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- भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने खारे पानी की जलीय कृषि की उपलब्ध क्षमता का दोहन करने के लिए एक गतिशील और सुविधाजनक नीति तैयार करने का फैसला किया है। इस क्षेत्र ने पिछले 10 वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।मुख्य सचिव एस सी महापात्र की अध्यक्षता में डिजिटल तरीके से हुई बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास सचिव आर रघु प्रसाद ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में इस क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। खारे पानी की मछली का उत्पादन वर्ष 2011-12 के 11,460 टन से बढ़कर वर्ष 2020-21 में 97,125 टन हो गया है, जो रिकॉर्ड वृद्धि दर्शाता है। इसी अवधि के दौरान खारे पानी की जलीय कृषि का क्षेत्र भी 5,860 हेक्टेयर से बढ़कर 17,780 हेक्टेयर हो गया। कोविड-19 के कारण आर्थिक मंदी के बावजूद ओडिशा से समुद्री खाद्य निर्यात मूल्य भी वर्ष 2011-12 के 801 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2020-21 में 3,107 करोड़ रुपये हो गया। वर्ष 2011-12 में निर्यात की मात्रा लगभग 21,311 टन थी जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 60 हजार 718 टन हो गई।श्री प्रसाद ने कहा, "ओडिशा समुद्री भोजन ने विशेष रूप से जापान, चीन, अमेरिका, यूरोपीय संघ, दक्षिण-पूर्व एशिया और मध्य-पूर्व के देशों में वैश्विक बाजार पर कब्जा जमाया है।" उन्होंने यह भी कहा: "राज्य में सरकारी और निजी भूमि दोनों में ही खारे जलीय कृषि की अधिक संभावना है। यह क्षेत्र अधिक निजी निवेश को आकर्षित कर सकता है।'' क्षेत्र की क्षमता को ध्यान में रखते हुए, मुख्य सचिव ने राजस्व और आपदा प्रबंधन, मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास, वन और पर्यावरण विभाग और ओडिशा औद्योगिक बुनियादी ढांचा विकास निगम (आईडीसीओ) के विभागों को राज्य में खारे पानी की जलीय कृषि की उपलब्ध क्षमता के दोहन के लिए एक गतिशील और सुविधाजनक नीति तैयार करने का निर्देश दिया।
- नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि ईमानदार करदाताओं को जिम्मेदारी से अपने कर का भुगतान करने के लिए सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने विभिन्न सुधारों के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए आयकर विभाग की सराहना की।वित्त मंत्री ने 161वें आयकर दिवस पर आयकर विभाग को दिए अपने संदेश में विभिन्न प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए काम करने को लेकर विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रक्रियाओं के सरलीकरण से विभाग का कामकाज अड़चन मुक्त, पक्षपात रहित और पारदर्शी हुआ है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, वित्त मंत्री ने कहा कि ईमानदार करदाताओं का राष्ट्र की प्रगति में उनके योगदान के लिए सम्मान किया जाना चाहिए। सीतारमण ने महामारी के कारण पैदा हुई मुश्किलों के बावजूद अनुपालन की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए भी करदाताओं की सराहना की।वहीं वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि विभाग की ज्यादातर प्रक्रियाएं और अनुपालन की जरूरतें अब ऑनलाइन माध्यम पर स्थानांतरित हो गई हैं तथा करदाताओं के लिए कर कार्यालय आने की जरूरत लगभग समाप्त हो गई है या काफी सीमित रह गई है।राजस्व सचिव तरुण बजाज ने भी खुद को अर्थव्यवस्था में आए बदलावों के अनुरूप ढालने के लिए आयकर विभाग की सराहना की। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन जे. बी. महापात्रा ने राजस्व कमाने वाली इकाई तथा करदाता सेवाप्रदाता की दोहरी भूमिका निभाने के लिए कर अधिकारियों की सराहना की।
- नयी दिल्ली ।इंडसइंड बैंक ने शनिवार को कहा कि वह अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए इक्विटी और कर्ज के जरिये 30,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बना रहा है। बैंक ने शेयर बाजार को दी गयी जानकारी में कहा कि उसके बोर्ड ने ऋण प्रतिभूतियों या इक्विटी इक्विटी माध्यमों या परिवर्तनीय ऋण प्रतिभूतियों से पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) या अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट्स (एडीआर) या ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट्स (जीडीआर) के जरिये वित्त जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह कोष निजी नियोजन के आधार पर जुटाया जाएगा।बैंक का शेयरधारकों की मंजूरी और नियामकीय मंजूरी के बाद 30,000 करोड़ रुपये या इसके बराबर राशि विदेशी मुद्राओं में जुटाने का प्रस्ताव है। हालांकि बैंक ने कर्ज और इक्विटी पूंजी जुटाने के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की है। प्रस्ताव पर 26 अगस्त को बैंक की वार्षिक आम सभा में विचार किया जाएगा।
