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- मैरीलैंड ।अमेरिका के मैरीलैंड में पुलिस ने कहा है कि बाल्टीमोर में फ्रांसिस स्कॉट की पुल के गिरने के बाद लापता हुए छह लोगों को मृत मान लिया गया है। एक मालवाहक जहाज ने फ्रांसिस स्कॉट की पुल को कल टक्कर मार दी थी, जिससे पुल ध्वस्त होकर नदी में गिर गया। अधिकारियों ने कहा है कि कम तापमान और दुर्घटना के बाद काफी समय बीत जाने के कारण लापता लोगों को मृत मान लिया गया है।यह दुर्घटना उस समय हुई, जब सिंगापुर के ध्वज वाला डेली मालवाहक जहाज बाल्टीमोर के बंदरगाह से श्रीलंका के कोलंबो के लिए रवाना हो रहा था कि अचानक यह नियंत्रण से बाहर हो गया और फ्रांसिस स्कॉट की पुल के एक खंभे से टकरा गया। जहाज के चालक दल के सभी 22 सदस्य भारतीय नागरिक थे। बचाव दल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो लोगों को बचा लिया था।
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बाल्टीमोर. अमेरिका के बाल्टीमोर में मंगलवार तड़के (स्थानीय समय) एक बड़ा हादसा हो गया. यहां एक कंटेनर जहाज के टकराने के बाद एक बड़ा पुल टूटकर ढह गया. इस हादसे में कई गाड़ियां नीचे नदी में गिर गई. उधर बचावकर्मियों ने बताया कि पानी में कम से कम सात लोगों की तलाश कर रहे है.
बाल्टीमोर अग्निशमन विभाग के संचार निदेशक केविन कार्टराईट ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया, ऐसा प्रतीत होता है कि जहाज फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज के एक सपोर्ट से टकरा गया है, जिससे वह पुल कई जगहों पर टूटकर पानी में गिर गया. इस टक्कर से जहाज में आग लग गई और ऐसा प्रतीत होता है कि वह पानी में डूब गया.
बाल्टीमोर अग्निशमन विभाग के संचार निदेशक केविन कार्टराईट ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया, ‘यह एक गंभीर आपात स्थिति है. अभी हमारा ध्यान इन लोगों को बचाने और ठीक करने की कोशिश पर है.’ उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ सामान पुल से लटक रहा है.
कार्टराईट ने कहा कि आपातकालीन प्रतिक्रियाकर्ता कम से कम सात लोगों की तलाश कर रहे है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे पानी में गिर गए. उन्होंने कहा कि एजेंसियों को देर रात करीब डेढ़ बजे (स्थानीय समय) 911 पर कॉल प्राप्त हुईं, जिसमें बताया गया कि बाल्टीमोर से जा रहा एक जहाज पुल पर एक पिलर से टकरा गया है. उस समय पुल पर कई वाहन थे, जिनमें से एक ट्रैलर ट्रक भी था.
पटाप्सको नदी पर इस पुल को 1977 में खोला गया था. यह इस शहर के काफी अहम था, जो बाल्टीमोर पोर्ट के साथ पूर्वी तट पर शिपिंग का केंद्र है. इसका नाम ‘द स्टार-स्पैंगल्ड बैनर’ के लेखक के नाम पर रखा गया है. -
काठमांडू. नेपाल की राजधानी काठमांडू और अन्य पहाड़ी जिलों में रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच रंगों का त्योहार होली मनाया गया। हालांकि, देश के दक्षिणी मैदानी इलाके तराई में यह त्योहार सोमवार को मनाया जाएगा। राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल ने इस अवसर पर अपने संदेश में विश्वास व्यक्त किया कि होली से "समाज में आपसी सद्भाव को बढ़ावा मिलेगा तथा राष्ट्रीय एकता और मजबूत होगी।” देश-विदेश में सभी नेपालियों के लिए सुख, शांति और समृद्धि के लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए, राष्ट्रपति पौडेल ने होली को "अन्याय पर न्याय की जीत और बुराई पर सदाचार की जीत" का उत्सव बताया। नेपाल पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए काठमांडू घाटी और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी में लगभग 5,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। त्योहार के दौरान संभावित यातायात नियमों के उल्लंघन पर नजर रखने के लिए बल ने लगभग 100 स्थानों पर वाहनों की जांच भी शुरू कर दी। स्थानीय प्रशासन ने बिना सहमति के लोगों पर रंग छिड़कने या पानी फेंकने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। काठमांडू घाटी यातायात पुलिस कार्यालय ने यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर कम से कम 250 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की है।
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थिम्पू। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भूटान के उनके समकक्ष शेरिंग टोबगे ने यहां भारत के सहयोग से निर्मित एक आधुनिक अस्पताल का उद्घाटन किया। ‘ज्ञाल्त्सुएन जेत्सुन पेमा वांगचुक मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल' 150 बिस्तर वाला आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल है जिसे थिम्पू में भारत सरकार के सहयोग से बनाया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘स्वास्थ्य देखभाल में साझेदारी को बढ़ावा मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे के साथ थिम्पू में ज्ञाल्त्सुएन जेत्सुन पेमा मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। आधुनिक सुविधाओं से संपन्न यह अस्पताल भारत-भूटान विकास सहयोग का चमकता उदाहरण है।''
