- Home
- विदेश
-
साओ पाउलो. दक्षिण-पूर्वी ब्राजील के मिनास गेरैस राज्य में एक राजमार्ग पर बस और ट्रक की टक्कर में 38 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मिनास गेरैस अग्निशमन विभाग ने बताया कि शनिवार सुबह हुए इस हादसे में घायल 13 अन्य लोगों को टियोफिलो ओटोनी शहर के पास के अस्पतालों में ले जाया गया। बताया जा रहा है कि बस साओ पाउलो से चली थी और उसमें 45 यात्री सवार थे। अधिकारियों ने कहा कि जांच के बाद ही दुर्घटना का कारण स्पष्ट हो सकेगा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बचाव दल को बताया कि बस का टायर फटने से बस अनियंत्रित हो गई और एक ट्रक से टकरा गई। हादसे के दौरान एक कार भी उस बस से टकरा गई, कार में तीन यात्री सवार थे और तीनों की जान बच गई।
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने शनिवार को एक बयान जारी करके कहा ,‘‘ मुझे बेहद अफसोस है और मैं दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।'' परिवहन मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष ब्राजील में यातायात दुर्घटनाओं में 10 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं। -
किंशासा. कांगो में क्रिसमस मनाने के लिए घर लौट रहे लोगों से भरी एक नौका के शुक्रवार देर रात बुसिरा नदी में पलट जाने से 38 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग लापता हैं। स्थानीय अधिकारियों एवं प्रत्यक्षदर्शियों ने यह जानकारी दी। नौका पलटने की यह घटना ऐसे समय में हुई है जब करीब चार दिन पहले ही देश के उत्तर-पूर्व में एक अन्य नाव के डूबने से 25 लोग मारे गए थे। नौका पलटने की हालिया घटना में अब तक 20 लोगों को बचाए जाने की पुष्टि हुई है।
दुर्घटनास्थल के पास स्थित इंगेंडे शहर के मेयर जोसफ जोसफ कांगोलिंगोली ने बताया कि नौका कांगो के उत्तर-पूर्व में जलक्षेत्र में थी और इसमें अधिकतर वे व्यापारी सवार थे जो क्रिसमस मनाने के लिए घर लौट रहे थे। इंगेंडे के निवासी एनडोलो कैडी ने बताया कि नौका में ‘‘400 से अधिक लोग सवार थे और यह नौका बोएंडे के रास्ते में पड़ने वाले दो बंदरगाहों इंगेंडे और लूलो से होकर गुजरी थी, इसलिए ऐसा लगता है कि मृतक संख्या अधिक होगी।'' कांगो के अधिकारी नौकाओं में क्षमता से अधिक लोगों को ले जाने के खिलाफ अक्सर चेतावनी जारी करते हैं और जल परिवहन संबंधी सुरक्षा उपायों का उल्लंघन करने वालों को दंडित करते हैं लेकिन दूरदराज के इलाकों से आने वाले अधिकतर यात्री सड़क मार्ग से यात्रा करने का खर्च वहन नहीं कर सकते। अक्टूबर में देश के पूर्वी भाग में क्षमता से अधिक यात्रियों को ले जा रही एक नाव के डूब जाने से कम से कम 78 लोग मारे गए थे और जून में किंशासा के निकट हुई ऐसी ही दुर्घटना में 80 लोगों की जान चली गयी थी। - कुवैत सिटी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां कुवैत के दो नागरिकों से मुलाकात की और भारत के महत्वपूर्ण ग्रंथों रामायण और महाभारत का अरबी भाषा में अनुवाद और प्रकाशन करने के उनके प्रयासों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने दोनों ग्रंथों के अरबी संस्करणों की प्रतियों पर हस्ताक्षर भी किए।मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे। मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे हैं। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 43 वर्षों में इस खाड़ी देश की पहली यात्रा है। इससे पहले, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1981 में कुवैत का दौरा किया था। मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रामायण और महाभारत के अरबी अनुवाद देखकर मुझे खुशी हुई। मैं अनुवाद और प्रकाशन में अब्दुल्ला अल-बैरन और अब्दुल लतीफ अल-नसेफ के प्रयासों की सराहना करता हूं। उनकी यह पहल विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति की लोकप्रियता को उजागर करती है।'' उन्होंने अल-बैरन और अल-नसेफ के साथ अपनी बैठक की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।अल बैरन ने रामायण और महाभारत दोनों का अनुवाद किया, अल नसेफ ने अरबी में उनके प्रकाशन का प्रबंध किया, जिससे अरब दुनिया के व्यापक लोगों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जुड़ने का अवसर मिला। अक्टूबर में रेडियो पर अपने मासिक प्रसारण कार्यक्रम 'मन की बात' के दौरान मोदी ने उनके प्रयासों पर प्रकाश डाला था और कहा था कि ‘‘यह कार्य केवल अनुवाद नहीं है, बल्कि दो महान संस्कृतियों के बीच एक सेतु है। यह अरब जगत में भारतीय साहित्य की एक नई समझ विकसित कर रहा है।'' मोदी के आगमन पर कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मोदी ने कुवैत में रहने वाले भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी मंगल सेन हांडा से भी मुलाकात की। मोदी ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘आज दोपहर कुवैत में श्री मंगल सेन हांडा जी से मिलकर बहुत खुशी हुई। मैं भारत के लिए उनके योगदान और भारत के विकास के प्रति उनके जुनून की प्रशंसा करता हूं।'' शुक्रवार को हांडा की नातिन श्रेया जुनेजा ने मोदी से उनके 101 वर्षीय नानाजी से मिलने का अनुरोध किया था, जिस पर मोदी ने कहा, ‘‘बिल्कुल! मैं आज कुवैत में मंगल सेन हांडा जी से मिलने के लिए उत्सुक हूं।'' पिछले वर्ष मोदी ने हांडा को उनके 100वें जन्मदिन पर एक पत्र भेजकर उनके राजनयिक योगदान की प्रशंसा की थी। मोदी के कुवैत पहुंचने पर वहां रह रहे प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया।मोदी ने कहा, ‘‘उनकी ऊर्जा, प्रेम और भारत के साथ अटूट जुड़ाव वास्तव में प्रेरणादायक हैं। उनके उत्साह के लिए आभारी हूं और हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान पर गर्व है।'' प्रधानमंत्री यहां 26वें अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे।भारत, कुवैत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और भारतीय समुदाय कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। कुवैत, भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है, जिसका द्विपक्षीय व्यापार वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। कुवैत, भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को तीन प्रतिशत तक पूरा करता है।
