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- चेन्नई. । सुपरस्टार रजनीकांत ने रविवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना बड़ी उपलब्धि है और लोगों ने एक मजबूत विपक्ष सुनिश्चित किया है जो लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत है। दिल्ली रवाना होने से पहले अपने आवास में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अभिनेता ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू के बाद नरेन्द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं जो एक बड़ी उपलब्धि है।बाद में, उन्होंने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी का लगातार तीसरी बार पदभार ग्रहण करना बड़ी उपलब्धि है, मैं उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं। लोगों ने मजबूत विपक्ष चुना है जो लोकतंत्र के लिए एक अच्छा संकेत है।'' आगामी पांच वर्षों में सरकार से उम्मीदों को लेकर पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शासनकाल अच्छा होगा।
- -मुंबई में इस महोत्सव का आयोजन किया जाएगा और इसमें दिखाई जाने वाली फिल्मों का प्रदर्शन साथ ही साथ दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और पुणे में भी किया जाएगा-38 देशों से 65 भाषाओं में 1000 से अधिक फिल्मों की रिकॉर्ड प्रविष्टियां-2024 संस्करण में डॉक्यूमेंट्री फिल्मों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डीओसी फिल्म बाजार की शुरुआत की जाएगी-प्रसिद्ध फिल्म निर्माता तैयार किए गए विषयों पर 25 से अधिक मास्टरक्लास, पैनल चर्चा और ओपन फोरम में भाग लेंगे-सम्मानित जूरी सदस्यों में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्माता ऑड्रियस स्टोनिस, भारत बाला, डॉ. बॉबी सरमा बरुआ, अन्ना हेनकेल-डोनरस्मार्क और निर्माता अपूर्वा बख्शी, एडेल सीलमैन-एगबर्ट, कीको बैंग और बार्थेलेमी फौगा शामिल होंगेनई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव प्रसारण श्री संजय जाजू ने 7 जून को घोषणा की कि मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का 18वां संस्करण मुंबई में 15 जून से 21 जून, 2024 तक आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव का आयोजन स्थल एफडी-एनएफडीसी कॉम्प्लेक्स, मुंबई होगा और एमआईएफएफ की स्क्रीनिंग दिल्ली (सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम), चेन्नई (टैगोर फिल्म सेंटर), पुणे (एनएफएआई ऑडिटोरियम) और कोलकाता (एसआरएफटीआई ऑडिटोरियम) में भी होगी।इस मौके पर अपर सचिव सुश्री नीरजा शेखर, प्रधान महानिदेशक, पीआईबी सुश्री शेफाली बी. शरण और प्रबंध निदेशक, एनएफडीसी श्री पृथुल कुमार भी उपस्थित थे।एमआईएफएफ फिल्म प्रोग्रामिंग1. इस वर्ष प्रतियोगिता खंडों के लिए 38 देशों से 65 भाषाओं में 1018 फिल्मों की रिकॉर्ड प्रविष्टियां।2. अंतर्राष्ट्रीय (25) और राष्ट्रीय (77) प्रतियोगिता खंडों के लिए प्रतिष्ठित फिल्म विशेषज्ञों की तीन चयन समितियों द्वारा 118 फिल्मों का चयन किया गया। चयन समिति ने सर्वसम्मति से यह भी कहा कि इस वर्ष बहुत उच्च गुणवत्ता वाली फिल्में प्राप्त हुई हैं, जिससे चयन कठिन हो गया।3. इस वर्ष एमआईएफएफ प्रोग्रामिंग में कुल 314 फिल्में।4. 8 विश्व प्रीमियर, 6 अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर, 17 एशिया प्रीमियर और 15 भारत प्रीमियर होंगे।5. इस संस्करण में विशेष पैकेज तैयार किए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:ए. ऑस्कर और बर्लिनले के पुरस्कार विजेता फिल्मों का पैकेज (प्रत्येक में 12 लघु फिल्में)।बी. 7 देशों- रूस, जापान, बेलारूस, इटली, ईरान, वियतनाम और माली के साथ सहयोग से 'विशेष देश फोकस पैकेज'।सी. 4 देशों- फ्रांस, स्लोवेनिया, अर्जेंटीना और ग्रीस से तैयार एनिमेशन पैकेज।डी. देश भर के प्रतिष्ठित संस्थानों की छात्र फिल्में (45 फिल्में)।ई. एनएफडीसी-नेशनल फिल्म आर्काइव्स ऑफ इंडिया से पुनर्स्थापित क्लासिक्स पैकेज।एफ. अमृत काल में भारत की विशेष थीम पर देश की प्रगति, विकास और समृद्धि को प्रदर्शित करने वाली प्रतियोगिता फिल्में।जी. दिव्यांगजन पैकेज में, दृष्टिबाधित लोगों के लिए ऑडियो विवरण और सांकेतिक भाषा विवरण के साथ तथा श्रवण बाधितों के लिए क्लोज़ड कैप्शन के साथ फिल्में शामिल हैं।एच. फिल्मों के चयनित पैकेज निम्नलिखित पर भी हैं-i. वन्यजीवii. मिशन लाइफiii. एशियाई महिला फिल्म निर्माताओं की फिल्मेंएमआईएफएफ की उद्घाटन और समापन फिल्म6. 18वें एमआईएफएफ की उद्घाटन फिल्म "बिली एंड मौली, एन ऑटर लव स्टोरी" होगी, जो 15 जून, 2024 को मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पुणे और चेन्नई में स्क्रीनिंग के साथ महोत्सव की शुरुआत करेगी।7. महोत्सव की समापन फिल्म वह फिल्म होगी, जो गोल्डन कॉन्च जीतती है और इसे 21 जून, 2024 को प्रदर्शित किया जाएगा।ज्यूरी और पुरस्कार8. अंतर्राष्ट्रीय ज्यूरी में दुनिया भर की प्रतिष्ठित फिल्म हस्तियां केइको बैंग, बार्थेलेमी फौगा, ऑड्रियस स्टोनिस, भारत बाला और मानस चौधरी शामिल हैं, जो सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र फिल्म के लिए गोल्डन कॉन्च, सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय लघु कथा फिल्म और सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म के लिए सिल्वर कॉन्च और सबसे नवीन/प्रयोगात्मक फिल्म के लिए प्रमोद पति पुरस्कार प्रदान करेंगे।9. 18वें एमआईएफएफ के लिए राष्ट्रीय ज्यूरी में एडेल सीलमन-एगबर्ट, डॉ. बॉबी शर्मा बरुआ, अपूर्व बख्शी, मुंजाल श्रॉफ और अन्ना हेन्केल-डॉन नेर्समार्क जैसे उल्लेखनीय नाम शामिल हैं, जो सर्वोत्तम भारतीय वृत्तचित्र, लघु फिल्म, एनिमेशन, सर्वोत्तम डेब्यू फिल्म पुरस्कार (महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रायोजित) और सर्वोत्तम छात्र फिल्म पुरस्कार (आईडीपीए द्वारा प्रायोजित) के अलावा कई तकनीकी पुरस्कार और "अमृत काल में भारत" पर सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म के लिए एक विशेष पुरस्कार प्रदान करेंगे।10. इसके अलावा, 1) छायांकन, 2) संपादन और 3) साउंड डिजाइन के लिए तीन तकनीकी पुरस्कार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता से साझे आधार पर दिए जाएंगे।11. फेडरेशन इंटरनेशनेल द ला प्रेसे सिनेमाटोग्राफिक– द इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म क्रिटिक्स (फिपरेस्की)- ज्यूरी के 3 प्रतिष्ठित फिल्म समीक्षक राष्ट्रीय प्रतियोगिता वृत्तचित्र के लिए भी पुरस्कार प्रदान करेंगे।12. कुल पुरस्कार राशि 42 लाख रुपये है।महोत्सव में सुगमता13. दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए ऑडियो विवरण और सांकेतिक भाषा विवरण के साथ तथा श्रवण बाधित व्यक्तियों के लिए क्लोज्ड कैप्शन के साथ फिल्में।