- हैदराबाद। डॉ रेड्डी लैबोरेटरीज के चेयरमैन के. सतीश रेड्डी ने शनिवार को कहा कि भारतीय फार्मा उद्योग तीन गुना होकर वर्ष 2030 तक 130 अरब डॉलर का हो जाएगा। उन्होंने अनुमान लगाते हुए कहा, ‘‘वर्तमान में हम देखे तो भारतीय दवा उद्योग 42 अरब डॉलर का है। इसमें आधी घरेलू बिक्री और आधा हिस्सा निर्यात का हैं। हमें उम्मीद है कि मौजूदा दशक में उद्योग तीन गुना होकर वर्ष 2030 तक 120 से 130 अरब डॉलर का हो जाएगा। एनआईपीईआर-हैदराबाद के गवर्नर बोर्ड के चेयरमैन रेड्डी ने संस्थान के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की आत्मनिर्भर भारत नीति, उद्योग को प्रोत्साहन और नवाचार पर जोर देने समेत कई सारे सुधार उद्योग के लिए शुभ संकेत हैं। रेड्डी ने कहा कि भारतीय दवा उद्योग ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम किया। उन्होंने इस दौरान केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया समेत अन्य संबंधित अधिकारियों के उद्योग की क्षमता बढ़ाने में मदद करने के लिए किये गए प्रयासों की सराहना भी की।
- नई दिल्ली। वैश्विक बाजार में तेजी के रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 256 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 698 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। सोने का पिछला बंद भाव 46 हजार 442 रुपये प्रति 10 ग्राम था। चांदी भी 662 रुपये के उछाल के साथ 66 हजार 111 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। इसका पिछला बंद भाव 65 हजार 449 रुपये था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ 1,808 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी 25.33 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित थी।सोना की वायदा कीमतों में भी रही तेजीमजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की, जिससे स्थानीय वायदा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 34 रुपये की तेजी के साथ 47 हजार 668 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अगस्त महीने की डिलिवरी के लिये सोने की कीमत 34 रुपये यानी 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 47,668 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 5,447 लॉट के लिये कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करने से सोना वायदा कीमतों में लाभ दर्ज हुआ।पिछले महीने सोने की कीमत में करीब 2,700 रुपये की गिरावट आई थी। पिछले साल अगस्त में यह 56 हजार 200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिेकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया था, लेकिन उसके बाद से इसकी कीमत करीब 8 हजार रुपये कम हो चुकी है। सोने की कीमतों में इन दिनों काफी उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। पिछले दिनों कोरोना के मामले बढऩे के साथ ही सोने की कीमत तेजी से बढ़ रही थी। लेकिन अब कोरोना की स्थिति सुधरने और डॉलर के मजबूत होने से सोने में एक बार फिर गिरावट आ रही है।
- नयी दिल्ली। ब्रिटेन के इलेक्ट्रिक बाइक और लाइफस्टाइल ब्रांड गोजीरो मोबिलिटी ने गुरुवार को भारत में स्केलिंग लाइट ई-बाइक पेश की, जिसकी कीमत 19,999 रुपये है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि नया मॉडल उत्पाद गुणवत्ता और कीमत के बीच एक सही संतुलन बनाता है और शहर क्षेत्रों में सवारी के लिए सबसे उपयुक्त है। बयान में कहा गया कि ई-बाइक 25 किमी प्रति घंटे (पेडल-असिस्ट के मध्यम स्तर पर) की अधिकतम गति देती है। गोजीरो के सीईओ अंकित कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लोग अपने स्वास्थ्य को पहले से कहीं अधिक गंभीरता से ले रहे हैं और ई-बाइक निजी शहरी परिवहन के रूप में सेहत के अनुकूल है तथा कोविड संबंधित जोखिमों से सुरक्षा देती है।