-
कुवैत सिटी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे, जहां वह ‘‘विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कुवैत मैत्री को मजबूत करने'' के लिए कुवैती नेतृत्व के साथ वार्ता करेंगे और भारतीय प्रवासियों से मिलेंगे। मोदी कुवैत के अमीर शेख मिशअल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे हैं। तैंतालीस वर्ष बाद किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की कुवैत की यह पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘कुवैत में गर्मजोशी से स्वागत हुआ। यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है और इससे निस्संदेह विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कुवैत मित्रता मजबूत होगी। मैं आज और कल के लिए निर्धारित कार्यक्रमों के लिए उत्सुक हूं।'' मोदी के आगमन पर कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुवैत पहुंचे। कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा, विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या और कई अन्य मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों ने हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।'' यात्रा के दौरान मोदी कुवैत के नेतृत्व के साथ चर्चा करेंगे और भारतीय समुदाय से मुलाकात करेंगे।
कुवैत रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि शीर्ष कुवैती नेतृत्व के साथ उनकी वार्ता भारत और कुवैत के बीच भविष्य की साझेदारी के लिए एक रोडमैप तैयार करने का अवसर होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम कुवैत के साथ पीढ़ियों से जारी ऐतिहासिक संबंधों को बहुत महत्व देते हैं। हम न केवल मजबूत व्यापार और ऊर्जा भागीदार हैं, बल्कि पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता व समृद्धि से भी हमारे साझा हित जुड़े हैं।'' मोदी ने कहा कि वह कुवैत के अमीर, युवराज और प्रधानमंत्री के साथ अपनी बैठक को लेकर काफी उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री यहां 26वें अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे।
कुवैत की यात्रा करने वाली अंतिम भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं, जिन्होंने 1981 में इस देश की यात्रा की थी। - न्यूयॉर्क। विश्वप्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन को बृहस्पतिवार को सैन फ्रांसिस्को में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। दुनिया के सबसे बेहतरीन तबला वादकों में से एक हुसैन का फेफड़ों की बीमारी ‘इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस’ से उत्पन्न जटिलताओं के कारण सोमवार को सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 73 वर्ष के थे।जाकिर हुसैन प्रसिद्ध तबला वादक अल्लारक्खा के पुत्र थे। हुसैन ने तबले की थाप को भारतीय शास्त्रीय संगीत की सीमाओं से निकालकर जैज़ और पश्चिमी शास्त्रीय संगीत तक पहुंचाया।भारत के प्रसिद्ध संगीतकारों में से एक हुसैन को छह दशक के करियर में चार ग्रैमी पुरस्कार मिले।हुसैन के परिवार में पत्नी एंटोनिया मिन्नेकोला, बेटियां अनीसा कुरैशी और इज़ाबेला कुरैशी, उनके भाई तौफीक कुरैशी और फजल कुरैशी तथा बहन खुर्शीद औलिया हैं।
-
वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा खुफिया प्रमुख के पद के लिए चुनी गयीं तुलसी गबार्ड ने न्यू जर्सी में अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया और इसे ‘एक ऐसी शाश्वत भेंट बताया जो सभी के लिए शांति और खुशी लाएगी।' उन्होंने कहा, ‘‘प्यार, दया और एकता की भावना से एक साथ आए इतने सारे हाथों के काम के फलस्वरूप तैयार हुए इस अविश्वसनीय उत्पाद का वर्णन करने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं हैं। स्वागत करने वाली वह भावना कुछ ऐसी है जिसे मैं यहां महसूस करती हूँ, जैसा कि मैं जानती हूँ कि लाखों अन्य लोग भी अक्षरधाम आने पर महसूस करते हैं। यह एक शाश्वस्त भेंट है जो यहां आने वाले सभी लोगों को शांति और खुशी देगी।'' गबार्ड रविवार को न्यू जर्सी के रॉबिंसविले में 1,000 से अधिक श्रद्धालुओं की एक सभा को संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति पद के चुनाव में शानदार जीत के बाद ट्रंप ने एफबीआई और सीआईए समेत 18 अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के कामकाज की निगरानी के लिए गबार्ड (43) को ‘नेशनल इंटेलिजेंस' की निदेशक नामित किया है। गबार्ड 2012 में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी जाने वाली पहली हिंदू अमेरिकी बनीं। 2020 में, उन्होंने कांग्रेस के लिए चुनाव नहीं लड़ा और इसके बजाय, डेमोक्रेटिक पार्टी में, राष्ट्रपति पद के लिए प्रायमरी (प्राथमिक चुनाव) में असफल कोशिश की। 2024 में वह रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हो गईं। उन्होंने अक्षरधाम मंदिर में अपने संबोधन में कहा, ‘‘मैं आप सभी के बीच यहां आकर आभारी महसूस कर रही हूं और इस अविश्वसनीय स्वागत और उत्सव से मेरा दिल खुश हो गया है।'' यह मंदिर आध्यात्मिक नेता दिवंगत प्रमुख स्वामी महाराज की 103वीं जयंती समारोह मना रहा है।
