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- नयी दिल्ली। एफएमसीजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी कोलगेट-पामोलिव इंडिया लिमिटेड (सीपीआईएल) ने गुरुवार को कहा कि जून 2021 में समाप्त तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ 18 प्रतिशत बढ़कर 233.2 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 198.1 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।सीपीआईएल ने शेयर बाजार को बताया कि 30 जून 2021 को समाप्त तिमाही में उसकी शुद्ध बिक्री 12 प्रतिशत बढ़कर 1,157.8 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1,033.6 करोड़ रुपये थी। सीपीआईएल के प्रबंध निदेशक राम राघवन ने कहा कि महामारी के चलते चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद कंपनी ने सभी श्रेणियों में लगातार वृद्धि दर्ज की है।
- नयी दिल्ली । टाटा मोटर्स ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने अपने छोटे वाणिज्यिक वाहन (एससीवी), ऐस गोल्ड पेट्रोल सीएक्स का एक नया संस्करण पेश किया है, जिसकी कीमत 3.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। यह दो संस्करणों में उपलब्ध है। फ्लैट बेड संस्करण की कीमत 3.99 लाख रुपये है, जबकि हाफ डेक लोड बॉडी संस्करण की कीमत 4.10 लाख रुपये है। टाटा मोटर्स ने कहा कि उसने अपने ग्राहकों को इन मॉडलों की खरीद में मदद के लिए वित्तपोषण का विकल्प प्रदान करने के मकसद से भारतीय स्टेट बैंक के साथ साझेदारी की है। टाटा मोटर्स के उपाध्यक्ष (उत्पाद लाइन - एससीवी और पीयू) विनय पाठक ने कहा, "टाटा ऐस एक मजबूत, विश्वसनीय और बहुउद्देशीय वाहन बना हुआ है, जिसने अब तक 23 लाख से अधिक भारतीयों को आजीविका का साधन प्रदान किया है। सरकार की आत्मानिर्भर भारत दृष्टि को प्रतिध्वनित करते हुए, टाटा मोटर्स का लक्ष्य इस वाहन के लॉन्च के माध्यम से एक उद्यमशीलता की मानसिकता को प्रेरित करना है।" उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स का ऐस प्लेटफॉर्म पिछले 16 वर्षों में तेजी से विकसित हुआ है, जो अपने ग्राहकों को अंतिम छोर तक परिवहन सुविधा प्रदान करने के संदर्भ में सुरक्षित, स्मार्ट और मूल्यवान पेशकश लाने पर केंद्रित है। कंपनी ने कहा कि टाटा ऐस गोल्ड पेट्रोल सीएक्स संस्करण एकमात्र चार-पहिया एससीवी है जो 2-सिलेंडर इंजन द्वारा संचालित है और भारत में इस वाहन का वजन 1.5 टन के आसपास है जो चार लाख रुपये मूल्य बिंदु से नीचे में उपलब्ध है। मॉडल 694 सीसी पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित है जो चार-स्पीड ट्रांसमिशन के साथ है। इसका उपयोग फलों, सब्जियों और कृषि उत्पादों, पेय पदार्थों और बोतलों, एफएमसीजी और एफएमसीडी सामान, ई-कॉमर्स, डेयरी, फार्मा और खाद्य उत्पादों अंतिम गंतव्य तक पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। टाटा मोटर्स ने अब तक देश में कुल 23 लाख टाटा ऐस इकाई की बिक्री की है।-file photo
- बेंगलुरु । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने स्केल मॉडल्स, टी-शर्ट, खिलौने जैसे चीजों से संबंधित नौ इसरो पंजीकृत घरेलू उत्पाद कंपनियों के चयन के साथ अपने थीम आधारित उत्पाद कार्यक्रम की बृहस्पतिवार को औपचारिक शुरुआत की। इसरो के बयान में कहा गया है कि इसरो थीम आधारित ये उत्पाद छात्रों, बच्चों और जनता के बीच अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूकता फैलाने और इस क्षेत्र के प्रति उनमें रूचि पैदा करने में ‘पासा पलटने' जैसी भूमिका निभा सकते हैं। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि इस संबंध में ‘ अवसर की घोषणा' निकाली गयी है जहां इच्छुक एजेंसियों को पंजीकृत इसरो घरेलू उत्पाद निर्माता बनने के वास्ते आवेदन देने के लिए आमंत्रित किया गया है। अंतरिक्ष विभाग के सचिव और इसरो के अध्यक्ष के सिवन ने कहा कि यह देखकर उन्हें खुशी है कि इतने कम समय में इस कार्यक्रम के प्रति इतनी दिलचस्पी पैदा हुई। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे यकीन है कि आपके प्रयास से बने ये उत्पाद पूर्वोत्तर राज्यों एवं जम्मू कश्मीर समेत देश के कोने-कोने में पहुंचेंगे और इसरो की गाथा युवाओं एवं बच्चों के बीच फैलायेंगे। '' उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्यक्रम वाणिज्यिक रूचि के लिए नहीं चलाया गया है बल्कि यह खिलौनों, डू इट योरसैल्फ किट, टी-शर्ट जैसे आम उत्पादों से लोगों में जागरूकता पैदा करने की मंशा है। ये पंजीकृत इसरो उत्पाद कंपनियां अंकुर हॉबी सेंटर (गुजरात), ब्लैक व्हाइट ओरेंज ब्रांड्स प्राइवेट लिमिटेड(महाराष्ट्र), इंडिक इंस्पीरेशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (महाराष्ट्र), ध्रुव स्पेस प्राइवेट लिमिटेड (तमिलनाडु), इमेजिक क्रीएटिव प्राइवेट लिमिटेड (कर्नाटक) और मनकुटिम्म स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड (कर्नाटक) एवं स्पेसिफिक इंपल्स टेक्नोलोजीज प्राइवेट लिमिटेड (पंजाब) है।