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भारत ने दो चरणों में अस्पताल के विकास में सहयोग दिया है। पहले चरण में 22 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण हुआ और यह 2019 से संचालनात्मक है। दूसरे चरण का निर्माण 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत 119 करोड़ रुपये की लागत से 2019 में शुरू किया गया तथा हाल में निर्माण कार्य पूरा हुआ। इसमें कहा गया है कि इस नवनिर्मित अस्पताल से भूटान में माता व बाल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी। इस नए अस्पताल में बाल चिकित्सा, स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान, एनेस्थिसियोलॉजी, ऑपरेशन थियेटर, नवजात गहन देखभाल और बाल चिकित्सा गहन देखभाल के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
भूटान नरेश ने शुक्रवार को यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' से सम्मानित किया। यह सम्मान पाने वाले वह पहले विदेशी शासनाध्यक्ष हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार रात ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘मैं बड़ी विनम्रता के साथ ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' सम्मान स्वीकार करता हूं। मैं यह सम्मान देने के लिए महामहिम भूटान नरेश का आभार व्यक्त करता हूं। मैं इस सम्मान को भारत के 140 करोड़ लोगों को समर्पित करता हूं। मुझे विश्वास है कि भारत-भूटान के संबंध बढ़ते रहेंगे और हमारे नागरिकों को फायदा पहुंचाएंगे।'' भारत और भूटान के बीच राजनयिक संबंध 1968 में स्थापित हुए थे। भारत-भूटान संबंधों की मूल रूपरेखा 1949 में दोनों देशों के बीच हुई मित्रता एवं सहयोग संधि रही है जिसमें फरवरी 2007 में संशोधन किया गया था। -
न्यूयॉर्क. बुधवार को जारी वैश्विक प्रसन्नता सूचकांक में भारत 143 देशों में से 126वें स्थान पर था। इसमें कहा गया कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में अधिक उम्र उच्च जीवन संतुष्टि से जुड़ी है। विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2024 में शीर्ष पर रहते हुए फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश बनकर उभरा है, यह लगातार सातवां वर्ष है जब देश ने सूची में शीर्ष स्थान पर कब्जा किया है। शीर्ष 10 देशों में डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन, इजराइल, नीदरलैंड, नॉर्वे, लक्जमबर्ग, स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रेलिया हैं। संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के अवसर पर बुधवार को घोषित निष्कर्षों के अनुसार, लीबिया, इराक, फलस्तीन और नाइजर जैसे देशों के बाद भारत सूची में 126वें स्थान पर है। ‘वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट' गैलप, ऑक्सफोर्ड वेलबीइंग रिसर्च सेंटर, यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क और डब्ल्यूएचआर के संपादकीय बोर्ड की साझेदारी है। भारत में युवा “सबसे अधिक खुश” हैं जबकि “निम्न मध्यमवर्गीय” लोग सबसे कम खुश हैं।
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट पहली बार 2012 में प्रकाशित हुई थी और तबसे यह पहला मौका है जब अमेरिका (23वें स्थान पर) शीर्ष 20 से बाहर हो गया है। यह 30 साल से कम उम्र के अमेरिकी लोगों की भलाई में बड़ी गिरावट के कारण हुआ है। अफगानिस्तान दुनिया के ‘सबसे नाखुश' देश के रूप में समग्र रैंकिंग में सबसे नीचे बना हुआ है। सूची में पाकिस्तान 108वें स्थान पर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अधिक उम्र उच्च जीवन संतुष्टि से जुड़ी है, “उन दावों के विपरीत कि उम्र और जीवन संतुष्टि के बीच सकारात्मक संबंध केवल उच्च आय वाले देशों में मौजूद है।” इसमें कहा गया कि औसतन, भारत में वृद्ध पुरुष वृद्ध महिलाओं की तुलना में जीवन से अधिक संतुष्ट हैं, लेकिन अन्य सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए, वृद्ध महिलाएं अपने पुरुष समकक्षों की तुलना में अधिक जीवन संतुष्टि दर्शाती हैं। भारत में, माध्यमिक या उच्च शिक्षा प्राप्त वृद्ध वयस्क और उच्च सामाजिक जातियों के लोग औपचारिक शिक्षा के बिना समकक्षों और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों की तुलना में उच्च जीवन संतुष्टि की जानकारी देते हैं। रिपोर्ट में कहा गया, “भारत की वृद्ध आबादी दुनिया भर में दूसरी सबसे बड़ी है, जिसमें 60 और उससे अधिक उम्र के 14 करोड़ भारतीय हैं, जो 25 करोड़ चीनी समकक्षों के बाद दूसरे स्थान पर है। इसके अतिरिक्त, 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के भारतीयों की औसत वृद्धि दर देश की समग्र जनसंख्या वृद्धि दर से तीन गुना अधिक है।” रिपोर्ट में कहा गया है कि रहने की व्यवस्था से संतुष्टि, कथित भेदभाव और स्व-निर्धारित स्वास्थ्य इस अध्ययन में भारत के लिए जीवन संतुष्टि के शीर्ष तीन भविष्य की स्थिति बताने वाले आधार के रूप में उभर कर सामने आए हैं। इसमें कहा गया, “हमने पाया कि वृद्ध पुरुष, जो उच्च आयु वर्ग में हैं, वर्तमान में विवाहित हैं, और जो शिक्षित थे, अपने साथियों की तुलना में उच्च जीवन संतुष्टि दर्शाते हैं। रहने की व्यवस्था के साथ कम संतुष्टि, कथित भेदभाव और खराब स्व-रेटेड स्वास्थ्य वृद्ध भारतीयों के बीच कम जीवन संतुष्टि से जुड़े महत्वपूर्ण कारक थे।”
