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दुबई. आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी बल्लेबाजों के लिये दुस्वप्न साबित हुई है और इसमें प्रदर्शन के आधार पर वह विराट कोहली के फॉर्म का आकलन नहीं करेंगे । पिछली 14 पारियों में अर्धशतक नहीं बना सके कोहली ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट में 111 रन ही बनाये हैं लेकिन पोंटिंग इससे चिंतित नहीं हैं । उन्होंने आईसीसी रिव्यू में कहा ,‘‘ मैं इस श्रृंखला में किसी बल्लेबाज के फॉर्म को नहीं देख रहा हूं क्योंकि बल्लेबाजों के लिये यह श्रृंखला किसी बुरे सपने की तरह रही है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ जहां तक विराट की बात है तो मैं बार बार कहता आया हूं कि चैम्पियन खिलाड़ी हमेशा रास्ता निकाल लेते हैं । ऐसा लग रहा होगा कि इस समय वह खराब फॉर्म में है और रन नहीं बना रहा क्योंकि हम सभी उससे रनों की अपेक्षा करते हैं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ वह यथार्थवादी भी है । बल्लेबाज को खुद पता होता है कि कब उसका फॉर्म खराब है और उससे रन नहीं बन रहे । किसी और को उसे बताने की जरूरत नहीं होती । कोहली को लेकर मैं चिंतित नहीं हूं क्योंकि मुझे पता है कि वह फॉर्म में लौटेगा ।'' एशेज श्रृंखला के लिये कई बार इंग्लैंड में खेल चुके पोंटिंग को पता है कि जून में वहां हालात उपमहाद्वीप के हालात से बिल्कुल अलग होंगे । सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाले बल्लेबाजों में तीसरे स्थान पर काबिज पोंटिंग ने कहा कि भारत अगर जून में होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिये क्वालीफाई करता है तो उसे अपने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव पर विचार करना चाहिये । उन्होंने कहा ,‘‘ केएल राहुल जैसा खिलाड़ी टीम से बाहर है और शुभमन गिल खेल रहा है । दोनों को टेस्ट खेलने का अनुभव है और इन दोनों को एक ही टीम में उतारा जा सकता है ।'' गिल को तीसरे टेस्ट में राहुल पर तरजीह दी गई जो पहले दो टेस्ट की तीन पारियों में 38 रन ही बना सके । राहुल हालांकि इंग्लैंड में दो शतक लगा चुके हैं और पोंटिंग का मानना है कि ओवल पर उन्हें और गिल दोनों को उतारा जा सकता है । उन्होंने कहा ,‘‘ शुभमन पारी की शुरूआत कर सकता है और राहुल मध्यक्रम में खेल सकता है । वह इंग्लैंड में पहले भी क्रिकेट खेल चुका है । यह एक ही टेस्ट है तो टीम का चयन काफी महत्वपूर्ण होगा ।
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मुंबई. दिल्ली कैपिटल्स ने शेफाली वर्मा (84) और कप्तान मेग लैनिंग (72) के बीच पहले विकेट के लिये 162 रन की साझेदारी के बाद अमेरिका की मध्यम गति की गेंदबाज तारा नौरिस (29 रन देकर पांच विकेट) के शानदार प्रदर्शन से रविवार को यहां महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) टी20 मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) को 60 रन से शिकस्त दी। दिल्ली कैपिटल्स ने बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद शेफाली और लैनिंग के अर्धशतकों की मदद से दो विकेट पर 223 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया जो महिलाओं के टी20 फ्रेंइचाजी इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी आरसीबी की टीम 20 ओवर में आठ विकेट पर 163 रन ही बना सकी। उसके लिये कप्तान स्मृति मंधाना ने 35 रन, आल राउंडर हीथर नाइट ने 34 रन और एलिस पैरी ने 31 रन का योगदान दिया। मेगान शट 30 रन बनाकर नाबाद रहीं। अंत में नाइट (34 रन) और मेगान शट के बीच आठवें विकेट के लिये 28 गेंद में 54 रन की साझेदारी से स्कोर यहां तक पहुंचा, वर्ना हार का अंतर बड़ा हो सकता था। दिल्ली कैपिटल्स के लिये तारा नौरिस ने चार ओवर में 29 रन देकर आरसीबी की पांच खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा। उनके अलावा एलिस कैप्से ने दो और शिखा पांडे ने एक विकेट लिया। आरसीबी ने मंधाना और सोफी डेविने (14 रन) की बदौलत पहले विकेट के लिये 41 जोड़कर अच्छी शुरूआत की लेकिन पांचवें ओवर में न्यूजीलैंड की खिलाड़ी का विकेट गंवा दिया जिन्हें एलिस कैप्से ने आउट किया। मंधाना को फिर एलिस पैरी (31 रन) का साथ मिला, दोनों अच्छी साझेदारी की ओर बढ़ रही थी लेकिन कैप्से ने फिर मंधाना को आउट कर आरसीबी को दूसरा झटका दिया। इसके बाद आरसीबी के विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा। तारा नौरिस ने कमाल की गेंदबाजी की, उन्होंने अपने दो ओवर में छह रन देकर चार विकेट (प्रत्येक ओवर में दो दो) झटक लिये। तारा ने पहले ओवर में एलिस पैरी को बोल्ड किया और फिर दिशा कसात को आउट किया। फिर उन्होंने अपने दूसरे ओवर में विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष और कनिका आहुजा को अपना शिकार बनाया। नाइट और शट के बीच आठवें विकेट की साझेदारी के समय काफी देर हो चुकी थी, तब टीम लक्ष्य से काफी पीछे थी। इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स की दोनों सलामी बल्लेबाजों में शेफाली ने ज्यादा आक्रामकता बरती, उन्होंने 45 गेंद की पारी के दौरान 10 चौके और चार छक्के जड़े। वहीं विश्व कप विजेता आस्ट्रेलियाई कप्तान लैनिंग ने 43 गेंद की पारी के दौरान 14 चौके जड़े। दोनों अच्छी लय में थी और बल्लेबाजी के मुफीद ब्रेबोर्न स्टेडियम में रॉयल्स चैलेंजर्स बेंगलोर के गेंदबाजी आक्रमण को धुन रही थीं। दोनों ने पावरप्ले में 12 बाउंड्री लगा दी थी। 10 ओवर तक टीम 100 रन बना चुकी थी। आरसीबी की कप्तान मंधाना ने इस भागीदारी को तोड़ने के लिये सात गेंदबाजों को लगाया लेकिन आखिर में सफलता दिलायी इंग्लैंड की हीथर नाइट ने। नाइट ने 15वें ओवर में दोनों खिलाड़ियों को आउट कर दिल्ली कैपिटल्स को दोहरे झटके दिये।
हीथर ने पहले 15वें ओवर की तीसरी गेंद पर लैनिंग को बोल्ड किया और फिर एक गेंद के बाद शेफाली को विकेटकीपर रिचा घोष के हाथों कैच आउट कराया, इससे 84 गेंद की उनकी साझेदारी का अंत हुआ। लेकिन इसके बाद मरिजाने काप (नाबाद 39 रन) और जेमिमा रोड्रिग्स (नाबाद 22 रन) ने मिलकर स्कोर 200 रन के पार कराया तथा 31 गेंद में 60 रन की नाबाद साझेदारी निभायी। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज काप ने 17 गेंद की पारी के दौरान तीन छक्के और तीन चौके जड़े जबकि जेमिमा ने 15 गेंद में तीन चौके लगाये।
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मैड्रिड. शीर्ष पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने रविवार को यहां स्पेनिश पैरा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय टोलेडो 2023 प्रतियोगिता की एकल स्पर्धा में रजत पदक और मिश्रित युगल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। भगत (34 साल) को एकल एसएल3 वर्ग में इंग्लैंड के डेनियल बेथेल से 58 मिनट में 6-21 18-21 से हार मिली। मिश्रित युगल के सेमीफाइनल में भगत और मनीषा रामदास ने एसएल3-एसयू5 स्पर्धा के सेमीफाइनल में फ्रांस के लुकास मजूर और फॉस्टिन नोएल से 17-21 13-21 से पराजय झेलनी पड़ी जिससे उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। पुरूष युगल में भगत और सुकांत कदम की जोड़ी को क्वार्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें एमडी एसयूी5 वर्ग के क्वार्टरफाइनल में दीप रंजन बिसोयी और मनोज सरकार की हमवतन भारतीय जोड़ी से 20-22 21-12 20-22 से शिकस्त मिली। सुकांत एकल में एलएल5 वर्ग में फ्रांस के लुकास मजूर से 13-21 10-21 हार गए।