- नयी दिल्ली । प्रमुख शेयर बाजार एनएसई ने गुरुवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान चार महीनों से कम समय में उसके मंच पर 50 लाख से अधिक नए निवेशकों का पंजीकरण हुआ। एनएसई ने एक बयान में कहा कि नए निवेशकों के पंजीकरण में 2021-22 के पहले चार महीनों में सालाना आधार पर 2.5 गुना वृद्धि हुई। अप्रैल-जुलाई 2019 के दौरान 8.5 लाख नये पंजीकरण हुए। अप्रैल-जुलाई 2020 में यह आंकड़ा 20 लाख और चालू वित्त वर्ष में 25 जुलाई तक 51.3 लाख से अधिक हो गया। एक्सचेंज ने बताया कि इन निवेशकों में 36 प्रतिशत उत्तरी राज्यों से हैं, जबकि पश्चिमी राज्यों से 30 प्रतिशत, दक्षिणी राज्यों से 22 प्रतिशत और शेष 12 प्रतिशत पूर्वी राज्यों से हैं। गौरतलब है कि नए पंजीकरण में 53 प्रतिशत शीर्ष पांच राज्यों से बाहर के हैं। एनएसई पर कुल पंजीकृत निवेशकों की संख्या 4.5 करोड़ से अधिक हो गई है।
- नई दिल्ली। सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में उछाल आने के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 382 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 992 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। सोने का पिछला बंद भाव 46 हजार 610 रुपये प्रति 10 ग्राम था।इसी तरह, चांदी भी 1,280 रुपये की तेजी के साथ 66 हजार 274 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। इसका पिछला बंद भाव 64 हजार 994 रुपये था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल के अनुसार, ''कॉमेक्स में सोने में आई कल रात की तेजी को दर्शाता दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत में 382 रुपये की तेजी आई।'' विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सुबह के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया अपरिवर्तित रुख के साथ खुला और बाद में डॉलर के मुकाबले रुपये में चार पैसे का सुधार आया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ दर्शाता 1,817 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी मामूली तेजी के साथ 25.42 डॉलर प्रति औंस हो गया। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशल सर्विसेज के जिंस शोध विभाग के उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा, ''अमेरिकी फेडरल गवर्नर का ताजा बयान था कि ब्याज दर में वृद्धि किये जाने के बारे में नहीं सोचा जा रहा है। उनके इस बयान के बाद सुरक्षित आस्ति के रूप में डॉलर पर दबाव बढ़ गया।'
- मुंबई। शेयर बाजारों में पिछले तीन कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर बृहस्पतिवार को विराम लगा और मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 209 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में तेजी से बाजार में मजबूती आयी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत रुख नरम रखने की बात दोहराये जाने से वैश्विक बाजारों में तेजी आयी, जिसका सकारात्मक असर घरेलू शेयर बाजार पर भी पड़ा। कारोबारियों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती तथा कुछ चुनिंदा प्रमुख शेयरों में सौदों को पूरा करने के लिये की गयी लिवाली से बाजार को और गति मिली। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 209.36 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की बढ़त के साथ 52,653.07 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 69.05 अंक यानी 0.44 प्रतिशत मजबूत होकर 15,778.45 अंक पर बंद हुआ।सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील सर्वाधिक 6.87 प्रतिशत लाभ में रहा। इसके अलावा, बजाज फिनसर्व, एसबीआई, एचसीएल टेक, सन फार्मा, बजाज फाइनेंस और रिलायंस इंडस्ट्रीज में अच्छी तेजी रही। दूसरी तरफ, मारुति, पावरग्रिड, बजाज ऑटो और आईटीसी समेत अन्य शेयरों में 2.21 प्रतिशत तक की गिरावट रही। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ''सकारात्मक वैश्विक रुख और धातु तथा आईटी शेयरों में मजबूत लिवाली से बाजार को समर्थन मिला। इसके अलावा कुछ चुनिंदा प्रमुख शेयरों में सौदों को पूरा करने के लिये की गयी लिवाली से भी बाजार में तेजी आयी।'' उन्होंने कहा, ''फेडरल रिजर्व के मौद्रिक नीति रुख नरम बनाये रखने और मासिक बांड खरीद कार्यक्रम के निकट और मध्यम अवधि में बदलाव की बहुत कम संभावना भारत समेत उभरते बाजारों के लिये अच्छी साबित हुई।'' मोदी के अनुसार हाल की गिरावट के बाद मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली की गयी।जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक और चीन में प्रौद्योगिकी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर घबराहट में लिवाली के बाद वैश्विक बाजार पटरी पर आयी...