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व्लादिमीर पुतिन लगातार पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत गए हैं। लगभग 88 प्रतिशत वोटों के साथ चुनाव जीतकर पुतिन पांचवा कार्यकाल संभालेंगे। 71 साल के पुतिन 1999 से एक बार भी चुनाव नहीं हारे। व्लादिमीर पुतिन दुनिया के सबसे अमीर राजनेताओं की लिस्ट में शामिल हैं। पुतिन बहुत ही लग्जरी लाइफस्टाइल के मालिक हैं। उनकी जीवनशैली और निजी संपत्ति किसी को भी हैरान कर दे। हालांकि पुतिन दावा करते हैं कि रूस के राष्ट्रपति के रूप में उन्हें केवल 1,16,07,722 रुपये (1,40,000 डॉलर) का सालाना वेतन मिलता है। आइए जानते हैं व्लादिमीर पुतिन की कुल संपत्ति और लग्जरी लाइफस्टाइल के बारे में।
व्लादिमीर पुतिन की हवेली
एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के राष्ट्रपति पुतिन की निजी संपत्ति 200 अरब डॉलर है। उनकी निजी संपत्ति में काला सागर की एक चर्चित हवेली भी शामिल है। इस शानदार हवेली को 'पुतिन का कंट्री कॉटेज' के नाम से भी जाना जाता है।
बताया जाता है कि उनकी हवेली में ग्रीक देवताओं की मूर्तियों से सजा हुआ एक संगमरमर का स्विमिंग पूल, एक एम्फीथिएटर, अत्याधुनिक आइस हॉकी रिंक, वेगास शैली का कसीनो और एक नाइट क्लब भी है। हवेली के इंटीरियर में 5,00,000 डॉलर का डाइनिंग रूम फर्नीचर; 54,000 डॉलर का एक बार टेबल; 850 डॉलर की कीमत वाला टॉयलेट ब्रश और 1,250 डॉलर कीमत वाले टॉयलेट पेपर होल्डर से सजा हुआ वॉशरूम शामिल है।
पुतिन के पास विमान और हेलीकॉप्टर
एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि पुतिन के पास 19 अन्य घर हैं। इसके अलावा उनके कलेक्शन में 700 कारें, 58 विमान और हेलीकॉप्टर है। राष्ट्रपति के पास 716 मिलियन डॉलर के विमान हैं, जिन्हें 'द फ्लाइंग क्रेमलिन' नाम दिया गया है।
लग्जरी घड़ियों का शौक
इसके अलावा व्लादिमीर पुतिन के पास लग्जरी घड़ियों का संग्रह भी है। 60000 डॉलर से लेकर 5,00,000 डॉलर के मूल्य की घड़ियां उनके कलेक्शन का हिस्सा हैं। इतना ही नहीं पुतिन के पास शहेराजादे नाम की नौका है, जिसकी कीमत 70 करोड़ (700 मिलियन डॉलर) है।
लग्जरी लाइफस्टाइल
आलीशान और भव्य जीवन शैली को बनाए रखने के लिए पुतिन के पास चालीस कर्मचारी हैं, जिन पर वह बीस लाख डॉलर सालाना खर्च करते हैं। पुतिन को विमान उड़ाना, पनडूब्बी तैराना भी आता है। उनके लग्जरी घर मास्को, फिनलैंड समेत कई अन्य जगहों पर हैं। -
अबुजा. दक्षिणी नाइजीरिया में दो समुदायों के बीच झड़प के दौरान स्थिति संभालने पहुंचे चार अधिकारियों सहित कम से कम 16 सैनिकों की मौत हो गई। रक्षा अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। रक्षा मुख्यालय के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल तुकुर गुसाउ ने एक बयान में बताया कि यह हमला बृहस्पतिवार को बोमाडी परिषद क्षेत्र में उस समय हुआ जब शांति बनाए रखने के लिए तैनात सैनिकों को ‘‘समुदाय के कुछ युवाओं ने घेर लिया और मार डाला।'' गुसाउ ने बताया कि इस हमले में कमांडिंग ऑफिसर, दो मेजर, एक कैप्टन और 12 सैनिकों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इसकी जांच सेना कर रही है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि यह झड़प ओकुआमा और ओकोलोबा समुदायों के बीच लंबे समय से जारी भूमि विवाद के कारण हुई। इस विवाद के कारण एक व्यक्ति का अपहरण कर लिया गया था और सैनिकों ने उसे छुड़ाने के लिए बातचीत करने की असफल कोशिश की थी।
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फेयरलेस हिल्स . अमेरिका के फिलाडेल्फिया के उपनगर में शनिवार तड़के हुई गोलीबारी की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के कारण ‘सेंट पैट्रिक्स डे' परेड रद्द करनी पड़ी और बच्चों का ‘थीम पार्क' बंद करना पड़ा। ‘मिडलटाउन टाउनशिप' पुलिस ने बताया कि ईस्टर्न पेंसिल्वेनिया की फॉल्स टाउनशिप में ‘‘गोलीबारी की घटना की पुष्टि'' हुई है और इस घटना में ‘‘कई लोग हताहत'' हुए हैं। बक्स काउंटी के प्राधिकारियों ने क्षेत्र के निवासियों को अपने घरों में रहने और दरवाजे बंद रखने की चेतावनी दी है। एक स्थानीय निर्वाचित अधिकारी ने गोलीबारी की इस घटना को ‘‘घरेलू'' बताया। ‘फॉल्स टाउनशिप बोर्ड ऑफ सुपरवाइजर' के अध्यक्ष जेफरी डेंस ने कहा कि हमलावर टाउनशिप में दो स्थानों पर गया और उसने कई लोगों को गोली मारी, जिनमें से तीन की मौत हो गई। मिडलटाउन टाउनशिप पुलिस ने बताया कि 26 वर्षीय संदिग्ध की पहचान कर ली गई है।
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कोलंबो. श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर लाहिरू थिरिमाने सड़क दुर्घटना में घायल हो गए हैं और उन्हें अनुराधापुरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस 34 वर्षीय खिलाड़ी को मामूली चोट आई हैं और उन्हें अनुराधापुरा टीचिंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अनुराधापुरा श्रीलंका का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय राजधानी कोलंबो से 205 किलोमीटर दूर है। रिपोर्ट के अनुसार,‘‘पुलिस ने बताया कि थिरिमाने जिस कार से यात्रा कर रहे थे उसकी दूसरी दिशा से आ रही एक लॉरी से टक्कर हो गई। यह दुर्घटना सुबह सात बजकर 45 मिनट पर हुई।'' थिरिमाने ने श्रीलंका की तरफ से 44 टेस्ट, 127 वनडे और 26 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने श्रीलंका की तरफ से आखिरी मैच 2022 में खेला था। इसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
