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नवाचार के माध्यम से बच्चों को शिक्षा जोड़ने के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय: टेकाम
जशपुर जिले की समीक्षा बैठक में दिए निर्माणाधीन कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नगर पालिका क्षेत्र जशपुर में नवाचार करते हुए सोशल डिस्टेंश के साथ केबल टीव्ही के द्वारा 1100 घरों के लगभग 2200 बच्चों को शिक्षा से जोड़ा गया है। नगर पालिका क्षेत्र के 2600 घरों में केबल कनेक्शन का उपयोग किया जा रहा है। इससे यहां के 6000 बच्चों को नवाचार माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाएगी। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम को यह जानकारी आज जिला मुख्यालय जशपुर के कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में दी गई। डॉ. टेकाम ने बच्चों को शिक्षा देने के लिए किए जा रहे नवाचारों की सराहना करते हुए इसे अन्य विकासखंडो में भी संचालित करने के निर्देश दिए। डॉ. टेकाम आज उन्होंने आदिमजाति विभाग द्वारा निर्माणाधीन भवनों को शीघ्र पूर्ण करने और वन अधिकार प्राप्त पट्टों के हितग्राहियों को भूमि में लाख की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए।
मंत्री डॉ. टेकाम को स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोई भी बच्चा कोरोना महामारी के दौरान अपनी शिक्षा से वंचित न हो, इसके लिए जिले में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने एवं उनकी नियमित पढ़ाई जारी रखने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न माध्यम, केबल टी.व्ही., मोटर सायकिल गुरूजी, मोहल्ला क्लास, लाउडस्पीकर शिक्षा तथा राज्य शासन की पढ़ई तुहर दुआर योजना के तहत् वर्चुअल कक्षा का संचालन किया जा रहा है। मोटर सायकिल गुरूजी के माध्यम से शिक्षक गांव-गांव पहुंचकर मोटरसायकल पर ही बोर्ड रखकर किसी सुरक्षित स्थान पर निश्चित संख्या में बच्चों की कक्षाएं संचालित कर रहे हैं। बगीचा विकासखंड में भी पहाड़ी कोरवा परिवार के बच्चों को गिटार, हारमोनियम एवं अन्य वाद्य यंत्र का भी उपयोग कर शिक्षा दी जा रही है।
श्री टेकाम ने आदिम जाति विकास विभाग की समीक्षा करते हुए छात्र-छात्राओं के लिए निर्मित किए जा रहे समस्त आश्रम-छात्रावास भवनों एवं अन्य निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए। पोस्ट-मैट्रिक एवं प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के संबंध में बच्चों के खातों को बैंक से पुष्टि कराकर छात्र-छात्राओं के खातों में सीधे छात्रवृत्ति प्रदान करने की बात कही। उन्होंने अल्पसंख्यक एवं अंतर्राज्यीय छात्रवृत्ति का भी समय पर भुगतान करने, वन अधिकार मान्यता पत्र के संबंध में पात्र हितग्राहियों की जांच कराकर उन्हें योजना से लाभांवित करने के निर्देश दिए। डॉ. टेकाम ने कहा कि जिन हितग्राही को वन अधिकार पत्र प्राप्त हो गया है उनकी आय बढ़ाने के लिए लाख की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने सरगुजा विकास प्राधिकरण एवं मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण के तहत् स्वीकृत कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
मंत्री डॉ. टेकाम ने खाद-बीज, ऋण वितरण, धान उठाव, चबुतरा निर्माण, गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए सोसायटी के लिए स्थान का चिन्हांकन कर चबुतरा निर्माण कार्य शीघता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। सहकारिता विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में 8907 किसानों को 7776 मीट्रिक टन खाद का वितरण कर दिया गया है। 11,123 क्विंटल धान बीज का वितरण किया गया है। जिले में खरीफ फसल के लिए 20 करोड़ 21 लाख 67 हजार ऋण वितरण वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि सहकारी समितियों से धान उठाव का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में वर्तमान में 17 सोसायटी संचालित है और 7 नए सोसायटी के प्रस्ताव भेजे गए हैं। गोधन न्याय योजना के तहत् ग्रामीण क्षेत्रों के 64 गौठान एवं 5 नगरीय क्षेत्र में 5 अगस्त तक 849 क्विंटल गोबर खरीदी की गई जिसके एवज में हितग्राहियो ंको 1 लाख 69 हजार का भुगतान उनके खाते में किया गया है। बैठक में जशपुर विधायक श्री विनय भगत, माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के सदस्य श्री पवन अग्रवाल, कलेक्टर श्री महादेव कावरे, पुलिस अधीक्षक श्री बालाजी राव, जिला पंचायत सीईओ श्री के.एस. मण्डावी सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे। -
मंत्री मोहम्मद अकबर की पहल पर बना पक्का नाला
रायपुर। बरसात के दिनों में स्थानीय नाले की उफान की वजह से बानो गांव में निर्मित होने वाली बाढ़ की स्थिति से अब ग्रामीणों को निजात मिल गई है। बानो गांव बाढ़ की चपेट में आने से पूरी तरह सुरक्षित हो गया है। यह संभव हुआ है क्षेत्रीय विधायक एवं वन मंत्री मोहम्मद अकबर की विशेष पहल से। वर्षों से बाढ़ की समस्या से जूझ रहे बानो गांव के ग्रामीणों को इससे उबारने के लिए गांव के बीच से बहने वाले नाले से जल निकासी को बेहतर बनाने के लिए इसका गहरीकरण कराए जाने के साथ ही नाले को पक्का बना दिया गया है। बानो कबीरधाम जिले के अंतर्गत सहसपुर लोहारा ब्लाक का गांव है। इस गांव नाले से हर साल बरसात के दिनों में गांव में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो जाती थी। घरों में पानी घुसने की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। पक्का नाला और गांव में पानी न घुसे, इसका प्रबंध किए जाने की ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग अब पूरी हो गई है। ग्राम पंचायत बानो में बरसात के मौसम में नाले का पानी बाढ़ के रूप में तब्दील हो जाता था। इस कारण ग्रामीणों के घरों में नाले का पानी घुस जाया करता था। इसके कारण ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान होने के साथ-साथ गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता था। बानो निवासियों ने बाढ़ की पुरानी समस्या से कवर्धा विधायक व मंत्री श्री मोहम्मद अकबर को अवगत कराया। मंत्री श्री अकबर की पहल पर जिला प्रशासन द्वारा मनरेगा से 12.22 लाख रूपए की लागत से 267 मीटर लम्बा यह पक्का नाले का निर्माण कराया गया है। पक्का नाला से बहने वाले पानी को गांव के सीमा से बाहर छोड़ने के लिए कच्चा नाला गहरीकरण एवं सफाई कार्य भी कराया जा रहा है। लगभग 1200 मीटर लम्बे बने इस नाले से ढाई सौ की आबादी वाले गांव बानो को अब सीधे लाभ होने लगा है। ग्राम पंचायत बानों की सरपंच श्रीमती भगवंतीन पटेल एवं ग्रामीणों ने वर्षों पुरानी नाले की समस्या के निदान के लिए मंत्री श्री मोहम्मद अकबर सहित जिला प्रशासन का आभार जताया है। -
रायपुर ।राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य औषधि पादप बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक राज्य औषधि बोर्ड कार्यालय में 13 अगस्त को दोपहर एक बजे पदभार ग्रहण करेंगे। राज्य औषधि बोर्ड कार्यालय वर्तमान में राजधानी रायपुर स्थित विधानसभा भवन के समीप राज्य वन अनुसंधान संस्थान भवन के प्रथम तल में संचालित है। पदभार ग्रहण के दौरान वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर तथा पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव भी उपस्थित रहेंगे। यह जानकारी छत्तीसगढ़ राज्य औषधि पादप बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जे.ए.सी.एस. राव द्वारा दी गई है।
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7 मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर, 16 केंद्रों में ट्रू-नाट मशीनों तथा सभी जिलों में रैपिड एंटीजन किट से जांच
प्रदेश में अब तक 3.89 लाख सैंपलों की जांच
176 कोविड केयर सेंटर्स में अभी 20,750 बिस्तर उपलब्ध
