं कि नासा ने अंततः स्टारलाइनर को खाली वापस धरती पर लगाया और परीक्षण पायलटों को स्पेसएक्स में स्थानांतरित कर दिया, जिससे उनकी घर वापसी फरवरी तक टल गई। इसके बाद स्पेसएक्स कैप्सूल संबंधी समस्याओं के कारण एक महीने की और देरी हुई। रविवार को दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को राहत मिली, जब राहत दल अंतरिक्ष केंद्र पहुंचा जिसका अभिप्राय था कि विल्मोर और विलियम्स आखिरकार लौट सकते हैं। नासा ने इस सप्ताह के अंत में अनिश्चित मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए उन्हें थोड़ा पहले ही लौटने की योजना पर अमल करा दी। उन्होंने नासा के निक हेग और रूस के अलेक्जेंडर गोरबुनोव के साथ चेक आउट किया, जो पिछले साल अपने स्पेसएक्स कैप्सूल में आए थे। इसमें स्टारलाइनर से आए दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के लिए दो खाली सीटें आरक्षित थीं। नासा की ऐनी मैकक्लेन ने अंतरिक्ष केंद्र से उस समय पुकारा, जब कैप्सूल प्रशांत महासागर से 260 मील (418 किलोमीटर) ऊपर रवाना हुआ, ‘‘हम आपको याद करेंगे, लेकिन घर वापसी की आपकी यात्रा सुखद रहे।'' उनकी स्थिति ने दुनिया का ध्यान खींचा, जिससे ‘‘काम पर अटके रहना'' वाक्यांश को नया अर्थ मिला। अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने दशकों में लंबी अंतरिक्ष उड़ानें भरी थीं, लेकिन किसी को भी इतनी अनिश्चितता से नहीं जूझना पड़ा या अपने मिशन की अवधि को इतना अधिक बढ़ते हुए नहीं देखना पड़ा। विल्मोर और विलियम्स ने अंतरिक्ष केंद्र में जल्द ही मेहमान से पूर्ण रूप से सदस्य बन गए, प्रयोग किए, उपकरण ठीक किए और साथ में अंतरिक्ष में चहलकदमी भी की। नौ अंतरिक्ष चहलकदमी में 62 घंटे बिताकर विलियम्स ने एक रिकॉर्ड बनाया। साथ ही सबसे अधिक समय तक अंतरिक्ष में समय बिताने वाली महिला का भी रिकॉर्ड बनाया।
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वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने की कोशिश के तहत रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मंगलवार को बात करेंगे। अमेरिकी नेता ने रविवार शाम को ‘एयरफोर्स वन' के जरिए फ्लोरिडा से वाशिंगटन जाते समय पत्रकारों को इस संबंध में जानकारी दी। ट्रंप ने कहा, ‘‘हम देखेंगे कि क्या हमारे पास मंगलवार तक घोषणा करने के लिए कुछ है। मैं राष्ट्रपति पुतिन से मंगलवार को बात करूंगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘सप्ताहांत में बहुत काम किया गया है। हम देखना चाहते हैं कि क्या हम इस युद्ध को समाप्त कर सकते हैं।'' रूस ने करीब तीन साल पहले यूक्रेन पर हमला किया था। ट्रंप ने कहा कि युद्ध समाप्त करने के लिए भूमि और बिजली संयंत्र बातचीत का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम जमीन के बारे में बात करेंगे। हम बिजली संयंत्रों के बारे में बात करेंगे।'' ट्रंप ने इसे ‘‘कुछ संपत्तियों को विभाजित करने'' के रूप में वर्णित किया।
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पिडमोंट. अमेरिका के कई हिस्सों में बवंडर (टॉरनेडो) और तेज हवाओं के कारण मकानों समेत कई इमारतों को व्यापक नुकसान पहुंचा और कम से कम 37 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय मौसम सेवा के मौसम वैज्ञानिक कोडी स्नेल ने बताया कि कैरोलिनास, पूर्वी जॉर्जिया और उत्तरी फ्लोरिडा के कुछ हिस्सों के लिए बवंडर की चेतावनी बरकरार है। उन्होंने कहा कि मुख्य खतरा विनाशकारी हवाएं होंगी। शुक्रवार से आए इस तूफान को मौसम वैज्ञानिकों ने असामान्य रूप से ‘‘उच्च जोखिम'' वाला बताया है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि मार्च में मौसम की इस तरह की चरम स्थितियों का होना असामान्य नहीं है। डलास काउंटी के शेरिफ माइकल एल. ग्रांथम ने रविवार को बताया कि बवंडर के कारण मध्य अलबामा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। मिसौरी निवासी डकोटा हेंडरसन ने बताया कि शुक्रवार रात बवंडर से बुरी तरह प्रभावित वेन काउंटी में उन्होंने और अन्य लोगों ने मिलकर जब