चीन का निवेशकों को शांत करने के प्रयास से भी बाजार को मदद मिली।'' उन्होंने कहा कि अमेरिका में बुनियादी ढांचा के लिये बड़े वित्तीय पैकेज को अंतिम रूप दिये जाने की खबर और उससे मांग बढऩे की उम्मीद से धातु शेयरों में जोरदार तेजी आयी। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, तोक्यो और सियोल लाभ में रहें। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी मध्याह्न कारोबार में सकारात्मक रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय कच्चा तेल बाार में ब्रेंट क्रूड 0.43 प्रतिशत मजबूत होकर 74.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 9 पैसे मजबूत होकर 74.29 पर बंद हुई।शेयर बाजार के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने 2,274.77 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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मुंबई। सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) में गैर-निïष्पादित परिसंपत्ति यानी फंसा मार्च तिमाही में बढ़कर 12.6 प्रतिशत हो गया। इससे पूर्व दिसंबर तिमाही के अंत में यह 12 प्रतिशत था। बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया। सार्वजनिक क्षेत्र की सिडबी (भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक) और कर्ज से जुड़ी सूचना देने वाली कंपनी ट्रांसयूनियन सिबिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि एमएसएमई क्षेत्र में कर्ज के मामले में दबाव पाया गया है। एक साल पहले की तुलना में परिणाम मिले-जुले हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि एमएसएमई क्षेत्र में कर्ज की मांग बढ़ी है। इसका श्रेण आपातकालीन ऋण सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) जैसी योजनाओं को जाता है। महामारी से प्रभावित वित्त वर्ष 2020-21 में एमसएएमई को 9.5 लाख करोड़ रुपये के कर्ज दिये गये जो एक साल पहले 6.8 लाख करोड़ रुपये था। इसमें कहा गया है कि कर्ज बढ़ने से एक साल पहले के 12.5 प्रतिशत के मुकाबले एनपीए स्तर स्थिर हुआ है। -
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को डीआईसीजीसी अधिनियम में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसका उद्देश्य किसी संकट के कारण बैंक पर लेन-देन की पाबंदी लागू होने की स्थिति में उसके जमाकर्ताओं को समय पर सहायता सुनिश्चित करने के लिए 90 दिन के भीतर उन्हें पांच लाख रुपये तक की अपनी जमा राशि प्राप्त करने का अवसर सुनिश्चित करना है। पिछले साल सरकार ने पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक जैसे संकटग्रस्त बैंकों के जमाकर्ताओं को सहायता देने के लिए जमा राशि पर बीमा आवरण को पांच गुना बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया था। पीएमसी बैंक के डूबने के बाद यस बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक भी संकट आए, जिनका पुनर्गठन नियामक और सरकार द्वारा किया गया। जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम (डीआईसीजीसी) अधिनियम, 1961 में संशोधन की घोषणा वित्त मंत्री ने आम बजट में की थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंत्रिमंडल के इस निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि इस विधेयक को मौजूदा मानसून सत्र में पेश किए जाने की उम्मीद है। विधेयक के कानून बनने के बाद इससे उन हजारों जमाकर्ताओं को तत्काल राहत मिलेगी, जिन्होंने अपना धन पीएमसी बैंक और दूसरे छोटे सहकारी बैंकों में जमा किया था। मौजूदा प्रावधानों के अनुसार पांच लाख रुपये तक का जमा बीमा तब लागू होता है, जब किसी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया जाता है और परिसमापन प्रक्रिया शुरू हो जाती है। डीआईसीजीसी, भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो बैंक जमा पर बीमा आवरण देती है।
- नयी दिल्ली। अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंप्यूटर प्रौद्योगिकी कंपनी डेल भारत के 'सबसे पसंदीदा ब्रांड' के तौर पर उभरी है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी। रिपोर्ट तैयार करने वाली कंपनी टीआरए रिसर्च ने एक बयान में कहा कि चीनी स्मार्टफोन निर्माता शाओमी का 'एमआई', टीआरए ब्रांड ट्रस्ट रिपोर्ट 2021 में दूसरे सबसे लोकप्रिय ब्रांड के रूप में उभरा है। इसमें कहा गया है कि एलजी टेलीविजन तीसरे स्थान पर है और उसकी प्रतिद्वंद्वी सैमसंग टीवी चौथे स्थान पर है। वहीं एप्पल का आईफोन पांचवें सबसे पसंदीदा ब्रांड के रूप में जगह दी गयी है। वह पिछले साल इस सूची में दूसरे स्थान पर था। सूची में चार बार शीर्ष पर रहा सैमसंग मोबाइल फोन नवीनतम रिपोर्ट में आठवें स्थान पर खिसक गया।