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- ब्यूनस आयर्स। अर्जेंटीना ने शुक्रवार को हमास (Hamas) को आतंकी समूह घोषित किया और इस फलस्तीनी समूह की वित्तीय संपत्तियां जब्त करने का आदेश दिया।राष्ट्रपति जेवियर माइली अर्जेंटीना को अमेरिका और इजराइल के साथ मजबूती से जोड़ना चाहते हैं। उस दिशा में इसे बहुत हद तक एक सांकेतिक कदम माना जा रहा है।माइली के कार्यालय ने पिछले सात अक्टूबर को इजराइल में फलस्तीनी समूह द्वारा किये गये हमले का हवाला देते हुए यह घोषणा की। यह हमला इजराइल के 76 साल के इतिहास में सबसे घातक हमलों में से एक था। बयान में, हमास से ईरान के घनिष्ठ संबंधों का भी उल्लेख किया गया है, जिसे अर्जेंटीना देश में यहूदी स्थलों पर दो घातक आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है।
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कांठमांडू। नेपाल में शुक्रवार तड़के भूस्खलन की चपेट में आकर दो बसों के उफनती नदी में बहने की घटना में एक शव बरामद किया गया है। बसों में सात भारतीय नागरिकों समेत 50 से अधिक लोग सवार थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। शनिवार को मौसम में सुधार के बाद सुरक्षाबलों और गोताखोरों की मदद से बचावकर्मियों ने तलाश अभियान चलाया। पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और उनका पानी गहरे भूरे रंग का हो गया है, जिससे मलबे को देख पाना और भी मुश्किल हो रहा है।
नेपाल के चितवन जिले के सिमलताल इलाके में नारायणघाट-मुगलिंग मार्ग पर 54 यात्रियों को लेकर जा रही दो बसें भूस्खलन की चपेट में आने के बाद उफनती त्रिशूली नदी में बह गई थीं। पहले यह जानकारी मिली थी कि दोनों बसों में 60 से ज्यादा लोग सवार हैं। पुलिस के अनुसार नेपाली सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिसकर्मियों के साथ-साथ गोताखोर तलाश अभियान फिर से शुरू कर रहे हैं।बीरगंज से काठमांडू की ओर जा रही एक बस में सात भारतीय नागरिकों सहित 24 लोग सवार थे वहीं काठमांडू से गौर जा रही दूसरी बस में 30 लोग सवार थे। नेपाल पुलिस के प्रवक्ता दान बहादुर कार्की ने बताया कि तीन यात्री तैरकर सुरक्षित निकल आये, जबकि 50 अब भी लापता हैं। पुलिस अधिकारी के अनुसार तलाश अभियान में 500 से अधिक सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। -
नई दिल्ली। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ शुक्रवार को संसद में विश्वासमत हासिल नहीं कर पाए। पिछले सप्ताह उनकी सरकार से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) ने अपना समर्थन वापस ले लिया था। इस घटनाक्रम के बाद पूर्व प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली के नेतृत्व में नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
देश की 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 69 वर्षीय प्रचंड को 63 वोट मिले, जबकि विश्वासमत प्रस्ताव के विरोध में 194 वोट पड़े। विश्वासमत हासिल करने के लिए कम से कम 138 वोट की जरूरत थी।प्रतिनिधि सभा के 258 सदस्यों ने मतदान में भाग लिया, जबकि एक सदस्य अनुपस्थित रहा। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-माओइस्ट सेंटर (सीपीएन-एमसी) के अध्यक्ष प्रचंड 25 दिसंबर, 2022 को पद संभालने के बाद चार बार विश्वासमत हासिल करने में सफल रहे, लेकिन इस बार उन्हें असफलता मिली। - वाशिंगटन ।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को कहा कि वह अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ एक बार फिर चुनाव लड़ने के लिए “स्वस्थ” और “प्रतिबद्ध” हैं। बाइडन ने यह भी कहा कि एक “मूर्खतापूर्ण गलती” उनका इरादा नहीं बदलेगी, क्योंकि उन्हें कई काम पूरे करने हैं।वाशिंगटन में नाटो शिखर सम्मेलन के समापन के मौके पर संवाददाताओं से मुखातिब बाइडन ने दावा किया कि फिलहाल कोई भी सर्वेक्षण या व्यक्ति उन्हें यह संकेत नहीं दे रहा है कि वह दोबारा चुनाव नहीं जीत सकते। उन्होंने कहा कि यह एकमात्र कारण होगा, जिसके चलते वह राष्ट्रपति पद की दावेदारी छोड़ने पर विचार करेंगे।अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “मैं चुनाव लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मुझे लगता है कि मैं राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए सबसे योग्य व्यक्ति हूं। मैंने उन्हें (ट्रंप को) एक बार हराया और मैं अब मैं उन्हें फिर से हराऊंगा।”उन्होंने कहा, “इसके अलावा, यह विचार कि राष्ट्रपति पद की दावेदारी की दौड़ में शामिल सीनेटर और कांग्रेस सदस्य टिकट को लेकर चिंतित हैं, असामान्य नहीं है और मैं कहना चाहूंगा कि राष्ट्रपति चुनाव की दावेदारी की दौड़ में शामिल कम से कम पांच राष्ट्रपति ऐसे थे, जिनकी लोकप्रियता का स्तर मेरी तुलना में कम था।”बाइडन ने कहा, “इसलिए इस अभियान में अभी बहुत लंबा सफर तय करना है और इसलिए मैं बस चलता रहूंगा, आगे बढ़ता रहूंगा।” उन्होंने कहा, “और देखिए, चूंकि मुझे बहुत सारे काम पूरे करने हैं। हमने बहुत प्रगति की है। इस बारे में सोचें कि बाकी दुनिया के मुकाबले हम आर्थिक रूप से कहां हैं। मुझे ऐसे विश्व नेता का नाम बताएं, जो हमारी अर्थव्यवस्था के साथ व्यापार नहीं करना चाहेगा। हमने विनिर्माण क्षेत्र में 8,00,000 से अधिक नौकरियां सृजित कीं…इसलिए चीजें आगे बढ़ रही हैं। हमें और भी बहुत कुछ करना है।”