- मैकलीन. अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस साल होने वाले अमेरिकी चुनावों में जटिल और तेजी से बढ़ते हुए खतरों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और अन्य तकनीकी प्रगति ने चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप को पहले की तुलना में बेहद आसान बना दिया है। क्रिस्टोफर रे ने एक राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अमेरिका ने अतीत में विदेशी घातक प्रभाव के खतरों का सामना किया है। लेकिन, इस चुनावी चक्र में अमेरिका को अधिक प्रतिकूल स्थितिओं का सामना करना पड़ेगा। संभावित खतरों का मुकाबला करने के लिए तेज गति से आगे बढ़ना होगा और नयी तकनीक से लैस होकर सक्षम होना पड़ेगा।'' क्रिस्टोफर रे ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और अन्य तकनीकी प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे विदेशी ताकतों के लिए चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप करना आसान हो गया है।
- लंदन। ब्रिटेन के विपक्षी दल लेबर पार्टी ने ब्रिटिश भारतीयों से जुड़ने और भारत से संपर्क बढ़ाने के लिए नए सामुदायिक संपर्क संगठन की शुरुआत की है। लेबर पार्टी ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब दोनों देशों में आम चुनाव की तैयारियां जारी हैं। पार्टी के शैडो विदेश सचिव डेविड लैमी ने मंगलवार शाम लंदन में संसदीय परिसर में “लेबर इंडियंस” की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने अपनी हालिया यात्रा के बारे में बात की और अगले चुनाव में लेबर पार्टी के जीतने पर ब्रिटेन-भारत भागीदारी को लेकर अपनी आकांक्षाएं भी प्रकट कीं। लेबर पार्टी के नेता लैमी ने भारत को “महाशक्ति” बताते हुए कहा कि भारत के रणनीतिक महत्व को देखते हुए इस देश से रिश्ता दलगत राजनीति से परे है। लैमी ने कहा, “भारत उद्यमशीलता, नवोन्वेष, वैज्ञानिक, औद्योगिक और जनसंख्या के आधार पर एक महाशक्ति है।” उन्होंने कहा, “बेशक, भारत के सामने अभी भी चुनौतियां हैं। लेकिन मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस भू-राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दौर में यह बेहद अहम है कि ब्रिटेन यह समझे कि भारत दुनिया की एक महाशक्ति है। इससे वास्तव में कोई फर्क नहीं पड़ता कि भारत का प्रधानमंत्री कौन है, ब्रिटेन का प्रधानमंत्री कौन है क्योंकि अलग-अलग राजनीतिक स्थिति के बावजूद, हमारे बीच बहुत मजबूत संबंध हैं।” पार्टी के पूर्व नेता जेरेमी कॉर्बिन के नेतृत्व में लेबर पार्टी से जुड़ी कुछ भारत विरोधी बयानबाजी के बारे में पूछे जाने पर लैमी ने कहा कि विपक्षी दल एक यात्रा पर है और कीर स्टार्मर के नेतृत्व में उसने खुद को बदल लिया है। उन्होंने कहा, “इस यात्रा में हम स्पष्ट रूप से, कॉर्बिन के दौर को राजनीतिक रूप से हमारे भाग्य के लिए बहुत असफल मानते हैं। मुझे लगता है कि भारतीय समुदाय में कुछ धारणा उस काल तक थी। मेरी भारत यात्रा आगे देखने को लेकर थी।”
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लंदन. करीब 30 साल पहले पुरानी किताबें बेचने वाली एक दुकान से महज कुछ रुपयों में खरीदी गई हैरी पॉटर श्रृंखला के पहले उपन्यास की शुरुआती प्रति (प्रूफ कॉपी) नीलामी में 11,000 पाउंड (करीब 11.5 लाख रुपये) में बिकी। ब्रिटिश नीलामीकर्ता हैनसन ने सोमवार को बताया कि ‘हैरी पॉटर एंड द फिलोसोफर्स स्टोन' के प्रथम संस्करण की प्रति 1997 में दक्षिण लंदन की एक दुकान से दो अन्य पुस्तकों के साथ कुल 40 पेंस (आज की दर से करीब 41 रुपये) में खरीदी गई थी। इस प्रति के आवरण पृष्ठ पर ‘असंशोधित प्रूफ कॉपी' लिखा है। हैनसन ने इस पुस्तक को खरीदने वाली महिला का नाम सार्वजनिक नहीं किया।
उसने कहा कि विक्रेता ने इस पुस्तक को अन्य पुस्तकों के साथ यूं ही खरीद लिया था और खरीदने के बाद भी उसने कई वर्षों तक इसे नहीं पढ़ा या उस पर ध्यान नहीं दिया। उसे कई साल बाद ऑनलाइन जानकारी मिली कि हैरी पॉटर की प्रतियां अत्यधिक ऊंचे दामों पर बिक रही हैं। यह पुस्तक बुधवार को ब्रिटेन के एक व्यक्ति को 11,000 पाउंड में बेची गई।
नीलामी संस्थान के पुस्तक विभाग के प्रमुख जिम स्पेंसर ने कहा कि इस प्रति के अंदर के शीर्षक पृष्ठ पर लेखिका का नाम जे.के. रोलिंग के बजाय गलती से‘जे ए रोलिंग' लिखा है। -
काहिरा. मिस्र की राजधानी के पास नील नदी में एक नौका के डूब जाने से उसमें सवार 15 में से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। जनशक्ति मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि हादसे में बचे पांच लोगों को अस्पताल ले जाया गया। उन्हें बाद में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। मंत्रालय के अनुसार, नौका के डूबने का कारण तत्काल स्पष्ट नहीं हो सका है।