रायपुर । कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए शासन द्वारा सैंपल जांच की सुविधा लगातार बढ़ाए जाने के फलस्वरूप अब प्रदेश में रोजाना सैंपल जांच की क्षमता 11 हजार के करीब पहुंच गई है। अभी एम्स रायपुर के साथ ही प्रदेश के सभी छह शासकीय मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर, 16 केंद्रों में ट्रू-नाट मशीनों से और सभी जिलों में रैपिड एंटीजन किट से सैंपलों की जांच की जा रही है। कोविड-19 की पहचान के लिए प्रदेश में 11 अगस्त तक कुल तीन लाख 88 हजार 852 सैंपलों की जांच की जा चुकी है। इनमें से तीन लाख एक हजार 29 सैंपलों की जांच आरटीपीसीआर तकनीक से, 29 हजार 797 की जांच ट्रू-नाट विधि से और 58 हजार 206 सैंपलों की जांच रैपिड एंटीजन किट से किए गए हैं।
प्रदेश के सात मेडिकल कॉलेजों में स्थापित बीएसएल-2 लैब में रोजाना आरटीपीसीआर जांच की कुल क्षमता 4500 है। वहीं विभिन्न जिलों के 16 केंद्रों में स्थापित ट्रू-नाट मशीनों से रोज 2040 सैंपलों की जांच की जा सकती है। रैपिड एंडीजन किट से भी सभी 28 जिलों में प्रतिदिन 4450 सैंपलों की जांच की जा सकती है। आगामी 8-10 दिनों में सभी जिलों में ट्रू-नाट विधि से सैंपल जांच शुरू हो जाएगी। इसके लिए लैबों में मशीन स्थापना का काम तेजी से जारी है। प्रदेश के तीन निजी लैबों द्वारा भी सैंपलों की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। वहीं दो अस्पतालों में ट्रू-नाट विधि से कोरोना संक्रमण की पुष्टि के लिए सैंपल जांच की अनुमति दी गई है।
कोरोना वायरस संक्रमितों की पहचान के लिए जांच का दायरा बढ़ाने के साथ ही प्रभावितों के इलाज के लिए विशेषीकृत कोविड अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स में सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। कोविड-19 के लक्षणरहित और हल्के लक्षण वाले मरीजों के इलाज के लिए प्रदेश भर के 176 कोविड केयर सेंटर्स में 20 हजार 750 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। प्रदेश के सभी जिलों में अभी कुल लगभग 25 हजार बिस्तरों के लक्ष्य के साथ इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है। प्रदेश के 30 विशेषीकृत कोविड अस्पतालों में 3384 मरीजों के इलाज की व्यवस्था है। गंभीर मरीजों के लिए यहां 479 वेंटिलेटर्स के साथ 445 आईसीयू और 296 एचडीयू (High Dependency Unit) बिस्तर हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित 166 क्वारेंटाइन सेंटर्स में भी 4261 बिस्तर हैं। रायपुर और बिलासपुर के कुछ निजी अस्पतालों को भी कोविड-19 के इलाज की अनुमति दी गई है।
- रायपुर। कलेक्टर डॉ एस भारतीदासन के निर्देश पर जिले के विभिन्न उर्वरक निर्माता कंपनी द्वारा निर्मित उर्वरक की गुणवत्ता की जांच हेतु गठित दल द्वारा नमूना लिया गया।इसी तारतम्य में रासायनिक उर्वरक जिंक सल्फेट निर्माता कंपनी मेसर्स ओम केमिकल्स उरला स्थित विनिर्माण इकाई का आकस्मिक निरीक्षण दल के द्वारा किया गया। कंपनी द्वारा निर्मित जिंक सल्फेट उवर्रक के 2 नमूने परीक्षण हेतु लिया जाकर उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला भेजा गया। उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 का उल्लंघन पाये जाने के कारण उर्वरक निरीक्षक ने आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3 के तहत उर्वरक गुण नियंत्रण आदेश 1985 खंड 28,में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उर्वरक निरीक्षक के द्वारा खंड 19 के अंतर्गत भंडारण एवं विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाकर रासायनिक उर्वरक जिंक सल्फेट 46 टन जब्त कर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।इसी तरह उर्वरक निर्माता कंपनी मेसर्स अल्फा क्रॉप साइंस, 372 सेक्टर-सी, उरला इण्डस्ट्रीयल क्षेत्र रायपुर के परिसर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान 2 नमूने मिश्रित उर्वरक एवं 3 नमूने कीटनाशी लिया जाकर परीक्षण हेतु गुण नियंत्रण प्रयोगशाला में भेजा गया। उर्वरक निर्माता कंपनी मेसर्स माधव एग्रो इण्डस्ट्रीज भनपुरी रायपुर के विनिर्माण परिसर का निरीक्षण किया गया। रासायनिक उर्वरक जिंक सल्फेट एवं मैग्नीशियम सल्फेट के 1-1 नमूना लिया गया। उर्वरक निर्माता कंपनी मेसर्स संगम इस्पात लिमि. इण्डस्ट्रीयल क्षेत्र सरोरा रायपुर के परिसर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान 1माइकोरायजा जैव उर्वरक का नमूना लिया जाकर परीक्षण हेतु गुण नियंत्रण प्रयोगशाला भेजा गया।उपसंचालक आर एल खरे ने बताया कि जिले में विभिन्न प्रकार के रासायनिक उर्वरक के 121 नूमने उर्वरक निर्माता कंपनी एवं विक्रय केन्द्रों से लिया जाकर परीक्षण हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है। खरीफ मौसम में गुणवत्तायुक्त रासायनिक उर्वरक का भंडारण- वितरण हेतु जिले के समस्त विक्रय केन्द्रों का निरीक्षकों के द्वारा सतत् निरीक्षण कर गुणवत्ता हेतु निगरानी रखी जा रही है। कृषि आदानों के गुणवत्ता अमानक पाये जाने की स्थिति में प्रावधानानुसार कड़ी कार्यवाही की जायेगी, इस हेतु जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है।उन्होंने कृषको को प्राथमिक सहकारी समिति विक्रय केन्द्र से आवश्यकता अनुसार उर्वरक प्राप्त करने कहा है।उर्वरक आपूर्ति अथवा गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की संशय होने पर क्षेत्रीय कृषि अधिकारी अथवा किसान हेल्प लाईन टोल फ्री नं. 18002331850 जिला रायपुर से संपर्क कर सकते है।
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उत्तर बस्तर कांकेर ।मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी और संसदीय सचिव एवं कांकेर विधानसभा क्षेत्र के विधायक शिशुपाल शोरी ने आज बुधवार को कांकेर शहर में किये जा रहें सड़क निर्माण एवं सौन्दर्यीकरण कार्यों का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान उनके साथ जिले के कलेक्टर श्री के.एल. चौहान, वनमण्डलाधिकारी अरविंद पी.एम. अपर कलेक्टर एस.के वैद्य, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता आर.आर वैष्णव, एसडीएम कांकेर उमाशंकर बंदे, राष्ट्रीय राजमार्ग के एसडीओ संतोष नेताम, मुख्य नगर पालिका अधिकारी डॉ. कल्पना ध्रुव और तहसीलदार कांकेर मनोज मरकाम भी मौजूद थे।संसदीय सलाहकार श्री राजेश तिवारी और संसदीय सचिव श्री शिशुपाल शोरी ने कांकेर शहर से प्रवाहित होने वाले दूध नदी के पुल से लेकर घड़ी चौक तक संचालित सड़क निर्माण कार्य का पैदल निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक मार्गदर्शन दिये। उन्होंने पुराना बस स्टैण्ड का भी निरीक्षण किया और उसे व्यवस्थित करने के संबंध में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये। घड़ी चौक के पास बीएसएनएल ऑफिस के सामने बाल उद्यान एवं ओपन जिम का द्रुत गति से निर्माण किया जा रहा है, जिसका निरीक्षण किया गया एवं आवश्यक मार्ग दर्शन दिये गये।
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रायगढ़ । शासन द्वारा स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2020 को शुष्क दिवस घोषित किया गया है। कलेक्टर श्री भीम सिंह ने शुष्क दिवस पर जिले की समस्त देशी मदिरा (सी.एस.-2 घघ), विदेशी मदिरा (एफ.एल.-1 घघ एवं एफ.एल.-3 होटल बार)दुकानों तथा भण्डारण भाण्डागार को पूर्ण रूप से बंद रखने हेतु आदेश जारी किया है।
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कलेक्टर भीम सिंह ने परिसर का लिया जायजा
इलाज के लिये 300 बेड की तैयारी के दिये निर्देश