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वियना. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यहां ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन से मुलाकात की तथा दोनों नेताओं ने पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन से निपटने समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी ने बैठक के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई और भारत-ऑस्ट्रिया सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई।'' प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-ऑस्ट्रिया संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु परिवर्तन पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।'' राष्ट्रपति वान डेर बेलेन ने ऑस्ट्रिया की यात्रा के लिए मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक मित्रता और मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं, विशेषकर आर्थिक क्षेत्र में। उन्होंने ‘एक्स' पर कई पोस्ट में कहा, ‘‘अब हम इनका और विस्तार करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश और वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में भारत जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने वर्तमान भू-राजनीतिक चुनौतियों, विशेषकर यूक्रेन संघर्ष पर भी चर्चा की और वे इस बात पर सहमत हुए कि वे शांति बहाल करने के प्रयासों का समर्थन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक के बाद मंगलवार रात मॉस्को से वियना पहुंचे। विगत 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की यह पहली यात्रा है। मोदी ने कहा, ‘‘चांसलर कार्ल नेहमर के साथ शानदार बैठक हुई। ऑस्ट्रिया की यह यात्रा बहुत विशेष है क्योंकि कई दशकों के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस अद्भुत देश की यात्रा कर रहा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र और कानून का शासन जैसे कई साझा मूल्य हैं जो हमें जोड़ते हैं। इन साझा मूल्यों के अनुरूप चांसलर कार्ल नेहमर तथा मैंने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-ऑस्ट्रिया मैत्री को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।'' मोदी ने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘हमारी बातचीत में स्वाभाविक रूप से मजबूत आर्थिक संबंधों की बात उठी, लेकिन हम अपनी मित्रता को केवल इसी पहलू तक सीमित नहीं रखना चाहते। हम बुनियादी ढांचे के विकास, नवाचार, जल संसाधन, एआई, जलवायु परिवर्तन आदि क्षेत्रों में अपार संभावनाएं देखते हैं।'' प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के कारोबारी नेताओं से भी बातचीत की और ऑस्ट्रियाई कंपनियों को भारत में बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, उभरती प्रौद्योगिकियों तथा अन्य क्षेत्रों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
- मुंबई। भारत, गुयाना में चेड्डी जगन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक सौर फोटो वोल्टिक बिजली संयंत्र की स्थापना के लिए 25 लाख अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा (एलओसी) देगा। भारत समर्थित इस ऋण सहायता के लिए एक्जिम बैंक ने गुयाना सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि समझौते के तहत एक्जिम बैंक से कुल ऋण में से कम से कम 75 प्रतिशत हिस्से की वस्तुओं और सेवाओं को भारत स्थित विक्रेताओं से खरीदना होगा। बाकी 25 प्रतिशत राशि की वस्तुओं और सेवाओं को भारत से बाहर के विक्रेताओं से खरीदा जा सकता है।
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वाशिंगटन। भारत में भोजन पकाने के लिए इस्तेमाल होने वाले घटिया ईंधन के संपर्क में आने के कारण हर 1,000 शिशुओं और बच्चों में से 27 की मौत हो जाती है। अमेरिका के एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया है। कोर्नेल विश्वविद्यालय में ‘चार्ल्स एच. डायसन स्कूल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक्स एंड मैनेजमेंट' में प्रोफेसर अर्नब बसु समेत अन्य लेखकों ने ‘भोजन पकाने के ईंधन के विकल्प और भारत में बाल मृत्यु दर' शीर्षक वाली रिपोर्ट में 1992 से 2016 तक बड़े पैमाने पर घरों के सर्वेक्षण के आंकड़ों का इस्तेमाल किया है।
आंकड़ों का इस्तेमाल यह पता लगाने के लिए किया गया कि प्रदूषण फैलाने वाले इन ईंधन का मनुष्य की सेहत पर क्या असर पड़ता है। इसमें पाया गया कि इसका सबसे ज्यादा असर एक माह की आयु तक के शिशुओं पर पड़ा है। बसु ने कहा कि यह ऐसा आयु वर्ग है जिसके फेफड़े पूरी तरह विकसित नहीं होते हैं और शिशु सबसे ज्यादा अपनी मां की गोद में रहते हैं जो अक्सर घर में खाना पकाने वाली मुख्य सदस्य होती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में खाना पकाने के घटिया ईंधन के संपर्क में आने के कारण हर 1,000 शिशु और बच्चों में से 27 की मौत हो जाती है। बासु ने बताया कि भारतीय घरों में इसके कारण लड़कों के बजाय लड़कियों की मौत ज्यादा होती हैं। उन्होंने कहा कि इसकी वजह यह नहीं है कि लड़कियां अधिक नाजुक या प्रदूषण से जुड़ी श्वसन संबंध बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं बल्कि इसकी वजह यह है कि भारत में बेटों को ज्यादा तरजीह दी जाती है और जब कोई बेटी बीमार पड़ती है या उसे खांसी शुरू होती है तो परिवार उसका इलाज कराने पर समुचित ध्यान नहीं देते हैं। बसु ने विश्वविद्यालय की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल करने से न केवल बच्चों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ेगा बल्कि बेटियों की उपेक्षा भी कम होगी।''