-
त्बिलिसी। जॉर्जिया के पर्वतीय रिसॉर्ट गुदौरी के एक रेस्तरां में 11 भारतीय नागरिक मृत पाए गए। यहां स्थित भारतीय मिशन ने सोमवार को यह जानकारी दी। जॉर्जिया के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शुरुआती जांच में किसी भी तरह की चोट या हिंसा के कोई संकेत नहीं मिले। स्थानीय मीडिया ने पुलिस के हवाले से बताया कि सभी की मौत कार्बन मोनोऑक्साइड से हुई है।भारतीय मिशन ने यहां जारी एक बयान में शोकसंतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। मिशन ने कहा कि वह मारे गए भारतीय नागरिकों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और मामले में हरसंभव सहायता दी जाएगी। इससे पहले दिन में, त्बिलिसी में स्थित भारतीय मिशन ने कहा था कि सभी 12 मृतक भारतीय नागरिक थे।
बयान के मुताबिक, सभी मृतक उक्त भारतीय रेस्तरां में बतौर कर्मचारी काम कर रहे थे और उनके शव दूसरी मंजिल पर स्थित शयन कक्षों में पाए गए। सूत्रों ने बताया कि जान गंवाने वाले व्यक्ति उत्तर भारत से ताल्लुक रखते थे।जॉर्जिया के आंतरिक मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि मृतकों में 11 विदेशी हैं जबकि एक जॉर्जियाई नागरिक है। स्थानीय पुलिस ने जॉर्जिया की अपराध संहिता की धारा 116 के तहत जांच शुरू की है। यह धारा लापरवाही से जुड़ी मौत का मामला है। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक, शयन कक्षों के पास एक बंद स्थान में विद्युत जनरेटर रखा गया था, जिसे संभवतः शुक्रवार रात विद्युत आपूर्ति बंद होने के बाद चालू किया गया था। इसने बताया कि ‘मौत का सटीक कारण' जानने के लिए फॉरेंसिक जांच भी की जा रही है। -
त्बिलिसी (जॉर्जिया). पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी मिखाइल कावेलाशविली शनिवार को जॉर्जिया के राष्ट्रपति नियुक्त किये गए। सत्तारूढ़ दल जॉर्जियन ड्रीम पार्टी 26 अक्टूबर को देश में हुए चुनाव में सत्ता बरकरार रखने में सफल रही। विपक्षी दलों का आरोप है कि चुनाव में रूस की मदद से धांधली की गई थी। दक्षिण काकेशस क्षेत्र के देश जॉर्जिया के निवर्तमान राष्ट्रपति और पश्चिम के समर्थक दलों ने संसद सत्र का बहिष्कार किया है और फिर से चुनाव कराने की मांग की। कावेलाशविली (53) के राष्ट्रपति बनने पर विपक्षी दलों ने इसे देश के यूरोपीय संघ में शामिल होने की आकांक्षाओं पर आघात और रूस की जीत बताया है। जॉर्जियन ड्रीम पार्टी को 300 सीट वाले निर्वाचक मंडल में बहुमत हासिल है, जिसने 2017 में प्रत्यक्ष राष्ट्रपति चुनाव का स्थान लिया था। सत्तारूढ़ दल ने यूरोपीय संघ में शामिल होने की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प जताया है लेकिन वह रूस के साथ संबंधों को भी ‘पुनर्स्थापित' करना चाहता है। वर्ष 2008 में रूस का जॉर्जिया के साथ एक संक्षिप्त संघर्ष हुआ था जिसके परिणामस्वरूप रूस ने दो अलग हुए क्षेत्रों को स्वतंत्र के रूप में मान्यता दे दी, तथा साउथ ओसेशिया और अब्खाजिया में रूसी सैन्य उपस्थिति में वृद्धि कर दी। पश्चिम समर्थक सलोमी जुराबिचविली 2018 से राष्ट्रपति पद पर थीं। उन्होंने सोमवार को अपना छह साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी पद पर बने रहने की बात कही है। सलोमी ने नए सिरे से चुनाव होने तक खुद को एकमात्र वैध नेता बताया है। पिछले महीने जॉर्जियन ड्रीम पार्टी द्वारा यूरोपीय संघ में शामिल होने के अपने देश के प्रयास के संबंध में वार्ता स्थगित करने के निर्णय से विपक्ष का आक्रोश और बढ़ गया तथा विरोध प्रदर्शन तेज हो गए।
-
सिंगापुर. पूर्व विश्व चैंपियन व्लादिमीर क्रैमनिक भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और चीन के डिंग लिरेन के बीच विश्व चैंपियनशिप मैच के दौरान शतरंज की गुणवत्ता से प्रभावित नहीं थे और उन्होंने इसे ‘शतरंज का अंत' करार दिया। गुकेश बृहस्पतिवार को यहां तनावपूर्ण मुकाबले की 14वीं और आखिरी बाजी में गत चैंपियन लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में खिताब जीतकर सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बन गए। मैच के बाद क्रैमनिक ने खेल की गुणवत्ता पर अपनी निराशा व्यक्त की और लिरेन की एक गंभीर गलती को ‘बचकाना' बताया। अपनी प्रतिक्रिया में क्रैमनिक ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘कोई टिप्पणी नहीं। दुखद। शतरंज का अंत हो गया है जैसा कि हम जानते हैं।'' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक किसी विश्व कप खिताब का फैसला इतनी बचकानी एक चाल की गलती से नहीं हुआ है।'' क्रैमनिक ने चैंपियनशिप में छठी बाजी के बाद भी खेल के स्तर की आलोचना की थी और इसे ‘कमजोर' बताया था। उन्होंने कहा, ‘‘सच कहूं तो मैं आज के खेल (छठी बाजी) से बहुत निराश हूं। यहां तक कि पांचवीं बाजी भी बहुत उच्च स्तर की नहीं थी। लेकिन आज - एक पेशेवर के लिए - दोनों खिलाड़ियों का खेल वाकई बहुत कमजोर था। यह बहुत निराशाजनक स्तर है।'' रूस के 49 वर्षीय क्रैमनिक 2000 से 2006 तक क्लासिकल विश्व शतरंज चैंपियन थे। क्रैमनिक ने 2000 में दिग्गज गैरी कास्पारोव को हराया और क्लासिकल विश्व शतरंज चैंपियन बने।
-
वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को यूक्रेन में तत्काल युद्ध विराम का आह्वान किया। ट्रंप ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में फ्रांसीसी और यूक्रेन के नेताओं के साथ सप्ताहांत की बैठक के बाद संघर्ष विराम का प्रस्ताव रखा तथा सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया कि कीव 1,000 दिनों से अधिक समय से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए ‘‘एक समझौता करना चाहेगा''। रूसी राष्ट्रपति भवन ‘क्रेमलिन' ने कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार है, जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि किसी भी समझौते से स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त होना चाहिए। अपने ‘ट्रुथ सोशल' मंच पर एक पोस्ट में ट्रंप ने दावा किया कि रूस और यूक्रेन दोनों ने एक ऐसे युद्ध में सैकड़ों हजारों सैनिकों को खो दिया है जो ‘‘कभी शुरू ही नहीं होना चाहिए था''। उन्होंने कहा, ‘‘तत्काल युद्ध विराम होना चाहिए और बातचीत शुरू होनी चाहिए। बहुत से लोगों को बेवजह अपनी जान गंवानी पड़ रही है, बहुत से परिवार बर्बाद हो रहे हैं।'' उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से युद्ध को समाप्त करने के लिए कार्रवाई करने का आह्वान किया। ट्रंप की यह टिप्पणी शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों के साथ बैठक के बाद आई। जेलेंस्की ने बैठक को ‘‘रचनात्मक'' बताया। जेलेंस्की ने पत्रकारों से कहा कि कोई भी शांति समझौता यूक्रेन के लोगों के लिए “न्यायसंगत” होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम रूस के साथ प्रभावी शांति की बात करते हैं, तो हमें सबसे पहले प्रभावी शांति गारंटी के बारे में बात करनी चाहिए। यूक्रेन के लोग शांति चाहते हैं।'' उन्होंने रविवार को दावा किया कि 24 फरवरी, 2022 को रूस के चौतरफा आक्रमण के बाद से यूक्रेन ने अब तक 43,000 सैनिकों को खो दिया है जबकि 370,000 अन्य घायल हुए हैं।
- संयुक्त राष्ट्र. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारत द्वारा सह-प्रायोजन एक मसौदा प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार करते हुए 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस घोषित किया है। भारत के साथ लिकटेंस्टीन, श्रीलंका, नेपाल, मैक्सिको और अंडोरा उन देशों के मुख्य समूह के सदस्य थे जिन्होंने 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘विश्व ध्यान दिवस' शीर्षक वाले प्रस्ताव को शुक्रवार को सर्वसम्मति से पारित करने में अहम भूमिका निभाई। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पर्वतनेनी हरीश ने ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘व्यापक कल्याण और आंतरिक परिवर्तन का दिन! मुझे खुशी है कि भारत ने कोर समूह के अन्य देशों के साथ मिलकर आज (शुक्रवार) संयुक्त राष्ट्र महासभा में 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित करने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से अपनाए जाने की प्रक्रिया का मार्गदर्शन किया।'' उन्होंने कहा कि समग्र मानव कल्याण के लिए भारत का नेतृत्व ‘‘हमारे सभ्यतागत सिद्धांत-वसुधैव कुटुम्बकम'' पर आधारित है। हरीश ने बताया कि 21 दिसंबर शीतकालीन अयनांत या संक्रांति का दिन है, जो भारतीय परंपरा के अनुसार ‘‘उत्तरायण'' की शुरुआत होता है ‘‘जो विशेष रूप से आंतरिक चिंतन और ध्यान के लिए वर्ष के एक शुभ समय की शुरुआत'' होती है। उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के ठीक छह महीने बाद आता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है, जब ग्रीष्म संक्रांति होती है। हरीश ने कहा कि भारत ने 2014 में 21 जून को अंतरराट्रीय योग दिवस घोषित करने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि एक दशक में यह एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, जिसके कारण दुनिया भर में आम लोग योग का अभ्यास कर रहे हैं और इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि विश्व ध्यान दिवस पर प्रस्ताव को अपनाने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका ‘‘हमारे सभ्यतागत सिद्धांत ‘वसुधैव कुटुम्बकम' के अनुरूप समग्र मानव कल्याण और इस दिशा में विश्व के नेतृत्व के प्रति उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रमाण है।'' लिकटेंस्टीन द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को बांग्लादेश, बुल्गारिया, बुरुंडी, डोमिनिकन गणराज्य, आइसलैंड, लक्जमबर्ग, मॉरीशस, मोनाको, मंगोलिया, मोरक्को, पुर्तगाल और स्लोवेनिया ने भी सह-प्रायोजित किया। ]
- लंदन। ग्लासगो में जन्मी भारतीय मूल की कलाकार जसलीन कौर ने "व्यक्तिगत, राजनीतिक और आध्यात्मिक" पहलुओं को एक साथ पिरोने के लिए ब्रिटेन का प्रतिष्ठित टर्नर पुरस्कार 2024 जीता है। जसलीन की कृतियां स्कॉटलैंड के सिख समुदाय में पलने-बढ़ने के दौरान की उनकी जिंदगी से प्रेरित हैं।