14. दिव्यांगजनों के लिए विशेष फिल्मों के अलावा, एनएफडीसी ने 'स्वयम्' नामक एक गैर-लाभकारी संगठन के साथ भागीदारी की है, ताकि एनएफडीसी-एफडी परिसर में एमआईएफएफ महोत्सव स्थल को दिव्यांगजनों तथा विशेष आवश्यकताओं वाले व्यक्तियों के लिए पूरी तरह से सुगम बनाया जा सके। सुगमता भागीदारी यह भी सुनिश्चित करेगी कि कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवकों को सुगमता वंचित प्रतिनिधियों की सुविधा के लिए संवेदनशील बनाया जाए, ताकि आने वाले प्रतिनिधियों को बेहतर अनुभव हो सके।भव्य उद्घाटन/समापन समारोह और रेड कार्पेट15. भव्य उद्घाटन और समापन समारोह एनसीपीए, नरीमन पॉइंट, मुंबई में आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का कलात्मक मिश्रण देखने को मिलेगा, जिसमें भारतीय एनिमेशन की यात्रा को दर्शाने वाला एक कार्यक्रम, उद्घाटन समारोह में श्रीलंका और समापन समारोह में अर्जेंटीना का सांस्कृतिक प्रदर्शन और एफटीआईआई छात्र लघु फिल्म “सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो” का प्रदर्शन शामिल होगा, जिसने इस वर्ष 77वें कान फिल्म समारोह में ला सिनेफ पुरस्कार जीता था।16. पन्द्रह जून को उद्घाटन फिल्म से शुरू होकर हर दिन मुंबई में एनएफडीसी-एफडी परिसर में गाला रेड कार्पेट स्क्रीनिंग आयोजित की जाएगी। प्रतिष्ठित फिल्म हस्तियों के साथ अन्य रेड कार्पेट की योजना बनाई जा रही है, जिसमें पोचर, इनसाइड आउट-2, द कमांडमेंट्स शैडो, माई मर्करी, श्रीकांत, ब्रांड बॉलीवुड आदि शामिल हैं।17. फिल्म उद्योग की प्रतिष्ठित हस्तियों की भागीदारी के साथ दिल्ली (17 जून), चेन्नई (18 जून), कोलकाता (19 जून) और पुणे (20 जून) में विशेष रेड कार्पेट का भी आयोजन किया जाएगा।मास्टरक्लास और पैनल चर्चाएं:18. अठारहवें एमआईएफएफ में फिल्म निर्माताओं संतोष सिवन, ऑड्रियस स्टोनीस, केतन मेहता, रिची मेहता, टी.एस. नागभरण, जॉर्जेस श्विज़गेबेल और कई अन्य दिग्गजों के साथ 20 मास्टरक्लास, इन-कन्वर्सेशन और पैनल चर्चाएं आयोजित की जाएंगी।19. फिल्म उद्योग की प्रतिष्ठित हस्तियों के साथ रंगारंग एम्फीथिएटर स्थल पर हर दिन भारतीय वृत्तचित्र निर्माता संघ (आईडीपीए) के सहयोग से ओपन फोरम चर्चाएं आयोजित की जाएंगी।20. पंजीकृत प्रतिभागियों के लिए एनिमेशन और वीएफएक्स विषय आधारित एक क्रैश कोर्स आयोजित किया गया है।डॉक फिल्म बाज़ार:21. फिल्म निर्माताओं को अपनी परियोजनाओं के लिए खरीदार, प्रायोजक और सहयोगी खोजने के लिए एक मंच प्रदान करके फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए पहली बार डॉक फिल्म बाज़ार का आयोजन किया जा रहा है।22. दस देशों से 27 भाषाओं में करीब 200 परियोजनाएं प्राप्त हुई हैं।23. डॉक फिल्म बाज़ार में 3 क्यूरेटेड वर्टिकल आयोजित किए जाएंगे– ‘को-प्रोडक्शन मार्केट’ (16 परियोजनाएं), ‘वर्क इन प्रोग्रेस (डब्ल्यूआईपी) लैब’ (6 परियोजनाएं) और ‘व्यूइंग रूम’ (106 परियोजनाएं)।24. चयनित परियोजनाओं के लिए इन अवसरों के अलावा, एक ‘ओपन बायर-सेलर मीट’ भी आयोजित होगा, जो फिल्म निर्माताओं को उत्पादन, सिंडिकेशन, अधिग्रहण, वितरण और बिक्री के क्षेत्र में खरीदारों और कॉर्पोरेट जगत के साथ सहयोग करने में मदद करेगा।25. वृत्तचित्र फिल्म निर्माण और कॉर्पोरेट ब्रांडिंग के बीच आपसी संबंध की संभावना तलाशने के लिए एक समर्पित सत्र। फिक्की जैसे विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों के दिग्गजों के साथ, ब्रांड वृद्धि के लिए कारगर उपायों और सकारात्मक सामाजिक प्रभाव के प्रेरक के रूप में वृत्तचित्रों के सीएसआर वित्तपोषण की संभावना देखी जाएगी।एमआईएफएफ के लिए समर्पित पोर्टल और मोबाइल ऐप26. एमआईएफएफ की एक इंटरैक्टिव वेबसाइट www.miff.in विकसित की गई है, जो महोत्सव में निर्धारित फिल्मों, कार्यक्रमों और गतिविधियों के बारे में विवरण प्रदान करती है।27. विभिन्न गतिविधियों जैसे फिल्म स्क्रीनिंग की पूर्व बुकिंग, मास्टरक्लास में भाग लेना, खुले मंच आदि में प्रतिनिधियों की भागीदारी को सुविधाजनक बनाने के लिए एक समर्पित मोबाइल ऐप विकसित किया गया है। यह महोत्सव को प्रतिनिधियों से मूल्यवान प्रतिक्रिया प्राप्त करने में भी मदद करेगा।प्रतिनिधि पंजीकरण28. वेबसाइट या एमआईएफएफ की प्रचार सामग्री में दिए गए क्यूआर कोड के माध्यम से महोत्सव में भाग लेने के लिए प्रतिनिधि पंजीकरण सरल लेकिन अनिवार्य है।29. प्रतिनिधि पंजीकरण की सुविधा 'बुक माई शो' के माध्यम से भी उपलब्ध की जा रही है।30. किसी भी संख्या में फिल्म स्क्रीनिंग या मास्टरक्लास या डॉक फिल्म बाजार में भाग लेने के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं है।31. प्रतिनिधि पंजीकरण शुल्क-अ. मुंबई - पूरे महोत्सव में भाग लेने के लिए 500 रुपयेब. दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता और पुणे- निःशुल्कस. छात्र और प्रेस- निःशुल्कद. अगले तीन दिनों के लिए सभी प्रतिनिधि पंजीकरण ‘निशुल्क’ हैं।भागीदारी32. इस वर्ष पहली बार, एमआईएफएफ को महोत्सव में 20 से अधिक ब्रांडों से कॉर्पोरेट सहयोग प्राप्त हुआ है। ब्रांडों ने महोत्सव के साथ विभिन्न स्तरों पर सहयोग किया है, यानी महोत्सव के विभिन्न पहलुओं को प्रायोजित करने से लेकर महोत्सव को मजबूत बनाने के लिए विशेषज्ञता लाने तक।पृष्ठभूमिएमआईएफएफ दक्षिण एशिया में गैर-फीचर फिल्मों (वृत्तचित्र, लघु कथात्मक चित्र और एनिमेशन) के लिए सबसे पुराना और सबसे बड़ा फिल्म महोत्सव है। वर्ष 1990 में शुरू होने के बाद से वृत्तचित्र फिल्म जगत का एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह एक द्विवार्षिक आयोजन है।एमआईएफएफ दुनिया भर के वृत्तचित्र निर्माताओं से मिलने, विचारों का आदान-प्रदान करने, वृत्तचित्र, लघुचित्र और एनिमेशन फिल्मों के सह-निर्माण तथा विपणन की संभावनाओं का पता लगाने और फिल्म निर्माताओं के विश्व सिनेमा के दृष्टिकोण को व्यापक बनाने के लिए एक मंच प्रदान करता है। यह महोत्सव वृत्तचित्र, एनिमेशन और लघु फिल्मों के लिए संवाद करने व चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जिसका उद्देश्य कलात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देना तथा फिल्म निर्माताओं और उपस्थित लोगों के लिए एक रचनात्मक प्रेरणा के रूप में काम करना है।शुक्रवार को