- नयी दिल्ली। वाहन विनिर्माता कंपनी फोर्ड इंडिया ने बृहस्पतिवार को अपने हैचबैक वाहन फिगो के स्वचालित (ऑटोमैटिक) ट्रांसमिशन वाले दो नए संस्करण पेश किए। दिल्ली में इनकी शोरूम कीमत 7.75 लाख रुपये और 8.2 लाख रुपये रखी गई है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि फिगो एटी के टाइटेनियम और टिटेनियम प्लस ट्रिम्स स्वचालित ट्रांसमिशन के साथ छह स्पीड व टॉर्क परिवर्त्तक स्वचालित ट्रांसमिशन प्रणाली से लैंस हैं । इनमें 1.2 लीटर का पेट्रोल बीएस छह इंजन लगा है। फोर्ड ने बताया कि 96 हॉर्सपावर और 119 एनएम का उच्चतम टॉर्क पैदा करने वाली फिगो एटी हैचबैक श्रेणी में प्रमुख वाहन बनी हुई है। फोर्ड इंडिया के विपणन, बिक्री और सेवा के कार्यकारी निदेशक विनय रैना ने कहा कि फोर्ड भारत में ग्राहकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी को इस श्रेणी में ग्राहकों के लिए विश्व स्तरीय स्वचालित तकनीक पेश करने पर गर्व है।
- नयी दिल्ली। जर्मनी की लग्जरी कार विनिर्माता ऑडी ने गुरुवार को ई-ट्रॉन श्रृंखला की तीन नई इलेक्ट्रिक एसयूवी पेश की, जिनकी कीमत 99.99 रुपये से शुरू हैं। ऑडी इंडिया ने एक बयान में कहा कि ये इलेक्ट्रिक एसयूवी ई-ट्रॉन 50, ई-ट्रॉन 55 और ई-ट्रॉन स्पोर्टबैक हैं, और इनकी शोरूम कीमत क्रमश: 99.99 लाख रुपये, 1.16 करोड़ रुपये और 1.18 करोड़ रुपये है। इस पेशकश पर ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा, ‘‘हम इलेक्ट्रिक गाड़ियों की अपनी यात्रा की शुरूआत करते हुए एक नहीं, बल्कि तीन एसयूवी की पेशकश की है।'' उन्होंने कहा कि ये तीनों एसयूवी में लक्जरी, शून्य उत्सर्जन, शानदार प्रदर्शन और रोजमर्रा की उपयोगिता का सही मेलजोल है। कंपनी ने तीन साल के अंदर इन गाड़ियों को दोबारा खरीदने की पेशकश भी कर रही है और आठ साल की बैटरी वारंटी दी जाएगी। ऑडी क्यूरेटेड स्वामित्व पैकेज के तहत ऑडी इंडिया दो साल से लेकर पांच साल तक के लिए सर्विस योजनाओं का विकल्प भी दे रही है।
- नयी दिल्ली। ई-कॉमर्स क्षेत्र के फ्लिपकार्ट समूह और फैशन ई-टेलर मिंत्रा ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने पर्यावरण के अनुकूल पैकेजिंग और अन्य सामग्री लेने के लिए गैर-लाभकारी संगठन कैनोपी के साथ साझेदारी की है। एक बयान में कहा गया कि कैनोपी के पैक4गुड (पैकेजिंग) और कैनोपी स्टाइल (फैशन) पहल के तहत फ्लिपकार्ट समूह की दो कंपनियां वन आधारित उत्पादों की जगह वैकल्पिक साधनों को अपनाएंगे और इसके तहत कच्चे माल के लिए जंगलों पर निर्भरता कम की जाएगी। बयान के मुताबिक, ‘‘फ्लिपकार्ट और मिंत्रा जलवायु स्थिरता कायम रखने, जैव विविधता को संरक्षित करने और स्थानीय समुदायों के अधिकारों की रक्षा में दुनिया के जंगलों की भूमिका को पहचानते हैं।'' फ्लिपकार्ट और मिंत्रा अगले तीन वर्षों में नालीदार कागज और पेपरबोर्ड के इस्तेमाल को कम करेंगे और इसकी जगह दोबारा इस्तेमाल के योग्य शिपिंग बॉक्स के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।-
- नयी दिल्ली। भारत में किराए की वेयरहाउस (भंडारण सुविधा) का सालाना कारोबार अगले तीन वर्षों में 10 करोड़ वर्ग फुट के स्तर तक पहुंच सकता है और ई-कॉमर्स एवं तीसरे पक्ष के लॉजिस्टिक वृद्धि को रफ्तार देंगे। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी। रिपोर्ट में कहा गया कि 2019 में वेयरहाउस लीजिंग 3.2 करोड़ वर्ग फुट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी थी और इसके 2023 तक करीब 10 करोड़ वर्ग फुट होने की उम्मीद है। शीर्ष रियल एस्टेट कंसल्टेंसी कंपनी सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड ने ताजा रिपोर्ट में कहा है कि विनिर्माण, ई-कॉमर्स और तीसरे पक्ष की लॉजिस्टिक्स सुविधाओं के क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि से देश में पिछले कुछ वर्षों में औद्योगिक एवं वेयरहाउसिंग गतिविधियों में तेजी आयी है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत वैश्विक विनिर्माताओं के लिए एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के तौर पर उभर रहा है। इसकी वजह देश में अनुकूल जनसांख्यिकी, बेहतर वैश्विक निवेश प्रतिस्पर्धा का माहौल, व्यापक डिजिटलीकरण, व्यापार करने में आसानी के रैंकिंग में सुधार और बढ़ती