रायगढ़ । कलेक्टर श्री भीम सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुये आज शहर के समीप केआईटी (किरोड़ीमल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी)परिसर में कोविड अस्पताल बनाये जाने हेतु 300 बेड तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने केआईटी परिसर के मुख्य भवन तथा अध्यापन कक्ष में सभी आवश्यक सुविधा सहित 300 बेड की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने भवन में पूरे परिसर की साफ-सफाई तथा पानी की आपूर्ति के लिये नगर निगम के अधिकारियों को तथा भवन में डॉक्टर, नर्सेस तथा संक्रमित मरीजों के लिए अलग-अलग शौचालय तथा स्नानगृह तैयार करने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सौंपते हुये दो दिनों के भीतर सभी कार्य पूर्ण करने को कहा। केआईटी प्रबंधन द्वारा जानकारी दी गई कि भवन में सीसीटीवी कैमरे लगे हुये है। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी सीसीटीवी कैमरे और लाईट, पंखे सहित सभी विद्युत उपकरणों की जाचं कर चालू करने के निर्देश दिये ताकि यहां इलाज के लिये आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी को सारंगढ़ क्षेत्र के ग्राम छोटे खैरा में जहां सर्वाधिक संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये है वहां विशेष कैम्प का आयोजन कर गांव के बच्चों, बुजुर्ग सहित सभी लोगों के सेम्पल प्राप्त कर जांच कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने रायगढ़ शहर में सेम्पलों की जांच का दायरा बढ़ाने और कन्टेमेन्ट क्षेत्र के निवासियों तथा छोटे-छोटे व्यवसायी, शासकीय कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों तथा अन्य कारोबार से जुड़े लोगों का रेण्डम सेम्पल एकत्र कर जांच कराने के निर्देश दिये, इसी प्रकार कोरोना संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण दिखाई देने वाले सर्दी, खांसी, और बुखार जैसे लक्षण पाये जाने वाले व्यक्तियों तथा संक्रमित पाये गये मरीजों के प्रायमरी कान्टेक्ट में आने वाले व्यक्तियों की भी सेम्पल जांच करने को कहा। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं चिकित्सक तथा आदिवासी विकास विभाग एवं लोक निर्माण विभाग तथा केआईटी प्रबंधन के अधिकारी उपस्थित थे।
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रायपुर । वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य में चलाए जा रहे लोक स्वास्थ्य परंपरा संवर्धन अभियान के तहत निःशुल्क औषधीय पौधों का वितरण जारी है। इसके तहत पौधों का वितरण 13 तथा 14 अगस्त को संजीवनी मार्ट वन कार्यालय परिसर बिलासपुर में किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ राज्य औषधीय पादप बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जे.ए.सी.एस. राव से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य औषधीय पादप बोर्ड रायपुर, वन विभाग तथा परंपरागत वनौषधि प्रशिक्षित वैद्य संघ छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में लोक स्वास्थ्य परंपरा संवर्धन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत बिलासपुर में गिलोय, अडूसा, तुलसी, पिपली, अश्वगंधा, कालमेघ, गुड़मार, स्टीविया, सहजन, निर्गुणी, ब्राम्ही, घृत कुमारी, मंडूपपर्णी, आंवला तथा सतावर आदि के जीवन रक्षक औषधीय पौधों का वितरण किया जाएगा। वनमंडलाधिकारी बिलासपुर श्री कुमार निशांत ने बताया कि इसका वितरण 13 तथा 14 अगस्त को सुबह 11 बजे से अपरान्ह 4 बजे तक होगा। इन औषधीय पौधों को आसानी से घर के गमलों में लगाया जा सकता है।
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रायपुर । वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने आज राजधानी के शंकर नगर स्थित अपने निवास कार्यालय में ’जंगली हाथी से सुरक्षा निर्देशिका’ का विमोचन किया। उन्होंने हाथियों से सुरक्षा और जन जागरूकता के लिए इस निर्देशिका के प्रकाशन पर वन विभाग तथा वसुंधरा प्रकृति संरक्षण समिति के संयुक्त प्रयास की सराहना करते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी।
वन मंत्री श्री अकबर ने इस अवसर पर कहा कि राजधानी रायपुर के वसुंधरा प्रकृति संरक्षण समिति द्वारा प्रकाशित यह सचित्र निर्देशिका निश्चित रूप से ’मानव-हाथी द्वन्द’ को कम करने में प्रभावी तथा कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने अवगत कराया कि वर्तमान में जंगली हाथी प्रभावित क्षेत्रों में जन जागरूकता कार्यक्रमों के तहत विभाग द्वारा अनेक कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है, जिससे जन- धन तथा फसल हानि को कम किया जा सके।
इस सचित्र निर्देशिका में बताया गया है कि हाथी एक बहुत ही शांत, समझदार तथा सामाजिक प्राणी होता है। इनके स्वभाव को समझकर तथा जन-जागरूकता से मानव-हाथी द्वन्द को कम किया जा सकता है। जहां भी हाथियों की उपस्थिति की सूचना मिले तथा हाथी विचरण क्षेत्र में टूटे हुए बिजली के खम्भे अथवा बिजली के झूलती हुई तार दिखने की स्थिति में तत्काल वन विभाग एवं बिजली विभाग के अधिकारियों को सूचित करें। इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी, वसुंधरा प्रकृति संरक्षण समिति के श्री ज्ञानेन्द्र पाण्डेय सहित संस्था से जुड़े लोग उपस्थित थे।
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पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और अस्पताल प्रबंधन से दूरभाष पर चर्चा कर ली स्वास्थ्य की जानकारी
रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी की धर्मपत्नी वीणा सिंह जी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। श्री बघेल ने डॉ. रमन सिंह और अस्पताल के संचालक संदीप दवे से दूरभाष पर चर्चा कर वीणा सिंह के स्वास्थ्य और उनके उपचार की जानकारी ली ।
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- कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने दिए निर्देश
दुर्ग /कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने सभी जिलास्तरीय अधिकारियों को कोरोना संकट के चलते प्रभावित हुए विभागीय कार्यों को देखते हुए विशेष रणनीति बनाकर तय समय में विभागीय लक्ष्य पूरे करने की दिशा में काम करने कहा है। उन्होंने कहा कि बेहतर रणनीति से और कड़ी मेहनत से इसे प्राप्त करने में कठिनाई नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने विभाग के कार्यो को पूर्ण जवाबदेही और गंभीरता से करें।
कलेक्टर ने शासन की महत्वपूर्ण गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की जानकारी लेते हुए सम्बंधित अधिकारियों से कहा है कि योजना के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की चूक या लापरवाही नहीं होनी चाहिए। गौठान में पशुपालकों से गोबर की खरीदी, खरीदे गए गोबर का विधिवत वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने और समय पर अनिवार्य रूप से भुगतान का कार्य करें। उन्होंने बताया कि हर 15 दिन में गोबर का भुगतान किया जाना है। निर्धारित राशि सम्बंधित पशुपालक के खाते में जमा कराएं। पहला भुगतान 5 अगस्त को किया जा चुका है। भुगतान की अगली तिथि 20 अगस्त को निर्धारित की गई है। इस तरह से हर 15 दिन में भुगतान हो सके, इसके लिए पूरी तैयारी रखने की बात उन्होंने कही। खरीदे गए गोबर का वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के लिए सभी स्वसहायता समूहों को ट्रेनिंग के संबंध में भी उन्होंने निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि योजना की सफलता गोबर का कम्पोस्ट खाद बनाने से होगी। इसके लिए सभी गौठानों मे पर्याप्त संख्या में वर्मी टैंक का निर्माण, गायों के बैठने के लिए चबूतरा शेड निर्माण सहित पशुओं के पीने के लिए पानी की व्यवस्था निश्चित रूप से होनी चाहिए।
कलेक्टर ने कहा कि बरसात के मौसम के चलते बीमारियों के रोकथाम एवं उपचार के लिए सतर्क व तैयार रहें। पूर्व वर्ष में डेंगू से प्रभावित क्षेत्रों में अभी से पैनी नजर रखें। लोगों को सतर्कता से रहने जागरूकता अभियान चलाए। संक्रमण को रोकने सभी जरूरी उपाय अभी सुनिश्चित कर लेवें। उन्होंने कहा कि बारिश के बाद डेंगू फैलने की आशंका बनी रहती है। इसके मद्देनजर संबंधित क्षेत्र पर नजर बनाए रखें।
कलेक्टर ने पाइप लाईन बिछाने के लिए खोदे गए सड़क के गड्ढों को पूर्णरूपेण ठीक करने कहा है। कई जगह खोदे गए गड्ढों को क्षतिग्रस्त स्थिति में छोड़ दिये जाने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए इसे ठीक करने कहा है।
कलेक्टर ने पाइप लाईन बिछाने के लिए खोदे गए सड़को के गड्ढो को पूर्णरूपेण ठीक करने कहा है।