- 6 जून सुनील दत्त की पुण्यतिथि पर विशेषआज सुनील दत्त की बर्थ एनिवर्सरी है। इस मौके पर इंडस्ट्री के तमाम लोगों ने उन्हें याद किया है। दिग्गज अभिनेत्री सायरा बानो ने भी सुनील दत्त को याद करते हुए एक पोस्ट साझा किया है। इसमें उन्होंने दिलीप कुमार के साथ सुनील दत्त की दोस्ती का जिक्र किया है। साथ ही फिल्म 'नहले पे दहला' के भी कई दिलचस्प किस्से बताए हैं। इंस्टाग्राम पर सायना बानों ने अपनी दिलीप कुमार और सुनील दत्त की पुरानी तस्वीरें फैंस के साथ साझा की हैं।इंस्टाग्राम पोस्ट में सायना बानो ने लिखा है, 'दिलीप साहब और दत्त साहब अच्छे दोस्त थे। वे परिवार की तरह थे। हर वक्त दोनों एक-दूसरे के लिए खड़े रहते। जब भी किसी एक के सामने मुश्किल आती, तो दूसरा हरदम साथ निभाता। सुविधाजनक जिंदगी और आइकॉनिक स्टेटस के बावजूद दिलीप साहब और दत्त साहब ने फिल्म बिरादरी में अपने साथी सदस्यों के संघर्षों को कभी नजरअंदाज नहीं किया। इंडस्ट्री से जुड़े मुद्दे रहे हों या कोई दूसरी दिक्कतें, उन्होंने हमेशा डटकर सामना किया। वे दोनों हमेशा सबसे आगे रहते थे। आधी रात तक मिलकर काम करते थे। उनके समर्पण की कोई सीमा नहीं थी, फिर चाहें वे किसी समस्या पर सुबह तीन बजे और चार बजे समाधान निकालना हो'।सायरा बानों ने आगे सुनील दत्त के साथ उनके बंगले पर फिल्म 'नेहले पे देहला' की शूटिंग के दौरान का दिलचस्प किस्सा साझा किया। अभिनेत्री ने कहा, 'संयोग से हम पड़ोसी थे। मेरा मेकअप रूम बंगले की तीसरी मंजिल की छत पर था, जहां से मैं 'नहले पे दहला' यूनिट की एक्टिविटी देख सकती थी। मैं गेट के पार जाती और अपना शॉट देती। जब शूटिंग शुरू होती थी और जब भी मेरा शॉट तैयार होता था, सहायक निर्देशक सीटी बजाते थे, ताकि मैं आकर अपना शॉट दे सकूं'।अभिनेत्री ने आगे बताया, 'जब दिलीप साहब ने सीटी की लगातार गूंज सुनी और इस पर गौर किया तो उन्होंने हंसते हुए सुझाव दिया कि ढलान पर चलने के बजाय शूटिंग में जल्दी पहुंचने के लिए दोनों दीवारों के बीच एक पुल बनाया जाना चाहिए। पहली बार मिलने के बाद से ही दत्त साहब और मुझे एक साथ कई फिल्मों के ऑफर मिले। खासकर दक्षिण से, लेकिन अफसोस, वह प्रोजेक्ट कभी पूरे नहीं हुए। आखिरकार, जब हम 'पड़ोसन' कर रहे थे, तो सुनील दत्त ने निराशा में कहा था, 'सायराजी, यह क्या है? हम एक साथ ऐसी कॉमेडी कर रहे हैं, जबकि हम दोनों को 'एंथनी एंड क्लियोपेट्रा' जैसे शानदार रोमांटिक विषय पर अभिनय करना चाहिए था'!सुनील दत्त के बारे में सायरा बानो ने आगे कहा, 'वे बेहद हंसमुख अभिनेता थे। जब भी हमें 'नहले पे दहला' में कोई रोमांटिक दृश्य करना होता था, जो मेरे लिए एक बहुत ही ग्लैमरस फिल्म थी, सुनील दत्त मेरे साथ रोमांटिक शॉट साझा करते थे लेकिन पहले अपने सहायकों को बुलाकर मुझे चिढ़ाते थे कि 'अरे भाई! हम लोग रोमांटिक सीन करने वाले हैं, तो सबसे पहले एक प्लेट में अच्छी प्याज लेकर आओ। चलिए, सीन की शुरुआत प्याज खाने से करते हैं'।
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मुंबई। बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव और जाह्नवी कपूर की मोस्ट अवेटेड फिल्म 'मिस्टर एंड मिसेज माही' 31 मई को बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो चुकी है। क्रिकेट और रोमांस से भरपूर इस फिल्म में जाह्नवी और राजकुमार राव ने एक ऐसे कपल का किरदार निभाया है, जो क्रिकेट का दिवाना है। इस फिल्म को सिनेमा लवर्स डे वाले दिन रिलीज किया गया, जिसकी वजह से फिल्म को ग्रैंड ओपनिंग मिलने की उम्मीद की जा रही थी। बॉलीवुड लाइफ की इस रिपोर्ट में जानें 'मिस्टर और मिसेज माही' ने ओपनिंग डे पर कितना कलेक्शन किया है। फिल्म 'मिस्टर एंड मिसेज माही' को डायरेक्टर शरण गुप्ता ने डायरेक्ट किया है। रिपोर्ट्स की मानें तो इस फिल्म का बजट केवल 40 करोड़ रुपये था। ऐसे में मेकर्स को उम्मीद थी की यह फिल्म पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन करने वाली है। मिस्टर एंड मिसेज माही मेकर्स की उम्मीदों पर खरी भी उतरी है। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के अनुसार राजकुमार राव और जाह्नवी कपूर की फिल्म ने पहले दिन 6.85 करोड़ रुपये का शानदार कलेक्शन किया है।
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मुंबई.अभिनेत्री नीना गुप्ता ने कहा कि लोकप्रिय सीरीज 'पंचायत' में उनकी भूमिका को लोगों ने काफी सराहा क्योंकि देश के विभिन्न हिस्सों में मंजू देवी जैसी कई महिलाएं हैं। ‘पंचायत' के तीसरे सीज़न में गुप्ता एक बार फिर उत्तर प्रदेश के फुलेरा गांव की मुखिया मंजू देवी के किरदार में नजर आ रही हैं। हालांकि वह केवल कागजों में गांव की मुखिया हैं लेकिन वास्तव में उनके पति (रघुबीर यादव) मुखिया का काम संभालते हैं। नीता गुप्ता ने कहा, ‘‘ किरदार कई बार वास्तविक जीवन से प्रेरित होते हैं। हमारे चारों तरफ अब भी मंजू देवी जैसी कई महिलाएं हैं। मंजू देवी अपने गृहस्थ जीवन से संतुष्ट है और उसकी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। उनकी (मंजू देवी की) जगह उनके पति ही मुखिया का काम संभाल रहे हैं और गांव के लोग भी इससे खुश हैं। भारत में शहरी या ग्रामीण सभी क्षेत्रों में महिलाएं ऐसी ही हैं। यही कारण है कि वे सभी मेरे किरदार मंजू से जुड़ाव महसूस कर पा रही हैं।'' अभिनेत्री ने कहा कि देश में कई प्रगतिशील महिलाएं हैं, लेकिन पर्दे पर उनके चित्रण को अब भी दर्शकों द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता। वहीं लोकसभा चुनाव से उनकी उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बेरोजगारी का मुद्दा हल हो जाएगा। 'पंचायत' सीरज उत्तर प्रदेश में स्थित एक काल्पनिक गांव की कहानी हैं, जो लोगों के समक्ष पेश होने वाली रोजमर्रा की समस्याओं के इर्द-गिर्द बुनी गई है। इसमें जितेंद्र कुमार, रघुबीर यादव, फैसल मलिक, चंदन रॉय और संविका जैसे कलाकार भी हैं। इसके निर्देशक दीपक कुमार मिश्रा हैं और निर्माण ‘द वायरल फीवर' (टीवीएफ) द्वारा किया गया है। ‘पंचायत' का पहला सीजन अप्रैल 2020 और दूसरा मई 2022 में रिलीज हुआ था। तीसरा सीजन मंगलवार को ओटीटी मंच ‘अमेजन प्राइम' पर रिलीज किया गया।
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नयी दिल्ली. सुभद्रा महाजन की फिल्म 'सेकंड चांस' को 58वें कालोर्वी वैरी अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के ‘प्रोक्सिमा कॉम्पिटिशन' खंड में प्रदर्शित किया जाएगा। फिल्म की कहानी सुभद्रा महाजन और पैन नलीन ने लिखी है। बतौर निर्देशक सुभद्रा की यह पहली फिल्म है।
'सेकंड चांस' फिल्म एक युवा महिला की कहानी है जो अपनी युवावस्था में बड़ा आघात झेलने के बाद हिमालय स्थित अपने घर लौट जाती है। वहां समय के साथ प्रकृति के बीच वह कुछ लोगों की मदद से दोबारा जीवन की ओर लौटती है। फिल्म की शुटिंग हिमाचल प्रदेश में की गयी है। यह श्वेत-श्याम फिल्म अंग्रेजी, हिन्दी और कुलुई भाषा में उपलब्ध है। फिल्म 'सेकंड चांस' अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिखाई जाने वाली 12 फिल्मों में से एक है।
चेक गणराज्य के कार्लोवी वैरी में 28 जून से छह जुलाई तक इस फिल्म उत्सव का आयोजन किया जाएगा।