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हैदराबाद. भारत की महान टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने ‘खुशी के आंसुओं' के साथ रविवार को एक खिलाड़ी के तौर पर अपनी शानदार यात्रा का समापन उसी स्थान से किया, जहां से उन्होंने इसकी शुरूआत की थी। सानिया ने लाल बहादुर टेनिस स्टेडियम में प्रदर्शनी मैचों में खेलकर अपने पथ-प्रदर्शक सफर को आखिरकार अलविदा कह दिया जहां उन्होंने करीब दो दशक पहले ऐतिहासिक डब्ल्यूटीए एकल खिताब के साथ बड़े मंच पर अपने आगमन के संकेत दे दिय थे। इन प्रदर्शनी मैचों में रोहन बोपन्ना, युवराज सिंह और उनकी सबसे अच्छी मित्र बेथानी माटेक सैंड्स शामिल थीं। प्रदर्शनी मैचों को देखने पहुंचने वालों में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन सहित कई हस्तियां शामिल थीं। छत्तीस वर्षीय सानिया लाल रंग की कार में स्टेडियम पहुंची और कई नामी गिरामी हस्तियों सहित दर्शकों ने तालिया बजाकर उनका अभिनंदन किया। सानिया अपने विदाई भाषण में भावुक हो गयी, उन्होंने कहा कि उनके लिये सबसे बड़ा सम्मान देश के लिये 20 साल तक खेलना रहा है। छह बार (तीन महिला युगल में और तीन मिश्रित युगल में) की ग्रैंडस्लैम विजेता ने दो मिश्रित युगल प्रदर्शनी मैच खेले और दोनों जीते। सानिया ने यहां इस स्थल पर कई यादगार खिताब जीते हैं जिसे किसी उत्सव की तरह सजाया गया जिस पर ‘सेलीब्रेटिंग द लीगेसी ऑफ सानिया मिर्जा' जैसे बैनर लगे थे। कुछ प्रशंसकों ने ‘प्लेकार्ड' पकड़े हुए थे जिस पर लिखा था, ‘थैंक यू फॉर द मैमोरिज' और ‘वी विल मिस यू, सानिया' लिखा था। दर्शकों में ज्यादातर स्कूल के बच्चे थे और जैसे ही सानिया ने कोर्ट में कदम रखा, वे ‘चीयर' करने लगे। मैच से पहले सानिया ने कहा, ‘‘मैं आप सभी के सामने अपना अंतिम मैच खेलने के लिए काफी उत्साहित हूं। '' पूर्व खेल मंत्री रीजीजू, तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव, अजहरूद्दीन और युवराज स्टेडियम में मौजूद दर्शकों में शामिल थे। रीजीजू ने कहा, ‘‘मैं सानिया मिर्जा के विदाई मैच के लिये ही हैदराबाद आया हूं। मैं यहां इतने सारे लोगों को देखकर खुश हूं। सानिया मिर्जा सिर्फ भारतीय टेनिस के लिये ही नहीं बल्कि भारतीय खेलों के लिये भी प्रेरणास्रोत हैं। '' उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं खेल मंत्री था तो मैं उनके संपर्क में रहता था। मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनायें देता हूं। '' सानिया के परिवार के सदस्य और दोस्त भी स्टेडियम में मौजूद थे।
मैच के बाद रामा राव और तेलंगाना के खेल मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ ने सानिया को सम्मानित किया।
सानिया ने उनकी यात्रा में उनका समर्थन करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, ‘‘मेरे लिये सबसे बड़ा सम्मान 20 साल तक अपने देश के लिये खेलना रहा है। शीर्ष स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना हर खिलाड़ी का सपना होता है। मैं ऐसा करने में सफल रही। '' दर्शकों की हौसला अफजाई को देखकर सानिया भावुक हो गयीं। उन्होंने कहा, ‘‘ये खुशी के आंसू हैं। मैं इससे बेहतर विदाई की उम्मीद नहीं कर सकती थी। '' सानिया ने कहा कि भले ही उन्होंने खेल को अलविदा कह दिया हो लेकिन वह भारत और तेलंगाना में टेनिस और खेलों का हिस्सा बनी रहेंगी। उन्होंने साथ ही उम्मीद जतायी कि देश से ‘कई, कई सानिया' निकलेंगी।
अजहरूद्दीन ने सानिया के टेनिस में योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आज हम सानिया को शानदार विदाई दे रहे हैं। उन्होंने भारत में महिलाओं के लिये टेनिस में और दुनिया भर में जो किया है, मुझे लगता है कि यह शानदार उदाहरण है। मैं उन्हें शुभकामनायें देता हूं। '' अजरूहरूद्दीन के बेटे की शादी सानिया की छोटी बहन से हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि लोग उन्हें और खेलते हुए देखना चाहते थे। लेकिन हर करियर का अंत होता है। मुझे लगता है कि उन्होंने सही फैसला किया है। '' कई प्रशंसकों ने कहा कि वे सानिया के पेशेवर टेनिस से अलविदा कहने से काफी दुखी हैं। - अकापुल्को (मैक्सिको)। टॉमी पॉल ने साढ़े तीन घंटे तक चले मैराथन मुकाबले में हमवतन अमेरिकी और लंबे समय से अपने प्रतिद्वंद्वी टेलर फ्रिट्ज को 6-3, 6-7(2), 7-6(2) से हराकर मैक्सिको ओपन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया। ये दोनों खिलाड़ी 25 साल के हैं और किशोरावस्था से एक दूसरे का सामना करते रहे हैं। उनका पहला मुकाबला 2011 में अमेरिका की अंडर-14 राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हुआ था। शुक्रवार को खेले गए सेमीफाइनल मैच में पॉल को फ्रिट्ज पर जीत दर्ज करने के लिए साढ़े तीन घंटे तक जूझना पड़ा। पॉल इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले तीसरे अमेरिकी खिलाड़ी हैं। फाइनल में उनका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स डी मिनौर से होगा, जिन्होंने डेनमार्क के हुल्गर रून को 3-6, 7-5, 6-2 से हराया।
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नयी दिल्ली। सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन (एसटीएफ) द्वारा समर्थित गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) श्रीजा इंडिया के धातीग्राम सेंटर की टीम का हिस्सा रह चुकी प्रतिभाशाली फुटबॉलर सोनाली सोरेन ने हाल में अपना जूनियर अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया। सोनाली ने ढाका में अंडर-20 सैफ महिला चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
सोनाली ने अपना फुटबॉल करियर श्रीजा इंडिया के सेंटर की टीम में खेलकर शुरू किया था।इसी एनजीओ की एक और खिलाड़ी स्वप्ना को उस बंगाल फुटबॉल टीम में शामिल किया गया था जो अंडर-17 खेलो इंडिया युवा खेलों में खेली थी। एसटीएफ श्रीजा इंडिया की 100 से ज्यादा बालिकाओं के लिए फुटबॉल कार्यक्रमों का समर्थन करता है जिसमें फुटबॉल ट्रेनिंग, जर्सी, पोषण समर्थन, शिक्षा और अन्य जरूरतें शामिल हैं। -
कोलकाता। भारत के पहले व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को उम्मीद है कि अगले साल पेरिस ओलंपिक में देश के निशानेबाज पदक के सूखे को खत्म कर देंगे। एथेंस, बीजिंग और लंदन ओलंपिक में सफलता का स्वाद चखने के बाद भारतीय निशानेबाज पिछले दो ओलंपिक रियो और लंदन से खाली हाथ लौटे हैं। लेकिन बिंद्रा को उम्मीद है कि पेरिस में अगले साल इस चलन में बदलाव होगा।