उन्होंने महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग सहित समाज कल्याण को अनुदान प्राप्त संस्थाओं का निरीक्षण कर यहां प्रदाय की जा रही सेवाएं व इसकी गुणवत्ता का निरीक्षण नियमित रूप से करने कहा जिससे हितग्राहियों को इनकी सेवाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने प्राथमिकता वाले योजना जैसे उचित मूल्य की दुकान का संचालन, पेंशन भुगतान, स्वास्थ्य, पेयजल की सुविधा जैसी बुनियादी सुविधाओं का बेहतर क्रियान्वयन करते हुए हितग्राहियों को इसका लाभ पहुंचाने कहा। कलेक्टर ने सड़क पर सिग्नल में बच्चों के भीख मांगने पर पूर्ण रूप से रोक लगाने कहा। ऐसे बच्चों के अभिभावकों के लिए किसी प्रकार के रोजगार की व्यवस्था व व्यवस्थापन के निर्देश भी उन्होंने दिए।
जिले में हो रहे विभिन्न निर्माण कार्यो की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यो की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता नही किया जाएगा। कलेक्टर ने अन्य विभागों के कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय सुनिश्चित करते हुए अपना कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं प्रभावी रूप से करें। बैठक में नगर निगम भिलाई आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक, अपर कलेक्टर एवं नगर निगम रिसाली आयुक्त श्री प्रकाश सर्वे, अपर कलेक्टर श्री बीबी पंचभाई, सहायक कलेक्टर श्री जितेंद्र यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। -
कोटमी में विश्राम गृह निर्माण की दी स्वीकृति
रायपुर। लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले के प्रवास के दौरान पेन्ड्रा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा की। उन्होंने जिले में स्वीकृत सड़कों, भवनों एवं पुलों का निर्माण समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने क्षेत्र की जनता की मांग पर कोटमी में रेस्ट हाउस के निर्माण की स्वीकृति दी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्माण कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला अधिकारियों को मैदानी क्षेत्रों का नियमित रूप से दौरा कर निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। लोक निर्माण मंत्री ने जिले की सड़कों के मरम्मत कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं, ताकि लोगों को आवागमन में असुविधा न हो। बैठक में बताया गया कि जिले में लगभग 150 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न सड़कों का निर्माण प्रगति पर है। इनमें बसंतपुर-भाड़ी मार्ग का उन्नयन एवं चौड़ीकरण लम्बाई 5 किलोमीटर लागत 11 करोड़ 56 लाख रूपए, अमरपुर मुख्य मार्ग से जनपद पंचायत पेण्ड्रा पहुॅच मार्ग लम्बाई 1.50 किलोमीटर लागत 3 करोड़ 55 लाख रूपए, गौरेला-खोडरी मुख्य मार्ग पर भदौरा से धनगवां ग्राम पंचायत तक निर्माण कार्य लम्बाई 3 किलोमीटर लागत 2 करोड़ 81 लाख रूपए शामिल है। इसी तरह पेन्ड्रा बायपास मार्ग लम्बाई 12.50 किलोमीटर लागत 54 करोड़ 25 लाख रूपए, सिवनी से मरवाही मार्ग चौड़ीकरण लम्बाई 12.20 किलोमीटर लागत 36 करोड़ 3 लाख रूपए, गौरेला-करंगरा मार्ग का चौड़ीकरण लम्बाई 15.20 किलोमीटर लागत 34 करोड़ 36 लाख और केंवची-गौरेला मार्ग में पुलिया निर्माण लागत 3 करोड़ 48 लाख रूपए के निर्माण कार्य प्रगति पर है। बैठक में बताया गया कि केंवची-गौरेला मार्ग में पुलिया निर्माण कार्य प्रगति पर है। एक पुलिया का स्लैब पूर्ण हो चुका है और दूसरे पुलिया में फाउन्डेशन का कार्य प्रगति पर है। मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के तहत 21 कार्यों के लिए एक करोड़ 37 लाख 62 हजार रूपए की स्वीकृति प्राप्त हुई है। बैठक में विधायक श्रीमती रेणु जोगी, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू, कलेक्टर श्री डोमन सिंह सहित लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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रायपुर। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले के मुख्यालय पेन्ड्रा में कलेक्टर कार्यालय में गृह (पुलिस) विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर कानून व्यवस्था की समीक्षा की। मंत्री श्री साहू ने कहा कि पुलिस विभाग की कार्य शैली ऐसी होनी चाहिए कि जनता के मन में पुलिस के लिए सम्मान हो और अपराधियों के मन में पुलिस के लिए भय हो। उन्होंने अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिसबल को सजग होकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस त्वरित कार्रवाई में जुट जाए तो अपराधों की गुत्थी आसानी से सुलझायी जा सकती है। इसके साथ ही जनता में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ता है। पुलिस का व्यवहार आम नागरिकों से सम्मानजनक और सहानुभूतिपूर्ण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में पुलिस विभाग की बेहद अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस थानों में बलवृद्धि एवं बलों की क्षमता के विकास हेतु शासन द्वारा प्रयास किया जा रहा है। गृह मंत्री ने जिले में सड़क दुर्घटनाओ को रोकने के लिए यातायात नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। बैठक में विधायक श्रीमती रेणु जोगी, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू, कलेक्टर डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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होटल, रेस्टोरेंट,ठेले एवं पान दुकान को प्रातः 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक संचालित करने की अनुमति
कांकेर। नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए चेम्बरऑफ कामर्स कांकेर द्वारा दिये गये प्रस्ताव अनुसार कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकरी श्री के.एल. चौहान द्वारा व्यापारिक प्रतिष्ठानों एवं दुकानों को कांकेर शहर में 12 अगस्त से आगामी आदेश पर्यन्त प्रातः 7 बजे से सायं 7 बजे तक तथा होटल, रेस्टोरेंट, ठेले (गुपचुप, चाट, नास्ता) एवं पान दुकानों को प्रातः 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक संचालित करने की अनुमति प्रदान की गई है। मेडिकल स्टोर्स, पैथालॉजी लैब, गैस एजेंसी, पेट्रोल पंप, दुग्ध दुकान और फल दुकान को समय सीमा के बंधन से मुक्त रखा गया है।
अत्यावश्यक सेवाओं से संबंधित प्रतिष्ठानों जैसे मेडिकल स्टोर्स, पैथालॉजी लैब, गैस एजेंसी, पेट्रोल पंप, दुग्ध दुकान और फल दुकान को छोड़कर शेष सभी प्रतिष्ठान एवं दुकान कांकेर शहर में सप्ताह में एक दिन मंगलवार को बंद रहेगी। कांकेर शहर के साप्ताहिक बाजार में केवल सब्जी विक्रय की अनुमति होगी तथा अन्य वस्तुओं के विक्रय की अनुमति नहीं होगी। संचालन हेतु अनुमति प्राप्त प्रतिष्ठान तथा दुकान में बिना मास्क लगाये सामग्री का विक्रय नहीं किया जायेगा एवं बिना मास्क लगाये ग्राहकों को सामग्री भी नहीं दिया जायेगा। प्रतिष्ठान व दुकान संचालकों को सोशल, फिजीकल डिस्टेंसिंग के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में जारी दिशा निर्देशों को कड़ाई से पालन करना होगा। नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु शासन तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी कार्यालय कांकेर से पूर्व में जारी प्रतिबंधात्मक आदेश की शर्ते यथावत रहेंगी। -
