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पोर्ट मोरेस्बी. फिजी के प्रधानमंत्री सित्विनी राबुका ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सोमवार को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान ‘कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी' से नवाजा। प्रधानमंत्री मोदी के वैश्विक नेतृत्व के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया है। फिजी के सर्वोच्च सम्मान से किसी अन्य देश के व्यक्ति को दुर्लभ ही सम्मानित किया जाता है।
मोदी द्विपक्षीय संबंधों में सुधार करने के मकसद से भारत एवं 14 प्रशांत द्वीप देशों के अहम शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए रविवार को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे थे। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यालय ने कहा, ‘‘भारत के लिए बड़े सम्मान की बात। मोदी को फिजी के प्रधानमंत्री ने फिजी के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा। उन्हें उनके वैश्विक नेतृत्व के लिए ‘कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी' से सम्मानित किया गया। आज तक फिजी के बाहर के कुछेक लोगों को ही इससे सम्मानित किया गया है।'' विदेश मंत्रालय ने ट्वीट करके कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के लोगों और फिजी-भारतीय समुदाय की पीढ़ियों को यह सम्मान समर्पित किया, जिन्होंने दोनों देशों के बीच विशेष और स्थिर संबंध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मोदी ने हिंद-प्रशांत द्वीप सहयोग मंच (एफआईपीआईसी) के इतर राबुका से भी मुलाकात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘फिजी के प्रधानमंत्री राबुका से मिलकर खुशी हुई। हमने विभिन्न विषयों पर अच्छी बातचीत की। भारत और फिजी के संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। हम आगामी वर्षों में इन्हें और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने को लेकर उत्सुक हैं।'' -
मनीला (फिलीपीन). फिलीपीन की राजधानी मनीला में बीती रात एक ऐतिहासिक डाकघर की इमारत में भीषण आग लग गई जिससे 97 साल पुराना यह डाकघर जलकर खाक हो गया और हादसे में एक व्यक्ति मामूली रूप से झुलस गया। पुलिस और डाक अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि आग पांच मंजिला इमारत के भूतल में आधी रात से पहले लगी थी और सात घंटे की कड़ी मश्क्कत के बाद इस पर सोमवार को सुबह काबू पाया गया। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल आग लगने के कारण और इस घटना में हुए नुकसान का पता लगाया जा रहा है।
मनीला का यह केंद्रीय डाकघर राजधानी के सबसे व्यस्त कार्यालय भवनों में से एक था। आग लगने के बाद इसे बंद कर दिया गया है। फिलिपीन में डाक सेवा स्पेन के औपनिवेशिक काल के दौरान हुई थी जब घुड़सवार डाकिये डाक बांटते थे।
जो डाक घर आग लगने से नष्ट हुआ है उसका निर्माण 1926 में हुआ था। ऊंचे खंभों वाली यह परंपरागत प्राचीन शैली की इमारत दूसरे विश्व युद्ध के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी और 1946 में इसका पुन:निर्माण किया गया। -
वॉशिंगटन. राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा फिर से चुनाव प्रचार शुरू किए जाने के बीच अर्थव्यवस्था को संभालने की उनकी क्षमता पर देश के लोगों को अधिक भरोसा नहीं है। एक सर्वे में यह तथ्य सामने आया है। एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स रिसर्च के एक ताजा सर्वे में सिर्फ 33 प्रतिशत व्यस्क अमेरिकियों ने बाइडन के अर्थव्यवस्था को संभालने के तरीके पर सहमति जताई। वहीं सिर्फ 24 प्रतिशत का मानना था कि देश की आर्थिक परिस्थितियों बेहतर स्थिति में हैं। बाइडन पर अमेरिकियों की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जबकि अमेरिकी सरकार के ऋण चूक को लेकर चिंता बनी हुई है, मुद्रास्फीति ऊंचे स्तर पर है और आवास बाजार संकट में है। आव्रजन और हालिया गोलीबारी की घटनाओं जैसे मुद्दों पर भी बाइडन के प्रदर्शन से सिर्फ 31 प्रतिशत अमेरिकी संतुष्ट हैं। वहीं 40 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे बाइडन के अपना काम करने के तरीके से संतुष्ट हैं। जोई मॉस्क्वेडा (24) जो किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं रखतीं, ने कहा कि उनका परिवार अपना पहला घर खरीदने की तैयारी कर रहा है, लेकिन अब औसत आवास ऋण दर करीब 6.9 प्रतिशत है। ऐसे में घर का सपना फिलहाल पूरा करना संभव नहीं है। वेस्ट टेक्सास की एक महिला ने कहा कि बाइडन ने अपने चुनाव प्रचार में एक भेदभावरहित आव्रजन नीति का वादा किया था, लेकिन वह इसपर खरे नहीं उतरे हैं। एलन, टेक्सास मॉल में इस महीने हुई गोलीबारी सहित देशभर में हाल में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। इस महिला ने कहा कि बाइडन और सांसदों को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अधिक बेहतर तरीके से काम करना चाहिए। डेमोक्रेट में भी सिर्फ आधे लोग बाइडन की आव्रजन और हिंसक घटनाओं से निपटने के तरीके पर सहमत नजर आए।