व्यापार क्षमता हैं। साथ ही सरकार अलग-अलग पहलों के जरिए राष्ट्रीय विनिर्माण तंत्र को मजबूत कर रही है। इसमें यह भी कहा गया कि बुनियादी ढांचे में सुधार और ऑनलाइन रिटेल की वृद्धि की वजह से वेयरहाउस स्थापित करने वाली इकाइयां टियर 2 और टियर 3 शहरों में अपनी मौजूदगी बढ़ाएंगी। सीबीआरई के भारत एवं दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका इकाई के अध्यक्ष अंशुमन मैगजीन ने कहा, "बीते दशक में भारत ने लगातार, सेवा आधारित अर्थव्यवस्था से आगे बढ़ते हुए एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक वैकल्पिक विनिर्माण गंतव्य बनने का लक्ष्य रखा है। नतीजतन भारत में आद्यौगिक एवं वेयरहाउसिंग क्षेत्र में वृद्धि हुई है और यह रियल एस्टेट क्षेत्र की वृद्धि को रफ्तार देने वाले सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक बन गया है।-
- नयी दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि आरबीआई अपनी खुद की डिजिटल मुद्रा चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित करने की रणनीति पर काम कर रहा है और इसे पायलट आधार पर थोक तथा खुदरा क्षेत्रों में पेश करने की प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) को लेकर सोच- विचार काफी आगे बढ़ चुका है और दुनिया के कई केंद्रीय बैंक इस संदर्भ में काम कर रहे हैं। शंकर ने कहा कि सीबीडीसी के तहत उपभोक्ताओं को उन कुछ डिजिटल मुद्राओं में देखी गई ‘अस्थिरता के भयावह स्तर' से बचाने की आवश्यकता है, जिन्हें कोई सरकारी गारंटी प्राप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक सीबीडीसी की संभावना तलाशने में लगे हैं और कुछ देश इस प्रकार की धारणा पेश की है। उन्होंने ‘विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी' के ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि संभवत: सीबीडीसी को लेकर विचार क्रियान्वयन के करीब है। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी समिति ने नीति और कानूनी ढांचे का परीक्षण किया है और देश में सीबीडीसी को डिजिटल मुद्रा के रूप में पेश करने की सिफारिश की है। डिप्टी गवर्नर ने कहा, ‘‘अन्य केंद्रीय बैंकों की तरह आरबीआई भी काफी समय से सीबीडीसी की विभिन्न पहलुओं पर गौर कर रहा है।'' सामान्य तौर पर कुछ देशों ने विशिष्ट उद्देश्य के लिये सीबीडीसी को लागू किया है। उन्होंने कहा कि आरबीआई अपनी खुद की डिजिटल मुद्रा चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित करने की रणनीति पर काम कर रहा है और इसे इस रूप से लागू किया जा सकता है जिससे बैंक व्यवस्था और मौद्रिक नीति पर कोई प्रभाव नहीं पड़े। शंकर ने कहा, ‘‘...थोक और खुदरा क्षेत्रों में पायलट आधार पर इसे निकट भविष्य में लागू किया जा सकता है....।'' डिप्टी गवर्नर ने कहा कि इसके लिये कानूनी बदलाव की जरूरत होगी क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम के तहत मौजूदा प्रावधान मुद्रा को भौतिक रूप से ध्यान में रखते हुए बनाये गये है। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप सिक्का अधिनियम, विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम में भी संशोधन की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, ‘‘ये कुछ चीजें हैं जिन्हें हम आंतरिक रूप से देख रहे हैं।''शंकर ने डिजिटल मुद्राओं से जुड़े कुछ जोखिम का भी जिक्र किया। जैसे दबाव की स्थिति में बैंक से पैसे को अचानक से निकाल लेना। उन्होंने कहा, ‘‘जोखिम जुड़े हैं लेकिन संभावित लाभों को देखते हुए उनका सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने की आवश्यकता है।
- नयी दिल्ली। स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए पूंजी जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास आवेदन किया है। ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के मसौदे के अनुसार आईपीओ के तहत 2,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे तथा प्रवर्तकों और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 60,104,677 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव है। ब्रिकी पेशकश के जरिए शेयरों की पेशकश करने वाले प्रवर्तकों में सेफक्रॉप इंवेस्टमेंट्स इंडिया एलएलपी, कोणार्क ट्रस्ट, एमएमपीएल ट्रस्ट और मौजूदा निवेशक एपिस ग्रोथ 6 लिमिटेड, एमओओ चार स्टार, यूनिवर्सिटी ऑफ नोट्रे डेम डू लैक, मियो स्टार, आरओसी कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, वेंकटसामी जगन्नाथन, साई सतीश और बर्जिस मीनू देसाई शामिल हैं। ताजा निर्गम से मिली राशि का इस्तेमाल कंपनी के पूंजी आधार को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। निजी क्षेत्र की स्वास्थ्य बीमा कंपनी स्टार हेल्थ का स्वामित्व वेस्टब्रिज कैपिटल और राकेश झुनझुनवाला जैसे निवेशकों के एक संघ के पास है।