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नयी दिल्ली. फिल्म 'जग्गी' के निर्देशक अनमोल सिद्धू का कहना है कि हिंदी फिल्मों में दिखाए जाने वाला पंजाब हकीकत से अलग है। सिद्धू ने कहा कि स्थानीय कहानीकारों को आगे आकर राज्य की सच्ची तस्वीर पेश करनी चाहिए।
अनमोल सिद्धू की फिल्म 'जग्गी' अब ऑनलाइन मंच 'मूबी' पर प्रसारित की जा रही है।
उन्होंने कहा, "आप चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय में वास्तविक पंजाब देखेंगे और फिर आप ग्रामीण इलाकों में आएंगे जहां आपको एक अलग पंजाब दिखेगा। बॉलीवुड भी पंजाब के बारे में फिल्में बनाता है जहां लोग खेतों में नाचते हैं। आप कॉमेडी दृश्य देखेंगे और इससे आपको लगेगा कि पंजाब ऐसा ही है।'' सिद्धू ने कहा, ‘‘ वास्तव में मेरे परिवार के लोग अक्सर मुझसे पूछते हैं कि मैं बॉलीवुड जैसी फिल्में क्यों नहीं बनाता। 'जग्गी' के जरिए मेरा प्रयास पंजाब की वास्तविकता दिखाने है।'' उन्होंने कहा कि ऐसी कहानियों की भरमार है जो अधिक बारीकियों को बयां करती हैं जिनमें अक्सर पंजाब में मादक पदार्थों की समस्या और सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों को दिखाया जाता है, जैसा 'उड़ता पंजाब' , 'मील पत्थर' जैसी फिल्में और 'कोहरा' और ‘टब्बर' जैसे ओटीटी शो में दिखाया गया है। सिद्धू ने कहा कि इन फिल्मों और शो के निर्माता वास्तव में पंजाब से नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग राज्य के बारे में फिल्में नहीं बना रहे हैं। बाहर से आए लोगों ने राज्य की अलग-अलग कहानियां खोजी हैं। 'कोहरा' एक अच्छा शो है, लेकिन इसे पंजाब से आए किसी व्यक्ति ने नहीं बनाया है। उन्होंने कहा, ‘‘ पंजाब में गुरविंदर (सिंह) सर या जतिंदर मौहर जैसे मुट्ठी भर कहानीकार ही हैं, जो कुछ अलग दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा मानना है कि पंजाब के फिल्म निर्माताओं को ऐसा सिनेमा बनाना चाहिए जो राज्य की वास्तविकता को दर्शाता हो.. -
नयी दिल्ली. आमिर खान के बेटे जुनैद खान की पहली फिल्म ‘महाराज' ओटीटी मंच ‘नेटफ्लिक्स' पर 14 जून को रिलीज होगी। वाई.आर.एफ. एंटरटेनमेंट के बैनर तले आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्मित इस फिल्म में जयदीप अहलावत और शालिनी पांडे भी नजर आएंगे। अभिनेत्री शरवरी इसमें एक विशेष भूमिका में हैं। सिद्धार्थ पी. मल्होत्रा ने 'महाराज' का निर्देशन किया है। यह 1862 के ‘महाराज परिवाद मामले' पर आधारित है। ओटीटी मंच ‘नेटफ्लिक्स' की ओर से बुधवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, फिल्म की कहानी पत्रकार एवं समाज सुधारक करसंदास मुलजी से जुड़ी है। मुलजी महिला अधिकारों और सामाजिक सुधार के बड़े समर्थक थे। फिल्म ‘महाराज' नेटफ्लिक्स और यशराज फिल्म्स की डिजिटल शाखा वाईआरएफ एंटरटेनमेंट के बीच हुई बहु-वर्षीय रचनात्मक साझेदारी का हिस्सा है। -
लास एंजिलिस. अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा जोनस अपनी आगामी हॉलीवुड फिल्म 'द ब्लफ' की शूटिंग के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंची हैं। प्रियंका चोपड़ा 'द ब्लफ' फिल्म में एक पूर्व समुद्री डाकू का किरदार निभाएंगी। ‘एजीबीओ स्टूडियोज' और ‘अमेजन एमजीएम स्टूडियोज' इस फिल्म का निर्माण कर रहे हैं। फिल्म के निर्देशक फ्रैंक ई फ्लावर्स हैं। प्रियंका (41) ने सोमवार को इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया जिसमें वह अपनी बेटी मालती मैरी जोनस के साथ यात्रा करती नजर आ रही हैं। उन्होंने लिखा, ‘‘(ऑस्ट्रेलिया) पहुंच गए। .... ‘द ब्लफ'। अब तक की अपनी सबसे बेहतरीन साथी के साथ यात्रा।'' प्रियंका लॉस एंजिलिस में रहती हैं।
- नयी दिल्ली। फिल्म निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने कहा कि वह एक बार फिर अपने ‘ पहले हीरो' सैफ अली खान के साथ नई पटकथा पर काम कर रहे हैं। निर्देशक ने रविवार को अपने इंस्टाग्राम पेज पर यह जानकारी साझा की। उन्होंने साल 2005 में 'सलाम नमस्ते' फिल्म से हिंदी सिनेमा में निर्देशन की शुरुआत की थी जिसमें सैफ अली खान ने अहम भूमिका निभाई थी। सिद्धार्थ ने हंगरी के बुडापेस्ट की कुछ तस्वीरों को साझा करते हुए लिखा, ''अपने ‘पहले हीरो' के साथ सेट पर वापसी! कुछ भी कैसे नहीं बदल सकता! हाहा! लव यू सैफ!” यह स्पष्ट नहीं है कि क्या वे किसी फिल्म या सीरीज के लिए दोबारा टीम बना रहे हैं। यह भी नहीं साफ है कि सिद्धार्थ निर्देशक या निर्माता के रूप में किसी नई फिल्म से जुड़े हैं या नहीं। दोनों ने आखिरी बार 2007 में फिल्म 'ता रा रम पम' में साथ काम किया था।फिल्म जगत में निर्देशन की शुरुआत से पहले सिद्धार्थ ने फिल्म निर्माता कुणाल कोहली के साथ 2004 की फिल्म 'हम तुम' के लिए पटकथा लिखी थी और इसके लिए सैफ को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। सैफ ने पिछले साल रिलीज हुई 'आदिपुरुष' फिल्म में काम किया था और सिद्धार्थ निर्देशित नवीनतम फिल्म 'फाइटर' इस साल के शुरुआत में रिलीज हुई थी।
- नयी दिल्ली.। इस साल के कान फिल्म महोत्सव में “ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट” के प्रीमियर पर रेड कार्पेट पर नृत्य करती फिल्म की टीम की तस्वीरों की खूब चर्चा हो रही है। तीस साल में प्रतिस्पर्धी चरण में जगह बनाने वाली किसी भारतीय निर्देशक की पहली फिल्म “ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट” में अभिनय करने वाली अभिनेत्री छाया कदम ने कहा कि यह संकेत था कि फिल्म कुछ बड़ा हासिल करने वाली है। और ऐसा ही हुआ भी। दो नर्सों के जीवन पर आधारित पायल कपाड़िया की इस फिल्म को कान फिल्म महोत्सव के दूसरे सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रां प्री से नवाजा गया। कदम ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं और अपनी खुशी बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।” रेड कार्पेट का वह क्षण उनकी स्मृति और भारतीय सिनेमा के इतिहास में जगह बना चुका है।कनी कुसरुति और दिव्या प्रभा के साथ फिल्म में अभिनय करने वाली कदम को याद नहीं है कि सबसे पहले नृत्य करना किसने शुरू किया था। उन्होंने कहा, “मुझे पक्का नहीं पता कि किसने शुरुआत की थी, लेकिन शायद मैंने ही शुरू किया था।”उन्होंने कहा, “किसी ने मुंबई से फोन किया और मजाकिया अंदाज में कहा कि आप तो ऐसे नाच रही थीं, जैसे आप अपने आंगन में हों। तो मैंने कहा, क्यों नहीं। 30 साल में पहली बार मुख्य प्रतिस्पर्धा का हिस्सा बनना बड़ी उपलब्धि है। किसी की क्या परवाह करनी? हम अपनी खुशी ऐसे ही दिखाते हैं, कूद कूदकर।” उन्होंने कहा, “जब हम तस्वीरें खिंचवाने के लिए खड़े हुए तो फोटोग्राफर भी हमसे डांस करते रहने की गुजारिश करने लगा। चारों ओर बस खुशियां ही खुशियां थीं।” 'लापता लेडीज' और 'मडगांव एक्सप्रेस' जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं से ख्याति प्राप्त करने वालीं कदम ने कहा कि 'ऑल वी इमेजिन...' में काम करने से उन्हें नियमों को तोड़ने के महत्व का एहसास हुआ। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमें नियम तोड़ना चाहिए और अपने नियम खुद बनाने चाहिए। इस फिल्म ने मुझे यही सिखाया है और यह कितनी अद्भुत फिल्म है! मैंने भी इसे पहली बार कान प्रीमियर में देखा। यह हमारी धरती, हमारी मिट्टी की कहानी है। हमें ऐसी और फिल्में बनानी चाहिए।”