मंत्रालय ने प्रत्येक मृतक के परिवार को दो-दो लाख मिस्र पाउंड (लगभग 6,466 डॉलर) और प्रत्येक घायल को 20-20 हजार मिस्र पाउंड (646 डॉलर) का मुआवजा दिया है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि दिहाड़ी मजदूर एक स्थानीय निर्माण कंपनी में काम करने के लिए नौका से जा रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। उसने बताया कि बचाव कर्मियों को शवों को खोजने में घंटों लग गए। यह घटना गीजा के मोन्शात-अल-कनातेर शहर में हुई। गीजा ग्रेटर काहिरा के तीन प्रांतों में से एक है।
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पेरिस. ऐतिहासिक स्थल के बेहतर रखरखाव और वेतन वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की वजह से छह दिनों तक बंद रहे विश्व प्रसिद्ध एफिल टॉवर को रविवार को आगंतुकों के लिए फिर से खोल दिया गया। इस 330 मीटर (1,083 फुट) ऊंचे टावर के संचालक ने एक बयान में कहा कि नवीकरण कार्य के लिए 2031 तक “महत्वाकांक्षी 38 करोड़ यूरो (लगभग 41.2 करोड़ अमेरिकी डॉलर) का निवेश” आवंटित करने का वादा किया गया जिसके बाद श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करने वाले कर्मचारी संघों के साथ एक समझौता हुआ।
संचालक ने इस सप्ताह वेतन को लेकर भी बातचीत शुरू की है जिसे अगले महीने अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने टिकट बिक्री से राजस्व के अनुपात में वृद्धि की मांग की है।
यह 135 साल पुराना टावर 26 जुलाई से 11 अगस्त तक पेरिस खेलों और अगले पैरालिंपिक में प्रमुखता से नजर आएगा। पेरिस में ओलंपिक और पैरालंपिक पदकों में ऐतिहासिक स्थल से लिए गए लोहे के षट्कोणीय टुकड़े के अंशों को मिलाया गया है।
एफिल टॉवर आम तौर पर साल में 365 दिन खुला रहता है। पिछले साल, देश की पेंशन प्रणाली में सुधार की सरकार की योजना के खिलाफ पूरे फ्रांस में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के दौरान स्मारक को 10 दिनों तक आगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया था।
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टेक्सास. भारतीय मूल के जाने-माने कंप्यूटर इंजीनियर और प्रोफेसर अशोक वीरराघवन को इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए ‘एडिथ और पीटर ओ'डॉनेल' पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जो टेक्सास के सर्वोच्च शैक्षणिक पुरस्कारों में से एक है। राज्य के उभरते शोधकर्ताओं को यह पुरस्कार प्रदान करने वाली ‘टेक्सास एकेडमी ऑफ मेडिसिन, इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी' (टीएएमईएसटी) ने कहा कि राइस यूनिवर्सिटी के जॉर्ज आर. ब्राउन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में ‘इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग' के प्रोफेसर वीरराघवन को इसके लिए चुना गया था। उन्हें अदृश्य को दृश्यमान बनाने का प्रयास करने वाली उनकी परिवर्तनकारी इमेजिंग प्रौद्योगिकी के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार चिकित्सा, इंजीनियरिंग, जैव विज्ञान, भौतिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार में अग्रणी कार्य करने वाले राज्य के प्रतिष्ठित शोधकर्ताओं को प्रतिवर्ष दिया जाता है। मूल रूप से चेन्नई के रहने वाले वीरराघवन ने यह पुरस्कार मिलने के बाद ‘ कहा, ‘‘मैं यह पुरस्कार प्राप्त कर बहुत खुश हूं। यह उस अद्भुत और नवीन शोध का सम्मान है जो राइस यूनिवर्सिटी में कम्प्यूटेशनल इमेजिंग लैब में कई छात्रों, पोस्टडॉक (पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने के बाद शोध करने वाले शोधकर्ता) और वैज्ञानिकों ने पिछले दशक किया है।'' वीरराघवन अपने शोध के जरिए ऐसे इमेजिंग परिदृश्यों के लिए समाधान मुहैया कराने की कोशिश कर रहे हैं जब प्रकाश के बिखरने के कारण इमेजिंग प्रौद्योगिकी किसी व्यक्ति को देखने में असमर्थ होती है।
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लंदन. भारतीय मूल के मीडिया कार्यकारी डॉ. समीर शाह के बृहस्पतिवार को बीबीसी के नए अध्यक्ष के रूप में चुने जाने की पुष्टि की गई। महाराजा चार्ल्स तृतीय ने इस सप्ताह नियुक्ति संबंधी चरणों के पूरा होने के बाद उनके चयन को मंजूरी दी। ब्रिटेन में 40 से अधिक वर्षों तक मीडिया क्षेत्र में काम करने वाले शाह को पिछले वर्ष दिसंबर में सरकार के पसंदीदा उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। हाउस ऑफ कॉमन्स मीडिया संस्कृति, मीडिया और खेल चयन समिति में सत्ता और विपक्षी सांसदों द्वारा नियुक्ति पूर्व चरण में सवाल-जवाब पूरे होने के बाद शाह के नाम की सिफारिश की गई थी जिस पर महाराजा ने मुहर लगा दी। बीबीसी अध्यक्ष पद का कार्यभार 72 वर्षीय शाह चार मार्च को ग्रहण करेंगे और इस पद पर आसीन होने वाले वह भारतीय मूल के पहले नागरिक होंगे। शाह मार्च 2028 तक इस पद पर बने रहेंगे, जिसके लिए उन्हें प्रति वर्ष वेतन के रूप में 1,60,000 पाउंड दिए जाएंगे।