- नयी दिल्ली। वाहन विनिर्माता कंपनी फोर्ड इंडिया ने बृहस्पतिवार को अपने हैचबैक वाहन फिगो के स्वचालित (ऑटोमैटिक) ट्रांसमिशन वाले दो नए संस्करण पेश किए। दिल्ली में इनकी शोरूम कीमत 7.75 लाख रुपये और 8.2 लाख रुपये रखी गई है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि फिगो एटी के टाइटेनियम और टिटेनियम प्लस ट्रिम्स स्वचालित ट्रांसमिशन के साथ छह स्पीड व टॉर्क परिवर्त्तक स्वचालित ट्रांसमिशन प्रणाली से लैंस हैं । इनमें 1.2 लीटर का पेट्रोल बीएस छह इंजन लगा है। फोर्ड ने बताया कि 96 हॉर्सपावर और 119 एनएम का उच्चतम टॉर्क पैदा करने वाली फिगो एटी हैचबैक श्रेणी में प्रमुख वाहन बनी हुई है। फोर्ड इंडिया के विपणन, बिक्री और सेवा के कार्यकारी निदेशक विनय रैना ने कहा कि फोर्ड भारत में ग्राहकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी को इस श्रेणी में ग्राहकों के लिए विश्व स्तरीय स्वचालित तकनीक पेश करने पर गर्व है।
- नई दिल्ली। शोध फर्म कैनालिस के अनुसार भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच इस साल अप्रैल-जून तिमाही में इससे पिछली तिमाही के मुकाबले स्मार्टफोन की आवक 13 प्रतिशत घटकर 3.24 करोड़ इकाई रह गई।रिपोर्ट में कहा गया कि हालांकि एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले स्मार्टफोन की आवक में 87 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई। गौरतलब है कि अप्रैल-जून 2020 तिमाही में सख्त लॉकडाउन के चलते दो महीने कारोबार लगभग पूरी तरह बंद था। जून 2021 तिमाही में शाओमी 29 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी (95 लाख इकाई की आवक) के साथ शीर्ष पर थी, जबकि इसके बाद सैमसंग 17 प्रतिशत (55 लाख) हिस्सेदारी के साथ दूसरे और विवो (54 लाख) के साथ तीसरे स्थान पर रहे। रिपोर्ट के मुताबिक रियलमी चौथे स्थान और ओप्पो पांचवे स्थान पर रहे।
- नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर में गिरावट और रुपये में मजबूती से दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 264 रुपये टूट कर 46 हजार 452 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछला बंद भाव 46 हजार 716 रुपये प्रति 10 ग्राम था।चांदी चार रुपये बढ़कर 65 हजार 484 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई जबकि पिछला भाव 65 हजार 480 रुपये था।शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे बढ़कर 74.43 के स्तर पर चल रहा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट लेकर 1,797 डॉलर प्रति औंस पर रहा जबकि चांदी 25.17 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल के अनुसार, ''अमेरिकी बांड प्रतिफल और डॉलर सूचकांक में वृद्धि के साथ बिकवाली से सोने की कीमतें दो सप्ताह में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं।''
- मुंबई। आईटी ,सीमेंट और धातु क्षेत्र के शेयरों को बाजार में समर्थन के बीच बीएसई सेंसेक्स में गुरुवार को 639 अंक का उछाल आया। इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आयी। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 638.70 अंक यानी 1.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ 52,837.21 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 191.95 अंक यानी 1.23 प्रतिशत उछलकर 15,824.05 अंक पर बंद हुआ।सेंसेक्स के शेयरों में 5 प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में टेक महिंद्रा का शेयर रहा। इसके अलावा, बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, एल एंड टी, टाटा स्टील और इन्फोसिस में भी प्रमुख रूप से तेजी रही। दूसरी तरफ, एचयूएल, एशियन पेंट्स, बजाज ऑटो और महिंद्रा एंड महिंद्रा में गिरावट रही।