भारत की वो मशरूम जो दुनिया के सबसे महंगी मशरूमों में है शुमार
नई दिल्ली। क्या आप बाजार में कभी सब्जी खरीदने गए हैं? अगर हां, तो महज 1000 रुपए झोला भर के सब्जियां खरीद लाए होंगे। इससे महंगी सब्जी शायद ही कोई खरीदता होगा। लेकिन, क्या आपने कभी 40,000 की कोई सब्जी खरीदी है? जी हां, सही सुना आपने शाही जायका और अनमोल खजाना, जिसकी कीमत सुनकर बड़े-बड़े अमीर भी सोच में पड़ जाएं, ऐसी है हिमालय की ऊंची-पहाड़ियों और बर्फ से ढके जंगलों में होने वाली गुच्छी मशरूम। इस स्वादिष्ट फफूंदी को दुनिया की सबसे महंगी मशरूम में गिना जाता है, जिसकी कीमत 40,000 रुपए प्रति किलोग्राम तक है। लेकिन, ये मशरूम इतनी महंगी क्यों है चलिए हम आपको बताते हैं। गुच्छी मशरूम किसी भी आम मशरूम की तरह उगाई नहीं जा सकती। यह सिर्फ जंगली इलाकों में प्राकृतिक रूप से उगती है। जो कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में यह विशेष रूप से पाई जाती है।
इतना ही नहीं, ये मशरूम केवल सर्दियों या बसंत के मौसम में जब बर्फ पिघलने लगती है तब ही उगती है। इसे ढूंढना आसान नहीं होता। यह घने जंगलों में, पत्तों और मिट्टी के नीचे छिपी होती है, इसे खोजते समय लगता है कि आप किसी खजाने को ढूंढ रहे हैं। यही कारण है कि इसे ढूंढने के लिए स्थानीय ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों के लोग हफ्तों तक जंगलों में घूमते हैं।
शाही पकवानों की जान
गुच्छी मशरूम सिर्फ अपनी दुर्लभता की वजह से नहीं, बल्कि अपने लाजवाब स्वाद के कारण भी खास है। इसका स्वाद मिट्टी की सौंधी खुशबू और हल्के अखरोट जैसे स्वाद का मिश्रण होता है। इसे शाही बिरयानी, पुलाव, करी और सूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, इटालियन और फ्रेंच किचन में भी इसकी मांग बहुत ज्यादा है। मशहूर शेफ इसे पास्ता, रिसोट्टो और सॉस में मिलाकर इसके स्वाद को बढ़ाते हैं। यही कारण है कि दुनिया भर के होटलों और महंगे रेस्तरां में गुच्छी मशरूम की जबरदस्त मांग रहती है।
जंगलों की गोद में छिपा अनमोल खजाना
इनका सफर सिर्फ कठिन नहीं, बल्कि खतरनाक भी होता है। हिमालय के दुर्गम इलाकों में घंटों पैदल चलकर, ऊंची-नीची पहाड़ियों को पार कर, और घने जंगलों के बीच मशरूम की तलाश करनी पड़ती है। कई बार इस सफर में जंगली जानवरों जैसे भालू और तेंदुओं से भी सामना हो सकता है। गुच्छी मशरूम को सही समय पर खोज निकालना भी एक चुनौती है। अगर ज्यादा नमी हो जाए तो ये खराब हो जाती है, और अगर पर्याप्त नमी न मिले तो उगती ही नहीं। इसके अलावा, इस मशरूम को तोड़ने के बाद इसे सूरज की रोशनी में सूखाना पड़ता है, ताकि इसकी क्वालिटी बनी रहे।
स्वाद के साथ सेहत के लिए है नं.1
इतना ही नहीं, ये मशरूम अपने औषधीय गुण के लिए भी जानी जाती है। पुराने जमाने में इसे कई बीमारियों के इलाज के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इसकी कीमत और बढ़ती चली गई। इसके सात ही गुच्छी मशरूम सिर्फ खाने में स्वादिष्ट और महंगी ही नहीं, बल्कि यह हजारों ग्रामीणों के जीवन का भी सहारा है। हिमालयी क्षेत्रों के कई परिवार इसी मशरूम को इकट्ठा कर बाजार में बेचते हैं और इससे उनकी सालभर की आजीविका चलती है।
ये है दुनिया कि सबसे महंगी मशरूम!
हालांकि, जब हमने इस बात को लेकर रिसर्च किया तो सामने आया कि दुनिया के सबसे महंगे मशरूम के तौर पर जापान के मात्सुतेक मशरूम हैं। जिसकी कीमत $500 यानी 41,708 रुपए प्रति पाउंड है।
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