टीआरए रिसर्च के सीईओ चंद्रमौली ने कहा, "लैपटॉप कंपनी डेल ने उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए रिपोर्ट में सूचीबद्ध 1,000 ब्रांडों में भारत के 'सबसे वांछित ब्रांड' के रूप में शीर्ष स्थान हासिल किया। शीर्ष-50 में 18 भारतीय ब्रांड, नौ अमेरिकी ब्रांड, आठ दक्षिण कोरियाई ब्रांड और सात चीनी ब्रांड हैं।" शीर्ष-50 ब्रांड में अलग-अलग क्षेत्र के ब्रांड हैं जो उपभोक्ताओं की विविध पसंद को दर्शाती है। हालांकि, नौ प्रवेशकों के साथ मोबाइल फोन सबसे पसंदीदी श्रेणी है, इसके बाद लैपटॉप और टेलीविजन (दोनों में चार-चार ब्रांड) आते हैं। सूची में ओप्पो ने पिछले वर्ष की तुलना में 27 स्थानों की प्रभावशाली बढ़त बनाकर छठे स्थान पर कब्जा किया, इसके बाद एलजी रेफ्रिजरेटर्स ने 2020 की रिपोर्ट की तुलना में 22 स्थानों की बढ़त के साथ सातवें स्थान पर कब्जा किया। शीर्ष 10 ब्रांड में सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन भी शामिल है। हिंदी मनोरंजन चैनल को नौवें स्थान पर रखा गया है। चीनी फोन ब्रांड विवो 10वें स्थान पर है। शीर्ष 10 ब्रांड में एक भी भारतीय ब्रांड नहीं है। सूची में डियोडरेंट ब्रांड फॉग (12वें), दुग्ध उत्पाद कंपनी अमूल दूध (13वें), आईसीआईसीआई बैंक (17वें), अमूल बटर (20वें) जैसे भारतीय ब्रांड शीर्ष 20 ब्रांड में शामिल हैं।
- नई दिल्ली। पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने बुधवार को कहा कि वह एक करोड़ फास्टैग जारी करने का मुकाम हासिल करने वाला देश का पहला बैंक बन गया है।भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के अनुसार, जून 2021 के अंत तक सभी बैंकों ने कुल मिलाकर 3.47 करोड़ से अधिक फास्टैग जारी किए गए थे। फास्टैग जारी करने वाले बैंक के तौर पर पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) की बाजार में अब करीब 28 फीसदी हिस्सेदारी है। बैंक ने एक बयान में कहा, "पिछले छह महीने में, पीपीबीएल ने 40 लाख से अधिक वाणिज्यिक और निजी वाहनों को फास्टैग से लैस किया है। बयान के अनुसार, "इसके अलावा, पेटीएम पेमेंट्स बैंक भारत में राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (एनईटीसी) कार्यक्रम के लिए टोल प्लाजा का सबसे बड़ा अधिग्रहणकर्ता भी है, जो एक राष्ट्रव्यापी टोल भुगतान समाधान पेश करता है।" बैंक के अनुसार, राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के कुल 851 टोल प्लाजा में से 280 अब डिजिटल रूप से टोल शुल्क लेने के लिए उसके भुगतान माध्यम का इस्तेमाल कर रहे हैं। बयान में साथ ही कहा गया, "पेटीएम पेमेंट्स बैंक स्वचालित नंबर प्लेट पहचान तकनीक का इस्तेमाल करके कई लेन वाली सड़कों पर निर्बाध आवाजाही के परीक्षण और कार्यान्वयन के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के साथ मिलकर काम कर रहा है।---
- नई दिल्ली। सोने की अनिवार्य हॉलमार्किंग प्रक्रिया 16 जून से चरणबद्ध तरीके से शुरू हुई है। उसके बाद से ही जौहरियों, सर्राफा कारोबारियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऑल इंडिया जेम एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल (जीजेसी) ने बुधवार को कहा कि सर्राफा कारोबारियों को क्षतिग्रस्त सोने के सामान के अलावा परख केंद्रों से हॉलमार्क वाले आभूषण पाने में विलंब तथा सामानों पर आईडी प्रणाली लागू करने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।सरकार ने सोने की हॉलमार्किंग के पहले चरण के लिए 28 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के 256 जिलों का चयन किया है। सोने की हॉलमार्किंग बहुमूल्य धातु की शुद्धता का प्रमाण होता है। अभी तक यह स्वैच्छिक था। जीजेसी के निदेशक दिनेश जैन ने संवाददाताओं से कहा, ''हम अनिवार्य हॉलमार्किंग के लिए तैयार हैं, लेकिन छोटे जौहरियों को कुछ समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। यदि इन मुद्दों को हल नहीं किया गया, तो उद्योग ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच जाएगा।'' जैन ने कहा कि जौहरियों के समक्ष जो सबसे प्रमुख समस्या आ रही है वह भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के पोर्टल पर छह अंक की हॉलमार्क विशिष्ट पहचान संख्या (एचयूआईडी) को अपलोड करने से संबंधित है। प्रत्येक हॉलमार्क सोने के सामान पर यह संख्या होती है। उन्होंने कहा, ''एचयूआईडी प्रणाली काफी समय लेने वाली है जिसकी वजह से जांच और हॉलमार्किंग केंद्र (एएचसी) एक दिन में 150 से 200 से अधिक टुकड़ों की हॉलमार्किंग नहीं कर पा रहे हैं।'' जैन ने कहा कि एएचसी तथा जौहरी दोनों को एचयूआईडी अपलोड करना पड़ता है। यह जटिल तथा समय लेने वाली प्रक्रिया है। इस वजह से एएचसी पर हॉलमार्किंग में देरी हो रही है।
- नयी दिल्ली।नगालैंड के ‘राजा मिर्च' की एक खेप को बुधवार को पहली बार हवाई मार्ग से गुवाहाटी के रास्ते लंदन निर्यात किया गया। वाणिज्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। राजा मिर्च की इस खेप को नगालैंड के पेरेन जिले के तेनिंग से मंगवाया गया था। मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘नगालैंड की इस मिर्च को भूत जोलोकिया और ‘घोस्ट पेपर' भी कहा जाता है। इसे 2008 में भौगोलिक संकेतक का प्रमाण पत्र मिला था।'' नगालैंड के राजा मिर्च को दुनिया की सबसे तीखी मिर्च माना जाता है। यह स्कोविल हीट यूनिट्स (एसएचयू) यानी तीखापन मापने के मानदंड के आधार पर दुनिया की सबसे तीखी मिर्च की सूची में शीर्ष पांच में लगातार बनी हुई है। यह सोलानेसी परिवार के शिमला मिर्च की प्रजाति से संबंधित है।