कौर को मंगलवार रात लंदन के टेट ब्रिटेन में आयोजित एक समारोह में अपनी एकल प्रदर्शनी 'ऑल्टर ऑल्टर' के लिए लगभग 26.84 लाख रुपये का पुरस्कार मिला। इस प्रदर्शनी में एकत्रित और पुनः निर्मित वस्तुओं से मूर्तियां बनाई गई थीं, जिनमें से प्रत्येक को कलाकार की प्रस्तुतियों के साथ संगीत रचना के माध्यम से 'एनिमेटेड' किया गया था। टर्नर पुरस्कार निर्णायक मंडल ने कहा कि उन्होंने कौर को रोजमर्रा की वस्तुओं पर उनके विचारों के लिए चुना जिसमें उन्होंने ध्वनि और संगीत के माध्यम से उन्हें जीवंत करके "सामुदायिक और सांस्कृतिक विरासत" को सामने रखा। टर्नर पुरस्कार की ज्यूरी ने एक बयान में कहा, "निर्णायक मंडल ने इस बात पर गौर किया कि कौर ने कैसे अपनी प्रदर्शनी 'ऑल्टर ऑल्टर' में व्यक्तिगत, राजनीतिक और आध्यात्मिक पहलुओं को एक साथ पिरोया है तथा एक दृश्य और श्रव्य अनुभव का निर्देशन किया है जो एकजुटता और खुशी दोनों का संकेत देता है।" कौर ने पुरस्कार मिलने पर कहा, "आज मुझे स्थानीय सिख समुदाय और उन लोगों से बहुत सारे संदेश मिले हैं जिनके साथ मैं बड़ी हुई हूं। इस तरह की चीज बहुत से लोगों के लिए बहुत मायने रखती है। यह विभिन्न समूहों के लिए मायने रखती है और मैं उन सभी का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हूं।" दृश्य कला के लिए दुनिया के सबसे प्रसिद्ध पुरस्कारों में से एक टर्नर पुरस्कार का उद्देश्य समकालीन ब्रिटिश कला में नए विकास के बारे में सार्वजनिक बहस को बढ़ावा देना है। 1984 में स्थापित इस पुरस्कार का नाम क्रांतिकारी चित्रकार जेएमडब्लू टर्नर (1775-1851) के नाम पर रखा गया है और यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष किसी ब्रिटिश कलाकार को उसके काम की उत्कृष्ट प्रदर्शनी या अन्य प्रस्तुति के लिए दिया जाता है। इसके पूर्व विजेताओं में ब्रिटिश भारतीय मूर्तिकार अनीश कपूर भी शामिल हैं।
-
वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सप्ताहांत में पेरिस की यात्रा करेंगे और ऐतिहासिक ‘नोट्रे डेम कैथेड्रल' गिरजाघर के पुन: उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। फ्रांसीसी ‘गोथिक' वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरणों में से एक माना जाने वाला 13वीं शताब्दी का यह गिरजाघर 15 अप्रैल 2019 को आग लगने से क्षतिग्रस्त हो गया था। इस ऐतिहासिक इमारत का पुराना स्वरूप लौटाने में पांच साल लग गए।
सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल' पर एक पोस्ट में ट्रंप ने कहा, ‘‘यह घोषणा करते हुए मुझे गर्व हो रहा है कि मैं शनिवार को पेरिस, फ्रांस की यात्रा करूंगा, जहां मैं शानदार और ऐतिहासिक नोट्रे डेम कैथेड्रल के पुनः उद्घाटन में भाग लूंगा। पांच साल पहले लगी विनाशकारी आग में क्षतिग्रस्त हुए इमारत को अब पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है।'' ट्रंप ने कहा, ‘‘(फ्रांस के) राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यह सुनिश्चित करते हुए शानदार काम किया है कि नोट्रे डेम का गौरवशाली पुराना स्वरूप बहाल किया जाए। यह सभी के लिए एक बहुत ही खास दिन होगा।'' पुनः उद्घाटन समारोह सात और आठ दिसंबर को शुरू होगा। इसके बाद 15 दिसंबर तक कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें 17 और 18 दिसंबर को ‘जीन-सेबेस्टियन बाख्स मैग्नीफिकैट' के दो संगीत कार्यक्रम भी होंगे। ‘नेशनल ज्योग्राफिक' ने कैथेड्रल के महासचिव ओलिवियर जोसे के हवाले से कहा, ‘‘यह एक बहुत बड़ा क्षण है, जिसका पूरी दुनिया बेसब्री से इंतजार कर रही है।'' - लंदन। कई लोगों ने ‘‘ब्रेन रोट'' पढ़ा और सुना होगा, और अब यह आधिकारिक रूप से ऑक्सफोर्ड शब्दकोश का वर्ष 2024 का शब्द हो गया है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने सोमवार को कहा कि इस शब्द ने 2024 में, पहले की तुलना में अधिक महत्व पाया, क्योंकि पिछले वर्ष की तुलना में इसका इस्तेमाल 230 प्रतिशत बढ़ गया। ऑक्सफोर्ड ने ‘‘ब्रेन रोट'' को किसी व्यक्ति की मानसिक या बौद्धिक स्थिति के कथित तौर पर खराब होने के रूप में परिभाषित किया है। वर्ष का शब्द एक ऐसा शब्द होता है, जो पिछले 12 महीनों से किसी विशेष स्थिति को अभिव्यक्त करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हो। ‘‘ब्रेन रोट'' ने पांच अन्य शब्दों को पछाड़ कर ‘‘वर्ष के शब्द'' का यह दर्जा पाया।‘ऑक्सफोर्ड लैंग्वेजेज' के प्रमुख कैस्पर ग्रैथवोहल ने कहा कि ‘‘ब्रेन रोट'' आभासी जीवन के कथित खतरों में से एक को और ‘‘अपने खाली समय का हम उपयोग कैसे कर रहे हैं'', उसे दर्शाता है। ऑक्सफोर्ड का 2023 का शब्द ‘‘रिज'' था, जिसका अर्थ किसी अन्य व्यक्ति को आकर्षित करने या लुभाने की क्षमता है। ‘कोलिन्स' शब्दकोश का 2024 का शब्द ‘‘ब्रैट'' है।
- वाशिंगटन। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी डॉलर की जगह किसी दूसरी मुद्रा के इस्तेमाल को लेकर ब्रिक्स देशों को चेतावनी दी। ट्रंप ने भारत, रूस, चीन और ब्राजील समेत नौ देशों के समूह ब्रिक्स से यह वादा करने को कहा कि वे ऐसा नहीं करेंगे। साल 2009 में स्थापित ब्रिक्स एकमात्र बड़ा अंतरराष्ट्रीय समूह है, जिसमें अमेरिका शामिल नहीं है। ब्रिक्स के अन्य सदस्य दक्षिण अफ्रीका, ईरान, मिस्र, इथोपिया और संयुक्त अरब अमीरात हैं। बीते कुछ वर्षों में ब्रिक्स देश, विशेष रूप से रूस और चीन, अमेरिकी डॉलर के विकल्प के तौर पर ब्रिक्स की अपनी मुद्रा लाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि भारत अभी तक ऐसे किसी कदम में शामिल नहीं रहा है। ट्रंप ने शनिवार को ब्रिक्स देशों को ऐसे किसी भी कदम को लेकर आगाह किया।ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल' पर लिखा, “ब्रिक्स देश डॉलर से दूर जाने की कोशिश करें और हम मूकदर्शक बनकर देखते रहें, वह दौर अब समाप्त हो चुका है।” उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि वे देश वादा करें कि वे न तो नयी ब्रिक्स मुद्रा बनाएंगे, न ही शक्तिशाली अमेरिकी डॉलर की जगह किसी अन्य मुद्रा का समर्थन करेंगे, अन्यथा उन पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा और उन्हें अद्भुत अमेरिकी बाजारों में अपना सामान बेचने की उम्मीद छोड़ देनी होगी।”
-
वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक पद के लिए अपने निकट सहयोगी एवं विश्वासपात्र काश पटेल को नामित किया। यह चयन ट्रंप के इस दृष्टिकोण के अनुरूप है कि सरकार की कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों में आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता है। साथ ही ट्रंप ने अपने विरोधियों के विरुद्ध प्रतिशोध की इच्छा जताई है। ऐसे में इस पद के लिए पटेल का चयन मायने रखता है। ट्रंप ने शनिवार रात सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘पटेल ने रूस के संबंध में फैलाए गए झूठ को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और वह सच्चाई, जवाबदेही एवं संविधान के समर्थक के रूप में खड़े रहे।'' ट्रंप ने अपने स्वामित्व वाले सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल' पर कहा, ‘‘मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि कश्यप काश पटेल एफबीआई के अगले निदेशक के रूप में काम करेंगे। काश एक बेहतरीन वकील, जांचकर्ता और ‘अमेरिका को प्राथमिका देने वाले' योद्धा हैं, जिन्होंने अपने करियर के दौरान भ्रष्टाचार को उजागर किया और न्याय तथा अमेरिका के लोगों की रक्षा की।'' पटेल (44) ने 2017 में तत्कालीन ट्रंप प्रशासन के अंतिम कुछ हफ्तों में अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री के ‘चीफ ऑफ स्टाफ' के रूप में काम किया था। ट्रंप ने कहा, ‘‘काश ने मेरे पहले कार्यकाल के दौरान शानदार काम किया। इस दौरान वह रक्षा मंत्रालय में चीफ ऑफ स्टाफ, राष्ट्रीय खुफिया उपनिदेशक और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद रोधी विभाग के वरिष्ठ निदेशक रहे। काश ने अदालत में हुईं 60 से अधिक सुनवाइयों में प्रशासन की तरफ से पैरवी भी की।'' न्यूयॉर्क में जन्मे पटेल का नाता गुजरात से है। हालांकि उनकी मां पूर्वी अफ्रीका में तंजानिया से और पिता युगांडा से हैं। वह 1970 में कनाडा से अमेरिका आ गए थे। पटेल ने पूर्व में एक साक्षात्कार में ‘ कहा था, ‘‘हम गुजराती हैं।'' इस घोषणा का अर्थ है कि मौजूदा एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे को या तो इस्तीफा देना होगा या 20 जनवरी को ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा।
-
वाशिंगटन. न्यू जर्सी की एक गैर-लाभकारी सिख संस्था ने देशभर में हजारों लोगों को लंगर के जरिए नि:शुल्क भोजन वितरित किया। एक प्रेस विज्ञप्ति में शुक्रवार को बताया गया कि ‘लेट्स शेयर ए मील' संस्था के 700 से अधिक स्वयंसेवकों ने न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, पेनसिल्वेनिया, मैसाचुसेट्स और कनेक्टिकट में 80 स्थानों पर 10,000 से अधिक लोगों को भोजन वितरित किया। इस आयोजन के मुख्य आयोजकों में से एक ओंकार सिंह ने कहा, ‘‘यह संस्था सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक के जीवन और उपदेशों से प्रेरणा लेकर काम कर रही है। लंगर की अवधारणा गुरु नानक जी की है।'' उन्होंने दावा किया कि संस्था अपनी स्थापना के बाद से पूरे अमेरिका में 10 लाख से अधिक लोगों को नि:शुल्क भोजन वितरित कर चुकी है। एक स्वयंसेवक हरलीन कौर ने कहा, ‘‘मैं 15 वर्ष से इस प्रयास का हिस्सा हूं और जिस तरह यह आगे बढ़ रहा है, इसे देखकर गर्व महसूस होता है। हर साल ज्यादा से ज्यादा लोग (स्वयंसेवक और दानकर्ता) इसे संभव बनाने के लिए जुड़ रहे हैं।'' ओंकार सिंह ने कहा, ‘‘हम अपने बच्चों को शांति, सद्भाव एवं एकता समेत अपने धर्म के आधारभूत मूल्यों को सिखाने का प्रयास कर रहे हैं। यह एकता केवल सिखों के लिए नहीं है, बल्कि पूरी मानवता के लिए है।
-
डाकार (सेनेगल) .इंटरपोल ने साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए दो महीने के अभियान के दौरान अफ्रीका में 1,006 संदिग्धों को गिरफ्तार किया। साइबर अपराधों के कारण हजारों लोग पीड़ित हुए, जिनमें कुछ मानव तस्करी के शिकार भी हुए तथा भारी वित्तीय क्षति हुई। वैश्विक पुलिस संगठन ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि ‘ऑपरेशन सेरेन्गेटी', अफ्रीकी संघ की पुलिस एजेंसी अफ्रीपोल के साथ एक संयुक्त अभियान है। इसमें कहा गया है कि यह अभियान दो सितंबर से 31 अक्टूबर तक 19 अफ्रीकी देशों में चलाया गया। इस अभियान के तहत ‘रैनसमवेयर', डिजिटल जबरन वसूली और ऑनलाइन घोटालों में शामिल अपराधियों को निशाना बनाया गया। इंटरपोल के महासचिव वाल्डेसी उर्कीजा ने कहा, ‘‘बहु-स्तरीय विपणन घोटालों से लेकर औद्योगिक पैमाने पर क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी तक, साइबर अपराध हमलों की बढ़ती संख्या गंभीर चिंता का विषय है।'' अफ्रीपोल के कार्यकारी निदेशक जलेल चेल्बा ने बयान में कहा, ‘‘सेरेन्गेटी के माध्यम से, अफ्रीपोल ने अफ्रीकी संघ के सदस्य देशों में कानून प्रवर्तन के लिए समर्थन को काफी बढ़ाया है।'' चेल्बा ने कहा कि अफ्रीपोल का ध्यान अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) संचालित ‘मैलवेयर' और उन्नत साइबर हमले तकनीकों जैसे उभरते खतरों पर है।
-