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनिया की करीब एक तिहाई आबादी चूल्हे या स्टोव पर खाना पकाती हैं जिसमें ईंधन के तौर पर लकड़ी, उपले या फसलों के अपशिष्ट का इस्तेमाल किया जाता है जिससे दुनियाभर में हर साल 32 लाख लोगों की मौत होती है। बसु ने कहा कि बदलाव लाना मुश्किल है। उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादातर ध्यान बाहरी वायु प्रदूषण और फसलों के अपशिष्ट को जलाने के तरीकों पर केंद्रित रहता है। सरकारें पराली जलाने के खिलाफ कानून बना सकती हैं और किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते अग्रिम भुगतान कर सकती हैं।'' रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि घर के अंदर के प्रदूषण पर भी ध्यान देना उतना ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें अन्य कारकों के अलावा क्षेत्रीय कृषि भूमि स्वामित्व और वन क्षेत्र, घरेलू विशेषताएं और पारिवारिक संरचना भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। - लंदन। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पिछले सप्ताह हुए आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी के पराजित उम्मीदवारों को सप्ताहांत पर कॉल कर पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए खेद जताया। कंजर्वेटिव पार्टी ‘हाउस कॉमन्स' में सिर्फ 121 सीट जीत सकी है।कई पूर्व सांसदों ने 'द डेली टेलीग्राफ' को ब्रिटिश भारतीय सांसद से आए "बहुत सहानुभूतिपूर्ण कॉल" के बारे में बताया। सुनक ने यॉर्कशायर में रिचमंड और नॉर्थलेरटन की अपनी सीट जीती है और पार्टी द्वारा उनके उत्तराधिकारी का चयन किए जाने तक वह विपक्ष के नेता बने रहेंगे । पार्टी के एक पराजित उम्मीदवार ने कहा, “उन्होंने शनिवार की रात मुझे फोन करने के लिए समय निकाला और मुझे लगता है कि उन्होंने अन्य सांसदों को भी फोन करने के लिए समय निकाला है। वह यह कहने के लिए फोन कर रहे थे कि उन्हें बेहद खेद है कि मैं अपनी सीट हार गया हूं।” सुनक ने पिछले सप्ताह अपने भाषण में कहा कि कंजर्वेटिव उम्मीदवारों और प्रचारकों ने अथक परिश्रम किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। उन्होंने कहा, “ मुझे खेद है कि हम आपके प्रयासों के अनुरूप परिणाम नहीं दे सके।" इस बीच, नए प्रधानमंत्री कीअर स्टॉर्मर ने अपने कार्यकाल का पहला सप्ताहांत ब्रिटेन के विभिन्न हिस्सों की यात्रा में बिताया।
- सिंगापुर,। सिंगापुर के खाद्य नियामक ने मनुष्यों के भोजन के रूप में झींगुर, टिड्डे और टिड्डियों जैसे कीड़ों की लगभग 16 प्रजातियों के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स' समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, यह बहुप्रतीक्षित घोषणा उद्योग जगत के उन कारोबारियों के लिए खुशखबरी है जो चीन, थाईलैंड और वियतनाम में मिलने वाले कीड़ों की सिंगापुर में आपूर्ति और खानपान का कारोबार करते है। भोजन के लिए स्वीकृत कीड़ों में झींगुर, टिड्डे, टिड्डियां, मीलवर्म (भोजनकृमि) और रेशमकीट की विभिन्न प्रजातियां शामिल हैं। सिंगापुर खाद्य एजेंसी (एसएफए) ने कहा कि जो लोग मानव उपभोग या पशुधन के चारे के लिए कीड़ों का आयात या पालन करना चाहते हैं, उन्हें एसएफए के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। इन दिशानिर्देशों के तहत, इस बात का दस्तावेजी सबूत मुहैया कराना अनिवार्य है कि आयातित कीड़ों का खाद्य सुरक्षा नियंत्रण से संबंधित विनियमित प्रतिष्ठानों में पालन किया गया और इन्हें जंगलों से नहीं लाया गया। एजेंसी ने कहा कि जो कीड़े एसएफए की 16 कीटों की सूची में नहीं हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए आकलन से गुजरना होगा कि वे उपभोग के लिए सुरक्षित हैं। एसएफए ने कीड़ों की 16 प्रजातियों को उपभोग के लिए स्वीकृत करने की संभावना पर सार्वजनिक परामर्श अक्टूबर 2022 में शुरू किया था। अप्रैल 2023 में एसएफए ने कहा था कि वह 2023 की दूसरी छमाही में इन प्रजातियों के उपभोग को हरी झंडी दे देगी लेकिन बाद में इस समय सीमा को 2024 की पहली छमाही तक आगे बढ़ा दिया गया। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन, खाद्य पदार्थ के रूप में कीटों को मांस से बेहतर विकल्प के रूप में पेश करता है, क्योंकि उनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और उनके पालन में कम ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन होता है।
- लंदन। ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में लेबर पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। वहां नई सरकार के सत्ता में आने के साथ ही भारत सरकार ने उम्मीद जताई है कि भारत और ब्रिटेन के बीच लंबे समय से अटके मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को नई लेबर सरकार के आने से नई गति मिल सकती है।एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा, ‘ब्रिटेन में नई पार्टी के सत्ता में आने से भारत-ब्रिटेन संबंधों में बदलाव की कोई संभावना नहीं है। हमें विश्वास है कि दोनों पक्षों की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को पूरा किया जा सकता है। फिलहाल यह समझौता बातचीत के अंतिम चरण में है।’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लेबर पार्टी के नेता और ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री कियर स्टार्मर को आम चुनावों में शानदार जीत हासिल करने पर बधाई दी। मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘मैं सभी क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मजबूत करने तथा पारस्परिक विकास एवं समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए हमारे बीच सकारात्मक एवं रचनात्मक सहयोग की अपेक्षा करता हूं।’