उन्होंने यहां शनिवार को कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत में निशानेबाजी में काफी प्रतिभा है और प्रतिभा में काफी गहराई है, लेकिन दुर्भाग्य से हम पिछले दो ओलंपिक में सफल नहीं रहे। '' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे उम्मीद है कि पेरिस में यह चलन बदलेगा क्योंकि जैसा कि मैंने कहा कि प्रतिभा में काफी गहराई है क्योंकि काफी युवा निशानेबाज विश्व स्तर और उच्च स्तर पर आना जारी रखेंगे। '' उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये मुझे बहुत उम्मीद है कि यह चलन बदलेगा और हम कुछ पदकों के साथ लौटेंगे। ''
बिंद्रा ने दुनिया भर के महासंघों से आग्रह किया कि वे अपने संबंधित खेलों को युवाओं के लिए अधिक आकर्षक बनाने और उनकी प्रासंगिकता बनाए रखने के तरीकों का पता लगाएं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आम तौर पर प्रत्येक खेल दर्शकों को आकर्षित करने के लिये काफी प्रयास कर रहा है।
खेल को युवा लोगों के लिये प्रासंगिक बनाये रखना जारी रखने के लिये मुझे लगता है कि यह सभी विभिन्न अंतरराष्ट्रीय खेल महासंघों की जिम्मेदारी है कि वे अपने खेल और प्रारूप में बदलाव जारी रखें ताकि यह लोगों के लिये आकर्षक बन जाये। '' बिंद्रा ने यहां एक दिवसीय ‘मूव बियोंड गोल्फ टूर्नामेंट' में हिट करने के बाद कहा, ‘‘दर्शकों की दिलचस्पी के बिना कोई भी खेल आगे नहीं बढ़ सकता और साथ ही इसे युवाओं के लिये भी प्रासंगिक बने रहना चाहिए। -
मेलबर्न. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए अब तक इस्तेमाल की गयी तीनों पिचों की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की पिच तैयार करने में कुछ हद तक ‘चालबाजी' की गयी है। भारत चार मैचों की श्रृंखला में 2-1 से आगे है और अहमदाबाद में एक टेस्ट मैच खेला जाना बाकी है। नागपुर और नयी दिल्ली की पिचों को आईसीसी ने ‘औसत' रेटिंग दी जबकि मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड द्वारा इंदौर की पिच को ‘खराब' करार दिया गया। इस खराब रेटिंग से इंदौर को तीन डिमैरिट अंक भी मिले और ये अंक पांच साल की अवधि के लिये बने रहेंगे।
भारतीय टीम दोनों पारियों में 109 और 163 रन के स्कोर पर सिमट गयी थी जबकि आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 197 रन बनाये और फिर तीसरे दिन सुबह उसने 76 रन के लक्ष्य का पीछा कर जीत हासिल की। टेलर ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से इंदौर की पिच रेटिंग को सही करार देते हुए कहा, ‘‘मैं इससे सहमत हूं। मुझे निश्चित रूप से लगता है कि श्रृंखला के लिए पिचें पूरी तरह से खराब रही हैं। ईमानदारी से कहूं तो इंदौर की पिच तीनों में से सबसे खराब थी। मुझे नहीं लगता कि पिच पर पहले दिन से ही स्पिनरों को इतनी मदद मिलनी चाहिये।'' इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ मैच के चौथे या पांचवें दिन अगर ऐसा होता है तो चीजें समझ में आती है लेकिन अगर पहले दिन से ही गेंद इतना अधिक टर्न ले तो यह खराब (पिच) तैयारी का नतीजा है। मुझे लगा कि इंदौर की पिच बहुत खराब है और उसी हिसाब से रैंकिंग दी जानी चाहिए थी।'' भारत के पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर हालांकि इंदौर की पिच को ‘खराब' रेटिंग दिये जाने से खुश नहीं है। उन्होंने गाबा की पिच का उदाहरण दिया, जहां दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट दो के भीतर समाप्त होने के बावजूद आईसीसी द्वारा ‘औसत से खराब' रेटिंग दी गई थी। टेलर ने उनसे असहमति जताते हुए कहा कि ब्रिसबेन की पिच दोनों टीमों के लिए समान थी जबकि भारत-ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला के पहले तीन टेस्ट के लिए पूरी से स्पिनरों की मददगार पिच तैयार की गयी थी। ऑस्ट्रेलिया के इस कप्तान ने कहा, ‘‘ गाबा की पिच पर दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों को भी उतना ही (ऑस्ट्रेलिया के रूप में) मदद मिली करता क्योंकि उनके पास चार बहुत अच्छे तेज गेंदबाज थे। भारतीय पिचों के मामले में ऐसा नहीं है।यहां चालबाजी के साथ ऐसी पिचें तैयार की गयी है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ इससे हमारे स्पिनरों को हुनर दिखाने का मौका मिला और उन्होंने भारत की सोच से कहीं अच्छा प्रदर्शन किया। - नयी दिल्ली। निशानेबाज आकांक्षा बसंल और करण सहरावत शनिवार को यहां डा. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में चल रही 11वीं इंडिया ओपन चैम्पियनशिप में चैम्पियन रहे। आकांक्षा (सीआईएसएफ) ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और करण (हरियाणा) ने पुरूषों की इसी स्पर्धा में जीत हासिल की। आकांक्षा ने उत्तर प्रदेश की याशिका गोयल को 17-15 से जबकि करण ने उत्तराखंड के अक्षित चौहान को 16-8 से पराजित किया।
- नयी दिल्ली। भारत ने शनिवार को भिवानी में नेपाल को 153 रन से हराकर दिव्यांग क्रिकेटरों के लिये आयोजित तीन मैचों की टी20 श्रृंखला जीत ली। दिवंगत करण सिंह दलाल मेमोरियल कप के लिये आयोजित श्रृंखला में नेपाल के खिलाफ भारत की यह लगातार दूसरी जीत थी। तीसरा मैच रविवार को खेला जायेगा।भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सलामी बल्लेबाज योगेंद्र भदोरिया के 49 गेंद में 71 रन की मदद से सात विकेट पर 192 रन का स्कोर खड़ा किया। कप्तान विक्रांत केनी ने 40 गेंद में नाबाद 53 और वसीम इकबाल ने 14 गेंद में 26 रन बनाकर योगदान दिया। जवाब में नेपाल की टीम महज 39 रन ही बना सकी।सुरेंद्र कुमार खोरवाल और अखिल रेड्डी ने तीन तीन विकेट झटके जबकि विक्रांत केनी और रविंद्र सांते ने एक एक विकेट लिया। पहले मैच में भारत ने नेपाल को 152 रन से शिकस्त दी थी।
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मुंबई. आस्ट्रेलिया की विश्व कप विजेता कप्तान मेग लैनिंग महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के शुरूआती चरण में दिल्ली कैपिटल्स की अगुआई करेंगी जबकि भारत की स्टार बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स उप कप्तान की जिम्मेदारी उठायेंगी। फ्रेंचाइजी ने गुरूवार को यह घोषणा की। लैनिंग (30 वर्ष) ने हाल में अपनी कप्तानी में आस्ट्रेलियाई महिला टीम को दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी टी20 महिला विश्व कप 2023 में रिकॉर्ड छठा खिताब दिलाया था जिसमें उन्होंने फाइनल में मेजबान दक्षिण अफ्रीका को हराया था। वहीं जेमिमा ने भारतीय अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी जो सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया से हारकर खत्म हुआ था। इस तरह डब्ल्यूपीएल टीमों द्वारा तीसरी आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी गयी। यूपी वारियर्स ने एलिसा हीली को कप्तान बनाया है और बेथ मूनी गुजरात जायंट्स की अगुआई के लिये तैयार हैं। डब्ल्यूपीएल चार मार्च शनिवार से शुरू हो रहा है और लैनिंग ने गुरूवार सुबह मुंबई में पहुंचने के बाद यहां आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली कैपिटल्स