जॉर्जटाउन (गुयाना). प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि संस्कृति, खान-पान तथा क्रिकेट भारत और गुयाना को जोड़ते हैं और ये समानताएं दोनों देशों के बीच मित्रता का मजबूत आधार हैं। गुयाना में बृहस्पतिवार को एक सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भारतीय-गुयाना समुदाय की सराहना की साथ ही कैरेबियाई राष्ट्र के विकास में उनके योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच साझा मूल्य मित्रता के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘विशेष रूप से तीन चीजें- संस्कृति, खानपान और क्रिकेट भारत और गुयाना के दिलों को जोड़ती हैं।'' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों को अपनी समृद्ध और विविध संस्कृति पर गर्व है। उन्होंने कहा, ‘‘हम विविधता को केवल समायोजित करने के नहीं, बल्कि जश्न मनाने के आधार के रूप में देखते हैं। हमारे देश ये दिखाते हैं कि सांस्कृतिक विविधता हमारी ताकत है।'' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘क्रिकेट के प्रति प्रेम भी हमारे देशों को आपस में जोड़ता है। यह सिर्फ एक खेल नहीं है। यह जीवन जीने का एक तरीका है जो हमारी राष्ट्रीय पहचान में गहराई से समाया हुआ है।'' उन्होंने भारतीय-गुयाना समुदाय की सराहना करते हुए कहा , ‘‘आपने स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ी है। आपने गुयाना को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाने के लिए काम किया है।
- जॉर्जटाउन। वैश्विक कल्याण के लिए ‘लोकतंत्र प्रथम, मानवता प्रथम' का मंत्र देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि अंतरिक्ष और समुद्र सार्वभौमिक संघर्ष का नहीं, बल्कि ‘‘सार्वभौमिक सहयोग'' के विषय होने चाहिए। मोदी ने यहां गुयाना की संसद के विशेष सत्र में, अपने संबोधन में यह भी कहा कि भारत कभी भी स्वार्थ, विस्तारवादी रवैये के साथ आगे नहीं बढ़ा है और वह संसाधनों पर कब्जा करने की भावना से हमेशा दूर रहा है। तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में गुयाना पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी 50 से अधिक वर्षों में इस देश का दौरा करने वाले पहले भारतीय शासनाध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया के आगे बढ़ने के लिए सबसे बड़ा मंत्र है ‘लोकतंत्र प्रथम, मानवता प्रथम'। लोकतंत्र की भावना सबसे पहले हमें सबको साथ लेकर चलना और सबके विकास में भाग लेना सिखाती है। ‘मानवता प्रथम' हमारे निर्णय लेने का मार्गदर्शन करती है। जब हम ‘मानवता प्रथम' की भावना रखते हैं तो हमारे निर्णय लेने का आधार, परिणाम भी वही होते हैं जो मानवता को लाभान्वित करते हैं।'' मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि यह ‘‘ग्लोबल साउथ के जागरण का समय है'', और इसके सदस्यों के एक नयी वैश्विक व्यवस्था बनाने के लिए एक साथ आने का समय है। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया के लिए यह संघर्ष का समय नहीं है। यह उन स्थितियों को पहचानने और खत्म करने का समय है जो संघर्ष का कारण बनती हैं।'' मोदी ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि अंतरिक्ष और समुद्र सार्वभौमिक सहयोग के विषय होने चाहिए, सार्वभौमिक संघर्ष के नहीं।'' प्रधानमंत्री ने डेढ़ सदी से अधिक पुराने सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत-गुयाना के ‘मिट्टी' के संबंध सौहार्दपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘भारत कहता है, हर देश मायने रखता है''। मोदी ने रेखांकित किया कि भारत द्वीप राष्ट्रों को छोटे देशों के रूप में नहीं, बल्कि बड़े महासागरीय देशों के रूप में देखता है। मोदी ने कहा कि ‘लोकतंत्र प्रथम, मानवता प्रथम' की भावना के साथ भारत ‘विश्व बंधु' के रूप में भी अपना कर्तव्य निभा रहा है और संकट के समय में प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में कार्य करता रहा है।
-
ह्यूस्टन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रवासियों को देश से बाहर करने की योजना के समर्थन में टेक्सास ने अमेरिकी-मेक्सिको सीमा के समीप राज्य सरकार के स्वामित्व वाली 1400 एकड़ खेती की जमीन को इस्तेमाल के लिए देने की पेशकश की है। ‘टेक्सास लैंड कमिश्नर' डॉन बकिंघम ने मंगलवार को ट्रंप को लिखे एक पत्र में होमलैंड सुरक्षा विभाग और आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) सहित संघीय एजेंसियों के साथ सहयोग में मदद करने की बात कही। उन्होंने स्टैर काउंटी में स्थित संपत्ति को ‘हिंसक अपराधियों' को हिरासत और देश से निकालने से पहले यहां रखने के लिए इसके एक स्थल के रूप में इस्तेमाल करने की पेशकश की। बकिंघम ने खेती की जमीन पर दीवार के निर्माण कार्य का विरोध करने के लिए अपने पूर्ववर्ती की आलोचना की और आरोप लगाया कि इस कदम से आपराधिक गिरोहों के बीच हिंसा और प्रवासियों के शोषण को बढ़ावा मिला। टेक्सास ने दीवार के लिए योजना सहित सीमा सुरक्षा प्रयासों को मजबूत बनाने के लिए पिछले महीने जमीन अधिग्रहित की थी। ट्रंप आव्रजन संबंधी राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने के अपने इरादे जगजाहिर कर चुके हैं। इस कदम से लाखों लोगों को देश से निकालने के मानवीय और तार्किक निहितार्थों के बारे में समर्थकों के बीच चिंताएं बढ़ गईं। टेक्सास ने जहां ट्रंप की आव्रजन नीतियों का समर्थन किया तो वहीं अन्य राज्यों में इस फैसले के प्रति रोष बढ़ रहा है। बकिंघम के समर्थन प्रस्ताव के साथ ही लॉस एंजिलिस ने प्रवासियों की रक्षा करने और संघीय आव्रजन अधिकारियों के साथ स्थानीय सहयोग को सीमित करने के लिए एक अध्यादेश पारित किया।
-