लेबर पार्टी ने अपने घोषणापत्र में मुक्त व्यापार समझौता सहित भारत के साथ एक नई रणनीतिक साझेदारी की संभावनाएं तलाशने के अलावा सुरक्षा, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बेहतर करने का वादा किया था। पिछले सप्ताह वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि भारत को ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते में प्रगति की उम्मीद है। गोयल ने कहा था, ‘चुनाव परिणाम चाहे जो भी हो हम उम्मीद करते हैं कि ब्रिटेन में नई सरकार आने के बाद बातचीत में प्रगति होगी। कुछ महीने पहले लेबर पार्टी के शैडो (विपक्षी) व्यापार एवं विदेश मंत्री के दिल्ली आने पर उनके साथ चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा था कि एफटीए को जल्द आगे बढ़ाने में उनकी भी बराबर दिलचस्पी है।’विशेषज्ञों ने कहा कि ब्रिटेन में नई सरकार आने के बावजूद उसकी नीतियां पहले जैसी ही रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन की विदेश नीति में आगे कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है। काउंसिल फॉर सोशल डेवलपमेंट के प्रोफेसर विश्वजित धर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्टार्मर के नेतृत्व वाली नई सरकार आने वाले वर्षों में भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों में स्थिरता लाएगी।धर ने कहा, ‘ब्रिटेन में राजनीतिक स्थिरता होने से उसे भारत के साथ तालमेल बेहतर करने की जरूरत है। वास्तव में ब्रिटेन अपने आर्थिक पुनरुद्धार के लिए जोर लगाएगा। जब कोई देश वैश्विक अर्थव्यवस्था पर अधिक निर्भर होता है तो उसे अपनी अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटाने के लिए भारत जैसे बड़े बाजारों की जरूरत होती है।’धर के अनुसार दोनों पक्ष एफटीए वार्ता में तेजी लाएंगे और कुछ मुद्दों पर सहमति न बन पाने के बावजूद इस बार समझौता होने की उम्मीद है। भारत और ब्रिटेन पिछले ढाई साल से मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं।दोनों पक्ष भारत में नई सरकार बनने के बाद जुलाई में इस समझौते पर मुहर लगाना चाहते थे। मगर ब्रिटेन में समय से पहले चुनाव होने के कारण पूरी प्रक्रिया में देरी हो गई। दिल्ली के थिंकटैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव ने कहा कि लेबर पार्टी मामूली संशोधन के साथ भारत-ब्रिटेन एफटीए को मंजूरी दे सकती है। अक्टूबर की शुरुआत में एफटीए पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।
- लंदन ।ब्रिटेन में चार जुलाई को हुए आम चुनाव की अभी तक मतगणना में लेबर पार्टी ने बहुमत के लिए पर्याप्त सीटों पर जीत हासिल कर ली है। वहीं, निवर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हार स्वीकार करते हुए लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर को बधाई दी है। कंजर्वेटिव पार्टी को अब तक की सबसे बुरी हार का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, ऋषि सुनक अपनी सीट से चुनाव जीत गए हैं।आधिकारिक परिणामों से पता चला है कि लेबर पार्टी ने अगली सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीटें जीत ली हैं। शुक्रवार सुबह पांच बजे तक लेबर पार्टी ने 650 में से 326 सीटें पर जीत हासिल कर ली है।ब्रिटेन में भारतीय मूल के प्रधानमंत्री सुनक ने उत्तरी इंग्लैंड में रिचमंड एवं नॉर्थलेरटन सीट पर 23,059 वोट के अंतर के साथ दोबारा जीत हासिल की, लेकिन वह देश में 14 साल की सरकार के बाद अपनी पार्टी को दोबारा से जीत हासिल कराने में असफल रहे। सुनक ने कहा, ‘‘लेबर पार्टी ने यह आम चुनाव जीत लिया है और मैंने सर कीर स्टार्मर को उनकी जीत पर बधाई देने के लिए फोन किया है।’’ इस दौरान सुनक के साथ उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति भी मौजूद थीं।सुनक ने कहा, ‘‘आज शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से सत्ता परिवर्तन होगा और यह ऐसी चीज है जिससे हमें अपने देश की स्थिरता और भविष्य के प्रति विश्वास होना चाहिए।’’ निवर्तमान प्रधानमंत्री सुनक ने कहा कि इन परिणामों से सीखने और विचार करने के लिए बहुत कुछ है। ब्रिटेन के आम चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने मतदाताओं से कहा, ‘‘मुझे माफ कर दीजिए।’’लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर होलबोर्न एवं सेंट पैनक्रास सीट से जीत गए हैं और वह देश के नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं। अब तक के परिणामों में लेबर पार्टी को मिली जीत पर 61 वर्षीय स्टार्मर ने कहा, ‘‘मैं आपकी आवाज बनूंगा, आपका साथ दूंगा, हर दिन आपके लिए लड़ूंगा।’’लेबर पार्टी के नेता ने कहा, ‘‘परिवर्तन यहीं से शुरू होता है क्योंकि यह आपका लोकतंत्र है, आपका समुदाय है, आपका भविष्य है। आपने मतदान किया है। अब समय आ गया है कि हम अपना काम करें।’’ स्टार्मर ने अपनी पार्टी की जीत के बाद सभी मतदाताओं का आभार जताया। एग्जिट पोल के अनुसार, आम चुनाव में लेबर पार्टी को 410 सीट मिलने का अनुमान जताया गया था जबकि रुझानों में उसे 405 सीटें, जबकि ऋषि सुनक की पार्टी को केवल 154 सीटें मिलती दिख रही हैं।
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लंदन. जाने-माने अर्थशास्त्री एन के सिंह ने कहा है कि दुनिया भारतीय युग की दहलीज की तरफ बढ़ रही है। वास्तव में भारत ने जो 2047 तक विकसित राष्ट्र का लक्ष्य रखा है, आर्थिक वृद्धि दर उस दिशा की ओर जा रही है। इंस्टिट्यूट ऑफ इकनॉमिक ग्रोथ के अध्यक्ष सिंह ने बुधवार शाम लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस (एलएसई) में प्रतिष्ठित मानद फेलोशिप से सम्मानित होने पर अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि वह नोबेल पुरस्कार से सम्मनित प्रोफेसर अमर्त्य सेन और पूर्व राष्ट्रपति के आर नारायणन जैसे भारतीयों की श्रेणी में शामिल होने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। विश्वविद्यालय ने कहा कि यह सम्मान लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस के साथ सिंह के लंबे