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हिरोशिमा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति इनासियो लूला डा सिल्वा के साथ रविवार को विविधि विषयों पर सार्थक वार्ता की, जिसमें उन्होंने खासकर रक्षा उत्पादन, व्यापार और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी और लूला ने हिरोशिमा में जी-7 देशों के शिखर सम्मेलन से इतर यह बैठक की। ब्राजील के नेता के तीसरी बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद दोनों नेताओं की यह पहली बैठक है। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ को याद किया। दोनों नेताओं ने रक्षा उत्पादन, कारोबार, फार्मा, कृषि, डेयरी और पशुपालन, जैव ईंधन एवं स्वच्छ ऊर्जा सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा की तथा सामरिक संबंधों की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने अपने देशों के कारोबारियों की उच्च-स्तरीय बैठकें आयोजित करने की जरूरत को भी रेखांकित किया। बयान के अनुसार, दोनों राजनेताओं ने क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने बहुपक्षीय मंचों पर निरंतर सहयोग के महत्व और बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार की लंबे समय से चली आ रही आवश्यकता पर बल दिया। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री इस वर्ष सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत में राष्ट्रपति लूला का स्वागत करने के प्रति आशान्वित हैं। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा के साथ उपयोगी और व्यापक वार्ता हुई। भारत और ब्राजील व्यापारिक संबंधों को गहरा करने पर काम करते रहेंगे। हमने कृषि, रक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में विविध तरीकों से सहयोग करने पर भी चर्चा की।'' विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘मित्रता के बंधन को मजबूत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा से हिरोशिमा में मुलाकात की। भारत और ब्राजील के बीच खासकर रक्षा निर्माण, व्यापार, औषधि, कृषि, डेयरी एवं पशुपालन और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की गई।'' मंत्रालय ने बताया कि दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय विकास और विभिन्न मंचों पर सहयोग बढ़ाने को लेकर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
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हिरोशिमा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने ब्रिटिश समकक्ष ऋषि सुनक के साथ बातचीत के दौरान भारत-ब्रिटेन एफटीए वार्ता में प्रगति सहित द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की। मोदी ने जापान के हिरोशिमा शहर में जी-7 देशों के शिखर सम्मेलन से इतर सुनक से मुलाकात की। इस दौरान, दोनों नेताओं ने व्यापार एवं निवेश और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे व्यापक क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति भी जताई। मोदी ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ मुलाकात बहुत सार्थक रही। हमने व्यापार, नवोन्मेष, विज्ञान और ऐसे अन्य क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।” विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, “व्यापक रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिरोशिमा में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ सार्थक बातचीत की। दोनों नेताओं ने भारत-ब्रिटेन के बीच एफटीए (मुक्त व्यापार समझौता) से जुड़ी वार्ताओं में हुई प्रगति का जायजा लेने के साथ-साथ द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की।” मंत्रालय ने कहा कि मोदी और सुनक ने व्यापार एवं निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उच्च शिक्षा और दोनों देशों के नागरिकों के बीच परस्पर संबंधों जैसे व्यापक क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने पर सहमति व्यक्त की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी और सुनक ने भारत की जी-20 अध्यक्षता पर भी चर्चा की। उसने कहा कि मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए सुनक का नयी दिल्ली में स्वागत करने की उत्सुकता जताई। भारत और ब्रिटेन पिछले साल जनवरी से एफटीए पर बातचीत कर रहे हैं, जिसका मकसद एक ऐसे व्यापक समझौते पर सहमति बनाना है, जिससे दोनों देशों के बीच 2022 में अनुमानित 34 अरब पाउंड के द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। दोनों देशों के बीच भारत-ब्रिटेन एफटीए के नौवें दौर की वार्ता पिछले महीने कई नीतिगत क्षेत्रों में विस्तृत चर्चा के साथ संपन्न हुई। हाल ही में एफटीए के लिए ब्रिटेन के मुख्य वार्ताकार हरजिंदर कांग को मुंबई में दक्षिण एशिया में देश का नया व्यापार आयुक्त और पश्चिमी भारत का उप-उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है। ब्रिटिश सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, भारत 2022 की तीसरी तिमाही के अंत में बीती चार तिमाहियों में ब्रिटेन का 12वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था। दोनों देशों के बीच हुआ व्यापार ब्रिटेन के कुल व्यापार का 2.1 प्रतिशत था। बातचीत से पहले मोदी और सुनक ने एक-दूसरे को गले लगाया।