रायपुर। प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में संकलित जानकारी के अनुसार प्रदेश में एक जून से अब तक कुल 683.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। प्रदेश में सर्वाधिक बीजापुर जिले में 976.9 मिमी. और सबसे न्यूनतम कबीरधाम में 459.2 मिमी. औसत वर्षा अब तक रिकार्ड की गई है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में संकलित की गई जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा जिले में 498.7 मिमी, सूरजपुर में 958.9 मिमी, बलरामपुर में 661.9 मिमी, जशपुर में 821.4 मिमी, कोरिया में 686.4 मिमी, रायपुर में 581.0 मिमी, बलौदाबाजार में 603.7 मिमी, गरियाबंद में 641.6 मिमी, महासमुन्द में 765.7 मिमी, धमतरी में 706.5 मिमी, बिलासपुर में 698.4 मिमी, मुंगेली में 485.9 मिमी, रायगढ़ में 626.5 मिमी, जांजगीर-चांपा में 562.1 मिमी तथा कोरबा में 827.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। इसी प्रकार गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में 683.8 मिमी, दुर्ग में 600.6 मिमी, राजनांदगांव में 534.6 मिमी, बालोद में 665.8 मिमी, बेमेतरा में 571.1 मिमी, बस्तर में 644.1 मिमी, कोण्डागांव में 942.2 मिमी, कांकेर में 601.6 मिमी, नारायणपुर में 796.6 मिमी, दंतेवाड़ा में 827.8 मिमी तथा सुकमा में 692.9 औसत दर्ज की गई है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित की गई जानकारी के अनुसार प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज 12 अगस्त को सुबह रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सरगुजा जिले में 3.2 मि.मी., सूरजपुर में 1.5 मि.मी., बलरामपुर में 3.3 मि.मी. तथा कोरिया में 5.3 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की गयी। इसी तरह से रायपुर में 5.7 मिमी, बलौदाबाजार में 0.5 मिमी, गरियाबंद में 7.1 मिमी, महासमुन्द में 3.1 मिमी., धमतरी में 2.8 मिमी, रायगढ़ में 0.3 मिमी, जांजगीर-चांपा में 0.1 मिमी, कोरबा में 0.2 मिमी., दुर्ग में 14.8 मिमी, कबीरधाम में 33.7 मिमी., राजनांदगांव में 18.5 मिमी, बालोद में 0.9 मिमी, बेमेतरा में 1.6 मिमी, बस्तर में 9.0 मिमी, कोण्डागांव में 7.2 मिमी, कांकेर में 21.9 मिमी, नारायणपुर में 13.3 मिमी, दंतेवाड़ा में 10.4 मिमी, सुकमा में 14.1 मिमी तथा बीजापुर में 8.3 मिमी, औसत वर्षा दर्ज की गई।
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रायपुर। नगर निगम रायपुर के सभी 10 जोनो की विशेष टीमों द्वारा काउकेचर वाहन से राज्य शासन के आदेशानुसार रोका छेका अभियान के तहत प्रतिदिन जोन स्तर पर मुख्य मार्गो में अभियान चलाकर सडक से आवारा मवेशियों की धरपकड कर उन्हें निगम के कांजीहाउस व गौठान में भेजने का क्रम प्रतिदिन निरंतर तेज गति से जारी है। आयुक्त सौरभ कुमार के आदेशानुसार सभी जोन कमिश्नर प्रतिदिन रोका छेका अभियान की मॉनिटरिंग कर जोन स्तर पर विशेष टीम की सहायता से काउकेचर वाहन से आवारा मवेशियों की धरपकड कर उन्हें गौठान भेजना निरंतर सुनिश्चित करवा रहे हैं। आज अभियान चलाकर काउकेचर वाहन की सहायता से नगर निगम जोन 10 की विशेष टीम ने आज अभियान निरंतरता से जारी रखते हुए जोन 10 के तहत आने वाले मुख्य मार्गो देवपुरी, डुमरतराई, व्हीआईपी रोड से 18 आवारा मवेशियों की धरपकड़ कर उन्हें फुण्डहर गौठान काउकेचर वाहन की सहायता से भेजने की कार्यवाही की। अभियान निरंतर तेजी गति से रोका छेका के तहत सभी जोनो में सडक पर होने वाले प्रदूषण, गंदगी, यातायात बाधा आदि की समस्या को दूर करने राजधानी शहर रायपुर में निरन्तर आगे भी जारी रहेगा। उक्त जानकारी निगम जोन 10 के जोन कमिश्नर अरूण साहू एवं जोन स्वास्थ्य अधिकारी खेमलाल देवांगन ने दी है।
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जोन की टीमों द्वारा पुलिस की टीम के साथ मिलकर नियम तोडऩे वालों पर की जुर्माना की कार्यवाही
रायपुर। रायपुर जिला कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन के आदेशानुसार एवं नगर निगम रायपुर के आयुक्त सौरभ कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव के निर्देशानुसार रायपुर नगर निगम के सभी 10 जोनो के नगर निवेष, स्वास्थ्य, राजस्व विभाग की टीमों द्वारा पुलिस प्रषासन की टीम के साथ मिलकर जोन स्तर पर जोन के बाजारों में रायपुर शहर निगम क्षेत्र में कोविड 19 के संक्रमण के प्रसार की रोकथाम कारगर तरीके से करने निरंतर मास्क नहीं लगाने वाले, सामाजिक दूरी नियम तोडने वाले एवं लॉकडाउन नियम तोडने वाले लोगो व दुकानदारों पर जुर्माना कार्यवाही उन्हें कडी हिदायत देकर निरंतर जारी है। नगर निगम आयुक्त के निर्देषानुसार नगर निगम के सभी 10 जोनो की टीमों द्वारा जोन कमिष्नर के नेतृत्व में जोन के बाजार में सभी दुकानदारों से रायपुर जिला प्रषासन द्वारा जारी अनलॉक रायपुर शहर के दिषा निर्देषों के अनुरूप निर्धारित दुकान के खुलने एवं बंद होने का समय आमजनों की जानकारी के लिये समय से संबंधित स्टीकर अनिवार्य रूप से लगवाना प्रारंभ कर दिया है एवं जोन स्तर पर जोन कमिश्नर के नेतृत्व में उसकी मॉनिटरिंग अनलॉक रायपुर शहर के निर्देषों का पूर्ण परिपालन करवाने प्रारंभ कर दी गई है। नियम तोडने वालो पर जुर्माना कार्यवाही जारी रही। जोन 1 की टीम ने विगत दिवस 10 अगस्त को मास्क नहीं लगाने वाले 13 लोगो पर 1300 रू. एवं सामाजिक दूरी नियम तोडने वाले 92 लोगो पर 4340 रुपए इस प्रकार 105 नियम तोडने वालों पर 5640 रुपए जुर्माना वसूला। जोन 2 की टीम ने जोन कमिष्नर के नेतृत्व में अभियान चलाकर मास्क नहीं पहनने वाले 35 लोगो से 3090 रुपए, प्रतिबंधित समय पर दुकान खुले पाये जाने पर 7 दुकानदारों से 11100 रू, कुल 42 लोगो व दुकानदारों से नियम तोडने पर 14190 रू. जुर्माना किया। जोन 3 की टीम ने जोन कमिष्नर की अगुवाई में पुलिस प्रषासन की टीम के साथ तेलीबांधा, लोधी पारा, अवंति बाई चैक में अभियान चलाकर मास्क नहीं पहनकर सार्वजनिक स्थानों में घूम रहहे 146 लोगो पर 22390रुपए, सामाजिक दूरी नियम तोडने वाले 3 लोगो पर 700 रू. लॉकडाउन नियम उल्लंघन करने पर 6 दुकानदारों पर 13500 रू. एवं कुल 155 लोगो पर नियमों को तोडने के कारण 36590 रू. का जुर्माना किया। वहीं जोन 4 की टीम ने आज जोन कमिष्नर के नेतृत्व में पुलिस प्रषासन की टीम के साथ मिलकर मास्क नहीं पहनने पर 37 लोगो पर 3350 रू. सामाजिक दूरी नियम तोडने वाले 12 लोगो पर 1150 रू. लॉकडाउन नियम तोडने पर 2 दुकानदारों पर 1000रुपए नियमों को तोडने वाले 51 लोगो पर 5500 रू. जुर्माना किया। जोन 5 ने आज मास्क नहीं लगाने वाले 124 लोगो पर 8800 रुपए जुर्माना पुलिस प्रशासन की टीम के साथ मिलकर किया। जोन 5 की टीम ने विगत दिवस 10 अगस्त को नियम तोडने वाले 158 लोगो पर 16480 रू. जुर्माना किया। जोन कमिष्नर श्री चंदन शर्मा ने बताया कि 23 मार्च 2020 से 11 अगस्त 2020 तक बिना मास्क घूम रहे 3332 लोगो से 228990रुपए, थूककर गंदगी फैलाने वाले 162 लोगो से 16200 रू, सामाजिक दूरी का पालन नहीं करने वाले 121 लोगो से 24750 रू, लॉकडाउन नियम तोडने वाले 185 दुकानदारों से 97600 रू, इस प्रकार अब तक कुल 3800 लोगो व दुकानदारों से 367540 रू. जुर्माना किया। जोन 6 की टीम ने आज मास्क नहीं पहनने वाले 30 लोगो पर 2350 रू. जुर्माना सुबह अभियान चलाकर पुलिस की टीम के साथ मिलकर किया। इसके पूर्व विगत 10 अगस्त तक जोन 6 की टीम ने नियम तोडने वाले 2023 लोगो पर 255060 रू. जुर्माना किया है। जोन 7 ने मास्क नहीं पहनने वाले 53 लोगो से आज अभियान चलाकर 5000 रू. जुर्माना वसूला। अब तक जोन 7 की टीम निगम तोडने वाले 3513 लोगो से 372970 रू. जुुर्माना वसूल कर चुकी है। इसी प्रकार जोन 8 की टीम ने मास्क नहीं पहनने पर 42 लोगो से 2300 रू. एवं सामाजिक दूरी नियम तोडने वाले 3 लोगो से 600 रू. कुल 2900 रू. 45 लोगो से नियम तोडने पर जोन कमिष्नर के नेतृत्व में बाजार में पुलिस प्रषासन की टीम के साथ मिलकर संबंधितों को कडी हिदायत देते हुए वसूल किये। जोन 9 की टीम ने आज बिना मास्क घूम रहे 157 लोगो से 7990 रू., लॉकडाउन नियम तोडने वाले 11 लोगो से 4750 रू. इस प्रकार 168 लोगो पर नियम तोडने वालो पर 12740 रू. जुर्माना जोन कमिष्नर के नेतृत्व में किया। अभियान सभी 10 जोनो में नगर निगम ने पुलिस प्रषासन की टीम के साथ मिलकर चलाया जो कोविड 19 के संक्रमण के रायपुर नगर निगम क्षेत्र में प्रसार की कारगर रोकथाम करने जोन स्तर पर रायपुर जिला प्रषासन के आदेषानुसार एवं नगर निगम प्रषासन के निर्देषानुसार निरंतर आगे भी जनस्वास्थ्य जागरूकता की दृष्टि से जारी रहेगा। -