पड़ोसियों को बचाने का अभियान शुरू किया तो उनके रिश्तेदार के घर के बाहर मलबे में पांच शव पड़े मिले। अधिकारियों ने बताया कि मिसौरी में बवंडरों में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। मिसिसिपी के गवर्नर टेट रीव्स ने शनिवार देर रात बताया कि तीन काउंटी में छह लोगों की मौत हो गई तथा तीन अन्य लोग लापता हैं। उन्होंने बताया कि बवंडर पूर्व में अलबामा की ओर बढ़ गया है, जहां घरों को नुकसान पहुंचा है तथा सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। अधिकारियों ने अर्कंसास में तीन लोगों की मौत की पुष्टि की और गवर्नर सारा हकाबी सैंडर्स ने राज्य में आपातकाल की घोषणा कर दी है। जॉर्जिया के गवर्नर ने भी राज्य में आपातकाल की घोषणा की है। राज्य में बवंडर और धूल भरी आंधी की वजह से शुक्रवार को लगभग 12 लोगों की मौत हो गई। ‘स्टेट हाईवे पेट्रोल' के अनुसार, कम से कम 50 वाहनों के टकरा जाने से कंसास राजमार्ग पर आठ लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि टेक्सास पैनहैंडल के अमरिलो में धूल भरी आंधी के कारण हुए कार हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई। ओक्लाहोमा के कुछ इलाकों को आग की घटनाओं की वजह से खाली कराने का आदेश दिया गया है। पूरे राज्य में 130 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं और लगभग 300 घर क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए हैं। ओक्लाहोमा के गवर्नर केविन स्टिट ने शनिवार को बताया कि लगभग 689 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र जल गया है। उन्होंने बताया कि ओक्लाहोमा सिटी के उत्तर-पूर्व में उनका अपना घर भी जल गया है।
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नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने कैंसर से बचाव से जुड़ी एक नई प्रक्रिया खोजी है, जो टेलोमेयर नामक संरचनाओं पर केंद्रित है। टेलोमेयर गुणसूत्रों (क्रोमोसोम) के सिरे पर मौजूद सुरक्षात्मक आवरण होते हैं, जो कोशिकाओं को कैंसर से बचाने में मदद कर सकते हैं।
टेलोमेयर उम्र बढ़ने और कैंसर रोकने में कारगरटेलोमेयर उम्र बढ़ने और कैंसर रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उम्र बढ़ने के साथ, ये धीरे-धीरे छोटे होते जाते हैं। जब टेलोमेयर बहुत छोटे हो जाते हैं, तो वे कोशिकाओं को विभाजन रोकने का संकेत देते हैं। यह एक प्राकृतिक सुरक्षा प्रक्रिया है, जो कैंसर को फैलने से रोकती है। न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, यह जानकारी सिडनी स्थित चिल्ड्रन मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमआरआई) के एक अध्ययन में सामने आई है।सीएमआरआई के जीनोम इंटीग्रिटी यूनिट के टोनी सेसारे के अनुसार, “हमारे डेटा से पता चलता है कि टेलोमेयर बहुत ज्यादा सक्रिय होते हैं। वे स्ट्रेस पर तुरंत प्रतिक्रिया दे सकते हैं और उम्र बढ़ने जैसी दिखने वाली सेलुलर प्रतिक्रिया को शुरू कर देते हैं। वे ऐसा कैंसर से बचने के लिए करते हैं।”अध्ययन नेचर कम्युनिकेशंस नामक पत्रिका में किया गया है प्रकाशितइस शोध में, सेसारे और उनकी टीम ने जापान के क्योटो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर यह समझने का प्रयास किया कि टेलोमेयर कैंसर से बचाव में सक्रिय भूमिका कैसे निभाते हैं। यह अध्ययन नेचर कम्युनिकेशंस नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।शोध से टेलोमेयर का एक नया कैंसर-रोधी कार्य सामने आया हैटोनी सेसारे के अनुसार, “अधिकतर लोग मानते हैं कि टेलोमेयर सिर्फ निष्क्रिय रूप से छोटे होते जाते हैं। लेकिन हमारा शोध बताता है कि वे सक्रिय रूप से कोशिकाओं की सुरक्षा भी करते हैं।” टेलोमेयर कोशिका चक्र को रोककर या कोशिकाओं को खुद से मरने के लिए प्रेरित करके, उन कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करते हैं जिनमें गुणसूत्र क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। इस खोज से टेलोमेयर का एक नया कैंसर-रोधी कार्य सामने आया है, जो पहले ज्ञात नहीं था।”