मोदी अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर जी-7 शिखर सम्मेलन के तीन सत्रों में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को हिरोशिमा पहुंचे थे। -
काठमांडू. नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल "प्रचंड" ने शनिवार को कहा कि नेपाल ने इस बार की उनकी भारत यात्रा के लिए "अच्छी तैयारी" की है और यह द्विपक्षीय संबंधों में "नया इतिहास" लिखेगा। प्रचंड का भारत दौरा कई कारणों से तीन बार टल चुका है।
सीपीएन-माओवादी सेंटर के 68 वर्षीय नेता दाहाल के पिछले साल दिसंबर में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत की यह यात्रा उनकी पहली विदेश यात्रा होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस बार भारत की यात्रा के लिए अच्छी तैयारी की है। भारत ने भी यात्रा के लिए गंभीर तैयारियां की हैं, ऐसा मैं महसूस करता हूं।'' प्रचंड ने नेपाल के एक प्रमुख समाचार पत्र ‘कांतिपुर डेली' से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘इस बार मैं इस विश्वास के साथ भारत की यात्रा कर रहा हूं कि एक नया इतिहास रचा जाएगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस बार, मुझे विश्वास है, नेपाल यात्रा से कुछ नया हासिल होगा। मेरा मानना है कि नेपाल-भारत संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाया जाएगा। नेपाल और भारत दोनों के लिए, यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और आर्थिक सहयोग के नए क्षेत्रों का पता लगाने का अवसर प्रदान करेगी।'' समाचार पत्र ने विदेश मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से कहा कि प्रधानमंत्री के 31 मई को भारत की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर जाने की संभावना है। हालांकि, प्रस्तावित यात्रा की तारीख और यात्रा कार्यक्रम की अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
‘‘प्रचंड'' से जब यह पूछा गया कि तीसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद उन्होंने सबसे पहले भारत की यात्रा करने का विकल्प क्यों चुना, तो उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि पहले भारत जाने की कोई कानूनी या राजनीतिक बाध्यता नहीं है, लेकिन ऐसा करने की परंपरा है, क्योंकि हमारे बीच एक खुली सीमा है और हमारे संबंध आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक निकटता और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क के कारण अनोखे हैं।'' हालांकि, प्रचंड ने 2008 में प्रधानमंत्री के तौर पर अपने पहले कार्यकाल के दौरान ‘‘पहले चीन का दौरा करके परंपरा को तोड़ा था।'' उन्होंने कहा, ‘‘कुछ समय पहले यात्रा के लिए तैयारियां की जा रही थीं, लेकिन (भारतीय पक्ष की ओर से) वहां चुनाव के कारण यात्रा को कुछ समय के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया गया था। इसके बाद मैंने उनसे कहा कि वित्त मंत्री द्वारा 29 मई को बजट पेश करने से पहले यात्रा करना संभव नहीं होगा।'' हिंदू धर्म को बढ़ावा देने के लिए कुछ नेपाली नेताओं को भाजपा द्वारा धन मुहैया कराने के संबंध में मीडिया की खबरों से जुड़े सवाल के जवाब में, प्रचंड ने कहा कि यह एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। प्रचंड ने कहा, ‘‘सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और ऐसे में जब भारत की यात्रा होने वाली है, मुझे लगता है कि इस संबंध में नयी दिल्ली के साथ किसी तरह की आम सहमति बनाने की जरूरत है।'' - काठमांडू. नेपाल में स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट को कम से कम चार भारतीय पर्वतारोहियों ने बुधवार को फतह किया। आयोजकों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अभियान का आयोजन करने वाले ‘सटोरी एडवेन्चर' के प्रबंध निदेशक ऋषि भंडारी ने बताया कि यशी जैन (25), मिथिल राजू (17), सुनील कुमार (32) और पांखी हरिश छेद (32) ने 8,848.86 मीटर ऊंचे पर्वत की चोटी पर चढ़ाई की। भंडारी के मुताबिक, उनमें सुनील और यशी ने बृहस्पतिवार को चौथी सबसे ऊंची चोटी ल्होत्से पर भी सफलतापूर्वक चढ़ाई की। माउंट एवरेस्ट फतह करने के 23 घंटे बाद सुनील ल्होत्से के शीर्ष पर पहुंचे। इसी तरह एवरेस्ट को सफलतापूर्वक फतह करने के 26 घंटे बाद यशी ने ल्होत्से पर चढ़ाई की। ल्होत्से दुनिया की चौथी सबसे ऊंची चोटी है जिसकी ऊंचाई 8,516 मीटर है जबकि एवरेस्ट दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है। पांच विदेशियों सहित 19 पर्वतारोही इस सप्ताह के अंत में दुनिया की सबसे ऊंचे पर्वत के शिखर पर पहुंचे। दुनिया के 10 सबसे ऊंचे पर्वतों में से आठ नेपाल में हैं।