की कप्तान नियुक्त किये जाने के बाद कहा, ‘‘यह मेरे लिये बहुत ही गर्व का क्षण है। '' लैनिंग ने 132 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और इसमें 3405 रन बनाये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली कैपिटल्स जैसी फ्रेंचाइजी के साथ जुड़ना और फिर उसका कप्तान नियुक्त किया जाना बड़े सम्मान की बात है और मैं इसके लिये उत्साहित हूं। '' लैनिंग ने कहा, ‘‘टीम को एकजुट करना और मिलना जुलना तथा हर किसी को जानना वास्तव में महत्वपूर्ण है। यह अपने खेल का लुत्फ उठाना और खुद का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकालने के बारे में है। '' दिल्ली कैपिटल्स ने सोमवार को यहां (पहले डब्ल्यूपीए के मेजबान शहर) अपना पहला ट्रेनिंग सत्र आयोजित किया था। कोच और खिलाड़ी टूर्नामेंट से कुछ दिन पहले ही मुंबई पहुंच रहे हैं। टीम रविवार को अपना पहला मैच स्मृति मंधाना की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ ब्रैबोर्न स्टेडियम में खेलेगी। भारतीय सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा भी दिल्ली कैपिटल्स टीम का हिस्सा है। जोनाथन बैटी टीम की कोच हैं जबकि इंग्लैंड की मुख्य कोच लिसा केटले और पूर्व भारतीय खिलाड़ी और चयनकर्ता हेमलता काला सहायक कोच हैं।
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इंदौर. चेतेश्वर पुजारा के अर्धशतक के बावजूद भारत नाथन लियोन (64 रन पर आठ विकेट) की फिरकी के जादू के सामने तीसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन गुरुवार को दूसरी पारी में 163 रन पर ढेर हो गया जिससे मेहमान टीम को 76 रन का लक्ष्य मिला। ऑस्ट्रेलिया की टीम अब शुक्रवार को तीसरे दिन लक्ष्य हासिल करके जून में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह सुनिश्चित करने के इरादे से उतरेगी। स्पिन की अनुकूल पिच पर भारतीय बल्लेबाजों को एक बार फिर जूझना पड़ा और पुजारा (142 गेंद में 59 रन, पांच चौके, एक छक्का) के अलावा कोई बल्लेबाज लियोन का डटकर सामना नहीं कर पाया। लियोन ने मैच में 99 रन देकर 11 विकेट चटकाए। पुजारा के अलावा सिर्फ श्रेयस अय्यर (26) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाए। भारतीय बल्लेबाजों को खराब शॉट चयन का खामियाजा भी भुगतना पड़ा जबकि ऑस्ट्रेलिया ने शानदार क्षेत्ररक्षण किया। भारतीय टीम बुधवार को पहली पारी में सिर्फ 109 रन पर सिमट गई थी जिसके बाद गुरुवार को सुबह के सत्र में तेज गेंदबाज उमेश यादव और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 197 रन पर समेटकर मेजबान टीम की वापसी की उम्मीद जगाई। ऑस्ट्रेलिया ने 88 रन की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में भी भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। खराब फॉर्म से जूझ रहे लोकेश राहुल की जगह टीम में शामिल शुभमन गिल (05) एक बार फिर नाकाम रहे और लियोन की गेंद को आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में बोल्ड हो गए। लियोन ने इसके बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (12) को पगबाधा किया जो गेंद ही लेंथ को पूरी तरह से चूक गए। विराट कोहली (13) बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुहनेमैन की गेंद पर चौका जड़ने के बाद अगली गेंद को काफी पीछे जाकर खेलने की कोशिश में पगबाधा हो गए। रविंद्र जडेजा (07) भी चाय के विश्राम से ठीक पहले लियोन की गेंद पर पगबाधा हुए। मैदानी अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया था लेकिन ऑस्ट्रेलिया के डीआरएस का सहारा लेने पर उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा। पुजारा हालांकि एक छोर पर डटे रहे। उन्होंने स्पिनरों के खिलाफ अपने डिफेंस पर भरोसा किया और आगे बढ़कर तथा बैकफुट पर भी कुछ अच्छे शॉट खेले। चाय के बाद अय्यर ने आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने कुहनेमैन के लगातार ओवरों में छक्के मारे जबकि लियोन पर भी लगातार दो चौके जड़े। अय्यर हालांकि मिशेल स्टार्क की गेंद को फ्लिक करने की कोशिश में हवा में खेल गए और उस्मान ख्वाजा ने बाईं ओर गोता लगाते हुए उनका शानदार कैच लपका। उन्होंने 27 गेंद में तीन चौकों और दो छक्कों से 26 रन बनाए। श्रीकर भरत (03) ने एक बार फिर निराश किया और लियोन की सीधी गेंद को चूककर बोल्ड हो गए जिससे भारत का स्कोर छह विकेट पर 118 रन हो गया। इस समय टीम को 30 रन की बढ़त हासिल थी। पुजारा ने इसके बाद अश्विन के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। उन्होंने कुहनेमैन की गेंद पर एक रन के साथ 108 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। पुजारा 51 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब कुहनेमैन की ऑफ साइड से बाहर की ओर स्पिन होती गेंद को हवा में खेल बैठे लेकिन एक्सट्रा कवर पर मुश्किल मार्नस लाबुशेन कैच लपकने में नाकाम रहे। रविचंद्रन अश्विन (16) ने कुहनेमैन पर चौका जड़ा लेकिन अगले ओवर में लियोन ने उन्हें पगबाधा करके करियर में 23वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाए। पुजारा क्रीज पर ठोस नजर आ रहे थे लेकिन लियोन की गेंद पर लेग स्लिप में कप्तान स्टीव स्मिथ ने शानदार कैच पकड़कर उनकी पारी का अंत किया। उमेश यादव (00) भी लियोन की गेंद पर छक्का जड़ने की कोशिश में डीप मिडविकेट बाउंड्री पर कैमरन ग्रीन को कैच दे बैठे। अक्षर पटेल (नाबाद 15) ने लियोन पर छक्का जड़ा लेकिन इस ऑफ स्पिनर ने मोहम्मद सिराज को पगबाधा करके भारतीय पारी का अंत किया। सुबह के सत्र में उमेश और अश्विन की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियाई पारी को समेटा। ऑस्ट्रेलिया ने दिन की सतर्क शुरुआत करते हुए पहले घंटे में 16 ओवर में 30 रन जोड़े और इस दौरान कोई विकेट नहीं गंवाया। टीम ने हालांकि इसके बाद अंतिम छह विकेट सिर्फ 11 रन पर गंवा दिए। उमेश (12 रन पर तीन विकेट) और अश्विन (44 रन पर तीन विकेट) ने सुबह के सत्र में तीन-तीन विकेट चटकाए जबकि पहले दिन रविंद्र जडेजा (78 रन पर चार विकेट) ने चार विकेट हासिल किए थे। ऑस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत चार विकेट पर 156 रन से की। भारत को पहले घंटे में कोई विकेट नहीं मिला लेकिन सिराज और जडेजा ने पीटर हैंड्सकॉम्ब (19) और कैमरन ग्रीन (21) को आसानी से रन नहीं बनाने दिए। भारत ने हैंड्सकॉम्ब को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया की पारी को सिमटने में अधिक समय नहीं लगा। बेहद रक्षात्मक रवैये के साथ खेल रहे हैंड्सकॉम्ब ने अश्विन की गेंद पर शॉर्ट लेग पर श्रेयस अय्यर को कैच थमाया। अश्विन को दिन के अपने पहले ओवर के लिए लगभग एक घंटा इंतजार करना पड़ा लेकिन उन्होंने गेंद हाथ में आते ही अपना जलवा दिखाया। हैंड्सकॉम्ब को आउट करने के बाद उन्होंने एलेक्स कैरी (03) और नाथन लियोन (05) को भी पवेलियन भेजा। उमेश ने इस बीच स्टंप्स को निशाना बनाया। उन्होंने अपने पहले ही ओवर में ग्रीन को पगबाधा किया और फिर लगातार ओवरों में मिशेल स्टार्क (01) और टॉड मर्फी (00) को बोल्ड किया।