- नयी दिल्ली । दवा कंपनी फाइजर लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि जून में समाप्त हुई तिमाही में उसने मुख्य रूप से मजबूत बिक्री के सहारे 60.63 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 199.91 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। फाइजर लिमिटेड ने एक नियामकीय सूचना में कहा कि कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 124.45 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। अप्रैल-जून 2021 तिमाही में कंपनी ने परिचालन से 749.17 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया। एक साल पहले इसी अवधि में यह 514.89 करोड़ रुपये था। फाइजर लिमिटेड के शेयर बीएसई पर 6,020.25 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए।
- नई दिल्ली। नए आयकर पोर्टल में अब भी दिक्कतें कायम हैं। हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उम्मीद जताई कि आयकर पोर्टल से संबंधित मुद्दों को जल्द हल कर लिया जाएगा। सीतारमण ने बुधवार को कहा कि वह नहीं चाहेंगी कि इन्फोसिस द्वारा विकसित वेबसाइट की शुरुआत ऐसी रहे, लेकिन अब उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही इन मुद्दों को हल कर लिया जाएगा। वित्त मंत्री ने बताया कि इन्फोसिस ने सात जून को पोर्टल की शुरुआत से पहले इसको परीक्षण के तौर पर चलाया था। लेकिन प्रयोगकर्ताओं को इस पोर्टल पर दिक्कतें आ रही हैं। सीतारमण ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘मैं चाहूंगी कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। लेकिन हम सुधार की राह पर है। जल्द यह पोर्टल हमारी योजना के अनुरूप काम करने लगेगा।'' नए आयकर पोर्टल www.incometax.gov.in में सात जून को शुरुआत से ही तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं।वित्त मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय ने इन्फोसिस के साथ इस पोर्टल के शुरू होने से पहले इसका परीक्षण के तौर पर संचालन किया था। लेकिन इसके बावजूद प्रयोगकर्ताओं को शुरुआत से ही कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सीतारमण ने कहा कि इन्फोसिस भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) तथा मंत्रालय के साथ इस बारे में काम कर रही है। ‘‘मुझे चार्टर्ड अकाउंटेंट तथा आयकर पेशेवरों से पता चला है कि पोर्टल में अब निश्चित रूप से काफी सुधार हुआ है।'' इन्फोसिस को 2019 में अगली पीढ़ी की आयकर रिटर्न दाखिल करने की प्रणाली विकसित करने का अनुबंध मिला था। इसके पीछे मकसद आयकर रिटर्न की जांच परख की प्रक्रिया को 63 दिन घटाकर एक दिन करना है। सरकार जनवरी, 2019 से जून, 2021 तक इन्फोसिस को इसके लिए 164.5 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुकी है।सीतारमण ने 22 जून को इस मुद्दे पर इन्फोसिस के अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी।
- रायपुर। नेशनल एम्प्लायर फेडरेशन की छत्तीसगढ़ कमेटी के चेयरमैन प्रदीप टण्डन ने सरकार को आगाह किया है कि आईआर कोड, औद्योगिक संबंध संहिता में प्रोन्नति, तबादले व अनुशासनिक कार्रवाई जैसे मामलों पर मजदूर संघों से चर्चा की धारा न जोड़ी जाए।यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में श्री टण्डन ने कहा कि प्रबंधन के अपने कुछ अधिकार भी होते हैं। यदि प्रोन्नति, तबादले और अनुशासनिक कार्रवाई जैसे मामलों में समझौता वार्ता की धारा जोड़ी गई तो यह व्यवसाय प्रबंधन की बुनियादी अवधारणा पर प्रहार होगा क्योंकि यह नियोक्ताओं का मौलिक अधिकार है। श्री टंडन आईआर कोड की प्रस्तावित इस नई धारा की प्रति केंद्रीय श्रम मंत्रालय द्वारा सार्वजनिक किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।आईआर कोड की प्रस्तावित इस नई धारा के प्रावधानों पर प्रकाश डालते हुए श्री टण्डन ने कहा कि इसमें कुछ और खामियां भी हैं। एक प्रमुख खामी है कि यह प्रस्तावित धारा 30 प्रतिशत सदस्यता वाले मजदूर संघों को समझौता वार्ता के लिए अधिकृत करने की बात करती है जबकि होना यह चाहिए कि वे मजदूर संघ ही अधिकृत किये जाएं जिनकी सदस्य संख्या 51 प्रतिशत से अधिक हो क्योंकि अल्पमत वाले मजदूर संघ कैसे बहुमत वालों से अपनी बात मनवा सकते हैं? कारखाना परिसरों में मजदूर संघों को जगह उपलब्ध कराने के मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ मान्यता प्राप्त संगठनों को यह सुविधा मिलनी चाहिए। अगर एक से अधिक मजदूर संघ हैं तो उन्हें आपस में मिलकर उस जगह का इस्तेमाल करना होगा।
