सीजी पीएससी में टॉप पर अनिता
रायपुर। छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (सीजी पीएससी 2018 रिजल्ट) सिविल सर्विस का परिणाम मंगलवार देर शाम जारी कर दिया गया। टॉप टेन सूची में पहला स्थान मोवा, रायपुर की अनिता सोनी का है। दूसरे स्थान श्रीकांत कोराम ने हासिल किया। मेरिट में तीसरा स्थान महेश्वरी तिवारी, चौथा राहुल शर्मा, पांचवा सृष्टि देवांगन, छठवां मृणमयी शुक्ला, सातवां राज तिवारी, आठवां अभिसार पांडेय, नौवां रागिनी सिंह और दसवां स्थान भूमिका देसाई ने हासिल किया है। राज्य सेवा परीक्षा 2018 साक्षात्कार के टॉप टेन की जानकारी छत्तीसगढ़ पीएससी की वेबसाइट पर जारी कर दी गई है। मेरिट सूची जारी होने के बाद अब नियुक्ति, ट्रेनिंग और विभागों के बंटवारे की प्रक्रिया की जाएगी। छत्तीसगढ़ शासन के अधीनस्थ 17 विभागों के 273 पदों के लिए राज्य सेवा, प्रारंभिक परीक्षा 2018 के परिणाम के आधार पर छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग की ओर से कुल चार हजार 128 अभ्यर्थियों का राज्यसेवा मुख्य परीक्षा 2018 के लिए प्रावधिक आधार पर चित्रांकन किया गया था। मुख्य परीक्षा 2018 की लिखित परीक्षा के बाद 821अभ्यार्थियों का इंटरव्यू लिया गया था।
अनिता बोलीं- बातचीत ने बना दिया टॉपर
मोबाइल, इंटरनेट और फोन पर दोस्तों से बातचीत से देश दुनिया के ज्ञान ने अनिता को टॉपर बना दिया। एमबीए की पढ़ाई से उन्होंने मैनेजमेंट का फंडा सीखा और बेहतर प्रबंधन से पीएससी-2018 की टॉपर बन गई। अनिता सोनी कहती हैं कि शुरुआती दौर में मैंने कभी नहीं सोचा था कि सिविल सर्विस में जाऊंगी, लेकिन गुरु घासीदास केंद्रीय विद्यालय बिलासपुर से मैंने जब एमबीए किया तो मैनेजमेंट का फंडा समझ में आया। तभी मुझे लगा कि सिविल सर्विस में जाना चाहिए। मैंने किसी विशेष नोट को लेकर पढ़ाई नहीं की, बल्कि मैंने अक्सर मोबाइल, इंटरनेट और दोस्तों से फोन पर बातचीत करके की सफलता अर्जित कर ली। अनिता सोनी रायपुर की बेटी तो हैं ही, उन्होंने पीएससी में प्रथम स्थान हासिल करके अपने घर, परिवार और रिश्तेदारों का नाम रोशन किया है। मेरी सफलता के पीछे ईश्वर का आशीर्वाद, मां भगवती सोनी और पिता आरएस सोनी का सपोर्ट रहा। मेरे गुरुजनों और भाई-बहनों ने मेरा नैतिक बल बढ़ाया। मैंने नेट, फोन और दोस्तों से संपर्क करके पढ़ाई पूरी की। परिवार वालों ने कभी निराश नहीं होने दिया। कभी किसी ने ताना नहीं दिया कि तुम बेटी हो। मेरे घर में बेटा-बेटी का कोई अंतर नहीं रहा। शुरू से ही पढ़ाई के लिए मुझे बहुत बल मिला। बड़ों का प्यार और भाई-बहन के साथ ने सफलता दिलाई है।
Leave A Comment