जुलिसए बेयर के कार्यकारी निदेशक मिलिंद मुचाला ने कहा कि वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख और कंपनियों के 2021-22 की पहली तिमाही के बेहतर परिणामों से घरेलू बाजार में तेजी लौटी। उन्होंने कहा, ‘‘बाजार में स्पष्ट रूप से उन शेयरों में तेजी है, जहां कमाई बेहतर है। इसमें आईटी खासकर मझोली आईटी कंपनियां, सीमेंट और धातु शामिल हैं। या फिर वृद्धि स्थिति बेहतर दिख रही है। इसमें रसायन, स्वास्थ्य क्षेत्र की कंपनियां आदि शामिल हैं। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सियोल और तोक्यो बढ़त में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी मध्याह्न कारोबार में सकारात्मक रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड एक प्रतिशत की बढ़त के साथ 72.95 पर पहुंच गया।
- नई दिल्ली। यामाहा मोटर इंडिया ने अपनी नई यामाहा एफजेड 25 मोटोजीपी मॉन्स्टर एनर्जी स्पेशल एडिशन' को भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने भारतीय बाजार में इसकी एक्स-शोरूम कीमत 1 लाख 36 हजार 800 रुपये रखी है। कंपनी ने अपने 'द कॉल ऑफ द ब्लू कैंपेन के तहत अपने लोकप्रिय एफजेड 25 मॉडल का मॉन्स्टर एनर्जी यामाहा मोटो जीपी एडिशन लॉन्च किया है।एफजेड 25 मॉन्स्टर एनर्जी यामाहा मोटो र्जीपी एडिशन में टैंक श्राउड, फ्यूल टैंक और साइड पैनल पर यामाहा मोटो र्जीपी की ब्रांडिंग दिखेगी, जिससे इसके रेसिंग बैकग्राउंड की झलक नजर आएगी।पावर परफॉर्मेंस की बात करें, तो एफजेड 25 मोटोजीपी एडिशन में कोई भी मैकेनिकल बदलाव नहीं किया गया है। इसमें पावर के लिए मौजूदा 249 सीसी एयर-कूल्ड, सिंगल-सिलिंडर इंजन दिया गया है। इसमें फ्यूल इंजेक्शन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसका इंजन 20.5 बीएचपी की मैक्सिमम पावर और 20.1 एनएम का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। इसका इंजन 5-स्पीड गियरबॉक्स से लैस है। सस्पेंशन फीचर्स की बात करें, तो इसके फ्रंट में टेलिस्कोपिक फॉक्र्स और रियर में मोनोशॉक सस्पेंशन दिया गया है।'यामाहा एफजेड 25 मोटोजीपी मॉन्स्टर एनर्जी स्पेशल एडिशन' में कई हाइटेक फीचर्स दिए गए हैं। इनमें बाइ-फंक्शनल एलईडी हेडलैंप के साथ एलईडी डीआरएल, नेगेटिव एलसीडी इंस्ट्रूमेंट कलस्टर, अंडर काउल और साइड स्टैंड के साथ इंजन कट-ऑफ स्विच दिया गया है।
- बेंगलुरु। जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (जी) ने मंगलवार को कहा कि वह बेंगलुरु में एक प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित करने जा रही है। इसके जरिये कंपनी का लक्ष्य अपने डिजिटल पहुंच का विस्तार करना है। कंपनी ने कहा कि यह केंद्र उसके एकीकृत मंच के लिए नवोन्मेषण तथा वृद्धि को आगे बढ़ाएगा। कंपनी ने कहा कि जी 4.0 की डिजिटल बदलाव यात्रा के लिए रणनीतिक कदम उठाते हुए वह बेंगलुरु के नवोन्मेषण केंद्र में 500 से अधिक विशेषज्ञों को जोड़ेगी। इन विशेषज्ञों की डिजाइन, प्रौद्योगिकी, डाटा तथा साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता होगी। कंपनी ने बयान में कहा कि उसने पहले ही 120 से अधिक विशेषज्ञों को जोड़ लिया है, जो बदलाव को आगे बढ़ाएंगे।
- नयी दिल्ली। टाटा मोटर्स ने मंगलवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने निजी नियोजन के आधार पर शेयर जारी कर 500 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। टाटा मोटर्स ने शेयर बाजार को बताया कि विधिवत अधिकृत समिति की एक बैठक ने निजी नियोजन के आधार पर 10 लाख रुपये तक अंकित मूल्य वाले अधिकतम 5,000 सूचीबद्ध, असुरक्षित, प्रतिदेय, गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्र (एनसीडी) जारी करने की मंजूरी दी। कंपनी ने हालांकि यह नहीं बताया कि इस पूंजी का इस्तेमाल किस तरह किया जाएगा।
- नयी दिल्ली। यूट्यूब ने मंगलवार को कहा कि वह भारतीय वीडियो ई-कॉमर्स मंच सिमसिम का अधिग्रहण करेगा, जिसका मकसद छोटे व्यवसायों और खुदरा विक्रेताओं को नए ग्राहकों तक पहुंचने में मदद करना है। गूगल ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, ‘‘हम दर्शकों को स्थानीय व्यवसायों के उत्पादों को खोजने और खरीदने में मदद करने के लिए एक और कदम उठा रहे हैं: हमने सिमसिम का अधिग्रहण करने के लिए एक बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और आने वाले हफ्तों में लेनदेन पूरा होने की उम्मीद है।'' कंपनी ने हालांकि लेनदेन के वित्तीय विवरण का खुलासा नहीं किया। ब्लॉगपोस्ट में कहा गया कि सिमसिम में तत्काल कोई बदलाव नहीं होगा और ऐप स्वतंत्र रूप से काम करना जारी रखेगा। सिमसिम के सह-संस्थापक अमित बगरिया, कुणाल सूरी और सौरभ वशिष्ठ ने एक संयुक्त बयान में कहा कि इस मंच की शुरुआत पूरे भारत में उपयोगकर्ताओं को आसानी से ऑनलाइन खरीदारी में मदद के लिए की गई थी।