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कान. भारत के लिए इस साल का कान फिल्म महोत्सव शानदार रहा और पायल कपाड़िया की “ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट”, एफटीआईआई के छात्र चिदानंद एस. नाइक की “सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो”, और “द शेमलेस” की अनसूया सेनगुप्ता को अलग-अलग श्रेणी में प्रमुख पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। शनिवार को संपन्न हुआ 77वां संस्करण निस्संदेह देश के लिए सबसे अच्छा रहा, इस दौरान आठ भारतीय या भारत पर आधारित फिल्मों को पुरस्कार प्रतिस्पर्धाओं में जगह मिली। भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) की पूर्व छात्रा कपाड़िया ने “ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट” के लिए ग्रां प्री पुरस्कार जीतने वाली पहले भारतीय फिल्म निर्माता बनकर इतिहास रच दिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “हमारी फिल्म को यहां तक लाने के लिए कान फिल्म महोत्सव का शुक्रिया। एक और भारतीय फिल्म के लिए कृपया 30 साल तक इंतजार न करें।” फिल्म को पाम डि'ओर के बाद महोत्सव के दूसरे सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रां प्री से सम्मानित किया गया है। अमेरिकी निर्देशक सीन बेकर को ‘अनोरा' के लिए सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार पाम डि'ओर से सम्मानित किया गया। कनी कुसरुति, दिव्या प्रभा और छाया कदम अभिनीत मलयाली-हिंदी फिल्म “ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट" मुंबई में सड़क यात्रा पर निकलीं तीन महिलाओं के इर्द-गिर्द घूमती है। कपाड़िया की फिल्म 30 वर्षों में मुख्य प्रतियोगिता में दिखाई गई पहली भारतीय फिल्म और किसी भारतीय महिला निर्देशक की पहली फिल्म है। इससे पहले आखिरी बार शाजी एन करुण की फिल्म स्वाहम (1994) प्रदर्शित की गई थी। बुल्गारियन निर्देशक कॉन्स्टेंटिन बोजानोव की "द शेमलेस" में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली प्रोडक्शन डिजाइनर सेनगुप्ता ‘अन सर्टेन रिगार्ड' श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय बनीं। "द शेमलेस" शोषण और उत्पीड़न की एक अंधेरी दुनिया बयां करती है जिसमें दो यौनकर्मी एक बंधन में बंधती हैं। सेनगुप्ता ने यह पुरस्कार “क्वीर और अन्य कमजोर समुदायों” को समर्पित किया।
उन्होंने कहा, “समानता के लिए लड़ने को लेकर आपको समलैंगिक होने की जरूरत नहीं है, आपको गुलामी के बारे में जानने के लिए गुलाम बनकर देखना जरूरी नहीं है - हमें बस सभ्य इंसान बनने की जरूरत है।” नाइक की “सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो...” को ला सिनेफ (फिल्म स्कूल फिक्शन या एनिमेटेड फिल्में) श्रेणी में प्रथम पुरस्कार मिला। कन्नड़ लोककथा पर आधारित यह फिल्म एक बूढ़ी औरत पर आधारित है जो मुर्गा चुरा लेती है जिसके बाद गांव में सूरज उगना बंद हो जाता है। इससे पहले, कान महोत्सव के लिए चुनी गईं भारतीय फिल्मों में मृणाल सेन की "खारिज" (1983), एम एस सथ्यू की "गर्म हवा" (1974), सत्यजीत रे की "पारस पत्थर" (1958), राज कपूर की "आवारा" (1953) वी शांताराम की "अमर भूपाली" (1952) और चेतन आनंद की "नीचा नगर" (1946) शामिल हैं। -
कान. फिल्मकार पायल कपाड़िया ने अपनी फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' के लिए प्रतिष्ठित कान फिल्म महोत्सव में ‘ग्रैंड प्रिक्स' पुरुस्कार जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म निर्माता बनकर इतिहास रच दिया है। यह ‘पाम डी'ओर' के बाद महोत्सव का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है।शनिवार रात को खत्म हुए फिल्म महोत्सव का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार अमेरिकी निर्देशक सीन बेकर की फिल्म ‘अनोरा' को मिला। कपाड़िया की फिल्म बृहस्पतिवार रात को प्रदर्शित हुई। यह 30 वर्ष में मुख्य प्रतियोगिता में प्रदर्शित होने वाली किसी भारतीय महिला निर्देशक की पहली भारतीय फिल्म है। मुख्य प्रतियोगिता के लिए चयनित की गयी आखिरी भारतीय फिल्म शाजी एन करुण की 1994 में आयी ‘‘स्वाहम'' थी। कपाड़िया को अमेरिकी अभिनेता वियोला डेविस ने ‘ग्रैंड प्रिक्स' पुरस्कार प्रदान किया। पुरस्कार लेते हुए उन्होंने फिल्म में मुख्य किरदार निभाने वाली तीन अभिनेत्रियों - कानी कुश्रुति, दिव्या प्रभा और छाया कदम का आभार जताया और कहा कि उनके बिना यह फिल्म नहीं बन पाती। कपाड़िया ने कहा, ‘‘मैं बहुत घबरायी हुई हूं इसलिए मैंने कुछ लिखा है। हमारी फिल्म यहां दिखाने के लिए कान फिल्म महोत्सव का शुक्रिया। कृपया किसी और भारतीय फिल्म के लिए 30 साल तक इंतजार मत करना।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह फिल्म मित्रता के बारे में, तीन बहुत ही अलग-अलग मिजाज की महिलाओं के बारे में हैं। कई बार महिलाएं एक-दूसरे के खिलाफ खड़ी हो जाती हैं। हमारा समाज इसी तरीके से बनाया गया है और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन मेरे लिए दोस्ती बहुत महत्वपूर्ण रिश्ता है क्योंकि इससे अधिक एकजुटता, समावेशिता और सहानुभूति पैदा होती है।'' मलयालम-हिंदी फीचर फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' एक नर्स प्रभा के बारे में है जिसे लंबे समय से अलग रह रहे अपने पति से एक अप्रत्याशित उपहार मिलता है जिससे उसका जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। इस फिल्म को कान महोत्सव में दिखाने के बाद आठ मिनट तक खड़े होकर दर्शकों ने तालियां बजायी थीं और अंतरराष्ट्रीय फिल्म आलोचकों ने इसकी शानदार समीक्षा की थी जिसके बाद यह इस पुरस्कार को पाने की दौड़ में सबसे आगे थी। इससे पहले शुक्रवार को बुल्गारिया के निर्देशक कॉन्स्टांटिन बोजानोव की हिंदी भाषी फिल्म ‘द शेमलेस' के प्रमुख कलाकारों में से एक अनसुया सेनगुप्ता ने 2024 के कान फिल्म महोत्सव में ‘अन सर्टेन रिगार्ड' श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया था।