- मास्को. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बृहस्पतिवार को एक परमाणु-सक्षम बमवर्षक विमान में सह-पायलट के रूप में उड़ान भरी। पुतिन की इस बमवर्षक विमान की सवारी का उद्देश्य अगले महीने होने वाले चुनाव से पहले अपनी छवि को दमदार दिखाना है। रूस में होने वाले चुनावों में पुतिन की जीत लगभग तय मानी जा रही है।टीयू-160एम सुपरसोनिक बमवर्षक विमान में पुतिन ने करीब 30 मिनट तक सवारी की। इस उड़ान के जरिये पुतिन का उद्देश्य यूक्रेन में युद्ध को लेकर पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते तनाव के बीच रूस की परमाणु शक्ति का दम दिखाना था। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे पुतिन (71 वर्षीय) को रूस की राजनीतिक व्यवस्था पर अपनी मजूबत पकड़ का भरोसा है, जिसे उन्होंने पिछले 24 वर्षों के दौरान स्थापित किया है।
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तोक्यो. जापान दुनिया की अब चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जर्मनी ने उसे पछाड़ते हुए तीसरा स्थान अपने नाम कर लिया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2023 में वह जर्मनी की अर्थव्यवस्था के आकार से पीछे रह गया है। विश्लेषकों का कहना है कि आंकड़े इस बात को रेखांकित करते हैं कि कैसे जापानी अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता और उत्पादकता खो रही है। जापान की उम्रदराज आबादी और बच्चों के कम जन्म के कारण जनसंख्या में युवा आबादी की संख्या कम हो गई है। चीन ने 2010 में जापान से अमेरिका के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का तमगा छीन लिया था। तब जापान फिसलकर तीसरे स्थान पर आ गया था। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी जापान के चौथे स्थान पर आने का अनुमान लगाया था।
जापान की वास्तविक जीडीपी पिछले साल कुल 4500 अरब अमेरिकी डॉलर या लगभग 591000 अरब येन थी। जर्मनी ने पिछले महीने जीडपी (मुद्रा रूपांतरण के आधार पर) 4400 अरब अमेरिकी डॉलर या 45000 अरब अमेरिकी डॉलर होने की घोषणा की थी। वास्तविक जीडीपी पर कैबिनेट कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में जापानी अर्थव्यवस्था 0.4 प्रतिशत की वार्षिक दर से सिकुड़ गई है जो पिछली तिमाही से शून्य से 0.1 प्रतिशत कम है। 2023 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद पिछले वर्ष की तुलना में 1.9 प्रतिशत बढ़ा। जापान और जर्मनी दोनों ने छोटे तथा मझोले आकार के व्यवसायों के माध्यम से अपनी अर्थव्यवस्था का निर्माण किया। जापान के विपरीत जर्मनी ने मजबूत यूरो और मुद्रास्फीति से निपटने के लिए ठोस आर्थिक कदम उठाए। कमजोर येन भी जापान के लिए नुकसान की वजह बना। तोक्यो विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर तेत्सुजी ओकाजाकी ने कहा कि नवीनतम आंकड़े कमजोर होते जापान की वास्तविकताओं को दर्शाते हैं। इसके परिणामस्वरूप दुनिया में जापान की उपस्थिति कम होने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘‘ मिसाल के तौर पर कई साल पहले जापान एक शक्तिशाली मोटर वाहन क्षेत्र होने का दावा करता था, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों के आगमन के साथ वह लाभ भी प्रभावित हुआ।'' ओकाजाकी ने कहा कि विकसित देशों और उभरते देशों के बीच अंतर कम हो रहा है। कुछ वर्षों में भारत का वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद में जापान से आगे निकलना निश्चित है।
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किन्शासा. कांगो की राजधानी किन्शासा में शुक्रवार को एक सड़क हादसे में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक यात्रियों से भरी एक बस ट्रक से टकरा गई।
किन्शासा में किम्बनसेके नगर पालिका के महापौर अनादोलु एनगंगा ने कहा कि एन'डिजिली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की ओर जाने वाले राजमार्ग पर यात्रियों की बस एक ट्रक से टकरा गई। सभी मृतकों के शवों को पास के अस्पताल के मुर्दाघर में ले जाया गया। इस हादसे में दो लोग घायल भी हुए हैं। - इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज टेनिस खिलाड़ी हामिद उल हक के लिए भारतीय कोच और कप्तान जीशान अली से इस्लामाबाद में मुलाकात करना अपने बिछड़े हुए भाई से फिर से मिलने जैसा था। लगभग 36 साल पहले बेंगलुरु का दौरा करने वाले पाकिस्तान के डेविस कप टीम के पूर्व कप्तान को अच्छी तरह से याद है कि जीशान के पिता, दिवंगत अख्तर अली ने कैसे पाकिस्तान के खिलाड़ियों की देखभाल की थी। उन्हें वह वाक्या भी याद है जब वह बिना वीजा के त्रिवेंद्रम चले गये थे लेकिन एक डीआईजी (पुलिस उपमहानिरीक्षक) ने उन्हें परेशान किये बिना वापस भेज दिया। अब 62 साल के हो चुके हामिद अभी भी भारतीय खिलाड़ी श्रीनिवासन वासुदेवन शुक्रगुजार है, जो उन्हें 1987 में बेंगलुरु में आवास खोजने के लिए संघर्ष करते समय अपने घर ले आये थे। वह एक ‘सैटेलाइट टूर्नामेंट' में प्रतिस्पर्धा करने के लिए इस शहर में गए थे। हामिद ने कहा कि दिल्ली का खाना भी उतना ही मसालेदार होता था, जितना कराची में मिलता था।