समय तक जुड़े रहने और एलएसई के भारत सलाहकार बोर्ड के सह-अध्यक्ष के रूप में अनूठे संबंधों को बेहतर बनाने के उनके प्रयासों की मान्यता है। अपने संबोधन में, 83 वर्षीय सिंह ने देश के गौरवशाली इतिहास का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऐसे समय जब भारत आजादी की 100वीं वर्षगांठ की ओर बढ़ रहा है, देश उच्च आर्थिक वृद्धि वाली अर्थव्यवस्था बना हुआ है। उन्होंने कहा, “यह प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी का तीसरा कार्यकाल है। वह और मंत्रिपरिषद के सभी सदस्य 2047 तक विकसित भारत के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं…। अगले दो दशक तक, भारत को इस तरह की वृद्धि को बनाए रखने की आवश्यकता है। भारत के विकास की कहानी यह भी दर्शाती है कि लोकतंत्र और विकास एक-दूसरे के लिए नुकसानदायक नहीं हैं।'' जी-20 द्वारा गठित बहुपक्षीय विकास बैंकों में सुधारों के लिए उच्चस्तरीय विशेषज्ञ समूह के सह-संयोजक सिंह ने इन संस्थाओं के लिए ‘बेहतर, साहसी और बड़े' दृष्टिकोण का आह्वान किया है जो जलवायु संकट से जुड़ी गंभीर चिंताओं का निपटान करेगा। लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स के कुलपति लैरी क्रेमर ने कहा, ‘‘यह पहली मानद फेलोशिप है जिसे मुझे एलएसई अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल में प्रदान करने का सौभाग्य मिला है। मैं इसे हमारे मित्र एन के सिंह को प्रदान करते हुए विशेष रूप से रोमांचित हूं।
- तोक्यो,। जापान ने सोमवार को एक नया महत्वाकांक्षी एच3 रॉकेट प्रक्षेपित करने के साथ ही आपदा प्रतिक्रिया और सुरक्षा के लिए एक उन्नत पृथ्वी निगरानी उपग्रह अंतरिक्ष में तैनात कर दिया। ‘जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी' (जाक्सा) ने बताया कि एच3 नंबर 3 रॉकेट ने दक्षिण पश्चिमी जापान के एक द्वीप पर तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी और करीब 16 मिनट बाद तय योजना के अनुसार अपना ‘पेलोड' (उपग्रह) छोड़ा। उन्नत भूमि निरीक्षण उपग्रह या एएलओएस-4 को आपदा प्रतिक्रिया तथा मानचित्रण के लिए पृथ्वी की निगरानी करने तथा डेटा एकत्रित करने का काम सौंपा गया है। यह सैन्य गतिविधि जैसे कि मिसाइल प्रक्षेपण पर नजर रखने में भी सक्षम है।पहले यह प्रक्षेपण रविवार को किया जाना था लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें देरी हुई। एएलओएस-4 मौजूदा एएलओएस-2 की जगह लेगा और यह अधिक व्यापक क्षेत्र की निगरानी कर सकता है। जापान कुछ समय के लिए दोनों उपग्रह का संचालन करेगा। जापान एक स्थिर, व्यावसायिक रूप से प्रतिस्पर्धी अंतरिक्ष परिवहन क्षमता को अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण मानता है।
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नाइजीरिया. उत्तरी नाइजीरिया में महिला आत्मघाती हमलावरों ने एक विवाह समारोह, अंतिम संस्कार कार्यक्रम और एक अस्पताल को निशाना बनाकर समन्वित हमले किए जिनमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य लोग घायल हो गए। स्थानीय प्राधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। बोर्नो राज्य में हुए इन हमलों की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है। यह राज्य बोको हराम के उग्रवाद से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। चरमपंथी समूह आत्मघाती बम विस्फोटों में पहले भी महिलाओं और लड़कियों का इस्तेमाल कर चुका है जिससे यह संदेह पैदा होता है कि इनमें से कुछ हमलावर उन स्कूली बच्चों समेत हजारों लोगों में से हैं जिन्हें आतंकवादियों ने पिछले कुछ सालों में अगवा किया है। बोर्नो राज्य आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी के महानिदेशक बार्किंडो सैदु ने संवाददाताओं को बताया कि एक आत्मघाती हमलावर ने उत्तरपूर्वी शहर ग्वोजा में एक विवाह समारोह के दौरान विस्फोट किया। सैदु ने कहा, "कुछ ही मिनट बाद जनरल अस्पताल के पास एक और धमाका हुआ" और अंतिम संस्कार के दौरान तीसरा हमला हुआ। उन्होंने बताया कि मृतकों में बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। सैदु ने कहा कि कम से कम 30 अन्य घायल हुए हैं।
नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला टीनुबू ने एक बयान में इन हमलों को आतंक की हताशाजनक हरकत बताया है।
बोको हराम की एक शाखा इस्लामिक स्टेट समूह से संबद्ध है और यह नाइजीरिया में इस्लामिक राज्य स्थापित करना चाहता है। अधिकारियों ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है. -
लंदन,। ब्रिटेन में गुरुवार को होने वाले आम चुनाव से पहले प्रचार के अंतिम सप्ताहांत में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पार्टी की तरफ से इस पद के उम्मीदवार लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ब्रिटिश हिंदू मतदाताओं को लुभाने के लिए मंदिर पहुंचे। सुनक (44) रविवार को नेसडेन में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे तो वहीं स्टार्मर (61) शुक्रवार को उत्तरी लंदन के किंग्सबरी में स्थित स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे।