- कान. पायल कपाड़िया की फिल्म “ऑल वी इमेजिन एज लाइट” ने 77वें कान फिल्म महोत्सव में पाम डिओर पुरस्कार की दौड़ में शामिल होकर इतिहास रच दिया है। महोत्सव में दिए जाने वाले इस शीर्ष पुरस्कार को पाने की दौड़ में आज तक किसी भारतीय महिला निर्देशक की फिल्म शामिल नहीं हुई थी और न ही देश के किसी फिल्मकार को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला। आज समाप्त होने वाले महोत्सव में समीक्षकों की प्रशंसा पाने वाली इस फिल्म में अपनी मंजिल तलाश रहीं तीन महिलाओं की कहानी बयां की गई है। चार प्रमुख अभिनेता-अभिनेत्रियों कानी कुश्रुति, दिव्या प्रभा, हृदयु हारून और छाया कदम समेत फिल्म निर्माण दल के सदस्यों के साथ कपाड़िया ने शुक्रवार सुबह महोत्सव के संवाददाता सम्मेलन भवन में समीक्षकों को संबोधित किया। समीक्षकों ने फिल्म की जमकर प्रशंसा की है।अमेरिकी पत्रिका वेराइटी की फिल्म समीक्षक जेसिका कियांग ने कहा कि अपने करियर में सिर्फ दो फिल्मों में ही कपाड़िया ने काफी प्रभावित किया है। ‘द गार्जियन' के पीटर ब्रैडशॉ ने लिखा, “कपाड़िया की फिल्म में सत्यजीत रे की 'द बिग सिटी' (महानगर) और 'डेज एंड नाइट्स इन द फॉरेस्ट' (अरण्येर दिन रात्रि) की झलक है, यह बहुत धाराप्रवाह और मनोरंजक है।”
- कान. फिल्म निर्माता पायल कपाड़िया की फिल्म "ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट" ने शनिवार को कान फिल्म महोत्सव में ग्रैंड प्रिक्स पुरस्कार जीता। कान फिल्म महोत्सव के 77वें संस्करण के समापन समारोह के दौरान फिल्म को यह पुरस्कार मिला।यह पाल्मे डी'ओर के बाद महोत्सव का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है।कपाड़िया की फिल्म बृहस्पतिवार रात को प्रदर्शित हुई और इसे अंतरराष्ट्रीय मीडिया में शानदार समीक्षा मिली है। यह 30 वर्षों में किसी भारतीय महिला निर्देशक द्वारा मुख्य प्रतियोगिता में प्रदर्शित होने वाली पहली भारतीय फिल्म है।
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नर्ई दिल्ली। 77वां कान्स फिल्म फेस्टिवल इन दिनों लगातार चर्चा में बना हुआ है। भारत की तरफ से तमाम एक्ट्रेसेस ने कान्स में हिस्सा लिया है और उनके वीडियोज-फोटोज सोशल मीडिया पर आए दिन वायरल होते रहते हैं। अब कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत की अनसूया सेनगुप्ता ने इतिहास रच दिया है। दरअसल, कोलकाता की रहने वाली एक्ट्रेस अनसूया सेनगुप्ता को कान्स फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है और वह ये अवॉर्ड जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं। अनसूया सेनगुप्ता को ये अवॉर्ड उनकी फिल्म 'शेमलेस' के लिए मिला है। अनसूया सेनगुप्ता की इस उपलब्धि के बाद लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं।
अनसूया सेनगुप्ता 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत का परचम लहरा चुकी हैं। अनसूया सेनगुप्ता ने बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड अपने नाम किया है और ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय हैं। अनसूया सेनगुप्ता को उनकी फिल्म 'शेमलेस' के लिए ये अवॉर्ड दिया गया है। इस फिल्म में अनसूया सेनगुप्ता ने एक सेक्स वर्कर का रोल किया है जो एक पुलिसकर्मी को चाकू मारने के बाद वेश्यालय से भाग जाती है। अनसूया सेनगुप्ता की फिल्म 'शेमलेस' को बुल्गारिया के फिल्मेकर कॉन्स्टेंटिन बोजानो ने डायरेक्ट किया था। अनसूया सेनगुप्ता ने अपने इस अवॉर्ड को दुनियाभर के समलैंगिक समुदाय और हाशिए पर जिंदगी जीने वाले समुदायों की बहादुरी को समर्पित किया है। अनसूया सेनगुप्ता को सेलिब्रिटीज से लेकर आम लोग बधाई दे रहे हैं।कोलकाता की रहने वाली अनसूया सेनगुप्ता ने पहचान प्रोडक्शन डिजाइनर तौर पर बनाई है। अनसूया सेनगुप्ता ने नेटफ्लिक्स के शो 'मसाबा मसाबा' के सेट को डिजाइन किया था। बताते चलें कि अनसूया सेनगुप्ता ने साल 2009 में बंगाली फिल्मों से डेब्यू किया था। इसके बाद अनसूया सेनगुप्ता मुंबई में शिफ्ट हो गईं जहां उनके भाई अभिषेक सेनगुप्ता फिल्मों में काम करते हैं। अनसूया सेनगुप्ता को एक्टिंग से ज्यादा ऑफर नहीं मिले तो वह आर्ट डिपार्टमेंट से जुड़ गईं। - हैदराबाद. प्रसिद्ध अभिनेता प्रभास ने कहा कि फिल्म निर्माता नाग अश्विन की 'कल्कि 2898 एडी' फिल्म उनके लिए बड़ी भाग्यशाली फिल्म निकली क्योंकि इसमें उन्हें भारतीय सिनेमा के दो सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और कमल हासन के साथ काम करने का मौका मिला है। 'कल्कि 2898 एडी' फिल्म दर्शकों को एक ऐसी दुनिया में ले जाएगी जो भारतीय सिनेमा में पहले कभी नहीं देखी गई। वैजयंती मूवीज के संस्थापक अश्विनी दत्त ने इस फिल्म का निर्माण किया है।प्रभास ने बुधवार रात यहां 'कल्कि 2898 एडी' के एक प्रचार कार्यक्रम में कहा, ''मैं अमिताभ सर और कमल सर का आभारी हूं क्योंकि वे 'कल्कि 2898 एडी' का हिस्सा बनने के लिए सहमत हुए। उन दोनों ने पूरे भारत को प्रेरित किया है। मुझे इन दोनों दिग्गजों के साथ अभिनय करने का मौका मिलना सौभाग्य की बात है।'' उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि उत्तर भारत से ताल्लुक रखने वाले अमिताभ सर ने दक्षिण में बहुत लोकप्रियता हासिल की है और हम सभी को उन पर गर्व होना चाहिए। कमल सर भी एक बड़े स्टार हैं। पूरे भारत में उन दोनों के प्रशंसक हैं।'' ‘बाहुबली' अभिनेता प्रभास (44) ने बीते दिनों को याद करते हुए बताया कि वह बचपन में हासन द्वारा अभिनीत चरित्रों की तरह के कपड़े पहनते थे। 'कल्कि 2898 एडी' फिल्म 27 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
- कान. ऑस्ट्रिया की एक फिल्म में एक भारतीय अभिनेता ने जर्मन भाषी की भूमिका निभाई है। वियना में यह फिल्म बनकर तैयार होने वाली है। भारतीय मूल के ऑस्ट्रियाई फिल्म निर्माता संदीप कुमार द्वारा लिखित और निर्देशित इस फिल्म का शीर्षक "हैप्पी" है। इसमें मुंबई में रहने वाले अभिनेता साहिदुर रहमान ने एक अवैध अप्रवासी की भूमिका निभाई है जो देश छोड़ने के नोटिस के कारण खुद पर पड़े प्रभावों से जूझ रहा है। रहमान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी), दिल्ली के छात्र रहे हैं। वह करण तेजपाल की फिल्म ‘स्टोलन' में थे, जिसका पिछले साल 80वें वेनिस फिल्म महोत्सव में ‘वर्ल्ड प्रीमियर' हुआ था। कुमार की पिछली फिल्म ‘मेहरुनिसा' थी। उन्होंने बताया कि मुख्य किरदार अदा कर रहे रहमान ने शूटिंग शुरू होने से चार महीने पहले जर्मन भाषा सीखी थी। कुमार ने 77वें कान फिल्म महोत्सव के मौके पर कहा, ‘‘मैंने 'हैप्पी' में मुख्य भूमिका निभाने के लिए सबसे पहले मुंबई के एक प्रसिद्ध अभिनेता से संपर्क किया था। उन्हें पटकथा पसंद आई लेकिन उनकी अन्य व्यस्तताओं ने उन्हें इस फिल्म में काम करने से रोका।'' उन्होंने कहा, ''साहिदुर ने शानदार काम किया है।''