साल 2000 में प्राइड ऑफ परफॉर्मेंस (पाकिस्तान में एक उपाधि) से सम्मानित हामिद इस बात से बेहद खुश हैं कि भारत की टेनिस टीम पाकिस्तान आई है। उन्होंने कहा, ‘‘अब जब मैं यहां इस्लामाबाद में भारतीय दल से मिल रहा हूं, तो ऐसा लग रहा है जैसे मैं अपने ही भाइयों से मिल रहा हूं, जो अलग हो गए थे। कोच जीशान अली मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। उनके पिता अख्तर अली भी हमारी बहुत मदद करते थे। वह हमारे लिये पिता और कोच की तरह थे, वह पाकिस्तानियों की बहुत मदद कर रहे थे।'' उन्होंने कहा, ‘‘ दुबई में एशिया कप के दौरान मैं सेमीफाइनल में जीशान से हार गया था। लाहौर में भी मैं उसके खिलाफ खेला हूं। मुझे पता था कि वह आ रहे हैं, मैं उत्साह से उसका इंतजार कर रहा था। मैं उसे अपने घर ले जाना चाहता हूं और शहर देखने में उसकी मदद करना चाहता हूं, लेकिन आप जानते हैं, मौजूदा परिस्थितियों में यह संभव नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक तनाव के कारण दोनों देशों के आवेदकों को शहर-विशिष्ट वीजा मिलता है।'' पाकिस्तान के लिए 1984 और 1997 के बीच डेविस कप खेलने वाले हमीद ने 1982 में एशियाई खेलों के लिए दिल्ली की यात्रा की थी और उन दिनों की यादें साझा कीं। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं भारत जाता हूं तो मुझे नहीं लगता कि मैं किसी विदेशी सरजमीं पर हूं। भारत और पाकिस्तान एक जैसे है। दोनों देशों की भाषा, भोजन, पोशाक, सब कुछ एक जैसा है। जैसा मसालेदार खाना हम कराची में खाते हैं, वैसा ही स्वाद हमें दिल्ली में भी मिलता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मैं 1987 में सैटेलाइट टूर्नामेंटों के लिए बॉम्बे (अब मुंबई), बैंगलोर (अब बेंगलुरु) और त्रिवेंद्रम गया था। मुझे आवास मिलने में परेशान हो रही थी और भारतीय खिलाड़ी वासुदेवन को जब इसके बारे में पता चला तो सुरक्षा चिताओं की परवाह किये बिना वह मुझे अपने घर लेकर गये थे।'' हामिद के पिता सिराज उल हक अविभाजित भारत के बेहतरीन टेनिस खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने हॉकी भी खेली। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान धन जुटाने के लिए एमेच्योर और पेशेवर खिलाड़ियों के बीच एक चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया था। सिराज उस समय सर्वश्रेष्ठ पेशेवर खिलाड़ी थे जबकि गौस मोहम्मद सर्वश्रेष्ठ एमेच्योर खिलाड़ी थे। हामिद ने बताया , ‘‘ इसके मुकाबले बॉम्बे, मद्रास (अब चेन्नई) और लाहौर में खेले गये थे। मेरे पिता उन दिनों की बातें करते थे। उन्होंने हॉकी में भी हाथ आजमाया है और आगा खान गोल्ड कप खेला है। वह 1942 में इस टूर्नामेंट को जीतने वाली पहली मुस्लिम टीम के सदस्य थे।'' आगामी मुकाबले के बारे में पूछे जाने पर हामिद ने कहा कि भारतीय टेनिस हमेशा से पाकिस्तान टेनिस से आगे रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारतीय टेनिस से बहुत कुछ सीखा है। जब अनिल खन्ना शीर्ष पर थे, तो उन्होंने हमारा बहुत समर्थन किया। हमें घास वाले कोर्ट पर कुछ अच्छे परिणाम मिले हैं, लेकिन भारतीय टीम भी इस सतह पर बहुत अच्छी है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि भारत के पास इस मुकाबले को जीतने की बेहतर संभावना है, लेकिन पाकिस्तान के पास अकील खान और ऐसाम उल हक कुरैशी के रूप में दो बहुत अनुभवी खिलाड़ी हैं। ये दोनों अगर एकल खेलते हैं, तो मुकाबला कड़ा होगा।''
- इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में बुधवार को 14 साल जेल की सजा सुनाई गई। एक दिन पहले ही मंगलवार को गोपनीयता उल्लंघन मामले में एक विशेष अदालत ने खान (71) को 10 साल जेल की सजा सुनाई थी। नयी सजा सुनाए जाने से आठ फरवरी के आम चुनाव से सत्ता में लौटने की उनकी कोशिश को एक और झटका लगा है। जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश मोहम्मद बशीर ने तोशखाना भ्रष्टाचार मामले में रावलपिंडी की अदियाला जेल में सुनवाई की। इसी जेल में पूर्व प्रधानमंत्री एक अन्य मामले में सजा काट रहे हैं। अदालत ने अपने फैसले में दोनों पर 10 साल तक किसी भी सरकारी पद पर रहने से प्रतिबंध लगाया है और प्रत्येक पर 78.70-78.70 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। बुशरा बीबी आज अदालत में पेश नहीं हुईं।
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नई दिल्ली। पाकिस्तान में गोपनीय सूचना के उल्लंघन के मामले में विशेष अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार को 10 साल जेल की सजा सुनाई। इस मामले में पूर्व विदेश मंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरेशी को भी 10 साल जेल की सजा सुनाई गई है।
यह मामला एक गुप्त राजनयिक दस्तावेज़ से संबंधित है। स्थानीय मीडिया के अनुसार यह सज़ा उस समय सुनाई गई है जब पाकिस्तान में 8 फरवरी को होने वाले चुनाव नजदीक आ रहे हैं।अक्टूबर में गोपनीय सूचना को उजागर करने के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद श्री खान और श्री कुरैशी ने खुद को निर्दोष बताया था। इमरान खान को इस मामले में दिसंबर में जमानत दे दी गई थी। लेकिन कई अन्य कानूनी मामलों के कारण वह सलाखों के पीछे रहे। इमरान खान की यह दूसरी सजा है, उन्हें पिछले साल अगस्त में तोशाखाना मामले में भी दोषी ठहराया गया था और तीन साल की कैद की सजा सुनाई गई थी, लेकिन इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उनकी सजा निलंबित कर दी थी। -