- लंदन।ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में सरकार को अनुमानित 16.2 करोड़ पाउंड (लगभग 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर) का खर्च आया। वित्त विभाग ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। महारानी का पिछले साल 19 सितंबर को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था, जो 1965 में पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के अंतिम संस्कार के बाद देश में पहला मामला था। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का आठ सितंबर, 2022 को निधन हो गया था। महारानी के निधन के बाद 10 दिन का राष्ट्रीय शोक रखा गया था और उनके अंतिम संस्कार में कई देशों के नेताओं और गणमान्य लोगों ने भाग लिया था। संसद में बृहस्पतिवार को वित्त विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता थी कि अंतिम संस्कार का आयोजन सुचारू रूप से गरिमा के साथ किया जाए और इस दौरान जनता की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए।
- वाशिंगटन। अगले पांच साल में तीन में से दो अवसर ऐसे होंगे जब दुनिया अस्थायी रूप से जलवायु परिवर्तन के सबसे बुरे प्रभावों को सीमित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत वैश्विक तापमान सीमा तक पहुंच जाएगी। यह पूर्वानुमान विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने व्यक्त किया है।वैज्ञानिकों को लगता है कि अल नीनो से गर्मी का एक अस्थायी विस्फोट कोयले, तेल और गैस के जलने से मानव-जनित गर्मी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और फिर इसमें थोड़ी कमी आएगी। वर्ष 2015 के पेरिस जलवायु समझौते में वैश्विक औसत तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साल 2018 की संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने कहा कि उस बिंदु से आगे जाकर अधिक मृत्यु, विनाश और वैश्विक पारिस्थितिक तंत्र को नुकसान के साथ स्थिति खतरनाक रूप से अलग होगी। लेकिन जलवायु वैज्ञानिकों ने कहा कि अगले पांच वर्षों में जो होने की संभावना है वह वैश्विक लक्ष्य को विफल करने जैसा नहीं है। डब्ल्यूएमओ के महासचिव पेटेरी टालस ने एक बयान में कहा, ‘‘इस रिपोर्ट का मतलब यह नहीं है कि हम पेरिस समझौते में निर्दिष्ट 1.5 डिग्री सेल्सियस के स्तर को स्थायी रूप से पार कर लेंगे जो अनेक वर्षों में दीर्घकालिक गर्मी को संदर्भित करता है। डब्ल्यूएमओ की चेतावनी यह है कि हम बढ़ती आवृत्ति के साथ अस्थायी आधार पर 1.5 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर लेंगे।'' ब्रिटेन के मौसम विभाग में जलवायु वैज्ञानिक लियोन हर्मनसन ने कहा, ‘‘एक साल का वास्तव में कोई मतलब नहीं है। वैज्ञानिक आम तौर पर 30 साल के औसत का उपयोग करते हैं।'' (सांकेतिक फोटो)
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लंदन। ‘ग्लोबल टीचर प्राइज' के रूप में 10 लाख अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार जीतने वाले रंजीतसिंह दिसाले ने बुधवार को प्रेरक भारतीय शिक्षकों से इस वार्षिक पुरस्कार के 2023 के संस्करण के लिए आवेदन करने को कहा है। गौरतलब है कि दुनिया के किसी भी हिस्से में नवोन्मेषी और प्रभावशाली शिक्षण उपलब्धियों के लिए शिक्षकों को 10 लाख अमेरिकी डॉलर का यह वार्षिक पुरस्कार दिया जाता है। इतना ही नहीं, ‘ग्लोबल टीचर प्राइज' 2020 के विजेता ने अभिभावकों और छात्रों से भी आग्रह किया है कि वे अपना जीवन बदलने वाले शिक्षकों को इस पुरस्कार के लिए नामित करें। दिसाले को महाराष्ट्र के परीतेवाड़ी गांव के जिला परिषद प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाली लड़कियों का जीवन बदलने के लिए यह पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार पाने के बाद से दिसाले तमाम बड़े नीति निर्माताओं से मिले हैं और विश्व बैंक को भी सलाह दी है। दिसाले ने कहा, ‘‘भारत में दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी रहती है और ऐसे में वह दुनिया को दिशा देने में बड़ी भूमिका निभाने वाला है।'' उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘हमारे देश के प्रेरणादायी शिक्षक अगली पीढ़ी के दूरद्रष्टाओं का भविष्य संवारने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। इसलिए मैं उन्हें ग्लोबर टीचर प्राइज 2023 के लिए आवेदन करने को प्रोत्साहित करता हूं और अभिभावकों तथा छात्रों से भी अपने अच्छे शिक्षकों को नामित करने की अपील करता हूं।'' दिसाले ने कहा, ‘‘उनकी कहानियां सुनी जानी चाहिए और दुनिया को पता चलना चाहिए कि उन्होंने क्या हासिल किया है।''
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लंदन। फिल्मों को उनकी रचनात्मकता तथा लंबे समय तक उनके प्रभाव के आधार पर पुरस्कृत करने के लिए ‘ग्लोबल सस्टैनेबिलिटी फिल्म अवॉर्ड्स' (जीएसएफए) में इस साल छह प्रतिस्पर्धी श्रेणियां और एक नामांकित श्रेणी होगी। ‘टेलीविजन फॉर द एनवायरमेंट' (टीवीई) ने सोमवार शाम को यहां जीएसएफए कार्यक्रम की मेजबानी की। सोमवार शाम आयोजित हुए कार्यक्रम का संचालन टीवीई अध्यक्ष सुरीना नरुला और उसकी चेयरपर्सन मेई सिम लाई ने किया। भारत की अहम पर्यावरणीय चुनौतियों के संदर्भ में नरुला ने कहा, ‘‘भारत में हम जबरदस्त वृद्धि और पर्यावरणीय तात्कालिता के मोड़ पर हैं। हमारी विशाल आबादी, समृद्ध जैव विविधता और त्वरित औद्योगिकीकरण ने इसे अहम बना दिया है कि स्थिरता एक प्रचलित शब्द से कहीं ज्यादा है- यह एक जीवनरेखा है।'' नरुला ने कहा कि जीएसएफए ‘‘उम्मीद की किरण'' है। यह ऐसी कहानियां दिखाता है जो हमें एक सतत भविष्य की ओर महत्वपूर्ण बदलाव करने को प्रेरित करती हैं।