रायपुर । सार्वभौम पीडीएस से अब कोई भी व्यक्ति राशनकार्ड या राशन से वंचित नहीं रहेगा। प्रदेश के सभी परिवार अब राशनकार्ड के लिए पात्र हो गए हैं। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 96 प्रतिशत लोगों का खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। खाद्य विभाग द्वारा राज्य के सभी राशनकार्डधारी परिवारों को हर महीने 35 किलो चावल दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम 2012 के प्रावधानों में गरीब और जरूरतमंद परिवारों के हितों को ध्यान में रखकर आवश्यक सुधार किया गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य के सभी निवासियों को खाद्य-सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महात्मा गांधीजी के 150वीं जयंती पर 2 अक्टूबर 2019 से सार्वभौम पीडीएस का शुभारंभ किया गया। पीडीएस के अंतर्गत प्रचलित 66 लाख 22 हजार राशनकार्डों में पंजीकृत 2 करोड 46 लाख सदस्यों को सार्वभौम पीडीएस के माध्यम से खाद्यान्न सुरक्षा उपलब्ध कराया गया है। राज्य में पूर्व में 58 लाख राशनकार्ड प्रचलित थे, इनमें शामिल 2 करोड़ 16 लाख व्यक्तियों अर्थात् राज्य की 85 प्रतिशत् जनसंख्या को रियायती दर पर चावल का वितरण किया जा रहा था। गत एक वर्ष के दौरान राज्य में लगभग 10 लाख नवीन राशनकार्ड जारी किये गये तथा 2 लाख 46 हजार नवीन सदस्य राशनकार्डो में जोड़े गये हैं।
खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत के मार्गदर्शन में सार्वभौम पीडीएस के अंतर्गत प्राथमिकता श्रेणी के राशनकार्डधारी परिवारों के लिए खाद्यान्न पात्रता में भी वृद्धि की गई है। अगस्त 2019 से प्राथमिकता वाले परिवारों को बढ़ी हुई पात्रता के अनुसार खाद्यान्न प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में प्राथमिकता श्रेणी के राशनकार्डो में एक सदस्यीय परिवार को 10 किलो ग्राम, 2 सदस्यीय परिवार को 20 किलो, 3 से 5 सदस्यीय परिवार को 35 किलो तथा 5 से अधिक सदस्य वाले परिवार के लिए 7 किलो प्रति सदस्य प्रतिमाह चावल एक रुपए प्रति किलो की दर से दिया जा रहा है।
सार्वभौम पीडीएस के तहत सभी सामान्य परिवारों को खाद्यान्न प्रदाय किया जा रहा है। सामान्य राशनकार्डो में खाद्यान्न की पात्रता - 01 सदस्यीय परिवार के लिए 10 किलो, 2 सदस्यीय परिवार के लिए 20 किलो, 3 या 03 से अधिक सदस्यीय परिवार के लिए 35 किलो खाद्यान्न 10 रूपये प्रतिकिलो प्रतिमाह निर्धारित की गई है। वर्तमान में 9 लाख 20 हजार सामान्य राशनकार्डधारी परिवारों को खाद्यान्न प्रदाय किया जा रहा है। वर्ष 2012 में खाद्य सुरक्षा अधिनियम में सामान्य परिवार हेतु प्रतिमाह 15 किलो चावल की पात्रता रखी गई थी, जिसे अप्रैल 2015 में समाप्त कर दी गई। प्रदेश में कई परिवार ऐसे हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और ऐसे परिवारों को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिये सरकार ने खाद्य सुरक्षा अधिनियम में आवश्यक प्रावधान किये तथा सार्वभौम पीडीएस के अंतर्गत वर्तमान में राज्य के 9.20 लाख सामान्य परिवारों को प्रतिमाह 10 रूपए किलो में पात्रता अनुसार चावल उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य के एपीएल परिवारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत जून, 2020 से 10 रूपए प्रतिकिलो की दर पर 2 किलो नमक प्रति कार्ड प्रतिमाह प्रदाय किया जा रहा है।
राज्य के बस्तर संभाग के निवासियों में आयरन की कमी को दूर करने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बस्तर संभाग के 6 लाख अंत्योदय, प्राथमिकता, अन्नपूर्णा, एकल निराश्रित एवं निःशक्तजन राशनकार्डधारियों को जनवरी 2020 से प्रतिमाह रियायती दर 17 रूपये प्रति किलो उपभोक्ता दर पर 02 किलो गुड़ प्रदाय किया जा रहा है। गुड़ का उपार्जन की छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन द्वारा नेफेड के माध्यम से की जा रही है। राज्य के अनुसूचित क्षेत्रों एवं माडा क्षेत्र के अंत्योदय एवं प्राथमिकता परिवारों के भोजन में प्रोटीन की कमी पूरा करने के लिए रियायती दर 5 रूपए प्रतिकिलो की दर पर प्रतिमाह 2 किलो चना प्रदाय किया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 25 लाख अन्त्योदय एवं प्राथमिकता राशनकार्डधारी परिवार को लाभान्वित किया जा रहा है।
भारत सरकार द्वारा अप्रैल 2019 से अनुदान प्राप्त एवं निजी आश्रम - छात्रावास एवं कल्याणकारी संस्थाओं हेतु खाद्यान्न का आबंटन बंद कर दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा 471 संस्थाओं में पंजीकृत 43 हजार 640 हितग्राहियों को राज्य शासन द्वारा स्वयं के व्यय से चावल आबंटित करने का निर्णय लिया गया और इन अनुदान प्राप्त एवं निजी आश्रम-छात्रावास एवं कल्याणकारी संस्थाओं को अक्टूबर 2019 से खाद्यान्न प्रदाय किया जा रहा है।
पूर्व में राज्य के ऐसे 12.90 लाख राशनकार्डधारी परिवार जिनके पास एलपीजी कनेक्शन है, उनकी केरोसिन पात्रता समाप्त कर दी गई थी। अब ऐसे उपभोक्ताओं की आवश्कताओं को ध्यान में रखते हुए उन्हे अगस्त 2019 से केरोसिन का वितरण पुनः प्रारंभ कर दिया गया है। वर्तमान में नगरीय क्षेत्र एवं गैर अनुसूचित ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतम 2 लीटर तथा अनुसूचित क्षेत्र में अधिकतम 3 लीटर प्रति राशनकार्ड केरोसिन की पात्रता निर्धारित है।
खाद्य सुरक्षा अधिनियम एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत प्रचलित 58.56 लाख राशनकार्डो का नवीनीकरण जुलाई से अक्टूबर 04 महिने की रिकार्ड समय-सीमा में पूर्ण कराया गया है। राज्य शासन द्वारा राशनकार्ड नवीनीकरण की प्रक्रिया का सरलीकरण करते हुए केवल एक पन्ने के आवेदन पत्र में प्रस्तुत की गई जानकारी के आधार पर राशनकार्ड नवीनीकरण किया गया। नवीनीकरण के लिए राशनकार्डधारियों को आवेदन पत्र एवं नवीनीकरण उपरंात राशनकार्ड निःशुल्क उपलब्ध कराया गया है। राशनकार्ड नवीनीकरण में परीक्षण एवं भौतिक सत्यापन उपरांत विभिन्न कारणों से अपात्र पाये गये 2 लाख 14 हजार राशनकार्डो को निरस्त किया गया। राशनकार्ड नवीनीकरण से राशनकार्ड का डेटाबेस त्रुटिरहित हुआ है। -
अम्बिकापुर। यूं तो छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं सांस्कृतिक महत्व के अनेक स्थल हैं। सृष्टि निर्माता ने छत्तीसगढ़ को अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य से नवाजा है। दक्षिण कौशल का यह क्षेत्र रामायण कालीन संस्कृति का परिचायक रहा है। ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं सांस्कृतिक महत्व की ऐसी ही एक स्थली रामगढ़, सरगुजा जिले में स्थित है। सरगुजा संभागीय मुख्यालय अम्बिकापुर से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर उदयपुर विकासखण्ड मुख्यालय के समीप रामगढ़ की पहाड़ी स्थित है। दूर से इस पहाड़ी का दृश्य बैठे हुए हाथी के सदृश्य प्रतीत होता है। समुद्र तल से इसकी ऊॅचाई लगभग 3 हजार 202 फीट है।
महाकवि कालिदास की अनुपम रचना ‘मेघदूतम’ की रचना स्थली और विश्व की सर्वाधिक प्राचीनतम् शैल नाट्यशाला के रूप में विख्यात ‘रामगढ़’ पर्वत के साये में इस ऐतिहासिक धरोहर को संजोए रखने और इसके संवर्धन के लिए हर साल आषाढ़ के पहले दिन यहां रामगढ़ महोत्सव का आयोजन किया जाता रहा है। प्राकृतिक सुषमा से सम्पन्न रामगढ़ पर्वत के निचले शिखर पर अवस्थित ‘‘सीताबेंगरा’’ और ‘‘जोगीमारा’’ गुफाएं प्राचीनतम शैल नाट्यशाला के रूप में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। ये गुफाएं तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व मौर्यकाल के समय की मानी जाती हैं। जोगीमारा गुफा में मौर्य कालीन ब्राह्मी लिपि में अभिलेख तथा सीताबेंगरा गुफा में गुप्तकालीन ब्राह्मी लिपि में अभिलेख है। जोगीमारा गुफा में भारतीय भित्ति चित्रों के सबसे प्राचीन नमूने अंकित हैं।