खोज से कैंसर के नए उपचारों की राह खुल सकती हैसेसारे के अनुसार, इस खोज से कैंसर के नए उपचारों की राह खुल सकती है। यदि टेलोमेयर को लक्षित कर कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कराया जाए, तो यह एक प्रभावी उपचार रणनीति बन सकती है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 2022 में लगभग 2 करोड़ नए कैंसर मामलों का पता चला और 97 लाख लोगों की इस बीमारी से मृत्यु हुई। आंकड़ों के अनुसार, प्रत्येक 5 में से 1 व्यक्ति को जीवनकाल में कैंसर होने की संभावना रहती है, जबकि लगभग हर 9 पुरुषों में से 1 और हर 12 महिलाओं में से 1 इस बीमारी से जान गंवा देता है। - काठमांडू. नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने राजशाही समर्थक समूहों पर कटाक्ष करते हुए रविवार को कहा कि लोकतंत्र एक ‘राजमार्ग' की तरह है, जिसमें कोई ‘रिवर्स गियर' नहीं होता, केवल कभी-कभार तीखे मोड़ के कारण क्षणिक रूप से गति धीमी करनी पड़ती है। उन्होंने इसके साथ ही आगे बढ़ने पर जोर दिया। पिछले हफ्ते पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह के सैकड़ों समर्थकों ने राजधानी में उनके स्वागत में रैली निकाली थी। ज्ञानेंद्र (77) पिछले सप्ताह रविवार को जैसे ही देश के विभिन्न भागों में धार्मिक स्थलों का दर्शन कर पोखरा से काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, समर्थकों ने उनके पक्ष में नारे लगाने शुरू कर दिए। इस रैली का उद्देश्य नेपाल में राजशाही की पुनः स्थापना के प्रति समर्थन प्रदर्शित करना था।ओली ने रविवार को यहां महिला नेतृत्व शिखर सम्मेलन 2025 को संबोधित करते हुए राजशाही समर्थक समूहों द्वारा हाल ही में किए गए विरोध प्रदर्शनों की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें हमेशा आगे बढ़ने की जरूरत है। पीछे मुड़ना नहीं चाहिए। रिवर्स गियर (वाहन को पीछे ले जाने में सक्षम) कभी-कभी तब लगाया जाता है जब सड़क पर तीखे मोड़ हों। राजमार्ग पर कोई ‘बैक गियर' नहीं है और लोकतंत्र हमारा राजमार्ग है।'' पूर्व राजा के समर्थक गत कई दिनों से काठमांडू और पोखरा सहित देश के विभिन्न हिस्सों में रैलियां निकाल रहे हैं और 2008 में समाप्त की गई राजशाही को पुनः बहाल करने की मांग कर रहे हैं। राजतंत्र समर्थक फरवरी में लोकतंत्र दिवस के बाद तब सक्रिय हुए जब ज्ञानेन्द्र ने कहा था, ‘‘समय आ गया है कि हम देश की रक्षा करने और राष्ट्रीय एकता लाने की जिम्मेदारी लें।''
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स्कोप्जे (उत्तर मैसेडोनिया) .उत्तर मैसेडोनिया के दक्षिणी शहर कोकानी के एक नाइट क्लब में शनिवार देर रात भीषण आग लगने से 59 लोगों की मौत हो गई और 155 अन्य घायल हो गए। गृह मंत्री पांसे तोशकोवस्की ने यह जानकारी दी। तोशकोवस्की ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि आग देर रात 2:35 बजे एक स्थानीय पॉप समूह के संगीत कार्यक्रम के दौरान लगी। उन्होंने कहा कि क्लब में जाने वाले युवाओं ने आतिशबाजी की जिससे आग लग गई। उन्होंने बताया कि अब तक 39 मृतकों की पहचान हो सकी है।
क्लब में गए लोगों के परिवार के सदस्य अस्पतालों और कोकानी में कार्यालयों के सामने एकत्र होकर अधिकारियों से इस संबंध में अधिक जानकारी देने की गुहार लगा रहे हैं। तोशकोवस्की ने कहा कि पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, लेकिन उन्होंने उस व्यक्ति की संलिप्तता के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी। स्वास्थ्य मंत्री अर्बेन तरावरी ने कहा कि 118 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि अल्बानिया, बुल्गारिया, ग्रीस और सर्बिया सहित पड़ोसी देशों ने सहायता की पेशकश की है। यह हाल के दिनों में इस राष्ट्र में हुई सबसे भयानक त्रासदी है। इस देश की जनसंख्या लगभग 20 लाख है।