- लंदन। ब्रिटेन की पुलिस के जांचकर्ता भारतीय मूल के आठ वर्षीय स्कूली बच्चे के मामले की फिर से जांच कर रहे हैं। वह चार दशक पहले घर लौटते समय लापता हो गया था। विशाल मेहरोत्रा नामक यह बच्चा 29 जुलाई, 1981 को दक्षिण लंदन से लापता हो गया था। उसी दिन किंग चार्ल्स और डायना की शाही शादी हुई थी। सात महीने बाद विशाल वेस्ट सुस्सेक्स के रोगेट गांव के पास मृत पाया गया था। अब तक उसकी हत्या के मामले में किसी को भी दोषी नहीं ठहराया जा सका है। सुस्सेक्स पुलिस ने कहा है कि सुर्रे और सुस्सेक्स मेज क्राइम टीम के उसके वरिष्ठ जांचकर्ताओं ने ब्रिटेन में दिखायी गयी इस मामले से संबंधित हाल की एक डाक्यूमेंट्री और प्रोडकास्ट सीरीज पर चर्चा करने के लिए पिछले सप्ताह विशाल के पिता विशंभर मेहरोत्रा से भेंट की थी। जांच दल ने उन्हें यह भी बताया कि इस मामले की और जांच की जा रही है।विशंभर मेहरोत्रा तब से ही उन परिस्थितियों की सघन जांच के लिए मुहिम चला रहे हैं जिसके तहत उनका बेटा गायब हुआ और फिर उसकी हत्या कर दी गयी। सुस्सेक्स पुलिस के खोजी अधीक्षक मार्क चैपमैन ने कहा, ‘‘ हम श्री मेहरोत्रा और विशाल के परिजनों के दर्द तथा उन सवालों का जवाब पाने की उनकी जिज्ञासा को समझते हैं कि 1981 में उसके साथ क्या हुआ था।'' उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस विशाल की त्रासदपूर्ण मौत के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान करने तथा उसे एवं उसके परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए कटिबद्ध है। अब तक सघन पुलिस जांच की गयी है लेकिन हम किसी भी नयी सूचना को हासिल करने और उसका स्वागत करने के लिए तैयार हैं और अधिकारी जांच की किसी भी तर्कसंगत दिशा में बढ़ते रहेंगे।
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मेक्सिको सिटी. उत्तरी मेक्सिको में रविवार को एक राजमार्ग पर एक वैन और एक मालवाहक ट्रक की टक्कर में 26 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उत्तरी सीमावर्ती राज्य तमौलिपास में अभियोजकों और पुलिस ने कहा कि मालवाहक ट्रक को खींचने वाला वाहन घटनास्थल पर नहीं मिला, जिससे पता चलता है कि चालक ने उसे मालवाहक ट्रेलर से अलग कर दिया होगा और वहां से भाग गया होगा। अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटना राज्य की राजधानी स्यूदाद विक्टोरिया के पास एक राजमार्ग पर हुई और कारणों की जांच की जा रही है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि मृतकों में से कई लोग एक ही परिवार के सदस्य हो सकते हैं जो कहीं से लौट रहे थे, लेकिन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की। मेक्सिको में पहले भी इस तरह की दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में लोगों की मौत होती रही हैं जिनके लिए अक्सर तस्करी से जुड़े ऐसे वाहनों को जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है जिन पर क्षमता से अधिक लोग सवार होते हैं।
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वाशिंगटन. जल्द ही व्हाइट हाउस की घरेलू नीति सलाहकार का पद संभालने वाली भारतीय-अमेरिकी नीरा टंडन ने कहा कि वह प्रशासन में अपनी नयी भूमिका को लेकर ‘‘उत्साहित'' हैं। सार्वजनिक नीति में विशेषज्ञता रखने वाली टंडन व्हाइट हाउस की घरेलू नीति सलाहकार के रूप में सुजैन राइस का स्थान लेंगी। टंडन (52) व्हाइट हाउस में इस प्रभावशाली पद पर नियुक्त होने वाली पहली एशियाई-अमेरिकी नागरिक हैं। वह अभी राष्ट्रपति जो बाइडन की वरिष्ठ सलाहकार तथा स्टाफ सचिव हैं। टंडन ने बुधवार को ‘एएपीआई विक्ट्री फंड' द्वारा आयोजित ‘एएएनएचवीआई विमेंस सेलीब्रेशन' में अपने संबोधन में कहा, ‘‘मैं व्हाइट हाउस में अपनी नयी भूमिका को लेकर बहुत उत्साहित हूं और मैं प्रशासन का हिस्सा बनकर काफी रोमांचित हूं जिसमें कई एएएनएचपीआई (एशियाई अमेरिकी, मूल हवाई और प्रशांत द्वीप वासी) नेता हैं, कई सारी एएएनएचपीआई महिला नेता हैं... कई सारे नेता हैं जो हमारे समुदाय की बड़ी विविधता का प्रतिनिधित्व करते हैं।'' टंडन ने ओबामा तथा क्लिंटन दोनों प्रशासनों में काम किया है। वह राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रचार तथा कई थिंक टैंक भी काम कर चुकी हैं।
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार को अर्धसैनिक बलों ने उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे। इससे एक दिन पहले ही 70 वर्षीय खान ने देश की सेना पर कथित तौर पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। खान के समर्थकों ने उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पार्टी कार्यकर्ता कराची में पीटीआई के मुख्य कार्यालय इंसाफ हाउस, पेशावर और लाहौर में एकत्रित होने लगे हैं।