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चेन्नई. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की चार बार की चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स टूर्नामेंट के आगामी चरण के लिये शुक्रवार से एम ए चिदम्बरम स्टेडियम में तैयारी शिविर की शुरूआत करेगी। सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के शुक्रवार को शहर पहुंचने की उम्मीद है और वह टीम के कई भारतीय सदस्यों क साथ शिविर का हिस्सा होंगे। सीएसके के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केएस विश्वनाथन ने गुरूवार को कहा, ‘‘सीएसके कल से ट्रेनिंग शुरू करेगी। धोनी कल पहुंचेंगे। भारतीय टीम के सदस्य शिविर में हिस्सा लेंगे। '' अजिंक्य रहाणे और अंबाती रायुडू भी शिविर का हिस्सा होंगे।
फ्रेंचाइजी ने इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स और न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज काइल जैमीसन को इस साल के शुरू में हुई नीलामी में टीम से जोड़ा था। हालांकि पीठ की चोट के कारण न्यूजीलैंड के गेंदबाज का टूर्नामेंट में खेलना मुश्किल लग रहा है। सीएसके के सूत्रों ने कहा कि जैमीसन की जगह लेने वाले खिलाड़ी के नाम की घोषणा धेानी से सलाह के बाद की जायेगी। सीएसके 31 मार्च को सत्र के शुरूआती मैच में गत चैम्पियन गुजरात टाइटन्स से भिड़ेगी। - नयी दिल्ली । पुरुषों के टूर्नामेंट की सफलता से उत्साहित प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के आयोजक अब देश में महिलाओं का पेशेवर फ्रेंचाइजी आधारित टूर्नामेंट शुरू करने की संभावना पर विचार कर रहे हैं।पीकेएल के नौ सत्र का आयोजन हो चुका है। इसके आयोजक मशाल स्पोर्ट्स ने कहा कि वे भारतीय एमेच्योर कबड्डी महासंघ (एकेएफआई) और अंतरराष्ट्रीय कबड्डी महासंघ (आईकेएफ) के सहयोग से लीग को शुरू करने की योजना बना रहे हैं।क्रिकेट में महिलाओं की प्रीमियर लीग चार मार्च से मुंबई में शुरू होगी और पीकेएल इसी की राह पर चलने की योजना पर काम कर रहा है।मशाल स्पोर्ट्स के सीईओ और पीकेएल आयुक्त अनुपम गोस्वामी ने बयान में कहा, ‘‘पेशेवर महिला कबड्डी लीग की हमारी योजना पुरुषों की लीग में मिली सफलता और कबड्डी को भारत के आधुनिक विश्व स्तरीय खेल के रूप में विकसित करने की हमारी प्रतिबद्धता पर आधारित है।’’उन्होंने कहा,‘‘हम महिला लीग शुरू करने के लिए एकेएफआई और अंतरराष्ट्रीय कबड्डी महासंघ सहित विभिन्न हितधारकों के साथ काम करेंगे।’’एक परीक्षण टूर्नामेंट महिला कबड्डी चैलेंज 2016 में पहले ही आयोजित किया जा चुका है जिसमें तीन टीम फायरबर्ड्स, आइसडीवास और स्टॉर्मक्वीन्स ने हिस्सा लिया था।इंचियोन 2014 में एशियाई खेलों में भारत के पिछले स्वर्ण पदक के दौरान टीम की अगुआई करने वाली पूर्व भारतीय कप्तान वी तेजस्विनी बाई ने कहा कि अगर महिला लीग आकार लेती है तो एक बड़ा सपना पूरा होगा।स्टॉर्मक्वीन की कप्तानी करने वाली तेजस्विनी ने कहा, ‘‘2014 में प्रो कबड्डी लीग के लॉन्च के बाद से, भारत में महिला कबड्डी खिलाड़ियों ने अपनी खुद की एक पेशेवर कबड्डी लीग की उम्मीद की है।’’इस अर्जुन पुरस्कार विजेता ने कहा, ‘‘अब पीकेएल का महिला टूर्नामेंट भारत में हर महिला कबड्डी खिलाड़ी और अन्य देशों की महिला कबड्डी खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा सपना सच होने जैसा होगा।’’
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धोनी प्रभावशाली कप्तान और सर्वश्रेष्ठ रणनीतिकारों में से एक: फाफ डुप्लेसी
बेंगलुरू. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डुप्लेसी का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने उन्हें एक नेतृत्वकर्ता के रूप में परिपक्व होने में मदद की। उन्होंने साथ ही पूर्व भारतीय कप्तान को सर्वश्रेष्ठ रणनीतिकारों में से एक करार दिया। डुप्लेसी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स का दो बार 2011 से 2015 और फिर 2018 से 2021 तक हिस्सा रहे। वह पिछले सत्र में कप्तान के रूप में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) से जुड़े। डुप्लेसी ने कहा कि जब उन्होंने महसूस किया कि वह दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ या धोनी जैसे कप्तान नहीं बन सकते तो उन्होंने खुद जैसा बनने का फैसला किया। डुप्लेसी ने आरसीबी के पोडकास्ट में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मेरे लिए (उनके करियर के दौरान) जो वास्तव में अच्छा था, वह यह पता चलना था कि मैं एक कप्तान के रूप में ग्रीम स्मिथ नहीं बनने जा रहा हूं, मैं एक कप्तान के रूप में स्टीफन फ्लेमिंग नहीं बनने जा रहा हूं, मैं कप्तान के रूप में महेंद्र सिंह धोनी नहीं बनने जा रहा।'' उन्होंने कहा, ‘‘एक व्यक्ति के रूप में मैं जो हूं उसके प्रति सच्चा होने के लिए, मुझे मेरे जैसा होने की आवश्यकता है। क्योंकि यदि आप अपने जैसे नहीं हैं, तो लोग इस पर निशाना साधेंगे, शायद तब नहीं जब आप अच्छा कर रहे हों लेकिन निश्चित रूप से तब जब आप दबाव में होंगे या उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर रहे होंगे।'' डुप्लेसी ने कहा कि सीएसके के साथ अपने पदार्पण सत्र के दौरान वह न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और चेन्नई टीम के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग के साथ काफी समय बिताते थे और बस कप्तानी को लेकर उनके दिमाग को पढ़ने की कोशिश करते थे और नेतृत्वक्षमता की बारीकियों को आत्मसात करने का प्रयास करते थे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास हमेशा दिग्गज नेतृत्वकर्ताओं से सीखने का यह दृष्टिकोण था, यह (नेतृत्व) हमेशा कुछ ऐसा था जिसके बारे में मैं रोमांचित था। जब मैं शुरू में दक्षिण अफ्रीकी की टीम में आया था तो ग्रीम स्मिथ कप्तान थे। मैं ऐसा था, वाह, यह आदमी जब बोलता है तो उसकी एक अद्भुत उपस्थिति होती है और वह बोलते हुए कमरे में हावी हो जाता है।'' डुप्लेसी ने कहा, ‘‘अपने करियर की शुरुआत में ही मुझे चेन्नई (सीएसके) जाने का मौका मिला। स्टीफन फ्लेमिंग खेल के महान नेतृत्वकर्ताओं में से एक हैं, जाहिर है, न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए भी। अलग पहलू यह था कि वह मानव प्रबंधक थे, एक व्यक्ति जो रिश्तों पर काम करता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘सीएसके में अपने पहले सत्र के दौरान मैं उनके (फ्लेमिंग) बगल में बैठा था और उनसे सिर्फ कप्तानी और नेतृत्व के बारे में सवाल पूछे, बस जितना हो सके उतना सीखने के लिए। और फिर उससे ऊपर महेंद्र सिंह धोनी, आप जानते हैं वह खेल को रणनीतिक रूप से कितना अच्छी तरह पढ़ता है। और आप कहते हैं कि वह प्रभावशाली कप्तान है।'' दक्षिण अफ्रीका के इस दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि 2016 की श्रृंखला के दौरान होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में गेंद को चमकाने के लिए ‘अनुचित' आलोचना की जा रही थी जिससे वह घरेलू टीम को जवाब देने के लिए और अधिक प्रतिबद्ध हो गए थे। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरा टेस्ट पारी और 80 रन से जीता था। टीम की कप्तानी कर रहे डुप्लेसी ने कथित तौर पर मुंह में टॉफी रखकर गेंद पर लार लगाई थी। उन पर मैच फीस का शत प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था लेकिन उन्हें एडीलेड में अगला टेस्ट खेलने की मंजूरी दे दी गई थी। - रियाद । मेघालय ने पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करके बुधवार को यहां सेमीफाइनल में पूर्व चैम्पियन पंजाब को 2-1 से हराकर पहली बार संतोष ट्राफी राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया। मेघालय पहली बार सेमीफाइनल में खेल रहा था जबकि पंजाब आठ बार का चैम्पियन है। पंजाब ने एक भी मैच गंवाए बिना सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। वह पहले और दूसरे दौर दोनों में अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहा था। संतोष ट्राफी के सेमीफाइनल, तीसरे स्थान का प्लेऑफ और फाइनल पहली बार विदेशी धरती पर खेले जा रहे हैं। मैच में परमजीत सिंह ने 16वें मिनट में पंजाब को बढ़त दिलाई लेकिन मेघालय ने 37वें मिनट में फिगो सिंदाई के गोल से बराबरी कर दी। मेघालय ने मैच पर नियंत्रण बनाये रखा। उसकी तरफ से दूसरा और निर्णायक गोल शीन स्टीवेन्सन सोहकतुंग ने इंजुरी टाइम (90+1) में किया।
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इंदौर. स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा बुधवार को कपिल देव के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 500 विकेट लेने और 5000 रन बनाने वाले दूसरे भारतीय क्रिकेटर बन गये। इस 34 वर्षीय ऑलराउंडर ने भारत और आस्ट्रेलिया के बीच यहां खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दौरान सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड को पगबाधा आउट करके यह उपलब्धि हासिल की। यह टेस्ट क्रिकेट में उनका 260वां विकेट था जिससे उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में विकेटों की संख्या 500 पर पहुंच गयी। बायें हाथ के स्पिनर जडेजा ने 171 वनडे में 189 विकेट और 64 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 51 विकेट लिये हैं। जडेजा उपयोगी बल्लेबाज भी हैं। उन्होंने टेस्ट मैचों में 36.88 की औसत से 2619 रन बनाये हैं जिसमें तीन शतक भी शामिल हैं। वनडे में उनके नाम पर 2447 और टी20 अंतरराष्ट्रीय में 457 रन दर्ज हैं। भारत के 1983 के विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव यह उपलब्धि हासिल करने वाले देश के पहले खिलाड़ी थे। उन्होंने 131 टेस्ट में 434 विकेट और 225 एकदिवसीय मैचों में 253 विकेट लिये और इस तरह से उनके नाम पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 687 विकेट दर्ज हैं। कपिल ने इसके अलावा टेस्ट मैचों में 5248 रन और वनडे में 3783 रन बनाये।
कपिल और जडेजा के अलावा विश्व क्रिकेट में जिन अन्य खिलाड़ियों ने यह विशिष्ट उपलब्धि हासिल की उनमें दक्षिण अफ्रीका के जाक कैलिस (25,534 रन और 577 विकेट) और शॉन पोलाक (7,386 रन और 829 विकेट), पाकिस्तान के इमरान खान (7,516 रन और 544 विकेट), वसीम अकरम (6,615 रन और 916 विकेट) और शाहिद अफरीदी (11,196 रन और 541 विकेट), इंग्लैंड के सर इयान बॉथम (7,313 रन और 528 विकेट), श्रीलंका के चामिंडा वास (5,114 रन और 755 विकेट), न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी (6,989 रन और 667 विकेट) और बांग्लादेश के शाकिब अल हसन (13,445 रन और 653 विकेट) शामिल हैं। -
इंदौर . आस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को स्वीप शॉट नहीं खेलने की सलाह देने के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बुधवार से शुरू हुए तीसरे टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों का एक समूह अनूठे अंदाज में झाड़ू लेकर यहां होलकर स्टेडियम में पहुंचा। समूह में शामिल लोगों ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को संदेश दिया कि वे भारत के सबसे स्वच्छ शहर में खेले जा रहे इस अहम मुकाबले में भारतीय स्पिनरों के खिलाफ ‘‘स्वीप'' शॉट खेलने की कोशिश में अपना विकेट न गंवाएं। ऑस्ट्रेलिया के प्रशंसकों ने झाड़ू के साथ तख्तियां भी थाम रखी थीं जिन पर झाड़ू के प्रतीक चिन्ह पर ‘‘क्रॉस'' का निशान था और इसके नीचे छपा था-‘‘नो स्वीपिंग''। गौरतलब है कि दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ज्यादातर बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों के खिलाफ स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में आउट होकर पवेलियन पहुंच गए थे जिससे मेहमान टीम को हार का सामना करना पड़ा था। तीसरे टेस्ट का गवाह बनने इंदौर पहुंचे ऑस्ट्रेलियाई नागरिक टॉम ने भी अपने देश के बल्लेबाजों को सोच-समझकर स्वीप शॉट खेलने की सलाह दी। उन्होंने कहा,‘‘हर दूसरी गेंद पर स्वीप या रिवर्स स्वीप करना बल्लेबाजी का सही तरीका नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अपना स्वाभाविक खेल खेलने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
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इंदौर. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी स्पर्धा के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार से तीसरे टेस्ट की शुरुआत के साथ ही इंदौर के होलकर स्टेडियम में घंटी बजाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले के आगाज की परंपरा की भी शुरुआत हो गई। मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि एमपीसीए के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर और इंदौर के पूर्व होलकर राजवंश के रिचर्ड होलकर ने होलकर स्टेडियम में खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम के सामने लगाई गई पीतल की बड़ी घंटी बजाई और दर्शकों को भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट के औपचारिक आगाज का संकेत दिया। उन्होंने बताया, ‘‘इंदौर का होलकर स्टेडियम लंदन के लॉर्ड्स और कोलकाता के ईडन गार्डन जैसे मशहूर मैदानों की जमात में शामिल हो गया है जहां घंटी बजाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले की शुरुआत की परंपरा निभाई जाती है। '' अधिकारी ने बताया कि टेस्ट मैच के दौरान भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ ने होलकर स्टेडियम में भारत के पहले टेस्ट कप्तान सीके नायडू की आदमकद वाली बड़ी प्रतिमा का अनावरण भी किया। इसमें नायडू को फौजी वेश-भूषा में दिखाया गया है। गौरतलब है कि तत्कालीन होलकर राजवंश की सेना में कर्नल की मानद उपाधि से विभूषित नायडू की कप्तानी में भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच 1932 में लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। एमपीसीए अधिकारी ने बताया कि नायडू की प्रतिमा को एमपीसीए के प्रस्तावित संग्रहालय में रखे जाने की योजना है।