- नई दिल्ली। दिल्ली सर्राफा बाजार में बुधवार को सोना 61 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 46 हजार 607 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। सोने का पिछला बंद भाव 46 हजार 668 रुपये प्रति 10 ग्राम था।चांदी भी 1,094 रुपये की गिरावट के साथ 64 हजार 779 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। इसका पिछला बंद भाव 65 हजार 873 रुपये था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल के अनुसार, ''कॉमेक्स में सोने में आई कल रात की गिरावट को दर्शाता और रुपये के मूल्य में सुधार के बीच दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत में 61 रुपये की गिरावट आई।'' विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सुबह के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया अपरिवर्तित रुख के साथ खुला और बाद में डॉलर के मुकाबले रुपये में चार पैसे का सुधार आया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मामूली लाभ के साथ 1,800 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 24.76 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित थी। 668 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
- हैदराबाद। भारत में रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन का उत्पादन कर रही डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज लि. को उम्मीद है कि सितंबर-अक्टूबर के दौरान यह वैक्सीन मिलना शुरू हो जायेगी। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। दवा निर्माता कंपनी डॉ रेड्डी के प्रमुख बाजारों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एमवी रमन ने कहा कि रूस में कोविड-19 के नए मामलों में तेजी से स्पूतनिक वी की खुराक के भारत आने में देरी हो रही है और अगस्त के अंत तक स्थिति ठीक हो सकती है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "स्थानीय निर्माता वर्तमान में प्रौद्योगिकी को अपनाने और उत्पादन को बढ़ाने की प्रक्रिया में हैं। हमें उम्मीद है कि सितंबर-अक्टूबर के दौरान भारत में निर्मित स्पूतनिक वी वैक्सीन उपलब्ध होगी।" डॉ रेड्डी ने दरअसल भारत में स्पुतनिक वी के उत्पादन के लिए रूस के प्रत्यक्ष निवेश कोष के साथ मई,2021 में करार किया था। रूस के प्रत्यक्ष निवेश कोष ने स्पूतनिक वी वैक्सीन के उत्पादन के लिए छह भारतीय दवा निर्माता कंपनियों के साथ समझौता किया हैं। इस करार के तहत डा रेड्डीज भारत में इस वैक्सीन के पहले 12.5 करोड़ खुराक बेचेगी। रमन ने बताया कि स्पूतनिक वी वैक्सीन को देशभर के 80 शहरों में टीकाकरण के लिए उतारा गया था और अभी तक 2.5 लाख लोगों को इसकी खुराक लगाई जा चुकी हैं।
- जींद । हरियाणा के जींद जिले में सफीदो राजकीय महाविद्यालय के सामने ट्रक तथा बाइक के बीच हुई आमने-सामने की भिड़ंत में बाइक सवार चार युवकों की मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जानकारी दी । पुलिस ने बताया कि चालक ट्रक को मौके पर छोड़ कर फरार हो गया, मरने वाले चारों व्यक्ति हैचरी में वैल्डिंग का कार्य करते थे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मृतकों के शवों को अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया है और ट्रक को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि मरने वालों की पहचान अशोक (37), शुभम (18), सुमित (19) और मनीष (21) के रूप में की गयी है। उन्होंने बताया कि ये चारों सुबह काम पर निकले थे कि तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी । उन्होंने बताया कि हादसे के बाद चालक ट्रक को मौके पर छोड़ कर फरार हो गया। पुलिस फरार ट्रक चालक की तलाश कर रही है।
- नयी दिल्ली। देश की प्रमुख ऑटो कंपनी टाटा मोटर्स ने मंगलवार को कहा कि उसने अपनी एसयूवी सफारी के नए संस्करण की 10,000वीं इकाई उतारी है। टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा कि फरवरी 2021 में 100वीं इकाई बाजार में उतारने के बाद नई सफारी की अंतिम 9,900 इकाइयां कंपनी के पुणे संयंत्र में चार महीने से भी कम समय में तैयार हुई। टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (यात्री वाहन कारोबार इकाई) शैलेश चंद्रा ने कहा, ‘‘हमने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर लगाए गए प्रतिबंधों के बीच यह मुकाम हासिल किया है।