- नई दिल्ली। सकारात्मक वैश्विक रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 253 रुपये की तेजी के साथ 47 हजार 100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46 हजार 847 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।जबकि, चांदी 61 रुपये की गिरावट के साथ 65 हजार 730 रुपये प्रति किलोग्राम रह गयी। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी का भाव 65 हजार 791 रुपये प्रति किलो था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ 1,813 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 25.06 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल के अनुसार, ''अमेरिकी ट्रेजरी आय में गिरावट तथा वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण सोने में लिवाली बढ़ गई।'
- नई दिल्ली। सरकार ने दलहन के आयातकों को स्टॉक (भंडारण) की सीमा से छूट देने की घोषणा की है। साथ ही मिलों तथा थोक कारोबारियों के लिए भी नियमों को उदार किया गया है। हालांकि, इन इकाइयों को उपभोक्ता मामलों के विभाग के पोर्टल पर अपने स्टॉक की सूचना देना जारी रखना होगा। इस बारे में एक संशोधित आदेश अधिसूचित किया गया है।केंद्र ने यह कदम देश में प्रमुख दलहनों की कीमतों में कमी आने के बाद उठाया है। सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अब स्टॉक की सीमा 31 अक्टूबर तक सिर्फ तुअर, उड़द, चना और मसूर दाल पर लागू होगी। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया, ''दालों और अन्य आवश्यक जिंसों के कीमतों को नियंत्रित करने के प्रयास के तहत सरकार ने थोक व्यापारियों, मिलों तथा आयातकों को उनपर लगाई गई स्टॉक की सीमा में ढील दी है।'' अलग से जारी बयान में मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने मिलों तथा थोक व्यापारियों के लिए स्टॉक की सीमा में ढील दी तथा आयातकों को इससे छूट दी है। यह कदम दलहन कीमतों में नरमी तथा राज्यों और अंशधारकों से मिली राय के बाद उठाया गया है। बयान में कहा गया है, ''दलहन के आयातकों को स्टॉक की सीमा से छूट देने का फैसला किया गया है। हालांकि, उन्हें अपने स्टॉक की घोषणा उपभोक्ता मामलों के विभाग के पोर्टल पर करनी होगी।'' थोक व्यापारियों के लिए स्टॉक की सीमा 500 टन की होगी। किसी एक दाल की किस्म के लिए स्टॉक की सीमा 200 टन से अधिक नहीं होगी। वहीं मिलों के लिए स्टॉक की सीमा छह माह का उत्पादन या 50 प्रतिशत की स्थापित क्षमता, जो भी अधिक है, रहेगी। वहीं खुदरा व्यापारियों के लिए स्टॉक की सीमा पांच टन की रहेगी।बयान में कहा गया है कि मिलों के लिए स्टॉक सीमा में छूट से किसानों को तुअर और उड़द की खरीफ बुवाई के लिए समय में आश्वस्त करने में मदद मिलेगी। आयातकों, मिलों, खुदरा तथा थोक व्यापारियों को स्टॉक की घोषणा पोर्टल पर करना जारी रखना होगा। यदि उनके पास तय सीमा से अधिक स्टॉक है, तो उन्हें 19 जुलाई को जारी अधिसूचना के 30 दिन के अंदर इसे तय सीमा में लाना होगा। सरकार ने दो जून को थोक और खुदरा व्यापारियों, आयातकों तथा मिलों के लिए अक्टूबर तक मूंग को छोड़कर सभी दलहनों के लिए स्टॉक की सीमा की घोषणा की थी। आयातकों तथा थोक व्यापारियों के लिए स्टॉक की सीमा 200 टन तथा खुदरा व्यापारियों के लिए पांच टन तय की गई थी। वहीं मिलों के मामले में स्टॉक की सीमा पिछले तीन माह के उत्पादन या वार्षिक उत्पादन क्षमता के 25 प्रतिशत के बराबर में जो भी अधिक हो, उसके बराबर तय की गई थी।