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी की रविवार को विरोध प्रदर्शन करने की योजना है जिसे देखते हुए सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए शुक्रवार से अर्धसैनिक बलों की तैनाती को मंजूरी दी है। खान फिलहाल जेल में बंद हैं, उनकी पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ' (पीटीआई) ने पिछले सप्ताह तीन मांगों को लेकर मार्च का आह्वान किया था। पार्टी की तीन मांगे हैं- जेल में बंद पार्टी प्रमुख की रिहाई, आठ फरवरी के चुनावों के दौरान कथित ‘जनादेश की चोरी' के खिलाफ कार्रवाई और संविधान के हाल के 26वें संशोधन को रद्द करके न्यायपालिका की बहाली। सरकार ने आतंकवाद विरोधी अधिनियम की धारा चार और पांच के तहत शुक्रवार से इस्लामाबाद में पाकिस्तान रेंजर्स और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) के जवानों को तैनात करने का फैसला किया है। बुधवार को गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, जवानों की सही संख्या, उनकी तैनाती और वापसी की तिथि और क्षेत्र ‘संबंधित हितधारकों के साथ परामर्श से तय किया जाएगा।' इससे पहले इस्लामाबाद पुलिस ने 14 नवंबर को लिखे एक पत्र में रैली से पहले रेंजर्स और एफसी कर्मियों की तैनाती का अनुरोध किया था। इस बीच पीटीआई के सूचना सचिव शेख वकास अकरम ने पेशावर में पत्रकारों से कहा कि विरोध प्रदर्शन एक मौलिक अधिकार है। उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी इसे हमसे नहीं छीन सकता।''
-
वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में अमेरिकी राजदूत के लिए कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल मैथ्यू जी व्हिटेकर और कनाडा में पूर्व सांसद पीट होकेस्ट्रा को नामित किया। होकेस्ट्रा ने कांग्रेस (अमेरिकी संसद) में मिशिगन के सेकंड डिस्ट्रिक्ट का लगभग 20 वर्षों तक प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान वह प्रतिनिधि सभा की खुफिया समिति के अध्यक्ष भी रहे। ट्रंप ने कहा कि व्हिटेकर यह सुनिश्चित करेंगे कि अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाया जाए और उनकी रक्षा की जाए। उन्होंने कहा, ‘‘मैथ्यू हमारे नाटो सहयोगियों के साथ संबंधों को मजबूत करेंगे और शांति तथा स्थिरता के लिए खतरों का दृढ़ता से सामना करेंगे। वह अमेरिका को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दूसरे कार्यकाल में, पीट (पूर्व सांसद पीट होकेस्ट्रा) एक बार फिर अमेरिका को ऊंचाइयों तक ले जाने में मेरी मदद करेंगे। उन्होंने हमारे पहले चार वर्षों के दौरान नीदरलैंड में अमेरिका के राजदूत के रूप में उत्कृष्ट कार्य किया और मुझे विश्वास है कि वह इस नई भूमिका में हमारे देश का बेहतर प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे।
-
कोलंबो. श्रीलंका में एक सप्ताह पहले सत्तारूढ़ एनपीपी की ऐतिहासिक चुनावी जीत के बाद, नई संसद का पहला सत्र बृहस्पतिवार को बुलाया गया। वर्ष 1978 के बाद से 10वीं संसद के नए सत्र की शुरुआत में, नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के अशोक रानवाला को सदन का अध्यक्ष चुना गया, जबकि रिजवी सालिह को उप-अध्यक्ष चुना गया। महिला सदस्य हिमाली वीरसेकरा को संसदीय समिति का उपाध्यक्ष चुना गया। नियुक्ति में महत्वपूर्ण विशेषता यह थी कि उच्च पदों पर चुने गए तीनों ही व्यक्ति संसद के पहली बार सदस्य बने हैं, जो श्रीलंका के संसदीय इतिहास में एक अभूतपूर्व घटना है। केमिकल इंजीनियर रानवाला स्पीकर चुने गए। वह दशकों के सार्वजनिक आंदोलन के माध्यम से एनपीपी के सर्वोच्च पद तक की यात्रा का प्रतिनिधित्व करते हैं। रानवाला राज्य ईंधन इकाई, सीपीसी और संगठन में एक ट्रेड यूनियन नेता थे। एनपीपी ने 14 नवंबर को हुए चुनाव में 225 सदस्यीय विधानसभा में 159 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया । सरकार और विपक्ष दोनों से चुने गए ज्यादातर लोग पहली बार सदस्य हैं। यह पहली बार है जब 1989 के बाद से हुए संसदीय चुनाव में किसी सरकार ने दो-तिहाई नियंत्रण या 150 से अधिक सीटें जीती हैं। तीन संसदीय नियुक्तियों के बाद यह घोषणा की गई कि मुख्य विपक्ष से साजिथ प्रेमदासा को विपक्षी नेता के रूप में मान्यता दी गई है। इसके बाद सदन को कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया गया ताकि बैठक शुरू होने पर राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके अपना नीति वक्तव्य प्रस्तुत कर सकें। राष्ट्रपति को शुरुआती सत्रों की अध्यक्षता करने का संवैधानिक अधिकार है।
-
रियो डी जेनेरियो. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज ने मंगलवार को यहां वार्ता की तथा दोनों देशों ने आधिकारिक तौर पर नवीकरणीय ऊर्जा साझेदारी की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र में दोतरफा निवेश को बढ़ावा देना है। दोनों नेताओं ने यहां जी20 शिखर सम्मेलन से इतर द्वितीय भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया तथा उन्होंने रक्षा एवं सुरक्षा, व्यापार एवं निवेश, शिक्षा, कौशल, खेल, अंतरिक्ष, और लोगों के आपसी संबंधों जैसे विविध क्षेत्रों में व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों नेताओं ने प्रथम भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान बनी सहमति के अनुसार नवीकरणीय ऊर्जा साझेदारी (आरईपी) की शुरुआत का स्वागत किया। वार्ता के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया,‘‘भारत और ऑस्ट्रेलिया की साझा महत्वाकांक्षा है कि वे तेजी से आगे बढ़ें, साथ मिलकर काम करें तथा जलवायु कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए अपनी पूरक क्षमताओं का उपयोग करें।'' अल्बनीज ने कहा, ‘‘हमारी नवीकरणीय ऊर्जा साझेदारी आधिकारिक तौर पर शुरू हो गई है। विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स' पोस्ट किया, ‘‘द्विपक्षीय संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज ने आज रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर दूसरी भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर बैठक में भाग लिया।''