- नयी दिल्ली । देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने मंगलवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में उसका शुद्ध घाटा बढ़कर 3,174 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने बताया कि कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण उसकी आय में कमी से नुकसान बढ़ गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसका कुल घाटा 2,844 करोड़ रुपये था। इंडिगो ने एक बयान में बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसकी एकीकृत कुल आय 177.2 प्रतिशत बढ़कर 3,170 करोड़ रुपये हो गई। वही इससे पिछले वित्त वर्ष की सामान अवधि में उसकी कुल आय 1,143 करोड़ रुपये थी। विमानन कंपनी का कुल खर्च चालु वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 59.2 प्रतिशत बढ़कर 6,344 करोड़ रुपये रहा। जो बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 3,986 करोड़ रुपये था। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने कहा, ‘‘पहली तिमाही के हमारे वित्तीय परिणाम कोविड की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुए। मई और जून के महीनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई।'' उन्होंने कहा कि दूसरी लहर का प्रभाव घटने के साथ कंपनी को जुलाई और अगस्त के लिए उड़ानों की टिकट बुकिंग में मामूली सुधार देखने को मिल रहा है।
- मुंबई। स्थानीय शेयर बाजारों में बिकवाली दबाव से मंगलवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट आयी और मानक सूचकांक-बीएसई सेंसेक्स 273 अंक से अधिक लुढ़क गया। कंपनियों के तिमाही परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहने और चीन में प्रौद्योगिकी कंपनियों के खिलाफ नियामकीय कार्रवाई के बाद एशियाई बाजारों में बिकवाली से धारणा प्रभावित हुई। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई30 सेंसेक्स शुरू में बढ़त पर था। पर बाद में यह दबाव में आ गया। अंत में यह 273.51 अंक यानी 0.52 प्रतिशत लुढ़क कर 52,578.76 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 78 अंक यानी 0.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,746.45 अंक पर बंद हुआ। डॉ रेड्डीज का शेयर 10.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में रहा। खर्च बढऩे से कंपनी का एकीकृत लाभ जून 2021 को समाप्त तिमाही में 36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 380.4 करोड़ रुपये रहने की खबर से शेयर टूटा। इसके अलावा, एक्सिस बैंक, सन फार्मा, कोटक बैंक, एचडीएफसी और आईटीसी 3.23 प्रतिशत तक नीचे आये।दूसरी तरफ टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस, नेस्ले इंडिया और एल एंड टी समेत अन्य शेयर लाभ में रहें। इनमें 2.50 प्रतिशत तक की तेजी आयी। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ''चीन सरकार की नीतियों के साथ वहां के बाजारों में वैश्विक कोषों की बिकवाली से निवेशकों में घबराहट आयी और घरेलू बाजार में तेजी जाती रही। हालांकि यह सबको पता है कि इसका भारत पर सकारात्मक असर भी होगा।'' उन्होंने कहा कि बैंक और दवा कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली देखी गयी। इसका कारण कुछ औषधि कंपनियों को लेकर नकारात्मक खबरों का होना है। दूसरी तरफ कपड़ा निर्यातकों और कॉफी वायदा मजबूत होने से कॉफी कंपनियों के शेयरों में अच्छी तेजी रही। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, ''घरेलू बाजार पर मंदडिय़े हावी रहे। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख और दवा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार शुरूआती बढ़त को बरकरार नहीं रख पाया। मुख्य रूप से दवा कंपनियों ने बाजार को नीचे लाया। इसका कारण तिमाही परिणाम हैं जिनकी शुरूआत अच्छी नहीं है। इससे बाजार में घबराहट आयी क्योंकि औषधि क्षेत्र से काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि धातु और टिकाऊ उपभोक्ता सामान को छोड़कर सभी प्रमुख क्षेत्र नकारात्मक दायरे में रहे। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की इस सप्ताह होने वाली बैठक से पहले चीन में भारी बिकवाली और एशिया के अन्य शेयर बाजारों में गिरावट आयी है। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और हांगकांग में भारी बिकवाली रही। इसका कारण चीनी इंटरनेट और अन्य कंपनियों पर डाटा सुरक्षा समेत अन्य प्रकार की कार्रवाई बतायी जा रही है। सियोल और टोक्यो लाभ में रहें। यूरोप के प्रमुख बाजारों में मध्याह्न कारोबार में नुकसान का रुख रहा।इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.30 प्रतिशत मजबूत होकर 73.91 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे टूटकर 74.47 पर बंद हुआ। शेयर बाजार के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने 2,376.79 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
- नई दिल्ली। वैश्विक बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों के कमजोर होने के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 123 रुपये की गिरावट के साथ 46 हजार 505 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। सोने का पिछला बंद भाव 46 हजार 628 रुपये प्रति 10 ग्राम था।चांदी भी 206 रुपये की गिरावट के साथ 65 हजार 710 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। इसका पिछला बंद भाव 65 हजार 916 रुपये था। विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सुबह के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपये का भाव चार पैसे की गिरावट के साथ 74.44 रुपये प्रति डॉलर रह गया था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,795 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी 25.16 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल के अनुसार, ''अमेरिकी एफओएमसी की बैठक से पहले व्यापारियों और निवेशकों के सतर्क होने से सोने की कीमतों पर दबाव बना रहा जिसमें 1,800 डॉलर के नीचे कारोबार हुआ।'