पुरातात्विक दस्तावेजों के रूप में मूर्तियों, शिलालेखों एवं ताम्रपत्रों का बड़ा महत्व है। रामगढ़ मंे ऐसे महत्व की वस्तुएं उपलब्ध है। जोगीमारा गुफा में लगभग 8 मूर्तियां संग्रहित हैं। इन मूर्तियों का आकार, प्रकार एवं ऊंचाई तथा आकृतियों के उत्कीर्ण करने की शैली से स्पष्ट होता है कि ये मूर्तियां राजपूत शैली में निर्मित की गई हैं। राजपूत शैली में चेहरे का उभार, ऊंचाई, लम्बी नाक, क्षीण कटि, नितम्बों का उभार, जांघों एवं पिंडलियों का उन्नत्तोदर क्षेत्र अर्द्धकोणाकार पंजे आदि परिरक्षित होते हैं। मूर्तियों के मुख मण्डल पर चिंतन की मुद्रा राजपूत शैली से अलग भाव भंगिमा लगती है। इन तथ्यों से ये मूर्तियां लगभग 2 हजार वर्ष पूर्व की लगती हैं।
रामगढ़ पहाड़ी के ऊर्ध्व भाग में दो शिलालेख मौजूद हैं। प्रस्तर पर नुकीले छेनी से काटकर लिखे गए इस लेख की लिपि पाली और कुछ-कुछ खरोष्टी से मिलती जुलती है। लिपि विशेषज्ञों ने इसे एक मत से पाली लिपि माना है। इस पर निर्मित कमलाकृति रहस्यमय प्रतीत होती है। यह आकृति कम बीजक ज्यादा महसूस होता है।
भगवान राम के रामगढ़ आने का प्रमाण आध्यात्म रामायण के अनुसार यह है कि महर्षि जमदग्नि ने राम को भगवान शंकर द्वारा दिया गया वाण ’’प्रास्थलिक’’ दिया था। जिसका उपयोग उन्होंने रावण के विनाश के लिए किया था। रामगढ़ के निकट स्थित महेशपुर वनस्थली महर्षि की तपोभूमि थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि वनवास के दौरान भगवान राम महर्षि जमदग्नि के आश्रम आए थे तथा ऋषि की आज्ञा से कुछ दिनों तक रामगढ़ में वास किया था।
रामगढ़ को महाकवि कालीदास की अमरकृति मेघदूतम् की रचनास्थली मानी जाती है। संस्कृति अकादमी भोपाल द्वारा इस ओर विशेष ध्यान देने पर रामगढ़ पुरातात्विक दृष्टि से विशेष अध्ययन का केन्द्र बन गया। लगभग 10 फीट ऊपर ’’कालीदासम’’ खुदा हुआ मिला। तीनों शब्दों को एक कड़ी में पिरोने पर उन्होंने आशय लगाया कि कवि कालीदास ने मेघदूत की रचना यहीं पर की होगी।
सीताबेंगरा के ही पार्श्व एक सुगम सुरंग मार्ग है, जिसे हाथी पोल कहते हैं। इसकी लम्बाई लगभग 180 फीट है। इसका प्रवेश द्वार लगभग 55 फीट ऊंचा है। इसके अंदर से ही इस पास से उस पार तक एक नाला बहता है। इस सुरंग में हाथी आसानी से आ-जा सकता है। इसलिए इसे हाथी पोल कहा जाता है। सुरंग के भीतर ही पहाड़ से रिसकर एवं अन्य भौगोलिक प्रभाव के कारण एक शीतल जल का कुण्ड बना हुआ है। कवि कालीदास ने मेघदूत के प्रथम श्लोक में जिस ’’यक्षश्चक्रे जनकतनया स्नान पुण्योदकेषु’’ का वर्णन किया है वह सीता कुण्ड यही है। इस कुण्ड का जल अत्यन्त निर्मल एवं शीतल है।
कालिदास युगीन नाट्यशाला और शिलालेख, मेघदूतम् के प्राकृतिक चित्र, वाल्मीकी रामायण के संकेत तथा मेघदूत की आधार कथा के रूप में वर्णित तुम्वुरू वृतांत और श्री राम की वनपथ रेखा रामगढ़ को माना जा रहा है। मान्यता यह है कि भगवान राम ने अपने वनवास का कुछ समय रामगढ़ में व्यतीत किया था। रामगढ़ पर्वत के निचले शिखर पर ”सीताबेंगरा“ और ”जोगीमारा“ की अद्वितीय कलात्मक गुफाएँ हैं। भगवान राम के वनवास के दौरान सीताजी ने जिस गुफा में आश्रय लिया था वह ”सीताबेंगरा“ के नाम से प्रसिद्ध हुई। यही गुफाएँ रंगशाला के रूप में कला-प्रेमियों के लिए तीर्थ स्थल है। यह गुफा 44.5 फुट लंबी ओर 15 फुट चौड़ी है। 1960 ई. में पूना से प्रकाशित ”ए फ्रेश लाइट आन मेघदूत“ द्वारा सिद्ध किया गया है कि रामगढ़ (सरगुजा) ही श्री राम की वनवास स्थली एवं मेघदूत की प्रेरणा स्थली है।
सीताबेंगरा के बगल में ही एक दूसरी गुफा है, जिसे जोगीमारा गुफा कहते हैं। इस गुफा की लम्बाई 15 फीट, चौड़ाई 12 फीट एवं ऊंचाई 9 फीट हैं। इसकी भीतरी दीवारे बहुत चिकनी वज्रलेप से प्लास्टर की हुई हैं। गुफा की छत पर आकर्षक रंगबिरंगे चित्र बने हुए हैं। इन चित्रों में तोरण, पत्र-पुष्प, पशु-पक्षी, नर-देव-दानव, योद्धा तथा हाथी आदि के चित्र हैं। इस गुफा में चारों ओर चित्रकारी के मध्य में पांच युवतियों के चित्र हैं, जो बैठी हुई हैं। इस गुफा में ब्रह्मी लिपी में कुछ पंक्तियां उत्कीर्ण हैं।
सरगुजा अपने अतीत के गौरव और पुरातात्विक अवशेषों के कारण भारत में ही नहीं, अपितु एशिया में भी अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। सरगुजा चारों ओर अपने गर्भ में अनेक ऐतिहासिक तथ्यों को संजोए हुए है। इन ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक स्थानों में से जो कुछ तथ्य प्राप्त हुए हैं, उन्हें देख सुनकर सहसा विश्वास नहीं होता है। -
मोरिद में भी 6 एमएलडी जल शुद्धिकरण प्लांट का काम भी इसी महीने के आखिर तक हो जाएगा पूरा, डूंडेरा और पुरैना में होगी शुद्ध जल की आपूर्ति
दुर्ग। भिलाई शहर के नागरिकों की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाये जा रहे 66 एमएलडी जल शुद्धिकरण प्लांट का काम पूरा हो चुका है। इस प्लांट के माध्यम से 46 हजार लोगों तक शुद्ध जल पहुंच सकेगा। इसके लिए बनाये गए 9 ओवरहेड टैंकों में पानी सप्लाई कर इसकी टेस्टिंग कर ली गई है। अमृत मिशन के अंतर्गत बने इस प्लांट और मोरिद में इसी तरह छह एमएलडी प्लांट की समेकित लागत 17 करोड़ 64 लाख रुपए है। इस प्लांट में पानी की गुणवत्ता के बुनियादी मानदंडों जैसे पीएच लेवल, बैक्टीरिया संबंधी टेस्ट और टर्बिडिटी की टेस्टिंग होती है। चूंकि दुर्ग जिले में देश का सर्वोत्तम वाटर टेस्टिंग लैब भी है अतएव इसके माध्यम से भी पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए पीएचई विभाग के पास भेजा गया है। नगर निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी ने बताया कि अमृत मिशन के अंतर्गत बने इन प्लांट से शुद्ध जल तो मुहैया होगा ही, भविष्य की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए भी यह प्लांट पेयजल आपूर्ति के लिए कारगर होंगे। उल्लेखनीय है कि 66 एमएलडी प्लांट में अमृत मिशन के अनुसार वर्ष 2048 तक के लक्ष्य को लेकर पेयजल आपूर्ति की योजना बनाई गई है। इसके अंतर्गत घरों तक पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। इसकी टेस्टिंग भी पूरी हो चुकी है। प्लांट बनाने वाली कंपनी अगले पांच साल तक आपरेशन और मेंटेंनेंस की व्यवस्था भी देखेगी। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने भी विगत दिनों प्लांट का निरीक्षण किया था, यहां इंजीनियरों ने इसके तकनीकी बिन्दुओं के बारे में विस्तार से उन्हें जानकारी दी थी।
टेस्टिंग में पाये गए खरे- प्लांट के अंतर्गत निर्मित ओवरहेड टैंकों की तकनीकी गुणवत्ता की जांच के लिए टेस्टिंग भी कराई जा चुकी है और ये टेस्टिंग में खरे पाए गए हैं। मजबूती के दृष्टिकोण से तो यह खरे उतरे ही हैं शुद्धता के दृष्टिकोण से भी जो टेस्ट कराए गए हैं उनमें भी यह खरे पाये गये हैं। यहां टेस्टिंग की टीम हर दिन पानी की गुणवत्ता के मुताबिक एलम मिलाने एवं अन्य केमिकल ट्रीटमेंट करने का निर्णय लेती है।
मोरिद के प्लांट की टेस्टिंग भी 31 अगस्त तक होगी पूरी- मोरिद के प्लांट की टेस्टिंग भी 31 अगस्त तक समाप्त हो जाएगी। यहां से रिसाली नगर निगम के डूंडेरा तथा पुरैना में शुद्ध पेयजल आपूर्ति हो पाएगी। पाइपलाइन बिछ जाने से घरों तक शुद्ध जल मुहैया हो जाएगा और लोगों के लिए काफी आसानी होगी। -
उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया
रायपुर। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री तथा धमतरी जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने आज जिले के डूूबान क्षेत्र के ग्राम तिर्रा में 11.85 लाख रूपए की लागत से निर्मित दो निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इनमें छः लाख 85 हजार रूपए की लागत के नवीन गोठान का भूमिपूजन तथा पांच लाख रूपए की लागत से निर्मित सी.सी.रोड का लोकार्पण शामिल है।