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इंदौर। आस्ट्रेलिया के बायें हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुहनेमैन को रविंद्र जडेजा से कुछ महत्वपूर्ण ‘गुर' सीखने के लिये श्रृंखला के खत्म होने का इंतजार करना होगा और उनके लिये क्रीज पर भारत के इस चैम्पियन स्पिनर को देखना ही क्रिकेट की जानकारी हासिल करने वाला साबित हो रहा है। दो हफ्ते पहले यह 26 साल का खिलाड़ी शेफील्ड शील्ड के मैच खेल रहा था और उन्हें दिल्ली टेस्ट से पहले ही आस्ट्रेलियाई टीम में शामिल किया गया।
वह आस्ट्रेलियाई स्टार जैसे मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन और स्टीव स्मिथ के साथ खेल रहे हैं। वह जडेजा और आर अश्विन के भी बड़े प्रशंसक हैं और उन्हें गेंदबाजी करते हुए देखकर कुछ महत्वपूर्ण गुर सीख रहे हैं। अपने दूसरे ही टेस्ट में कुहनेमैन ने 16 रन देकर पांच विकेट झटके जिससे वह तीसरे टेस्ट के पहले दिन आस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे। चेन्नई में छह महीने पहले एक ‘स्पिन क्लिनिक' में खेलने से भी कुहनेमैन काफी बेहतर गेंदबाज बन गये हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जडेजा और अश्विन का बड़ा प्रशंसक हूं इसलिये पिछले कुछ वर्षों में उन्हें गेंदबाजी करते हुए देख रहा हूं। यहां भारत में दर्शकों के निपटना और कितनी जल्दी चीजें बदलती हैं, यह देखना मानसिक तौर पर काफी कुछ सीखने वाला है। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैं और टॉड (मर्फी) शायद छह महीने पहले चेन्नई में एमआरएफ के दौरे पर आये थे और उसकी बदौलत ही मैं इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर पाया।
'' जडेजा ने इस श्रृंखला से वापसी की है और वह नागपुर और दिल्ली दोनों टेस्ट में ‘मैन ऑफ द मैच' रहे। कुहनेमैन ने कहा, ‘‘जिस तरह से वह अपनी क्रीज का इस्तेमाल करते हैं और मैंने दिल्ली में उनसे यह सीख ली कि जब गेंद थोड़ी पुरानी हो जाती है तो वह फिर से अपनी लेंथ पर गेंदबाजी करने लगते हैं। '' उन्होंने कहा, ‘‘दूसरे टेस्ट से मैंने मुख्यत: यही चीज सीखी और इस टेस्ट में इसका इस्तेमाल किया। नीची रहती पिच पर फुल लेंथ नहीं जाना चाहता।
'' क्या उन्हें जडेजा से सीख लेने का मौका मिला है? तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘मैंने उनसे पिछले टेस्ट के बाद कहा था कि क्या आप मुझे कोई ‘टिप्स' दे सकते हो? तो उन्होंने कहा, ‘‘हां, इस श्रृंखला के अंत में''। '' टेस्ट में पहली बार पांच विकेट झटकने और अभी तक अपनी सबसे स्पिन की मददगार पिच पर खेलने के बारे में बात करते हुए कुहनेमैन ने कहा, ‘‘आज पिच बहुत स्पिन ले रही थी।
हमने उसी हिसाब से गेंदबाजी करने के बारे में बात की। नाथन लियोन ने कहा कि हर दिन तुम्हें ऐसा विकेट नहीं मिलेगा इसलिये इसका लुत्फ उठाओ। आस्ट्रेलिया में जिस तरह की पिच होती है, यह उससे काफी अलग थी। - पुणे। विश्व की पूर्व जूनियर नंबर एक खिलाड़ी अनुपमा उपाध्याय और मिथुन मंजूनाथ ने मंगलवार को यहां 84वीं सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में क्रमश: महिला और पुरुष वर्ग के एकल खिताब जीते। अठारह वर्षीय अनुपमा ने महिला एकल के फाइनल में जुझारू प्रदर्शन करते हुए आकर्षी कश्यप को एक घंटे 18 मिनट तक चले मैच में 20-22, 21-17, 24-22 से हराया। पुरुष एकल के फाइनल में ऑरलियन्स मास्टर्स उपविजेता मिथुन ने प्रियांशु राजावत को केवल 38 मिनट में 21-16, 21-11 से हराकर प्रतिष्ठित ट्रॉफी अपने नाम की। राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता और शीर्ष वरीयता प्राप्त गायत्री गोपीचंद और त्रीसा जॉली की जोड़ी ने महिला युगल का खिताब जीता। टी हेमनागेंद्र बाबू और कनिका कंवल ने मिश्रित युगल जबकि एस कुशाल राज और एस प्रकाश राज ने पुरुष युगल खिताब हासिल किया।
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इंदौर. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर लोकेश राहुल बनाम शुभमन गिल की बहस को खुला रखते हुए कहा कि राहुल को उपकप्तान पद से हटाने से कुछ भी संकेत नहीं मिलता है और प्रबंधन ‘क्षमता' वाले खिलाड़ियों का समर्थन करना जारी रखेगा। रोहित और गिल ने मंगलवार को वैकल्पिक अभ्यास सत्र में अगल-बगल वाले नेट पर बल्लेबाजी की जबकि राहुल ने टीम के अधिकांश सदस्यों के साथ होटल में रहने का फैसला किया। राहुल ने 47 टेस्ट में 33.4 के औसत से रन बनाये है और पिछले काफी समय से फॉम में नहीं है जबकि गिल इस दौरान शानदार लय में रहे है और सीमित ओवरों के क्रिकेट में उन्होंने कई बड़ी पारियां खेली है। राहुल पिछली 10 टेस्ट पारियों में 25 रन के आंकड़े को पार करने में विफल रहे है। दिल्ली में दूसरे टेस्ट के बाद उन्हें उपकप्तान की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया। इससे श्रृंखला के बाकी बचे दो मैचों में अंतिम एकादश में उनकी जगह को लेकर चर्चा शुरू हो गयी। रोहित ने हालांकि इस मुद्दे पर कुछ भी खुल कर नहीं कहा। उन्होंने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैंने इसके बारे में पिछले मैच के बाद भी बात की थी। जो खिलाड़ी कठिन दौर से गुजर रहे हैं, उनकी क्षमता को देखते हुए उन्हें खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा।'' उन्होंने कहा, उपकप्तान होना या कुछ और होना आपको कुछ नहीं बताता। उस समय वे उपकप्तान थे। उपकप्तान से उन्हें हटाया जाना कुछ भी संकेत नहीं देता।'' इस मैच को लेकर गिल और राहुल की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, जहां तक गिल और लोकेश राहुल की बात है तो वे किसी भी मैच से पहले इसी तरह अभ्यास करते हैं। आज पूरे समूह के लिए वैकल्पिक प्रशिक्षण सत्र था। जिसे आना था वो आ गया।'' कप्तान ने कहा, ‘‘जहां तक अंतिम एकादश का सवाल है, मैं इसका खुलासा टॉस के समय करना चाहूंगा। मैं इसे इस तरह से पसंद करता हूं क्योंकि आखिरी मिनट में चोट लगने की संभावना होती है।'' भारतीय टीम चार मैचों की श्रृंखला में 2-0 से आगे है। इस मैच में जीत से टीम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में अपनी जगह पक्की कर लेगी।
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इंदौर. भारत लगातार दूसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने की राह पर है और अगर टीम बुधवार से यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट में जीत हासिल करती है तो जून में लंदन में होने वाले फाइनल मुकाबले की तैयारी के लिए अहमदाबाद में श्रृंखला के अंतिम मैच में तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिच को तैयार किया जा सकता है। भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में स्वत: जगह बनाने के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को 3-0 या 3-1 से हराना होगा। टीम दो मैचों के बाद 2-0 से आगे है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा तीसरे टेस्ट से पहले अति आत्मविश्वास नहीं दिखाना चाहते लेकिन उन्होंने बताया कि टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट में इंग्लैंड की परिस्थितियों की तरह माहौल में खेलने को लेकर चर्चा की है। इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का सामना कर सकता है।