- नयी दिल्ली। कैनबैंक वेंचर कैपिटल फंड लिमिटेड (सीवीसीएफएल) ने बेंगलुरु की कोरोवर प्राइवेट लिमिटेड में निवेश किया है। यह एक कॉन्वरशेसनल आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस (एआई) चैटबॉट कंपनी है। सीवीसीएफएल ने अपने छठे फंड – एम्पॉवर इंडिया फंड के तहत कोरोवर में निवेश किया है। कैनबैंक वेंचर कैपिटल फंड लिमिटेड केनरा बैंक की अनुषंगी है। इससे पूर्व कैनबैंक ने फंड ऑफ फंड्स, इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट फंड के अलावा पांच अन्य वेंचर कैपिटल फंड्स को पूरा किया है। यह कंपनी का छठा फंड है. कोरोवर अपने में पहली मानव केंद्रित चैटबॉट कंपनी है। कोरोवर सेल्फ-ऑनबोर्डिंग सपोर्ट के जरिये चैटबॉट सर्विस का काम आसानी से करती है। इसके साथ ही अपने एआई विडियोबॉट प्लेटफॉर्म के जरिये ये संस्थानों की लागत में कटौती, आय में बढ़ोतरी, ग्राहकों को बेहतर अनुभव और कार्य में कुशलता प्रदान करती है। कोरोवर के पास 40 करोड़ से अधिक प्रयोगकर्ता हैं और 200 अरब से अधिक संपर्क हैं। इस मौके पर कोरोवर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अंकुश सभरलवाल ने कैनबैंक द्वारा दिए गए फंड और विश्वास के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस मदद के जरिये हमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- नयी दिल्ली। राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने कर्ज के बोझ से दबी वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण के लिए उद्योगपति अनिल अग्रवाल की कंपनी ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज की 2,962.02 करोड़ रुपये की बोली पर रोक लगा दी है। एनसीएलएटी के कार्यवाहक चेयरमैन न्यायमूर्ति ए आई एस चीमा की अगुवाई वाली दो सदस्यीय पीठ ने इस बरे में राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ द्वारा नौ जून को पारित आदेश पर रोक लगा दी। एनसीएलएटी का यह निर्णय दो असंतुष्ट ऋणदाताओं बैंक ऑफ महाराष्ट्र तथा आईएफसीआई लि. की याचिकाओं पर आया है। याचिकाकर्ता कंपनियों ने वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज की दिवाला प्रक्रिया के दौरान परिसमापन मूल्य की गोपनीयता के संभावित उल्लंघन की संभावना जताई थी। एनसीएलटी ने अपने नौ जून के आदेश में कहा था कि 13 वीडियोकॉन समूह की कंपनियों तथा समाधान योजना का मूल्य आश्चर्यजनक रूप से काफी नजदीक था। एनसीएलएटी ने इस बात का भी जिक्र किया कि एनसीएलटी ने अपने आदेश में यह निष्कर्ष दिया था कि ट्विन स्टार की समाधान योजना के तहत कुल कर्ज पर करीब 90 से 96 प्रतिशत नुकसान उठाना होगा। इस योजना के तहत 65,000 करोड़ रुपये की देनदारी पर 2,900 करोड़ रुपये दिए जाने का प्रस्ताव है। इस तरह इसमें करीब 62,100 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। ऐसे में वित्तीय ऋणदाताओ को अपने बकाया पर मात्र पांच से दस प्रतिशत राशि ही प्राप्त होगी। अपीलीय न्यायाधिकरण ने ऋणदाताओं की समिति (सीओसी), वीडियोकॉन के समाधान पेशेवर तथा सफल समाधान आवेदक ट्विन स्टार को नोटिस जारी किया है। एनसीएलएटी ने सभी से इस बारे में दो सप्ताह में जवाब देने को कहा है। इस मामले की अगली सुनवाई अब सात सितंबर को होगी। इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अधिवक्ता चैतन्य बी निकते ने कहा कि एनसीएलएटी ने बोली को मंजूरी देने वाले एनसीएलटी के आदेश पर रोक लगा दी है।
- नई दिल्ली। रोजमर्रा के उपभोग और आयुवैदिक उत्पाद बनाने वाली डाबर इंडिया ने सोमवार को कहा कि उसके गैर-कार्यकारी अध्यक्ष अमित बर्मन का धमनीविस्फार (धमनी में गुब्बार बनने) की समस्या दूर करने के लिए लंदन के एक अस्पताल में ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन सफल बताया गया है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि बर्मन (52) के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।बर्मन ने डाबर के औद्योगिक इंजीनियरिंग विभाग में काम शुरू किया और काम में मशीनों का समवेश करके श्रमबल में कमी करने और उत्पाद पैकेजिंग में सुधार आदि का नेतृत्व किया। डाबर फूड्स लिमिटेड की स्थापना करा कर कंपनी को प्रसंस्कृत खाद्य व्यवसाय में लाए। वह 1999 में डाबर फूड्स के सीईओ बने । जुलाई 2007 में, उन्होंने डाबर फूड्स के सीईओ के रूप में पद छोड़ दिया क्यों कि कंपनी का डाबर इंडिया लिमिटेड में विलय हो गया। उसके बाद उन्हें डाबर इंडिया लिमिटेड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्होंने वर्ष 2019 में डाबर इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला।वह कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से एमबीए हैं और कोलंबिया विश्वविद्यालय, अमेरिका से औद्योगिक इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की उपाधि हासिल की है।