कुमार बताते हैं, ''मेरे दिमाग में यह विचार 2012 से था। वियना के सबवे (भूमिगत मार्ग) और अन्य स्थानों में समाचार पत्र विक्रेता ज्यादातर अप्रवासी हैं जो अनिश्चिततापूर्ण जीवन जीते हैं।" शुरुआत में कुमार के मन में एक वृत्तचित्र (डॉक्यूमेंट्री) बनाने का विचार था, लेकिन जब उन्होंने लोगों का साक्षात्कार लिया और उनकी कहानियां सुनीं, तो उन्होंने इसे एक ‘फिक्शन' फिल्म में बदलने का फैसला किया। वह कहते हैं, "मुझे लगा कि मैं फिक्शन (काल्पनिक) फिल्म बनाने में अधिक सहज रहूंगा। डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माण मेरी विशेषता नहीं है।'' कुमार ने कहा, 2023 में बड़ी संख्या में अवैध प्रवासियों को ऑस्ट्रिया से निर्वासित किया गया था। "समय आ गया था। मुझे बस कहानी बयां करनी थी।" कुमार कहते हैं, "फिल्म नायक के आसपास के लोगों पर भी केंद्रित है जिनके पास सब कुछ है, लेकिन फिर भी उन्हें खुशी हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।"
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मुंबई। बॉलीवुड की किंग खान यानी अभिनेता शाहरुख खान की तबीयत 22 मई को आईपीएल मैच के दौरान काफी ज्यादा बिगड़ गई थी। अभिनेता की हालत गर्मी लगने के कारण खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्हें तुरंत ही अहमदाबाद के केडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस मौके पर शाहरुख का पूरा परिवार उनके साथ खड़ा था। इतना ही नहीं, जूही चावला ने भी अस्पताल मे शाहरुख से मुलाकात की थी, लेकिन अब अभिनेता की तबीयत बिल्कुल ठीक हो गई है और वह मुंबई लौट आए हैं। शाहरुख खान को बीती रात मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया, लेकिन उन्होंने अपना चेहरा किसी को नहीं दिखाया।
दरअसल, शाहरुख खान बीती रात अपने परिवार के साथ मुंबई पहुंच गए। वह अपने परिवार के साथ मुंबई आए। इस दौरान शाहरुख खान का चेहरा उनकी स्टाफ के लोगों ने छिपाकर रखा। अभिनेता एयरपोर्ट से बाहर छतरी में पूरा कवर होकर ही निकले। किंग खान ने मीडिया के लोगों से अपना चेहरा छिपाकर रखा, जिस वजह से फैंस थोड़ा निराश हो गए। हालांकि, इसी बीच लोगों का ध्यान शाहरुख खान की लाडली बेटी सुहाना खान ने खींच लिया। एयरपोर्ट पर सुहाना खान के साथ अगस्त्य नंदा भी नजर आए। दोनों एयरपोर्ट से एक साथ ही बाहर निकले। बता दें कि 22 मई को सुहाना खान का जन्मदिन था। ऐसे में सुहाना ने अपने तमाम दोस्तों के साथ अहमदाबाद में ही बर्थडे सेलिब्रेट किया। इस मौके पर अगस्त्य भी पार्टी में दिखे। दावा है कि सुहाना और अगस्त्य रिलेशनशिप में है।बता दें कि शाहरुख खान ने पहली बार अपना चेहरा नहीं ढका है। वह पहले कई बार अपना चेहरा छिपाकर इवेंट या फिर एयरपोर्ट में एंट्री ले चुके हैं। इतना ही नहीं, कई बार शाहरुख खान खुद को कार के अंदर भी कवर करके रखते हैं। ताकि किसी तरह पैपराजी उनकी फोटो क्लिक ना कर सके। ऐसे ही उन्होंने इस बार भी किया है। -
मुंबई। टीवी सीरियल अनुपमा के अपकमिंग एपिसोड में जबरदस्त ड्रामा होने वाला है। सीरियल में अनुपमा रेस्टोरेंट में आए फूड ब्लॉगर को हर कीमत पर खुश करने में लगी हुई है और इस वजह से बीते एपिसोड में अनुपमा अपने बेटे तोषू को भी खरी खोटी सुना देती है। इतना ही नहीं, आध्या भी अपनी मां को बर्बाद होने की बद्दुआ देती हुई नजर आती है और अपकमिंग एपिसोड में आध्या की ये बद्दुआ अनुपमा को लग जाएगी। शो में देखने के लिए मिलेगा कि कैसे अनुपमा की बनाई एक डिश में कॉकरोच निकलनेगा, जिसके बाद रेस्टोरेंट और अनुपमा की जमकर बेईज्जती होगी।
टीवी सीरियल अनुपमा के अपकमिंग एपिसोड में देखने के लिए मिलेगा कि अनुपमा रेस्टोरेंट में आए फूड ब्लॉगर की खातिरदारी में लगी हुई है और तभी उसे अनुज का फोन आता है। इस मौके पर पहले तो अनुज उसे बताता है कि आध्या की बर्थडे पार्टी बाहर रेस्टोरेंट में हो रही है और फिर वह उसे कैक कटिंग का मोमेंट दिखाता है। इसी बीच, तोषू अनुपमा की सिग्नेचर डिश उंधूयो बिरयानी जबरदस्ती फूड ब्लॉगर के टेबल पर ले जाता है और सर्व कर देता है। ये चीज अनुपमा देख लेती है। इसी मौके पर डिश में कॉकरोच देखकर वहां मौजूद लोगों के होश उड़ जाते हैं और फिर पूरा तमाशा शुरू हो जाता है। फूड ब्लॉगर अनुपमा की जमकर बेईज्जती करती है। इतना ही नहीं, उसे बर्बाद करने की बात कह देती है। वहां मौजूद लोग भी जमकर हंगामा मचाती है। वहीं, इस मौके पर अनुपमा के होश उड़ जाते हैं। इस मौके पर अनुज और बिजी दोनों को ही मन ही मन कुछ गलत होने का महसूस होता है।सीरियल में आगे देखने के लिए मिलेगा कि अनुपमा के रेस्टोरेंट में हुए हंगामा के वीडियो एक सेकंड में इंटरनेट पर फैल जाएगा और इस बारे में अनुज को भी पता चल जाता है। अनुज आध्या को छोड़कर अनुपमा के पास आ जाता है और वहां पर वह अनुपमा को संभालता है और उसे समझाता है। वह फूड ब्लॉगर को भी समझाता है कि अनुपमा की कोई गलती नहीं है। इतना ही नहीं, अनुपमा भी उनसे एक मौका मांगती है दूसरी तरफ आध्या अनुपमा के खिलाफ जहर उगलती है। इन सबके बीच फूड क्रिकिट इस चीज की रिपोर्ट बनाने की धमकी देकर चली जाती है। - मुजफ्फरनगर (उप्र),। मुजफ्फरनगर के जिले के बुढ़ाना में अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के बड़े भाई अयाजुद्दीन को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई एक माह पहले दर्ज किए गए मामले में की गई है।इस मामले में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि अयाजुद्दीन ने दिसंबर 2023 में चकबंदी न्यायालय में अपनी कृषि भूमि के लिए जावेद इकबाल के साथ चल रहे विवाद को लेकर एक प्रार्थना पत्र दिया था। पुलिस ने बताया कि अयाजुद्दीन ने इस पत्र के साथ जिलाधिकारी के न्यायालय से इस वाद के संबंध में एक फर्जी आदेश की प्रति भी जमा कराई थी। उसने बताया कि पिछले माह जिलाधिकारी अदालत के पेशकार राजकुमार की शिकायत पर अयाजुद्दीन समेत दो लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 467 (जालसाजी) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। बुढ़ाना पुलिस थाने के प्रभारी आनंद देव मिश्रा ने बताया कि अयाजुद्दीन को मंगलवार को गिरफ्तार करके उसी दिन जेल भेज दिया गया।
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नई दिल्ली। बीते दिन शाहरुख खान को लेकर एक ऐसी खबर आई थी जिसने सभी को हिलाकर रख दिया था। बॉलीवुड के सबसे बड़े सुपरस्टार शाहरुख खान की अचानक से तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्त करवाया गया। रिपोर्ट्स की मानें तो लू लगने के कारण शाहरुख खान की तबीयत खराब हो गई थी। हालांकि कुछ देर बाद ही डॉक्टर्स ने बताया कि वो अब ठीक है। इस बीच अब बॉलीवुड एक्ट्रेस जूही चावला ने भी शाहरुख खान की हेल्थ को लेकर अपडेट दिया है। इस दौरान जूही चावला ने किंग खान को लेकर बड़ी बात कह दी है।