रोहित ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, यह वास्तव में दोनों टीमों के लिए एक अलग माहौल (इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया का सामना करना) होगा। निश्चित रूप से इसकी संभावना है (अहमदाबाद डब्ल्यूटीसी फाइनल की तैयारी)। हम पहले ही इसके बारे में बात कर चुके हैं। हमारे खिलाड़ियों को उन परिस्थितियों के लिए तैयार रहने की जरूरत है।'' डब्ल्यूटीसी का फाइनल आईपीएल के ठीक बाद सात से 11 जून तक लंदन के द ओवल में खेला जाएगा। रोहित शर्मा ने कहा कि शारदुल ठाकुर विदेशी परिस्थितियों में टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य बन जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसी परिस्थितियों में शारदुल ठाकुर महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। वह हमारी योजना का हिस्सा है। हम नहीं जानते कि वह कितना तैयार है क्योंकि (हंसते हुए) उसने अभी-अभी उसने शादी की है। हमें नहीं पता कि उसने कितने ओवर फेंके हैं। लेकिन वह निश्चित रूप से हमारी योजना में शामिल है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमें यहां (इंदौर) मन माफिक परिणाम मिला तो हम निश्चित रूप से अहमदाबाद में कुछ अलग करने के बारे में सोच सकते हैं। लेकिन हम अभी तक वहाँ नहीं पहुंचे हैं। हम इस मैच को जीतने के बाद ही आगे का सोच सकते है।'' भारत अपने घर में लगातार 16वीं श्रृंखला जीतने की राह पर है। रोहित को लगता है कि डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंचना उनकी टीम के लिए बड़ी उपलब्धि होगी, क्योंकि अब घरेलू परिस्थियों में भी जीत दर्ज करना आसान नहीं रहा है। उन्होंने कहा, हां, घरेलू परिस्थितियां हैं लेकिन वे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियां हैं, बल्लेबाजों के लिए लगातार रन बनाना आसान नहीं होता।' ऑस्ट्रेलिया की टीम दोनों टेस्ट मैचों की दूसरी पारी में लड़खड़ा गयी और रोहित ने कहा कि इससे पता चलता है कि भारतीय परिस्थितियों में खेलना कितना कठिन है। उन्होंने कहा, ‘‘हाँ यह इस खेल की सुंदरता है और जिन पिचों पर हम खेल रहे हैं। यह हमारे साथ भी हो सकता है, सिर्फ उनके साथ ही नहीं। मैंने नागपुर में 200 गेंदें खेली और कभी भी ऐसा नहीं लगा कि मैं सहज हूं। किसी भी गेंद ने अगर कम उछाल लिया तो आप आउट हो सकते है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हां, हमारे पास शानदार स्पिनर हैं जो चीजों को उसी तरह बदल सकते हैं लेकिन यह हमें गारंटी नहीं देता है कि हम टेस्ट जीतने जा रहे हैं या उन्हें एक सत्र में ऑल आउट कर रहे हैं। हमें अनुशासन बनाए रखना है।'' मौजूदा श्रृंखला में एकमात्र शतक बनाने वाले रोहित को शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों से अधिक रन की उम्मीद कर रहे है। उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले मैच में 139 रन पर सात विकेट गिरने के बाद 260 रन बनाना एक शानदार प्रयास था। इस टीम में अक्षर, जडेजा और अश्विन निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हैं, लेकिन अक्षर जब घरेलू क्रिकेट खेलते हैं तो वह पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं। वे सभी शानदार बल्लेबाज हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि शीर्ष या निचले क्रम से रन आते हैं, टीम के लिए अंतिम परिणाम मायने रखता है। हम इस चरण में हैं कि हम अपनी बल्लेबाजी में वह गहराई पैदा कर सकते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ हां, शीर्ष क्रम से उम्मीद के मुताबिक रन नहीं बने हैं, लेकिन वहां जिस तरह की गुणवत्ता हैं वह हमारे लिए मायने रखता है।
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अहमदाबाद. ओलंपियन उदयन माने और एशियाई टूर के पूर्व विजेता खलिन जोशी उन शीर्ष भारतीय गोल्फरों में शामिल हैं जो बुधवार से यहां शुरू हो रही एक करोड़ रुपये इनामी गुजरात ओपन गोल्फ चैम्पियनशिप में भाग लेंगे। इस टूर्नामेंट में कुल 126 खिलाड़ी भाग लेंगे जिनमें 123 पेशेवर और तीन एमेच्योर खिलाड़ी शामिल हैं। माने और जोशी के अलावा जो अन्य भारतीय खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं उनमें विराज मडप्पा, युवराज सिंह संधू, ओम प्रकाश चौहान, क्षितिज नवीद कौल, अभिजीत सिंह चड्ढा और सचिन बैसोया भी शामिल हैं। विदेशी खिलाड़ियों में श्रीलंका के मिथुन परेरा, एन थंगराजा और के प्रबागरण, बांग्लादेश के जमाल हुसैन और बादल हुसैन, कनाडा के सुखराज सिंह गिल, ऑस्ट्रेलिया के कुणाल भसीन, अमेरिका के वरुण चोपड़ा और जापान के मकोतो इवासाकी भी प्रतियोगिता में अपना भाग्य आजमाएंगे।
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मुंबई। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने जिस वानखेड़े स्टेडियम में अपने क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की उसी में अब उनकी आदमकद प्रतिमा लगेगी। तेंदुलकर का क्रिकेट करियर दिग्गज कोच रमाकांत आचरेकर की देखरेख में यहीं से परवान चढ़ा और इसी मैदान पर उन्होंने 2011 में एकदिवसीय विश्व कप खिताब जीतने का सपना पूरा किया।
उन्होंने इसी मैदान पर 2013 में अपना 200 और आखिरी टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उनकी प्रतिमा का अनावरण 24 अप्रैल को उनके 50वें जन्मदिन के मौके पर होने की उम्मीद है।
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैंने अपनी क्रिकेट यात्रा की शुरुआत मुंबई का प्रतिनिधित्व करते की थी। भारत का 2011 में विश्व कप जीतना मेरे जीवन का सबसे बड़ा क्षण है। भारत के लिए मेरा आखिरी मैच भी बहुत यादगार था और यह मुंबई में भी हुआ था।'' उन्होंने कहा, ‘‘ वानखेड़े में मेरे लिए जीवन एक चक्र पूरा हुआ। यह मैदान मेरे कुछ बेहद खास पलों का गवाह रहा है।
जब मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने वानखेड़े में मेरी प्रतिमा के बारे में सुझाव दिया तो मुझे सुखद आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई क्रिकेट का प्रतिनिधित्व करने में मुझे हमेशा बहुत गर्व हुआ है और एमसीए के साथ मेरा अद्भुत जुड़ाव आज भी जारी है। मैं उनकी इस पहल के लिए बहुत आभारी हूं।'' एमसीए अध्यक्ष अमोल काले ने मंगलवार को तेंदुलकर के वानखेड़े दौरे से इतर यह घोषणा की।
तेंदुलकर को उनके अविश्वसनीय करियर के लिए खेल के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। उन्होंने 24 साल के अपने करियर के दौरान टेस्ट और एकदिवसीय में बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड अपने नाम किया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले इस खिलाड़ी के नाम वानखेड़े में पहले से ही एक स्टैंड है। लंदन स्थित मैडम तुषाद संग्रहालय में 2009 से उनकी मोम की प्रतिमा है।