राष्ट्रपति गोर्दाना सिलजानोवस्का दावकोवा ने स्कोप्जे के एक अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और इमारत के बाहर इंतजार कर रहे परिजनों से भी बात की। - पिडमोंट,। अमेरिका के मध्य और दक्षिण हिस्से में आए बवंडर (टॉरनेडो) और तेज हवाओं के कारण कई मकान और स्कूलों को व्यापक नुकसान पहुंचा और कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई। मिसौरी निवासी डकोटा हेंडरसन ने बताया कि शुक्रवार रात बवंडर से बुरी तरह प्रभावित वेन काउंटी में उन्होंने और अन्य लोगों ने मिलकर जब पड़ोसियों को बचाने का अभियान शुरू किया तो उनके रिश्तेदार के घर के बाहर मलबे में पांच शव पड़े मिले। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में आए बवंडरों में कम से कम एक दर्जन लोगों की मौत हो गई।मिसिसिपी के गवर्नर टेट रीव्स ने शनिवार देर रात बताया कि तीन काउंटियों में छह लोगों की मौत हो गई तथा तीन अन्य लोग लापता हैं। उन्होंने बताया कि बवंडर पूर्व में अलबामा की ओर बढ़ गया है, जहां घरों को नुकसान पहुंचा है तथा सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। अधिकारियों ने अर्कंसास में तीन मौतों की पुष्टि की और गवर्नर सारा हकाबी सैंडर्स ने राज्य में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी। जॉर्जिया के गवर्नर ने भी राज्य में आपातकाल की घोषणा की है।राज्य में बवंडर और धूल भरी आंधी की वजह से शुक्रवार को लगभग एक दर्जन लोगों की मौत हो गई।स्टेट हाईवे पेट्रोल के अनुसार, कम से कम 50 वाहनों के टकरा जाने से कनसास राजमार्ग पर आठ लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि टेक्सास पैनहैंडल के अमरिलो में धूल भरी आंधी के कारण हुए कार हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई। ओक्लाहोमा के कुछ इलाकों को आग की घटनाओं की वजह से खाली कराने का आदेश दिया गया है। पूरे राज्य में 130 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं और लगभग 300 घर क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए हैं। गवर्नर केविन स्टिट ने शनिवार को कहा कि लगभग 689 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र जल गया है। उन्होंने बताया कि ओक्लाहोमा सिटी के उत्तर-पूर्व में उनका अपना घर भी जल गया है।
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नई दिल्ली। स्पेसएक्स का क्रू-10 मिशन आज रविवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर सफलतापूर्वक पहुंच गया है। क्रू-10 के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने से नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी की उम्मीद जगी है, जो पिछले कई महीनों से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं।
दरअसल, शुक्रवार को टेक्सास से लॉन्च किया गया स्पेस कैप्सूल शनिवार को 12:05 बजे ईएसटी (भारतीय समयानुसार 9:35 बजे) पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर पहुंचा। स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ने पृथ्वी से आईएसएस तक की यात्रा करने में लगभग 28.5 घंटे का समय लिया। इस अंतरिक्ष यान में चार अंतरिक्ष यात्री सवार थे, जिनमें नासा से ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान के जेएक्सए से ताकुया ओनिशी और रूस के रोस्कोस्मोस से किरिल पेस्कोव शामिल हैं। वे अगले कुछ दिन नासा के अंतरिक्ष यात्रियों विलियम्स और विल्मोर के साथ आईएसएस के बारे में जानकारी लेंगे।क्रू के 1.:05 बजे (भारतीय समयानुसार 10:35 बजे) आईएसएस में प्रवेश करने की उम्मीद है, जहां अंतरिक्ष यात्री विल्मोर उनका स्वागत करेंगे।बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं के कारण विलियम्स और विल्मोर जून से आईएसएस पर फंसे हुए हैं। आठ दिवसीय मिशन के बाद उनकी वापसी तय थी, लेकिन लगातार समस्याओं के कारण उनकी घर वापसी में देरी हुई।बता दें कि अगस्त में क्रू-9 के आगमन के बाद उन्हें वापस भेजने की योजनाएं भी आपातकालीन एस्केप पॉड की कमी के कारण रद्द कर दी गई थीं। अब क्रू-10 के सफलतापूर्वक डॉक किए जाने के बाद विलियम्स और विल्मोर को धरती पर लौटने का मौका मिलेगा।स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क के अनुसार, उनकी वापसी जल्द होने की उम्मीद है।क्रू-10 का मिशन शुरू में बुधवार शाम के लिए तय था, लेकिन रॉकेट पर ग्राउंड सपोर्ट क्लैंप आर्म में समस्या आने के कारण स्थगित कर दिया गया था। देरी के बावजूद मिशन अब वापस पटरी पर आ गया है, जिससे यह सुनिश्चित हो गया है कि फंसे हुए अंतरिक्ष यात्रियों की लंबे समय से अपेक्षित वापसी जल्द होने वाली है।इससे पहले अंतरिक्ष यात्रियों को मार्च के अंत तक धरती पर वापस आना था, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एलन मस्क से उन्हें जल्दी वापस लाने का आग्रह करने के बाद इसे आगे बढ़ा दिया गया था। ( -