प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। विशेष तौर पर गांव, गरीब, किसान की तकलीफों को समझकर अनेक नई योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्हांेने आगे कहा कि प्रदेश सरकार देश की पहली सरकार है, जिसने 2500 रूपए प्रति क्विंटल में किसानों का धान खरीदा। वहीं कर्ज से लदे किसानों की कर्जमाफी कर अपना वादा निभाया। तेन्दूपत्ता संग्राहकों को चार हजार रूपए देने वाली पहली सरकार है। उन्होंने गोधन न्याय योजना को सबसे अनूठी पहल बताते हुए कहा कि गोबर से आय अर्जित करने और ग्रामीणों को स्वावलम्बी बनाने वाली पहली सरकार है। ऐसी अनेक योजनाएं प्रारंभा कर प्रदेश सरकार लोकहित में लगातार कार्य कर रही है। कार्यक्रम में उपस्थित छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री मनोज मण्डावी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आदिवासियों के हितों की चिंता करने वाली प्रदेश सरकार योजनाएं बनाकर सर्वहारा समाज के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने गोधन न्याय योजना को सबसे श्रेष्ठ योजना बताते हुए ग्रामीणों को शासन की विभिन्न योजना का आगे आकर लाभ लेने की अपील की। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कांति सोनवानी, उपाध्यक्ष निशु चन्द्राकर, नगरपालिक निगम धमतरी के महापौर विजय देवांगन, पूर्व मंत्री श्री माधव सिंह ध्रुव, पूर्व विधायक धमतरी श्री हर्षद मेहता और श्री गुरूमुख सिंह होरा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीणजन उपस्थित थे। -
रायपुर। राम वन गमन पथ रोपण कार्यक्रम के अंतर्गत बिलासपुर वनवृत्त के 111 किलोमीटर लंबाई में लगभग 31 हजार पौधों का रोपण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके तहत वन विभाग द्वारा चार वनमण्डलों रायगढ़, जांजगीर, कोरबा तथा धरमजयगढ़ के विभिन्न मार्गों में फलदार और लघु वनोपज प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया है। इनमें रायगढ़ वनमण्डल के अंतर्गत राम वन गमन पथ के ऐडू से चोढ़ा चौक, चोढ़ा चौक से कुनकुनी, कुनकुनी से कुर्रूभाटा, कुर्रूभाटा से रामझरना, भूपदेवपुर, घड़ी चौक रायगढ़ तक वृक्षारोपण किया गया है। इसी तरह छातामुड़ा चौक रायगढ़ से चन्द्रपुर माण्ड नदी पुल, लातनाला से टिमरलगा, टिमरलगा से बंजारी तथा बंजारी से गोडम तक वृक्षारोपण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके अलावा रायगढ़ वनमण्डल अंतर्गत सुवाताल से हरदी, छोटे हरदी से रेड़ा, रेड़ा से सारंगढ़, रानीसागर से चंदई तथा छिन्द से परसदा मंडी तक वृक्षारोपण किया गया है। इसी तरह जांजगीर वनमण्डल के अंतर्गत चन्द्रपुर से मिरौनी, बनाहिल से पकरिया, तिलई से तरौद, शिवरीनारायण से खरौद, तरौद से बनाहिल तथा पकरिया से पामगढ़ तक वृक्षारोपण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वनमण्डल धरमजयगढ़ के अंतर्गत छाल तथा बाकारूमा में वृक्षारोपण का कार्य किया गया है। वनमण्डल कोरबा के अंतर्गत बुदेली भुलसीडीह बांस बाड़ी से झगरहा, नकटीखार, सीतामढ़ी तथा दूधीटांगर से पुटकापहाड़ तक वृक्षारोपण किया गया है। इसके अलावा अरेतरा से छातीबहार, लेमरू से अरेतरा, सोनारी से लेमरू और रक्साद्वारी से लेमरू तक वृक्षारोपण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। -
मिनीमाता स्मृति दिवस: उत्कृष्ट कार्य के लिए महिलाएं और प्रतिभावान विद्यार्थी हुए सम्मानित
छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद मिनीमाता को दी गई विनम्र श्रद्धांजलि
न्यू राजेन्द्र नगर स्थित दो गार्डनों के सौंदर्यीकरण के लिए 1.41 करोड़ रूपए की घोषणा
लिफ्ट के लिए 18.36 लाख रूपए की स्वीकृति
रायपुर । नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने आज छत्तीसगढ़ की प्रथम सांसद मिनीमाता की 48वीं पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी। डॉ. डहरिया ने इस मौके पर समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य के लिए महिलाओं को सम्मानित किया। उन्होंने इस मौके पर कक्षा 10वीं और 12वीं में प्रावीण्य सूची प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।
उल्लेखनीय है कि मिनीमाता की पुण्यतिथि के अवसर पर न्यू राजेन्द्र नगर स्थित गुरू घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी में समस्त सतनामी समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। डॉ. डहरिया ने कार्यक्रम के दौरान न्यू राजेन्द्र नगर स्थित दो गार्डनों के सौदर्यीकरण के लिए 1 करोड़ 41 लाख रूपए की घोषणा की। इसमें राजेन्द्र नगर के मोहल्ला गार्डन के सौंदर्यीकरण के लिए 91 लाख रूपए और नरसिंह मण्डल गार्डन के सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख रूपए शामिल है। उन्होंने इस मौके पर सतनामी समाज के भवन के तीसरे मंजिल तक लिफ्ट के लिए 18 लाख 36 हजार रूपए की भी स्वीकृति प्रदान की। डॉ. डहरिया ने सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, अवसर मिला तो डॉ. भीमराव अंबेडकर ने दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान बनाया। उन्होंने कहा कि मिनीमाता तत्कालीन समय में जब समाज में कुरीतियां और सामाजिक बुराईयां व्याप्त थी, उस समय उन्होंने संसद में दलितों, महिलाओं और कमजोर वर्गाें के लिए कानून बनाने में अहम योगदान दिया। मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि मिनीमाता जी के बताए गए रास्तों पर चलकर जनकल्याण के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और गरीबों के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की अस्मिता की प्रतीक मिनीमाता सहित प्रदेश के महापुरूषोें का सपना पूरा करने की दिशा में काम कर रही है।
कार्यक्रम स्थल पर कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती शकुन डहरिया, गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष श्री के. पी. खाण्डेय, पूर्व विधायक श्री डोमन लाल कोरसेवाणा सहित डॉ. जे.आर.सोनी, श्री डी. एस. पात्रे, श्री जी. आर.बाघमारे, श्री चेतन चंदेल, श्री सुंदर जोगी, श्री अलखराम चतुर्वेवेदनी, श्री एस.के सोनवानी, श्री अरूण मण्डल, तथा समाज के विशिष्टजन और प्रतिभावान छात्र-छात्राएं एवं उनके पालक इस अवसर पर उपस्थित थे।
मिनीमाता स्मृति दिवस पर घर एवं परिवार की जिम्मेदारियों के साथ-साथ समाज में अलग-अलग क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य के लिए श्रीमती गिरजा पाटले, श्रीमती छाया भारती, श्रीमती गीता ओगरे, श्रीमती स्वरस्वती राघव, श्रीमती अंजूषा चांदनी, सुश्री नयन अजगल्ले, श्रीमती अमरवतिन भटपहरी, श्रीमती इंदु डहरिया, श्रीमती सुनीता देशलहरे, श्रीमती पुष्पा पाटले, श्रीमती ऊषा चंद्रसेन, श्रीमती राजेश्वरी चांदनी, श्रीमती चमेल रात्रे और श्रीमती द्रोपती पात्रे को शाल, श्रीफल और शील्ड से देकर सम्मानित किया।
स्मृति दिवस पर प्रतिभावान विद्याथिर्याें को शाल, श्रीफल और शील्ड से देकर सम्मानित किया। इनमें हायर सेकेण्डरी स्तर पर प्रावीण्य सूची प्राप्त करने वाले कु. मितलायी ओगरे, श्री मनीष मनहर, कु. सौम्य बंजारे, कु. प्रीति कुर्रे, श्री खिलेश मिर्चे, कु. राजनंदनी आयुषी चेलक, श्री भूपेन्द्र गिरी, कु. मंजू सूर्यवंशी, श्री नीरव जांगडे, श्री हीरा बंजारे, कु. सुरीली चतुर्वेदी, कु. प्रीति जोशी, कु. प्रीति बंजारे, कु. दिव्या सोनवानी, कु. रोपणी रात्रे, कु. रेणूका, कु. हुमानी बंजारे को शाल, श्रीफल और शील्ड से देकर सम्मानित किया। इसी प्रकार हाई स्कूल स्तर पर कु. निकिता दास, श्री वेदप्रकाश मिरी, श्री अजय जांगडे, कु. विदिशा रात्रे, श्री जयप्रकाश बंजारे, कु. लावन्य गिलहरे, कु. लीना ओगरे, कु. तिरूण टंडन, श्री अनुज कुमार बारले, कु. कनिष्का ओगरे, कु. मीनाक्षी कोसरिया, श्री राजेश घृतलहरे, कृ. ज्योति रात्रे, कु. हेमलता गायकवाड़, कु. चंद्रराज मेरीषा, कु. देविक्षा भण्डारी, कु. निधी ढीढी, कु. प्रियंका कोसले, श्री अजय बंजारे, श्री समीर चतुर्वेदी, श्री आदित्य चतुर्वेदी, कु. अंजली भारती, कु. चांदनी जांगडे, कु. विनिशा रात्रे शामिल है।
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बिलासपुर। संभागायुक्त कार्यालय बिलासपुर में संग्रहित अनुपयोगी सामग्रियों की नीलामी हेतु सीलबंद लिफाफे में निविदा 18 अगस्त दोपहर 3 बजे तक आमंत्रित की गई है। निविदा कर्ताओं के समक्ष 20 अगस्त को दोपहर 3 बजे लिफाफा खोलकर नीलामी की कार्यवाही की जायेगी।
अनुपयोगी सामग्रियों का अवलोकन कार्यालयीन समय पर किया जा सकता है। निर्धारित प्रपत्र तथा नीलामी की शर्ते संभागायुक्त कार्यालय में निर्धारित शुल्क 10 रूपए जमा कर प्राप्त किया जा सकता है।