रावलपिंडी और इस्लामाबाद की सड़कों पर भी कार्यकर्ताओं के देखे जाने की खबरें हैं। पाकिस्तान की सेना ने एक दिन पहले ही आरोप लगाया था कि खान खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ निराधार आरोप लगा रहे हैं।पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी के अनुसार, लाहौर से संघीय राजधानी इस्लामाबाद आए पार्टी अध्यक्ष खान अदालत में एक बायोमेट्रिक प्रक्रिया से गुजर रहे थे, तभी रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों एवं खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें (खान को) गिरफ्तार कर लिया।टीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि रेंजर्स खान को कॉलर से पकड़कर ले जा रहे हैं और उन्हें एक कैदी वाहन में बैठाया जा रहा है। रेंजर्स, गृह मंत्रालय के तहत काम करते हैं और आमतौर पर सेना से प्रतिनियुक्ति पर आये अधिकारियों द्वारा निर्देशित होते हैं।राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के एक अधिकारी ने ‘इसकी पुष्टि की और कहा, ‘खान को एक भूमि, सम्पत्ति कारोबारी मलिक रियाज को हस्तांतरित करने के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है और उन्हें एनएबी को सौंपा जा रहा है।’उन्होंने बताया कि खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया है, जो पंजाब के झेलम जिले के सोहावा क्षेत्र में 2019 में सूफीवाद के लिए अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित है।उन्होंने कहा, ‘उनकी (खान) गिरफ्तारी का वारंट आज सुबह जारी किया गया था और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।’ हालांकि, खान के गिरफ्तारी वारंट से पता चलता है कि यह एक मई को जारी किया गया था।वारंट में कहा गया है कि खान पर भ्रष्टाचार और भ्रष्ट आचरण का आरोप है। गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि खान कई नोटिस जारी किए जाने के बावजूद अदालत में पेश नहीं हुए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो द्वारा गिरफ्तारी देश के खजाने को नुकसान पहुंचाने के लिए की गई है।’उन्होंने कहा कि खान को प्रताड़ित नहीं किया गया। गिरफ्तारी के बाद पार्टी ने खान का पहले से रिकॉर्ड किया एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, ‘जब तक मेरी ये बातें आप तक पहुंचेगी, तब तक मुझे निराधार मामले में गिरफ्तार किया जा चुका होगा। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान में मौलिक अधिकारों और लोकतंत्र को दफन कर दिया गया है।’खान ने कहा, ‘यह सब इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि वे चाहते हैं कि मैं उस भ्रष्ट, आयातित सरकार को स्वीकार कर लूं, जो हम पर जबरदस्ती थोपी गई है।’ उन्होंने कहा कि यदि किसी के पास वारंट है, तो उन्हें सीधे उनके पास लाना चाहिए। - काठमांडू, । नेपाल के करनाली प्रांत में शनिवार को हुए हिमस्खलन में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य घायल हो गए। एक मीडिया रिपोर्ट में रविवार को यह जानकारी दी गई। ‘काठमांडू पोस्ट' की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना करनाली प्रांत के मुगु जिले के चियारखू दर्रे के पास शनिवार सुबह हुई। अधिकारियों के अनुसार, करनाली जिले की पतरासी नगरपालिका के 12 लोग कीड़ा जड़ी लेने के लिए चियारखू गए थे, तभी वे हिमस्खलन की चपेट में आ गए। उन्होंने बताया कि हादसे में इनमें से तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि नौ अन्य मामूली रूप से घायल हो गए। रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय अधिकारियों ने 18 मई तक मुगु के ऊपरी पहाड़ी इलाकों में जाने पर रोक लगा रखी है, बावजूद इसके बड़ी संख्या में लोग कीड़ा जड़ी लेने के लिए वहां पहुंच रहे हैं।
- कालेहे (कांगो)। पूर्वी कांगो में बाढ़ जनित हादसों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 200 से अधिक हो गई है और कई लोग अब भी लापता हैं। दक्षिण कीवू में स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बाढ़ की वजह से सबसे बुरी तरह प्रभावित कालेहे के प्रशासक थॉमस बाकेंगे ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि अब तक 203 शव मिले हैं और अन्य का पता लगाने का प्रयास जारी है। यामुकुबी गांव में बाढ़ के पानी में सैकड़ों घर बह गए हैं, बचावकर्मियों और अन्य लोगों ने शनिवार को शवों की तलाश में मलबे को खोदने का काम किया। बाढ़ प्रभावित एनौरिते जिकुजुवा ने कहा कि वह अपने सास-ससुर समेत पूरे परिवार को खो चुकी हैं। साथ ही उनके कई पड़ोसी भी मारे गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पूरा गांव जैसे बंजर भूमि में तब्दील हो चुका है। हर जगह सिर्फ पत्थर ही पत्थर हैं और हम ये तक नहीं बता सकते कि हमारी जमीन कहां थी।'' मलबे में दबे शवों की तलाश में जुटे एक बचावकर्मी मिचाके न्तामाना ने कहा कि ग्रामीण शवों की शिनाख्त करने की कोशिश कर रहे हैं और अपने प्रियजनों का शव मिलने पर उन्हें अपने साथ ले जा रहे हैं। दक्षिण कीवू के गवर्नर थो न्गवाबिदजे ने बाढ़ से हुई क्षति का जायजा लेने के लिए क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने ट्वीट किया कि प्रांतीय सरकार ने पीड़ितों के लिए चिकित्सा, एवं खाद्य सामग्री की आपूर्ति की है। प्रभावित इलाकों तक जाने वाली कई मुख्य सड़कें बारिश एवं बाढ़ के कारण बाधित हो गई हैं जिससे राहत सामग्री पहुंचाने में मुश्किल हो रही है। राष्ट्रपति फेलिक्स शिशेकदी ने पीड़ितों की याद में सोमवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी और केंद्रीय सरकार प्रांतीय सरकार की मदद के लिए दक्षिण कीवू में आपदा प्रबंधन टीम भेज रही है।