दोनों नेताओं द्वारा यह कदम ब्रिटिश हिंदू संगठनों के एक प्रमुख समूह द्वारा ब्रिटेन में होने वाले आम चुनाव से पहले पहली बार जारी किए गए ‘हिंदू घोषणापत्र’ के बाद उठाया गया है। इस घोषणापत्र में निर्वाचित प्रतिनिधियों से हिंदू पूजा स्थलों की रक्षा करने और हिंदूओं के प्रति घृणा से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठाने का आह्वान किया गया है। सुनक ने प्रतिष्ठित नेसडेन मंदिर में अपने उद्बोधन में कहा, ‘यह मंदिर इस समुदाय द्वारा ब्रिटेन के लिए दिए गए योगदान का एक महान उदाहरण है।’ उन्होंने मंदिर में प्रार्थना की और वहां उपस्थित बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया।इस बीच किंग्सबरी मंदिर में स्टार्मर का स्वागत किया गया। उन्होंने भी यहां सुनक की तरह ही “जय स्वामीनारायण” बोलकर अपना भाषण शुरू किया।लेबर पार्टी के नेता ने कहा, ‘ब्रिटेन में हिंदूफोबिया के लिए कोई जगह नहीं है।’ हिंदूफोबिया से आशय हिंदू धर्म और हिंदुओं के प्रति विरोधी, विनाशकारी और अपमानजनक दृष्टिकोण और व्यवहार करना है। 2021 की जनगणना के अनुसार ब्रिटेन में रहने वाले लगभग दस लाख लोग खुद को हिंदू मानते हैं। इससे देश में चार जुलाई को होने वाले आम चुनाव में भाग लेने वालों में एक बड़ा हिस्सा हिंदू मतदाताओं का होगा। -
ला पाज,। बोलीविया की सरकार ने गुरुवार को तख्तापलट की साजिश में कथित संलिप्तता को लेकर 17 और लोगों को गिरफ्तार किए जाने की घोषणा की। कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्य एडुआर्डो डेल कैस्टिलो ने गिरफ्तार किए गए 17 अन्य लोगों के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी। हालांकि गिरफ्तार किए गए एक शख्स के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह एक आम नागरिक था जिसकी पहचान एनीबल एगुइलर गोमेज के रूप में हुई है। उन्होंने गोमेज को इस पूरे घटनाक्रम का ‘‘मुख्य साजिशकर्ता'' बताया। डेल कैस्टिलो ने कहा कि सरकार अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है और यह भी बताया कि कथित साजिशकर्तओं ने मई में ही इसको लेकर षड्यंत्र रचना शुरू कर दिया था। बोलीविया की राजधानी में आज सेना के एक शीर्ष जनरल के नेतृत्व में सैनिकों ने राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया और फिर तुरंत पीछे हट गए। इस पूरे घटनाक्रम को देश में सैन्य तख्तापलट की नाकाम कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
राजधानी में कुछ समय के लिए फैली अशांति के बाद धीरे-धीरे शांति लौट रही है। इस घटना के कारण लंबे समय से संकटग्रस्त दक्षिण अमेरिकी देश में अराजकता फैलने का खतरा पैदा हो गया था। बुधवार को 1.20 करोड़ की आबादी वाला राष्ट्र हैरत और हैरानी में था, जब बख्तरबंद वाहनों के सेना के काफिले ने राष्ट्रपति लुइस एर्से की सरकार को हटाकर तख्तापलट करने की कोशिश की। सेना ने राजधानी के प्रमुख चौराहे पर बख्तरबंद वाहनों के दम पर नियंत्रण कर लिया, राष्ट्रपति भवन पर टैंक से हमला कर दिया तथा सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े। देश के सेना प्रमुख जनरल जुआन जोस जुनिगा ने राष्ट्रपति भवन से संवाददाताओं के एक समूह को संबोधित करते हुए ''लोकतंत्र को बहाल करने'', मंत्रिमंडल को बदलने और राजनीतिक कैदियों को रिहा करने की शपथ ली। लेकिन, जब विपक्षी नेताओं ने इस तख्तापलट की कोशिश की निंदा की, तो यह स्पष्ट हो गया कि इस तख्तापलट को कोई सार्थक राजनीतिक समर्थन नहीं मिला है। राष्ट्रपति लुइस एर्से ने अडिग रहने का प्रण लिया, साथ ही सेना के एक नए कमांडर की नियुक्ति की जिसने सैनिकों को पीछे हटने का आदेश दिया। बाद में सैनिक पीछे हट गए। इस बीच, राष्ट्रपति के सैकड़ों समर्थक ‘सेंट्रल स्क्वायर' में एकत्र हुए और उन्होंने देश के ध्वज लहराए।
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लंदन. मुंबई की रहने वाली 26 वर्षीय लेखिका संजना ठाकुर ने दुनियाभर के 7,359 अन्य प्रतियोगियों को पछाड़कर कॉमनवेल्थ लघु कथा पुरस्कार 2024 अपने नाम किया। संजना को बृहस्पतिवार को लंदन में पांच हजार पौंड राशि के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। संजना की कहानी का शीर्षक 'एश्वर्या राय' बॉलीवुड की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री के नाम पर है, जो कहानी गढ़ने की पारपंरिक कल्पना से बिल्कुल परे है। साहित्य पत्रिका 'ग्रांता' ने 2024 कॉमनवेल्थ लघु कथा पुरस्कार जीतने वाली सभी क्षेत्रीय कहानियों को प्रकाशित किया है। संजना ने कहा, ''मैं बता नहीं सकती कि इस अद्भुत पुरस्कार को जीतकर कितना सम्मानित महसूस कर रही हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं ऐसी कहानियां लिखती रहूंगी, जिन्हें पढ़ना लोगों को पसंद है।'' उन्होंने कहा, ''मां-बेटी, बाहरी खूबसूरती, खूबसूरती के पैमाने और मुंबई की सड़कों के खान-पान से जुड़ी मेरी अजीबो-गरीब कहानी को इस तरह के वैश्विक पाठक मिलना वाकई में बहुत दिलचस्प है। बहुत, बहुत, बहुत धन्यावद।'' संजना की कहानी अवनी नाम की एक युवती के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक आम से घर में रहने वाली मांओं के जीवन को चुनती है। अवनी को साफ-सुथरा रहना पसंद है जबकि दूसरा किरदार असल जिंदगी की ऐश्वर्या राय जैसी दिखता है, जो बहुत सुंदर है। मुंबई के एक छोटे से फ्लैट में रहने वाली अवनी अपनी छोटी सी बालकनी में खड़े होकर, मशीन में कपड़े धोते वक्त, सफेद लिमोजिन से उतरने के सपने देखती है और दूसरे फ्लैटों में रहने वाली अलग-अलग महिलाओं की तरह बनने के सपने संजोती है। निर्णायक मंडल की अध्यक्ष और युगांडा मूल की ब्रिटिश उपन्यासकार जेनिफर नानसुबुगा माकुम्बी ने कहा, ''लघुकथा का स्वरूप साहसी लेखकों के लिए अनुकूल है। संजना ठाकुर ने 'ऐश्वर्या राय' में कठोर व्यंग्य और हास्य संवादों का इस्तेमाल करते हुए आधुनिक शहरी जीवन के परिणामस्वरूप परिवार और खुद के भीतर की टूटन से हमारा सामना कराया है।
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नई दिल्ली। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में भारी संख्या में मतदान का आह्वान किया है। इस चुनाव को ईरान के लिये एक अहम इम्तिहान बताया। श्री खामनेई ने कहा कि अगले राष्ट्रपति का इस्लामिक क्रांति के सिद्धांतों और बुनियाद में दृढ़ विश्वास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारी मतदान से ईरान को एक योग्य उम्मीदवार मिलेगा। ईरान में राष्ट्रपति चुनाव अगले वर्ष 2025 में होना था, लेकिन इस वर्ष 19 मई को पूर्वी अजरबैजान में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मृत्यु के कारण चुनाव इसी वर्ष कराये जा रहे हैं।