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नयी दिल्ली। एफएमसीजी कंपनी बीएल एग्रो ने ग्राहकों को पोषण से भरे अपने उत्पादों को ऑनलाइन खरीदने की सुविधा प्रदान करने के लिए अपनी ब्रांड का ई-कॉमर्स वेबसाइट 'नॉरिशस्टोर' शुरू करने की घोषणा की है। वेबसाइट शुरु किए जाने के मौके पर बीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आशीष खंडेलवाल ने कहा, "इससे ग्राहकों को हमारे उत्पादों की पूरी श्रृंखला तक बेहतर पहुंच मिलेगी, जहां वे खाद्य वस्तुओं में पोषण तत्वों से जुड़ी जानकारी पढ़ने के बाद सोच समझकर खरीदारी कर सकते हैं।" कंपनी ने एक विज्ञप्ति में बताया कि वेबस्टोर साइट नॉरिशस्टोरडॉटकोडॉटइन पर फिलहाल बिना पॉलिस की दालें, खाद्यतेल, घी, आटा समेत 9 श्रेणियों के खाद्य उत्पाद उपलब्ध है। कंपनी की प्रवक्ता रिचा खंडेलवाल ने कहा, ‘ महामारी के दौर में अधिकाधिक ग्राहक खाने पीने के सामान आललाइन खरीदने लगे है।' उन्होंने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्थानीय स्तर पर तैयार उत्पादों के विपणन को बढावा देने की ‘वोकल फार लोकल ' की अपली के अनुरूप है।
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नयी दिल्ली । बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने कर्मचारियों और उनके परिजनों को कोविड के 10 लाख टीके लगवाये हैं। कंपनी ने जिन लोगों को टीके लगवाये हैं, उनमें आरआईएल की सहयोगी तथा भागीदार इकाइयों के कर्मचारी भी शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार कंपनी अब आम लोगों को 10 लाख टीके लगाएगी।
सरकार की तरफ से निजी कंपनियों को अपने कर्मचारियों के लिये टीकाकरण की व्यवस्था की छूट के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज की परामार्थ कार्यों से जुड़ी रिलायंस फाउंडेशन ने अप्रैल में टीकाकरण शुरू किया। सूत्र के अनुसार ‘मिशन वैक्सीन सुरक्षा' के तहत टीके की 10 लाख खुराकें लगायी जा चुकी हैं। कंपनी के 98 फीसदी कर्मचारियों को टीके की कम से कम एक खुराक लग चुकी है। इसमें कर्मचारी, सहयोगी और संयुक्त भागीदार सदस्य और उनके परिजन, अस्थायी कर्मचारी, सेवानिवृत्त कर्मचारियों तथा उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा, रिलायंस फाउंडेशन और रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल ‘वी केयर इनीशिएटिव' के तहत आम लोगों को 10 लाख टीके लगाएंगे। पिछले महीने कंपनी की सालाना आम बैठक (एजीएम)में रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता एम अंबानी ने आम लोगों के लिए टीकाकरण करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था, “इस मिशन को राष्ट्रव्यापी आधार पर लागू करना एक बहुत बड़ा काम है लेकिन यह हमारा धर्म है, हर भारतीय के लिए हमारा कर्तव्य और सुरक्षा का हमारा वादा है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि एक साथ, हम कर सकते हैं और हम इससे बाहर आएंगे।'' रिलायंस ने टीकाकरण के लिए देश भर में 171 सेंटर स्थापित किए हैं। रिलायंस फाउंडेशन अब एनजीओ (गैर-सरकारी संगठनों) के जरिए 10 लाख अतिरिक्त खुराक लगाएगी। ये टीके संयंत्र के पास के लोगों को और आम जनता को लगाये जाएंगे। रिलायंस फाउंडेशन ने कोविड महामारी की रोकथाम के लिए कई पहल किये हैं। इसमें चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ ही पूरे देश में 2000 कोविड देखभाल बिस्तर की व्यवस्था आदि शामिल हैं। -
मुंबई। खाद्य समाधान एवं गेटवे सेवाप्रदाता सैट्स ने भारत में 210 करोड़ रुपये के निवेश से पहली केंद्रीय रसोई (किचन) शुरू करने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा है कि अपने ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए वह यह कदम उठा रही है। एक बयान में कहा गया है कि यह देश में सैट्स का पहला प्रमुख निवेश है। इसके तहत सैट्स देश में पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी स्थापित करेगी। यह 14,000 वर्ग मीटर में फैला केंद्रीय किचन प्रतिदिन 1,70,000 रेडी-टू-ईट मील या भोजन बनाने में सक्षम होगा। इसके 2022 तक परिचालन में आने की उम्मीद है। यह केंद्रीय रसोई बेंगलुरु के केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर स्थित होगी। यहां सैट्स ने पहल ही बेंगलुरु एयरपोर्ट सिटी (बीएसीएल) के साथ 27,000 वर्ग मीटर के प्लॉट के लिए करार किया है।
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