लंदन. ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय को 'प्रोस्टेट' के उपचार के बाद सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। निजी लंदन क्लिनिक से बाहर निकलते हुए 75 वर्षीय चार्ल्स ने मुस्कुराते हुए जनता की ओर हाथ हिलाया। इस दौरान उनके साथ महारानी कैमिला पार्कर भी थीं। चार्ल्स ने अस्पताल में तीन रातें बिताईं और रविवार को महारानी ने उनसे दो बार मुलाकात की। चार्ल्स शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती हुए थे। रविवार अपराह्न कार से मध्य लंदन स्थित 'द लंदन क्लिनिक' पहुंची कैमिला करीब तीन घंटे से अधिक समय बाद अस्पताल से निकलते समय मुस्कुराई। बकिंघम पैलेस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि चार्ल्स ने ''पूरी तरह से ठीक होने तक चार्ल्स ने आगामी सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को पुनर्निर्धारित कर दिया है।'' बयान के मुताबिक, चार्ल्स ने अस्पताल में अपने बिताए वक्त और उपचार में शामिल सभी लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि हाल के दिनों में उन्हें प्राप्त हुए सभी संदेशों के लिए वह आभारी हैं।
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काहिरा (मिस्र) .परंपरागत भारतीय घाघरा चोली पहने हुए ‘देश रंगीला' देशभक्ति गीत गाने वाली मिस्र की एक युवती की सराहना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य नेताओं ने की है। यहां भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में गीत गाती हुई लड़की का वीडियो क्लिप दूतावास द्वारा जारी किये जाने के कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री ने उसकी प्रशंसा की। मिस्र में भारतीय मिशन के आधिकारिक ‘एक्स' हैंडल पर रविवार शाम को लिखा गया, ‘‘मिस्र की युवती करीमन ने ‘इंडिया हाउस' में 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में देशभक्ति का गीत ‘देश रंगीला' प्रस्तुत किया। उसके सुमधुर गायन और सही उच्चारण ने बड़ी संख्या में भारतीयों और मिस्र वासियों को प्रभावित किया।'' इसके 24 घंटे से भी कम समय के भीतर प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘मिस्र की करीमन की यह प्रस्तुत सुरीली है। मैं इस प्रयास के लिए उन्हें बधाई देता हूं और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।'' विदेश मंत्री एस जयशंकर और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी ‘एक्स' पर प्रधानमंत्री मोदी के पोस्ट को साझा किया। मोदी की प्रशंसा के बाद एक मिनट के इस वीडियो को छह लाख से अधिक बार देखा गया।
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बीजिंग। चीन में एक बुजुर्ग महिला ने अपने बच्चों से दुखी होकर लगभग 23 करोड़ रुपये की दौलत पालतू कुत्ते-बिल्लियों को देने का फैसला कर लिया। महिला का कहना है कि उसके बच्चे कभी उसकी देखभाल करने और हालचाल लेने तक नहीं आते। बुढ़ापे में केवल उसके पालतू जानवर ही उसका साथ देते हैं। इसलिए उसके बेटे और बेटियां इस लायक ही नहीं हैं कि उनके नाम संपत्ति की जाए। महिला शंघाई की रहने वाली है और उसका नाम लिउ है।
लिउ ने अपनी वसीयत में बदलाव करवा दिया है। हालांकि इस काम में उसे काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। दरअसल चीन के कानून के तहत कोई भी व्यक्ति जानवरों के नाम वसीयत नहीं कर सकता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक लिउ ने जब अपनी पूरी दौलत अपने पालतू कुत्ते-बिल्लियों के नाम करने की इच्छा जाहिर की तो जानकारों ने कहा कि कानून इसकी इजाजत नहीं देता है। महिला का कहना था कि जब वह बीमार थी तब भी उसके बच्चे उसे देखने नहीं आए।
महिला की उम्र कन्फर्म नहीं हो पाई है। हालांकि रिपोर्ट में महिला को बुजुर्ग बताया गया है। चीन के विल रजिस्ट्रेशन सेंटर के एकअधिकारी चेन काई के मुताबिक उन्होंने ही वसीयत करने का एक विकल्प सुझाया। उन्होंने कहा कि लिउ की मौजूद वसीयत वनवे है। ऐसे में उन्हें किसी विश्वसनीय व्यक्ति को पालतू जानवरों की देखभाल करने के लिए चुनना चाहिए। इसके बाद उसके नाम पर ही वसीयत कर देनी चाहिए। उससे भी शपथपत्र ले लेना चाहिए कि वह अपने वादे को पूरा करेगा।
कुछ अधिकारियों ने लिउ को चेतावनी भी दी कि अपनी सारी संपत्ति किसी वेटनरी क्लीनक के ओनर के नाम कर देने से वह मुसीबत में भी फंस सकती हैं। वहीं अगर बाद में बच्चों का व्यवहार बदलता है और वह अपनी संपत्ति उन्हें देना चाहती हैं तो मुसीबत खड़ी हो जाएगी। हालांकि लिउ ने इसकी ओर ध्यान नहीं दिया। हालांकि बुजुर्ग महिला ने अपना इरादा नहीं बदला और अपने पड़ोस के ही एक वेटनरी क्लीनिक के मालिक के नाम पर वसीयत कर दी।
चीन में सोशल मीडिया पर भी इस बात की चर्चा होने लगी। बहुत सारे लोगों ने महिला की प्रशंसा की है। उनका कहना है कि अगर कोई भी बेटा अपनी मां की देखभाल नहीं करेगा तो उसका यही हश्र होना चाहिए। हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है जब किसी ने अपनी संपत्ति अपने पालतू जानवरों के नाम की है। साल 2010 में मशहूर फैशन डिजाइनर भी अपनी 97 हजार डॉलर की संपत्ति अपने पालतू कुत्ते के लिए छोड़ गए थे।