- ढाका,। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी हालिया भारत यात्रा को मंगलवार को ‘‘बहुत सार्थक'' बताया और कहा कि भारत के शीर्ष नेतृत्व के साथ उनकी वार्ता के नतीजे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और सहयोग के नये आयाम खोलने में ‘‘महत्वपूर्ण भूमिका'' निभाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के न्योते पर हसीना ने पिछले हफ्ते भारत की दो दिवसीय राजकीय यात्रा की। भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के बाद किसी विदेशी शासनाध्यक्ष की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा थी।प्रधानमंत्री शेख हसीना ने यहां अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ढाका तीस्ता नदी परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर सर्वाधिक लाभकारी प्रस्ताव स्वीकार करेगा। ‘ढाका ट्रिब्यून' अखबार की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि इस यात्रा ने दोनों देशों के लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए नये आयाम खोले हैं। खबर में उन्हें उद्धृत करते हुए कहा गया है, ‘‘यात्रा छोटी लेकिन बहुत सार्थक थी। मुझे लगता है कि यह यात्रा भारत और बांग्लादेश के बीच मौजूदा शानदार संबंधों को मजबूत करने में एक बहुत अहम भूमिका निभाएगी।'' हसीना की यात्रा के दौरान दोनों देशों ने समुद्री क्षेत्र और समुद्री अर्थव्यवस्था सहित कई क्षेत्रों में संबंध प्रगाढ़ करने के लिए 10 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। बांग्लादेश की सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस की खबर के अनुसार, तीस्ता नदी जल के प्रबंधन के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए हसीना ने कहा कि बांग्लादेश देश और इसके लोगों के लिए सर्वाधिक लाभकारी प्रस्ताव स्वीकार करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘चीन और भारत ने (तीस्ता) परियोजना को कार्यान्वित करने के लिए अलग-अलग प्रस्ताव दिए हैं। हमें उस प्रस्ताव को स्वीकार करना चाहिए जो हमारे देश के लोगों के लिए अधिक लाभकारी हो।'' हसीना ने कहा कि चीन ने भौतिक सर्वेक्षण किया है जबकि भारत तीस्ता परियोजना के क्रियान्वयन के बारे में दूसरा सर्वेक्षण करना चाहता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम उस सर्वेक्षण को स्वीकार करेंगे जो हमारे लिए अधिक उपयुक्त और लाभकारी होगा।''उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का भारत के साथ तीस्ता नदी जल बंटवारे को लेकर एक पुराना मुद्दा है, ‘‘इसलिए, अगर भारत तीस्ता परियोजना को क्रियान्वित करता है तो बांग्लादेश के लिए यह आसान होगा। उस स्थिति में, हमें हमेशा तीस्ता जल बंटवारे के बारे में बात करने की आवश्यकता नहीं होगी।'' प्रधानमंत्री मोदी और हसीना के बीच वार्ता का एक प्रमुख परिणाम तीस्ता नदी के संरक्षण और प्रबंधन के लिए एक बड़ी परियोजना के वास्ते जल्द ही भारत से एक तकनीकी टीम बांग्लादेश भेजने का निर्णय था।
- दुबई,। भारत के 46 वर्षीय इलेक्ट्रिशियन ने सालों तक पैसों की बचत करने और समझदारी से निवेश करने के बाद दुबई में तकरीबन 2.25 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार जीता है। ‘खलीज टाइम्स' में मंगलवार को प्रकाशित एक खबर के अनुसार, आंध्र प्रदेश के नागेंद्रम बोरुगद्दा 2019 से नेशनल बॉन्ड में 100 दिरहम का निवेश कर रहे हैं। 2017 से संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे बोरुगद्दा की 18 वर्षीय एक बेटी और 16 वर्षीय एक बेटा है। अखबार ने बोरुगद्दा के हवाले से कहा, ‘‘मैं अपने परिवार को बेहतर जिंदगी देने और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा मुहैया कराने के लिए संयुक्त अरब अमीरात आया था। यह जीत किसी सपने की तरह लगती है। file photo
- लंदन,। ब्रिटेन के ब्रिस्टल में राजकुमारी एवं महराज चार्ल्स तृतीय की बहन एनी को एक घटना में सिर में मामूली चोट आयी जिसके बाद उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बकिंघम पैलेस ने सोमवार को यह जानकारी दी। राजकुमारी एनी (73) को रविवार शाम को गैटकॉम्ब पार्क एस्टेट में चोट लगी और उन्हें "एहतियात" के तौर पर ब्रिस्टल के साउथमीड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऐसा माना जाता है कि एस्टेट में घोड़े भी थे और एनी को एक घोड़े से जुड़ी एक घटना में सिर में मामूली चोट आई होगी। बकिंघम पैलेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "गेटकॉम्ब पार्क एस्टेट में कल शाम हुई एक घटना के बाद राजकुमारी को मामूली चोट लगी, और उनके सिर में भी चोट आयी है।" बयान में कहा गया, "राजकुमारी एनी को एहतियात के तौर पर ब्रिस्टल के साउथमीड अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनके पूर्ण रूप से और तेजी से ठीक होने की उम्मीद है। महाराज चार्ल्स को इस बारे में जानकारी दे दी गई है और वह पूरे शाही परिवार के साथ राजकुमारी के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना की है।" बकिंघम पैलेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राजकुमारी एनी की स्थिति में सुधार हो रहा है।बयान में कह गया है, ‘‘चिकित्सकों की सलाह पर, आने वाले सप्ताह के लिए राजकुमारी एनी के कार्यक्रम स्थगित कर दिये जाएंगे। इसका असर इस सप्ताह के अंत में उनकी निर्धारित कनाडा यात्रा पर भी पड़ेगा। राजकुमारी एनी कल अपने भाई द्वारा जापान के सम्राट नारुहितो के सम्मान में आयोजित राजकीय भोज में भी शामिल नहीं हो पाएंगी, जो इस सप्ताह अपनी पत्नी महारानी मसाको के साथ ब्रिटेन की यात्रा करेंगे। एस्टेट में हुई घटना के समय राजकुमारी एनी के साथ उनके पति सर टिम लॉरेंस, बेटी जारा टिंडल और उनके भाई पीटर फिलिप्स भी थे। बताया जाता है कि लॉरेंस अपनी पत्नी के साथ अस्पताल गए।