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लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शनिवार को महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक समारोह के लिए एक विशेष संदेश जारी करते हुए इसे ‘एक नये युग की शुरुआत' बताया। उन्होंने हजार वर्षों से अधिक पुरानी एक धार्मिक रस्म में सभी धर्मों द्वारा एक प्रमुख भूमिका निभाये जाने का भी उल्लेख किया। सुनक, शनिवार को वेस्टमिंस्टर एबे में आयोजित समारोह में उस वक्त एक सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जब वह राजकीय रस्मों में ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों द्वारा निभाई जाने वाली हालिया परंपरा का अनुसरण करते हुए ‘कुलस्सियों की बाइबिल' पुस्तक से संदेश पढ़ेंगे। ब्रिटेन के ध्वज को ‘रॉयल एयर फोर्स' के एक कैडेट द्वारा एबे ले जाने के दौरान सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने भी ध्वजवाहकों के एक दल का नेतृत्व किया। अक्षता मूर्ति, इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं।
सुनक ने ऐतिहासिक घटना की पूर्व संध्या पर एक बयान में कहा, “एबे में, जहां लगभग एक हजार वर्षों से राजाओं की ताजपोशी होती रही है, हर धर्म के प्रतिनिधि पहली बार केंद्रीय भूमिका निभाएंगे।” उन्होंने कहा, “महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला का राज्याभिषेक राष्ट्रीय गौरव का क्षण होगा।” सुनक ने ट्वीट किया, ‘ईश्वर महाराजा की रक्षा करे।''
उन्होंने राज्याभिषेक समारोह के बारे में कहा, “जून 1953 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की ताजपोशी के बाद 70 वर्षों में पहली बार हो रहा यह समारोह महज एक आडंबर नहीं है, बल्कि इतिहास, संस्कृति और परंपराओं की एक गौरवपूर्ण अभिव्यक्ति है।” -
लंदन. महाराजा चार्ल्स तृतीय को शनिवार को ऐतिहासिक राज्याभिषेक समारोह में आधिकारिक रूप से सेंट एडवर्ड का ताज पहनाया गया। उनके साथ-साथ उनकी पत्नी कैमिला की भी महारानी के रूप में ताजपोशी की गई। वेस्टमिंस्टर एबे में चार्ल्स तृतीय की आधिकारिक रूप से ब्रिटेन के महाराज के रूप में ताजपोशी की गई। हालांकि, वह सितंबर 2022 से ही ब्रिटेन के महाराजा हैं। ‘मेट्रो' अखबार की खबर के अनुसार, महाराजा चार्ल्स तृतीय को सेंट एडवर्ड का ताज पहनाया गया।
खबर में कहा गया है कि राज्याभिषेक समारोह में महाराजा के सेंट एडवर्ड का ताज पहनने की परंपरा रही है। इसे महाराजा चार्ल्स तृतीय की दिवंगत मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने जून 1953 में अपनी ताजपोशी के दौरान पहना था। महाराजा के दिवंगत दादा, महाराजा जॉर्ज षष्ठम ने मई 1937 में अपनी ताजपोशी के दौरान इसे पहना था। यह ताज सैकड़ों वर्ष पुराना और 1661 का है, जब इसे महाराजा चार्ल्स द्वितीय के लिए बनाया गया था।
राज्याभिषेक के दौरान महाराजा शाही राजकीय मुकुट भी पहनेंगे। महारानी कैमिला को महारानी मेरी का ताज पहनाया गया, हालांकि इसमें कुछ बदलाव किये गये हैं। -
लंदन. ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय के शनिवार को राज्याभिषेक समारोह के लिए लंदन के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक ‘बिग बेन' यानी एलिजाबेथ टॉवर इस सप्ताह हर रात विशेष शाही प्रतीकों से जगमगाएगा। ब्रिटेन के राज्याभिषेक समारोह से संबंधित प्रतीक की रंगारंग रोशनी के जरिए बृहस्पतिवार से रविवार तक हर रात प्रस्तुति होगी। देश के राष्ट्रगान ‘गॉड सेव द किंग' के शब्दों के उकेरे जाने से पहले ‘बिग बेन' के चारों ओर राष्ट्रीय ध्वज के रंगों- लाल, सफेद और नीले रंग में फूल उगते प्रतीत होंगे। रोशनी प्रस्तुति के अंत में राज्याभिषेक प्रतीक उकेरा जाएगा, जिसे सर जॉनी इवे द्वारा डिजाइन किया गया था।
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इंचियोन (द. कोरिया) . वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक मजबूत एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की जरूरत पर जोर दिया है। सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि हमें ऐसे एडीबी की जरूरत है जो सतत और जुझारू क्षेत्रीय विकास के लिए वृद्धिशील नहीं, बल्कि बदलाव वाला रुख अपनाए। सीतारमण ने कहा कि आज दुनिया ईंधन, भोजन, उर्वरक, ऋण, ऊर्जा, आपूर्ति श्रृंखला, वित्तीय स्थिरता आदि के ‘पुनर्स्थापना' के दौर से गुजर रही है। ऐसे में हमें एक मजबूत एडीबी की आवश्यकता है जो वृद्धिशील के बजाय बदलाव वाला रुख अपनाए।
सीतारमण यहां एडीबी की 56वीं वार्षिक बैठक में भाग लेने आई हैं। भारत 1966 में गठित इस बहुपक्षीय वित्तीय एजेंसी का न केवल संस्थापक सदस्य है बल्कि चौथा सबसे बड़ा शेयरधारक भी है। एशियाई विकास बैंक के गवर्नर बोर्ड की बैठक को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सालाना बैठक का विषय ‘रिबाउंडिंग एशिया: रिकवर, रिकनेक्ट एंड रिफॉर्म' है जो भारत की जी20 की अध्यक्षता की भावना और विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि कोविड के बाद की दुनिया में विकासशील देशों के सदस्यों (डीएमसी) को एडीबी से अधिक संसाधनों और परिचालन दक्षता की उम्मीद है। सीतारमण ने कहा कि ऐसे में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों से नए सिरे से जुड़ाव जरूरी है। उन्होंने कहा कि एडीबी को गरीबी कम करने और कम आय वाले देशों (एलआईसी) के विकास के अपने मुख्य एजेंडा पर ध्यान केंद्रित करते हुए वैश्विक सार्वजनिक वस्तुओं (जीपीजी) पर भी गौर करना चाहिए। भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि मौजूदा आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद यह मजबूत है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारत जलवायु वित्त सहित अन्य मुद्दों पर एडीबी को समर्थन देता रहेगा।