नई दिल्ली। नासा और स्पेसएक्स ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए एक मानवयुक्त मिशन लॉन्च किया। नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाएगा, जो पिछले जून से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं। ड्रैगन अंतरिक्ष यान ने शुक्रवार को शाम 7:03 बजे ईटी (शनिवार आईएसटी पर सुबह 4.33 बजे) पर फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर उड़ान भरी।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा किया, “अंतरिक्ष में अच्छा समय बिताएं, आप सभी! #क्रू10 ने शुक्रवार, 14 मार्च को शाम 7:03 बजे ईटी(2303 यूटीसी) पर नासा कैनेडी से उड़ान भरी।”वहीं, स्पेसएक्स ने कहा, “फाल्कन 9 ने क्रू-10 को प्रक्षेपित किया, जो अंतरिक्ष स्टेशन के लिए ड्रैगन का 14वां मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है।”गौरतलब हो, क्रू-10 मिशन नासा के अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी और रूस के रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री किरिल पेसकोव को आईएसएस ले जाएगा। आईएसएस के रास्ते में अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष स्टेशन पर स्वायत्त रूप से डॉक करने में लगभग 28.5 घंटे लगेंगे। क्रू-10 के ऑर्बिटल प्रयोगशाला में पहुंचने के बाद, नासा का स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन, पृथ्वी पर वापस लौटेगा।दरअसल, प्रक्षेपण की योजना मूल रूप से 13 मार्च के लिए बनाई गई थी, लेकिन रॉकेट पर ग्राउंड सपोर्ट क्लैंप आर्म के साथ हाइड्रोलिक सिस्टम की समस्या के कारण एक घंटे से भी कम समय पहले लॉन्च रद्द करना पड़ा। आपको बता दें, विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर, जो जून 2024 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे हुए हैं। दोनों जून बोइंग के स्टारलाइनर पर सवार होकर आईएसएस के लिए आठ दिवसीय मिशन पर गए थे। हालांकि, तकनीकी समस्याओं के चलते स्टारलाइनर उनकी वापसी के लिए असुरक्षित बन गया। नासा ने कहा कि विल्मोर और विलियम्स अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ आईएसएस पर शोध और रखरखाव में लगे हुए हैं और सुरक्षित हैं। -
न्यूयॉर्क. अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे डी वेंस के इस महीने के अंत में भारत की यात्रा करने की संभावना है। मीडिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। अमेरिकी समाचार पत्र ‘पोलिटिको' की एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘वेंस अपनी पत्नी उषा वेंस के साथ इस महीने के अंत में भारत की यात्रा करेंगे।'' ‘पोलिटिको' ने इस योजना से परिचित तीन सूत्रों का हवाला देते हुए यह जानकारी दी।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘वेंस उपराष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत पिछले महीने फ्रांस और जर्मनी गए थे। भारत की यात्रा उपराष्ट्रपति के रूप में वेंस की दूसरी विदेश यात्रा है।'' उषा वेंस के माता-पिता कृष चिलुकुरी और लक्ष्मी चिलुकुरी 1970 के दशक के अंत में भारत से अमेरिका आए थे। उषा वेंस ‘‘देश की द्वितीय महिला (उपराष्ट्रपति की पत्नी) के रूप में पहली बार अपने पैतृक देश'' की यात्रा करेंगी। उषा और जे डी की मुलाकात येल लॉ स्कूल में पढ़ाई के दौरान हुई थी। उषा एक वकील हैं। उन्होंने येल विश्वविद्यालय से स्नातक और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की है।