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लॉस एंजिलिस. तीन बार ऑस्कर पुरस्कार से सम्मानित हो चुके अभिनेता वुडी हैरेलसन को करीब साढ़े तीन साल पहले एहसास हुआ कि उन्हें मोबाइल फोन की लत लग रही है तो उन्होंने इसका इस्तेमाल करना छोड़ दिया। टेड डैनसन और अपने पॉडकास्ट "व्हेयर एवरीबॉडी नोज योर नेम" के हालिया एपिसोड में वुडी हैरेलसन ने यह खुलासा किया। उन्होंने अपने सह-प्रस्तोता के इस सवाल का जवाब दिया कि उनके पास फोन नहीं है या फिर वह उन लोगों में से हैं, जो दूसरों को अपना फोन रखने के लिए मजबूर करते हैं। इसके जवाब में हैरेलसन ने कहा कि यह 'बिल्कुल सच' नहीं है।
उन्होंने कहा, "मुझे किसी भी व्यक्ति के लिए हर समय उपलब्ध रहना पसंद नहीं है। मैं लोगों के संपर्क में रहना चाहता हूं, लेकिन किसी गैजेट (फोन) के जरिए नहीं।" अभिनेता वुडी हैरेलसन (62) ने बताया कि एक समय ऐसा भी था जब वह मोबाइल फोन का अत्यधिक इस्तेमाल करते थे। उन्होंने याद किया कि कैसे उन्होंने फोन के इस्तेमाल के लिए समय सीमा तय की थी। वुडी ने बताया कि वह फोन पर बात करने से ज्यादा मैसेज करने में सहज रहते हैं। उन्होंने कहा, "मैंने नियम बनाया था कि मैं दो घंटे फोन का इस्तेमाल करूंगा लेकिन तय समय बीत जाने के बाद भी फोन चलता रहता था। घंटों फोन चलता था, क्योंकि आप जानते हैं कि इसकी लत कैसी होती है।" हैरेलसन ने कहा कि जब वह किसी के साथ रात्रि भोज पर थे, तब भी उनका ध्यान फोन पर था। फोन के इस्तेमाल के कारण बातचीत नहीं हुई और 'खामोशी' आ गई। - अबू धाबी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्ष अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ व्यापक वार्ता करने के लिए रविवार को यहां पहुंचे। जयशंकर ने अबू धाबी में प्रतिष्ठित बीएपीएस हिंदू मंदिर के दर्शन किए और फिर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लेने के बाद अल नाहयान के साथ बैठक के लिए रवाना हो गए, जिसमें दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों के साथ गाजा की समग्र स्थिति पर चर्चा कर सकते हैं। जयशंकर ने मंदिर के दर्शन के तुरंत बाद ‘एक्स' पर पोस्ट किया, “आज अबूधाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। भारत-यूएई मित्रता का एक प्रत्यक्ष प्रतीक यह मंदिर दुनिया को एक सकारात्मक संदेश देता है और दोनों देशों के बीच एक सांस्कृतिक सेतु है।'' प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल 14 फरवरी को मंदिर का उद्घाटन किया था। जयशंकर ने मंदिर में बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम संगठन (बीएपीएस) के पदाधिकारियों से मुलाकात की। बीएपीएस ने यूएई द्वारा दान की गई भूमि पर मंदिर बनवाया है।
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सान सल्वाडोर. मध्य अमेरिकी देश अल सल्वाडोर में भारी बारिश से शुक्रवार को छह और लोगों की मौत हो गई। राजधानी के बाहरी इलाकों में दीवारें गिरने और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ कर 19 हो गई है। ग्वाटेमाला के प्रशांत तट और मेक्सिको की खाड़ी में दो मौसमीय परिस्थितियों के कारण उष्णकटिबंधीय चक्रवात अल्बर्टो विकसित हुआ है और इसके प्रभाव से दक्षिणी मेक्सिको और मध्य अमेरिका में भारी बारिश हो रही है। अल सल्वाडोर के नागरिक सुरक्षा अधिकारियों ने भारी बारिश के कारण ‘रेड अलर्ट' जारी किया है वहीं शीर्ष अधिकारियों ने 15 दिन के लिए राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की है। देश के नागरिक सुरक्षा विभाग ने बताया कि एक मकान के गिरने से पांच और सात वर्ष की दो बच्चियों सहित छह लोगों की मौत हो गई। विभाग ने निवासियों को भूस्खलन के खतरे को लेकर सचेत किया है और कहा है कि बारिश के कारण पानी जमा होने से दीवारों के गिरने का खतरा है। सल्वाडोर के अधिकारियों ने देशभर में 150 आश्रय स्थल तैयार किए हैं, जिनमें से 82 आश्रय स्थलों में 1,212 नाबालिगों सहित 2,582 लोग रह रहे हैं।
- काठमांडू। नेपाल ने 11 देशों के राजदूतों को वापस बुलाने के दो सप्ताह बाद भारत समेत आठ राष्ट्रों के लिए राजदूत नामित किये हैं। कैबिनेट सूत्रों के अनुसार, पूर्व मुख्य सचिव और ब्रिटेन में नेपाल के राजदूत लोकदर्शन रेगमी को भारत के लिए नेपाली राजदूत नामित किया है। रेगमी इससे पहले गृह सचिव, वित्त सचिव और भूमि सुधार एवं प्रबंधन मंत्रालय में सचिव के पद पर रह चुके हैं। यह निर्णय नेपाल की कैबिनेट ने शुक्रवार को लिया।इससे पहले, नेपाल सरकार ने छह जून को 11 देशों के राजदूतों को वापस बुलाया था, जिनमें भारत और अमेरिका में सेवारत और नेपाली कांग्रेस के कोटे के तहत नियुक्त राजदूत भी शामिल थे। इससे तीन महीने पहले प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड' ने नेपाली कांग्रेस के साथ अपना गठबंधन समाप्त कर पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से हाथ मिला लिया था। यह घटनाक्रम सीपीएन-यूएमएल के समर्थन से गठबंधन बनाए जाने के तीन महीने बाद हुआ था।सरकार ने पूर्व वाणिज्य एवं उद्योग सचिव चंद्र घिमिरे को अमेरिका में नेपाल का नया राजदूत नामित किया है। वे वर्तमान राजदूत श्रीधर खत्री का स्थान लेंगे, जबकि बिजन पंत को ब्रिटेन में नेपाल का नया राजदूत नामित किया गया है।