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काहिरा. दक्षिण पश्चिम मिस्र में एक राजमार्ग पर एक यात्री बस धीमी गति से चल रहे एक ट्रक से जा टकराई, जिससे कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई तथा 29 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों और स्थानीय मीडिया ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। न्यू वैली प्रांत के गवर्नर मोहम्मद अल जामलौत ने बताया कि यह दुर्घटना बुधवार देर रात हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस हादसे में 29 अन्य लोग घायल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती करवाने तथा मृतकों के शवों को मुर्दाघर ले जाने के लिए मौके पर एंबुलेंस की 26 गाड़ियां भेजी गईं। उन्होंने बताया कि बस के बाहर कौन घायल हुआ या किसकी मौत हुई, यह अभी तक पता नहीं चला है। मंत्रालय के मुताबिक, अधिकारी ने विस्तार से नहीं बताया है कि दुर्घटना किस वजह से हुई है।
एक स्थानीय दैनिक समाचारपत्र अल-शोरौक की खबर में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि बस "सड़क के किनारे खड़े" एक ट्रक से जा टकराई। उन्होंने, बताया कि बस 45 यात्रियों को लेकर राजधानी काहिरा जा रही थी। गौरतलब है कि मिस्र में वाहनों की तेज रफ्तार, खराब सड़क प्रबंधन, लचर यातायात कानूनों की वजह से हर साल दुर्घटनाओं में हजारों लोगों की मौत होती है। -
यरूशलम. इजराइल के विदेश मंत्री अली कोहेन अगले सप्ताह भारत की यात्रा करेंगे। उनकी इस यात्रा को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की इस साल के अंत में होने वाली नयी दिल्ली की यात्रा से पहले तैयारियों से जुड़ी माना जा रहा है। कोहेन 9 से 11 मई तक तीन दिन की भारत यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से बातचीत करेंगे। वह एक दिन मुंबई का दौरा भी करेंगे। यह तीन महीने से कम समय में इजराइल के किसी वरिष्ठ अधिकारी की तीसरी उच्चस्तरीय यात्रा है। इससे पहले इजराइली संसद नेसेट के अध्यक्ष अमीर ओहाना ने मार्च के अंत में और अप्रैल के पहले सप्ताह में भारत का दौरा किया था। वित्त मंत्री निर बरकत ने भी पिछले महीने भारत यात्रा की थी। कोहेन के साथ उद्यमियों का शिष्टमंडल भी आएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी में नेतन्याहू को भारत आने का न्योता दिया था।
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नई दिल्ली। अमरीका के संघीय बैंक फेडरल रिजर्व ने मुद्रा स्फीति नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोत्तरी की है। फेडरल रिजर्व मुद्रा स्फीति को दो प्रतिशत से कम लाना चाहता है और इसके लिए वह तेजी से ब्याज दरों में बढोत्तरी कर रहा है। इस साल मार्च से अब तक दस बार बढोत्तरी की जा चुकी है। ब्याज दरों में बार-बार बढोत्तरी के बावजूद मुद्रा स्फीति में कोई बड़ी कमी नहीं आई है। मार्च में मुद्रा स्फीति पांच प्रतिशत थी, जो कि फेडरल रिजर्व के लक्ष्य से फिर भी ऊपर थी।
फेडरल रिजर्व की 22 मार्च को हुई पिछली बैठक में ब्याजदरों में 25 आधार अंकों की बढो़त्तरी की गई थी। इस बैठक में कहा गया था कि अधिकतम रोजगार हासिल करने और दीर्घावधि में मुद्रा स्फीति की दर दो प्रतिशत से कम रखने के लिए ब्याज दरों को बढ़ाया जा रहा है। -
बीजिंग. चीन में मई दिवस की छुट्टी के दौरान एक पेट्रोकेमिकल संयंत्र में हुए विस्फोट में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। इसी दिन हुए एक विमान हादसे में तीन अन्य लोग मारे गए। बचावकर्मियों ने उत्तरी प्रांत शानदोंग के लाओशेंग शहर में औद्योगिक क्षेत्र में स्थित 'झोंगहुआ समूह संयंत्र' में सोमवार को हुए विस्फोट में मारे गए नौ श्रमिकों के शव बरामद किए। औद्योगिक क्षेत्र की प्रबंधन समिति ने बुधवार को एक बयान में कहा कि हादसे के बाद एक व्यक्ति लापता है और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समिति ने कहा कि विस्फोट के कारणों की जांच के लिए एक अंतर्विभागीय कार्यबल का गठन किया गया है। वहीं, चीनी मीडिया ने बताया कि मंगलवार की दोपहर, उत्तर-पश्चिमी शहर शियान के बाहर एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे तीनों लोगों की मौत हो गई। पीड़ितों की पहचान या दुर्घटना के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। इस बीच, मंगलवार और बुधवार को देश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में भूकंप के दो झटकों से आंशिक क्षति हुई और 10 लोग मामूली रूप से घायल हो गए। चीन में पांच दिन का मई दिवस अवकाश बुधवार को समाप्त हुआ। इस दौरान लाखों की संख्या में चीनी या तो अपने घर जाते हैं या पर्यटन स्थलों की सैर करते हैं।