शाहरुख खान आईपीएल मैच देखने के लिए अहमदाबाद पहुंचे हुए थे। इसके बाद ही वो डिहाइड्रेशन का शिकार हो गए। शाहरुख खान को इलाज के लिए केडी अस्पताल ले जाया गया। इस बीच अब जूही चावला ने कहा,'मंगलवार रात शाहरुख की तबीयत खराब हो गई थी लेकिन अभी उनका इलाज चल रहा है और बुधवार को वह काफी बेहतर महसूस कर रहे थे। अगर भगवान ने चाहा तो वो फाइनल में अपनी टीम को जरूर सपोर्ट करेंगे।' बतातें चले कि शाहरुख और जुही चावला ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया है और वे काफी अच्छे दोस्त हैं।बताते चलें कि शाहरुख खान ने फिलहाल एक्टिंग से ब्रेक ले लिया है। आईपीएल के पूरे सीजन वो अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स को सपोर्ट करते नजर आए हैं। बीते साल उनकी 3 फिल्में रिलीज हुई थी। इस लिस्ट में डंकी जवान और पठान के नाम शामिल हैं। इन तीनों ने फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई की। अब शाहरुख खान जल्द ही फिल्म टाइगर वर्सेज पठान में नजर आएंगे। इस फिल्म के लिए लोग काफी ज्यादा एक्साइटेड हैं। -
वारसॉ. फिल्म 'फाइंडिंग नेवरलैंड' के संगीत के लिए 2005 का ऑस्कर जीतने वाले पोलिश संगीतकार जान ए पी कचमारेक का मंगलवार को निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे| कचमारेक के निधन की जानकारी पोलैंड के संगीत फाउंडेशन द्वारा की गई। फाउंडेशन को संगीतकार की पत्नी ने उनके निधन की सूचना दी थी। कचमारेक एमएसए से पीड़ित थे, जो एक दुर्लभ स्नायु संबंधी विकार है। उन्होंने यूरोप और हॉलीवुड में बनी फिल्मों के लिए संगीत तैयार किया था। इनमें 1995 में आई लियोनार्डो डिकैप्रियो की ‘टोटल एक्लिप्स' और 2002 में आई रिचर्ड गेर तथा डायने लेन के अभिनय वाली ‘अनफेथफुल' शामिल हैं। कचमारेक को वैश्विक प्रसिद्धि तब मिली जब उन्होंने जॉनी डेप और केट विंसलेट को लेकर जेएम बैरी के जीवन पर बनी फिल्म ‘फाइंडिंग नेवरलैंड' में सर्वश्रेष्ठ संगीत के लिए ऑस्कर जीता। वर्ष 1953 में पोलैंड में जन्मे कचमारेक एक राजनयिक बनना चाहते थे और उन्होंने कानून की पढ़ाई की थी, लेकिन जेरजी ग्रोतोस्की के साथ रंगमंच करने के दौरान उन्होंने संगीत को कॅरियर के रूप में अपनाया। वह 1989 में लॉस एंजिलिस में बस गए, लेकिन अपने जीवन के अंत में दक्षिण पोलैंड के क्राको में रहे।
उनके परिवार में उनकी दूसरी पत्नी एलेक्जेंड्रा ट्वार्डोस्का कचमारेक और पांच बच्चे हैं। -
नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े रियलिटी एंटरटेनमेंट का लंबा इंतजार आखिरकार अब खत्म ही हो गया। जियोसिनेमा ने आज यानी 22 मई को बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 के आने के बारे में जानकारी दे दी और यह भी बता दिया कि यह कब आ रहा है। हालांकि, इस एंटरटेनमेंट शो के फैन्स के लिए आज टीजर भी लॉन्च कर दिया गया है। लिखा है ‘बिग बॉस का नया सूजन देखकर सब भूल जाओगे।’
जियोसिनेमा ने कहा जिसका आप लंबे समय से इंतजार कर रहे थे वह अब आ रहा है। अब खुद को तैयार कर लीजिए क्योंकि जो आप सोच रहे हैं, उससे कुछ अलग इस बार आने वाला है।जून 2024 में आएगा बिग बॉस ओटीटी सीजन 3कंपनी ने बयान जारी करते हुए लिखा है कि जियो सिनेमा प्रीमियम और इसकी शो की शानदार सफलता के बाद प्लेटफॉर्म ने जून में आने वाले बिग बॉस ओटीटी 3 की घोषणा करते हुए टीजर जारी किया। हालांकि, अभी किस तारीख को बिस बॉस सीजन 3 आ रहा है, इसके बारे में जियो सिनेमा ने कोई जानकारी नहीं दी है। जियोसिनेमा ने कहा, ‘टीजर भारत की सबसे बड़ी डिजिटल रियलिटी इवेंट की एक झलक पेश करता है और वादा करता है कि प्रशंसक पिछले सीजन के सभी मुख्य आकर्षण भूल जाएंगे, जिसमें सबसे पॉपुलर झगड़े और वायरल मोंमेंट्स भी शामिल हैं।’ बिग बॉस सीजन 3 के प्रोमो में भी कुछ ऐसा ही दिखाई देता है।कंपनी ने कहा कि ‘Bigg Boss OTT के पिछले सीजन ने भारत और दुनियाभर में डिजिटल एंटरटेनमेंट के लिए नया स्टैंडर्ड बनाया जबरदस्त संख्या में दर्शकों ने उसे देखा और जुड़ाव महसूस किया।बिग बॉस सीजन 3 के प्रोमो को देखें तो पिछले कुछ सालों के कई झगड़ों,आपसी बहसों और कुछ ऐसे मोमेंट्स को दिखाया गया है जो बहुत जरूरी टाइप के हैं। इसमें एल्विश यादव के झगड़े दिखाए गए हैं तो वहीं, शहबाज गिल का वो डॉयलाग भी है जिसमें वो कह रही हैं, ‘तॉडा कुत्ता टॉमी, साडा कुत्ता कुत्ता’। और फिर वाइसओवर आता है- ये वायरल मोमेंट, सब भूल जाओगे क्योंकि ये सीजन होगा खास! एकदम झक्कास। -
मुंबई। बॉलीवुड इंडस्ट्री पॉपुलर एक्टर अजय देवगन की फिल्म 'सिंघम अगेन' साल 2024 की मच-अवटेड मूवीज में से एक है। फिल्म 'सिंघम अगेन' का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस फिल्म को लेकर खबर है कि अब ये 15 अगस्त को रिलीज ना होकर नवंबर में रिलीज होगी। फिल्म 'सिंघम अगेन' की शूटिंग सेट से हाल ही में वीडियोज और फोटोज वायरल होने के बाद फैंस एक्साइटेड हो गए थे। अब अजय देवगन की फिल्म से जुड़ा एक और अपडेट सामने आया जिसने फैंस को ज्यादा ही उत्साहित कर दिया है। दरअसल, फिल्म 'सिंघम अगेन' में एक साउथ एक्टर की एंट्री हो गई है। आइए जानते हैं कि अजय देवगन की फिल्म में कौन सा साउथ एक्टर नजर आने वाला है।
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के एक्टर अजय देवगन की फिल्म 'सिंघम अगेन' लगातार चर्चा में बनी हुई है। इस फिल्म को लेकर आया लेटेस्ट अपडेट फैंस को एक्साइटमेंट डबल करने वाला है। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें अजय देवगन तेलुगू स्टार अजय के साथ नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर के साथ बताया जा रहा है कि फिल्म 'सिंघम अगेन' में अजय की एंट्री हो गई है और उन्हें महत्वपूर्ण किरदार के लिए कास्ट किया गया है। बताया जा रहा है कि अजय फिल्म 'सिंघम अगेन' से बॉलीवुड डेब्यू करने वाले हैं। अब देखने वाली बात होगी कि अजय देवगन की फिल्म में तेलुगू स्टार अजय नजर आएंगे या नहीं।रोहित शेट्टी के डायरेक्शन में बनने वाली फिल्म 'सिंघम अगेन' की जम्मू कश्मीर में हो रही शूटिंग से ही में वीडियोज और फोटोज वायरल हुए थे। जिसमें आप देख सकते हैं कि अजय देवगन और जैकी श्रॉफ का फाइट सीन शूट किया जा रहा है। फिल्म की सेट से लीक हुए फोटोज और वीडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जैकी श्रॉफ विलेन के रोल में नजर आएंगे। फिल्म 'सिंघम अगेन' में अजय देवगन, दीपिका पादुकोण, करीना कपूर, टाइगर श्रॉफ, अर्जुन कपूर जैसे सितारे नजर आने वाले हैं। वहीं, फिल्म में अक्षय कुमार और रणवीर सिंह का कैमियो होने वाला है।

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